अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
You are right but the society you/we belong that is divided into four BARNA ASHRAM until crack the buden we neither be educated nor will get any religious freedom
बहुत अच्छा शास्त्रार्थ है।ये किसी भी देश के उन सभी लोगों सुनना चाहिए जो देश का संचालन कर रहे हैं।आचार्य जी के विचार बहुत उच्च स्तरीय हैं। धन्यवाद वंदेमातरम
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
बहुत सही आचार्य जी जीवन की जीवंतता बनाए रखने के लिए नैतिक मूल्य और संस्कार ही सबकुछ है स्पष्टता और सर्वोच्चता को प्राप्त करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार और धन्यवाद सादर प्रणाम
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
प्रिय नरेंद्र मोदी जी और योगी आदित्यनाथ जी, यह पत्र मैं एक चिंतित और जागरूक नागरिक के रूप में लिख रहा हूँ, जो आज के समय में हो रही प्रगति और समाज की दिशा को लेकर गहरे विचारों में डूबा है। आपने दोनों ने भारत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत की वैश्विक स्थिति, अर्थव्यवस्था, और विकास की रफ्तार बढ़ी है, परंतु क्या हम सच में सही दिशा में जा रहे हैं? आज का इंसान प्रकृति और मानवता से दूर होता जा रहा है। जिस धरती पर हमारा अस्तित्व टिका है, उसी को हम भौतिक उन्नति और लालच की अंधी दौड़ में नष्ट कर रहे हैं। पर्यावरणीय विनाश, प्रदूषण, और प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन इस बात का प्रतीक हैं कि हम अपने सच्चे जीवन मूल्यों को भूल रहे हैं। हमारी पारंपरिक शिक्षाएं, जो सत्य, प्रेम, करुणा, और मानवता पर आधारित थीं, आज की आधुनिक शिक्षा प्रणाली में कहीं खो गई हैं। आज की शिक्षा ने बच्चों को प्रतिस्पर्धा और आर्थिक लाभ की ओर धकेल दिया है। आध्यात्मिकता और नैतिकता का स्थान अब रटने और भौतिक उपलब्धियों ने ले लिया है। आपने भी देखा होगा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में A for Apple, B for Ball जैसी चीजें अधिक महत्व पा रही हैं, जबकि सच्चा ज्ञान-जो मानवता, सत्य और करुणा की ओर ले जाए-वह अब गौण हो गया है। आप दोनों के पास शक्ति और सामर्थ्य है कि आप इस धारा को बदल सकते हैं। भारत एक आध्यात्मिक राष्ट्र है, जो हमेशा से पूरी दुनिया को सत्य, प्रेम, और करुणा का संदेश देता आया है। आज, जब पूरी दुनिया प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ रही है और मानवता संकट में है, ऐसे में भारत की आध्यात्मिक नेतृत्व की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। प्रिय मोदी जी और योगी जी, प्रकृति के संरक्षण और मानवता की सेवा ही आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। आधुनिक विकास और विज्ञान जरूरी हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम प्रकृति और आत्मा के संतुलन को न भूलें। आपके नेतृत्व में, भारत दुनिया को दिखा सकता है कि सच्ची उन्नति केवल भौतिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और नैतिक उन्नति में है। मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप अपने नेतृत्व के माध्यम से प्रकृति के संरक्षण, मानवता के उत्थान, और आध्यात्मिक पुनरुद्धार का मार्ग प्रशस्त करें। आज का समय हमें यह सिखाता है कि हमें न केवल पृथ्वी को बचाना है, बल्कि मानवता और उसकी मूलभूत शिक्षाओं को पुनः स्थापित करना है। यह एक ऐसा अवसर है, जिसमें भारत विश्वगुरु बन सकता है, न केवल तकनीकी विकास में, बल्कि आध्यात्मिक जागरूकता में भी। आशा करता हूँ कि आप इस दिशा में गंभीरता से विचार करेंगे और भारत को एक नई, उज्जवल दिशा की ओर लेकर जाएंगे। सादर नमन, सारांश द्विवेदी एक जागरूक नागरिक
बहुत अच्छा लगा भारद्वाज महाशय। आपने राष्ट्र का जो बयाखयान किया बेमिसाल लगा। आगे और चर्चा हो ये उम्मीद करता हुं। ऐसी चर्चा समाज को ,युवाओं के चिन्ता धारा को बदलकर रख देगा। बहुत बहुत अभिनन्दन।
आज की वार्ता बहुत सुसंगत लगी। आज की पढ़ाई में बहुत सी बुराइयां बढ़ी हैं लेकिन बच्चे बहुत इंटेलिजेंट हैं यह अच्छी बात जरूर है लेकिन बच्चे पैसों के पीछे भागना ज्यादा सीखें हैं। लव का अर्थ बच्चे प्यार समझते हैं जबकि प्यार में त्याग होता है ना कि किसी भी कीमत पर कुछ भी पाना। आज पैसा सभी के पास है लेकिन मन अशांत रहता है। यही कुछ है जो पहले और अब की पढ़ाई में खोया गया है।
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
❤ योगेश भाई आप की सोच १०० टका सच्ची है। जगत में अनेक धर्म है पर सच में कहो तो वो धर्म नहीं है सोच ने की पद्धति है। सारे विश्व का सिर्फ एक ही धर्म है जो रास्ता भारत के सिवा किसी के पास नहीं है। क्यों कि विश्व के सारे धर्म के पास दो ही रास्ते हैं (१)पुन्य तो स्वर्ग और (२) पाप तो नर्क है और नास्तिक भी वही पाते हैं। सनातन ही ऐसा धर्म है जो सिर्फ परमात्मा या मोक्ष दिलाता था दिलाता है और दिलाता रहेगा वहीं एक मात्र धर्म है। भारत में सिता का अपहरण हुआ तब सीता के फेंके आभुषण में से सिर्फ नूपुर लक्ष्मण पहचान पाया क्योंकि भाभी मां को प्रणाम करता था।पराई स्त्रियों में मां देखना गुरुकुल शिक्षा है। ऐસી शिक्षा का मैं हिमायती हूं। धन्यवाद करता हूं। ब्रह्मचारी बालक और बालिका को यही सिखाते हैं। और आजका विज्ञान भी हमारे अध्यात्म विज्ञान का अभी तो शिशु मंदिर है।❤
बहुत सुंदर प्रस्तुति सच में शिक्षा पद्धति में बहुत ही सड़यंत्र किया गया है ताकि भारतीय संस्कृति को भारतीय भूखंडों से समाप्त किया जा सके जो चिंता का विषय है कि सभी भारतीय जनमानस को इस पल सोच विचार कर भारतीय भूमि को सुरक्षित करने हेतु कार्य किए जा
अद्भुत, वर्णन - गुरुकुल ही एक मात्र स्थान है जो पुनः श्री रामचंद्र और योगेश्वर श्री कृष्ण , भीम जैसे बलवान , हनुमान जैसे बुद्धिमान और बलवानों और आदि आर्ष पुरुषों को जन्म दे सकता है ...... श्रद्धेय आचार्य जी चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🙏
Kya aap apni santan ko Deen Dunia se door Jangal ke Gurukul me padhne bhejen ge .Raam ya Krishna ke samaya ke Gurukul ki byabastha me Sudama bankar jangal se Lakdi lane jaye ga jis se bhojan bansake.Bakbas n karen.Samaya ke sath Rahan sahan aur Shiksha padhati me badlab jaroori hai.
@vinodshankarjha3059 कोई जरूरी नहीं है कि लकड़ी ही बीनने जायेगे और तब खाना खाएंगे , अब व्यवस्था परिवर्तित हो गयी है जो नहीं परिवर्तित हुई है वह है ज्ञान की परंपरा वही ज्ञान आज भी वैदिक गुरुकुल में दिया जाता है , और मैं अपने पुत्र को आचार्य जी के गुरुकुल में निश्चित ही पढ़ने के लिए भेजूंगा और उसके लिए मैं अपने पुत्र को तैयार भी कर रहा हूँ .. आप जो भी मैं आपसे परिचित नहीं हूँ कि आप किस तरह की जीवन पद्धति जीते हो, इसलिए मैं आपसे कोई वाद- विवाद नहीं करना चाहता । यहीं पर वार्ता को विराम दिया जाना उचित समझता हूँ । ओ३म् नमस्ते जी 🙏
I am a Naturalist retired University Professor of Zoology have faith in what i studied and taught to our students for years.Retired in1996 .worked as Principal in three Constituant Colleges and Founder Director of Academic staff College RU. And Academic Counselor IGNOU. PGDHE...PG DE after retirement .I don't follow blindly any Religious or Political issues. I don't like present situation retrogressive policy of particularly Higher Education as proposed by UGC and changing frequently without caring for future of Students most of them are unemployed and Ph D .degree holders or now Need based teachers in Universities and Colleges.
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
परम आदरणीय आचार्य जी को सादर प्रणाम व नमन आज का यह संवाद मनुष्य निर्माण के लिए बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है यह विचार सामुहिक रूप से सभी ग्रहण कर कार्य परिणीती में लावें तो समूचे विश्व की समस्या का समाधान हो जाएगा
धर्म वस्त्र नहीं जिसे पहना जाए? धर्म धारण किया जाता है। वह तत्व वेता ब्रह्म निष्ठ सदगुरु ब्रह्मज्ञान देकर प्रत्येक मानव के घट में ही ईश्वर तत्व का दर्शन कराते है। तब स्त्री-पुरुष विवेकशील आचरण करते हैं। और वह भोगी नही योगी बनते है। सबको ब्रह्मज्ञान की आवश्यक्ता है।🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳👌
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
गुरुकुल शिक्षा -हिंदुओ के लिये अनिवार्य होने का संकल्प 🪔
अदभुत अप्रतिम उत्कृष्ट चर्चा 💐👏👏👏
जय श्रीराम 🚩
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
मैं ऐसे विचारो का हात जोडकर दोनो का अभिनंदन करता हूं यह हमारा सनातन धर्म इसे हमारा भारत मजबूती के साथ खडारहेगा
gurukul mai modern education aur modern gurukul chahiye....
जय जय सियाराम हरे-हरे हरे 🌻🌷🌻🌻🌷🌷🌷
You are right but the society you/we belong that is divided into four
BARNA ASHRAM until crack the buden we neither be educated nor will get any religious freedom
बहुत अच्छा शास्त्रार्थ है।ये किसी भी देश के उन सभी लोगों सुनना चाहिए जो देश का संचालन कर रहे हैं।आचार्य जी के विचार बहुत उच्च स्तरीय हैं।
धन्यवाद वंदेमातरम
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
अतिउत्तम ज्ञानप्रद पोडकास्ट।। नमन है ❤
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
बहुत सही आचार्य जी जीवन की जीवंतता बनाए रखने के लिए नैतिक मूल्य और संस्कार ही सबकुछ है स्पष्टता और सर्वोच्चता को प्राप्त करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार और धन्यवाद सादर प्रणाम
आपके विचारों से हम बहुत प्रसन्न हैं वैदिक धर्म की तलाश में हैं गुरुकुल की...
ईश्वर से प्राथना करता हूं आचार्य जी स्वस्थ और दीर्घायु हो
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
सादर नमस्ते अचार्य जी 🙏🙏🙏🙏
आचार्य जी को बुलाने के लिए दैनिक जागरण का तह दिल से धन्यवाद❤
भारद्वाज जी का पूर्ण समर्थन है।❤❤
वंदे मातरम
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
Bhai guruji Sri yati narsinghand Saraswati Ji Maharaj dasna devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka satth do
आचार्य जी के हर बातों को बहुत ध्यान पूर्वक सुनता हूँ बहुत कुछ सीखने को मिलता है 🙏
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
ऐसे चिंतन समाज तक पहुंचने चाहिए
ओउम् तत्सत नमस्ते जी आचार्य जी ❤🎉❤🎉 गुरुकुल शिक्षा अनिवार्य भारत वासियों के लिए
बहुत लाभदायक वीडियो
आचार्य जी को बहुत बहुत प्रणाम। आंखें खोलने वाला पॉडकास्ट।
ਅਚਾਰਿਆ ਜੀ ਆਪ ਨੇ ਸਿੱਖਿਆ ਦਿੱਤੀ ਆਪ ਜੀ ਦਾ ਬਹੁਤ ਧੰਨਵਾਦ ਅੱਜ ਹਿੰਦੂਆਂ ਉਪਰ ਅਸਰ ਹੋਣਾ ਬਹੁਤ ਮੁਸ਼ਕਿਲ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ 1947 ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਲੀਡਰ ਗਾਂਧੀ ਤੇ ਜਵਾਹਰਲਾਲ ਨੇ ਹਿੰਦੂਆਂ ਉਪਰ ਮੁਸਲਮਾਨਾਂ ਦੀ ਗਹਿਰੀ ਛਾਪ ਛੋੜੀ ਹੋਈ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਬੀਜੇਪੀ ਪਾਰਟੀ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਕੋਈ ਮੁਸਲਮਾਨ ਪਾਰਟੀ ਹਿੰਦੂਆਂ ਦੇ ਹੱਕ ਦੀ ਗੱਲ ਨਹੀਂ ਕਹੇਗੀ ਓਕੇ ਜੈ ਸ੍ਰੀ ਰਾਮ
Ekta ta rakhni peni support sarkari di udo hi vade fasle hone nehru ne hi desh wandya
बहुत सुंदर विचार है मान्यवर जी के। सात सात नमन
भारद्वाज जी को सादर नमस्कार। इनकी सोच को नमन आखिर सरकार इनसे राय क्यों नहीं लेती।👏✌️🥰🛕🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
सरकार राय लेगी तो सरकार कैसे बनाएगी जब जनता मूर्ख नहीं रहेगी जो आपस में लड़ेगी नहीं तो...
Bhai guruji Sri yati narsinghabd Saraswati Ji Maharaj ji dasna devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka sattth do
योगेश साहब की बातें बहुत ही विचारणीय योग्य है | सभी लोगों को इस पर विचार जरूर करना चाहिए.... देश और समाज को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है |
Jai shree Ram 🚩🚩 Ham aapke saath hai Acharya ji 😮😮😮
आचार्य जी से सहमत 🙏
Bhai guruji Sri yati narsinghand Saraswati Ji Maharaj dasna devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka satth do
प्रिय नरेंद्र मोदी जी और योगी आदित्यनाथ जी,
यह पत्र मैं एक चिंतित और जागरूक नागरिक के रूप में लिख रहा हूँ, जो आज के समय में हो रही प्रगति और समाज की दिशा को लेकर गहरे विचारों में डूबा है। आपने दोनों ने भारत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत की वैश्विक स्थिति, अर्थव्यवस्था, और विकास की रफ्तार बढ़ी है, परंतु क्या हम सच में सही दिशा में जा रहे हैं?
आज का इंसान प्रकृति और मानवता से दूर होता जा रहा है। जिस धरती पर हमारा अस्तित्व टिका है, उसी को हम भौतिक उन्नति और लालच की अंधी दौड़ में नष्ट कर रहे हैं। पर्यावरणीय विनाश, प्रदूषण, और प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन इस बात का प्रतीक हैं कि हम अपने सच्चे जीवन मूल्यों को भूल रहे हैं। हमारी पारंपरिक शिक्षाएं, जो सत्य, प्रेम, करुणा, और मानवता पर आधारित थीं, आज की आधुनिक शिक्षा प्रणाली में कहीं खो गई हैं।
आज की शिक्षा ने बच्चों को प्रतिस्पर्धा और आर्थिक लाभ की ओर धकेल दिया है। आध्यात्मिकता और नैतिकता का स्थान अब रटने और भौतिक उपलब्धियों ने ले लिया है। आपने भी देखा होगा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में A for Apple, B for Ball जैसी चीजें अधिक महत्व पा रही हैं, जबकि सच्चा ज्ञान-जो मानवता, सत्य और करुणा की ओर ले जाए-वह अब गौण हो गया है।
आप दोनों के पास शक्ति और सामर्थ्य है कि आप इस धारा को बदल सकते हैं। भारत एक आध्यात्मिक राष्ट्र है, जो हमेशा से पूरी दुनिया को सत्य, प्रेम, और करुणा का संदेश देता आया है। आज, जब पूरी दुनिया प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ रही है और मानवता संकट में है, ऐसे में भारत की आध्यात्मिक नेतृत्व की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
प्रिय मोदी जी और योगी जी, प्रकृति के संरक्षण और मानवता की सेवा ही आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। आधुनिक विकास और विज्ञान जरूरी हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम प्रकृति और आत्मा के संतुलन को न भूलें।
आपके नेतृत्व में, भारत दुनिया को दिखा सकता है कि सच्ची उन्नति केवल भौतिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और नैतिक उन्नति में है। मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप अपने नेतृत्व के माध्यम से प्रकृति के संरक्षण, मानवता के उत्थान, और आध्यात्मिक पुनरुद्धार का मार्ग प्रशस्त करें।
आज का समय हमें यह सिखाता है कि हमें न केवल पृथ्वी को बचाना है, बल्कि मानवता और उसकी मूलभूत शिक्षाओं को पुनः स्थापित करना है। यह एक ऐसा अवसर है, जिसमें भारत विश्वगुरु बन सकता है, न केवल तकनीकी विकास में, बल्कि आध्यात्मिक जागरूकता में भी।
आशा करता हूँ कि आप इस दिशा में गंभीरता से विचार करेंगे और भारत को एक नई, उज्जवल दिशा की ओर लेकर जाएंगे।
सादर नमन,
सारांश द्विवेदी
एक जागरूक नागरिक
Bhut hi acha ,likhne k liye dhanyawaad
Sabko ek hona hoga sarkar ko esi tarah support deke majboot faisle lene honge yaha hume poora sayth dena hoga
जब व्यक्ति आर्थिक एवं भौतिक रूप से कमजोरहोता है तब वह नैतिकता
आचार्य जी आपके विचार सभी वर्गों के लोगों के लिए मूल्य वान है।
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Hindus. Nationalist. From. Australia. 🇦🇺. Salute you sir. For. Awakening Hindus. I know. Many. Sikh friends have. Swords 🗡️
You. Have not. Invested. For. Your. Survival
बहुत सराहनीय और ज्ञानवर्धक वार्तालाप 🙏
JAI HINDURAAJ, JAI YOGIRAAJ
Bhain guruji Sri yati narsinghand Saraswati hi maharaj dasba devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka satth do
बहुत उत्तम चर्चा और विश्लेषण!
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बहुत अच्छा लगा भारद्वाज महाशय। आपने राष्ट्र का जो बयाखयान किया बेमिसाल लगा। आगे और चर्चा हो ये उम्मीद करता हुं। ऐसी चर्चा समाज को ,युवाओं के चिन्ता धारा को बदलकर रख देगा। बहुत बहुत अभिनन्दन।
Bahut sunder.Dhanyavaad.
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मैं आचार्य जी की बातों से पूरी तरह सहमत हूं।
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HINDU....EK...HO...JAO
JAGO....JAG......JAO
JAGO.....JAGO....JAGO
😢😢😢😢😢😢😢😢
हमारे देश में गुरुकुल शिक्षा पद्धति जल्द ही लागू होनी चाहिए आपको सादर प्रणाम आचार्य जी 🙏
आज की वार्ता बहुत सुसंगत लगी। आज की पढ़ाई में बहुत सी बुराइयां बढ़ी हैं लेकिन बच्चे बहुत इंटेलिजेंट हैं यह अच्छी बात जरूर है लेकिन बच्चे पैसों के पीछे भागना ज्यादा सीखें हैं। लव का अर्थ बच्चे प्यार समझते हैं जबकि प्यार में त्याग होता है ना कि किसी भी कीमत पर कुछ भी पाना। आज पैसा सभी के पास है लेकिन मन अशांत रहता है। यही कुछ है जो पहले और अब की पढ़ाई में खोया गया है।
बहुत सुंदर सटीक तथ्य दिया भारद्वाज जी ने ❤🙏🏼
Yogesh Sir ki ek ek baat Sun ne wali or samajne wali hai.jai shree ram🙏🙏🙏🙏🇮🇳
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
Bhai guruji Sri yati narsinghand Saraswati Ji Maharaj dasna devi mandir ghazivad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka sath do
❤ योगेश भाई आप की सोच १०० टका सच्ची है। जगत में अनेक धर्म है पर सच में कहो तो वो धर्म नहीं है सोच ने की पद्धति है। सारे विश्व का सिर्फ एक ही धर्म है जो रास्ता भारत के सिवा किसी के पास नहीं है। क्यों कि विश्व के सारे धर्म के पास दो ही रास्ते हैं (१)पुन्य तो स्वर्ग और (२) पाप तो नर्क है और नास्तिक भी वही पाते हैं। सनातन ही ऐसा धर्म है जो सिर्फ परमात्मा या मोक्ष दिलाता था दिलाता है और दिलाता रहेगा वहीं एक मात्र धर्म है। भारत में सिता का अपहरण हुआ तब सीता के फेंके आभुषण में से सिर्फ नूपुर लक्ष्मण पहचान पाया क्योंकि भाभी मां को प्रणाम करता था।पराई स्त्रियों में मां देखना गुरुकुल शिक्षा है। ऐસી शिक्षा का मैं हिमायती हूं। धन्यवाद करता हूं। ब्रह्मचारी बालक और बालिका को यही सिखाते हैं। और आजका विज्ञान भी हमारे अध्यात्म विज्ञान का अभी तो शिशु मंदिर है।❤
Wow में शंकराचार्य जी को मेरा idol मानता हूं। फ़िर भी यह व्यक्ति अच्छी बात कर रहे है। अच्छा लगा।
बहुत सुंदर प्रस्तुति सच में शिक्षा पद्धति में बहुत ही सड़यंत्र किया गया है ताकि भारतीय संस्कृति को भारतीय भूखंडों से समाप्त किया जा सके जो चिंता का विषय है कि सभी भारतीय जनमानस को इस पल सोच विचार कर भारतीय भूमि को सुरक्षित करने हेतु कार्य किए जा
Bhai guruji Sri yati narsinghand Saraswati Ji Maharaj dasna devi mandir ghazibad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka aatth do
गुरूकुल शिक्षा पद्धति,उत्तम पद्धति है।
शिक्षा, जीवन के लिए होनी चाहिए जीवन, शिक्षा के लिए नहीं -आचार्य योगेश भारद्वाज
❤
Bhain guruji Sri yati narsinghand Saraswati Ji Maharaj dasna devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka sath do
आदरणीय आचार्य योगेश भाई जी को चरण स्पर्श आप बहुत ही बढ़िया कार्य कर है है मैं आपके साथ हु
योगेश जी को सादर प्रणाम करता हूं।❤❤❤❤ जय सियाराम
@@rakesh_yadav159 sc st OBC jindabaad pda jindabaad akhilesh yadav jindabaad
@bambihasingHAI HAI TOTI CHOR,,, JAIvHINDURAAJ, JAI YOGIRAAJh9786
Radhe Radhe
Truly appreciate this podcast, very educative and knowledgeable discussion, answers by Shree Bhardwaj. 👌👏
📿🚩📿🚩📿🚩📿🚩📿🌼🕉️🌼🕉️🙏जय जय सियाराम हरे-हरे हरे 🕉️📿🚩🙏🌼🕉️📿🚩🙏🌼🥀🕉️📿🚩🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
best video♥
अद्भुत, वर्णन - गुरुकुल ही एक मात्र स्थान है जो पुनः श्री रामचंद्र और योगेश्वर श्री कृष्ण , भीम जैसे बलवान , हनुमान जैसे बुद्धिमान और बलवानों और आदि आर्ष पुरुषों को जन्म दे सकता है ...... श्रद्धेय आचार्य जी चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🙏
Kya aap apni santan ko Deen Dunia se door Jangal ke Gurukul me padhne bhejen ge .Raam ya Krishna ke samaya ke Gurukul ki byabastha me Sudama bankar jangal se Lakdi lane jaye ga jis se bhojan bansake.Bakbas n karen.Samaya ke sath Rahan sahan aur Shiksha padhati me badlab jaroori hai.
@vinodshankarjha3059 कोई जरूरी नहीं है कि लकड़ी ही बीनने जायेगे और तब खाना खाएंगे , अब व्यवस्था परिवर्तित हो गयी है जो नहीं परिवर्तित हुई है वह है ज्ञान की परंपरा वही ज्ञान आज भी वैदिक गुरुकुल में दिया जाता है , और मैं अपने पुत्र को आचार्य जी के गुरुकुल में निश्चित ही पढ़ने के लिए भेजूंगा और उसके लिए मैं अपने पुत्र को तैयार भी कर रहा हूँ .. आप जो भी मैं आपसे परिचित नहीं हूँ कि आप किस तरह की जीवन पद्धति जीते हो, इसलिए मैं आपसे कोई वाद- विवाद नहीं करना चाहता ।
यहीं पर वार्ता को विराम दिया जाना उचित समझता हूँ ।
ओ३म् नमस्ते जी 🙏
@@writikarya👉 gurukul me agar english padhayega, to woh to school hi huwa na. 🤪
I am a Naturalist retired University Professor of Zoology have faith in what i studied and taught to our students for years.Retired in1996 .worked as Principal in three Constituant Colleges and Founder Director of Academic staff College RU. And Academic Counselor IGNOU. PGDHE...PG DE after retirement .I don't follow blindly any Religious or Political issues. I don't like present situation retrogressive policy of particularly Higher Education as proposed by UGC and changing frequently without caring for future of Students most of them are unemployed and Ph D .degree holders or now Need based teachers in Universities and Colleges.
Very nice talk. I am always with education.
आचार्य जी सादर अभिवादन
Yogeshji aap jaise 100 log hi Desh main hoto Desh firse Sone ki Chidiya ho jayega. Jai Shree Ram 🙏
VERY FRUITFUL DISCUSSION THREE HATS TO BOTH HOST AND GUEST
गुरूकुल शिक्षा प्रणाली अति आवश्यक है🚩🚩🚩
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
Dalit waha allowed nahi tha 😂
@@rock9313galat information na falaye
jaiye apne baccho ko lekar gurukul koi mna nhi karega
@@rock9313TUH KAB GAYA THA??? TUJE KISNE MANA KIYA??? RAVAN NA BAN, DALIT BHI SANATANI HI HAI, JAI YOGIRAAJ
❤सहमत आचार्य जी
Main Fan Ho Gaya Yogesh Bhardwaj ❤
भारद्वाज जी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं🙏🙏
Acharya ji ko Sat sat Naman
Brilliant questions and their wisdom full answers. Very informative. Keep this work up.
Bhai guruji Sri yati narsinghand Saraswati Ji Maharaj dasna devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka satth do
गुरुकुल शिक्षा चालू हो
सादर प्रणाम आचार्य जी❤❤❤❤🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Bahut badhiya bat kahi hai Acharya ji ne🙏
Bhai guruji Sri yati narsinghand Saraswati ji maharaj dasna devi mandir Ghazi ad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka satth do
जितनी तेजी से गुरुकुल खुलेंगे उतनी ही जल्दी यह कुदरत खूबसूरत होगी।
श्री राम शर्मा जी आचार्य जी के विचार क्रांति अभियान में भागीदार बनें
Arya samaj me ek bar jaye
Yogesh sir good Point
Dhanyvad Aacharyaji
जय हो आचार्य जी 🙏
सादर नमस्ते 🙏
Bhai guruji Sri yati narsinghans Saraswati Ji Maharaj dasna devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka sath do
अति उत्तम विचार प्रणाम
Bhai guruji Sri yati narsinghand sarswati hi maharaj dasna devi mandir ghaziabad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pechan ka satth do
Bahut bahut dhanyvad Aacharya
Bahut acha 🎉, sahi baat lagi
Bhai guruji Sri yati narsinghand sarsswati ji maharaj dasna devi mandir ghazibad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pehchan ka sath do
🙏🙏mere dimag me aayi thi ye ki 17 saal se pehle mahjabi gyan dene pe ban lagya jaye,apka dhanyawad 🙏
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
Yogesh ji prnam
Sr ji aap ko nmn❤ Jay bhim jay smbidhan namo budhaye jay bhart
अद्भुत आचार्य जी
Really nice discussion. Very very nice.
बहुत सुंदर प्रस्तुति ❤❤
Ati Sundar Video.
अति सुन्दर प्रस्तुति ❤❤❤🎉🎉🎉🎉
आज का समाज मूर्खतापूर्ण कामों और बातों में रुचि रखना पसंद कर रहा है
लाजवाब
हिंदुत्व की विचारधारा सभी धर्म के लिए सुखमय है
Bahut acha podcast hy . Smriti ji ke interview lene ke tarike se pata chalta hy wo samjhdaar aur intellectual hy
सादर प्रणाम आचार्य जी
🎉🎉
Very important interview
सकारात्मक सोच
अद्भुत विश्लेषण।
हर हर महादेव 🚩🚩🙏
Bhai guruji Sri yati narsinghand sarsaswati ji maharaj dasna devi mandir ghazibad Arya samaj sudarsan news hindutva meri pecgan ka satth do
Gurudev Acharya ji jaisa nahi ho sakta koi
🎉 bahut hee bade vichar. Jai ho
बहुत ही अच्छा मान्यवर
अगर भारत को विश्व गुरु बनना है तो गुरुकुल परम्परा को अपनाना ही होगा ।
Jabardast
जातीय अनुपात में हिस्सेदारी प्रतिनिधित्व के लिए संघर्ष करें आप
बहुत सुन्दर 🚩🚩🚩🚩
परम आदरणीय आचार्य जी को सादर प्रणाम व नमन
आज का यह संवाद मनुष्य निर्माण के लिए बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है यह विचार सामुहिक रूप से सभी ग्रहण कर कार्य परिणीती में लावें तो समूचे विश्व की समस्या का समाधान हो जाएगा
अब पूर्ण रुप से गुरुकुल शिक्षा प्रणाली सम्भब नहीं है वर्तमान शिक्षा प्रणाली में ही आमूल चूल परिवर्तन करने की आवश्यकता है।
सह शिक्षा जितना शीघ्र हो समाप्त होना चाहि।सभी सनातन बालक और बालिकाओं के लिए अलग अलग गुरू कुल शिक्षा अनिवार्य किया जाना चाहिए।
योगेश जी को कोटि कोटि नमन ❤❤❤
शिक्षा पहले सबकी एक समान शिक्षा के लिए ही संघर्ष करें जो आप नहीं करेंगे
Jai shree ram 🙏🙏🙏🚩🚩🚩
धर्म वस्त्र नहीं जिसे पहना जाए? धर्म धारण किया जाता है। वह तत्व वेता ब्रह्म निष्ठ सदगुरु ब्रह्मज्ञान देकर प्रत्येक मानव के घट में ही ईश्वर तत्व का दर्शन कराते है। तब स्त्री-पुरुष विवेकशील आचरण करते हैं। और वह भोगी नही योगी बनते है। सबको ब्रह्मज्ञान की आवश्यक्ता है।🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳👌
जिज्ञासा- शिक्षा संस्कृति और संस्कारों को मजबूती से बांधे रखने के लिए प्रेरित रहना 🙏🙏
Extremely knowledgeable. 🙏
आचार्य जी आपको सादर प्रणाम, आपके विचार महान है,मानवता के लिए आप अनिवार्य हो
अब यदि मन्दिरों को सरकार से मुक्त नहीं किया जाता है, क्योंकि मन्दिर का धन या दान हिन्दू धर्म के प्रयोजनों के लिये उपयोग नहीं किया जाता है, यदि सरकार उस दान पर कब्ज़ा करती रहेगी, आने वाला समय हिंदुओं के लिए बहुत-बहुत भयानक है, जिस तरह से ईसाई मिशनरियां लाखों हिंदुओं का धर्म बदल रही हैं, और जिस तरह से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, जरा सोचिए कि यह भारत के लिए कितना भयानक है!
Yogesh Bhardwaj ji ko RaM RaM