yah raah nahin hai phoolon kee kaante hee is par milate hain ! pragya geet.

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  • Опубликовано: 7 фев 2025
  • अध्यात्म पथ पर चलने वाले कोई विरले ही चल पाते हैं
    इसी तरह जनसेवा करने वाले कोई विरले ही कर पाते हैं क्योंकि इस पथ पर पल-पल पर कांटे मिलते हैं इन्हीं सब चीजों को बताया गया है |

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