फिर उसी राहगुज़र पर शायद हम कभी मिल सकें मगर शायद (राहगुज़र = रास्ता, मार्ग सड़क) जान-पहचान से भी क्या होगा, फिर भी ऐ दोस्त गौर कर शायद मुंतज़िर जिनके हम रहे उनको, मिल गए और हमसफ़र शायद [(मुंतज़िर = प्रतीक्षारत), (हमसफ़र = सहयात्री, सफ़र में साथ देने वाला)] जो भी बिछड़े हैं कब मिले हैं 'रजवार' फिर भी तू इंतज़ार कर शायद
Wah shaandar jabardast zindabad ❤❤
Ty dada
👌👌
Dada
❤❤❤❤❤
❤️
Akele, बेटा good 👍
Pehle ki hai
Ok
फिर उसी राहगुज़र पर शायद
हम कभी मिल सकें मगर शायद
(राहगुज़र = रास्ता, मार्ग सड़क)
जान-पहचान से भी क्या होगा,
फिर भी ऐ दोस्त गौर कर शायद
मुंतज़िर जिनके हम रहे उनको,
मिल गए और हमसफ़र शायद
[(मुंतज़िर = प्रतीक्षारत), (हमसफ़र = सहयात्री, सफ़र में साथ देने वाला)]
जो भी बिछड़े हैं कब मिले हैं 'रजवार'
फिर भी तू इंतज़ार कर शायद
Wawa mja aa gya