शांतिनिकेतन में प्रो अमर्त्य सेन से बातचीत
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- Опубликовано: 9 фев 2025
- कुछ दिन पहले शांतिनिकेतन में था। गुरुदेव टैगोर के शहर में प्रो अमर्त्य सेन से मिलने का मौक़ा मिला। प्रो सेन अमरीका में रहते हैं मगर शांतिनिकेतन के अपने पुश्तैनी घर लगातार आते रहे हैं। प्रो सेन ने न सिर्फ़ बातचीत करने के मेरे न्योते को स्वीकार किया पर मेरे लिए और हमारे दर्शकों के लिए अपना घर भी खोल दिया। मैं चाहता हूं आप प्रो सेन के घर और उनकी ज़िंदगी की इस तस्वीर को इत्मीनान से देखें। यह बातचीत अंग्रेज़ी में है लेकिन हमने स्क्रीन पर अनुवाद भी डाला है। प्रो सेन सिर्फ़ शिक्षक, अर्थशास्त्री, चांसलर या चिंतक ही नहीं है। बतौर एक नागरिक और दार्शनिक, प्रो सेन ने भारत के इतिहास को कैसे देखा और समझा है यह जानने लायक है। आप इस पूरी बातचीत को सुनिए और देखिए कि एक प्रोफेसर की ज़िंदगी की एक दोपहर कैसी होती है। नमस्कार।
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/ @ravishkumar.official
एक योग्य साक्षात्कर्ता द्वारा प्रबुद्ध अर्थशास्त्री के साक्षात्कार के लिए कोटि कोटि साधुवाद.
Vrinda ravish sir ki beti h kyaa
नहीं collage name@@SharMaaKhushbu
@@SharMaaKhushbuनहीं उनका रिपोर्टर है
साधुवाद?? पहले उससे पूछ तो ले एक साधु के बारे इस मैग्सेसे धारी के क्या विचार हैं।
Thank you so much for this special video sir 🙏
साक्षात्कार ऐसा हो जो आने वाली कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायी हो ।
डॉ आंबेडकर को अपना आदर्श सेन सर जैसे ही महान अर्थशास्त्री और ज्ञानी मानव ही कर सकते हैं।
True
This is one thing I agree 👍.
Hello from MORBI and RAJKOT and VADODARA of Gujarat MODEL and GODHARA too.....
And now MahaKumbh also 😢.
ये प्रोफेसर हे ? या पोपट हे😂 सब कुच जैसे रटा रटाया बक दिया, उसकी अपनी निजी कोई सोच ही नहीं लगती।। मैने नाम सुना था तो ये ब्लॉग देख लिया,
पर एक दो कॉमेंट इसकी पढ़ कर (हिन्दी अनुवाद) ही समझ गया था के ये वामपंथी पोपट आगे आगे क्या बोलने वाला हे😂
अब इसकी संकीर्ण बौद्धिक क्षमता से इसने सिर्फ 800 साल ही पीछे देखा, क्यों कि 5 हजार साल पहले जाने की बौद्धिक क्षमता इसके अंदर नहीं हे, या तो इसके प्रोपेगेंडा फैलाने के कार्य में बाधा उत्पन होती हे, इस लिए जानबूझकर भारत का इतिहास सिर्फ 800 सालों का ही बताया, जब के हजारों सालों के इतिहास के कई प्रमाण हे हमारे पास.
इंसान अपने पिता को बहुत इज्ज़त देता हे, भगवान की तरह पूजता हे, क्यों कि उनके हाथों में ही बड़ा हुआ हे, ज्यादातर लोग अपने दादा को, याने पिता के पिता को भी इज्जत देते हे, क्यों की उनको भी देखा हुआ रहता हे, पर बहुत कम नसीब वालो ने अपने परदादा को देखा हुआ रहता हे, तो इसका मतलब ये नहीं के परदादा थे ही नहीं😊 परदादा थे, तभी दादा आए, और दादा के चलते पिता और पिता के जरिए तुम आए. तो परदादा देखे नहीं इसका मतलब ये नहीं के उनकी इज्जत ही ना करो
सनातन धर्म का युग वो परदादा जैसा हे, और बौद्ध धर्म दादा के जैसा,
और बाप हमेशा पहले आता हे, बेटा बाद में.
तो सनातन धर्म की रिस्पेक्ट करो, वो बसे पहला, और पुराना धर्म हे, बाकी सारे धर्म/मजहब/रीलिजन/पंथ बाद में आए , और सनातन धर्म से ही प्रेरित हो कर बने है
ये ही सत्य हे, चाहे इसके खिलाफ कितना भी प्रोपोगेंडा चलाओ
राहुल गांधीजी जिंदाबाद
श्रीराहुल गांधीजी का बहुत बहुत आभार
मोदीजी को पुनः जितवाने के लिए
gobar khane ke shivay andhbhakt kuch kar bhi nahi sakte
आमर्त्यसेन स्वथ्य रहें। देश-दुनिया का मार्गदर्शन करते रहें। रवीश जी को धन्यवाद।
Bhai mera naam galib hussain from Assam mera namaaz me smile nikalta tha 7 se lekar 18 saal tak aur 18 saal ko mera bemaar hogaya tha tab se ab mera namaaz me smile band hogaya Allah ki kassam
Hadees me he ( Ali raziallahu anhu ) Allah ka wali he aur Assam ki musalman ko Ali kehti ho aaplog to I am from assam
Bhai mera naam galib hussain
Galib agaya he jeise Quraan me kehdiyagaya alif laam meem ehle rum maglub hogaye najdik ke mulk me aur wo maglub hone ke baad ankarib galib ajayenge chand hi saal me pehle bhi aur baad me bhi Allah hi ka hukm he (surah rum)
@@vijaykumarverma6835 ये प्रोफेसर हे ? या पोपट हे😂 सब कुच जैसे रटा रटाया बक दिया, उसकी अपनी निजी कोई सोच ही नहीं लगती।। मैने नाम सुना था तो ये ब्लॉग देख लिया,
पर एक दो कॉमेंट इसकी पढ़ कर (हिन्दी अनुवाद) ही समझ गया था के ये वामपंथी पोपट आगे आगे क्या बोलने वाला हे😂
अब इसकी संकीर्ण बौद्धिक क्षमता से इसने सिर्फ 800 साल ही पीछे देखा, क्यों कि 5 हजार साल पहले जाने की बौद्धिक क्षमता इसके अंदर नहीं हे, या तो इसके प्रोपेगेंडा फैलाने के कार्य में बाधा उत्पन होती हे, इस लिए जानबूझकर भारत का इतिहास सिर्फ 800 सालों का ही बताया, जब के हजारों सालों के इतिहास के कई प्रमाण हे हमारे पास.
इंसान अपने पिता को बहुत इज्ज़त देता हे, भगवान की तरह पूजता हे, क्यों कि उनके हाथों में ही बड़ा हुआ हे, ज्यादातर लोग अपने दादा को, याने पिता के पिता को भी इज्जत देते हे, क्यों की उनको भी देखा हुआ रहता हे, पर बहुत कम नसीब वालो ने अपने परदादा को देखा हुआ रहता हे, तो इसका मतलब ये नहीं के परदादा थे ही नहीं😊 परदादा थे, तभी दादा आए, और दादा के चलते पिता और पिता के जरिए तुम आए. तो परदादा देखे नहीं इसका मतलब ये नहीं के उनकी इज्जत ही ना करो
सनातन धर्म का युग वो परदादा जैसा हे, और बौद्ध धर्म दादा के जैसा,
और बाप हमेशा पहले आता हे, बेटा बाद में.
तो सनातन धर्म की रिस्पेक्ट करो, वो बसे पहला, और पुराना धर्म हे, बाकी सारे धर्म/मजहब/रीलिजन/पंथ बाद में आए , और सनातन धर्म से ही प्रेरित हो कर बने है
ये ही सत्य हे, चाहे इसके खिलाफ कितना भी प्रोपोगेंडा चलाओ
इतने महान प्रोफेसर नोबेल पुरस्कार विजेता भारत रत्न अमर्त्य सेन जी के लम्बी उम्र की कामना करते हैं जब यह देश अन्याय अत्याचार मार काट संविधानिक और लोकतांत्रिक मूल्य खत्म हो रहे हो तो इस तरह के महान शख्सियतों से बातें होनी चाहिए और लगातार होनी चाहिए ताकि जो लोग अपने देश में शांति सौहार्द और भाईचार से प्यार करते हैं और जो देश के लिए जीते हैं उनके लिए कुछ सीखने को मिले ताकि कुछ लोगों की मानसिकता पर अच्छा प्रभाव पड़ सके आज दो सितारों का जमीं पर मिलन है एक रवीश कुमार जी और दूसरे महान शख्सियत सेन सर धन्यवाद
कृपया उनके नाम का स्पेलिं अमर्त्य सेन कर दीजिए।
ये प्रोफेसर हे ? या पोपट हे😂 सब कुच जैसे रटा रटाया बक दिया, उसकी अपनी निजी कोई सोच ही नहीं लगती।। मैने नाम सुना था तो ये ब्लॉग देख लिया,
पर एक दो कॉमेंट इसकी पढ़ कर (हिन्दी अनुवाद) ही समझ गया था के ये वामपंथी पोपट आगे आगे क्या बोलने वाला हे😂
अब इसकी संकीर्ण बौद्धिक क्षमता से इसने सिर्फ 800 साल ही पीछे देखा, क्यों कि 5 हजार साल पहले जाने की बौद्धिक क्षमता इसके अंदर नहीं हे, या तो इसके प्रोपेगेंडा फैलाने के कार्य में बाधा उत्पन होती हे, इस लिए जानबूझकर भारत का इतिहास सिर्फ 800 सालों का ही बताया, जब के हजारों सालों के इतिहास के कई प्रमाण हे हमारे पास.
इंसान अपने पिता को बहुत इज्ज़त देता हे, भगवान की तरह पूजता हे, क्यों कि उनके हाथों में ही बड़ा हुआ हे, ज्यादातर लोग अपने दादा को, याने पिता के पिता को भी इज्जत देते हे, क्यों की उनको भी देखा हुआ रहता हे, पर बहुत कम नसीब वालो ने अपने परदादा को देखा हुआ रहता हे, तो इसका मतलब ये नहीं के परदादा थे ही नहीं😊 परदादा थे, तभी दादा आए, और दादा के चलते पिता और पिता के जरिए तुम आए. तो परदादा देखे नहीं इसका मतलब ये नहीं के उनकी इज्जत ही ना करो
सनातन धर्म का युग वो परदादा जैसा हे, और बौद्ध धर्म दादा के जैसा,
और बाप हमेशा पहले आता हे, बेटा बाद में.
तो सनातन धर्म की रिस्पेक्ट करो, वो बसे पहला, और पुराना धर्म हे, बाकी सारे धर्म/मजहब/रीलिजन/पंथ बाद में आए , और सनातन धर्म से ही प्रेरित हो कर बने है
ये ही सत्य हे, चाहे इसके खिलाफ कितना भी प्रोपोगेंडा चलाओ
Excellent analysis. Salute to both of you
Modi to Jeet rha hai.
@@Pitambersingh-n2i ये प्रोफेसर हे ? या पोपट हे😂 सब कुच जैसे रटा रटाया बक दिया, उसकी अपनी निजी कोई सोच ही नहीं लगती।। मैने नाम सुना था तो ये ब्लॉग देख लिया,
पर एक दो कॉमेंट इसकी पढ़ कर (हिन्दी अनुवाद) ही समझ गया था के ये वामपंथी पोपट आगे आगे क्या बोलने वाला हे😂
अब इसकी संकीर्ण बौद्धिक क्षमता से इसने सिर्फ 800 साल ही पीछे देखा, क्यों कि 5 हजार साल पहले जाने की बौद्धिक क्षमता इसके अंदर नहीं हे, या तो इसके प्रोपेगेंडा फैलाने के कार्य में बाधा उत्पन होती हे, इस लिए जानबूझकर भारत का इतिहास सिर्फ 800 सालों का ही बताया, जब के हजारों सालों के इतिहास के कई प्रमाण हे हमारे पास.
इंसान अपने पिता को बहुत इज्ज़त देता हे, भगवान की तरह पूजता हे, क्यों कि उनके हाथों में ही बड़ा हुआ हे, ज्यादातर लोग अपने दादा को, याने पिता के पिता को भी इज्जत देते हे, क्यों की उनको भी देखा हुआ रहता हे, पर बहुत कम नसीब वालो ने अपने परदादा को देखा हुआ रहता हे, तो इसका मतलब ये नहीं के परदादा थे ही नहीं😊 परदादा थे, तभी दादा आए, और दादा के चलते पिता और पिता के जरिए तुम आए. तो परदादा देखे नहीं इसका मतलब ये नहीं के उनकी इज्जत ही ना करो
सनातन धर्म का युग वो परदादा जैसा हे, और बौद्ध धर्म दादा के जैसा,
और बाप हमेशा पहले आता हे, बेटा बाद में.
तो सनातन धर्म की रिस्पेक्ट करो, वो बसे पहला, और पुराना धर्म हे, बाकी सारे धर्म/मजहब/रीलिजन/पंथ बाद में आए , और सनातन धर्म से ही प्रेरित हो कर बने है
ये ही सत्य हे, चाहे इसके खिलाफ कितना भी प्रोपोगेंडा चलाओ
Ravish vai.....I am from Bolpur Shantiniketan, but right now, I am here in USA for my PhD.
I saw several times Dr. Sen....in Shantiniketan and Bolpur. I am proud of Dr. Sen. He is my Guru....my ideal...😊😊😊😊
इससे बेहतरीन और सहज साक्षात्कार नहीं हो सकता है।
Prof Sen ने भारत के विश्वविद्यालयों पर कितना सटीक विश्लेषण किया है।
रवीश जी को पुनः ह्रदय से नमन और धन्यवाद।
🍌
George soras k pale hue dalal hai bharat k tukde tukde karna chahte hai tu chat raha hai
রবিশ বাবু আমি একজন বাঙালি কলকাতা থেকে লিখছি আপনাকে অসংখ্য ধন্যবাদ এমন একজন বিদগ্ধ মানুষের সাক্ষাৎকার আমাদের সামনে আনার জন্য
एक पत्रकारिता जगत के हीरा और दूसरे अर्थशास्त्र जगत के हीरा।दोनों को मेरा नमस्कार🙏🏻❤️🇮🇳
चाटते रहो
Kya gobar?
@@kirandhongadi2482 kya chatte raho?
Unhone jo kaha bilkul sahi kaha hai journlism me aaj ke time Ravish se better koi nhi hai observe karke khud dekh lo.
Aur pasand nhi to is channel par comment kyu karte ho gande khud apni bhasa sahi karo phle to tab bolna dusre ho
@@AslamANSARI-yr5vyye kya language hai?
Pehle khud ki language to sahi kar lo.
Aur pasand nhi to unsubscribe kar do ye gandagi mat failao
Very nice 👌
Sir only like you intellectual, patriotic, honest sincere person only can think about doing such noble act of thinking , respecting such a great intellectual persons to interview and highlight such noble persons's humble life during his old age, at his native home. A sincere salute and respect for both of you Sir..
*बहुत ख़ूब रवीश कुमार महान् आदमी और भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर को अपना आदर्श मानने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ अमर्त्य सेन का इंटरव्यू लेने के लिए आपका बहुत बहुत साधु वाद*
*दिल से सलाम*
He NEVER mentioned name of Ambedkar all through : HOW HAVE YOU COME UP WITH THIS WEIRD IDEA ? DID YOU FALL ASLEEP WHILE LISTENING TO THE CONVERSATION ? ! THIS IS HOW WE START DISTORTING THE ORIGINAL IDEAS AND CONCEPTS AND DISSEMINATE MISINTERPRETATIONS : THIS IS WHAT HAS BECOME OF OUR ANCIENT TEXTS !
शानदार साक्षात्कार।
हिंदी के दर्शकों को कम ही इस तरह के विद्वानों को जानने का अवसर मिलता है।
नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने अपने विचार बहुत स्पष्टता से रखे हैं।
रवीश जी को ❤
इस पल को जीने का मौका मिला प्रोफेसर साहेब के साथ वीडियो बनाने के लिए आपका धन्यवाद
एक ज्ञानयोगी की मुलाखात एक कर्मयोगी पत्रकार ने ली.
अप्रतिम सुखद अहसास!
भवतुं सब्ब मंगलं.
🙏🙏🙏🙏🙏.
Noble Memorial Prize 🏆 In Economist ❤
Huge Salute for Honourable Indian Economist and Philosopher 🎉
Mr Prof Amartya Sen Ji❤😊😮🎉
Lots of love❤❤❤
Sir, I have never met you in West Bengal, but I really want to meet you. You can say that meeting you is the first dream among a thousand dreams.
@@abhishekkohli9086 ❤❤
@@meharajmullick8667 ❤❤
सर मैं आपका हर वीडियो देखता हूँ।आज का वीडियो अंतराष्ट्रीय स्तर का है जो कि देश विदेश के लोगों को भारत की हकीकत को समझने में और मदद मिलेगी कि हमारे नेताओं ने सुंदर से देश की क्या हालत कर दी।आदरणीय प्रोफेसर जी ने शानदार तथ्य रखे।आप दोनों को बहुत बहुत धन्यवाद
🍌🍌
I'm from West Bengal. A few days ago I have visited Santiniketan fair. Welcome to West Bengal sir❤❤
रविश कुमार जी ,
आपने आदरणीय, अमर्त्य सेन जी का साक्षात्कार कर हम भारतीय लोगों को एक सुखद अनुभव दिया. और एक, आपने यह साक्षात्कार कर के एक ईतिहास रचा दिया. आपका बहूत धन्यवाद.
@@pvr53 aap ke liye sukhad tha.sen ko rss ne eviction notice bhej a apne chatukar one ke dwara badnam kiya gaya ki woh awaidh ka ja kiya hei Vishwa Bharti university ki Jamin per uske man per kya gujri hogi?
रवीश जी,
आपके माध्यम से कितने दिग्गजों की जानकारी मिलती है।
आपको कोटि कोटि नमन और धन्यवाद।
आप स्वयं भी विद्वान है, खबर की गहराइयों में उतरते है,विचरण करते है,तब रिपोर्टिंग।अपने भावनाओं को शब्दों में उड़ेलना सभी को यह कला नहीं आती और मुझे भी नहीं। आपने अनगिनत साक्षात्कार किए होंगे। पर यह अब तक का बहुत ही शानदार साक्षात्कार रहा।
पर कुछ कमियां भी रही जिसे आप अब भी सुधार सकते है जैसे आपने प्रश्न इंग्लिश में पूछा जिसका हिंदी अनुवाद प्रोफेसर साहब के उतर से पहले स्क्रीन पर चलना चाहिए।
एक ऐसे आदरणीय नोबेल पुरस्कृत प्रोफेसर जो दुनिया को एक नई राह दे रहा हो उनका साक्षात्कार आप जैसे महान हिंदी पत्रकारिता को नई दिशा देने वाले सच्चे पत्रकार को बहुत बहुत बधाई।
आपके पेशेवर पत्रकारिता का शानदार अध्याय।
मैने प्रोफेसर साहब के विषमता नामक पुस्तक पढ़ा है और भी, आपको सुनता देखता पढ़ता रहता
हूँ दोनों के जीवन धारा और विचार में बहुत समतुल्यता देखने को मिलता है।
आप नैसर्गिक पत्रकार है।
सादर।
ध्यान रखा जाएगा। शुक्रिया
When Professor Amartya Sen said- "We have to keep in mind that no matter what you believe, your basic idea and message should be truly humanitarian." ❤❤
Thank you Ravish sir aaj aapke dwara hame itne gyanvardhak vyakti Professor Sen se kafi kuch sikhne mila.🙏🙏🤍
Aise logo ki aaj hamare desh ko jyada jarurat hai.
बहुत बेहतरीन प्रयास। सेन साहब की अमूल्य साक्षात्कार। धन्यवाद रवीशजी।
हम देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं " सादा जीवन उच्च विचार"🙏
🙏sir, आपका बहुत -बहुत खैर्मखदाम, इतनी महान शख्सियत से आपने रूबरू कराया.
धन्यवाद SIR 🙏
Only a highly intellectual journalist can relate to highly intellectual person like Mr. Sen.
Thanks Mr. Ravish Kumar team for making this effort
Namaste sir.. great economist & philosopher
अमर्त्य सेन जी को सादर प्रणाम साथ ही रमेश जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत शुक्रिया रवीश जी , इतने बड़े और सुविख्यात विचारक से बातचीत करने और जनमानस तक पहुँचाने के लिए।
बहुत बहुत धन्यवाद सरजी, आपने सच्चे प्रोफेसर से रुबरू कराया, आज देश के बुनियादि सुविधा, सहिष्णुता,शिक्षा, स्वास्थ, सांप्रदायिकता, युनिव्हर्सिटी के चान्सलरो की नियुक्ती आदी पर भारतरत्न डॉ. अमर्त्य सेन जी के विचार कितने सही और तर्क संगत है. 🙏
आखिरी में आपके शब्दो से आँखे भीग गयी, प्रोफेसर साहब को वापस एकबार देखने की इच्छा और आपने देखा भी और उसी बहाने हमने भी देखा प्रोफेसर साहब किताबों में खो चूके थे।
🙏 धन्यवाद रविश सर आपकी वजह से ही आज हमने प्रोफेसर साहब को थोड़ा नजदीक से देखा और जाना, कितने चिंतित हैं प्रोफेसर साहब आज के साम्प्रदायिक भारत के लिए क्योंकि इनको पता है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो क्या हश्र होगा भारत का।
बहुत बहुत धन्यवाद रवीश सर को बहुत बहुत धन्यवाद ❤❤❤❤❤
Kejriwal sahab k saath bhi ek sakshatkar Banta hai Unke Shish Mahal mey
@@dm2893जुमले वालों का भी साक्षात्कार हो कुम्भ special शाही स्नान और डुबकी लगाते हुए.
आज के आपके विश्लेषण और
विडीयो को सौ सलाम, काश ईश्वर ऐसे आदमी को फिर से ज्यादा उर्जा दें ताकि भारत देश का भविष्य उज्ज्वल और विकसित बना में मदद हों, ईश्वर
ऐसे महान विद्वान मानव को लंबी उम्र दें धन्यवाद
कितने महान है सर, इनकी सोच हमेशा जनकल्याणकारी होती है।प्रो. साहब को बारम्बार प्रणाम करता हूं।और आपको भी धन्यवाद देता हूं।
Thank you Ravish Kumar ji And love you and love you your team ❤️❤️❤️❤️
नमन है अमर्त्य सेन जैसी प्रतिभा को एवं रवीश कुमार जैसे दूरदर्शी को जिसने देश दुनिया की भीड़ से अलग जाकर देशवासियों को यह विशेष भेंट दी।
धूर्त सोरोस के दो गुलाम 😂
चलो रवीसजी का भिडिओ देखो बिना तकलीफ से @@ajitkumarjha6982
@@ajitkumarjha6982झा 2
Thank you so much Ravish ji for this video. You are truly a great journalist.
रवीश हम सब आपके आभारी हैं ... महान व्यक्तित्व विद्वान शख्सियत और देश के ज्वलंत विषयों पर उनके विचारों रूबरू कराने का
मैं तो अभिभूत हो गया हूं यह वीडियो देखकर जिनके विचारों को पढ़कर बड़े हुए हैं उस महान विभूति को सुनना अत्यंत प्रफ्फुलित करने वाला था। ऐसे महान आत्मा को हमारा प्रणाम है।
Keeping Real Journalism Alive ❤
Mr Ravish Kumar Ji ❤😊😮🎉
सुखद, सार्थक शाम कि आपकी बातचीत प्रो अमर्त्य सेन से सुनी, हिंदी में पढ़ी। इनके होते आज की सरकार कोई लाभ इनके गहन अनुभवों से न उठाकर पूंजीवाद के दुष्चक्र में फंसी जात, सम्प्रदाय, धर्म, मजहब में व्यस्त है। पानी में मीन पियासी। क्या है इस देश का भविष्य? अन्य सम्प्रदाय को लेकर आपने बड़ी साफ़गोई से कारण बताए। बहुधर्मिता, सहिष्णुता की हमारी जीवन परम्परा को रेखांकित किया।
सही बात है। कितना कुछ है करने को
@@devendrakumarPathak-p4n
एक बात तो है मेरे देश की धरती सोना उगले ,
उगले हैं हीरे मोती मेरे देश की धरती 👈🏻😔🙏
@@ravishkumar.officialsaale budde 🤡🤣🤣
@@ravishkumar.officialTu mutthal he na ravish buddhe😂💩
Ravish ji welcome to West Bengal. I live in Burdwan, just 40 km away from Shantiniketan. If I knew you would come, I could have met you
Excellent Mr. Ravish Kumar, your appreciated efforts to speak a extremely talented economist in the land. Dr. Sen is living legend. Watching this video is very nice
👍🏿👍🏿👍🏿👍🏿👍🏿👍🏿
दिली मुराद पूरी हुई आपके
माध्यम से
बहुत बहुत शुक्रिया सलाम
🙏🙏🙏🙏🙏
रवीश जी तहेदिल से शुक्रिया
खुश रहें आबाद रहें
बहुत बहुत धन्यवाद रवीश जी जो आपके माध्यम से पहली बार इतने महान भारत के शख्सियत का पहली बार मैं देखकर गदगद हो गया।
No 1 News Reporter and Anchor ❤
Mr Ravish Kumar Ji ❤😊😮🎉
Biggest 🤣💩💩
Ap logo ko par hasi nahi taras ata h...itni jalan..kis mitti ke bne ho ap log .@@anitamondal7620
A very important interview indeed. Thanks a million Ravishji for doing this.
हम भारतीयों को भी इसी तरह अपने प्रोफेसर की तरह अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए और खूब लगन के साथ पढ़ाई करनी चाहिए हमें संदेश मिलता है
जितने उच्च विचार, उच्च नैतिक आदर्श इंसान के होते चले जाते है,और जीवन को जितना सत्यता और यथार्थ रूप से जानता चला जाता है, वो उतना ही साधारण होता है। ये पूर्णतया सत्य बात है, अब इस मापदंड पर सभी महान आत्माओं के जीवन को सरलता से समझा जा सकता हैं,महात्मा जीवन की कसौटियों पर खुद को उतारते हैं तब कहीं जाकर महान विचारों का उद्गम स्त्रोत बन पाते हैं, प्रोफेसर अमर्त्य सेन जी भी वही महानतम बुलंदियों के शख्सो में से एक नायाब कोहिनूर हैं।
🍌
रविश कुमार जी आपके साथ साथ हमें भी बड़े प्रोफेसर सर को देखने का उनके जीवन गाथा सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
जय हिंद।
Mahamanav sen sir ji ki aawaj sunkar bahot bahot accha laga Ravish sir aapka bahut bahut shukriya aabhar Dhanyawad
सैल्यूट रविश जी जो इस तरह के शख्शियत के बारे में बताते रहते हैं और जानकारी देते रहते है।
ऐसे आपके भी घर को देखा है सर्च कर के ।
आपके भाभी के इंटर विव जो आपके बारे में बताई थी जो दिल छूने वाली है जो मैंने सुना है काफी दर्द भरी सुनाई है कि कैसे आप इस प्रोफेसनल को छोड़ना चाहते थे।
सैल्यूट रविश जी❤❤❤❤
Bahut hi acha interview...bina hile dule poora video dekh liya .or pta bhi nhi chla....kafi kuch sikhne ko mila.. dhanywaad aise video or bnaiyega...ravish sir❤
अपने अपने क्षेत्र की विश्व की महान् विभूतियों की यह बातचीत बडी प्रेरणास्पद और सुखद लगी, आपकी जय हो रवीश भाई ❤🙏🤝
Mashallah ❤❤ ap ki juban se अच्छा लगा sir
प्रोफेसर सेन जी के जितने उच्च विचार उतनी ही उनकी सरल सादगी जिंदगी, आपके माध्यम से हमें इनको करीब से जानने का मौका मिला इसके लिए आपको धन्यवाद रवीश जी। विपक्ष को गठबंधन मे एकता और सहिष्णुता बनाने की जरूरत है।
डॉ सेन भारत के रत्न हैं.....लोगों को आकर कम से कम इनके दर्शन कर लेने चाहिए..... रविश सर आपने बहुत अच्छा काम किया
भारत रत्न प्रोफेसर अमर्त्य सेन, नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर अमर्त्य सेन ने शिक्षा की अधूरी समझ के कारण बढ़ रही सांप्रदायिकता के कारण कम होती सहिष्णुता की भावना पर गम्भीर विचार व्यक्त किया।इस साक्षात्कार के लिए रवीश कुमार जी को बहुत-बहुत धन्यवाद।
इतनी अच्छी वार्तालाप ( बातचीत विचार) लाने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद रविश जी
अमर्त्य सेन जी ये सब भी सोचते हैं और बुद्धिज़्म के बारे में कितनी गहरी समझ है
आश्चर्य चकित है ये सब सुनकर
अच्छा लगा ये सब सुनकर
प्रिय रविश जी (रविश सर) आप का तहे दिल से बहुत बहुत धन्यवाद 👏👏
Thank you for coming in my state...this is indeed a great job.....every indian should know that how this great personality was hackled and diminished.
शानदार इंटरव्यू बहुत शुक्रिया रवीश जी
यह हमारे लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है कि हम दो महान व्यक्तित्व को एक साथ देख रहे हैं। महान विभूति श्री अमर्त्य सैन के साथ बातचीत के आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
“स्वगृहे पूज्यते मूर्ख: स्वग्रामे पूज्यते प्रभु:।
स्वदेशे पूज्यते राजा विद्वान्सर्वत्र पूज्यते ॥
हे सदीं के महान पत्रकार सदी के महानतम अर्थशास्त्री सह हिन्दी साहित्य ,
संस्कृत संस्कृति भाषा भूगोल इतिहास के
महान विद्वान से अपने दर्शकों को रूबरू
कराया मैं तो धन्य हो गया दोनों गुदड़ी के
लाल की ईश्वर दीर्घायु प्रदान करें 🙏
न केवल बंगाल के भारत 🇮🇳 के लाल
नोवेल पुरस्कार विजेता आदरणीय डॉ प्रोफ़ेसर श्री अमर्त्य सेन
साहब कि अगली मनोकामना पूरी हो।
जय हिंद जय भारत 🇮🇳🙏।
Bahut khoob 👍
Sharma ke beta ho
बहुत बहुत धन्यवाद सर l आप के माध्यम से आज हम भी उनके अनमोल वचन सुन पाए और देख पाए l जिंदगी में कोई ऐसे ही महान नहीं बन जाता है l
धन्यवाद I
❤❤❤ मुझे बहुत प्रसन्नता हुई इस साक्षात्कार को सुनकर। मन बहुत खुश हुआ। धन्यवाद सर 🙏
Sir Sadar Pranam......... This is your finest work till date which coming generation will remember forever....... Prof Amartya Sen as I feel, the global intellectual sage of the world and will remain forever.....Jai Hind 🙏🇮🇳
बुद्ध का मार्ग ओर उनके विचार इंसान को इंसानियत की ही बात करता है इस वीडियो इन साफ दिख रही है , बहुत सुंदर और इंसानिय भरी बात चीत हुई ,
एक महान अर्थशास्त्री, दार्शनिक भारत रत्न, नोबेल विजेता प्रोफेसर डॉ. अमृत्य सेन का एक महान पत्रकार द्वारा लिया गया लाजबाव इंटरव्यू!
Great Work!
रवीश सर बोल रहे हैं माशा अल्लाह।
कितना अच्छा बोलते हैं। रवीश कुमार सर जी।
I love you sir
बहुत बहुत साधुवाद ,sir, आज इतने बड़े व सुविख्यात प्रोसेसर श्री अमर्त्य सेन जी से साक्षात्कार करवाने के लिये 🙏🙏
शांति निकेतन की शांति पसर चुकी है 😢🙌👏। मुझे गर्व है कि मैंने दुनिया के सैकड़ों माध्यमों में से पढ़ाई का माध्यम चुना, जहां मुझे नए-नए लेखकों और महापुरुषों को पढ़ने का अवसर मिला, उस सोच कि बदोलत ही मुझे ऐसे लोगों के विडियो देखने कि प्रेरणा मिलती है और एक उचित दृष्टिकोण मिलता है अपने समाज, देश और विश्व के बारे में ।
I feel Prof. Sen should be considered as a greatest historian of our time. His book, The Argumentative Indian, made me fallen in love with professor and Indian history. Thanks Ravish Kumar.
ज्ञान के सारे चक्षु खुल गए। जीवन सफल हो गया।
A True and Legend Journalist of India ❤
Mr Ravish Kumar Ji ❤😊😮🎉
आप सच्चे हिंदुस्तानी पत्रकार हैं रवीश कुमार जी आप सच्ची खबर दिखाते हैं इसलिए आपको सलूट करता हूं रवीश कुमार जी जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम सत्यमेव जयते
एक बार फिर से बधाई,आपने इतनी मेहनत करके न जाने हम जैसे कितने लोगों को इस महान अर्थशास्त्रीय का दर्शन कराया।
महान प्रोफेसर अमर्त्य सेन जी को हमने भी देखा और अपने बच्चों को भी दिखाया और कहा गर्व से कहना आपने आने वाली पुश्तों से के हमने इस महान व्यक्ति को महान रवीश सर के चैनल से देखा है 🙏
Thankyou RK Sir 💝
एक बुद्धिजीवी पत्रकार से एक अर्थशास्त्र के निष्णांत बुद्धिजीवी का वार्तालाप कैसे होता हे वो आज हम सबको दर्शाने के लिए रवीशजी ओर उनकी टीम का अंतरमन से धन्यवाद।
हमारे देश का सौभाग्य है कि इतने बड़े प्रोफेसर इतने सादगी से जीवन व्यतीत कर रहे है ll
Aur wahi doosri taraf Neta log raj mahal aur Sheesh mahal me rahete hain
इस आदमी ने देश के लिए क्या किया ?
Abe gawar jake dekh kya kiya hai@@VishalPatelAhd
@@VishalPatelAhdtumne kya kiya desh ke liye?
Kisi ko nobel Prize bina kiye nhi milta jao phle inki economic support to india in 90's padho.
Aur khud se poocho tum kya kar re desh ke liye
@@JimmySpace69 kyuki neta log ko wo house allot kiye gye the position wise.
Amratya Sen sir bhi phle bade quarter me rehte the aur America me bhi unka big house tha.
रविश जी आपको हार्दिक धन्यावाद ,आपने प्रोफेसर अमर्त्य सेन जी का साक्षात्कार लेकर भारत की असली विरासत को न्यू इंडिया के सामने रख दिया है,सेन सर के असली भारतीय हृदय और दिमाग़ की चिन्ताओं नमन, ईश्वर/प्रकृति उनको अच्छा स्वास्थ्य और लंबी आयु दे,अंत में दोनों बहादुरों को हृदय से सलाम l
रवीशसरजी आपको धन्यवाद ऐसे महानुभाव की पहचान कराने के लिए और अमृत्यसेनसरजी को भी सलाम
Thank you so much for this priceless episode, though I live only 60 km from bolpur. I visited there vishwa bharti once, but never visited there bcz i didn't know that he resides there,
रवीश जी प्रोफेसर अमृत्य सेन सर से साक्षात्कार के लिए आपको हृदय से धन्यवाद I प्रोफेसर अमृत्य सेन हमलगों के बीच में Torch bearer हैं I उनके बताए रास्ते पर चलने से शिक्षा में मूलभूत विकास होगा और भारत का भला होगा I उनको बारंबार सादर प्रणाम है I India needs teacher like Prof Amartya Sen. ❤
सर आपको बहोत बहोत धन्यवाद. आपने यह मुलाकात करके भारतीय को देशकी छबी दिखाईदी. आपको और प्रो.अमर्त्यसेन जी को बहोत शुभकामना और आपको धन्यवाद.
One of the great intellectual of the recent world.. proud of our Bengal.. thank you Ravish kumar
आपके इस अमूल्य इंटरव्यू का कोई मोल नहीं l य़ह इंटरव्यू एक ऐतिहासिक धरोहर कहें तो अधिक उपयुक्त होगा l Great personalities remain great. आपकी रचनात्मक प्रतिभा को शत शत प्रणाम l
My favourite Journalist, Ravish sir ko Mera respectfully Salute . Apne Bharat ka itna Mohan Purush Sir Amartya Sense mila , aur interview karne ka saubhagya prapt kiya , dhanyawad ! Sen Sir ka lambi life ka Kamna karta hun .
धन्यवाद आपका इस वीडियो के लिए काफी अच्छी बातो पर चर्चा हुई है 🙏
सच्चे पत्रकार जिंदाबाद😊❤
It's important to recognize that we often seek Western validation when labeling someone as intelligent. While I value diverse perspectives and am open to different viewpoints, I can't help but notice a tendency towards an inferiority complex in our Indian context. We should certainly embrace and evaluate the ideas of others, but we must also be cautious about whether we are unconsciously adopting a colonial mindset in our acceptance of Western concepts.
valid point
मेरा सौभाग्य है कि मैं इस महान व्यक्ति के विचारों को सुन सका।
Thanks, Ravishji, for this talk with this Luminary not only of Bengal but India
He is a True Bengali from Heat and Thought and is a Proud Bengali
As an Ex student of Vishwa Bharti University he is Greatest student of such Great Institution
तहेदिल से शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया
रवीश जी आपने दिल की मुराद
पूरी कर दी👍👍👍👍👍👍
की आप जैसा संजीदा व्यक्ति हमे महान शख्सियत भारत रत्न अमर्त्य सेन साहब से मिलाएंगे
वो भी हिन्दी वार्तालाप के साथ
वरना बड़े 2 लोग अंग्रेजी में बोल कर निकल जाते
कुछ समझ आता काफी नहीं आता
दिल से शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया
🙏🙏🙏🙏
प्रोफेसर सेन जैसे सच्चे भारत के रत्न की बातों को सहेज कर रखने की जरूरत है। एक हकीकत ये भी है कि भारतीय समाज के खोखलेपन ने कभी भी सामाजिक धरोहर को उस नजरिए से नहीं देखा जिसका वो हकदार रहे और जिनके वजह से भारत गौरवान्वित हुआ।
💩🍌
I am from Shantiniketan. I wish
I could meet Ravish Ji... 😢😢
आज के दिन Dr.sen की मुलाखत हमे जबरस्त लगा धन्यवाद सर.
Too good Ravish ji..Teary eyed!
Meri bhi ye aadat hai “jab koi dil chhu leta hai to dil karta hai aage badh jaane ke baad bhi ek baar fir se dekh lun ..kya pata kal main Naa rahun yaa ye Naa rahe..ye hamari aakhri mulakat naa ho..”yehi soch kar main bhi aksar palat kar laut aati hun..
I can resonate well with the reporter/interviewer (Mr.Ravish Kumar)atleast for the end part where he returns and clicked Mr.Sen’s pic.
एक महान शख्सियत से मिलाने के लिए ravish sir आपका शुक्रिया
बहुत अच्छा वीडियो है, हमारे महान प्रोफेसर डॉक्टर वैज्ञानिक लोगों के बारे में जनता को जानने का अच्छा माध्यम है।
सेन साहेब के विचारों से अवगत कराने के लिए आपका आभार 🙏। धन्यवाद 🌹।
शांति निकेतन नाम बहुत एफ्फेक्टिव है लोगों के मन को भाने वाला
This is the real reporter ,,,,
Who coverage all types of news
Thank you Ravish sir, jinki likhi hue books aajtak pdhi thi, aaj aapki bajah se unko dekhne Or sunne ka mouqa mila. Thank you🙏🌹😊