इस वीडियो में पतंजलि द्वारा निर्मित अष्टांग योग को पूरे विस्तार पूर्वक व्याख्या किया गया है ,जिसे देखकर आपलोग पतंजलि के अष्टांग योग के बारे में अनेक तथ्यों से अवगत हो जाएंगे। ये वीडियो केवल knowledge purpose के लिए बनाया गया है । इस वीडियो का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। मित्रो वीडियो देखने के बाद वीडियो जरूर like करें और चैनल को जरूर subscribe करें । धन्यवाद..
Explained in the simplest possible manner. Most important part was how how yoga is grossly misunderstood as just asanas and how theses so called modern yoga teachers have distorted it in the name if variations in asanas.
Guruji danyvad.... Mere sath yahi sab ho raha hi... ab muje mere sedo bhi vistar ke rup me dikhai padta hi..... under se answer bhi milte hi .....Sam pur nta ke or....Sara samey mera avykt me hi karm karte bhi..... aap sahi ho... aap gyanendra ho......yogendra .....raj rajendra ho.....naman 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
इस वीडियो में 2:37 पर त्रुटिवश आसन के स्थान पर आसान हो गई है। इसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं। यह वीडियो शैक्षणिक उदेश्य के लिए बनाया गया है। इस वीडियो का उद्देश्य किसी भी व्यक्ति विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। इस वीडियो का वर्णन करने हेतु कुछ चित्रों या तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है। धन्यवाद....
हे गुरुवर! अंदाजे बयां commendable ATI Sundar प्रस्तुति। ध्यान समझाते समय ओशो जी का चित्र दिखाया वोह तौ नास्तिक दार्शनिकों में से हैं। योग आस्तिक दर्शन है।💞🤲🙏💞
[यम-नियमों का सब सेवन करें] यमान् सेवेत सततं न नियमान् केवलान् बुधः। यमान्पतत्यकुर्वाणो नियमान् केवलान् भजन्॥ यह मनुस्मृति का श्लोक है [४। २०४] ॥ यम पाँच प्रकार के होते हैं- अहिंसासत्यास्तेयब्रह्मचर्यापरिग्रहा यमाः॥ यह योगदर्शन का वचन है [२।३०] । अर्थात (अहिंसा) वैरत्याग, (सत्य) सत्य ही मानना, सत्य ही बोलना और सत्य ही करना, (अस्तेय) अर्थात् मन-वचन-कर्म से चोरी-त्याग, (ब्रह्मचर्य) अर्थात् उपस्थेन्द्रिय का संयम, (अपरिग्रहः) अत्यन्त लोलुपता-स्वत्वाभिमान-रहित होना; [यमाः] इन पाँच यमों का सेवन सदा करें। नियम- शौचसन्तोषतपःस्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि नियमाः॥ यह योगशास्त्र का वचन है [२।३२] । (शौच) अर्थात् स्नानादि से पवित्रता, (सन्तोष) सम्यक् प्रसन्न होकर निरुद्यम रहना सन्तोष नहीं, किन्तु पुरुषार्थ जितना हो सके उतना करना; हानि-लाभ में हर्ष वा शोक न करना, (तपः) अर्थात् कष्टसेवन से भी धर्मयुक्त कर्मों का अनुष्ठान [करना], (स्वाध्याय) पढ़ना-पढ़ाना, (ईश्वरप्रणिधानानि) ईश्वर की भक्तिविशेष से आत्मा को [उसके] अर्पित रखना; [नियमाः] ये पाँच नियम कहाते हैं। यमों के विना, केवल इन नियमों का सेवन न करे, किन्तु इन दोनों का ही सेवन किया करे। जो यमों का सेवन छोड़के, केवल नियमों का सेवन करता है, वह उन्नति को प्राप्त नहीं होता, किन्तु अधोगति अर्थात् संसार में गिरा रहता है। शेष.…...निशुल्क सत्यार्थप्रकाश तृतीय समुल्लास व्हाट्सएप 94 130 20 130
अष्टांग योग के प्रथम दो अंग हैं यम और नियम, इन्हीं दो अंगों के सभी भागों को जैन और बुद्ध ने अपने प्रमुख सिद्धांत बनाया है, जैसे सत्य अहिंसा अस्तेय आदि यम नियम के ही भाग हैं।
आप बाबा रामदेव जी को झूठा बता रहे हैं, जबकि रामदेव जी बाबा ने अस्तांग योग का अध्ययन किया है और स्वयं सारे आसन तथा प्रनायaम करते हैं और न जाने कितनो की अनेक रोगों को दूर किया है. मेरे लिए तो बाबा रामदेव जी सच्चे योगी है 🕉🚩🚩🙏
बहुत अच्छा, आप योग के वास्तविक अर्थ पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर पा रहे हैं। यह बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी है। परन्तु हो सके तो अष्टांग मार्ग का पालन करते हुए, बिना दूसरे के प्रयास को पूर्णता से समझे हुए, कम या गलत बताने से बचें। यही निवेदन है।
इस वीडियो में पतंजलि द्वारा निर्मित अष्टांग योग को पूरे विस्तार पूर्वक व्याख्या किया गया है ,जिसे देखकर आपलोग पतंजलि के अष्टांग योग के बारे में अनेक तथ्यों से अवगत हो जाएंगे। ये वीडियो केवल knowledge purpose के लिए बनाया गया है । इस वीडियो का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। मित्रो वीडियो देखने के बाद वीडियो जरूर like करें और चैनल को जरूर subscribe करें । धन्यवाद..
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Khup chan proper samjle Ashtang you 🙏🙏🙏
@@manishadeore2856 किस भाषा में लिखे हैं ?
पूजनीय स्वामी जी को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम आपके प्रवचन और से शिक्षा अच्छी शिक्षा प्राप्त होती है धन्यवाद
@@manishadeore2856 pinki
बहुत हि अच्छी जानकरी दिया अपने , बहुत बहुत सुकृया🙏🙏
बेहद की परमशान्ति महर्षि पतंजलि जी को कोटि कोटि प्रणाम हार्दिक धन्यवाद🙏💕
आपने योग का वास्तविक स्वरूप बताकर
बड़ा उपकार किया में आभारी हूँ ।
बहुत ही अच्छी जानकारी. कम शब्दोमे अष्टांग योग का सम्पूर्ण ग्यान दिया आपने. 🙏🙏
धन्यवाद, कृपया हमारे channl को subscribe करें
सरल शब्दों में वर्णित, उपयोगी वीडियो !
आपका धन्यवाद!!
Explained in the simplest possible manner. Most important part was how how yoga is grossly misunderstood as just asanas and how theses so called modern yoga teachers have distorted it in the name if variations in asanas.
प्रणाम सर जी अति सुन्दर ज्ञान दिया है आपने 🙏
Guruji danyvad....
Mere sath yahi sab ho raha hi... ab muje mere sedo bhi vistar ke rup me dikhai padta hi..... under se answer bhi milte hi .....Sam pur nta ke or....Sara samey mera avykt me hi karm karte bhi..... aap sahi ho... aap gyanendra ho......yogendra .....raj rajendra ho.....naman 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Om yh vedio hmy bhut Gyan vrdk lga saree smsya dur krny vala lga apka dnyvad om
धन उपार्जन करके गरीबों को देना पाप नहीं हे न गुरुदेव
Bahot saralatase samazaya hai clear. Idea ati hai Ashtang Yog ki
इस वीडियो में 2:37 पर त्रुटिवश आसन के स्थान पर आसान हो गई है। इसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं। यह वीडियो शैक्षणिक उदेश्य के लिए बनाया गया है। इस वीडियो का उद्देश्य किसी भी व्यक्ति विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है।
इस वीडियो का वर्णन करने हेतु कुछ चित्रों या तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है।
धन्यवाद....
उत्तम, बहुत ही सरलता से समझाया गया है। धन्यवाद
Hari Om Namo bhagwate vasudevay
ॐ नमः शिवाय।।
Koti koti pranam Guru jee ! Thanks a lot !❤
Yes I agree astang yog ka bara ma sahi batay apne
Ashtanga yog ka bahut he sunder v sanchhipt varanan.
हे गुरुवर!
अंदाजे बयां commendable
ATI Sundar प्रस्तुति।
ध्यान समझाते समय ओशो जी का चित्र दिखाया वोह तौ नास्तिक दार्शनिकों में से हैं। योग आस्तिक दर्शन है।💞🤲🙏💞
Yoga is beautifully explained.....
Bahut achha lagta maine aaj yog ka sahi Mayne ko samjha ho
Sir👏👏👏 you are my guru, thank you🌹🌹🌹 very much Sir
बिल्कुल सही, सही है लेकिन मोक्ष कोई चाहता ही नही है जो मोक्ष की प्राप्ति के लिए है महर्षि पतंजलि अष्टांग योग,❤
Astang yog ke bareme gyan mila aur vistrar se janana hai
Achhi Tarah jankari Mili .thanks
अष्टांग योग पर आकाश कोटनाला का विडियो देेखिये
सरजी यह व्हिडीओ बहुत सुंदर हैं 🕉️🙏
He yogi raj he yogacharaya Naman naman naman 🙏🙏
Bahut achhi veyakha ki hai aapne man khus ho gaya aur mai kahin pr ruka hua tha aapne aage bda diya🙏 🧡🤍💚
प्रणाम गुरु देव ❤❤❤
It's amazing. unbelievable 🎉💥🎉🤯😱😱😱🤐🤐🤐🤐🤐
गुरुजी साष्टांग नमस्कार, बहुत बहुत धन्यवाद आपका,
Very good information thank you so much sir 🙏
Excellent ❤❤❤❤❤❤
Very informative 👍👍
[यम-नियमों का सब सेवन करें]
यमान् सेवेत सततं न नियमान् केवलान् बुधः।
यमान्पतत्यकुर्वाणो नियमान् केवलान् भजन्॥
यह मनुस्मृति का श्लोक है [४। २०४] ॥
यम पाँच प्रकार के होते हैं-
अहिंसासत्यास्तेयब्रह्मचर्यापरिग्रहा यमाः॥
यह योगदर्शन का वचन है [२।३०] ।
अर्थात (अहिंसा) वैरत्याग, (सत्य) सत्य ही मानना, सत्य ही बोलना और सत्य ही करना, (अस्तेय) अर्थात् मन-वचन-कर्म से चोरी-त्याग, (ब्रह्मचर्य) अर्थात् उपस्थेन्द्रिय का संयम, (अपरिग्रहः) अत्यन्त लोलुपता-स्वत्वाभिमान-रहित होना; [यमाः] इन पाँच यमों का सेवन सदा करें।
नियम-
शौचसन्तोषतपःस्वाध्यायेश्वरप्रणिधानानि नियमाः॥
यह योगशास्त्र का वचन है [२।३२] ।
(शौच) अर्थात् स्नानादि से पवित्रता, (सन्तोष) सम्यक् प्रसन्न होकर निरुद्यम रहना सन्तोष नहीं, किन्तु पुरुषार्थ जितना हो सके उतना करना; हानि-लाभ में हर्ष वा शोक न करना, (तपः) अर्थात् कष्टसेवन से भी धर्मयुक्त कर्मों का अनुष्ठान [करना], (स्वाध्याय) पढ़ना-पढ़ाना, (ईश्वरप्रणिधानानि) ईश्वर की भक्तिविशेष से आत्मा को [उसके] अर्पित रखना; [नियमाः] ये पाँच नियम कहाते हैं।
यमों के विना, केवल इन नियमों का सेवन न करे, किन्तु इन दोनों का ही सेवन किया करे। जो यमों का सेवन छोड़के, केवल नियमों का सेवन करता है, वह उन्नति को प्राप्त नहीं होता, किन्तु अधोगति अर्थात् संसार में गिरा रहता है।
शेष.…...निशुल्क
सत्यार्थप्रकाश तृतीय समुल्लास
व्हाट्सएप 94 130 20 130
जय श्री राम 🙏 बहुत सुंदर 🙏
Nhi koi problem nahi hai Sangeet se aap thik video bna rahe hai ham sabhi iske liye abhari hai jagat Kalyan karna sansar ka sabse bada puny ka Kam hai
Yog ke andr hi meditation aata h last stage to meditattion aur yog me kya frk?
Om Shanti
आपने जो बताया वह संसार की पहली और आखरी साइंस है ।।
Thank you very much sir ❤
Thank you for such a best explanation.
Simple and workable. Thanks.
जय हो ये सत्य वाचन है
Bahut hi achha video hai
😊😊😊😊😊
Apka Gyan sampurna nehin hai jo app Bina sochke dosh dete hain
अष्टांग योग के प्रथम दो अंग हैं यम और नियम, इन्हीं दो अंगों के सभी भागों को जैन और बुद्ध ने अपने प्रमुख सिद्धांत बनाया है, जैसे सत्य अहिंसा अस्तेय आदि यम नियम के ही भाग हैं।
सुंदर वर्णन महोदय जी
हठ योग के बारे मे बताने का कृपा करे
Very very very useful.....in brief,u have explained it n introduced us with ashtang yog
Thanks
Very very good job sir very nice ❤
Thank you so much sir
Sir e vedio bahut hi achhi lagi man ko shanti mili thanks sir
Very very good ji 🙏🙏🙏🙏
U lighten up today ye to pure Bharath dek Lena chahiye.....
Very nice thanks 👍
अष्टांग योग शुद्ध रूप मे कहा से सीखा जा सकता हैं?
Thank you ❤❤❤
बहुत बहुत आसान हम पर आपका
Excellent knowledge ❤
Very nice and beautiful ❤❤❤
Bhot super 🌹🙏🌹
આપ કિસીકી ભુલ સુધાર તે નજર આયે વો તો થોડા અચ્છા ભી લગા લેકિન કિસીકો ગલત યા નીચા બતાના ઔર કીશીકા મનકો તોડના કિસી કી તીવ્ર તા મે રોક લગાના હિંસા તો હૈ હી.... હમારા મન ટુટ ગયા આપ સહી ઠંગશે બતાયે ફીર હમ આગે બડહેંગે... સહી વિસ્તારસે રીલે કરે... ક્ષમા ચાહતા હૂ 🙏🏼યોગીરાજ નમસ્તે
Right❤❤❤❤❤❤❤😢😢
yes sir me 90% tak pahoch gaya hu bas aab samabhi baki hai
om ki aanubhuti baki hai
shunya ooooo
Memory sarp hui ?
Real story thanks
And what are the responsibilities of this person for their parents and families, relatives and friends and are these people happy?
Bahoot badhia laga. Kaise kare agar batayege toh bahoot achchha hoga.
Bhai astang yog ko aadi guru adiyogi MAHADEV ne samasth sansarko mata parvati dwara prakashit kiya thaa
Thank you so much so much.... beautifully explained..
Great explanation 🙏🙏....kya guru ji hame ye yog bina guru k prayas krna chahiye???
Jarur aap kar sakte hai
Yadi aap ko apne upper pura viswas ho ki aap ise kar sakte hai to aap jarur hi isse kar sakte hai
Om namah shivaya
Great
Dusro ka buraye karna koun si dharm hain.ye to bilkul Adharm hain
Ise burai nhi , ise aalochna kahte hai
Om pronam moharaj apko kuti kuti pronam
Om 🙏🙏🙏🙏🕉🕉🕉🕉
હુ સંસારી છુ તો મારે કેવી રીતે ભગવાન ને પામવા
ભગવાન ને શુકામ પામવા જોઈએ ??
औम का उच्चारण करते हुवे वायु कैसे अन्दर जायेगी. मन से सोच भले सकते है. योग सुत्र मे कही ऐसा लिखा हुआ नही है.
Thankyou🙏
धन्यवाद
achha laga bahut acha. laga
बॅकग्राऊंड संगीत कि जरुरत नही हैं. इससे विषय को समझनेमे द्दीकत होती हैं 🌹🙏
Asthang yog shiv puran me he toh patanjali ne anuvad kiya he
Jay shree ram 🙏🙏
Ati uttam
सत्य
Bahut achha laga
बहुत ही सुंदर
आप बाबा रामदेव जी को झूठा बता रहे हैं, जबकि रामदेव जी बाबा ने अस्तांग योग का अध्ययन किया है और स्वयं सारे आसन तथा प्रनायaम करते हैं और न जाने कितनो की अनेक रोगों को दूर किया है. मेरे लिए तो बाबा रामदेव जी सच्चे योगी है 🕉🚩🚩🙏
सही कहा आपने
Yeh Baba Ramdev ko jhudha kaise bol rahe hain. Aapne pura video dekha
योग योग सबकोई कहे, योग न जाना कोई l अर्ध धार उरद्द चले, योग कहावे सोय ll 🌹
Pranam guruji
Right
बहुत अच्छा, आप योग के वास्तविक अर्थ पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर पा रहे हैं। यह बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी है। परन्तु हो सके तो अष्टांग मार्ग का पालन करते हुए, बिना दूसरे के प्रयास को पूर्णता से समझे हुए, कम या गलत बताने से बचें। यही निवेदन है।
Nice Guru ji 🙏
bahut aacha
Nice voice
Thank you
Nice video
Good job brother
Namaste ji