#महाभारत

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 3 окт 2024
  • आज की कथा में:- ययाति का भोग और वैराग्य, पूरु का `राज्याभिषेक, ययाति का स्वर्गवास, इन्द्र से बातचीत, पतन, सत्संग और पुनः स्वर्गगमन
    वैशम्पायनजी कहते हैं-'जनमेजय ! नहुषनन्दन राजा ययाति पूरु का यौवन लेकर प्रेम, उत्साह और मौज से इच्छानुसार समयानुकूल भोग भोगने लगे। परन्तु वे धर्म का उल्लंघन कभी नहीं करते थे। उन्होंने यज्ञों से देवताओं को, श्राद्धों से पितरों को,
    ययाति
    #पूरु
    #महाभारत-आदि पर्व-भाग-18
    #प्रेरणादायक
    #प्रेरणा
    #प्रेरकवीडियो
    #प्रेरककथाएं
    #प्रेरणात्मक
    #प्रेरणादायककहानिया
    #प्रेरणादायक_विचार
    #प्रेरक_प्रसंग
    #प्रेरककहानी
    #प्रेरणादायीविचार
    #कहानी
    #कहानी_लेखन
    #कहानीहिंदी
    #कहानीघरघरकी
    #कहानीसंग्रह
    #कहानीसंसार
    #कहानीजगत
    #कृष्ण
    #श्रीकृष्णलीला
    #श्रीकृष्ण
    #श्रीकृष्णार्पण
    #महाभारत
    #वेदव्यास
    #महाभारत_कथा
    #आद्य भारत
    #आदि पर्व
    #नारायणस्वरूप
    #अर्जुन
    #उग्रश्रवा
    #लोमहर्षण
    #चित्र-विचित्र कथा
    'सूतनन्दन
    भगवान् श्रीकृष्णद्वैपायन
    पुण्यमयी
    पापनाशिनी
    #अन्तर्यामी
    #सर्वेश्वर र
    #समस्त यज्ञों के भोक्ता
    #सबके द्वारा प्रशंसित
    #परम् सत्य
    #ॐकारस्वरूप
    #सत्-असत्
    #जीवनदाता
    #सर्वश्रेष्ठ
    #महाभारत_कथा
    #महाभारतकारहस्य

Комментарии •