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- Опубликовано: 15 окт 2024
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धन्या है तुमको ऐ ऋषि तू ने हमे जगा दिया l
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड । वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम्.....🇮🇳
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
साधुवाद आचार्य जी, बहुत अच्छी व्याख्या की है आपने, सरल,रोचक और औचित्यपूर्ण।।
अति सुंदर प्रस्तुति आचार्य जी नमस्ते
Namaste guruji 🙏 ओ३म्
आचार्य श्री जी सादर नमस्ते जी अति उत्तम संदेश धन्यवाद जी
शानदार ज्ञानवर्धक प्रेरणा ।
H R Solanky।
बहुत बहुत साधूवाद अच्छे तरीके से समजाया
Om ji
सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏😌
अद्भुत व्याख्या! धन्यवाद!
बहुत बहुत अच्छी जानकारी दी गुरु जी अपने
ओउम आचार्य जी
ओम् , सादर प्रणाम आचार्य जी।
🕉
Thanks!
🙏🏻🙏🏻
Ved, bhagwan,ki,jay
Thanks for sharing the link for this video
धन्यवाद 🙏
नमस्ते आचार्य जी
सादर प्रणाम 🙏🙏🚩🕉️🔥🌞🙏🙏🎤👌👌💯👍👍
आचार्य जी सादर नमस्ते ।मन्त्र की व्याख्या बहुत सुन्दर थी। धन्यवाद। 🎉
🙏🙏🙏
Ram
नमस्ते
आचार्य जी सादर प्रणाम 🙏
महात्मा आनंद स्वामी जी की किताब मानव और मानवता में इस श्लोक का बहुत अच्छा अर्थ बताया गया है
तेन त्यकतेन भुंजीथा
त्यागपूर्वक भोग करो
Kya AEK din me garb ka pata chal gaya
Movie ka mane ky h?
A man called OTTO
क्या ये शरीर भी हमारा नहीं है आचार्य जी
चाहे कोई भी मजहब या सम्प्रदाय हो जन्म जिस स्वरूप में लेता है बच्चा या बच्ची वही उस जीव का असलियत व्यक्तितत्व होता है ।खतना सुन्नत करने और भादर के गोद में बच्चे को देने के बाद ही उसके मजहब का हो सकता है यह सरासर अंधविश्वास है जो परम्परा से चलता आया है वह गलत है ।
🙏🏻🙏🏻