बहुत सुंदर वीडियो है, sir आप ने डर को दूर करने के हो सकते है, उतने सारे उपाय बता दिए है, फिर भी यदि, डर जो चक्र से रिलेटेड हो, उस चक्र पर ध्यान कर के, डर को दूर करने वाला, गाइडेड meditation, आप बना सकते हो तो, कृपया बनाइयेगा, जिससे उसे सुन कर, हम डर दूर करने के लिए, daliy prectice कर सके.
Guruji, raat ko meditation karte samay, mujhe kafi daar lagta hai. Pehle may kabhi bhi darta nahi tha..par Abhi mere indriya ekale kamre may dhyan karte samay jada jagruk ho jate hai, aur choti cheez ki awaaz say chauknna hote hai aur daar paida karte hai, krupa karke uppai batai.
ध्यान मे डर लगने के कुछ कारण होते हैं जैसे की :- यह आपका अपना मन ही है जो डरा रहा है, वह आपको ध्यान के मार्ग से हटाना चाहता है। क्योंकि ध्यान से मन की ताकत आपके ऊपर से कम हो जायेगी और वह आपके नियंत्रण में आने लगेगा इसलिए अपनी सत्ता बचाने के लिए वह इस प्रकार की तरकीबे निकालता है ताकि आप डर कर ध्यान का अभ्यास छोड़ दे। लेकिन आप डरे मत और अपना ध्यान जारी रखे। कुछ नहीं होगा । क्यूंकि जैसे जैसे आपमे ध्यान की गहराई बढेगी वैसे वैसे आपमे सुख, शन्ति, स्थिरता, निर्भयता, आनन्द जैसे दिव्य सकरात्मक गुण बढेगे और ड़र, असुरक्षा, निराशा, दुख, बैचैनी जैसे नकरात्मक गुण घटेगे । ध्यान का मार्ग एक सुरक्षित, सात्विक व आत्म रूपांतरण व परमात्मा का मार्ग है । इस मार्ग पर चलने से जो भी होगा वो आत्म सुधार के लिये होगा और जो भी होगा अच्छा ही होगा । और दूसरी बात य़ह भी है की ध्यान के प्रभाव से हमारे अवचेतन मन मे दबे हुए डर ऊपर आने लगते है और हमे भिन्न भिन्न रूपों मे डराने लगते है, लेकिन ऐसे में आप को ध्यान रखना है की तब आप डरे मत और समझे की य़ह डर मन पैदा कर रहा है, तब आप थोड़ा और जागृत हो जाये, अपना होश सम्भाले, अपने इष्ट देव अथवा गुरु का स्मरण करे, चाहें तो एक दो गहरी साँस ले, और साक्षी भाव से उस अवस्था को बिना उसमे लिप्त हुए उसे देखते रहे, अगर आपने 2-4 मिनट स्थिति सम्भाल ली तो डर खत्म हो जायेगा।
@@Dhyankagyan777 , bahut bahut Dhanyawad Guruji, mere sadhana say pehle mai yesht dev ki prathanna aur app ko bhi smaran karta hu. Kafi badlav abb hua hai. 🙏🙏😊
निश्चित ही, ध्यान के अभ्यास से हमारे डर दूर होते है। क्योंकि ध्यान से प्राण ऊर्जा की वृद्धि होती है और मानसिक समझ विकसित होती है, और ये दोनों ही बातें डर को दूर करने मे सहायक होती है। लेकिन य़ह सब सरलता से नहीं होता। डर हमारे मन का हिस्सा है, और ध्यान मे भी जब तक मन काबु नहीं आता, तब तक य़ह डराने की कोशिश करता रहता है, ये है की तब ये अपने डर के रूप बदल लेता है, लेकिन डराने की कोशिश तब भी करता रहता है। लेकिन लम्बे अभ्यास के बाद मन के स्वरूप को समझ के इस पर काबु पाया जा सकता है।
Gurujee aapane bahut hi achha se samajaya hai. Aapaka bahut bahut danyavad.
Bhhhut hi Badhiya and genuine information
Bahut sundar sabiect thank you very much
जय श्री गुरु देव आपने बहुत अच्छी सुन्दर जानकारी दी इसके लिए आपको धन्यवाद जय श्री योगी महा योगी महादेव
Thanks Guruji main aapki saari video dekhti hoon ❤
बहुत सुंदर वीडियो है, sir आप ने डर को दूर करने के हो सकते है, उतने सारे उपाय बता दिए है, फिर भी यदि, डर जो चक्र से रिलेटेड हो, उस चक्र पर ध्यान कर के, डर को दूर करने वाला, गाइडेड meditation, आप बना सकते हो तो, कृपया बनाइयेगा, जिससे उसे सुन कर, हम डर दूर करने के लिए, daliy prectice कर सके.
Thank You Guruji 🙏🙏🙏💐💐💐
Your experience life is the best !!!!
Thank you guru dev 🙏 ❤❤❤
Thank you guruji 🙏 🙏🙏🙏
🙏🙏💐💐
Dhanyavad guruji
Thank you sir
Jai bheen jai Bharat
Thanks for that, I was a need.🙏🙏🙏🙏🙏
Thankyou
how many days after it will take to develop 24 hours deep breathing habit ?
Guruji, raat ko meditation karte samay, mujhe kafi daar lagta hai. Pehle may kabhi bhi darta nahi tha..par Abhi mere indriya ekale kamre may dhyan karte samay jada jagruk ho jate hai, aur choti cheez ki awaaz say chauknna hote hai aur daar paida karte hai, krupa karke uppai batai.
ध्यान मे डर लगने के कुछ कारण होते हैं जैसे की :-
यह आपका अपना मन ही है जो डरा रहा है, वह आपको ध्यान के मार्ग से हटाना चाहता है। क्योंकि ध्यान से मन की ताकत आपके ऊपर से कम हो जायेगी और वह आपके नियंत्रण में आने लगेगा इसलिए अपनी सत्ता बचाने के लिए वह इस प्रकार की तरकीबे निकालता है ताकि आप डर कर ध्यान का अभ्यास छोड़ दे। लेकिन आप डरे मत और अपना ध्यान जारी रखे। कुछ नहीं होगा ।
क्यूंकि जैसे जैसे आपमे ध्यान की गहराई बढेगी वैसे वैसे आपमे सुख, शन्ति, स्थिरता, निर्भयता, आनन्द जैसे दिव्य सकरात्मक गुण बढेगे और ड़र, असुरक्षा, निराशा, दुख, बैचैनी जैसे नकरात्मक गुण घटेगे । ध्यान का मार्ग एक सुरक्षित, सात्विक व आत्म रूपांतरण व परमात्मा का मार्ग है । इस मार्ग पर चलने से जो भी होगा वो आत्म सुधार के लिये होगा और जो भी होगा अच्छा ही होगा ।
और दूसरी बात य़ह भी है की ध्यान के प्रभाव से हमारे अवचेतन मन मे दबे हुए डर ऊपर आने लगते है और हमे भिन्न भिन्न रूपों मे डराने लगते है, लेकिन ऐसे में आप को ध्यान रखना है की तब आप डरे मत और समझे की य़ह डर मन पैदा कर रहा है, तब आप थोड़ा और जागृत हो जाये, अपना होश सम्भाले, अपने इष्ट देव अथवा गुरु का स्मरण करे, चाहें तो एक दो गहरी साँस ले, और साक्षी भाव से उस अवस्था को बिना उसमे लिप्त हुए उसे देखते रहे, अगर आपने 2-4 मिनट स्थिति सम्भाल ली तो डर खत्म हो जायेगा।
@@Dhyankagyan777 , bahut bahut Dhanyawad Guruji, mere sadhana say pehle mai yesht dev ki prathanna aur app ko bhi smaran karta hu. Kafi badlav abb hua hai. 🙏🙏😊
🙏🏽
Guru Ji Kya Meditation Karke Yeh darr Automatic khatam Ni Ho jaata Please Maargdarshan kare
निश्चित ही, ध्यान के अभ्यास से हमारे डर दूर होते है।
क्योंकि ध्यान से प्राण ऊर्जा की वृद्धि होती है और मानसिक समझ विकसित होती है, और ये दोनों ही बातें डर को दूर करने मे सहायक होती है।
लेकिन य़ह सब सरलता से नहीं होता।
डर हमारे मन का हिस्सा है, और ध्यान मे भी जब तक मन काबु नहीं आता, तब तक य़ह डराने की कोशिश करता रहता है, ये है की तब ये अपने डर के रूप बदल लेता है, लेकिन डराने की कोशिश तब भी करता रहता है।
लेकिन लम्बे अभ्यास के बाद मन के स्वरूप को समझ के इस पर काबु पाया जा सकता है।
@@Dhyankagyan777 Ji Guru Ji ShukrGuzaar hu