एक सवाल अभी भी उठ रहा हैं कि हिन्दू धर्म में जब कोई मरता हैं तो लाश जलाकर उसका अंतिम संस्कार किया जाता हैं.. लेकीन जो कंकाल मिले हैं वो कब्र में मिले हैं.. तो इसका भी जवाब दें..
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
आज भी हिन्दू धर्म में दफनाया जाता हैं साधू, संत को आज भी दफनाया जाता हैं, कम उम्र के लड़के लड़कियों को आज भी दफनाया जाता है, और ये सब हटा DNA क्या कहता है ओ देख, लेकिन तुझे दिखेगा नही क्यूंकि तुम नीले कबूतर हो जिसके अंदर जहर घोल दिया गया है
जो गंवार बोलते हैं आर्य बाहर 3 हजार साल पहले आये, तो ये बताएं वेद में 15 हजार साल पहले विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का वर्णन कैसे है ?? हड़प्पा में अग्नि पूजन (यज्ञ) कौन करता था ? हड़प्पा में पाई गई पशुपतिनाथ की मूर्ति, भू देवी की पूजा कौन करता था ? यदि आर्य विजेता थे तो भारत में आकर उन्हीने अपनी मूलँ भूमि का वर्णन क्यों नही किया ? जबकि हर विजेता कभी अपनी मूल भूमि नही भूलता जैसे ईसाई के लिए वेटिकन और मुसलमान मक्का नही भूले, जबकि वेद सहित अन्य वैदिक साहित्यों में जिस प्रकार भारतीय नदियों , पहाड़ियों के प्रति पूज्यनीय भाव मिलता है यह आक्रमणकारी का भाव संभव ही नही
इसी बयान की वजह से 5 करोड़ का जुर्माना लगा था ,जो की सरकार के प्रभाव में आकर बयान दिया था , राखीगढ़ी के डीएनए रिपोर्ट में r1 a1 नहीं मिला, वसंत सिंधें ने इस बात को छुपाया, जिसकी वजह से जुर्माना लगा।
Dhudhnath Yadav , सही कहा लेकिन वो ब्राह्मण नहीं व्रात्य थे, हम हिन्दू तो अपना इतिहास जानते है | शास्त्र कह रहा की अगर तीन दिन संध्यावंदन नहीं करता तो ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र सभी अपने स्थान से गिर जाते है | फिर प्राश्यचित कर संस्कार और उपदेश करने का विधान है |. तो ये लोग कहा से ब्राह्मण हुए ? सच तो यह है की अंग्रेज़ो ने कूटनीति के इस्तेमाल से हिन्दुओ को अपने पारम्परिक आचार्यो से दूर करके गाँधी नेहरू ,आंबेडकर , तिलक , गोखले , टैगोर , राजा राम मोहन , विवेकानंद , विनोभा भावे इत्यादि गुलामो का अनुसरण करने को मजबूर किया |. नहीं तो जब भारत की जनता त्राहि त्राहि कर रही थी तो ये कैसे विदेशो में पढ़ रहे थे और स्वर्ग सा सुख भोग रहे थे और देवताओ सी ख्याति पा भी रहे थे ? अंग्रेज़ो ने इन चमचो से मनमाना काम करवाया जैसे गाँधी से बाइबिल लिखवाई और तिलक , सांस्कृतायन आदि से आर्य आदि की झूठी कहानी |
Katappa , तुम्हारे कहने से सबकुछ सही हो जायेगा ? जाति धर्मः च कुल धर्माः च शाश्वतः गीता का पहला अध्याय भी तो नहीं आता तुमको | जिस योगदर्शन का इतना प्रचार है उसका सिद्धांत है की पूर्वजन्म के कर्मो पर आधारित जाति आयु और भोग है |. प्रारब्ध के उपरोक्त तीन फल है | सनातन सिद्धांत एक जीवन पर आधारित नहीं है , बल्कि पुनर्जन्म के सिद्धांत और "देह के नाश से जीव का नाश नहीं होता" इन्ही सिद्धांत पर आधारित है | जन्म का भी तो कोई कारण है या नहीं ? या सिर्फ ऐसे ही हवा में बाते कर रहे हो ? और genetic separation की थ्योरी जानते हो ? DNA जानते हो ? डीएनए में पूर्वजो के किये करोडो वर्षो के शुभ अशुभ कर्मो के बीज सुप्त अवस्था में होते है जिनसे जन्मजात mental pattern बनते है , ये जानते हो ? जो लोग जाति मिटाना चाहते है वो 'इस्लाम और ईसाइयत' की तरह हिन्दू को भी उन्ही की तरह एक विश्वव्यापी गिरोह बनाना चाहते है और इससे ज्यादा कुछ नहीं | मिटाना है तो प्रकृति और मनुष्य का शोषण मिटाओ , अमीर गरीब का बढ़ता हुआ भेद मिटाओ , ये व्रात्य लोग जो दुसरो की जीविका पर डाका मार रहे है वो मिटाओ , विदेशी कंपनीया विकास के नाम पर हमारे पारम्परिक उद्योगो को नष्ट करके वो हमारी चीज़ हमको ही 100 गुना दाम पर बेचेंगे | वो दिन दूर नहीं जब कुम्हारो की जीविका छीनकर मिटटी के बर्तन भी ऑर्गनिक के नाम पर लाखो रूपये में विदेशी कंपनी बेचेगी | हमारे पारम्परिक उद्योग को नष्ट करके "Handmade Shoe" 1 लाख रूपये जोड़े तक विदेशी कंपनी बेच रही है और जिनका उद्योग नष्ट हुआ वो भीख मांगने को मजबूर है | हम चाहते है की भारत की हर जाति का उचित सम्मान हो और उनको उनका जन्म से जीविका का हक़ मिले ताकि कोई बेरोज़गार न हो और विकास के नाम पर प्रकृति का अंधाधुंध शोषण रुक जाए वरना पृथ्वी प्रलय लाएगी | जाति तोड़ने के पीछे विदेशी षड्यंत्र है , ये खुद तो बर्बाद हो चुके है 2000 साल पहले , फिर भी इनके यहाँ आज तक ऊच्च जातियां है जिनको "Noble" कहते है , bloodlines कहते है , क्या कोई भी आम व्यक्ति England का राजा या रानी बन सकता है ? नहीं उसका राजपरिवार से ही होना जरुरी है | इसी तरह वरिष्ठ पोप महोदय और भी बहुत कोई , "Morganistic marriage" के बारे में सुना है ??? हम अंग्रेज़ो की कूटनीति की चपेट में नहीं आने वाले और जो मूर्खता कर रहा है वो पहले भविष्य पुराण किसी ब्रह्मनिष्ठ स्रोत्रीय व्यक्ति से पढ़ ले आँखे खुल जाएँगी |
@@ramnirmohi9027 गीता का पहला अध्याय में ऐसा कोई श्लोक नहीं जो जातिवाद को समर्थन करता हो. ये जो बनाबटी झूठा श्लोक पेश कर रहे हो उसको अपने पास रखो. सब मनुष्यों की सिर्फ एक जाति है वो है मानव जाति. कर्म फल व्यवस्था और पुनर्जन्म के अनुसार मानव जाति मिलती है.
@@kamallimba7722 phle ki itiha book me ta sabne whi pada he thoda uodet ho jao sach samne aa gya logo ne 3 saal mhenat ki he suno jara un logo trhe na kho charndyaan 2 fail ho gya durpite🤬
बाइबल ओर कुरान सब झूटी किताबे है जिसमे दूसरे के धर्म के बारे में गलत लिखा है अल्लाह 1400 साल पहले ओर येशु 2000 साल पहले आया ये copy right किताबे है बस । सनातन धर्म सबसे पुराना है आर्यन हिंदुस्तान से बाहर गए थे धर्म का प्रचार करने ,,हर हर महादेव
Hindu ka meaning Kya hai bata.sanatan likhane se prachin dharm nahi hota.11 vi Sadi Tak kagas bhi nahi tha,tab shilalekh aue tamrapatra the,aur koi bhi shilalekh ya tamrapatra Sanskrit Mai likha hua ye grantho ke saboot nahi deta.
बौद्धों के जातक कथाओं से चोरी कर रामायण का सृजन परिवर्तित रूप में किया गया जिसमें बौद्ध का जिक्र मिलता है ।ब्रह्मा पुराण, जो सबसे पहले का पुराण है, में सिंधु घाटी की सभ्यता का जिक्र है । अन्य सभी ग्रन्थों का यही हाल है । काल्पनिक कथाओं के पात्रों को अपने विश्वास और आस्था का आधार बनाना झूठ की तरफदारी करने का एक अनूठा उदाहरण है । दूसरे धर्मों के विरूद्ध बोलने से सच्चाई छिपेगी नहीं लेकिन बोलने वाले का बौखलाहट उजागर होता है । शिक्षा के उद्देश्य से मनगढंत , तिलस्मी कथा कहानियों का सहारा तो लिया जा सकता है लेकिन इसे विश्वास और आस्था का आधार बनाएँ, यह अस्वाभाविक होने की पराकाष्ठा को दर्शाता है ।
@Raju vats Ram ko sadbudhi nhi thi... Ravan ko Das siro wala kehte they matlab boht gyani...Ram ne sirf ek dhobi ke kehne par Sita ke upar shaq kiya aur sita ko agni pariksha deni padi. Ram agar bhagwan tha toh unhe pata nhi chal paya ke sita pavitra hai ? Mai proof ke layak kyu nhi... Tm kehte ho manu tha... Christian, Islam aur yahudi kehte hai Adam tha. Kaun jhut bol rha hai..
@@123-c2kyou seem to be disappointed by the findings. To understand shri ram you have to understand dharma. If you feel a great king should stoop to kidnapping a woman,it helps us to understand the reasons for crimes against women even to this day. Read up on why shri ram was known as maryadapuroshhottam. You will have your answer or perhaps you can listen to sadguru on the same topic
@@indranidutta1945 you believe in tales .. unbelievable ... I am talking about the findings . Do you know R1 gene was absent in the skeleton found in rakhigarhi. Read the science paper led by David Reich. Read The paper called ' cell ". Don't be fooled by your emotions. Check the facts and accept the truth.
Indian history written by ROMILA THAPPAR. But she didn't know SANSKRIT. Without understanding of VED how history of India can be written.its total wrong narrative made by ROMILA THAPPAR
@@PankajKumar-yb5tu भाई , धरती नही , पृथ्वी के बारे में ऐसा कहा है महावीर ने जैन धर्म मे , धरती और पृथ्वी का अंतर समझते हो ? ओर हा , कचरे में फेकने लायक ही है , वेद तो खुद कचरा है उसे कँहा फेंकोगे ?
बाबासाहेब अम्बेडकर की थेओरी सही साबित हुई,,,,बाबासाहेब ने भी यही कहा था कि चाहे ब्राह्मण हो या शूद्र सभी मे आर्य रक्त है। आर्य-द्रविड़ जैसे झूठ को उन्होंने नकार दिया था।कम्युनिष्ठों का झूठ फिर उजागर हुआ।
नमस्कार सर,कुरुक्षेत्र सर मोहेंजोदडो की दुरी कम से कम 950 किलो मिटर है मोहेंजोदडो की विपरीत दिशा मे उजनी दुरी याने 950 किलोमीटर पर खुदाई सुई तो महाभारत काल के इतिहास मिल सकता है l या कुरुक्षेत्र से हडप्पा की दुरी 450 किलोमीटर हो l हडप्पा से विपरीत दिशा मे कुरुक्षेत्र से 450 दरी पर यदी खुदाई होती है l तो महाभारत काल का इतिहास अवश्य मिल जाएगा l
आर्य का मतलब होता है श्रेष्ठ। कोई जाति बाती नहीं होता। आर्य बाहार से आए इए कोंग्रेस और वामिओ की वना बटी इतिहास था। ताकि हिन्दुओं मै दरार रहे। इए एक साजिश था।
@@sujatakamble1077 मेरा आपसे एक ही सवाल है जब 30,000 की सेना में मुगल हिंदुस्तान पर कब्जा नहीं कर पाया अखंड भारत पर कब्जा नहीं कर पाए तो 3000 क्षत्रिय ब्राह्मण और आर्य इस देश पर कैसे कब्जा कर पाए जब 30,000 मुगल इस देश के सारे मंदिरों को ना तोड़ पाए उनके ऊपर मस्जिद ना बना पाए तो 3000 ऑडियो नहीं कैसे संभव किया किस देश के 11 बिहार को तोड़कर उसके ऊपर मंदिर बनाया आपने कहा कि आर्यों ने जुनून किया तो क्या उस दिन से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट खड़ा नहीं हुआ जिस तरह से मुगलों से लड़ने के लिए कितने हिंदू खड़े हुए उस तरह से आर यू रहे हो से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट क्यों नहीं खड़ा हुआ क्योंकि यह जो आप कह रहे हैं यह फर्जी बात है
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
अगर ऐसी ही सोच वाला कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बनता तो आज मुसल्लमान भी भारत के मुलनिवासी होते। क्या है -की जब संया भये कोतवाल तो डर काहे का। खुब अपनी मर्जी से इतीहास बनाओ बिगाड़ो।
अर जो लोग आर्य न विदेशी कह हैं वे लोग इतिहास पढ़ लो भारत का प्राचीन नाम आर्यावर्त था अौर यहाँ पर निवास करने वाले सभी लोग आर्य थे। उसी प्रकार से जिस प्रकार से अाज हम भारत में निवास करने वाले सभी भारतीय हैं। महाभारत अौर रामायण में भी आर्य शब्द का वर्णन।
Brahman videshi R1a1 gene which is aryan gene (brahman) Gene not ❌❌found in the DNA test Ye shinde gaddar ne brahmano ke hatho apnaa imaan bech diya Jago india🇮🇳🇮🇳🇮🇳 jago Brahman videshi Go brahman Go back⏪
@@bhanvarsingbhati5685 to fir aaj jatiwad kyu ise sabko milke samapt karna or ek desh ek jaati or wo jati manush jati honi chahiye batao kon taiyyar h iske liye..
The finest example of half truth or twisted truth. Mr. Shindhe is supposed is talking about an period of BC 2300 to BC 2800, and all the reference about Aryans starts from BC 2000 and afterwards, say BC 1200 to BC 800. There is a clear cut gap of 300 to 800 year gap. Besides the paper Mr. Sindhe is talking about clearly mentions people coming in , in a later period, his paper mentions those people as Steppe-Pastoralist. --------- And who are the people he mentions as people of Here? He writes in his paper that they are Iranian from Zagross mountain area. The original paper is easily available in net in PDF form from the publisher CELL.
material+textual+Genetic Evidences together proving that Indigenious iranian hunter gatherers were the proto indo europeans and they came into north india long before 10k BC. and mingled with proto dravidian speaking SE hunter gatherers. now about Steppe ppl they were not Any arya there is no clue about what indo_iranian dialect they spoke. from multiple evidences it is now obvious that steppe ppl were not Aryas they were Anti Vedic nomads.
The Iranian people he mentions are those hunter gatherers who seperate from there brothers in Iran about 13 thousand years ago before the start of agriculture and then those people start agriculture themselves about 10 thousand years ago then start harrpans civilization and are still the ancestors on all south East Asian contrary to the theory that they came into India after agriculture was descovered in mesopotamia then in 1500 BC got replaced by Aryans we don't find any archeological proof an invasion of migration and population genetics reinforced this
Mene Inka pura dekha h Inka session kese kra and Kya hua. Aur Baki data b h us time k. And aarya is not caste. It is adjective in Sanskrit to describe qualities in person. Ye bahut critical subject h only ek video dekhke apne pratibhav ni de skte
@@MegaARREHMAN Why you being so happy? You come very last, There is no God but Allah, which means there is no God but God, same as there is no tomato but tomato very much like there is no potato but potato. You first go and find macca in any of 6th century world map then come here to debate.
Thanks for your post for disclosing the truth. ,,,the thought tree,,,IAS RAS coaching centre jaipur rajasthan India Director Shrawan Yadav Especially for upsc Rpsc aspirants.
Agar aryan gene mila jata tab tabh tabh ye kahte arya hi the jinhone sabhyata ka vikash kiya or pure duniya me sabhyata basai balki iske ulta hua jo visit sabhyata thi wo arya thi hi nhi fisaddi ho gaya😜🤣🤣
इतिहास बदला जाएगा लेकिन डीएनए के आधार पर ही निश्चित होगा । विभिन्न समुदायों के बीच डीएनए का मेल और अन्तर, प्रमाणिकता का प्रमुख आधार बना रहेगा । यदि यह कहा जाए कि एक समुदाय बाहर से नहीं आया तो फिर उसका डीएनए क्या है, इसकी सफाई देनी होगी। पुरातात्विक साछ्य मान्यताओं और हमारे पूर्वाग्रह पर अंकुश लगाते हैं एवं स्वार्थ पूर्ण मंशा की ओर जाने से रोकते भी हैं ।
are bhai bahut teji me rehte ho ,, neeraj rai already sab ka dna ke aadhar pr bata chuke hain ye ki aryans baahari nhi hai aur unhone ye bhi bola ki research paper jald hi publish ho jayega ,
That means there was no large scale migration or invasion of people into present day Indus Valley in Pakistan and Punjab Haryana region in India from West Asia and Iran, 5000 years ago. The indigenous population of present day Pakistan region and North Indian regions slowly developed into villages, cities and civilizations. Some cultural or trade contact could have been there due to land continuity between Indian region, and Iran. Similarly no large scale invasion or migration of people from Central Asia (Uzbekistan, Tazikstan) of people of European genetics, known as Indo-europeans or Aryans occured in Northern India of Punjab and Kashmir around 3500 years ago. Some minor migration or intermixing of small populations over the millania could have occurred but no large migration .This again happened due to land continuity. This is what I could infer from the video.
Aryo ke DNA kabhi nhi mila jhoot kiyu bol rha he braman ka DNA kabhi nhi milege braman ka DNA kabhi kyu nhi milega kiyuki ye marne ke bad jalaye jate he bramano ka DNA yuropi se milaye unse hi inka DNA milega ye professor to mohra he bramano ka bramano ise kuch lalach di hogi or farfar popet ki Farah bramano bare me bolne laga gya he videshio ke deshi sabit karna chahte he magar bramano ka DNA bharat ke mulniwasio se kabhi mach nhi hoga inka DNA itna kharab he ye do muye sap he inhone mulniwasio ko gulam banaya huaa he
इतने सत्य प्रमाण संग्रहित हो चुके हैं कि झूठ की कोई गुंजाइश नहीं 2001 का डीएनए रिपोर्ट। राजनीति को द्वारा खुद आर्यों के वेदों में वर्णित है खुद ब्राह्मणों ने यह कबूल कर लिया है। रंगभेद एवं वर्ण व्यवस्था
ager arya videsh hai to inke research and dna test proof ko koi challenge q nahi kar raha. to aap ke pass kya proof hai ki arya videshi hai. aap ne sapna dekho or usko hi sach man liya to kya puri duniya aap ke sapne ko sach mane. bina proof ke aap kese keh sakte ho . or Aryan Invasion Theory. ye sirf theory hai yani soch hai aaj tak iska koi proof nahi mila hai. or abh to dna and research proof hai ki arya hi mulnivasi hai. abh kya aap scientific proof ko bhi nahi mano ge to ye aap ka mental problem hai.
यह बिल्कुल नया शोध है इस से मुझे तो यह शक होने लगा है कि ब्रह्मण क्षत्रिय वैश्य ही यहां के मूलनिवासी हों, और शुद्र बाहर से आए हों, क्यों कि न उन के पास शिक्षा है न जमीन है न उनके शिक्षण संस्थान है न कोई इतिहास है। उन्हें बताया हनुमान पहाड़ ले कर आसमान में उड़ते थे, उनके पसीने से मछली गर्भ धारण कर मकडधज पैदा कर दिया वह सूर्य को खेल खेल में मुह में डाल गया,जब यह सब मान सकते हैं तो यह तो शोध है इसे कैसे नकारेंगे,इस में तो शोध का हवाला है अब नहीं तो सौ दौसो सालों में अपने आप मान जाएंगे वह अलग बात है कि वर्ण व्यवस्था आर्यों का ही शोध है जिसमें मनुवादानुसार कोई मुंह से कोई पैरों से पैदा हो श्रेष्ठ व शुद्र बन गये। अच्छे रहोगे गडे़ मुर्दे न उखाड़ कुछ ऐसे शोध करो जिससे सबको शिक्षा, रोजगार, रहने को अच्छे मकान कानुन के दायरे में सामाजिकता वह समानता से शान्ति पूर्ण जीवन जी सकें।
DNA का cross checkingहोना चाहिए। किसी दो या तीन व्यक्ति के बोल देने मात्र से नया इतिहास नही बन सकता। 21 मई 2001 में टाईम्स ऑफइंडिया में छपी रिपोर्ट को साथ ले कर एक नई रिपार्ट तैयार करनी चाहिए।
@Amar Shinde तू eurasian खोपड़ी है तेरा बाप दादा पर दादा का dna टेस्ट me eurasian का है तू बेकार का बात मत कर सीबीएसई our से मे एनसीईआरटी का claas 6. Th. क्लास 11 th का बुक padho dusrahistori me भी spast दिया है तू chhal कपट का 4500 varso से 10 सिर 10 हाथ 3 sir 4.hath का नकली bhagwan नकली देवी देवता के सहारे भारतके mulniwasi को गुलाम बनाकरr लूट रहा है
यदि आर्य बाहर से नहीं आए तो आर्यों द्वारा बोली जाने वाली भाषा ईदो यूरोपीय कैसे हो गई। हिंदी, गुजराती, मराठी और बंगाली सभी इंडो-यूरोपीय भाषाएं हैं। साथ ही स्पेनिश, अंग्रेजी, फ्रेंच, रूसी, ईरानी, पुर्तगाली और जर्मन । The Y chromosome haplogroup R1a-M417 is found in Indo-European-speaking regions. Its subclade R1a-Z93 is reason for most of the R1 series in India. Its closely related Clyde, the R1a-Z282, is reason for most of the R1 series in Europe. That is, the R1a-M417 descendants are the Edo European-speaking Aryans in the R1a-Z93 haplo group.
सभी आर्य विदेशी हैं, वो सभी यूरेशियन हैं। सभी स्वर्ण, क्षत्रिय और वैश्य यूरेशियन हैं। सिर्फ शूद्र ही इस देश के मूलनिवासी हैं। ये सब बामशाद के रिसर्च में साबित हो चुका है। आप इसे कितना भी गलत साबित करने की कोशिश करो लेकिन विज्ञान को कभी गलत साबित नहीं कर सकते। beyondheadlines.in/2014/04/american-scientist-proves-brahmins-are-foreigners/
भाई कल्पना से भार निकलो आज तक आर्य और द्रविड़ के बीच लड़ाई कब और कहा हुई आजतक पता नहीं चला यदि आर्य लंबे गोरे थे तो साउथ इंडिया के ब्रह्मण गोरे क्यों नहीं है
सिंधु घाटी में पशुपतिनाथ का चित्र मिला है जो कि प्राचीन आर्य देवता हैं, कैसे? सिंधु घाटी के स्थालों में अग्नि पूजा और यज्ञवेदि मिली है कैसे? हड़प्पा सभ्यता के लोग भूमि देवी की पूजा भी करते थे.. जिसे हिंदू वेदों में भी देवी का स्थान प्राप्त है. कैसे?? रही बात संस्कृत की तो ये प्राचीन आर्यों की भाषा है. इसका इस्तेमाल आज केवल स्कूल के विषय या प्रचीन ग्रंथों के अध्ययन में किया जाता है. व्यवहार में यह भाषा कहीं भी इस्तेमाल नहीं होती
@@ashishmishra6925 Ye to gyat hai ki sindhu sabhyta nagariya thi, yani unka vigyan bhi unnat hoga. Jo unhone prakirti puja ki ya pashupati nath ki puja ki, ho sakta hai ki aryo ne unka copy pest kiya ho. Jo pusyamitra sung ke kaal me apne grantho me utra ho. Kyuki sanskrit ki koi utni purani bhojpatra ya lekh, silalekh nhi mila .nhi budha kaal ya maurya kaal me ramayana ki charcha hai. Phir kaise kah sakte hai aap. Agar koi carban deting ka international proof hai to bataiye.
जब सारे अन्य साक्ष्य यह बता रहे हैं कि आर्य भारत के नहीं हैं तो इस कंकाल के डीएनए में कहां से आज के भारत का डीएनए आ गया ? इससे पहले भी तो दो और कंकाल मिल चुके थे। उसमें तब यह नहीं मिला था। यह पूरी तरह से चाल है, बाहरियों समझ जाओ।
@Ravi Prakash अबे अबे शब्द का इस्तेमाल बाहर से आए आर्य ही कर सकते हैं। यह घमंड ही बताता है कि आर्य बाहरी हैं। इसे ऐसे समझो, जब विदेशी अंग्रेज़ भारत आए तो मुसलमानों और हिन्दुओं पर अत्याचार किया। उससे पहले विदेशी मुसलमान भारत आए थे ,तब हिन्दुओं पर अत्याचार किया। इनसे पहले आर्य आए थे तो वे यहां के लोगों पर अत्याचार किए। क्या कारण था कि ठाकुर, ब्राह्मण आदि जातियों ने दलितों पर अत्याचार किए। बताओ। क्योंकि ये बाहरी थे और जब वे यहां के लोगों पर अत्याचार करेंगे तभी वे यहां रह पाएंगे नहीं तो नहीं। जैसा मुसलमानों और अंग्रेजों ने किया। मैं सबसे प्रश्न पूछता हूं कि आर्यों द्वारा दलितों पर अत्याचार करने का कारण बताओ।
@@bravenangeli चाल कैसे हुआ ? मैं बताता हूं। एक बार पता चला कि बाबा रामदेव की औषधियों में हड्डी मिली होती है। आरोप लगाया पश्चिम बंगाल की बृंदा करात द्वारा। तब केंद्र सरकार ने तीन राज्यों में इसके सैंपल की जांच कराई। पश्चिम बंगाल को छोड़ कर बाकी अन्य दो राज्यों में बृंदा करात द्वारा लगाए गए आरोप गलत साबित हुए। क्यों ? अब कंकालों की जांच भारत में हुई, तो डीएनए जांच क्यों नहीं बदले जा सकते। डीएनए चेक करते समय कोई विदेशी थोड़ी था उस समय। केवल विदेशी पुरातत्वविद थे, हमारे पुरातत्वविदों के साथ।
@@anandkumarrai7423bgai ek baat batao brinda karat kab chief minister thi west bengal ki?? Aur ek baat upa k tym ka research hi fake h kyunki wo mulla isai ka sarkar tha...unka foot dalo raj karo niti h to obviously unko hinduo me fut dal k unko convert krna tha....aur shindhe ka paper abhi internationally challenge hoga , aur internet ka zamana h sach jaldi bahar aa jaega....aur ek baat batao Aryans k shamshan ghat kha h? Agar gore tall north indian aryan h to north india ka dalit bhi aryan hoga??
आर्य थे भारत के मुल निवासी आर्य और द्रविड़ अलग-अलग नही थे आर्य गुणवाचक शब्द है जिसका अर्थ होता है श्रेष्ठ द्रविड़ दिशा वाचक है जो दक्षिण भारत मे रहने वाले द्रविड़ जन है वो भी आर्य है
Maharashtra rocks again 👍👍👍👍👍🇮🇳🇮🇳 history hi badal Dali.....mazaa aa gaya🙏🙏🙏
RAKHIGARHI, HARYANA MAIN HAI BHAI. WO TO NAHI BOL RHE "THEY ROCKED AGAIN"
Jai Maharashtra 🕉️🚩
इस विश्लेषण और रिपोर्ट से वह मूर्ख बड़े निराश हुए हैं जिनके दिमाग में भूसा भरा है।
Hnn bikul hue kyuki unhe abhi bhi vishwaas nhi ho rha hai
Tum khush raho videshi DNA wale aryon.
@@dheerajmaurya8728 yr maurya aryan nahi hau kya, wese bhi aryavrat wale jyada shaktishali aur budhhimaan the tbhi yaha par sabhyata basi
सभी यहीं के हैं तो जातिवाद केसे बना केसे लोग एक दूसरे को उच-नीच की भावना से देखने लगे
@@lakhanbhilala2852 जातिवाद का मूल कारण तो आप लोग हैं | अगर तुमने इसका विरोध किया होता तो भिलाला थोड़े ही लिखते |
The Hindu newspaper is still trying to prove leftist theory 😁😁😁😁
Jo arya ko bhar se aye bta rhe the
Wo ab sabhi mooh par kala colour potkar west indies chle jao
The hibdu ki jalan dekh k mza a ra h. How hard it is trying to prove this theory.
Bhai ek baar unse poonchho pegambar k islam ki sthapna se pehle pegambar kis dharm ka tha
@@fakefreedom7557 बहुत देर हो गई।।
Please mix politics here. Keep the discussion academic.
Left or right doesn't matter.
Prof Vasant Shinde is also saying this in the video.
Excellent discovery by an Indian historian putting light on the origin of ancient Indian civilization.
End of Aryan Invasion/Migration/Tourism theory!
एक सवाल अभी भी उठ रहा हैं कि हिन्दू धर्म में जब कोई मरता हैं तो लाश जलाकर उसका अंतिम संस्कार किया जाता हैं.. लेकीन जो कंकाल मिले हैं वो कब्र में मिले हैं..
तो इसका भी जवाब दें..
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
Are Vedic culture aaya tha science k sth jala kr sudhi Karan hota h ...
TB log Pooja krte the
आज भी हिन्दू धर्म में दफनाया जाता हैं साधू, संत को आज भी दफनाया जाता हैं, कम उम्र के लड़के लड़कियों को आज भी दफनाया जाता है, और ये सब हटा DNA क्या कहता है ओ देख, लेकिन तुझे दिखेगा नही क्यूंकि तुम नीले कबूतर हो जिसके अंदर जहर घोल दिया गया है
Tumar dimak Kam hai ji
All People live in India are Bhartiya and mullas are outsiders that's all😁😁😁😁
U r absolutely right
Sanjay you r rite
You 3.5 percent brahmins out of the indians
वो भी भारतीय हैं जिनके पूर्वज ने तलवार के डर से सलवार खोल दिये 😂😂
जब आर्यो के द्वारा सैंधव सभ्यता
का विकास किया तो सिंधु सभ्यता
लिपियों को क्यों नहीं पढ़ पाए?
Tu kahase he
Tu padh le chutiya
Bilkul sahi kaha Aapne ❤
जो गंवार बोलते हैं आर्य बाहर 3 हजार साल पहले आये, तो ये बताएं वेद में 15 हजार साल पहले विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का वर्णन कैसे है ??
हड़प्पा में अग्नि पूजन (यज्ञ) कौन करता था ?
हड़प्पा में पाई गई पशुपतिनाथ की मूर्ति, भू देवी की पूजा कौन करता था ?
यदि आर्य विजेता थे तो भारत में आकर उन्हीने अपनी मूलँ भूमि का वर्णन क्यों नही किया ?
जबकि हर विजेता कभी अपनी मूल भूमि नही भूलता जैसे ईसाई के लिए वेटिकन और मुसलमान मक्का नही भूले,
जबकि वेद सहित अन्य वैदिक साहित्यों में जिस प्रकार भारतीय नदियों , पहाड़ियों के प्रति पूज्यनीय भाव मिलता है यह आक्रमणकारी का भाव संभव ही नही
👍👍👍👍
बिल्कुल सही है।
Very true🙏
1000 %shi
Right truths
Shinde Bhai Zindabad
We are Aryas one of the strongest bond of Hinduism
इसी बयान की वजह से 5 करोड़ का जुर्माना लगा था ,जो की सरकार के प्रभाव में आकर बयान दिया था , राखीगढ़ी के डीएनए रिपोर्ट में r1 a1 नहीं मिला, वसंत सिंधें ने इस बात को छुपाया, जिसकी वजह से जुर्माना लगा।
Thank you Dr. Shinde for revealing the truth
SC St obc n minority's are mulnivasi n brahman videshi
@@sujatakamble1077 prove it and get 20 lakh rupees challenge to you otherwise get lost.
@@sujatakamble1077 chup African, African bharat choro.
@@sujatakamble1077 scintific डेटा है क्या कोई
@@sujatakamble1077 बहोत जली होगी कुछ लोगो की अपनी पॉलिटिक्स खत्म नाकामी अब कहा छुपाओगे
I am Aryan from Rakhighari Hissar (Haryana )
Jai Jatt 🔱🇮🇳
I am living in Ludhiana but my Birthplace is Hisar.
Aryan h yaa jaat??
@@asrana6468 Jat kshatriya hote hai...or ( kshatriya, Bharaman) ka Aryan DNA paya jata hai
आर्य भारत के मूल नीवाची थे
जब अंग्रेजी शासन था तो सभी ब्राह्मण नेता अपने को यूरेसियन कहते थे और अंग्रेजो की चमचागिरी करते थे ।जैसे तिलक गोखले मुखर्जी राव इत्यादि ।
Dhudhnath Yadav , सही कहा लेकिन वो ब्राह्मण नहीं व्रात्य थे, हम हिन्दू तो अपना इतिहास जानते है |
शास्त्र कह रहा की अगर तीन दिन संध्यावंदन नहीं करता तो ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र सभी अपने स्थान से गिर जाते है | फिर प्राश्यचित कर संस्कार और उपदेश करने का विधान है |. तो ये लोग कहा से ब्राह्मण हुए ?
सच तो यह है की अंग्रेज़ो ने कूटनीति के इस्तेमाल से हिन्दुओ को अपने पारम्परिक आचार्यो से दूर करके गाँधी नेहरू ,आंबेडकर , तिलक , गोखले , टैगोर , राजा राम मोहन , विवेकानंद , विनोभा भावे इत्यादि गुलामो का अनुसरण करने को मजबूर किया |. नहीं तो जब भारत की जनता त्राहि त्राहि कर रही थी तो ये कैसे विदेशो में पढ़ रहे थे और स्वर्ग सा सुख भोग रहे थे और देवताओ सी ख्याति पा भी रहे थे ?
अंग्रेज़ो ने इन चमचो से मनमाना काम करवाया जैसे गाँधी से बाइबिल लिखवाई और तिलक , सांस्कृतायन आदि से आर्य आदि की झूठी कहानी |
दोस्त, ब्राह्मण कर्म से होता है. आज के समय में सच्चा ब्राह्मण मिलना बहुत मुश्किल है.
Katappa , तुम्हारे कहने से सबकुछ सही हो जायेगा ?
जाति धर्मः च कुल धर्माः च शाश्वतः गीता का पहला अध्याय भी तो नहीं आता तुमको |
जिस योगदर्शन का इतना प्रचार है उसका सिद्धांत है की पूर्वजन्म के कर्मो पर आधारित जाति आयु और भोग है |. प्रारब्ध के उपरोक्त तीन फल है |
सनातन सिद्धांत एक जीवन पर आधारित नहीं है , बल्कि पुनर्जन्म के सिद्धांत और "देह के नाश से जीव का नाश नहीं होता" इन्ही सिद्धांत पर आधारित है |
जन्म का भी तो कोई कारण है या नहीं ? या सिर्फ ऐसे ही हवा में बाते कर रहे हो ?
और genetic separation की थ्योरी जानते हो ? DNA जानते हो ? डीएनए में पूर्वजो के किये करोडो वर्षो के शुभ अशुभ कर्मो के बीज सुप्त अवस्था में होते है जिनसे जन्मजात mental pattern बनते है , ये जानते हो ?
जो लोग जाति मिटाना चाहते है वो 'इस्लाम और ईसाइयत' की तरह हिन्दू को भी उन्ही की तरह एक विश्वव्यापी गिरोह बनाना चाहते है और इससे ज्यादा कुछ नहीं |
मिटाना है तो प्रकृति और मनुष्य का शोषण मिटाओ , अमीर गरीब का बढ़ता हुआ भेद मिटाओ , ये व्रात्य लोग जो दुसरो की जीविका पर डाका मार रहे है वो मिटाओ , विदेशी कंपनीया विकास के नाम पर हमारे पारम्परिक उद्योगो को नष्ट करके वो हमारी चीज़ हमको ही 100 गुना दाम पर बेचेंगे |
वो दिन दूर नहीं जब कुम्हारो की जीविका छीनकर मिटटी के बर्तन भी ऑर्गनिक के नाम पर लाखो रूपये में विदेशी कंपनी बेचेगी |
हमारे पारम्परिक उद्योग को नष्ट करके "Handmade Shoe" 1 लाख रूपये जोड़े तक विदेशी कंपनी बेच रही है और जिनका उद्योग नष्ट हुआ वो भीख मांगने को मजबूर है |
हम चाहते है की भारत की हर जाति का उचित सम्मान हो और उनको उनका जन्म से जीविका का हक़ मिले ताकि कोई बेरोज़गार न हो और विकास के नाम पर प्रकृति का अंधाधुंध शोषण रुक जाए वरना पृथ्वी प्रलय लाएगी |
जाति तोड़ने के पीछे विदेशी षड्यंत्र है , ये खुद तो बर्बाद हो चुके है 2000 साल पहले , फिर भी इनके यहाँ आज तक ऊच्च जातियां है जिनको "Noble" कहते है , bloodlines कहते है , क्या कोई भी आम व्यक्ति England का राजा या रानी बन सकता है ? नहीं उसका राजपरिवार से ही होना जरुरी है | इसी तरह वरिष्ठ पोप महोदय और भी बहुत कोई , "Morganistic marriage" के बारे में सुना है ??? हम अंग्रेज़ो की कूटनीति की चपेट में नहीं आने वाले और जो मूर्खता कर रहा है वो पहले भविष्य पुराण किसी ब्रह्मनिष्ठ स्रोत्रीय व्यक्ति से पढ़ ले आँखे खुल जाएँगी |
@@ramnirmohi9027 गीता का पहला अध्याय में ऐसा कोई श्लोक नहीं जो जातिवाद को समर्थन करता हो.
ये जो बनाबटी झूठा श्लोक पेश कर रहे हो उसको अपने पास रखो.
सब मनुष्यों की सिर्फ एक जाति है वो है मानव जाति. कर्म फल व्यवस्था और पुनर्जन्म के अनुसार मानव जाति मिलती है.
@@GaffurGhisela 👍👍👍👍
Sach to Anna hi tha.kuch logo ki politics khatm ho jayegi.
Dna se ye saabit hua h k aryans baahri the.fake news km dekha kro
@@kamallimba7722 dimag he BHI ki Nahi
@@kamallimba7722 Tere baap Pappu chand se aaya tha..
@@kamallimba7722 👎👎👎👎
@@kamallimba7722 phle ki itiha book me ta sabne whi pada he thoda uodet ho jao sach samne aa gya logo ne 3 saal mhenat ki he suno jara un logo trhe na kho charndyaan 2 fail ho gya durpite🤬
बाइबल ओर कुरान सब झूटी किताबे है जिसमे दूसरे के धर्म के बारे में गलत लिखा है अल्लाह 1400 साल पहले ओर येशु 2000 साल पहले आया
ये copy right किताबे है बस ।
सनातन धर्म सबसे पुराना है आर्यन हिंदुस्तान से बाहर गए थे धर्म का प्रचार करने ,,हर हर महादेव
Kaku Kumar :- kuran doesn’t say Allah is 1400 years old
दूसरे सब झूठे
में सच्चा
असल में तो सब झूट है
अगर तर्क करें
ओर निष्पक्षता से देखें तो
हिन्दू मुस्लिम दोनों झूट ओर घटिया मान्यताओं पर आधारित हैं
Hindu ka meaning Kya hai bata.sanatan likhane se prachin dharm nahi hota.11 vi Sadi Tak kagas bhi nahi tha,tab shilalekh aue tamrapatra the,aur koi bhi shilalekh ya tamrapatra Sanskrit Mai likha hua ye grantho ke saboot nahi deta.
बौद्धों के जातक कथाओं से चोरी कर रामायण का सृजन परिवर्तित रूप में किया गया जिसमें बौद्ध का जिक्र मिलता है ।ब्रह्मा पुराण, जो सबसे पहले का पुराण है, में सिंधु घाटी की सभ्यता का जिक्र है । अन्य सभी ग्रन्थों का यही हाल है । काल्पनिक कथाओं के पात्रों
को अपने विश्वास और आस्था का आधार बनाना झूठ की तरफदारी करने का एक अनूठा उदाहरण है । दूसरे धर्मों के विरूद्ध बोलने से सच्चाई छिपेगी नहीं लेकिन बोलने वाले का बौखलाहट उजागर होता है । शिक्षा के उद्देश्य से मनगढंत , तिलस्मी कथा कहानियों का सहारा तो लिया जा सकता है लेकिन इसे विश्वास और आस्था का आधार बनाएँ, यह अस्वाभाविक होने की पराकाष्ठा को दर्शाता है ।
@@francistopno3736 bhai jatak katha k teen hisse hain batana Ramayana kiss se copy ki gai hai
Truth alone triumphs.JAI HIND
प्रोफेसर जी अपने पुराने शोध और रिपोर्ट को भी पढ़ें, जिसमें अपने कुछ और ही बताया था अचानक दो साल में बदल गया
@Raju vats kya proof hai ?
@Raju vats Ram ko sadbudhi nhi thi... Ravan ko Das siro wala kehte they matlab boht gyani...Ram ne sirf ek dhobi ke kehne par Sita ke upar shaq kiya aur sita ko agni pariksha deni padi. Ram agar bhagwan tha toh unhe pata nhi chal paya ke sita pavitra hai ?
Mai proof ke layak kyu nhi... Tm kehte ho manu tha... Christian, Islam aur yahudi kehte hai Adam tha. Kaun jhut bol rha hai..
@@123-c2kyou seem to be disappointed by the findings. To understand shri ram you have to understand dharma. If you feel a great king should stoop to kidnapping a woman,it helps us to understand the reasons for crimes against women even to this day. Read up on why shri ram was known as maryadapuroshhottam. You will have your answer or perhaps you can listen to sadguru on the same topic
Ye report me hariyane k logon ka dna bhi milaya hai kyaaa
@@indranidutta1945 you believe in tales .. unbelievable ... I am talking about the findings . Do you know R1 gene was absent in the skeleton found in rakhigarhi. Read the science paper led by David Reich. Read The paper called ' cell ". Don't be fooled by your emotions. Check the facts and accept the truth.
आर्य ही भारत के मूलनिवासी हैं
आर्यों का डीएनए इससे नहीं मिलता है। द्रविड़ो से मिलता है यह साफ बताने में नहीं आ रहा है।जो मूल होगा उसी का डीएनए तो मैच करेगा।
RIP AIT/AMT 🙏🏼 🕊 😌
Bhagwan AIT/AMT ki Atma ko Ashanti de..
इतिहास तो बदल कर लिखा गया था। अब उसे सही लिखा जाएगा।
सच्चे इतिहास को अब झूठ बनाने की कोशिश हो रही है। शुक्ला जी पर ऐसा हम नहीं होने देंगे
यह मूलनिवासियों की मातृभूमि है।
3 % only came from out side
@Braj kishore Balendu ye kon bola tmko lodu
@Braj kishore Balendu shayad jo bhramano ko bahari bata rahe hai wo he bahar ke ho😂😂😂
Caste system in Its modern form itself is proof.
@Twinkle Twinkle Little star in mullo ko bajana hai bus
Moolniwasi word is used for Africans plz all who are moolniwasi go to Africa
क्या राखी गढ़ी मे आर्य शब्द को दर्शाती कोई वस्तु मिली हे जो ये प्रूफ करे की आर्य शब्द राखी गढ़ी से पेदा हुआ हे।
भाई राखीगढ़ी हमारी स्भयता की शुरुआत नहीं है। अगर ये लोग हमारे पुराने शहरों को खोदे तो राखीगढ़ी से भी पुराना इतिहास निकलेगा
आर्य कोई जाती वर्ण नाही है आर्य का मतलब सब्या आदमी होता है
My village rhakhi grhi aa kr dhekh skte ho yha ke log aary the na ki dhrvid
यह एक नाकाम कोशिश है जो वसंत शिंदे कर रहे है,
वैसे भी झूठ की उम्र ज्यादा नहीं होती।
Truth always wins.
Indian history written by ROMILA THAPPAR. But she didn't know SANSKRIT. Without understanding of VED how history of India can be written.its total wrong narrative made by ROMILA THAPPAR
पंकज कुमार , वेद कचरे के अलावा कुछ नही , वेद के हिसाब से सूरज पृथ्वी के आसपास घूमता है
@@rajnifaria5017 सुना है तुम्हारे आसमानी किताब में लिखा है कि धरती चपटी।
अब ऐसे आसमानी किताब को कचरे में फेंक देना सही है
@@PankajKumar-yb5tu भाई , धरती नही , पृथ्वी के बारे में ऐसा कहा है महावीर ने जैन धर्म मे , धरती और पृथ्वी का अंतर समझते हो ? ओर हा , कचरे में फेकने लायक ही है , वेद तो खुद कचरा है उसे कँहा फेंकोगे ?
@@rajnifaria5017 ...Have u read Vedas, if yes then provide me the reference from any ved as the qoute that u mentioned here.
@@rajnifaria5017 And dont try to fool with the 300 year old saying of Saint Swami Ramdas.
Proud of u dear Mama ji VICE chancellor of Deccan college Dr. Vasant Shinde
सिद्धे साहेब अबकी बात क्यों लटपट रही है सच छुप नहीं सकता हैं
Truth is eternal. Jai Arya Indus Valley Civilization,, jai Mahabharata 🙏🙏🙏🙏
आर्य निवासी सिद्ध हुआ और आर्यावर्त भी सिद्ध हुआ।
बाबासाहेब अम्बेडकर की थेओरी सही साबित हुई,,,,बाबासाहेब ने भी यही कहा था कि चाहे ब्राह्मण हो या शूद्र सभी मे आर्य रक्त है। आर्य-द्रविड़ जैसे झूठ को उन्होंने नकार दिया था।कम्युनिष्ठों का झूठ फिर उजागर हुआ।
Bhim ke kis book vich likha es sab sala moot Pena galt bakwas kar raha
कुछ विघटनकारी तत्वों जो मूलनिवासी vs आर्यों के नाम पर देश को बांटने का काम कर रहें उनके लिए बहुत बड़ी वैज्ञानिक खोज ।ईश्वर उनको अक्ल दे
जय आर्य वार्ता
Excellent work based on facts and research...
आर्य बहार से ही आये है ।
@Indibox Entertainment ये सभ्य भाषा इसका प्रमाण है ।
नमस्कार सर,कुरुक्षेत्र सर मोहेंजोदडो की दुरी कम से कम 950 किलो मिटर है मोहेंजोदडो की विपरीत दिशा मे उजनी दुरी याने 950 किलोमीटर पर खुदाई सुई तो महाभारत काल के इतिहास मिल सकता है l या कुरुक्षेत्र से हडप्पा की दुरी 450 किलोमीटर हो l हडप्पा से विपरीत दिशा मे कुरुक्षेत्र से 450 दरी पर यदी खुदाई होती है l तो महाभारत काल का इतिहास अवश्य मिल जाएगा l
आर्य का मतलब होता है श्रेष्ठ। कोई जाति बाती नहीं होता। आर्य बाहार से आए इए कोंग्रेस और वामिओ की वना बटी इतिहास था। ताकि हिन्दुओं मै दरार रहे। इए एक साजिश था।
Kaun chutiya Hindu hi Bharmann apne ap ko chupane ke liye baki logo ko Hindu kahate he.
Hinduo ka mask lagake, brahman apani apani roti shek rahe hai.
@@sujatakamble1077 मेरा आपसे एक ही सवाल है जब 30,000 की सेना में मुगल हिंदुस्तान पर कब्जा नहीं कर पाया अखंड भारत पर कब्जा नहीं कर पाए तो 3000 क्षत्रिय ब्राह्मण और आर्य इस देश पर कैसे कब्जा कर पाए जब 30,000 मुगल इस देश के सारे मंदिरों को ना तोड़ पाए उनके ऊपर मस्जिद ना बना पाए तो 3000 ऑडियो नहीं कैसे संभव किया किस देश के 11 बिहार को तोड़कर उसके ऊपर मंदिर बनाया आपने कहा कि आर्यों ने जुनून किया तो क्या उस दिन से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट खड़ा नहीं हुआ जिस तरह से मुगलों से लड़ने के लिए कितने हिंदू खड़े हुए उस तरह से आर यू रहे हो से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट क्यों नहीं खड़ा हुआ क्योंकि यह जो आप कह रहे हैं यह फर्जी बात है
Great sir
आर्य तो मरे हुए शरीर को जला कर पानी में धक्केल देते हैं तो फिर ये कंकाल जमीन के अंदर से कैसे आई ..... कुछ तो काला है जरूर।
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
Tumara DNA hi makari ka h beta
Bhut badiya baat Aaryan Bhart KY hi thay
I am Brahman i say Jay moolnivasi
Not only bramin Aryan Kshatriya our obc also aryan min r1a1
अगर ऐसी ही सोच वाला कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बनता तो आज मुसल्लमान भी भारत के मुलनिवासी होते।
क्या है -की जब संया भये कोतवाल तो डर काहे का।
खुब अपनी मर्जी से इतीहास बनाओ बिगाड़ो।
Good report, itihas ke naam se rajniti karne walo ke muh par tmacha pada hai......
अर जो लोग आर्य न विदेशी कह हैं वे लोग इतिहास पढ़ लो भारत का प्राचीन नाम आर्यावर्त था अौर यहाँ पर निवास करने वाले सभी लोग आर्य थे। उसी प्रकार से जिस प्रकार से अाज हम भारत में निवास करने वाले सभी भारतीय हैं। महाभारत अौर रामायण में भी आर्य शब्द का वर्णन।
जम्बूद्वीप नाम था
Jat is pure Aaryan ,Sciathian Race...
lawda😂
@@kshatriyarajput4908 ha unka lawda bhi
Hahahaha... Jat is SHUDRA
@@rajanya7408 jat are Kshatriya
@@AshwaniKumar-kz7qp chal be SHUDRA , bhains chrane vaale, khet jotne waale log Kshatriya nahi hote, aur tumhare toh leader khud maante Hain k jat shudra Hain, sarkari records mein bhi yahi likha hai
Brahman videshi R1a1 gene which is aryan gene (brahman) Gene not ❌❌found in the DNA test
Ye shinde gaddar ne brahmano ke hatho apnaa imaan bech diya
Jago india🇮🇳🇮🇳🇮🇳 jago
Brahman videshi
Go brahman Go back⏪
Tujh me bhi r1a1 dna milega chek kr or fir boriya bistar bandh kr daffa ho ja desh se 😂😂😂😂😂
iska MATLAB Hinduo MEI koi jaati choti badi nhi hei SAB saman hei jo khoon Brahman Rajputo MEI bahta hei whi dalito MEI bhi
true kyuki sbke sb phle tribe the
sab arya the ksmino ne phut dal diya.
सभी एक है जिस तरह एक माँ के बेटे एक जैसा काम नहि कर सकते वैसे ही पुरा देश एक बाप कि औलाद है जय हिन्दी जय भारत
@@bhanvarsingbhati5685 to fir aaj jatiwad kyu ise sabko milke samapt karna or ek desh ek jaati or wo jati manush jati honi chahiye batao kon taiyyar h iske liye..
Great sir 🙏
The finest example of half truth or twisted truth. Mr. Shindhe is supposed is talking about an period of BC 2300 to BC 2800, and all the reference about Aryans starts from BC 2000 and afterwards, say BC 1200 to BC 800. There is a clear cut gap of 300 to 800 year gap. Besides the paper Mr. Sindhe is talking about clearly mentions people coming in , in a later period, his paper mentions those people as Steppe-Pastoralist. --------- And who are the people he mentions as people of Here? He writes in his paper that they are Iranian from Zagross mountain area. The original paper is easily available in net in PDF form from the publisher CELL.
material+textual+Genetic Evidences together proving that Indigenious iranian hunter gatherers were the proto indo europeans and they came into north india long before 10k BC. and mingled with proto dravidian speaking SE hunter gatherers.
now about Steppe ppl they were not Any arya there is no clue about what indo_iranian dialect they spoke.
from multiple evidences it is now obvious that steppe ppl were not Aryas they were Anti Vedic nomads.
The Iranian people he mentions are those hunter gatherers who seperate from there brothers in Iran about 13 thousand years ago before the start of agriculture and then those people start agriculture themselves about 10 thousand years ago then start harrpans civilization and are still the ancestors on all south East Asian contrary to the theory that they came into India after agriculture was descovered in mesopotamia then in 1500 BC got replaced by Aryans we don't find any archeological proof an invasion of migration and population genetics reinforced this
Finally someone who read the pdf. 😅 The paper actually busts the ideology of hindutva
Mene Inka pura dekha h Inka session kese kra and Kya hua. Aur Baki data b h us time k. And aarya is not caste. It is adjective in Sanskrit to describe qualities in person. Ye bahut critical subject h only ek video dekhke apne pratibhav ni de skte
@@MegaARREHMAN Why you being so happy? You come very last, There is no God but Allah, which means there is no God but God, same as there is no tomato but tomato very much like there is no potato but potato. You first go and find macca in any of 6th century world map then come here to debate.
Thanks for your post for disclosing the truth.
,,,the thought tree,,,IAS RAS coaching centre jaipur rajasthan India Director Shrawan Yadav Especially for upsc Rpsc aspirants.
गलत न्युज दिखा रहा है
Tu koun kahaka shi insan Hai????
हमको तो पढाया गया कि 'मोहन-दाडो तथा हडप्पा ये आर्य आने के पहले की विद्यमान संस्कृतियाँ है' ?
Yes but ye city thi aur rakhigari gaun hai aur gaun se city banti hai
City pehle mili thi,gaun ab mila hai,aur hame isse pehle ka jeevan bhi mil sakta hai kahi
इस कांकाल मे आर्यन गीनोम नाही मिला यह इंसान बहुत लंबा था
इसाक अर्थ सवर्ण लोग इस देश के मूलनिवासी है
Agar aryan gene mila jata tab tabh tabh ye kahte arya hi the jinhone sabhyata ka vikash kiya or pure duniya me sabhyata basai balki iske ulta hua jo visit sabhyata thi wo arya thi hi nhi fisaddi ho gaya😜🤣🤣
It is globally proved that Arya came in India from West asia.they are not moolnivasi of india.
Sacchayi ki jeet hoti hai ye bhagwat geeta me he likha hai...
इतिहास बदला जाएगा लेकिन डीएनए के आधार पर ही निश्चित होगा । विभिन्न समुदायों के बीच डीएनए का मेल और अन्तर, प्रमाणिकता का प्रमुख आधार बना रहेगा । यदि यह कहा जाए कि एक समुदाय बाहर से नहीं आया तो फिर उसका डीएनए क्या है, इसकी सफाई देनी होगी। पुरातात्विक साछ्य मान्यताओं और हमारे पूर्वाग्रह पर अंकुश लगाते हैं एवं स्वार्थ पूर्ण मंशा की ओर जाने से रोकते भी हैं ।
are bhai bahut teji me rehte ho ,, neeraj rai already sab ka dna ke aadhar pr bata chuke hain ye ki aryans baahari nhi hai aur unhone ye bhi bola ki research paper jald hi publish ho jayega ,
आर्य ही हमारे पूर्वज हैं, और ST, SC, OBC, एवं GENRAL ये सब हिंदू आर्य के ही वंसज हैं, जय श्रीराम🙏🙏
आपको कैवल डीयनए की बात करना चाहिये.....जबरजस्ती तो कुछ भी कर सकते है....
Abe chanpu DNA ki to baat Kari us ne koi gine ya dna bhari nahi Mila or hadapa or Rakhi gadi ki simler h ...
Jai Mulniwasi
😂😂😂😂
That means there was no large scale migration or invasion of people into present day Indus Valley in Pakistan and Punjab Haryana region in India from West Asia and Iran, 5000 years ago.
The indigenous population of present day Pakistan region and North Indian regions slowly developed into villages, cities and civilizations.
Some cultural or trade contact could have been there due to land continuity between Indian region, and Iran.
Similarly no large scale invasion or migration of people from Central Asia (Uzbekistan, Tazikstan) of people of European genetics, known as Indo-europeans or Aryans occured in Northern India of Punjab and Kashmir around 3500 years ago.
Some minor migration or intermixing of small populations over the millania could have occurred but no large migration .This again happened due to land continuity.
This is what I could infer from the video.
no those people came much later,rakigarhi was already abandoned by the harappans most probably to o to south of India.
Aryo ke DNA kabhi nhi mila jhoot kiyu bol rha he braman ka DNA kabhi nhi milege braman ka DNA kabhi kyu nhi milega kiyuki ye marne ke bad jalaye jate he bramano ka DNA yuropi se milaye unse hi inka DNA milega ye professor to mohra he bramano ka bramano ise kuch lalach di hogi or farfar popet ki Farah bramano bare me bolne laga gya he videshio ke deshi sabit karna chahte he magar bramano ka DNA bharat ke mulniwasio se kabhi mach nhi hoga inka DNA itna kharab he ye do muye sap he inhone mulniwasio ko gulam banaya huaa he
Prof. Sinde, sir SALUTE to you.
सिंदे जी ब्राह्मणों के गुलाम हो संताली सो साल पहले जब ब्राह्मण आए ही नहीं तो ब्राह्मणों का डीएनए कैसे मिल सकता है जय भीम जय मूलनिवासी
3.5% not real indian...
100% uot of India
इतने सत्य प्रमाण संग्रहित हो चुके हैं कि झूठ की कोई गुंजाइश नहीं 2001 का डीएनए रिपोर्ट।
राजनीति को द्वारा खुद आर्यों के वेदों में वर्णित है खुद ब्राह्मणों ने यह कबूल कर लिया है। रंगभेद एवं वर्ण व्यवस्था
कोन से वेद मे कहाँ है श्री मान जी ?
Jai shre ram
Arya agar Barat k mulniyasi h to baran vyavastha kaha se aayi or jaati kaha se aayi
भाई ये समय समय और मध्यकालीन मैं। जाती आई है और वर्ण तोह हमेशा से थे
आर्य का मतलव श्रेष्ठ होता है श्रेष्ठ कोई भी हो सकता है और बही आर्य है
वेद मैं। कही भी आदम ओर हुया का नाम नही ह भाई जानकारी अपडेट करो
भाई आर्य तोह 1 अरब बर्ष पहले ही सबसे पहले पृथ्वी पर आए थे
भई सत्य को जानना बहुत जरूरी है आर्य ही मुलनिवशी है
Professor Sar ji Atak Atak kar mat bolo Jo bolna hai Sahi Bolo Arya videshi hai
ager arya videsh hai to inke research and dna test proof ko koi challenge q nahi kar raha.
to aap ke pass kya proof hai ki arya videshi hai.
aap ne sapna dekho or usko hi sach man liya to kya puri duniya aap ke sapne ko sach mane.
bina proof ke aap kese keh sakte ho .
or Aryan Invasion Theory. ye sirf theory hai yani soch hai aaj tak iska koi proof nahi mila hai.
or abh to dna and research proof hai ki arya hi mulnivasi hai.
abh kya aap scientific proof ko bhi nahi mano ge to ye aap ka mental problem hai.
सिंधु घाटी सभ्यता या मे दहन पद्धत के अवशेष मिला है उसक अर्थ ब्राह्मण सवर्ण लोग मूलनिवासी है
Waman Messram pagal ho chuka
Aryans are outsiders
You are lorbasi
माइकल बामशाद डीएनए रिपोर्ट के बारे में भी बोलता....
Michael bamshit sponsored urban naxalis..
They will not talk about that. Because it's the TRUTH. They are desperate now. They wan't to counter the moolnivasi movement.
All are try to search.."who am I"
🧔👩🦲👨🦲
झुठा है इये इसको बीजेपी के हाथो बिका हुया है बीजेपी के नेतायो ने सारे सबूत खतम करबा दिये है
Tera baap angrez hai na
यह बिल्कुल नया शोध है इस से मुझे तो यह शक होने लगा है कि ब्रह्मण क्षत्रिय वैश्य ही यहां के मूलनिवासी हों, और शुद्र बाहर से आए हों, क्यों कि न उन के पास शिक्षा है न जमीन है न उनके शिक्षण संस्थान है न कोई इतिहास है। उन्हें बताया हनुमान पहाड़ ले कर आसमान में उड़ते थे, उनके पसीने से मछली गर्भ धारण कर मकडधज पैदा कर दिया वह सूर्य को खेल खेल में मुह में डाल गया,जब यह सब मान सकते हैं तो यह तो शोध है इसे कैसे नकारेंगे,इस में तो शोध का हवाला है अब नहीं तो सौ दौसो सालों में अपने आप मान जाएंगे वह अलग बात है कि वर्ण व्यवस्था आर्यों का ही शोध है जिसमें मनुवादानुसार कोई मुंह से कोई पैरों से पैदा हो श्रेष्ठ व शुद्र बन गये। अच्छे रहोगे गडे़ मुर्दे न उखाड़ कुछ ऐसे शोध करो जिससे सबको शिक्षा, रोजगार, रहने को अच्छे मकान कानुन के दायरे में सामाजिकता वह समानता से शान्ति पूर्ण जीवन जी सकें।
DNA का cross checkingहोना चाहिए। किसी दो या तीन व्यक्ति के बोल देने मात्र से नया इतिहास नही बन सकता। 21 मई 2001 में टाईम्स ऑफइंडिया में छपी रिपोर्ट को साथ ले कर एक नई रिपार्ट तैयार करनी चाहिए।
वो बोल रहे हैं आंतरराष्ट्रीय जर्नल बिना क्रॉस चेक किये हूवे कूछ भी प्रकाशित नही करते वो किसी भी प्रकार के क्रॉस चेक के लिये तैयार हैं
This is new politics
तुम्हारा mind me rss के अंदर इतिहास लिखने की है
Likhlo जिस दिन adiwasio sc obc की सरकार बनेगी उसदिन mulniwasio का नए सिरे से भरत का इतिहास लिखा जायगा
@Amar Shinde तू eurasian खोपड़ी है तेरा बाप दादा पर दादा का dna टेस्ट me eurasian का है तू बेकार का बात मत कर सीबीएसई our से मे एनसीईआरटी का claas 6. Th. क्लास 11 th का बुक padho dusrahistori me भी spast दिया है तू chhal कपट का 4500 varso से 10 सिर 10 हाथ 3 sir 4.hath का नकली bhagwan नकली देवी देवता के सहारे भारतके mulniwasi को गुलाम बनाकरr लूट रहा है
@Amar Shinde तू किया बोल रिया है ठीक से बता किया कहना chahte हो
@Amar Shinde Teri bhasha Tera culture batati hai
@Amar Shinde aadiwasi sanskriti vishwa sanskriti ki janani hai,, aur aap aadiwasiyon ko culture bataoge,,,,, jisne aag jalane se lekar kheti karne pashupalan karna etc puri manaw sabhyata ko viksit kiya aap unhe culture bataoge
@Amar Shinde aap kinko apna poorvaj mante ho,,,,, logically jawab Dena😂
यदि आर्य बाहर से नहीं आए तो आर्यों द्वारा बोली जाने वाली भाषा ईदो यूरोपीय कैसे हो गई। हिंदी, गुजराती, मराठी और बंगाली सभी इंडो-यूरोपीय भाषाएं हैं। साथ ही स्पेनिश, अंग्रेजी, फ्रेंच, रूसी, ईरानी, पुर्तगाली और जर्मन ।
The Y chromosome haplogroup R1a-M417 is found in Indo-European-speaking regions. Its subclade R1a-Z93 is reason for most of the R1 series in India. Its closely related Clyde, the R1a-Z282, is reason for most of the R1 series in Europe. That is, the R1a-M417 descendants are the Edo European-speaking Aryans in the R1a-Z93 haplo group.
सभी आर्य विदेशी हैं, वो सभी यूरेशियन हैं। सभी स्वर्ण, क्षत्रिय और वैश्य यूरेशियन हैं। सिर्फ शूद्र ही इस देश के मूलनिवासी हैं। ये सब बामशाद के रिसर्च में साबित हो चुका है। आप इसे कितना भी गलत साबित करने की कोशिश करो लेकिन विज्ञान को कभी गलत साबित नहीं कर सकते।
beyondheadlines.in/2014/04/american-scientist-proves-brahmins-are-foreigners/
भाई पेहले अपना डीएनए टेस्ट करा लें
@@lalpar5211 DNA टेस्ट तो सभी स्वर्ण लोगों को कराना चाहिए जो यूरेशिया छोड़ के भारत आये और खुद को श्रेष्ठ बताने लगे 😋
@KUMAR SANIL अबे ओ छक्के किसके क्या कहा वो मुझे नहीं पता, अगर गलत साबित करना है तो विज्ञान को गलत साबित करो।
@KUMAR SANILमेने अपनी पोस्ट में जो लिंक दिया है आप उसे पड़ो plz
भाई कल्पना से भार निकलो आज तक आर्य और द्रविड़ के बीच लड़ाई कब और कहा हुई आजतक पता नहीं चला यदि आर्य लंबे गोरे थे तो साउथ इंडिया के ब्रह्मण गोरे क्यों नहीं है
बहुत सुन्दर जानकारी
Tumko jhuth bolane.me saram.nahi ati hagana.sikha raha hai.Lgata hai creating karke.pass hua.hai
sahi bola h
Jab sab aryan hai to sindhu ghati ki leepi alag kaise ho gyi. Use kyu nhi padha gya. Jo sanskrit sabse purana hai wo aaj bhi padhi jati hai. KAISE.
सिंधु घाटी में पशुपतिनाथ का चित्र मिला है जो कि प्राचीन आर्य देवता हैं, कैसे?
सिंधु घाटी के स्थालों में अग्नि पूजा और यज्ञवेदि मिली है कैसे?
हड़प्पा सभ्यता के लोग भूमि देवी की पूजा भी करते थे.. जिसे हिंदू वेदों में भी देवी का स्थान प्राप्त है. कैसे??
रही बात संस्कृत की तो ये प्राचीन आर्यों की भाषा है. इसका इस्तेमाल आज केवल स्कूल के विषय या प्रचीन ग्रंथों के अध्ययन में किया जाता है. व्यवहार में यह भाषा कहीं भी इस्तेमाल नहीं होती
@@ashishmishra6925
Ye to gyat hai ki sindhu sabhyta nagariya thi, yani unka vigyan bhi unnat hoga.
Jo unhone prakirti puja ki ya pashupati nath ki puja ki, ho sakta hai ki aryo ne unka copy pest kiya ho. Jo pusyamitra sung ke kaal me apne grantho me utra ho. Kyuki sanskrit ki koi utni purani bhojpatra ya lekh, silalekh nhi mila .nhi budha kaal ya maurya kaal me ramayana ki charcha hai. Phir kaise kah sakte hai aap.
Agar koi carban deting ka international proof hai to bataiye.
@@manmohankumar865 जैन और बौद्ध समकालीन हैं,जैन रामायण मौजूद है |
Jab kuch clear hi nhi hota to kitab main kyu print karte hai
क्योकि अंग्रेजो का लिखा इतिहास है
भाई हमारे पुवर्ज राजस्थान से यु पी में आये थे,तो हम देशी है या बिदेशी
यह भाजपा की चाल है।
Foreign k university bhi involved h to chal kaise hua bhai
जब सारे अन्य साक्ष्य यह बता रहे हैं कि आर्य भारत के नहीं हैं तो इस कंकाल के डीएनए में कहां से आज के भारत का डीएनए आ गया ?
इससे पहले भी तो दो और कंकाल मिल चुके थे। उसमें तब यह नहीं मिला था। यह पूरी तरह से चाल है, बाहरियों समझ जाओ।
@Ravi Prakash अबे अबे शब्द का इस्तेमाल बाहर से आए आर्य ही कर सकते हैं। यह घमंड ही बताता है कि आर्य बाहरी हैं। इसे ऐसे समझो, जब विदेशी अंग्रेज़ भारत आए तो मुसलमानों और हिन्दुओं पर अत्याचार किया। उससे पहले विदेशी मुसलमान भारत आए थे ,तब हिन्दुओं पर अत्याचार किया। इनसे पहले आर्य आए थे तो वे यहां के लोगों पर अत्याचार किए। क्या कारण था कि ठाकुर, ब्राह्मण आदि जातियों ने दलितों पर अत्याचार किए। बताओ। क्योंकि ये बाहरी थे और जब वे यहां के लोगों पर अत्याचार करेंगे तभी वे यहां रह पाएंगे नहीं तो नहीं। जैसा मुसलमानों और अंग्रेजों ने किया।
मैं सबसे प्रश्न पूछता हूं कि आर्यों द्वारा दलितों पर अत्याचार करने का कारण बताओ।
@@bravenangeli चाल कैसे हुआ ? मैं बताता हूं। एक बार पता चला कि बाबा रामदेव की औषधियों में हड्डी मिली होती है। आरोप लगाया पश्चिम बंगाल की बृंदा करात द्वारा। तब केंद्र सरकार ने तीन राज्यों में इसके सैंपल की जांच कराई। पश्चिम बंगाल को छोड़ कर बाकी अन्य दो राज्यों में बृंदा करात द्वारा लगाए गए आरोप गलत साबित हुए। क्यों ?
अब कंकालों की जांच भारत में हुई, तो डीएनए जांच क्यों नहीं बदले जा सकते। डीएनए चेक करते समय कोई विदेशी थोड़ी था उस समय। केवल विदेशी पुरातत्वविद थे, हमारे पुरातत्वविदों के साथ।
@@anandkumarrai7423bgai ek baat batao brinda karat kab chief minister thi west bengal ki?? Aur ek baat upa k tym ka research hi fake h kyunki wo mulla isai ka sarkar tha...unka foot dalo raj karo niti h to obviously unko hinduo me fut dal k unko convert krna tha....aur shindhe ka paper abhi internationally challenge hoga , aur internet ka zamana h sach jaldi bahar aa jaega....aur ek baat batao Aryans k shamshan ghat kha h? Agar gore tall north indian aryan h to north india ka dalit bhi aryan hoga??
दुनिया मे जन्म मरण सत् है बाक़ी सब जूठ है
💪💪👋👋👋👋❤❤❤❤
WE ARE VERY THANK FULL TO THOSE WHO ARE BRITISH OFFICERS FIND AND SEARCH ANCIENT BUDDHIST SITES HADAPP,AJANTA,SANCHI
..........
Sanchi nothi g to discover its theree harapa is hindu site go read findings
Aarya he moolnivasi hai
ऐकडमीक रिसर्च किया ठिक वैसा ही सोशीयल रिसर्च करे 🙏🙏🙏🙏🙏
Aarya & Anarya ki ferji theory gadhi .yani koi shreshth aur koi nich nhi.
Agar brahmins arya h to fir unhone varna system kyu bnaya??
@Bidu Bidu 💯
@Braj kishore Balendu sahi hai.
Aisa mat bolo koi shresth ya koi neech nahi unch neech hinduism ka base warna deh jayega
@Bidu Bidu Aarya koi jati nahi thi.. pratyek kshetra me samriddhsali logo ko Aarya kaha jata tha.. aur ye koi bahari nhi the
Ye Tamil log jabardasti apne aap ko haryana se jor lete hai 🤣🤣🤣🤣🤣🤣or UP se
Shinde saheb ne maar diya thappad or tight slap communist historian ko.
SC St obc n minority's are mulnivasi n brahman videshi.
Thanks Bharat ka first name punybhumi devbhumi or Aryvarta
Lo ab satta mein ate hi paisa ke bal par rss /bjp ab neya itihas batayega
आर्य थे भारत के मुल निवासी आर्य और द्रविड़ अलग-अलग नही थे आर्य गुणवाचक शब्द है जिसका अर्थ होता है श्रेष्ठ द्रविड़ दिशा वाचक है जो दक्षिण भारत मे रहने वाले द्रविड़ जन है वो भी आर्य है