गोलू देवता एक पैर से क्यों लेते हैं अवतार ?| golu devta ki kahani | golu devta story | golu devta
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- Опубликовано: 15 сен 2024
- गोलू देवता एक पैर से क्यों लेते हैं अवतार ?| golu devta ki kahani | golu devta story | golu devta
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जय कुलनकारी गोलू देवता।
कहानी अलग अलग है सब जगह शायद।
गोलू देवता कत्यूरी वंशी हलराई के पोते ,झालुराई के बेटे थे।
Nice work ❤❤
🌹♥️
अद्भुत कथा है गौर भैरव के अवतार गोलू देवता ज़ी की. हमारे कुल देवता को कोटी नमन 🙏🏻🙏🏻👌🏻👌🏻
Jai ho ji
🌺ये धर्मदास जी बहुत ही अच्छे गुरु हैं इनके वाद्ययंत्र बीजेशार की धमक देव डंगरियों को 5 मिनट में धूने की ओर आकर्षित करने लगती है। उम्र के अनुसार कहानी को सुनाते समय कहीं भूल हो जाती है लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है धर्मदास ज्ञानी नहीं हैं। ये सनातनी नियमों के कट्टरपंथी हैं इनपर गुरु गोरखनाथ की बहुत बड़ी कृपा है।🌺
जै हो गोलू देवता जय हो बहादुर राम जी🙏🚩
Jai ho bala goriya aapki
मौखिक परम्परा होने से कई कथ्य भ्रामक हैं,
शुभकामनाएं 🎉
Ji
Jai Ho Golu devta ji 🙏🙏
Jai ho bala goriya
हर पुराने धर्मदास कुछ नयी बात भी बताते हैं। धर्मदास जी इस कहानी में कई बातों का उल्लेख कर गये।
Jay goril golu devta istha sabki rksha krna❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai ho ji
जय गोलू देव⛳मालिक🫶❤️
Jai ho golju Maharaj
जय हो राजवंशी गोलज्यु देव की जी ❤❤❤❤
Jai ho bala goriya aapki
जय हो गोलू देवता ❤
Jai ho bala goriya aapki
जय ईष्ट देव,
महोदय बच्चे बच्चे को पता है कि हिडिंबा राक्षस पुत्री थी, माता हिडिंबा का मंदिर मनाली हिमाचल में है। घटोत्कच भीम एवं हिडिंबा का पुत्र था, आपकी कहानी कहीं भी कनेक्ट नहीं कर रही , गोलू देव तो हमारे भी इष्ट हैं, लेकिन ये महाभारत का विवरण कभी नहीं सुना , कृपया कहानी की प्रामाणिकता की जाँच कर लें , तत्पश्चात् अपलोड कीजिए ।
प्रयास सराहनीय है आपका ❤
Dhanywaad aapka.. jai devbumi jai uttarakhand
जी बिल्कुल पहले किसी भी कहानी की पर्मार्णिकता जांच लेना आवश्यक है। ये कहानी नातो महाभारत से मेल खाती और ना ही गोलू देव की जीवन गाथा से अगर प्रमाणिकता नही होगी तो समाज मे बृहम फेलेगा। अच्छी कोसिस है किन्तु सही मेलखाती स्टोरी होनी चाहिए।
धन्यबाद
बर्बार्रेक की बात कर रहें हैँ घतोतकच बोल दिया गलती से लग रहा
इनकी बातो से 🤔
बर्बार्रेक की बात कर रहें हैँ घतोतकच बोल दिया गलती से लग रहा
Jai Ho Golu devta ki jai 🙏 sir pr humare wha ek pao se ardi devta awtarit hote hai Jai Ho golu devta Jai ho ardi raja ki jai
Jai ho ji Jai ho
Jai golu devta bala goriya 🙏🏿
Jai ho bala goriya aapki
EXCELLENT
Thank you ji
❤❤ ❤❤❤ Jai Golu Devta 🚩🚩🚩
Jai ho bala goriya aapki
श्री भृगुराज जी के यूं ट्यूब चैनल पर वास्तविक कहानी की वीडियो पहले से ही मौजूद है। कहानी में आमूलचूल परिवर्तन पर प्रतिक्रिया के दृष्टिगत ही शायद धर्मदास जी के बयानों का वीडियो जारी किया होगा। वास्तव में धर्मदास जी के गुरु की कहानी के पुष्ट साक्ष्य तो नहीं हैं लेकिन कनेक्टिविटी है। कुछ नयापन भी लग रहा है।
Join kiya chenl aapka♿♿♿♿
Jai Golu devta 🙏🌹🙏
Jai ho bala goriya aapki
जय गोलू देवता उत्तराखंड वाले
🙏♥️😊🌹
Gwal jyu tumer Jai jaykar ho...... 🙏🙏🙏🙏🙏
Jai ho jai jaikar ho
Jay ist dev Jay bala goriya 🚩🙏🌹🕉🕉🚩❤❤🙏🚩
😊🙏🌞♥️🌹🔱
जय श्री गोलू देव जी।
Jai ho bala goriya aapki
Bhim Ki Shadhi Hidamba Rakhshasni Sey Hui Thi
जय गोल्ज्यू देवता 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🌹♥️🙏😊🌞
Jai mer bala goriya
Jai ho bala goriya aapki
जय इष्ट कुलंकारी तेरी जय जयकार❤🙏
Jai ho bala goriya aapki
जय गोलज्यू महाराज की
Jai ho bala goriya aapki
🙏 Jai 🏵️ ho 🌺 golu 🙏 devta 🙏 Maharaj 🏵️ ki 🌺 Jai 🙏 ho 🙏🏵️🌺🙏
Jai ho ji ♥️🌹
Jai golju Baba apki sada hi jai jai kar ho 🔱🙏❤️ adhbhut kahani ! Jai ho...! ❤️🙏 aisi aisi mehatwapurna jankari jaan ne seekhne ko mil rahi apke channel ke dwara sabhi ko...! Jai ho...! Unique information 🦚🙏🚩Again thnkyou so much bhaiya ❤️🙏 Wonderfull and great job 😊❤️🔱
Jai shiv gorakchnath 🔱
Jai maa Aadishakti 🚩
Jai bala goriya 🙏
Jai ho jai ho jai ho bro🔱😊🌹❤️♥️🙏
Sir ji ye kon si kathak suna rahe hai baap beete ko mix kar diya ek baar or cahe se check kar lijiye
🌹♥️🔱🌞🙏
जय हो
Jai ho bala goriya aapki
मेरी बेटी बहुत बीमार रहती है क्या उसको ठीक कर देगे गोलू देवता
Golju ki kripa rahi to jarur
पत्ते छेड़ने वालीं कहानी बर्बरीक की है जो भीम के पुत्र थे। और जिन्हे आज खाटू श्याम के नाम से जाना जाता है।
Ji
बर्बरीक भीम का पुत्र नहीं बल्कि भीम और हिडम्बा के पुत्र घटोत्कच का पुत्र था।
फिर भगवान श्री कृष्ण की कृपा से ये बर्बरीक खाटू श्याम के नाम से जाने गए।
Jai golu dewta ke 🙏🙏🙏🙏🙏♿♿♿♿♿♿
Jai ho bala goriya aapki
जय हो बालागोरिया की।
Jai ho bala goriya aapki
हिदम्बा राक्षक की कन्या थी न कि नाग कन्या. इस कहानी में लगभग असत्य ज्यादा है. महाभारत और गोल्जु की कहानी का कंही भी संबंध नही मिलता है. यह कहानी शास्त्रों मे कहीं भी नही मिलती है.
❤aadesh🚩
Adesh ju
Guril detva or golu devta ek hi hai ya alag alag hain pleae btaaye
@@lalitasworld ek hi hain
😊😊
🌞🌹🙏😊♥️
❤❤
Jai ho bala goriya aapki
Bhai puri video bnao Golu Devta ke bhaiyon ke bare mein please
Ok ji
मेहरा जी कम से कम कहानी की सत्यता की जांच करके डाला कीजिए ना।
हम तो पुराने लोग है हमको सब जानकारी है अपने बुजुर्गो से यार।
लेकिन नए लोगो को ये पता नही।
और नए बच्चे इसी कहानी को सही समझ कर अपना लेंगे।
और अपने बच्चो को ये कहानी सुनाएंगे।
इससे सत्यता बदल जायेगी मेरे भाई।
कहानी में कुछ तथ्य भ्रामक है।
हलुराई के बेटे झालुराई झालुराई के पुत्र हुवे गोलू देवता।
और मां कालिका तपस्विनी थी जो तपस्या में रत ठींशीकर खेलते हुवे झालुराई ने पानी को अपने सिपाही भेजे जो दो लड़ते हुवे भैंसो को नही छुड़ा पाए। यहां तक की राजा भी।। मां ने उन्हें बड़ी आसानी से छुड़ा लिया।
और तब राजा ने विवाह की आज्ञा उनके चाचा से मांगी जिन्हे कुष्ठ की बीमारी थी।
और भैरव देवता के आशीर्वाद फलस्वरूप गोलू देवता का जन्म हवा इसलिए गौर भैरव कहलाते है।
वास्तविकता और सच्चाई तो खैर अभी तक और आज तक किसी को स्पष्ट अभिलेख द्वारा नहीं प्राप्त है जो भी गाथाएं या जागर गाई जाती हैं उनका जगह-जगह पर अलग-अलग स्वरूप विद्यमान है कहीं पर कुछ रूप विराजमान है तो कहीं पर कुछ। साक्ष्य लिखित अभिलेख के प्रमाण आज तक प्राप्त नहीं हुआ है तो यह सिर्फ हम आज इसीलिए वीडियो डाले हैं ताकि जगह-जगह की कहानी और जगह-जगह की अपनी-अपनी लोक गाथाओं का जो भी दास जी लोग जानते हैं वह अपने तरीके से बता सकें इसीलिए हमने उनको बीच में रोकने का गुनाह नहीं किया क्योंकि वह भी धर्मदास जी हैं जो गुरु पद में आसीन होते हैं
हमारी तरफ़ हर ज्यू एक पैर मे अवतार लेते है।। बताया जाता है कि एक बार हरज्यू का पैर कद्दू की बेल मे फस gya जिससे वो गिर गये।। तबसे इन्होंने बेल वाली सब्ज़ियो को त्याग दिया इसलिए इनके मंदिर मे बेल वाली कोई सब्ज़ी नहीं बनायी जाती है।
Jai ho jai ho bahut sunder Paras ji..🌹🙏♥️❤️🔱🔱
Hamare yaha to har jyu ek per m lete h avtar ..
Haa ji
Bhai ese aagayan bari khataha mt sunaya karo enko pta he nahi h kon kya ta kya nahi
@@ashokkholiya aapko kuch alag pata ho to jarur bataiyega...aapki kahani ko aapke naam dwara mention jarur karenge
@BhrigurajSinghMehra golju k bare m Gaurav Varma ji cmpt walo se pucho wo btayege sab ache se or rahi pandaw ki bt y bubu glat bta rahe h ghtoch ki kahani to maa hedmba se suru hoti na ki nag kanya se
@@ashokkholiya aap kuch bta sakte hain to jarur bataiyega...
@BhrigurajSinghMehra mjko enta gyan nahi h abi k aapko aapne devtao m bare kuch jyada bta Pau jab Pura gyan hoga mjko to m aapko b jauru btauga
@@ashokkholiya dhanyawad aapka adarniye
3 bandh to ghator kach k putr barbarik k pass hote h (m smjh nhi paya guru ji ky btarahe h)
Story sari he galat hai shuru se last tak
वास्तविकता और सच्चाई तो खैर अभी तक और आज तक किसी को स्पष्ट अभिलेख द्वारा नहीं प्राप्त है जो भी गाथाएं या जागर गाई जाती हैं उनका जगह-जगह पर अलग-अलग स्वरूप विद्यमान है कहीं पर कुछ रूप विराजमान है तो कहीं पर कुछ। साक्ष्य लिखित अभिलेख के प्रमाण आज तक प्राप्त नहीं हुआ है तो यह सिर्फ हम आज इसीलिए वीडियो डाले हैं ताकि जगह-जगह की कहानी और जगह-जगह की अपनी-अपनी लोक गाथाओं का जो भी दास जी लोग जानते हैं वह अपने तरीके से बता सकें इसीलिए हमने उनको बीच में रोकने का गुनाह नहीं किया क्योंकि वह भी धर्मदास जी हैं जो गुरु पद में आसीन होते हैं
@@BhrigurajSinghMehra lekin mahabharat puran me spasth hai sari chize
@@asdfgh918 फिर से वही बात कहेंगे जो पहले कहीं ।।
सब जगह अलग अलग कथाओं के अनुसार धर्मदास जी लोगों को अपने क्षेत्र के हिसाब से पुराना पूर्वजों का ज्ञान है, ज्ञान तब का है जब कोई सोशल मीडिया कम्युनिकेशन का माध्यम नहीं था, आजकल तो बच्चे बच्चे को भी टीवी के माध्यम से कई बातें समझ आ जाती है,
पहले के समय गरीबी के कारण भी लोग भारी पुस्तकें और पुराण नहीं खरीद पाए थे तो जिसने जैसी कथाएं सुनी उसने वही ग्रहण करा ,
हमें सब का सम्मान करते हुए यह समझना चाहिए की कम से कम हमारे देवों का नाम आ रहा है और अलग अलग जगह की कहानी भी पता चल रही है फिर उसके बाद जिसको जैसी कहानी पसंद आए वह उसे उसी प्रकार से ग्रहण करें ।।
जाकी रही भावना जैसी
प्रभु मूरत देखी तिन तैसी
एक दम झूठ है कहानी राजा झलराई कत्यूरी राजवंश के राजा है धूमागढ़ मे आज भी उनके महल के खण्डहर पड़े है उनकी प्रमाणिकता की जॉच इतिहास कारो द्वारा हो चुकी है वह भैरव के भक्त थे जो उनको उनके कुलगुरू से मिली उनकी कृपा से उनको संतान प्राप्ती हुए माता कलिंगा पंच नाम देवताओ की मुह बोली बहिन थी हरु सैम की बहिन माता कालीनारा की लड़की इसलिए हर ज्यू और सैम ज्यू को गोल्यू का मामा बोला जाता और दूसरी बात गोलू देवता एक पाव से नही नाचते डाना गोलू नाचते है जिनको कलबिष्ट भी कहते जिनका मूल मंदिर गैराड के जंगल में क्योंकि उनके फूफा लक्षी दयौड़ ने उनका सर और पॉव काट दिया था इसलिए उनको मुनकट भी कहां जाता है लोगों को पता ही नही डाना गोलु और चितई चम्पावत घोड़ा खाल के गोलू अलग हैं बिस्तार से जानना है गैराड गोलू की कहानी पड़ो इनके पिता राम सिंह बिष्ट थे राजा के दिवान नौ लखी पाण्डे ने लक्षी दयौड के साथ साजिश करके गैराड के जंगल मे इनकी हत्या की थी ।❤
Kuch chize phle ke log jitna jante the utna hi batate the...
To galti unki nhi hai..
Aajkl social media se gyaan vistaar hogya hai...
Isliye sabko knowledge ho rahi hai..
Galat koi nhi hota
@@BhrigurajSinghMehra Dear gyan ka vistar hua but jaise ek kaan se baat dusre kaan tak jaake kahani kuch aur ban jaati wahi ho rkha. Mere Pitaji pe golu devta ka bhao tab se aata jab se woh 8th mei thee aur srinagar jaate thee. Uss samay Devta akash marg se yatra kar rhe thee badrinath ki aur unhone hee mandir ke liye sthan choose kiya. Asli bhairav ka avtar hai jo ki Nepal se belong karte aur gora hone ke karan aur aur gau rakshak ke karan unhe gaur bhairav, goriya, gwalju bhi kaha jata. Mahabharat ki kahani aur Golu dev ki kahani ka koi mel nhi even time ke according bhi kahi fit nhi baithti. Bheem ko bachpan mei jaher diya gaya tha jiss karan woh behosh hue aur unhe naagraj ne bachaya aur10hajar hathio ka bal wala amrit diya jaha tak nag kanya ki baat woh Ulupi thi jiski shadi arjun se hui thi na ki bheem se aur bheem k bachpan aur mahabharat ke yudh mei bhut antar hai uss samay ki umr 150 saal ki ua karti thi. Hidimba ki kahani alag hai aur unka putra ghatotkach jinka putra barbarik tha woh alg kahani hai aaj bhi hidimba devi roop mei pooji jaati aur ghatotkach ki kafi vidyaye tantra mei prayog hoti. Ab patro ke naam bhi galat hai malu rai aur jhalu rai upar se 7 ranio ki kahani aur ab kahani mei kalinga se shadi kar ke le ja rhe woh bhi tapovan jo route bhi alg hai aur waha fir se kalinga pani bhar rhi, kuch toh sync mei ho isse actual facts aur aane wale logo ko kya gyan milega woh fake hee smghenge. mere parivar mei golu dev ka rodra roop aata tha means unke sath bayal 64 yogini, peer, veer aate thee aur aag ka khel hota tha but vachan ke baad woh shant raja roop mei aate keval apne ek veer kalva ke sath aur gorakhnath ki duni aur baje mei nachte. normally dono pao pe nachte but raja roop mei woh ek pao pe toh kabhi horse riding ke roop mei nachte pehle aankh band karte hee sba kuch bta dete thee but waqt aur umar ke sath aur parivar ke kafi logo ne woh shakti lene ki kosish ki agorio ke through bhi usske baad se ab woh cheej ya shakti itni nhi rhi ya kahe toh hide hai aur hum khud even musibat mei bhi unhe kasht nhidete haa abhi bhi parcha bta dete abhi bhi theek kar dete but hum khud ab kewal unki normal pooja dete aur unke sath kul devi maa raj rajeshwari, maa gaura aur Kalratri maa kali, vasuki ko bhi kewal rudrabhishek ya vishnu sahastranaam mei hee somya tarike se pooja dete.
Galt kahani mat kho yar ye padit farji he
He tau maharaja bar barbarik ki katha hai
😊♥️🙏🌹🙏
Pandat Ji Mahabharat Dekho Barbrik Ko Ghtotkach Bol Rahey Ho
वास्तविकता और सच्चाई तो खैर अभी तक और आज तक किसी को स्पष्ट अभिलेख द्वारा नहीं प्राप्त है जो भी गाथाएं या जागर गाई जाती हैं उनका जगह-जगह पर अलग-अलग स्वरूप विद्यमान है कहीं पर कुछ रूप विराजमान है तो कहीं पर कुछ। साक्ष्य लिखित अभिलेख के प्रमाण आज तक प्राप्त नहीं हुआ है तो यह सिर्फ हम आज इसीलिए वीडियो डाले हैं ताकि जगह-जगह की कहानी और जगह-जगह की अपनी-अपनी लोक गाथाओं का जो भी दास जी लोग जानते हैं वह अपने तरीके से बता सकें इसीलिए हमने उनको बीच में रोकने का गुनाह नहीं किया क्योंकि वह भी धर्मदास जी हैं जो गुरु पद में आसीन होते हैं
Bhai mhabharat to likhi Hui h na mhabharat ka to प्रमाण है@@BhrigurajSinghMehra
मेहरा जी कहानी तो ठीक है लेकिन धारामदास जी थोड़ा बुजुर्ग आदमी है पुराने आदमी है कैमरा के सामने कैसे बोल पायेगे इस लिए जो जैसा कमेन्ट करता है करने दो lकहानी ठीक है कोई प्ररोब्लम नहीं है थोड़ा नाम के आगे आगे पीछे हो रहे है बस
👏👏👏👏👏
🔱♥️😊🙏🌞🌹
स्टोरी के उत्तराखंड जगर परंपरा में कोई प्रमाण नहीं है उत्तराखंड और महाभारत काल का आपस में कोई संबंध नहींहै क्योंकि श्रीमद् भागवत में उत्तराखंड का जिक्र नहीं है कहानी को काफी तोड़ा मरोड़ा गया है मेहरा जी कृपया करके स्टोरी वह डालें जिसमें सत्यता हो धर्मदास जी का कोई अपमान नहीं कर रहा शायद उन्होंने अपने गुरु से इस कहानी सुनी हो इस कहानी की कोई सत्य प्रमाण नहीं है क्योंकि गोलू देवता धूउमाकोर्ट के राजा थे जो आज का नेपाल है महाभारत काल से गोलू देवता का एक प्रमाण मिलता है जो की दूधाधारी कृष्ण अवतारी कहां गया थाउनको पर एक कहानी के कोई
प्रमाण नहीं है कृपया स्टोरी सोच समझकर डालें
नई जनरेशन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा
वास्तविकता और सच्चाई तो खैर अभी तक और आज तक किसी को स्पष्ट अभिलेख द्वारा नहीं प्राप्त है जो भी गाथाएं या जागर गाई जाती हैं उनका जगह-जगह पर अलग-अलग स्वरूप विद्यमान है कहीं पर कुछ रूप विराजमान है तो कहीं पर कुछ। साक्ष्य लिखित अभिलेख के प्रमाण आज तक प्राप्त नहीं हुआ है तो यह सिर्फ हम आज इसीलिए वीडियो डाले हैं ताकि जगह-जगह की कहानी और जगह-जगह की अपनी-अपनी लोक गाथाओं का जो भी दास जी लोग जानते हैं वह अपने तरीके से बता सकें इसीलिए हमने उनको बीच में रोकने का गुनाह नहीं किया क्योंकि वह भी धर्मदास जी हैं जो गुरु पद में आसीन होते हैं
सब जगह अलग अलग कथाओं के अनुसार धर्मदास जी लोगों को अपने क्षेत्र के हिसाब से पुराना पूर्वजों का ज्ञान है, ज्ञान तब का है जब कोई सोशल मीडिया कम्युनिकेशन का माध्यम नहीं था, आजकल तो बच्चे बच्चे को भी टीवी के माध्यम से कई बातें समझ आ जाती है,
पहले के समय गरीबी के कारण भी लोग भारी पुस्तकें और पुराण नहीं खरीद पाए थे तो जिसने जैसी कथाएं सुनी उसने वही ग्रहण करा ,
हमें सब का सम्मान करते हुए यह समझना चाहिए की कम से कम हमारे देवों का नाम आ रहा है और अलग अलग जगह की कहानी भी पता चल रही है फिर उसके बाद जिसको जैसी कहानी पसंद आए वह उसे उसी प्रकार से ग्रहण करें ।।
जाकी रही भावना जैसी
प्रभु मूरत देखी तिन तैसी
वास्तविकता और सच्चाई तो खैर अभी तक और आज तक किसी को स्पष्ट अभिलेख द्वारा नहीं प्राप्त है जो भी गाथाएं या जागर गाई जाती हैं उनका जगह-जगह पर अलग-अलग स्वरूप विद्यमान है कहीं पर कुछ रूप विराजमान है तो कहीं पर कुछ। साक्ष्य लिखित अभिलेख के प्रमाण आज तक प्राप्त नहीं हुआ है तो यह सिर्फ हम आज इसीलिए वीडियो डाले हैं ताकि जगह-जगह की कहानी और जगह-जगह की अपनी-अपनी लोक गाथाओं का जो भी दास जी लोग जानते हैं वह अपने तरीके से बता सकें इसीलिए हमने उनको बीच में रोकने का गुनाह नहीं किया क्योंकि वह भी धर्मदास जी हैं जो गुरु पद में आसीन होते हैं
सब जगह अलग अलग कथाओं के अनुसार धर्मदास जी लोगों को अपने क्षेत्र के हिसाब से पुराना पूर्वजों का ज्ञान है, ज्ञान तब का है जब कोई सोशल मीडिया कम्युनिकेशन का माध्यम नहीं था, आजकल तो बच्चे बच्चे को भी टीवी के माध्यम से कई बातें समझ आ जाती है,
पहले के समय गरीबी के कारण भी लोग भारी पुस्तकें और पुराण नहीं खरीद पाए थे तो जिसने जैसी कथाएं सुनी उसने वही ग्रहण करा ,
हमें सब का सम्मान करते हुए यह समझना चाहिए की कम से कम हमारे देवों का नाम आ रहा है और अलग अलग जगह की कहानी भी पता चल रही है फिर उसके बाद जिसको जैसी कहानी पसंद आए वह उसे उसी प्रकार से ग्रहण करें ।।
जाकी रही भावना जैसी
प्रभु मूरत देखी तिन तैसी
गंगनाथ देव की कथा और सत्यता की जानकारी देने की कृपा करें।
Ji
Jai hoo golu devta ji 🙏🏻
Jai ho bala goriya aapki
Jai ho.. dev 🌺🌺🪔🪔🙏
Jai ho ji