1.
HTML-код
- Опубликовано: 15 окт 2024
- हमारी कक्षाओं से जुड़ने के लिये इस लिंक पर जाकर व्हाट्सएप चैनल को फ़ॉलो करें
whatsapp.com/c...
वैदिक धर्म के प्रचार में आप अपने सामर्थ्य के अनुसार हमें सहयोग कर सकते हैं।
हमारा खाता विवरण इस प्रकार है-
खाताधारक- अंकित कुमार
बैंक- State Bank of India
Branch- station road, ajmer
A/C no. 33118016323
IFSC- SBIN0031104
UPI- 7240584434@upi
सत्यार्थ प्रकाश को ऑनलाइन पढ़ने के लिए- satyarthprakash...
वेदों को ऑनलाइन पढ़ें-
www.onlineved....
vedicscripture...
xn--j2b3a4c.co...
हमारे चैनल की सभी कक्षाओं को क्रम से देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें
योग दर्शन
• योग दर्शन
ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका
• Rigved-aadi Bhaashya B...
अध्यात्म
• अध्यात्म
प्रथम समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (प्रथम...
द्वितीय समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (दूसरा...
तृतीय समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (तीसरा...
चतुर्थ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (चौथा ...
पंचम समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (पाँचव...
षष्ठ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (छठा स...
सप्तम समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (सातवा...
आठवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (आठवाँ...
नौवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (नौवाँ...
दसवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (दसवाँ...
ग्यारहवाँ समुल्लास
• सत्यार्थ प्रकाश (ग्यार...
सत्यार्थ प्रकाश सार
• सत्यार्थ प्रकाश सार
धन्या है तुमको ऐ ऋषि तू ने हमे जगा दिया l
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड । वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम्.....🇮🇳
Namaste guruji 🙏 ओ३म्
आचार्य श्री जी सादर नमस्ते जी अति उत्तम संदेश धन्यवाद जी
बहुत बहुत साधूवाद अच्छे तरीके से समजाया
सादर प्रणाम 🙏🙏🚩🕉️🔥🌞🙏🙏🎤👌👌💯👍👍
साधुवाद आचार्य जी, बहुत अच्छी व्याख्या की है आपने, सरल,रोचक और औचित्यपूर्ण।।
महात्मा आनंद स्वामी जी की किताब मानव और मानवता में इस श्लोक का बहुत अच्छा अर्थ बताया गया है
तेन त्यकतेन भुंजीथा
त्यागपूर्वक भोग करो
ओउम आचार्य जी
शानदार ज्ञानवर्धक प्रेरणा ।
H R Solanky।
सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏😌
अद्भुत व्याख्या! धन्यवाद!
आचार्य जी सादर प्रणाम 🙏
अति सुंदर प्रस्तुति आचार्य जी नमस्ते
बहुत बहुत अच्छी जानकारी दी गुरु जी अपने
आचार्य जी सादर नमस्ते ।मन्त्र की व्याख्या बहुत सुन्दर थी। धन्यवाद। 🎉
ओम् , सादर प्रणाम आचार्य जी।
Om ji
नमस्ते
Thanks for sharing the link for this video
धन्यवाद 🙏
नमस्ते आचार्य जी
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
Ved, bhagwan,ki,jay
Ram
Kya AEK din me garb ka pata chal gaya
🙏🏻🙏🏻
🕉
Thanks!
क्या ये शरीर भी हमारा नहीं है आचार्य जी
🙏🙏🙏
चाहे कोई भी मजहब या सम्प्रदाय हो जन्म जिस स्वरूप में लेता है बच्चा या बच्ची वही उस जीव का असलियत व्यक्तितत्व होता है ।खतना सुन्नत करने और भादर के गोद में बच्चे को देने के बाद ही उसके मजहब का हो सकता है यह सरासर अंधविश्वास है जो परम्परा से चलता आया है वह गलत है ।
Movie ka mane ky h?
A man called OTTO
🙏🏻🙏🏻