Brahmanical Patriarchy, Uma Chakravarty , ब्राह्मणवादी पितृसत्तात्मक व्यवस्था

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 26 дек 2024

Комментарии • 5

  • @Nisha-zm5sk
    @Nisha-zm5sk 18 дней назад

    Is sub ke imp que karwa do plz parso exam hai please

  • @visibi526
    @visibi526 Год назад

    Sir baki ki units bhi karwa dijiye plz

  • @amanverma3697
    @amanverma3697 Год назад

    nice video sir but you shold provide the document or link of material

  • @fardeenasfar1003
    @fardeenasfar1003 Год назад

    sir please aage ki bhivideos upload kriye, as you know exams are near

  • @raya_ashok
    @raya_ashok Год назад +1

    आज से ढाई हजार साल पहले भगवान बुद्ध और महावीर हो गए थे और उनसे पहले उनके तीर्थंकर हुए थे 24 ,28 बुद्ध हुए , और बुद्ध के समय 8 से ज्यादा नास्तिक धर्म मौजूद थे , और बुद्ध ने अपने पूर्व बुद्ध के धर्म को ही आगे बढ़ाया जिसे धर्म चक्र प्रवर्तन कहते हैं
    जब 1915 में खुदाई हुई तो पूरे भारत में जमीन के नीचे बुद्ध मिले चारों तरफ अशोक के शिलालेख मिले जिसमें कहीं भी हिंदू धर्म वैदिक धर्म सनातन धर्म का उल्लेख नहीं था
    बौद्ध धर्म की 80 से ज्यादा यूनिवर्सिटी मिली है पूरे भारत में , और यह धर्म जापान तक फैल गया था , जबकि हिंदू धर्म का एक गुरुकुल भी नहीं मिला है और ना ही उसकी कोई ईट मिली है 😂
    वैदिक धर्म के सारे के सारे ग्रंथ संस्कृत में देवनागरी लिपि में लिखे गए हैं परंतु वर्तमान खोज में यह सिद्ध हो गया है कि संस्कृत पाली और प्राकृत से बनी है और देवनागरी लिपि धम्म लिपि जिसे ब्राह्मी लिपि का नाम दिया गया है से बनी हुई है,,,, धम्म लिपि में कोई भी संस्कृत में लिखा हुआ लेख नहीं मिल रहा है 😂
    क्योंकि भारत का ब्राह्मणी करण आठवीं सदी से शुरू हुआ था , इन्होंने बौद्ध धर्म की जातक कथाओं से रामायण महाभारत को कॉपी किया और उसको बढ़ा चढ़ाकर ब्राह्मनी करण ,
    ब्राह्मणों के सारे ग्रंथ अश्लीलता से भरे हुए हैं वेदों में तो 35% लोगों का इंद्र पर लिखे हुए हैं जो कि बलात्कारी है और साथ ही साथ उसको सांड की बलि दिए जाने का प्रावधान है यह लोग पारसियों की तरह अग्नि की पूजा करते थे तैमूर लंग के समय खुद ब्राह्मणों ने माना कि हम विदेशी है और अग्नि पूजा करते हैं
    उपनिषद से लगाकर सारे ग्रंथ इनके भेद भाव से भरे हुए और ब्राह्मण को श्रेष्ठ बताते हुए बाकी सब को तुच्छ सिद्ध करते हुए नारी का शोषण करते हुए अश्लीलता से भरे हुए हैं
    वेदों की मिलावट की बात करते हैं परंतु वेदों के ओरिजिनल भाष्य से भी देख ले तो उसमें भी अश्लीलता नारी शोषण और भेदभाव भरा हुआ है , खुद ब्रह्मा अपनी बेटी सरस्वती का बलात्कार करता है और उसी से शादी भी करता है 😂,,, यही सेम कहानी अब्राहम और सारा की है 😂,,, भारत का गोल्डन समय तो बौद्ध धर्म का था यह कचरा धर्म कभी भी भारत का महान समय नहीं हो सकता
    चंद्रगुप्त से पहले महावीर के समय 8 से ज्यादा नास्तिक धर्म मौजूद थे पर किसी में भी ब्राह्मण का इतिहास नहीं है और आज ब्राह्मण अपना इतिहास भी बोद्ध धर्म में ही देख रहे है और ढूंढ रहे हैं मतलब उनका कोई स्वतंत्र अस्तित्व ही नहीं था अब मेसोपोटामिया की सभ्यता मिल गई सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई सब कुछ मिल गया पर इन लोगों का कुछ नहीं मिला😂
    जब अकबर ने अशोक के शिलालेख को पढ़ाने के लिए ब्रह्मणों को बुलाया तो वे उसे पढ़ ही नहीं पाए 😂 , ना सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि पढ़ पाए और अपने आप को सनातन कहते हैं 😂
    यह सनातन शब्द भी बुद्ध के एसौ धम्मो सनंतानो से लिया गया है 😂
    मूर्तिकला भी जैन और बौद्ध धर्म में मिली है जबकि वेदों में तो मूर्ति पूजा थी ही नहीं और बाद में ही बौद्ध धर्म की तारादेवी को काली देवी बनाया गया जैन और बौद्ध मंदिरों को कब्जा करके उसे हिंदू मंदिर में बदला गया ,
    आठवीं सदी में शंकराचार्य की द्वारा जो खुद प्रच्छन्न बुद्ध था उसके द्वारा इस काल्पनिक धर्म की नींव रखी गई😂
    यहां तक कि गणेश जी भी बोद्ध धर्म से थे जिसे एलीफेंट बुद्धा कहा जाता है जिसकी जापान में भी मूर्तियां है , उसको भी कॉपी किया , भगवान बुद्ध जब अपनी माता के गर्भ में थे तब उनको हाथी का सपना आया था तब से हाथी बौद्ध धर्म का प्रतीक है ना कि शंकर की पत्नी के मेल से उत्पन्न हुआ बेटा 😜
    जिसको भी प्रॉब्लम हो , जो सनातन धर्म के प्राचीन होने के सबूत देना चाहता है वह
    Science journy चैनल देखे और Rational world पर डिबेट के लिए आ सकता है😁