बहुत बहुत बधाई हो। रात दिन की मेहनत से रेलवे परिवार आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं, आने वाले समय में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का सफर आसान होगा, बहुत कम खर्च में धार्मिक यात्रा जनता कर सकेगी। रेलवे प्रशासन से आग्रह है कि अभी उज्जैन से महू तक शीघ्र मेमू ट्रेन चलाई जाय , सत्यनारायण कच्छावा उज्जैन
अमित जी आपको सबको बधाई पर एमपी ने सभी 29 लोकसभा सीट दी हैं सांसदों के पीछे पड़े रहना। रेल अधिकारियों के पीछे पड़े रहना। इंदौर से खण्डवा तक रेलमार्ग बनवाकर ही आराम करना।
अभी तो रुकिए शर्मा पर विद्युतीकरण भी होगा तो इसकी गति और बढ़ जाएगी अभी तो डीजल इंजन से कर रहे हैं लेकिन जब तक विद्युतीकरण नहीं होगा तब तक तो वहां पर ट्रेन चली नहीं पाएगी ऐसा लगता है मुझे
एक तो दूरी बेहद कम थी, बमुश्किल साढ़े तीन किमी तो इंजन पूरी स्पीड नहीं पकड़ सका। दूसरा इंजन कम क्षमता वाला था। हालांकि, इससे पहले स्पेशल ट्रायल में दूसरे इंजन से 120 की गति प्राप्त की जा चुकी है।
स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है। ट्रायल ज्यादा पर होता है, ट्रेनें सुरक्षा के कारण कम स्पीड पर चलती हैं। एकाद साल में बढ़ जाएगी स्पीड। डबलिंग से ट्रेनों को क्रासिंग के लिए नहीं रोकना पड़ता, जिससे काफी समय बचता है, इसलिए यह कहना गलत है कि डबलिंग का कोई फायदा नहीं।
@@amitjhawar3995 ट्रायल हमेशा अधिकतम स्पीड पर होता है, लेकिन सेफ्टी इश्यूज के कारण शुरुआत में पैसेंजर ट्रेनों को क्षमता से कम स्पीड पर चलाने की परमिशन देते हैं। यह सामान्य सा फार्मूला पूरे देश में लागू है। किसी भी ट्रैक पर यात्री ट्रेनों की स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है। नया ट्रैक बारिश, गर्मी और ठंड में सेटल होता रहता है।
🙏🙏बहुत बहुत बधाई आज पूरा सी आर एस देखा धन्यवाद 🙏🙏
बहुत बहुत बधाई हो। रात दिन की मेहनत से रेलवे परिवार आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं, आने वाले समय में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का सफर आसान होगा, बहुत कम खर्च में धार्मिक यात्रा जनता कर सकेगी। रेलवे प्रशासन से आग्रह है कि अभी उज्जैन से महू तक शीघ्र मेमू ट्रेन चलाई जाय , सत्यनारायण कच्छावा उज्जैन
ऐसी दौड़ की सनावद से इंदौर पहुंच जा
अमित जी
आपको सबको बधाई
पर
एमपी ने सभी 29 लोकसभा सीट दी हैं
सांसदों के पीछे पड़े रहना।
रेल अधिकारियों के पीछे पड़े रहना।
इंदौर से खण्डवा तक रेलमार्ग बनवाकर ही आराम करना।
Shandar 🎉
पातालपानी से ओम्कारेश्वर डिस्टेंस कितना km है
लगभग 65 किमी
❤❤❤❤❤❤
Jabardasth video hai aaj Ek Bar fir se CRS Kiya gaya kya aap Gaye Honge
इंदौर से फतेहाबाद रतलाम नीमच लाइन पर ट्रेन 110 से चल रही है इसकी गति कब बढ़ेगी
पहले दोहरीकरण होगा, फिर बढ़ेगी।
Amit ji indore se dewas ke bich trene 110 kmph ki speed par kyun nahi chal Rahi he, ya kabse chalegi is par video banaiye🤔🤔🤔🤔
Amit ji greater ring road ki koi latest news
नहीं, जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया में है।
Amit ji CRS to pehle ho gya tha. Indore say patalpani regularly train kab say start hogi?
पहले राऊ-महू सेक्शन का हुआ था। आज महू-पातालपानी सेक्शन का हुआ है। ट्रेन अगस्त से चलने की उम्मीद है।
@@AmitJaldhariindoreexpress: dhanywad or sadhuwad aapko
अभी तो रुकिए शर्मा पर विद्युतीकरण भी होगा तो इसकी गति और बढ़ जाएगी अभी तो डीजल इंजन से कर रहे हैं लेकिन जब तक विद्युतीकरण नहीं होगा तब तक तो वहां पर ट्रेन चली नहीं पाएगी ऐसा लगता है मुझे
डीजल ईंजन 150kmph पर ट्रेन चला सकते हैं.... Slow speed का कारण कुछ और ही होगा, जो रेलवे छुपा रहा है!!
ठीक है, आप ज्यादा बेहतर जानते हैं।
Sar Ji patalpani se lekar balwada ke bich mein Van Vibhag mein permission Diya nahin Abhi Tak
अभी नहीं, लेकिन अगस्त तक काम की परमिशन मिलने की संभावना है।
@@AmitJaldhariindoreexpress thanks sir ji
@अमित जी
लाइन तो 130 kmph के हिसाब से बनी है तो फिर 101 km की ही स्पीड से स्पीड ट्रायल क्यों किया गया ?
एक तो दूरी बेहद कम थी, बमुश्किल साढ़े तीन किमी तो इंजन पूरी स्पीड नहीं पकड़ सका। दूसरा इंजन कम क्षमता वाला था। हालांकि, इससे पहले स्पेशल ट्रायल में दूसरे इंजन से 120 की गति प्राप्त की जा चुकी है।
Amit ji agar indore dewas trek par 110 kmph par tren nahi chalegi to,dobel line trek, ka kya matlab🤔🤔🤔🤔
स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है। ट्रायल ज्यादा पर होता है, ट्रेनें सुरक्षा के कारण कम स्पीड पर चलती हैं। एकाद साल में बढ़ जाएगी स्पीड। डबलिंग से ट्रेनों को क्रासिंग के लिए नहीं रोकना पड़ता, जिससे काफी समय बचता है, इसलिए यह कहना गलत है कि डबलिंग का कोई फायदा नहीं।
ट्रेन तो 110 पर चलती है लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में नही है आप खुद ऑनलाइन जांच कर सकते है ट्रेन स्पीडोमीटर ऐप से
@@amitjhawar3995 ट्रायल हमेशा अधिकतम स्पीड पर होता है, लेकिन सेफ्टी इश्यूज के कारण शुरुआत में पैसेंजर ट्रेनों को क्षमता से कम स्पीड पर चलाने की परमिशन देते हैं। यह सामान्य सा फार्मूला पूरे देश में लागू है। किसी भी ट्रैक पर यात्री ट्रेनों की स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है। नया ट्रैक बारिश, गर्मी और ठंड में सेटल होता रहता है।
Kab tak kam start hoga
कौनसा काम भाई।
Greater ring road ka