श्री राम के राज्याभिषेक का निर्णय क्यों किया गया? राजा दशरथ की भूल। वाल्मीकि रामायण, अयोध्या काण्ड
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- Опубликовано: 26 июн 2024
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Bahut bahut dhanyawad
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम 🚩 चरैवेति चरैवेति... । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड 🚩
🙏
Sadar Naman
आचार्य जी सादर नमस्ते 🙏🙏🎤👌👌🌺🌻🌹🌻🌺
Pranam Acharya ji🙏
ओउम नमस्ते जी
ओम् , सादर प्रणाम आचार्य जी ।
Mahabharat par bhi पुरा episode बनाए,
आचार्य जी ओशो ने भी माता सीता के विषय में भी ऐसे लांछन लगाए हैं
Balmiki krit Ramayan kab likhi gayi thi.
जब वाल्मीकी जी थे तब लिखी गई है
भरतजी मामा के घर जाते है तब भरतजी की उम्र कितनी थी?
आप बता रहे की अगर राज्याभिषेक का वक्त गलत था तो सभि देवता रावन के बंदी से कैसे मूक्त होते
Andhbhakta sitaharan per Apna dhyan kendrit kata hay.Ram charit Manas shiksha deta hay----ki kisi sadhu bhagwadhari ko ghar main nahi ghusana chahiye uske uper kabhi pura vishwas nahi karna chahiye. 3 kand hota hay charm chakchhu Wale ko dibya khand nahi dikhayi deta.
आचार्य जी नमस्कार श्री राम और सीता विवाह के बाद वनवास के पूर्व 12 वर्ष तक अयोध्या में रहे हैं
आचार्य जी. यह कुछ ठीक नहीं लगा कि जल्दबाजी में भरत कौ नहीं बुलाया गया? यह कोई सामान्य घटना नहीं थी जब देश-विदेश के लोगों को बुलाया गया था तो भरत को जल्दबाजी में भूलना नहीं हो सकता. आचार्य जी का कहना सही है कि गलती की गई है. गलती को स्वीकार करना महानता है जो आजकल कम होता जा रहा है.
आचार्य जी पेरियार की मानसिकता घटिया या कुत्सित नहीं थी। उन्होने जो समझा जो सहन किया उसको आधार बना कर लिखा है। तुलसी दास कौन सा राम के समय के थे उन्होने एक रामचरित मानस काव्य की रचना की । आप अपना विचार रखिए न कि किसी की मानसिकता पर सवाल उठाओ
Agar aapko taklif hogi to aap badle me koi bhi kritya karoge. Kya isme dharm aur adharm ka vichar nahi karna chahiye? Periyar ne jo bhi kiya apni gyan ki alpata aur kutshit mansikta ke vashibhut kiya. Usne kya kabhi Islam ya Christian panth par ungali uthayi? Periyar ne kis tathya ke adhar par itne bhadde aur gambhir aarop lagaye? Periyar ke krityo ko kahi se bhi sahi nahi thahraya jaana chahiye.