सत् + चित् + आनंद = सच्चिदानंद! परमपिता परमेश्वर सच्चिदानंद स्वरूप है, जीवात्मा सत् और चित् है और प्रकृति सिर्फ सत् है, यही वैदिक त्रैतवाद है और अकाट्य है।
Swami Ji ko Sadar pranam karta hun Swami Ji aapane Hamara jivan Badal Diya hai main khud Arya samaj se sambandhit jankariyan ko leta Hun aur khud Arya samaj se juda hun
Agar koi bharma vishnu mahesh ram karshan Durga me aastha rakta he to aapko bura lagta hei fir aap bar bar sasidananad ka nam kiyu japte ho har vidiyo mei
ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त
🙏🏽 नमस्ते स्वामी जी।आप को कोटी कोटी धन्यवाद स्वामी जी।
पूज्य स्वामी जी को सादर नमस्ते 🙏
Arya samaj jindabad
Sader namste ji.🌹🌹
सत् + चित् + आनंद = सच्चिदानंद! परमपिता परमेश्वर सच्चिदानंद स्वरूप है, जीवात्मा सत् और चित् है और प्रकृति सिर्फ सत् है, यही वैदिक त्रैतवाद है और अकाट्य है।
Swami ji sadar namaste
नमस्कार आचार्य जी
Swami Ji ko Sadar pranam karta hun Swami Ji main aapko Guru Mankar aapse daily Shiksha leta Hun
अति उत्तम
🙏🙏
Swami Ji ko Sadar pranam karta hun Swami Ji aapane Hamara jivan Badal Diya hai main khud Arya samaj se sambandhit jankariyan ko leta Hun aur khud Arya samaj se juda hun
मे सत चित आनंद आत्मा हू।
Maharaj jee namasteआँप को🙏🙏🙏🇳🇵🇳🇵🇳🇵
ll ओ३म ll
बहुत अच्छा बताया
राधे राधे बोलना पड़ेगा❣️❣️🚩🚩🙏🙏
वर्णमाला की किताब उठाओ और पढ़ो अ स्वर है ई स्वर है अर्थात् ईश्वर है। ई व्यंजन नहीं है। लो मिल गया ईश्वर।
Agar koi bharma vishnu mahesh ram karshan Durga me aastha rakta he to aapko bura lagta hei fir aap bar bar sasidananad ka nam kiyu japte ho har vidiyo mei
व्याख्यान को ध्यान से सुने। ईश्वर के वास्तविक स्वरूप को समझने का प्रयास करें।
Swami ji ko kotti kotti naman
🕉️🙏