जहां जीवित है संस्कार वहां जीवित संस्कृति || By विदुषी अंजली आर्या ||

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 11 янв 2025

Комментарии • 12

  • @rajubawa4372
    @rajubawa4372 3 месяца назад +2

    ओम् नमस्ते बहन जय आर्यावर्त

  • @dhananjayamunugala7613
    @dhananjayamunugala7613 3 месяца назад +2

    ॐ नमस्ते

  • @karamatiya4575
    @karamatiya4575 3 месяца назад +1

    🙏Jai.Satya.Sanatan🙏

  • @ravindersindhu835
    @ravindersindhu835 3 месяца назад +2

    ओम् नमस्ते बहन जी 🙏🙏🙏

  • @dineshsharma472
    @dineshsharma472 3 месяца назад +1

    उत्तम शिक्षा ।

  • @satyaveersingh1624
    @satyaveersingh1624 3 месяца назад +1

    God bless you

  • @RohitSingh-zl7tp
    @RohitSingh-zl7tp 3 месяца назад +1

    आर्य समाज की सदैव जय हो 🙏🙏🙏

  • @satyaveersingh1624
    @satyaveersingh1624 3 месяца назад +1

    Very good

  • @rajeshranihansi1313
    @rajeshranihansi1313 3 месяца назад +2

    🙏👌🙏👌🌷🌷🌷

  • @RamaHindustani6666
    @RamaHindustani6666 2 месяца назад

    ऊं 🙏🙏

  • @HaridevSharma-rc1jv
    @HaridevSharma-rc1jv 3 месяца назад +2

    ओउम्।। वैदिक संस्कृति को जीवित रखने के लिए गुरु कुल में अपने बच्चों को पढावे। आर्य वर्त से भारत बना बाद में हिन्दू स्थान और इण्डिया बना। आर्य यहाँ के मूल निवासी है। जो आज हिन्दू कहलाते हैं। सत्य सनातन धर्म और वेद सभी के लिए है

  • @satyanarayandiloya8959
    @satyanarayandiloya8959 3 месяца назад +2

    लोटो वेदों की ओर.......।