#1 श्री पार्श्वनाथ पुराण | Shri Parashvnath Puran | अर्हं श्री प्रणम्य सागर जी महाराज
HTML-код
- Опубликовано: 10 сен 2024
- #1 श्री पार्श्वनाथ पुराण | Shri Parashvnath Puran | अर्हं श्री प्रणम्य सागर जी महाराज | Muni Shri 108 Pranamya Sagar Ji Maharaj
आज प्रथम दिन है जिसके प्रारम्भ में कवि भूधरदास जी श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान के गुणों का गुणगान करते हुए उनके चरणों में नतमस्तक होते है।
परम पूज्य अभीक्षण ज्ञानोपयोगि प्राकृत मर्मज्ञ अर्हं श्री १०८ प्रणम्य सागर जी महामुनिराज के श्री मुख से पार्श्वनाथ पुराण कथा का आज प्रथम दिन है जिसके प्रारम्भ में कवि भूधरदास जी श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान के गुणों का गुणगान करते हुए उनके चरणों में नतमस्तक होते है। तत्पश्चात चोबीस तीर्थंकरों को, पञ्च परमेष्ठी को एवं जिनवाणी को स्मरण करते हुए नमस्कार करते है। वे अपने आप को जिनेन्द्र भगवान के असीमित गुणों को शब्दों में लिख पाने में अल्पज्ञ समझते हैं और कहते हैं कि जिस प्रकार हाथी का भार खरगोश कैसे सहन कर सकता है उसी तरह भगवान के गुणों का भार मेरे वश की बात नहीं है, लेकिन फिर भी मै प्रयास करता हूँ।
आगे अर्हं श्री कथा का व्याख्यान करते हुए समझते हैं कि जो कर्ण जिनेन्द्र भगवान के चरित्र को नहीं सुनते वो कर्ण नहीं दीवार में छेद हैं, जिस मुख में जिनेन्द्र भगवान की कथा ना आये वो मुख नहीं सर्प के बिल के सामान है, वह जिह्वा बिल में बैठे सर्प के भाति ह। इसीलिए हमे इस नर भव में भगवान की कथा को कहना, पढ़ना और सुनना चाहिए तभी यह मनुष्य जन्म सार्थक है
तत्पश्चात मूल कथा को शुरू करते हुए कवि भूधर दास जी कहते हैं कि एक बार राजा श्रेणिक को यह खबर मिलती है कि विपुलांचल पर्वत पर श्री वर्धमान महावीर स्वामी जी का समवशरण आया ह। तभी राजा श्रेणिक बहुत ही हर्षो उल्लास के साथ प्रभु के दर्शन के लिए विपुलांचल पर्वत पर जाते हैं। भगवान की स्तुति करके उन्हें बार बार नमस्कार करते हैं और उसके बाद गणधर गौतम स्वामी की पूजा करते हैं। उसके बाद मनुष्य के कोठे में बैठ जाते है। और कहते हैं कि प्रभु ऐसी कथा को सुनना है जिसको सुनने से पाप का क्षय हो जाये और ऐसी कथा तो भगवान पार्श्वनाथ की है। तभी गणधर परमेष्ठी ने इसका उत्तर दिया और बोले कि भगवान पार्श्वनाथ की कथा सुनने से आपका जीवन सफल होगा।
उसके बाद मुनि श्री के मुख से भगवान पार्श्वनाथ के पहले भव की कथा शुरू होती है और ऐसा लगता है मानो हमारे सामने प्रत्यक्ष ही पूरी घटना घट रही हो। कथा को सुनते सुनते हम पोदनपुर नगर पहुंच जाते हैं और देखते है कि कितना सूंदर, मनोहर, विशाल पोदनपुर नाम का शहर है जहां पर बड़े बड़े जिन मंदिर और शिखर दिखाई दे रहे हैं ,जहां की प्रजा में बहुत जैन है , जहाँ कुशल नीति से न्याय होता है और जहां के राजा अरविन्द है और उनके मंत्री ब्राह्मण जाति के विश्वभूति हैं, जिनके दो पुत्र कमठ और मरुभूति हैं। दोनों भाई एक ही कोख से जन्म लेने के बाद भी एक पुण्य की कथा है और एक पाप की , एक सज्जन की पराकाष्ठा है एक दुर्जन की । और आगे देखेंगे कि किस प्रकार कमठ ने अपने छोटे भाई मरुभूति की पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया और अंत में भाई के द्वारा क्षमा करने पर भी अपने दुष्ट स्वाभाव के कारण वह अपने भाई मरुभूति की हत्या कर देता है।
For more Updates:
Subscribe to our Channel here: / pranamyasagar
Official Pranamyasagar Website: pranamyasagar....
Official Facebook page: / pranamyasagar.guru
Official instagram page: / arhamshri_pranamyasagarji
#jainpuran
#paraspuran
#parasnathgranth
#jainism
#munishripranamyasagarji
सभी वीडियोस को देखने के लिए इस link पर channel को subscribe करें: ruclips.net/user/PranamyaSagar
Namosatu maharaj ji
पार्श्वनाथ कथा कितने सरल तरीके से सूनाने से हमारे भाव बन जाते. इतने अनंत उपकार ये हमारे गुरुदेव हैं.🙏🙏🙏
Namostu guruver
मेरे गुरुदेव करुणा के सागर जय हो मेरे गुरुदेव की।।
नमोस्तु गुरुदेव नमोस्तु गुरुदेव नमोस्तु
Namostu namostu namostu guruji🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Namostu gurudev
नमोस्तु महाराज जी
Jai ho jin shashan
Namostute. Gurudev🙏🙏🙏🙏
Maharaj shri k charnon m koti koti naman🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Namostu Maharajshri,koti koti naman
Jay jinendra
Koti koti namostu guruvar
Is corona kaal mai bhi parshwanath puran sunne ka mauka mil raha hai...bohat acchha feel ho raha hai
Namostu maharaj Jinavani Chennai
गुरूवर के चरणों में त्रिवार शुध्दीपूर्वक नमोस्तु 🙏🙏🙏
Namostu gurudev Manisha Jain mumbai
🙏🙏🙏
नमोस्तु गुरु देव जी नमोस्तु गुरु देव 🙏🙏🙏
बहुत ही रोचक , नमोस्तु गुरुदेव
णमौस्थु गूरूवर,त्रिबार णमौस्थु
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बारंबार नमोस्तु गुरुवर कोटि-कोटि नमन
Namostu Gurudev🙏🏻
🙏🙏🙏 माधवी परितकर भरत परितकर
Very nice
नमोस्तू गुरूदेव जी
नमोस्तु गुरुदेव
लता जैन दिल्ली नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु महाराज जी
Namostu Namostu Namostu Gurudev 🙏🙏🙏
Namosatu guruwar 🙏🙏🙏
नमोस्तु गुरुवर
Jai.jai.guru.d
Eva.koti.koti.namastou.namastou
Namostu Maharaj Ji
नमोस्तु गुरुदेव !
आपका बहुत बहुत उपकार !!
Namostu gurudev👏👏👏
Jai jai gurudev
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु जय जय गुरुदेव
Nmostu Gruchrankmal
नमोस्तु गुरूदेव🙏🙏
Ya
Namostu bhagwan 🙏
🙏
C. Anudari
C
Mere pass ye granth nahi hai
Anudary
C
Jooli Jain
Namostu Baghavan Please give us the xerox copy of Baghawan Parshwanath Katha
C. Anudaari
Ky grudev hum ye ktha padne ke liya ye shastrji prapt kar sakte h
C अनूदरी
Namostu gurudev
Namostu guruver
🙏🙏🙏
Namostu Guru dev 🙏🙏🙏
नमोस्तु गुरूदेव त्रिवार नमोस्तु 🙏🙏🙏
Namostu 🙏🙏🙏 gurudev
Jai jai gurudev
नमोस्तु गुरुवर
Anudary
C
गुरु वर के चरणों में प्रति पलकोटि
कोटि नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु।
C. Anudaari
🙏
C . Anudari
Namostu gurudev
Namostu guruver
Namostu maharaj ji🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
Namostu Gurudev
Namostu guru dev
Namostu gurudev
Namostu gurudev
Namostu gurudev namostu
Namostu gurudev
Namostu gurudev🙏🙏🙏🙏🙏
Namostu gurudev
Namostu gurudev
Namostu Gurudev
Namostu guruver Namostu
Namostu gurudev
Namostu gurudev
Namostu guruver
Namostu gurudev 🙏🙏🙏🙏🙏
नमोऽस्तु गुरु देव
Namostu gurudev🙏🙏
Namostu Guruji
Namostu gurudev
नमोस्तु गुरुवर नमो नमः🙏🙏🙏
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु भगवन