into the wild | camping or cooking near RANIKHET devdar forest

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  • Опубликовано: 9 ноя 2024

Комментарии • 11

  • @roshanpant7094
    @roshanpant7094 Год назад +1

    Wah shaandar jabardast zindabad ❤❤

  • @ManishRawat-yl1lv
    @ManishRawat-yl1lv Год назад +1

    👌👌

  • @nainwaluk01
    @nainwaluk01 Год назад +1

    ❤❤❤❤❤

  • @vinodenterprisesuk0129
    @vinodenterprisesuk0129 Год назад +1

    Akele, बेटा good 👍

  • @ashutoshsaini203
    @ashutoshsaini203 Год назад

    फिर उसी राहगुज़र पर शायद
    हम कभी मिल सकें मगर शायद
    (राहगुज़र = रास्ता, मार्ग सड़क)
    जान-पहचान से भी क्या होगा,
    फिर भी ऐ दोस्त गौर कर शायद
    मुंतज़िर जिनके हम रहे उनको,
    मिल गए और हमसफ़र शायद
    [(मुंतज़िर = प्रतीक्षारत), (हमसफ़र = सहयात्री, सफ़र में साथ देने वाला)]
    जो भी बिछड़े हैं कब मिले हैं 'रजवार'
    फिर भी तू इंतज़ार कर शायद