आस्था से नहीं, नास्तिक धर्म के पीछे के समाजशास्त्र और इंसान की psychology से हारे| Aasan Bhasha Mein

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 6 фев 2025

Комментарии • 1 тыс.

  • @sourabhchandel3661
    @sourabhchandel3661 19 дней назад +110

    मैं आगरा विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र विषय में P.hD रहा हूं, मेरा Topic भी धर्म और आस्था से जुड़ा हुआ है,इस video से मुझे काफी मदद मिलेगी आगे भविष्य में ऐसे वीडियो लाते रहे, अच्छा लगता है,lallantop team को बहुत बहुत बधाई

    • @user-do2dw5vg7k
      @user-do2dw5vg7k 19 дней назад +1

      Neurosociology

    • @Gkfactshindii
      @Gkfactshindii 19 дней назад +6

      सेपियंस पढ़ लीजिए।।। नजरिया बदल जायेगा

    • @KuldeepChung
      @KuldeepChung 19 дней назад

      🇬🇧 Britisher's Education should be closed in India 📚

    • @XannieEditz
      @XannieEditz 19 дней назад +5

      @@Gkfactshindii Haan bhai main bhi khareedne wala hoon Sapiens

    • @sourabhchandel3661
      @sourabhchandel3661 19 дней назад +1

      Sapiens charles Darwin ki book hai?

  • @nileshkamble1517
    @nileshkamble1517 19 дней назад +52

    ये धार्मिक लोगो के बजे से ना जाने कितनी जाने गई, देश ही नहीं पूरी दुनिया उजाड़ दी गई। फिर भी सुधरते नही। दुनिया का विनाश इन्ही लोगो के बजे से होगा।

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

    • @sk21719
      @sk21719 17 дней назад +2

      Tu kis dharm me manta hai ye bhi bata de bakwaas karna aasan hota hai😂

    • @jhaangjhaango3936
      @jhaangjhaango3936 17 дней назад

      Humanity ❤​@@sk21719

    • @VivekKumar-ls7gy
      @VivekKumar-ls7gy 17 дней назад

      dharm hi bewkufi hai koi bhi dharm jo sbko lgta hai uska dharm superior hai 😅​@@sk21719

    • @ExplainByME
      @ExplainByME 16 дней назад +2

      Ye isliye log dharam ka mukhota lga kar dhong karte hai, if genuinely dharam ka core samajh jaye to koi jhagra na rahe

  • @akhileshverma2835
    @akhileshverma2835 20 дней назад +73

    अच्छा लगा आकाश और कुलदीप सर का समाज सुधार के प्रति दार्शनिक दृष्टिकोण का निचोड़।

  • @axiom9552
    @axiom9552 20 дней назад +8

    सच में आसान भाषा में ❤ Mr.Kuldeep & Mr. Aakash - मेहनत खुब रंग लाई। ❤

  • @avinashrajgure2607
    @avinashrajgure2607 19 дней назад +19

    धर्म धर्म के लिए हजारो सालो से लढ राहा इन्सान. पर सबसे बडा मानव धर्म वही भूल गया हैं..... दुर्भाग्य हैं.

    • @SAMJHVADI-OSHO
      @SAMJHVADI-OSHO 15 дней назад

      Yeh baat sidhe shati par.😂💯🙏🏻 OSHO ko suna? Bhai Agar Budha kuch nahi kehta to embarace ment dikhana ho to fit kar dete hai. Inko pta hai inki audiance hindu hai.

    • @jbrphilosophy
      @jbrphilosophy 4 дня назад

      Dharm hi insan ko ladne se rokta he dharm na hota to insan janvar ki tarah kishi ko bhi marte rehta he

  • @yogendras04sm
    @yogendras04sm 20 дней назад +29

    बहुत खूब लिखा आकाश ने🎉

    • @vijaykumar-qn7qz
      @vijaykumar-qn7qz 12 дней назад

      धार्मिक और ईश्वरीय आस्था वाले लोगों ने इस संसार का सबसे ज्यादा सत्यानाश किया ।

  • @icec331
    @icec331 18 дней назад +9

    धर्म और ईश्वर अलग-अलग चीजें हैं..
    धर्म वैज्ञानिक और अवैज्ञानिक हो सकता है लेकिन ईश्वर को अस्वीकार कर पाना असंभव है। कुछ लोग सामान्य रुप से ईश्वर को स्वीकार करते जबकि कुछ लोग तभी करते हैं जब वो जीवन के अंतिम क्षण में होते हैं।

  • @gyanendrakumar7345
    @gyanendrakumar7345 20 дней назад +40

    मानवता ही धर्म है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन आदि को भी तभी धार्मिक कह सकते हैं, यदि उनमें मानवता है। आस्तिक, वास्तविक, नास्तिक तीनों ही प्रकार के लोग धार्मिक हो सकते हैं, यदि उनमें मानवता है।

    • @pushpindersingh4singh408
      @pushpindersingh4singh408 20 дней назад +1

      Facts

    • @rky136
      @rky136 19 дней назад +1

      👌👌👌👌

    • @FitElvish
      @FitElvish 19 дней назад +2

      That's the right way solving sorry( Finding) this mysterious ♾️ to ♾️ (सत्यमेव जयते)

    • @divysurana2122
      @divysurana2122 19 дней назад +2

      Fir to ye bandar 🐒 baap maanne waale jaanvar kis catagory me aayenge ???

    • @FitElvish
      @FitElvish 19 дней назад

      ​@@divysurana2122💯✅ wo to hai hi Sch aap ko nfrt ne hm sbke baap btaa diya 🐵 -->Human -->♾️ but (अन्तः अस्थि प्रारम्भ ) tmhari nfrt bhi human ko hanuman ji k upr nhi ja payi or whi ive+ energy me ho hi gya or us k peeche jo hai wo tm or peeche jaoge tb ptaa chle 🐵🔄♾️ yhi solve kr lo nfrt khtm ho jayegi jisko baap bol rhe ho kisi ka to sbse pehle wha khud k papa dikhenge 🙏( Jai shree Ram 🔄 Satya mev Jayate) truth always be truth khaa tk le kr jaoge apni nfrt apne andr hi khtm kr lo to apne papa me bandar or unhi me bhgwaan mil jayenge take care 🙏

  • @raimanvendrakumar
    @raimanvendrakumar 20 дней назад +16

    “Use the momentum, keep the energy and keep the flow” हम घूम चुके बस्ती बन मे-एक आस की फास लिए मन मे.. .

    • @rky136
      @rky136 19 дней назад

      ❤❤

    • @FitElvish
      @FitElvish 18 дней назад

      @@raimanvendrakumar momentum bnaa rehna chaiye bolte hai na kyuki jb tk momentum nhi bnega to destiny fix ho death bs yhi se hai khel maut satya hai but why??? Ans is (dar k bina preet khaa )

  • @rjsundi2253
    @rjsundi2253 20 дней назад +15

    आपका रिर्पोटिग बहुत अच्छा लगा।

  • @Onlinepharmacy97
    @Onlinepharmacy97 20 дней назад +63

    Bhai ne total right baat boli hai ❤ I am agree 👍💯

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 20 дней назад +1

      Ek bhi tarq bharat se nahi 😂

    • @shreyashp.6606
      @shreyashp.6606 20 дней назад

      Samajhdaar log samaj jaate hai, exact example ki jarurat nahi​@@RahulChaudhari-g9i

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 20 дней назад

      @@shreyashp.6606 vo hi to Jo 5 logo ki thinking aur yeh video samjana chah rahe he vo tu samj rha he ... , Lekin tu dusre ke thinking kyu galat bata rha he fir ,tusre ke thinking sawal kyu utha rha he

    • @shreyashp.6606
      @shreyashp.6606 20 дней назад +1

      @RahulChaudhari-g9i koi galat nhi bol rha hai, vo apne side ka sach aur logic bata raha hai, aap sach aur logic se kyu Darr Rahi ho? And kya dharmik log apne vichar spread nhi karte. Non believers/Nastikwaad ko immoral nahi samajhte? Khud dusro k thinking ko respect nhi karte , ye hippocracy kyu?

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 20 дней назад

      @shreyashp.6606 vo to Channel ne kyu dala ye video ? Hypocrisy paida hi nahi hoti , channel hamko challenge karna chah rha he ,aur hamene apna point rakha he samjha ,to hamare point ko kyu galat bola ja rha ye video se

  • @chaudharysubhashchander1339
    @chaudharysubhashchander1339 20 дней назад +101

    प्रकृति ही सबसे बड़ा भगवान है 💯,,,,,

    • @sohailkhan-b2z6p
      @sohailkhan-b2z6p 20 дней назад +4

      Nature God nahi hai.
      Balki God boh hai jisnai Nature 🌿🍃ko banaya.

    • @sandeeptiwari5189
      @sandeeptiwari5189 20 дней назад +2

      Aur ye bol kahn raha hai usi prakarti ka ansh ya ya prakrati ko banane wala

    • @dragoblazeeditz2142
      @dragoblazeeditz2142 20 дней назад +1

      ​​​​@@sohailkhan-b2z6pkon sa god hai jo Nature ko banaya bta de????....

    • @armanmaliktrt2902
      @armanmaliktrt2902 19 дней назад

      Nature ke pass consciousness nahi hai

    • @dragoblazeeditz2142
      @dragoblazeeditz2142 19 дней назад +1

      @@armanmaliktrt2902 toh kon se allah ke pass hai 😂😂😂👍.....

  • @aradhanasharma522
    @aradhanasharma522 19 дней назад +4

    ये प्रयास जारी रहे. ये बातें बहुत लोगों की आंखे खेलेंगी. 👍👍

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

  • @mushtaqhussain7365
    @mushtaqhussain7365 19 дней назад +5

    शब्दों का चयन बहुत अच्छी तरह से किया गया है, बहुत बढ़िया ❤

  • @trendingtopic379
    @trendingtopic379 18 дней назад +5

    बच्चे के दिमाग़ मे बचपन से यही धर्म और ईश्वर डाला जाता है जो की उसके दिमाग़ को मानसिक रूप से गुलाम बना देता है..

  • @kishorwanjari9340
    @kishorwanjari9340 20 дней назад +15

    सर आपने जो बाते बताई सब सही है. सिर्फ एक प्रोब्लेम है, और यह प्रोब्लेम पुरी दुनिया का है. और वह है धर्म और भक्ती मे के फर्क को समझना. आपने जाहा जाहा धर्म का नाम लिया है वहा असल मे भक्ती शब्द चाहिए था.

    • @FitElvish
      @FitElvish 18 дней назад

      @@kishorwanjari9340 dharm without bhkti is not exist that's deep means jo spne me bhi nhi dekha uska prachar yha pure duniya me aisi koi cheez kbhi nhi dikhegi jo tum apni kalpna se bnaa skoo to bache ki nabhi se hi nikal skta h hwaa me hi to atm me hi upr jo hai wo i-ve energy k liye hai but lekin -ive hawy na ho jaye us kiye +ve 🔄 khel khelto rho

    • @kishorwanjari9340
      @kishorwanjari9340 18 дней назад

      @FitElvish सबसे पहले भाईसाहाब धर्म क्या है? इसे समझ लो.

  • @RajkumarTiwari-x5y
    @RajkumarTiwari-x5y 19 дней назад +5

    जनाब! धर्म को जीने के लिए स्वभाव से पार जाने की कला आनी चाहिए। स्वभाव के नीचे रहने पर सब राजनीति है, धर्म कदापि नहीं। सत्यमेव जयते।हर हर महादेव।।

  • @Yodhyavasi
    @Yodhyavasi 18 дней назад +4

    कर्म ही पूजा है ❤

  • @sudhanshumaurya2860
    @sudhanshumaurya2860 19 дней назад +3

    Sapiens is the best book I have ever read. It cleared my logic, improved my critical thinking and increased my ability to argue with logic. Especially with andhbhakts.
    Great episode, loved it❤❤.

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

  • @rahulbharti4494
    @rahulbharti4494 19 дней назад +2

    सरल शब्दों एवं आसान उदाहरण में आपने जटिल विषय को समझा दिया अदभुत। ❤

  • @hardikpatel5368
    @hardikpatel5368 20 дней назад +7

    Bahut acha hai.👌👌👌Or video le ke aana. Philosophy pe.

  • @anshupandey3001
    @anshupandey3001 20 дней назад +5

    Dharm to logo ki help karna, Anger and greed ko control karna, apne kaam ko bina kisi ka ahit kiye apni puri lagan se krna hai. Baaki to sab Samooh hai alag tareeke se secure feel krne k liye.🙏

  • @YoutubePremium-rn1rc
    @YoutubePremium-rn1rc 20 дней назад +5

    रोमियों 1:22-25 HINOVBSI
    [22] वे अपने आप को बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गए, [23] और अविनाशी परमेश्‍वर की महिमा को नाशवान् मनुष्य, और पक्षियों, और चौपायों, और रेंगनेवाले जन्तुओं की मूरत की समानता में बदल डाला। [24] इस कारण परमेश्‍वर ने उन्हें उनके मन की अभिलाषाओं के अनुसार अशुद्धता के लिये छोड़ दिया कि वे आपस में अपने शरीरों का अनादर करें। [25] क्योंकि उन्होंने परमेश्‍वर की सच्‍चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्‍टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है! आमीन।
    Book of Romans 1:22-25 (The Bible)

  • @Ashokaatoz-yu9mc
    @Ashokaatoz-yu9mc 19 дней назад +2

    इसमें रिसर्च दिखा अच्छा लगा बहुत बहुत धन्यवाद लल्लन टॉप लगा

  • @संतोष001
    @संतोष001 19 дней назад +3

    Launguage & body language, दिलचस्प है।😊

  • @sanjaymisra815
    @sanjaymisra815 18 дней назад +12

    इतिहास गवाह है जब जब आचार्य प्रशान्त जैसे समाज सुधारकों ने सनातन धर्म की रुढ़ियों, ढोंग और आडंबरों पर चोट की है, तब तब धर्म के ठेकेदार दर्द से बिलबिला उठे हैं।

  • @VivekSingh-si1ut
    @VivekSingh-si1ut 20 дней назад +4

    कुलदीप आपकी आवाज़ मे भाषा थोड़ी कठिन भी कभी कहीं हो जाय तो भी आसान ही लगती है। बहुत अच्छा बोलते हैं।

  • @sarojbehari6446
    @sarojbehari6446 19 дней назад +1

    Kuldeep ji का वीडियो बहुत ही सुन्दर और informative होता है.
    बहुत बधाई lallantop के psenters और deep researchers ....❤👍👍

  • @SanjayPaswan-hh5pb
    @SanjayPaswan-hh5pb 19 дней назад +5

    मैं नही मानता की भगवान होता है ये सिर्फ कुछ इंसान अपने फायदा के लिए भगवान का रचना किया और दुःख इस बात की कुछ विषेस जाति के लोग भगवान नाम लेकर कुछ लोगों को सताते भी हैं 😢😢

  • @sushmitanigam4979
    @sushmitanigam4979 17 дней назад

    Awesome explanation. Maza aa gya. Keep uploading such videos.

  • @chandangupta7123
    @chandangupta7123 19 дней назад +25

    भगवान कहीं नही है केवल कल्पना मात्र है ।

    • @chetangawade5002
      @chetangawade5002 18 дней назад +2

      Chal na 🤡

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

    • @VikrantSinghRanaut
      @VikrantSinghRanaut 17 дней назад

      मूर्खो में आत्मविश्वस बहूत अधिक होता है अग्यन्ता वश वो ये नही जानते अल्बर्ट इस्टीन भी आत्मविश्वस से ये बात नही बोले कभी जो आप ने बोली

    • @amitghosh8140
      @amitghosh8140 17 дней назад +4

      Or allah, kaha hai

    • @chandangupta7123
      @chandangupta7123 17 дней назад +3

      @amitghosh8140 वो भी नहीं है

  • @GamingPro-q2m
    @GamingPro-q2m 18 дней назад +1

    Behtreen ❤❤❤❤❤❤❤

  • @Jackal.76
    @Jackal.76 20 дней назад +6

    Great work.

  • @Ayushmanfrommotherland
    @Ayushmanfrommotherland 5 дней назад

    Very nice anylisis 🙏💯🙏💯
    Thankyou The Lallantop.

  • @enigmatickrishna8188
    @enigmatickrishna8188 19 дней назад +3

    धर्म ने हमेशा ही इंसान का मार्ग प्रशस्त किया है। धर्म केवल आध्यात्म तक सीमित नहीं है उसका दायरा तो ज्ञान विज्ञान से भी कही ज्यादा विस्तृत है।

  • @sunnyray1661
    @sunnyray1661 19 дней назад +1

    बेहतरीन! कुलदीप सरदार 🤙🤙

  • @shashikalagautam3652
    @shashikalagautam3652 20 дней назад +11

    धर्म से दिक्कत नहीं है धर्म में जो भेदभाव है ऊच नीच है दिक्कत वहाँ है

    • @shreyashn1809
      @shreyashn1809 20 дней назад +2

      Bhedbhav selfish logo ne kiya apne swarth ke liye.

    • @anoopsharma8461
      @anoopsharma8461 19 дней назад

      ​​@@shreyashn1809fir to dunia ka sara dharm me ye h

    • @samarshaikh7598
      @samarshaikh7598 18 дней назад +1

      Islam m bhed bhav nahi h

    • @anoopsharma8461
      @anoopsharma8461 18 дней назад +1

      @@samarshaikh7598 dunia bhar ki jaat pat apke dharm me hai..jhut bolna band kro...😂
      Aur ye lo apni jatiya dekh lo
      सुन्नी, शिया, सूफ़ी,अहमदिया, वहाबी, सलाफ़ी, देवबंदी ,पठान, रिजवी, शेख़, सिद्दीकी, खान, मिर्ज़ा, कायस्थ, सैय्यद, भरसैया, भरसो,, कादियानी, खारजी, कुर्द, बहाई.

    • @anoopsharma8461
      @anoopsharma8461 18 дней назад

      @@samarshaikh7598 सुन्नी, शिया, सूफ़ी, jhuth bolna band kro
      Aur ye lo apni jatiya dekh lo
      अहमदिया, वहाबी, सलाफ़ी, देवबंदी ,पठान, रिजवी, शेख़, सिद्दीकी, खान, मिर्ज़ा, कायस्थ, सैय्यद, भरसैया, भरसो,, कादियानी, खारजी, कुर्द, बहाई.

  • @wayof_annu
    @wayof_annu 19 дней назад +1

    बहुत अच्छे से समझाया आपने, धन्यवाद 😊❤

  • @karandangi2163
    @karandangi2163 20 дней назад +15

    Very nice topic .....badi baat chhote lafzo me .....bhut khoob..🎉🎉❤❤❤

  • @PoonamSingh-oz4gx
    @PoonamSingh-oz4gx 19 дней назад +1

    बहुत ही अच्छी जानकारी आकाश जी।

  • @meraj4226
    @meraj4226 20 дней назад +75

    अज्ञानता ही ईश्वर और धर्म को जन्म करता है

    • @sanket1234ize
      @sanket1234ize 20 дней назад +10

      Achha
      Gyani Purushottam
      Aapne kis chiz ka Avishkar kiya h

    • @sandeeptiwari5189
      @sandeeptiwari5189 20 дней назад +4

      Kaunsi agyanta youTube video dekhkar hi gyan hoga ya apne aap mai jhankar gyan milega bolo

    • @Jatav-n7k
      @Jatav-n7k 20 дней назад

      Khtna aur halala ko kisne jnm dia

    • @navinkumar4370
      @navinkumar4370 20 дней назад +4

      जब एक परिवार किसी मुखिया के बिना नहीं चल सकता चाहे कोई देश दुनिया ही क्यों न हो सभी के लिए कोई न कोई नेतृत्व कर्ता होता है तो आप कैसे कह सकते ये दुनिया ओर ब्रह्मांड किसी नेतृतकर्ता के बिना चल रहा है मूर्ख जैसी बाते। न करे
      भले ही हम ईश्वर के नहीं देखें है पर कोई तो जरूर है जो सुकुछ कर रहा है🙏🙏🙏🙏

    • @atheist4264
      @atheist4264 20 дней назад

      Agyanta ne sabse pahle kisso or kahanio pe dharm gadhe fir jab dharm ki kuchh baate ghalat sabit hone lagi to ye apni baato ko esi direction me le gaye jaha dharmik baato ko double meaning me badal diya😂😂😂😂or kaha iska matalab bilkul jesa likha ya bataya gaya he wesa nahi he alag he🤣😅

  • @Royal-h8e
    @Royal-h8e 18 дней назад +1

    शानदार वीडियो!!! Another star in Lallantop legacy! ❤

  • @rajatsharma485
    @rajatsharma485 20 дней назад +2

    Kuldeep Bhai explains very well 👍🙏🙏

  • @Akram.mirzapur
    @Akram.mirzapur 15 дней назад

    सारी बात सच है और वास्तविक पहलू है 🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹🌹 धन्यवाद

  • @vrcar2616
    @vrcar2616 20 дней назад +10

    Dharam nhi ye dar h jiska mind stable nhi reh pata uske liye h jo education ki value nhi samjhta adha dharam me h adha science me hamesha dar me rahega vo

    • @pushpindersingh4singh408
      @pushpindersingh4singh408 20 дней назад +1

      Facts mere Jessa 😂

    • @divysurana2122
      @divysurana2122 19 дней назад

      Jis din insan ka dar khatam us din insan bhi khatm ...... Dar insano ke jine ka sahara hai uske bina insaan survive nahi kar sakta

  • @tularamdwivedi583
    @tularamdwivedi583 19 дней назад +1

    शानदार एपिसोड।
    बधाई।

  • @SanjuKumar-qd7bq
    @SanjuKumar-qd7bq 20 дней назад +29

    😢😢 क्योंकि बड़े पूंजीपतियों को धर्म से फायदा होता है। रोटी के बदले हम मजदूर काम करते रहे और जब अपने हक की बात हम मजदूर करते हैं तो आप जैसे अमीर लोग कहते हैं कि गरीबी कर्मों का फल है धर्म के अनुसार जियो तो अगले जन्म में तुम्हें अच्छा जीवन मिलेगा....
    जब तक गरीबी है तब तक धर्म है...

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 20 дней назад +1

      It's cycle mere jaan ,😢

    • @SanjuKumar-qd7bq
      @SanjuKumar-qd7bq 20 дней назад +3

      कोई चोरी क्यों करता है???
      क्योंकि किसी के पास अकूत दौलत है और किसी के पास कुछ नहीं
      हत्या क्यों करता है?
      क्योंकि समाज में न्याय की व्यवस्था नहीं..

    • @YashbirSinghNegi
      @YashbirSinghNegi 20 дней назад +1

      Kisi Ameer ne aisa nahi bola.. tujhko kaam karna hai nahi or yaha nautanki kar raha hai

    • @dragoblazeeditz2142
      @dragoblazeeditz2142 20 дней назад

      Khud Ke mehnat se bhi Amir Ban sakte hain....

    • @dragoblazeeditz2142
      @dragoblazeeditz2142 20 дней назад

      ​​@@SanjuKumar-qd7bqbhai Tum Rona dhona band karo.. 😂😂😂
      Hardwork or Smart work karo
      Tum kaun se centure Mein Jee rahe ho....

  • @musicofpeace466
    @musicofpeace466 18 дней назад +1

    Very helpful and educational video

  • @akashru3928
    @akashru3928 20 дней назад +4

    ये सारी बाते लैक ऑफ इंफोर्मेशन की वजह से होती है, हम लोग कही कहाई और सुनी सुनाई बातो पर ज्यादा विश्वास कर लेते है, जबकि असली यत जानने के लिए काफी मेहनत लगती है, फिर भी आने वाली पीढ़ियों से हम अपेक्षा रख सकते है की उनमे हमारे जंगली पण की निशानियाँ कम, जबकि विकसित देशों मे भी ये चीजे दिख ही रही है क्योकि एक समाज विशेष अभी पिछडा हुआ है और उनके अंदर भी इंफोर्मेशन का अभाव है, इसके लिए सरकारें भी जिम्मेदार होती है जो इंफोर्मेशन को अपने हित के लिए इस्तेमाल करती है और सही समय पर सही इंफोर्मेशन लोगो मे पहुँचने नही देती जिससे समाज समझ के प्रति संशय निर्माण होता है, और कई बार समाज सही जानकारी होने के बावजूद विरुद्ध परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है, क्योंकि मनुष्य प्राथमिक ता अपनी सुरक्षा के प्रति ज्यादा होती है, लालच और डर भी इसी से उत्पन्न होते है, जिसके वजह मनुष्य गलत निर्णय लेने के लिए प्रभावित होता है, और इसी धारणा ये बनती है, जबकि ईश्वर अस्तित्व क्वांतम् मेकैनिकस की उस पहेली के जैसा है जिसमे बिल्ली के मृत pq

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

  • @deepakjain8515
    @deepakjain8515 18 дней назад +2

    आचार्य प्रशांत को सुनिये बिल्कुल क्रिस्टल क्लियर हो जायेगा मज़ा ही आ जायेगा उनके साथ गीता और उपनिषद पढ़कर। 😊😊

  • @saurabhrathor5145
    @saurabhrathor5145 20 дней назад +3

    Awesome explaination ❤

  • @roshvichare
    @roshvichare 19 дней назад +2

    Waah....one of the best episodes of Lallantop

  • @visheshjain8494
    @visheshjain8494 20 дней назад +9

    Beautifully crafted by Aakash. And presented by the host.

  • @RRR789
    @RRR789 6 дней назад

    मैं भी यही समझता हूँ । बहुत सुन्दर विडियो❤

  • @shanvita9024
    @shanvita9024 20 дней назад +39

    जय सियाराम

    • @hsna.labdayk.h
      @hsna.labdayk.h 20 дней назад +6

      🤔🤔🤔

    • @ashish_astro73
      @ashish_astro73 20 дней назад +1

      😂

    • @shehnawazansari8710
      @shehnawazansari8710 20 дней назад +2

      Ram hamme se hi koi h

    • @karandangi2163
      @karandangi2163 20 дней назад +9

      Itna samjhne ke baad dimag me kuch ghusa nhi .....😅😅😅😅 To nikla jay shiya raam😅😅

    • @inquiringmind7617
      @inquiringmind7617 20 дней назад +6

      ​@@shehnawazansari8710और अल्लाह.. या मोहम्मद साहब वो आपमें से कोई नहीं है ..?

  • @devkuldeep
    @devkuldeep 19 дней назад +1

    बेहतरीन जानकारी है

  • @akbarhussain928
    @akbarhussain928 20 дней назад +10

    Kuldeep Bhai aapka awaaz ke sath sath aapka samjhane ka tarika bhi bahut Dumdaaaaaaar hai

    • @Jatav-n7k
      @Jatav-n7k 20 дней назад

      To kab band kr rha hai halala aur khtna

  • @Bubblesss.7xo
    @Bubblesss.7xo 19 дней назад

    Best channel for all knowledge ❤

  • @sanjaykumarpodar5512
    @sanjaykumarpodar5512 20 дней назад +3

    Right 👌👍

  • @BadalKumar-pi7ud
    @BadalKumar-pi7ud 10 дней назад

    Informative. Thank you team Lallantop

  • @SanjeevKumar-ye3zk
    @SanjeevKumar-ye3zk 20 дней назад +2

    Thanks Sir.

  • @InamKhan-fj4md
    @InamKhan-fj4md 18 дней назад +2

    मैने समाजशास्त्र में मास्टर की है। मेरी मानसिकता हमेशा इसी सोच को लेकर रहती है। धर्म हमे तर्क पर पहुंचने के बजाय संतुष्टि देता है।

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

    • @divysurana2122
      @divysurana2122 18 дней назад

      Haa to bhai dam hai to dharm ko galat saabit karde tarko se ,, hajaaro tarkwaadi aaye, hajaaro chale gaye dharm ko kuchh fark nahi pada ... Hamesa ulta Dharm majboor huwa hai tarkvadiyo se

  • @supriyadutta3875
    @supriyadutta3875 20 дней назад +4

    Dharm insan ke bhavanaon ke sath humesa khela gaya....karan insan bhaybhit hota hai, anishchit hota hai aur insan hi insan ke ish dar ke kalpana se khelta gaye......

    • @Professional-o6k
      @Professional-o6k 20 дней назад +1

      aisa kuch nahi hai. Jo dharm ke marg per chalte hai vo nidar hote hai. Kabhi kisi sant ya sadhu ko darte hue dekha hai kya?
      Nastiko ko jyada dar lagta hai, unhe attachments hoti hai hai apne relatives, family,property ke prati. Unhe khone ka dar satata rahata hai.
      Jo bhakti karte hai wo toh pahale se hi sab kuch bhagwan ka hai yeh maan lete hai.

  • @jitendranawariya
    @jitendranawariya 16 дней назад

    बहुत achae तरीके से समझाया हर के बात को thank u lanntop ❤

  • @hemantsharmaupreti7610
    @hemantsharmaupreti7610 20 дней назад +5

    Superb documentation

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 20 дней назад +1

      @@hemantsharmaupreti7610 only vedeshi theory,jinko Guru man bethe ye log 😂 vo bole to bat sacchi baki sab jhothe

    • @shubhamtariyal439
      @shubhamtariyal439 17 часов назад +1

      @@RahulChaudhari-g9ibhudhi ka istemal kro, sahi ko sahi aur galat ko galat manene ki himat rakho

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 15 часов назад

      @@shubhamtariyal439 why i believe in others theory that my generations generations generations last till 1 st century believe in god with proof i had ....not any reason for me ,,the fact tells about Krishna's birth to jagannath , Rama's birth to Rama return.ayodya ,all had a proof,why i believe in others theory

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 15 часов назад

      @@shubhamtariyal439 research make mind powerfull ,you doesn't research that's you had that thinking believe in others theory , scientist people's doesn't know how much universe are there,but our sanatana books tells , proof is *om* sound research by today's scientist our rushi Muni told this 10000 years before with proof available...in skand Purana there is mentioned how much universe are there , research make mind powerfull

    • @RahulChaudhari-g9i
      @RahulChaudhari-g9i 15 часов назад

      @@shubhamtariyal439 Earth was flat told by some scientists way before and after that earth is round safe ,but ,,, our sanatana Dharma had every detail representation of eath on old rock temples ,go to South temples you will get proof ,how ? Research makes mind powerfull .... Research about 52 sakti pithas , research makes mind powerfull

  • @rknews6194
    @rknews6194 16 дней назад

    Best episode ❤❤❤

  • @shivamchaudhary4374
    @shivamchaudhary4374 20 дней назад +8

    Great writing Aakas.

  • @ashishkumarsingh211
    @ashishkumarsingh211 14 дней назад

    Great Show & very good list of topics.

  • @Harsh_Singh-o1k
    @Harsh_Singh-o1k 20 дней назад +3

    बहुत बढ़िया समझाया

  • @SuperMrj007
    @SuperMrj007 20 дней назад +1

    Great work... highly appreciated

  • @Teenknees
    @Teenknees 20 дней назад +2

    Good " Food for Thought"!😉👍

  • @sikendrakumar6509
    @sikendrakumar6509 19 дней назад

    Jabardast analysis 👌👌

  • @AmitSolanki-xl7le
    @AmitSolanki-xl7le 20 дней назад +3

    Great information

  • @jayant30
    @jayant30 19 дней назад +2

    जहां तक सत्य क्या है यही जानने का प्रयास करना ही सबसे बड़ा धर्म है धर्म मतलब वह भगवान से मतलब होता है हीरो से समाज के महापुरुष कार्य से जो महापुरुष है जो न्याय के विरुद्ध लड़ता है जिसके अंदर जल से नहीं हो कोई भी किसी वस्तु के प्रति आ सकती नहीं हो लगाओ नहीं हो अटैचमेंट नहीं हुआ अटैचमेंट हो तो ऐसा अटैचमेंट हो जिसमें आपके दुख खत्म होते हो आनंद की प्राप्ति होती है अटैचमेंट किसी के प्रति स्वार्थ नहीं होना चाहिए 20 वॉट भावना होना चाहिए त्याग होना चाहिए प्रेम होना चाहिए होनी चाहिए तब आप भगवान है महापुरुषों से सुपर हीरो है भगवान शब्द सुपर हीरो शब्द महापुरुष शब्द एक ही है कोई गुरु बोल दे सच्चा गुरु सत्य की प्रतिमा आकर्षित होना प्रकृति ही अंतिम सत्य प्रकृति को किसी ने नहीं मनाई प्रकृति ही है किसी ने प्रकृति को बनाया तो वह भी प्रकृति है क्योंकि प्रकृति का काम है ही है जो प्राकृतिक घटनाएं होती है बनाना यानी प्राकृतिक घटना प्राकृतिक घटना तो कोई बोले कि भगवान ने प्रकृति को बनाया तो किसी भगवान ने प्रकृति को बनाया है तो वह भी प्रकृति हैक्योंकि प्रकृति अंतिम सत्य प्रकृति के बाहर कुछ नहीं प्रकृति अच्छी भी होती है बुरी भी होती है प्रकृति घर के अंदर अगर डस्टबिन है यानी डस्ट पड़ जाती है 1 साल तक अगर कैमरा बंद है तो वहां पर गंदगी पड़ जाएगी मकर जरा लग जाएगा तो वह भी प्रकृति है वह हम जो बाहर देखते हैं कितना सुंदर प्राकृतिक ना जा रहा है तो वह एनवायरमेंट कहलाता है आपका वामन कहलाता है यह भी पर करती है आपको कमेंट कर रहा हूं बोल रहा हूं मोबाइल में ऐसा फंक्शन करती है प्रकृति प्रकृति अनंत है प्रकृति को कृत्रिम भी बना सकते हैं अंतिम सत्य कृत्रिम बारिश की जवाबी प्रकृति ही है क्योंकि प्रकृति ने इंसान को चेतना दी है सूचना संबंधी शक्ति दे दीजिए वायुमंडल बना रहा हूं पर्यावरण बारिश करवा रहा आगे बना रहा यह भी प्रकृति प्रकृति से बड़ा कुछ नहीं है यह जान लो वह लोग मूर्ख है जो संप्रदाय यानी आपके यह मान्यताओं के लिए आपस में लड़ते आए हजारों साल से ट्रिप्स लड़ती रही कोई लड़ना भी एक प्रकृति ही है ऊपर उड़ जाता को ऊपर करती उसको शिकार करती है कि आप महापुरुष बन गए आप सत्य की तरफ आकर्षित हो गए आप पर करती की तरफ जाते हैं जिनको हमारे यहां क्लोज करने से बोला है वहां पर अब्राहम धर्म में उसको खुद बोला है उसकी तरफ जाना हमारा सत्य है बस और कुछ नहीं बाकी गलत फिलासफी एंड अंधविश्वास बढ़ता गया और कटता बढ़ती गई खास तो इब्राहिम रिलिजन में इस्लाम में वही हिंदुओं में देख लो तो ब्राह्मणवाद आता क्या लगातार ब्राह्मणवाद ऊंची नीची बढ़ती गई यहां पर भी करता था पूरी बढ़ रही है क्रिश्चियनिटी में करता काम हो गई इसलिए क्रिश्चियन कपड़ा लेना वह बेस्ट है

  • @mirror4820
    @mirror4820 19 дней назад +2

    Knowledge ki kami aur insaan ki kamjori aur nakami hai religion ka base .

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

  • @PankajKumar-cv8ve
    @PankajKumar-cv8ve 18 дней назад

    Thank you Kuldeep bhai

  • @karanmaheshpanthi9700
    @karanmaheshpanthi9700 20 дней назад +2

    Good Massage

  • @geniusjitendra91
    @geniusjitendra91 19 дней назад +1

    Bahut badhiya 👌👏

  • @vinaykella8780
    @vinaykella8780 20 дней назад +5

    "Religion is the sigh of the oppressed creature, the heart of a heartless world, and the soul of soulless conditions. It is the opium of the people"
    Whole statement of Karl Marx

  • @Unknown_sahid20
    @Unknown_sahid20 11 дней назад

    वाह भाई आज बहुत सारे सवालों के जवाब मिल गए 🙌

  • @EnglishWallah-SubhashShukla
    @EnglishWallah-SubhashShukla 20 дней назад +2

    Wow what a explanation ❤

  • @aqeelakhtar5526
    @aqeelakhtar5526 19 дней назад

    Last few minutes r very important..thank sir

  • @TheBongEntertainer
    @TheBongEntertainer 20 дней назад +6

    I believe there's a distinction between faith and religion. Faith is personal-it’s about trust, hope, and a connection to something greater. Religion, on the other hand, is an organized system of beliefs, often shaped by institutions. One can have deep faith without subscribing to a specific religion, and one can follow a religion without truly feeling faith. The two may overlap, but they are not the same.

    • @adsinha2001
      @adsinha2001 20 дней назад +3

      Good 💯

    • @adsinha2001
      @adsinha2001 20 дней назад +3

      People like you are needed in this ignorant world. Thank you for being a well read person.

  • @BpVerma-u4c
    @BpVerma-u4c 20 дней назад +2

    WOW. LALLANTOP ❤.

  • @shravansinghchouhan-i4z
    @shravansinghchouhan-i4z 20 дней назад +2

    Bahot badiya 👍

  • @atpbooster
    @atpbooster 19 дней назад +1

    Excellent content and presentation ✌️👌👌👌💯

  • @Raj_ksp1
    @Raj_ksp1 18 дней назад +5

    इसका मतलब इंसान बंदर जितना भी समझदार नहीं 😂😂

  • @rupeshkasugai
    @rupeshkasugai 19 дней назад

    Happy to see them talking about those books. People need to know.

  • @TanyaKnp
    @TanyaKnp 20 дней назад +2

    Concept bahut accha tha bahut acche se samajh aaya

  • @bhaskarchoubey631
    @bhaskarchoubey631 19 дней назад +1

    @kuldeep ji ko namaskaar. Ye episode bahut acchaa laga. In kitaabon pe bhi koi episode banaiye.

  • @dhirajkarwade7677
    @dhirajkarwade7677 20 дней назад +4

    Nice Topic 👍

  • @v.k.8792
    @v.k.8792 20 дней назад

    Aapka ye episode bahut accha laga aur ummeed h is tarah ke aur episode aaye . Thanks Lallantop

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

  • @rajukashyap3846
    @rajukashyap3846 20 дней назад +5

    कभी समझौता नहीं है
    यीशु और शैतान से लड़ाई है पुरी दुनिया मैं ,🎉🎉🎉🎉

    • @sudhirgamit4609
      @sudhirgamit4609 20 дней назад +2

      रा.वन में राम बोध उत्पन्न हो , कंस रूपी विकारों मे और धृतराष्ट्र रूपी मोह में कृष्ण रूप बोध उत्पन्न हो - उंगलि माल में बुद्ध रूपी बोध उत्पन्न करदे, चेतना की उस अवस्था को धर्म कहा जाता है।
      ● आदर्शों ने कोई पंथ सम्प्रदाय नहीं बनाया उनके जाने के बाद पाखंड ने संप्रदाय बनाए, लोगों को उनके नाम गुलाम किया, जो स्वतंत्रता देकर गए उनके नाम आज लोग मानसिक गुलाम है।

    • @sudhirgamit4609
      @sudhirgamit4609 20 дней назад +1

      रा.वन में राम बोध उत्पन्न हो , कंस रूपी विकारों मे और धृतराष्ट्र रूपी मोह में कृष्ण रूप बोध उत्पन्न हो - उंगलि माल में बुद्ध रूपी बोध उत्पन्न करदे, चेतना की उस अवस्था को धर्म कहा जाता है।
      ● आदर्शों ने कोई पंथ सम्प्रदाय नहीं बनाया उनके जाने के बाद पाखंड ने संप्रदाय बनाए, लोगों को उनके नाम गुलाम किया, जो स्वतंत्रता देकर गए उनके नाम आज लोग मानसिक गुलाम है।

  • @bharatkasipahi4034
    @bharatkasipahi4034 17 дней назад

    Aaj Tak ka sabse vegyanik drishti kon wala video well done 👍

  • @दर्शन23
    @दर्शन23 20 дней назад +4

    आस्था केवल मानवीय चेतना और psychology को दिशा दे सकती है उसको पैदा नहीं करती?

  • @akashsoveeutyfhulemazingku3356
    @akashsoveeutyfhulemazingku3356 19 дней назад

    Aapka video mujhe bahut Pyara Laga is bar

  • @RISHUSINGH-eo6ib
    @RISHUSINGH-eo6ib 20 дней назад +2

    Very interesting sir

  • @seemagupta-n1p
    @seemagupta-n1p 20 дней назад +2

    Very well explained sir, thank you ❤
    Plz make next vdo on how to get rid of religion conflicts?

    • @user-do2dw5vg7k
      @user-do2dw5vg7k 19 дней назад

      Chinese academy of sciences institute of psychology

    • @user-do2dw5vg7k
      @user-do2dw5vg7k 19 дней назад

      Biological psychology

    • @zalasanjaykumar
      @zalasanjaykumar 18 дней назад

      दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं,
      यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है।
      हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है ।
      जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है।
      मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है,
      पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा।
      उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा ।
      जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है।
      कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो।
      सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं।
      भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी।
      हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है।
      वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है।
      क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो।
      कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए।
      डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !!
      में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये।
      आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी,
      1.Arpit explains
      2.Shakeel Prem
      कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है।
      आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है।
      जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ?
      हमारी समझदारी हमारा इश्वर है।
      Coma movie Hindi dubbed
      फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग।
      Xnadu computer.
      स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है।
      आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत
      Sarco suicide capsule !
      इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए।
      नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी।
      इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है।
      मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं।
      इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा।
      दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं,
      ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है।
      में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।

  • @zindagizindabaad.1528
    @zindagizindabaad.1528 20 дней назад +2

    Bahut achha vishleshan.

  • @abuabbadabuabbad2956
    @abuabbadabuabbad2956 18 дней назад

    Bhut achi video aise hi topics pr aor video bnao thoda detail me