@@user-th4wp7yz6xमुसलमान तुम ब्राह्मण जैसे छिछोरे नही होते..वो लोग अपने धर्म स्थल अपने रय्यति जमीन पर बनाते है..तुम्हारे जैसे दूसरो के धरोहर को कब्जा नही करते
Kon bola mandir adivashiyo ka ni h. Is mandir m 700 saalo se humare log sewa kar rahe pr kvi vivad ni hua..ye librandu log hindu ko apsh m ladwa kr nya sarna dharm maang rahe h..taaki inhe bahka fusla kr convert karke isaai bnya jaa sake
सही कहा-सोनमेर मंदिर का भी यही हाल होगा अभी तक तो वंहा पर पाहन ही मुंडारी में पूजा करते हैं पर अब मंदिर का हिन्दुकरण हो रहा हैं अब वंहा भी ट्रस्ट का निर्माण कर पंडा व्यवस्था लागू कर दिया जाएगा l जब तक आदिवासी सामाज जागेगा नहीं अपने धर्म की रक्षा नहीं करेगा तब तक आदिवासियों को मिठाने का साजिश रची जाती रहेगी
@@SureshBinha-k4r bahar k tum ho ya mai hun.. girgit isaaiyo ki chal yehan ni chalegii. Dewri humara devi sthal h jise humare purvojo dwara mandir sthpit kiya gya ...agar itna hi ghuspeth hota to humare tamar k vashi inki sewa ni kar rahe hote ...jaati ko dharm bna kr todne kiya ja raha h .. tumhare jaiso jaychandr k bjh se humara desh gulam bna tha..
सभी आदिवासी आप लोगों के साथ है ये आदिवासी के है जो कि राजा मुंडा ने बनाई थी इसलिए सभी लोग बोल सकते हैं कि ये आदिवासी का था,आदिवासी का हैं, आदिवासी का रहेगा ।
बेवजह का विवाद हैं... माँ ही बोलो और पूजा करो और निकलो... हमारे तरफ भी 1 मंदिर है जहाँ ब्राम्हण पूजा नहीं कराते तो क्या हुआ? राजनीति हो रहा है बेवजह... ग्राम सभा को मंदिर खोल कर दान पेटी अपने कंट्रोल में ले लेना चाहिए और जो आदिवासी लोग खुद को हिन्दू मानते हैं उनका विकास होना चाहिए और जो आदिवासी खुद को हिन्दू नही मानते वो उस पैसा को छोड़ दें... और पूजा पाहन जी ही कराए ... बात खत्म... बेवजह इसको हिन्दू और आदिवासी में लड़ाने का काम नहीं करे
हमें नहीं पता कि हमारी माता सारण है कि दुर्गा है हमारी बस इतनी इच्छा है हम उनसे मिलने जाए तो हमें रोक न जाए मां का जाति नहीं पूछा जाता मां तो मां होती है हमारे देवी माता कोई कुछ भी हो हमारी मां है हमें बस इतना पता है 🙏🏻
जय सरना जय धर्मे हम सरना धर्म के लोगों को हिंदू मंदिर से नहीं ईसाई समुदाय से समस्या होनी चाहिए क्योंकि ईसाई समुदाय हमारे सरना समाज के लोगों को धर्मांतरण करतें है।
Baman log aadiwashi puja sthalon me sadiyon phle kabja kar k apna fake history hume suna suna k humare kaan bhar diye aur aadiwashi apna real history bhul kar unka history ko hi apna maanne lge Yah tajub ki baat n h ki bhut se aadiwashi khud ko hindi mante h (yah baman hindu ki sajish ka natija h)
सही बोले, क्युकि आदिवासी लोग का सरना या Jahera sthan sab simple hota hai,,trees se ghira hua,,,jahan prakritik shaktiyon ka waas hota,,ye log adiwasiyon ki astha ko nhi samjhte hain or na jante hain to ये लोग मंदिर का रूप देकर किसी अन्य भगवानों का मूर्ति बैठा देता aur अतिक्रमण kar leta
Aadiwasi jmin janghl bhech rha , muslim ko bsha rha bangladeshi gush rhe jharkhnad me , jhgh jhgh mashjid ban rha dam hai aadiwasi masjid hta ke dikhye ,
जब पत्थर था तो कोई आदिवासी पूछने नही आता था अब जब ,,,माता रानी की पूजा हो रही है और भव्य मंदिर बन गया ,तब बता रहे है के ये के मंदिर हमारा है ,,, अगर ये असुर वंशज के लोगो का मंदिर है तो हिंदुओ से अपील के माता रानी को असुर मंदिर से निकल दे और कोई नया स्थान में विराजमान करे जहां सिर्फ हिंदू धर्म के लोग पूजा करे माता रानी को अपवित्र ना करे ,,,हिंदू असुर को राक्षस मानते है 🚩🕉️🙏
भाई उस मंदिर से ना तुमलोगों का घर चलता है अगर मंदिर वहा से हटा तो उस जगह का नाम और उससे होने वाला income वहाँ कि लोगो को बहुत problem देगा। अगर माता की मूर्ति हटा के पूजा बंद कर दे ना तो ये लोग रोड म आ के भीख माँगेगे।।।
सदियों से षडयंत्र किया गया है पहले आदिवासी शिक्षित नहीं थे,अब आदिवासी जाग गया है ,जागो आदिवासी जागो अपने अधिकार को पहचानों,अपना समाज और धर्म को पहचानों ,दुसरों का धर्म संस्कृति को मत मानों,हमलोग गलती करते हैं,कि सब धर्म को मानते हैं🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️
सरना स्थाल में बलि का पूजा नहीं होता है,जहेर गोराम स्थल में बलि की पूजा होता है लेकिन महिलाओं की जाना वर्जित है। मां दुर्गा की मंदिर में पूजा अर्चना होती है तो फिर आदिवासी कैसे हो गए मुर्तियां पुजारी, आदिवासी प्रकरीतक पुजारी मानने वाले होते हैं। राजा के समय में क्या था। परन्तु अभी मन्दिर देखने को मिल रहा है केरा मां पुजारी ब्रहामण चक्रधरपुर। मां आकर्षिनी खरसावां पुजारी दिऊरी (नाया)। विचार उचित न्याय हो जोहार।
कौन बोल दिया भाई की सरना में बलि नही दिया जाता वहा भी दिया जाता है मुर्गा मुर्गी सब का और पूजा होने के बाद मास चढ़ाकर हड़िया के साथ प्रसाद चढ़ाया जाता है
Sabse shuru me hi mandir banne dena hi nahi chahiye tha. Rajrappa bhi adivasiyon ka tha jisko abhi Hindu log kabza kar liya Luguburu Ghantabari bhi Santhals ka tha ab wahan bhi Hindukarn ho gaya hai ab Deori Mandir bhi gaya Hinduo ki chapet mein. Ab Adivasiyon ka unity hi bacha payega humara puja sthal.
, यूॅ तो बचपन से यादा कदा देवरी मंदिर दशॆण हेतु जाया करता था ।परंतु बात 1958 जब मैं और स्व, डाॅ, रामदयाल मुण्डा काॅलेज के दिनो यदुवंश आदिवासी छात्रा वास मे आपस मे बात बिचार करते थे जो देवरीके ही निवासी थे। वे देवरी मंदिर के बारे बहुत बताते थे ।उन का कहना था कि मंदिर के आस पास पक्का मकान नही बनना चाहिए। उस समय सोलह भूरी माॅ दुर्गा का छोटा सा मंदिर मे केवल "पहान" ही पूजा किया करत था ।परंतु वर्षो बाद जब पूजा करने गया तो वहां पहान के साथ पंडित को देख आश्चर्य हुआ । उसी दिन भांप गया कि आनेवाले भविष्य में कुछ न कुछ समस्या होगी ही । यह अनावश्यक आदिवासियों का दमन का प्रयास हो सकता है या नही न्याय व्यवस्था ही कह सकता है ।
देवड़ी गॉंव के निकट अमलेशा नामक एक गॉंव है, जहाँ से स्व० रामदयाल मुंडाजी की प्रारंभिक शिक्षा शुरू हुई थी । मैं भी सत्तर के दशक में वहीं पढ़ रहा था । उस समय मैं देखता था - देवड़ी गॉंव में सभी के घरों के छत पुवाल के ही होते थे, इतना तक कि मुंडाजी का मकान भी पुवाल ही का होता था । वहॉं के लोगों से सुना था कि उनके गॉंव में किसी प्रेत का वास है, जो कि किसी के भी खपरैल वाले घर के छत को टिकने नहीं देता था । अब ये बात मुझको सिर्फ एक बकवास जैसा लगता है, क्योंकि अब तो वहॉं कितने ही पक्के मकान दूकान बन गए हैं ।
Isliye jharkhand sbse grib state hai kuki yha ke logo ko progress ke naam pr yhi sab Krna rhta ,avi v in logo ko jangal me hi rhna hai to yhi hote rhega
गाँव का देवी स्थल है आदिवासी हि आदि काल से भारत में रहते आऐ हैं पहला धर्म हिन्दू धर्म है गाँव हो या शहर आदिवासी हि प्रथम पुजा पहान के द्वारा किया जाता है घर जमीन सभी प्रकार का पुजा जैसे होली, दीपावली करमा पुजा सभी हिंदू रिती रिवाज से हि चलते आ रहै है
Ye rajniti nahi hai , yedi apke jamin par koyi atikarman karna chahega to nischit tor par aage khara hokar birodh kariyega,adivasi ekta jindabad, ek tir ek saman sab adivasi ek saman,jai diwri diri,jai sarna,jai adivasi 💪💪
दूध का दूध पानी का पानी ना मंदिर ना सरना स्थल 16 भुजी महामाया कहने वाले गौतम सिद्धार्थ का मां का भी महामाया माया देवी नाम था। कार्बन डेटिंग पुरातत्व विधि से पता चलेगा। आखिर में बौद्ध मठ निकलेगा।
मुढ़मती लोग हैं आदिवासी का कोई धर्म नहीं कहते है, दुसरे तरफ़ पत्थर कि पुजा कर रहे हैं, आदिवासी तो देवी-देवता हि थे जिसको स्वर्ग , सतयुग ,हेविन,अमर लोक,सोने का चिड़िया कहा जाता था,जो इसी भारत देश मे स्थापित था, इस भारत कि धरती पर विचरण करते थे,उस समय युग नया था , एवं स्वर्ग था , इस समय पुराना होने पर स्वर्ग का उलटा नर्क बन गया है, फिर अब विनाश यानी सफाई कार्य हो रहा है ,पुरी तरह सफाई हो ने पर सतयुग यानी दैवी दुनिया होगी,कियोकि सृष्टि चक्र पूरा होने वाला है, लोग कहते है हम आदिवासी हैं, हमलोग हिंदू नहीं है,हमारा धर्म नहीं है, बिना धर्म का तो कोई वस्तु भी नहीं होता है लोग कहते हैं आदि वासी यानी सृष्टि के आदि समय से रहने वाला यानी इतना महान हस्ती का कोई धर्म नहीं ये हो नहीं सकता, मैं भी आदिवासी हुं , और हिंदू ओं से निकले पंथ हैं उन सबका सम्मान करता हूं,, कियो कि जाती में बंटने के बाद अपने अपने हीसाब से कर्म काण्ड या रीति से करने लगे,
Jaldi he santhalpargana pe vishesh samudaye ke kabja ho jayega aur fir pure Jharkhand par bhi hoga tab kaun Aawaz uthayega kyuki ye he sarkar ke core voter hai.
Rajrappa kiska jamine me Hai pata hai kya kisi ko Jharkhand me sirf Adiwasi ka hi jamine Hai koi sala bahari Log aa ke kuch bhi Bole ga to kya jharkhandi Abhi bekup nhi hai
इसमें राजनीति हो रहा क्यू की 2024 में इलेक्शन है चंपई सोरेन बीजेपी में आ गए है जेएमएम का काम है जिसे सारा वोट हेमंत सोरेन को जाय अगर विरोध करना ही था तो जब से पूजा हो रहा था और जब बजरंग बली जयकारा जय सरना जय सनातन
छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं,
जय सरना,
जय आदिवासी।
आदिवासी एकता जिन्दाबाद जिन्दाबाद 💪💪💪
TOH JAB MUSLIM LOG SARNA ZAMEEN PAR KABZA KAR RAHE HAIN . TOH MUSLIMO KA VIRODH KYON NAHI KAR RAHE HO .
@@user-th4wp7yz6x याद रखे आदिवासी ब्राह्मणों का गुलाम स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
@@user-th4wp7yz6xbaahri ho kya...
@@user-th4wp7yz6xमुसलमान तुम ब्राह्मण जैसे छिछोरे नही होते..वो लोग अपने धर्म स्थल अपने रय्यति जमीन पर बनाते है..तुम्हारे जैसे दूसरो के धरोहर को कब्जा नही करते
@@user-th4wp7yz6xara bhai bina kuch samjha criticize karna koi tumha sikha
5 वी अनुसूची की आदिवासी रैयती जमीन पर जो भी मन्दिर बना हो वो तो आदिवासी की ही होगी ।
Kon bola mandir adivashiyo ka ni h. Is mandir m 700 saalo se humare log sewa kar rahe pr kvi vivad ni hua..ye librandu log hindu ko apsh m ladwa kr nya sarna dharm maang rahe h..taaki inhe bahka fusla kr convert karke isaai bnya jaa sake
छेड़ो मत आदिवासी समाज को भी नहीं तो छोड़ेंगे नहीं । जय सरना पंडा से मत डरना ।
अगर आदिवासी जग जाए अपने अधिकार के प्रति तो अगला को बहुत दिक्कत हो सकती है ये तो पक्का सही बात है ।
सोनमेर मांदिर का भी यही हाल है तजूब की बात यह कि कररा में भी एक सारना स्थाल को लूटा गया है धीरे धीरे सभी सरना स्थाल को कब्जा करना चहते है
Karra me sonmer Mandir ka aawaj bhi jarur uthaye nahi lut lenge deku log
Adiwasi hi iske jimmedar hai..diku logo ko follow kar rahe hai dhire dhire
सही कहा-सोनमेर मंदिर का भी यही हाल होगा अभी तक तो वंहा पर पाहन ही मुंडारी में पूजा करते हैं पर अब मंदिर का हिन्दुकरण हो रहा हैं अब वंहा भी ट्रस्ट का निर्माण कर पंडा व्यवस्था लागू कर दिया जाएगा l
जब तक आदिवासी सामाज जागेगा नहीं अपने धर्म की रक्षा नहीं करेगा तब तक आदिवासियों को मिठाने का साजिश रची जाती रहेगी
आदिवासी समुदाय की सुरक्षा को लेकर प्रशासन बिल्कुल गंभीर नहीं है।
सरना स्थल को मंदिर कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता।
जय आदिवासी जय संविधान।
Sarna sthal to pure jh bhumi hi hai
सभी मंदिरो का यही हाल है. पहाड़ी मंदिर.. जगनाथ मंदिर सोनमेऱ मंदिर... और अभी भी सभी सरना मड़ई का मंदिर मे बदलना जोरों से है..
देवड़ी दीरी सारना स्थल ,
Mandir h srarna sthal alg hota h babu..
तुम लोग भी घुसपैठ कियो हो मन्दिर बनाकर@@GhostGaming-ik7br
@@SureshBinha-k4r bahar k tum ho ya mai hun.. girgit isaaiyo ki chal yehan ni chalegii. Dewri humara devi sthal h jise humare purvojo dwara mandir sthpit kiya gya ...agar itna hi ghuspeth hota to humare tamar k vashi inki sewa ni kar rahe hote ...jaati ko dharm bna kr todne kiya ja raha h .. tumhare jaiso jaychandr k bjh se humara desh gulam bna tha..
सभी आदिवासी आप लोगों के साथ है
ये आदिवासी के है जो कि राजा मुंडा ने बनाई थी इसलिए सभी लोग बोल सकते हैं
कि ये आदिवासी का था,आदिवासी का हैं, आदिवासी का रहेगा ।
जय आदिवासी
आदिवासी समाज बिलकुल सही है। प्रशसन गलत कर रहा है. अक्षम अधिकारी से ऐसी ही समस्या पैदा होती है
आदिवासी समाज का धार्मिक स्थल है
@@BrajkishorBedia sirf adivashi jaati ka hi ni sampurn santan samj ka dharmic sthal h..
राजरप्पा को भी ऐसे कर मंदिर बनाया गया है।
प्रशासन पर्व केस होना चाहिए कानून से ऊपर हो गया ये लोग ।।
😅😅😅😅😅😅 adivasiyon ke jameen par jhanda daal kar apn bol rahe ho. Ye ulta bhi ho sakta hai.
Jai sarna jai aadiwasi
This sarna place was built by Tribal king of Mundas named kera. Munda.
adiwasi hindu nahi h
आपका कहना बिल्कुल सही है, आदिवासी हिन्दु नहीं है।
@@SahebSingh-eb3gtबिल्कुल सही है
Right 👍👍👍👍
Bilkul sahi khah vo Christian hai
Ha par adivasi ricebag wale converted christian hai sahi baat hai halle haluwa .
Aadivasi Ekta jindabad
जब बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर राम मंदिर बनाया जा सकता है तो दिवड़ी मंदिर को भी फिर से सरना स्थल बनाया जा सकता है। जय आदिवासी
अनर्गल बात मत बोलो, औकात और हद में रहो।
बिलकुल सही, अभी समय की यहीं मांग है ✊️ जय सरना ✊️ औकात दिखाने वालों को उनकी औकात दिखा देना है!
@@praveenzeal 1857 की क्रांति करवाना है क्या, मंदबुद्धि।
@@AdityaKumar-i8p6f ऊपर से चोरी फिर यहाँ सीना जोरी!! बकलोल!!
@@praveenzeal कौन चोर रे वक्त रहते सुधर जाओ ,मंदबुद्धि, अकल में पत्थर पड़ गया है क्या।
पहले सरना स्थान था बाद धीरे धीरे कब्जा कर लिया है कुछ आ सामाजिक तत्व ने
बेवजह का विवाद हैं... माँ ही बोलो और पूजा करो और निकलो... हमारे तरफ भी 1 मंदिर है जहाँ ब्राम्हण पूजा नहीं कराते तो क्या हुआ? राजनीति हो रहा है बेवजह... ग्राम सभा को मंदिर खोल कर दान पेटी अपने कंट्रोल में ले लेना चाहिए और जो आदिवासी लोग खुद को हिन्दू मानते हैं उनका विकास होना चाहिए और जो आदिवासी खुद को हिन्दू नही मानते वो उस पैसा को छोड़ दें... और पूजा पाहन जी ही कराए ... बात खत्म... बेवजह इसको हिन्दू और आदिवासी में लड़ाने का काम नहीं करे
Sab muhal bigadne ki sazish hai 2 bori chawal me bik jate hai kya samjha paiyega inko 😊
हमें नहीं पता कि हमारी माता सारण है कि दुर्गा है हमारी बस इतनी इच्छा है हम उनसे मिलने जाए तो हमें रोक न जाए मां का जाति नहीं पूछा जाता मां तो मां होती है हमारे देवी माता कोई कुछ भी हो हमारी मां है हमें बस इतना पता है 🙏🏻
Jai Sarna 🙏🙏🙏🌱🇮🇳
जय सरना स्थल.....जय सरना मां🙏
🇦🇹जय आदिवासी
जय सरना जय धर्मे
हम सरना धर्म के लोगों को हिंदू मंदिर से नहीं ईसाई समुदाय से समस्या होनी चाहिए क्योंकि ईसाई समुदाय हमारे सरना समाज के लोगों को धर्मांतरण करतें है।
Tum kis adhar par apni app ko hindu kahatey ho
You are right
@@ranjitlakra6479tum kis adhar se adwashi ho proof kro
ईसाई धर्म के लोग सारनाथ को लूटने तो नहीं आते
ईसाई धर्म के लोग सरना स्थल पर कब्जा तो नहीं करने आते जो ईसाई धर्म के लोग से नफरत होगा
Aacha jankari jai sarna
Bahut sare sarna adibasi apne ko Hindu samajhte hain. Isliye ye problem ho raha hai.
Sahi kaha..yahi adiwasi jimmedar hai
Baman log aadiwashi puja sthalon me sadiyon phle kabja kar k apna fake history hume suna suna k humare kaan bhar diye aur aadiwashi apna real history bhul kar unka history ko hi apna maanne lge
Yah tajub ki baat n h ki bhut se aadiwashi khud ko hindi mante h (yah baman hindu ki sajish ka natija h)
CNT ACT sirf jpsc mein 5 question solve krne ke liye .....baki iski sari pravadhan kalpanik hai..
Hindu darm vale ko lalci ho gaya
Sahi bol rhe h ,,sabhi adivasi 1 ho jao
पांडा लोग game खेला है आप बहुत कुछ हद तक सही विश्लेषण दिये है सरना सनातन के लोग kon है बता सकते हो?
एक समुदाय बस दुसरो के स्थल मे अपने धार्मिक स्थल बना देते है .. सभी आदिवासी क्षेत्र मे सरना स्थल को मंदिर बना दिया जाता था और है
सही बोले, क्युकि आदिवासी लोग का सरना या Jahera sthan sab simple hota hai,,trees se ghira hua,,,jahan prakritik shaktiyon ka waas hota,,ye log adiwasiyon ki astha ko nhi samjhte hain or na jante hain to ये लोग मंदिर का रूप देकर किसी अन्य भगवानों का मूर्ति बैठा देता aur अतिक्रमण kar leta
Ha ek samudaye pura santhal parganas pe kabja kr he chuka hai aur dusra samudaye pura Jharkhand me church banane me lga hua hai dikkat toh hai.
बहुत अच्छा analaysis, Thanks 🙏
Aadiwasi jmin janghl bhech rha , muslim ko bsha rha bangladeshi gush rhe jharkhnad me , jhgh jhgh mashjid ban rha dam hai aadiwasi masjid hta ke dikhye ,
जब पत्थर था तो कोई आदिवासी पूछने नही आता था अब जब ,,,माता रानी की पूजा हो रही है और भव्य मंदिर बन गया ,तब बता रहे है के ये के मंदिर हमारा है ,,, अगर ये असुर वंशज के लोगो का मंदिर है तो हिंदुओ से अपील के माता रानी को असुर मंदिर से निकल दे और कोई नया स्थान में विराजमान करे जहां सिर्फ हिंदू धर्म के लोग पूजा करे माता रानी को अपवित्र ना करे ,,,हिंदू असुर को राक्षस मानते है 🚩🕉️🙏
Tm bihari lo kya jano jharkhand ka culture or history
@@deepkumar6059 जब देश अखंड भारत था तो तुम कहां थे होश है
Pakistan jake puja kro na wo v akhad bharat ka he part tha @@Skum65822
भाई उस मंदिर से ना तुमलोगों का घर चलता है अगर मंदिर वहा से हटा तो उस जगह का नाम और उससे होने वाला income वहाँ कि लोगो को बहुत problem देगा। अगर माता की मूर्ति हटा के पूजा बंद कर दे ना तो ये लोग रोड म आ के भीख माँगेगे।।।
जागो आदिवासी जागो
सदियों से षडयंत्र किया गया है पहले आदिवासी शिक्षित नहीं थे,अब आदिवासी जाग गया है ,जागो आदिवासी जागो अपने अधिकार को पहचानों,अपना समाज और धर्म को पहचानों ,दुसरों का धर्म संस्कृति को मत मानों,हमलोग गलती करते हैं,कि सब धर्म को मानते हैं🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️🤦♀️
मंदिर पर इतना विवाद क्यों। पहले सब कहाँ सो गए थे। क्यों ऐसा हो रहा है।
Soye the to kya pura kabja krega kya hindukaran nhi hona chahiye
सरना स्थाल में बलि का पूजा नहीं होता है,जहेर गोराम स्थल में बलि की पूजा होता है लेकिन महिलाओं की जाना वर्जित है। मां दुर्गा की मंदिर में पूजा अर्चना होती है तो फिर आदिवासी कैसे हो गए मुर्तियां पुजारी, आदिवासी प्रकरीतक पुजारी मानने वाले होते हैं। राजा के समय में क्या था। परन्तु अभी मन्दिर देखने को मिल रहा है केरा मां पुजारी ब्रहामण चक्रधरपुर। मां आकर्षिनी खरसावां पुजारी दिऊरी (नाया)। विचार उचित न्याय हो जोहार।
कौन बोल दिया भाई की सरना में बलि नही दिया जाता वहा भी दिया जाता है मुर्गा मुर्गी सब का और पूजा होने के बाद मास चढ़ाकर हड़िया के साथ प्रसाद चढ़ाया जाता है
Adivasi Ekta Jindabad bad Jai adivasi
Sabse shuru me hi mandir banne dena hi nahi chahiye tha. Rajrappa bhi adivasiyon ka tha jisko abhi Hindu log kabza kar liya Luguburu Ghantabari bhi Santhals ka tha ab wahan bhi Hindukarn ho gaya hai ab Deori Mandir bhi gaya Hinduo ki chapet mein.
Ab Adivasiyon ka unity hi bacha payega humara puja sthal.
Jagu bhai jay sarna
वा मिडिया भाई बिलकुल सही कहा है
जो लोग सरना का मतलब नहीं पाता वो कैसे धानक रचा रहे हैं
जय मां सरना धर्म जय आदिवासी
जय सरना जय आदिवासी 🙏🙏🇦🇹🇦🇹
लड़ाई छिड़कर कुछ न होई ला
सब एक । जय सरना। जय श्री राम।
सहमत
Kaise sab ek h kripya prakaash daliye...?
@MundaRajendra mundaon ki history padho tumhi ishki sakht jarurat hai.
Chup ho ja tum adiwasi nhi ho nakli adiwasi ho
Chup ho ja tum adiwasi nhi ho nakli adiwasi ho
मुख्यमंत्री महोदय को संज्ञान में लेना चाहिए। मनुवादी दानपेटी रख कर व्यवसाय चलाते हैं।जो बहुत निचता कार्य है ये मनुवादी मानसिकता के लोग ही कर सकते हैं।
Politician par Kavi bharosa mat ye sirf vote Bank khelte hai
, यूॅ तो बचपन से यादा कदा देवरी मंदिर दशॆण हेतु जाया करता था ।परंतु बात 1958 जब मैं और स्व, डाॅ, रामदयाल मुण्डा काॅलेज के दिनो यदुवंश आदिवासी छात्रा वास मे आपस मे बात बिचार करते थे जो देवरीके ही निवासी थे। वे देवरी मंदिर के बारे बहुत बताते थे ।उन का कहना था कि मंदिर के आस पास पक्का मकान नही बनना चाहिए। उस समय सोलह भूरी माॅ दुर्गा का छोटा सा मंदिर मे केवल "पहान" ही पूजा किया करत था ।परंतु वर्षो बाद जब पूजा करने गया तो वहां पहान के साथ पंडित को देख आश्चर्य हुआ । उसी दिन भांप गया कि आनेवाले भविष्य में कुछ न कुछ समस्या होगी ही । यह अनावश्यक आदिवासियों का दमन का प्रयास हो सकता है या नही न्याय व्यवस्था ही कह सकता है ।
देवड़ी गॉंव के निकट अमलेशा नामक एक गॉंव है, जहाँ से स्व० रामदयाल मुंडाजी की प्रारंभिक शिक्षा शुरू हुई थी । मैं भी सत्तर के दशक में वहीं पढ़ रहा था । उस समय मैं देखता था - देवड़ी गॉंव में सभी के घरों के छत पुवाल के ही होते थे, इतना तक कि मुंडाजी का मकान भी पुवाल ही का होता था । वहॉं के लोगों से सुना था कि उनके गॉंव में किसी प्रेत का वास है, जो कि किसी के भी खपरैल वाले घर के छत को टिकने नहीं देता था । अब ये बात मुझको सिर्फ एक बकवास जैसा लगता है, क्योंकि अब तो वहॉं कितने ही पक्के मकान दूकान बन गए हैं ।
मैं झालो मुंडा पत्रकार भाइयों से निवेदन करती हूं कि हम एक आदीवासी ही हिंदु हैक
ये सरना अस्थल है
देवरी मंदिर की असली प्रतिमा को भी देखा जा सकता है बहुत ही बारा बारा पत्थर से बया गया है
आदिवासियों को किसी धर्म का गुलाम स्वीकार नहीं करेंगे!
Isliye jharkhand sbse grib state hai kuki yha ke logo ko progress ke naam pr yhi sab Krna rhta ,avi v in logo ko jangal me hi rhna hai to yhi hote rhega
@@NituKumari-j2bye jungal jamen krte rhega....aur inka sarkar bhi fyeda hi uthhata aya hai 🤪🤮
डिकु से सावधान कॉमेंट मे बहुत बीजेपी और RSS वाला है
आदिवासियों सावधान
हम ना ही हिंदू है ना ही क्रिस्टियन
जय जोहार् जय सरना जय झारखंड
जय मूलनिवासी
❤
Sahi baat bole hai Bhai diku DAKU hai
@@BILLU-Bhai421 तुम बोका है अपना सर्वनाश चाहते हो।
@@AdityaKumar-i8p6f अरे जा पहले अपना इतिहास पता कर आ
@@BILLU-Bhai421 इतिहास पढ़ने की जरूरत तुम्हे है,तुम धर्महिन हो रहे हो।
@@AdityaKumar-i8p6f भाड़ मे जाये धर्म हमे अपना जंगल जल जमीन प्यारा है.
बाकी बाद बात रही खतरे की तो झेल लेंगे कमजोर थोड़ी है
इनको आदिवासी से क्या प्रोब्लेब है
ये कहीं भी मन्दिर बना देते हैं
❤❤❤❤
गाँव का देवी स्थल है आदिवासी हि आदि काल से भारत में रहते आऐ हैं पहला धर्म हिन्दू धर्म है गाँव हो या शहर आदिवासी हि प्रथम पुजा पहान के द्वारा किया जाता है घर जमीन सभी प्रकार का पुजा जैसे होली, दीपावली करमा पुजा सभी हिंदू रिती रिवाज से हि चलते आ रहै है
जय सरना माँ
दिवड़ी मंदिर जैसे हैं वैसे ही रहने दिया जाए छेड़ छाड़ ना किया जाए, कृप्या शांति भंग ना करें, जय मां दिवड़ी .
@@Mr_RANCHI_WALE48 बाहरी लोग वापस जाओ,यह आदिवासियों की जमीन है।
Sarna asthal hi
बलिप्रथा मंदिर में कहां से आई ये तो आदिवासी का सरना स्थल है और आदिवासी में बलिप्रथा है और ये देवड़ी दीरी है
जय आदिवासी महादेव भी आदिवासियों का है महादेव को चारदीवारी मे कैद करना बंद करो जय सरना
Ye rajniti nahi hai , yedi apke jamin par koyi atikarman karna chahega to nischit tor par aage khara hokar birodh kariyega,adivasi ekta jindabad, ek tir ek saman sab adivasi ek saman,jai diwri diri,jai sarna,jai adivasi 💪💪
मां की आंख हिंदू होकर हिंदू से विरोध😂😂😂
Good sahi bola sarna zhhanda ho
हमको लगता है कि सूर्य मंदिर का भी यही हाल है जोहर
Jay sarna Jay johar
क्रिस्चन लोग आदिवासी कैसे
1906 to. 1932
Ab angreej se jakar puchna hoga
Deori diri ek adiwasi shabd h...isme Diku logo ko dur rahna chahiye 🔥🔥
Jai johar jai adiwasi
Jai sarna 🙏🙏
अंडा पांडा नहीं चलेगा। आदिवासी समाज एकता जिंदाबाद।
Jai Sarna ❤
जय आदिवासी
दूध का दूध पानी का पानी ना मंदिर ना सरना स्थल 16 भुजी महामाया कहने वाले गौतम सिद्धार्थ का मां का भी महामाया माया देवी नाम था। कार्बन डेटिंग पुरातत्व विधि से पता चलेगा। आखिर में बौद्ध मठ निकलेगा।
Jiy adivasi
7 के 7 दिन पहान ही पुजा करेगा
Adivasi jindabad.my simdega se hun dada
Jay sarna❤❤
Adivasi akta jindabad
Bilkul
Jai adivasi
मुढ़मती लोग हैं आदिवासी का कोई धर्म नहीं कहते है, दुसरे तरफ़ पत्थर कि पुजा कर रहे हैं, आदिवासी तो देवी-देवता हि थे जिसको स्वर्ग , सतयुग ,हेविन,अमर लोक,सोने का चिड़िया कहा जाता था,जो इसी भारत देश मे स्थापित था, इस भारत कि धरती पर विचरण करते थे,उस समय युग नया था , एवं स्वर्ग था ,
इस समय पुराना होने पर स्वर्ग का उलटा नर्क बन गया है, फिर अब विनाश यानी सफाई कार्य हो रहा है ,पुरी तरह सफाई हो ने पर सतयुग यानी दैवी दुनिया होगी,कियोकि सृष्टि चक्र पूरा होने वाला है, लोग कहते है हम आदिवासी हैं, हमलोग हिंदू नहीं है,हमारा धर्म नहीं है, बिना धर्म का तो कोई वस्तु भी नहीं होता है लोग कहते हैं आदि वासी यानी सृष्टि के आदि समय से रहने वाला यानी इतना महान हस्ती का कोई धर्म नहीं ये हो नहीं सकता, मैं भी आदिवासी हुं , और हिंदू ओं से निकले पंथ हैं उन सबका सम्मान करता हूं,, कियो कि जाती में बंटने के बाद अपने अपने हीसाब से कर्म काण्ड या रीति से करने लगे,
Jaldi he santhalpargana pe vishesh samudaye ke kabja ho jayega aur fir pure Jharkhand par bhi hoga tab kaun Aawaz uthayega kyuki ye he sarkar ke core voter hai.
Rajrappa kiska jamine me
Hai pata hai kya kisi ko
Jharkhand me sirf
Adiwasi ka hi jamine
Hai koi sala bahari
Log aa ke kuch bhi
Bole ga to kya jharkhandi
Abhi bekup nhi hai
👏👏👏👏👏
Adiwasi Ekta jindabad
Ye baat sach hai ki adivasi rajniti ka shikar ho gaye hai warna pehle tak to hame bhi pata nahi tha ki adivasi hinduo ka virodh karte hai
आस्थानिये कोन समाज है और किस समाज का जामिन है सबसे पहले कोन सा समाज पूजा करते थे
दो बोरी चावल में धर्म परिवर्तन कर रहे है आदिवासी समाज, इसमें कोई किसी को आपत्ति नहीं ।
Bilkul right hai boly bhi aadivasi ko ekta dikhana paraga
Joy sarna joy adibasi,adibasi jindabad
Jai chala maa ❤❤🙏🙏💙💙❤️❤️🛐🛐🇺🇲🇺🇲🇮🇱🇮🇱🔥🔥🌹🌹🙌🙌🙏🙏
इसमें राजनीति हो रहा क्यू की 2024 में इलेक्शन है चंपई सोरेन बीजेपी में आ गए है
जेएमएम का काम है जिसे सारा वोट हेमंत सोरेन को जाय अगर विरोध करना ही था तो जब से पूजा हो रहा था और जब बजरंग बली जयकारा जय सरना जय सनातन
Gram sabha akta hamesha akata banay rakhana hai
हटाओ मंदिर को
C_ se bhutiya
Jai jharkhand
मीडिया वाला मिला हुआ है।
मीडिया भी बाहरी है
Jago adivasi
Adivasi jindabad jharkhandi johar 🙏