मांस खाने से पाप होता है या नहीं इसका पता सीधे तौर पर देखने से तो नहीं चलता पर जब से मैने Non veg छोड़ा तब से में जीवमात्र के प्रति विशेष प्रेम और दया अनुभव करता हूँ। आज के समाज मे नकारात्मक मूल्य को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। जिसकी वजह से हम अपने स्वरूप (प्रेम , दया , आनंद , शांति) को खोते जा रहे हैं। और हम वो बनते जा रहे हैं जिसका हमे कुछ पता नहीं है जो कि शारीरिक , मानसिक , और सामाजिक बीमारी के रूप में सामने आ रहा है।
भारत दुनिया का एक मात्रदेश है जहाँ बेईमानी, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी , चोरी , भेदभाव, ऊँच नीच, असमानता, छुआछूत करने से पाप नही लगता, बल्कि लहसुन प्याज, अंडा, मांस खाने से पाप लगता हे।
ऋग्वेद.... हमे बाँटकर खाना सिखाता है ... ऋग्वेद के अनुसार जो अनाज खेतों मे पैदा होता है, उसका बँटवारा तो देखिए... 1- जमीन से चार अंगुल भूमि का, 2- गेहूं के बाली के नीचे का पशुओं का, 3- पहली फसल की पहली बाली अग्नि की, 4- बाली से गेहूँ अलग करने पर मुठ्ठी भर दाना पंछियो का, 5- गेहूँ का आटा बनाने पर मुट्ठी भर आटा चीटियों का, 6- चुटकी भर गुथा आटा मछलियों का, 7- फिर उस आटे की पहली रोटी गौमाता की, 8- पहली थाली घर के बुज़ुर्ग़ो की 9- फिर हमारी थाली, 10- आखिरी रोटी कुत्ते की, ये हमें सिखाती है , हमारी सनातन संस्कृति और मुझे गर्व है कि मैं इस संस्कृति का हिस्सा हूँ...।
Sir aap real ias ho aapne ias, ips post real me izzat rakhi hai meri nazar me aap jainsa ias, ips aaj tak nahi hua aap ne real me sahi baat batai hai you are great ias officer and true person
भैया आपने बिल्कुल सही कहा पर काटने वाला हो या बनाने वाला हो या खाने वाला हो पाप के भागी तीनों बराबर हैं 🙏 भारत एक अनोखा देश जहां मरे हुए को कंधा दिया तो घर आकर नहाना है क्योंकि हमने मरे हुए को कंधा दिया पर मुर्गा हो या बकरा हो वह खाना पाप नहीं यह सोच है लोगों कि और तो और अगर कब्रिस्तान में पैर भी रख दिया तो घर आकर नहाना है पर जब कोई मुर्गा या बकरा खाता है तो पेट कब्रिस्तान नहीं लोगों को शर्म आनी चाहिए
भोजन पर मक्खी बैठ जाए ! तो उसको हटाने में पाप क्योंकि वो भी भूखी है भोजन चाहती है ! नहीं हटाओगे तो -- पुण्य तो मिलेगा लेकिन बीमारी भी मिलेगी !! पाप और पुण्य की समीक्षा होते रहनी चाहिए बच्चो के बीच में ताकि वो एक अच्छे प्रशासक बन सके !
सर वास्तविक व्यवहारिक ज्ञान के मामले में श्रीमद भगवत गीता का ज्ञान सर्वोपरि है वे पूर्ण अहिंसा का समर्थन नहीं करते हैं और ना ही बेवजह हिंसा का समर्थन करते हैं
सर अगर खाने वाले ने जबरदस्ती कटवाया तो सबसे ज्यादा खाने वाले को पाप लेकिन अगर पहले से कटा कटाया बिक रहा है तो सबसे ज्यादा काटने वाले को ज्यादा पाप। सर आपातकाल की बात अलग होती है। आपात स्थिति में तो इंसान कुछ भी खा पी सकता है। लेकिन अगर हम सामान्य स्थिति में आपात स्थिति वाले कार्य करें (जो कि सामान्य स्थिति में अक्सर गलत होते हैं) और उन्हें जायज ठहराएं तो ये कतई सही नहीं होगा। ये तो वही बात हो गयी सर कि मन को बहलाने के लिए ग़ालिब ख्वाब अच्छा है। वैसे भी आपात स्थिति जिंदगी में बहुत कम आती है। रोज आपात स्थिति नही होती। धन्यवाद
🙏 Sir aapke yaha padh ke job mile ya na mile lekin ek sabhya nagrik jarur ban jayenge, jivan jine ki kala me 100% parivartan aayega. Ye mera pakka vishwas hai. I love u sir💝
पाप लगे ना लगे प्रोटीन जरूर लगता है , बहुत अच्छे से समझाया आपने गुरुजी, आप जैसे प्रबुद्ध लोगो को हम सुन पा रहे है मुफ्त मे ,ये हमारा सौभाग्य है, लेकिन इस वैज्ञानिक तथ्यात्मक ज्ञान के आयोजन मे भी लोग छीठाकशी करने से बाज नही आते ,
बात पाप और पुण्य की भी नहीं सर बात चेतना की है , चेतना ही मनुष्य और पशु के बीच का अंतर है और जब आदमी की चेतना जीभ के स्वाद के आगे घुटने टेक दे तो उसका स्तर जानवर से भी नीचे गिर जाता है
तीनों को बराबर पाप लगता है काटने खाने और पकाने वाले को क्योंकि वह भी उस में सहयोगी है जो उसे ले जाकर बेचता है उसे भी उतना ही पाप लगता है किसी को कम या ज्यादा नहीं होता
5 mint me bhot badi baat boli hai sir my view point me agar kise bajuban janwar ka meat khata hu toh me he papi hu keu ki abi k time mare pas vagitable ka opsen hai or me fir bhi janpuch kr kese ki janwar ki jaam le kr apna peat bhar rha hu toh mujhe aak bhot saram aa rhi h apne uper
Depends on how you define paap/sin. Any action against your conscious or that makes you feel guilty is sin. If your conscious permits you to kill or get killed then it is not sin, even killing humans. Killing as last resort is not sin, but killing for pleasure is certainly bad. More over cultivating animals unnaturally is so inhuman. Religion should be totally banned and people should to be taught to take moral responsibility for their actions. That way neither will they become cowards nor terrorist. Religions expect people to follow blindly, hence people find loopholes to escape guilty feeling. Otherwise no sensitive humans with right value system will ever eat non veg food or kill animals while other alternatives are available. And this is what geeta teaches you as well.
इंसान अपनी परिस्थिति के अनुसार निर्णय ले लेता है कि कब उसे पाप लगेगा और कब नहीं। जीव हत्या पाप है तो है चाहे वो किसी भी परिस्थिति में की जाए, चाहे वो किसी भी जीव की जाए। नहीं तो ये सब चोंचले हैं बाकी कुछ नहीं। इंसानी समाज को स्थिर बनाए रखने के लिए जो सामाजिक ताना बाना और नियम कानून बनाए गए हैं सिर्फ वो ही इंसानी जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं बाकी पाप पुण्य केवल आदर्शवादी बातें हैं और कुछ नहीं।
Kuch scenarios me hinsa majboori me karna padta hai example: riots , terrorist ko maarna, ghuspaithiyon ko niptana,etc. Non violence ke saath jitna maximum possible hai utna deal karo.
Sir pahla dosh katne wale ka..Kyuki 01 ias kisi pcs ko illegal work ke liye bole..sign uske hote hai.. ias kheti ka kha leta hai.. lekin hinsa pcs se karata hai
मैं , Meri life se bahot pareshan hun aur खुदखुशी karne ka soch raha hun. Corona virus anne ke bad government jobs to chodo private jobs milna bhi muskil hogaya hai.
We must eat to live and not live to eat,tastes linger in the mouth for a few seconds,after the food reaches the stomach everything else happens! There is no sin or Hell!
संविधान के शिल्पकार, नारी के मुक्तिदाता, करोड़ो शोषित वंचितों के मसीहा, 32 डिग्री और 13 भाषा के ज्ञाता, विश्व रत्न, बोधिसत्व, महामानव, ज्ञान के प्रतीक, बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी की 130 वीं जन्म जयंती पर आप सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं और लख लख बधाइयां .. जय भीम.जय संविधान .. जय विज्ञान..जय भारत ..
Pap to un sabhi ko lagega jo isse sambhandhit hai rahi baat kheti me hinsa ki to paap to us me bhi hai lenin paap ki trivta me antar hota hai kaise koi aapradh chota hota hai koi bada bhagwan ne farmaya hai ki jab aap kam hinsha matlab kheti se jivan jee sakte hai to panchendriya prani ko markar badi hinsa kyo karte hai vaise bhi manshahaar krurta badhta hai jisse bad me bhi nuksan hota hai kahawat hai jaisa khaye ann vaise hove mann bade bade docter bhi sakahaar ko hi sahi kahte hai
पाप लगे या ना लगे मै नही मानता मेरा भोजन खुन खराबेसे,चिख से,दर्द,पिडा से नही होना चाहीए
💚
मांस खाने से पाप होता है या नहीं इसका पता सीधे तौर पर देखने से तो नहीं चलता
पर जब से मैने Non veg छोड़ा तब से में जीवमात्र के प्रति विशेष प्रेम और दया अनुभव करता हूँ।
आज के समाज मे नकारात्मक मूल्य को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। जिसकी वजह से हम अपने स्वरूप (प्रेम , दया , आनंद , शांति) को खोते जा रहे हैं।
और हम वो बनते जा रहे हैं जिसका हमे कुछ पता नहीं है जो कि शारीरिक , मानसिक , और सामाजिक बीमारी के रूप में सामने आ रहा है।
मन के बहकावे में जाकर जो गलत कर्म किए जाते हैं वो पाप होता हैं और जो मन पे कंट्रोल करके अच्छा कर्म किए जाते हैं यही सबसे बडा पुण्य हैं . . . . !
सर आप IAS से भी ऊपर कुछ अलग महान व्यक्तित्व है"प्रणाम🙏
भारत दुनिया का एक मात्रदेश है जहाँ बेईमानी, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी , चोरी , भेदभाव, ऊँच नीच, असमानता, छुआछूत करने से पाप नही लगता, बल्कि लहसुन प्याज, अंडा, मांस खाने से पाप लगता हे।
ऋग्वेद....
हमे बाँटकर खाना सिखाता है ...
ऋग्वेद के अनुसार जो अनाज
खेतों मे पैदा होता है,
उसका बँटवारा तो देखिए...
1- जमीन से चार अंगुल भूमि का,
2- गेहूं के बाली के नीचे का पशुओं का,
3- पहली फसल की पहली बाली अग्नि की,
4- बाली से गेहूँ अलग करने पर मुठ्ठी भर दाना पंछियो का,
5- गेहूँ का आटा बनाने पर मुट्ठी भर आटा चीटियों का,
6- चुटकी भर गुथा आटा मछलियों का,
7- फिर उस आटे की पहली रोटी गौमाता की,
8- पहली थाली घर के बुज़ुर्ग़ो की
9- फिर हमारी थाली,
10- आखिरी रोटी कुत्ते की,
ये हमें सिखाती है ,
हमारी सनातन संस्कृति
और
मुझे गर्व है कि
मैं इस संस्कृति का हिस्सा हूँ...।
मेहनत करने का कोई मौसम नहीं होता, जब करना शुरू करो वही मौसम हसीं बन जाती है 👍👍👍
मैं तो शाकाहारी हूँ🙏🙏
युद्ध कहा तक टाला जाए।
द्वंद कहा तक पाला जाए।
तू भी ही राणा का वंशज
फेक जहा तक भला जाए👍👍
ruclips.net/video/MyOFwsNoYig/видео.html
Phol pati Ka daylog
सर आप इतने सहज और सरल हैं, आपको दिल से प्रणाम
शाकाहार को अपनाओ यही इस वक्त का डिमांड है।🙏🙏
Sir aap real ias ho aapne ias, ips post real me izzat rakhi hai meri nazar me aap jainsa ias, ips aaj tak nahi hua aap ne real me sahi baat batai hai you are great ias officer and true person
सर आपकी बातें में गहराई का स्तर काफी ज्यादा गहरा होता है।
अतिउत्तम
ruclips.net/video/cCjo9PJw71E/видео.html😍😍
कितने लोग यहां शुद्ध शाकाहारी हैं 👍
भैया आपने बिल्कुल सही कहा पर काटने वाला हो या बनाने वाला हो या खाने वाला हो पाप के भागी तीनों बराबर हैं 🙏
भारत एक अनोखा देश जहां मरे हुए को कंधा दिया तो घर आकर नहाना है क्योंकि हमने मरे हुए को कंधा दिया पर मुर्गा हो या बकरा हो वह खाना पाप नहीं यह सोच है लोगों कि और तो और अगर कब्रिस्तान में पैर भी रख दिया तो घर आकर नहाना है पर जब कोई मुर्गा या बकरा खाता है तो पेट कब्रिस्तान नहीं लोगों को शर्म आनी चाहिए
मेहनत करने का कोई मौसम नहीं होता, जब करना शुरू करो वही मौसम हसीं बन जाती है I"🌻🌻🌻🌻
सर जी आप बहुत महान हैं आपको कोटि कोटि नमन है!👏🏻👏🏻👏🏻
भोजन पर मक्खी बैठ जाए ! तो उसको हटाने में पाप क्योंकि वो भी भूखी है भोजन चाहती है !
नहीं हटाओगे तो -- पुण्य तो मिलेगा लेकिन बीमारी भी मिलेगी !!
पाप और पुण्य की समीक्षा होते रहनी चाहिए बच्चो के बीच में ताकि वो एक अच्छे प्रशासक बन सके !
मेरा तो पाप पुण्य पे भरोसा ही नही है... इंसांन वही करता है जो हालात होते है..
मान गए सर जी
बहुत अच्छा लगा 🥰🙏
आप की बात ही अलग है सर
जबरजस्त explane
करते है आप आपको सादर नमन
*ऐसे तर्क देना कोई आसान काम नहीं,*
*बोहोत अच्छा लगा सूनके* 👌
सर वास्तविक व्यवहारिक ज्ञान के मामले में श्रीमद भगवत गीता का ज्ञान सर्वोपरि है वे पूर्ण अहिंसा का समर्थन नहीं करते हैं और ना ही बेवजह हिंसा का समर्थन करते हैं
सर आपका बातें बहुत ही अच्छी लगती है बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है
Aapke tark ekdum satik hai confusion dur hota hai thanks
ruclips.net/video/MyOFwsNoYig/видео.html
सर अगर खाने वाले ने जबरदस्ती कटवाया तो सबसे ज्यादा खाने वाले को पाप लेकिन अगर पहले से कटा कटाया बिक रहा है तो सबसे ज्यादा काटने वाले को ज्यादा पाप। सर आपातकाल की बात अलग होती है। आपात स्थिति में तो इंसान कुछ भी खा पी सकता है। लेकिन अगर हम सामान्य स्थिति में आपात स्थिति वाले कार्य करें (जो कि सामान्य स्थिति में अक्सर गलत होते हैं) और उन्हें जायज ठहराएं तो ये कतई सही नहीं होगा। ये तो वही बात हो गयी सर कि मन को बहलाने के लिए ग़ालिब ख्वाब अच्छा है। वैसे भी आपात स्थिति जिंदगी में बहुत कम आती है। रोज आपात स्थिति नही होती। धन्यवाद
🙏 Sir aapke yaha padh ke job mile ya na mile lekin ek sabhya nagrik jarur ban jayenge, jivan jine ki kala me 100% parivartan aayega. Ye mera pakka vishwas hai. I love u sir💝
सर मैं आपकी इस वीडियो को देखने के बाद आज से मांस खाना छोड़ दिया है🙏🙏🙏
"Pyara golupan" is most lovely word . 😊😊
ruclips.net/video/iZxpgVi8_Ks/видео.html
ruclips.net/video/cCjo9PJw71E/видео.html😍😍
सही कहा गुरुवार- सिक्के का सिर्फ एक पहलू देखना गलत है.
I really like ur logic sir . I am not preparing for any exam but I watch ur video for motivation plus understanding 🙏
पाप लगे ना लगे प्रोटीन जरूर लगता है , बहुत अच्छे से समझाया आपने गुरुजी, आप जैसे प्रबुद्ध लोगो को हम सुन पा रहे है मुफ्त मे ,ये हमारा सौभाग्य है, लेकिन इस वैज्ञानिक तथ्यात्मक ज्ञान के आयोजन मे भी लोग छीठाकशी करने से बाज नही आते ,
जब मैं 5 क्लास में था तब एक कॉपी के पीछे पढ़ा था.
जीवन का एक नियम है कोई किसी को खाता है कोई उसी को ही खा जाता है. 💀
Love from श्रीगंगानगर ❤️ ((राजस्थान))
The discussion is very justified in to days veg-non veg fight.
तर्क के बादशाह को प्रणाम।
He is so logical n wise.
This is the reason i follow him.
Golupan word i love it🤣😂🤣😂
बात पाप और पुण्य की भी नहीं सर बात चेतना की है , चेतना ही मनुष्य और पशु के बीच का अंतर है और जब आदमी की चेतना जीभ के स्वाद के आगे घुटने टेक दे तो उसका स्तर जानवर से भी नीचे गिर जाता है
मन तू पावेगा अपना किया रे
भोगेगा अपना किया रे।🙏🏻🙏🏻
*सफलता शकल देख कर कदम नहीं चूमती,*
*सफलता मेहनत की दिवानी होती है!* 😊
*JaiHind* 🙏🔥
वाह मेरी प्रिंसेस वाह। मेरी प्यारी गुड़िया लगी रहे एक दिन जरूर तुझे सफलता हाथ लगेगी। 👏👏✍️✍️✍️✍️
ruclips.net/user/shortsgwTXDEHjLS0?feature=share
🙏jay hind🙏
Noo
😀😀
आप लाजवाब तर्क देते है सर🙏🙏
मान लो जैन लोगो का एक देश है , us देश पर आर्मी लेकर किसी दुश्मन देश ने हमला किया तो। तब तो दुश्मन मार ना पड़ेगा🙏
जो भी प्यारी आंखे अभी मेरा Comment पढ़ रही हैं ईशवर उनके माता पिता को लम्बी आयु प्रदान करें. जय श्री श्याम🙏👏👏
Good strategy
Sar Hamme bhi ashirwaad de dijiye Mata Pita ji ko to apka ashirwaad mil gaya
tnx
JAII SHREE SHYAM JI MAHARAJ.....
Kheti wala logic is very latest...You are great sir hats off to 👍u
Khana vo khao jiske liye minimum hinsa krni pde..... Drd to ped podho ko mhsus bhi hota h bt unme chetna nhi hoti h...
Ye chetna kya hoti hai...
@@jmmhgptkpafs8472 Consciousness
@@jmmhgptkpafs8472 Chetna matlab Consciousness
चेतना मतलब जागृत होश।
Dard bhi nahi hota hai
तीनों को बराबर पाप लगता है काटने खाने और पकाने वाले को क्योंकि वह भी उस में सहयोगी है जो उसे ले जाकर बेचता है उसे भी उतना ही पाप लगता है किसी को कम या ज्यादा नहीं होता
Sahi baat bohot asani se samjha geye sir.. 🙏
शराब पीने वाला शराब बनाने वाले से ज्यादा पापी..आगर घर मे चुहे ज्यादा हुये है बिल्ली पालना आप को पाप कम लगेगा 😆😆
सर आपण जे काही स्पष्टीकरण करतात. ते लाजवाब असते.
you are the world best teacher Dr vikash divykirti
एक बहुत ही बेहतरीन विचार दिया sir आपने प्रणाम है आपको
ये सब बातें ओशो ने भी बहुत साल पहले बोली थी..
ᴍᴀɪ ꜱʜᴀᴋᴀʜᴀʀɪ ɴᴀɪ ʙᴀʟᴋɪ ꜱᴜᴅʜʜ ꜱʜᴀᴋᴀʜᴀʀɪ ʜᴜ 🔥👏👍👍
5 mint me bhot badi baat boli hai sir my view point me agar kise bajuban janwar ka meat khata hu toh me he papi hu keu ki abi k time mare pas vagitable ka opsen hai or me fir bhi janpuch kr kese ki janwar ki jaam le kr apna peat bhar rha hu toh mujhe aak bhot saram aa rhi h apne uper
Sabse bhari pap khane vale ko lgega ...gajab sir
पाप पूनिय जैसा कोई चीज नही मानो तो पाप है ना मानो तो कुछ भी नही सब मन का भरम है पाप किये बीना कोई जीव जिवीत नही रहसक्ते
Pain sab ko hota hai animals ko bhi 💚💚
Depends on how you define paap/sin. Any action against your conscious or that makes you feel guilty is sin. If your conscious permits you to kill or get killed then it is not sin, even killing humans. Killing as last resort is not sin, but killing for pleasure is certainly bad. More over cultivating animals unnaturally is so inhuman. Religion should be totally banned and people should to be taught to take moral responsibility for their actions. That way neither will they become cowards nor terrorist. Religions expect people to follow blindly, hence people find loopholes to escape guilty feeling.
Otherwise no sensitive humans with right value system will ever eat non veg food or kill animals while other alternatives are available.
And this is what geeta teaches you as well.
इंसान अपनी परिस्थिति के अनुसार निर्णय ले लेता है कि कब उसे पाप लगेगा और कब नहीं। जीव हत्या पाप है तो है चाहे वो किसी भी परिस्थिति में की जाए, चाहे वो किसी भी जीव की जाए। नहीं तो ये सब चोंचले हैं बाकी कुछ नहीं।
इंसानी समाज को स्थिर बनाए रखने के लिए जो सामाजिक ताना बाना और नियम कानून बनाए गए हैं सिर्फ वो ही इंसानी जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं बाकी पाप पुण्य केवल आदर्शवादी बातें हैं और कुछ नहीं।
राम राम जी 🙏🙏
सर क्या आप मेडिटेशन करते हो
Golu again got roasted 😂
Every thing in this universe is transformation of energy (negative and positive)
No Words. 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😀😀😂😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀
Kuch scenarios me hinsa majboori me karna padta hai example: riots , terrorist ko maarna, ghuspaithiyon ko niptana,etc. Non violence ke saath jitna maximum possible hai utna deal karo.
Jivo par Daya kare. 🙏
Others - Illogical /Chutiyapa
Vikas Sir - Golupan 😂😂😂
Sir pahla dosh katne wale ka..Kyuki 01 ias kisi pcs ko illegal work ke liye bole..sign uske hote hai.. ias kheti ka kha leta hai.. lekin hinsa pcs se karata hai
Sir aap बहुत समझदर हो
बहुत अच्छा पढ़ाते हो आप।।
"बुद्ध हिंसा के खिलाफ थे. परन्तु वे न्याय के भी पक्षधर थे और जहाँ न्याय के लिए ज़रुरत हो हिंसा के पक्ष में थे." - डॉ. आंबेडकर
The fundamental of biological rule of nature
" Survival for the fittest."
No survival of the most adaptable...
Food which we can produce without giving pain to others is vegetarian.
Sooooprb " Amazing Sir.... 😊
ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे को स्लाम
पता है कि मंजिल मोत है
फिर भी तेजी से दौड़ी जा रही है
Motivation life .........
🙏🙏
ruclips.net/video/cCjo9PJw71E/видео.html😍😍
Sin is sin...eating meat and killing innocent animals are sin...
मैं , Meri life se bahot pareshan hun aur खुदखुशी karne ka soch raha hun. Corona virus anne ke bad government jobs to chodo private jobs milna bhi muskil hogaya hai.
Great logic hai sir apka... 🙏🙏
मांस खाने वाला, बनाने वाला , बेचने वाला सभी पाप है।
Best way to prevent a war is to prepare for it.
पेड़ पौधों में भी जीवन होता है।
Sir ap sach me ek perfect man ho kyo ki apko is nature ko samajhne ki understanding bahoot bahoot achhi hai jitni tarif ki jaye kam hai jai hind
अहिंसा परमो धर्मः
हिंसा धर्म तथैव च
IAS bano ya na bano, par insan accha bano
इंसान एक विवेकशील है।।उसका काम जानवर मांस खाना नही। ये तो जानवरो का भोजन है। क्योंकि जानवर में विवेक नही होता।।
I like his way of talking ❤️
Pap to nhi lgta sir g lekin dukh utna hi hota hoga jitna apna hat ya per katne ya jalne pe hota hai.
We must eat to live and not live to eat,tastes linger in the mouth for a few seconds,after the food reaches the stomach everything else happens! There is no sin or Hell!
Wah ! Sir Ji kya tark diya h
Sir ji vegetable ki emotions and feelings nhi hota.
Par animal mein hoti hai
संविधान के शिल्पकार, नारी के मुक्तिदाता, करोड़ो शोषित वंचितों के मसीहा, 32 डिग्री और 13 भाषा के ज्ञाता, विश्व रत्न, बोधिसत्व, महामानव, ज्ञान के प्रतीक, बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी की 130 वीं जन्म जयंती पर आप सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं और लख लख बधाइयां ..
जय भीम.जय संविधान .. जय विज्ञान..जय भारत ..
Sin ,not only eat,who cooks, who slaughter,who serves ,sin is there.
पकाने वाले ko ज़्यादा पाप लग़ेगा क्योंकि पकाने वाला स्वादिष्ट बना रहा हैं 😂😂
बहुत सुन्दर गुरु जी
Paap sbko lgega jisne kaata, jiske liye kaata, jisne undekha kiya! Aaj uss paap ko 'climate change' kehte hai...
Sir मैं आपका वीडियो रोज देखता हु
Finally, is sawaal jawab mila mujhe 😅😂
Awesome!!
Pap to un sabhi ko lagega jo isse sambhandhit hai rahi baat kheti me hinsa ki to paap to us me bhi hai lenin paap ki trivta me antar hota hai kaise koi aapradh chota hota hai koi bada bhagwan ne farmaya hai ki jab aap kam hinsha matlab kheti se jivan jee sakte hai to panchendriya prani ko markar badi hinsa kyo karte hai vaise bhi manshahaar krurta badhta hai jisse bad me bhi nuksan hota hai kahawat hai jaisa khaye ann vaise hove mann bade bade docter bhi sakahaar ko hi sahi kahte hai
Hi sir your speaking tune is amazing....