हिंदु और वैदिक सनातन धमॅ मे सदा "शव दहन" किया जाता रहा है।इसलिए हमारा शव मिलना मुश्किल है।परंतु आपदाओं मे मरे लोगो के शवों से हम सिध्द कर सकते कि भारत सदा से आयॅ भुमी रही है।
Hindu dharm me 4 tarah ka antim Sanskar hota tha. Pahla aag me jalakar. Dusra dafnakar. Tisara jal me bahakar. Chautha sav sharir ko aise chhora jata tha.
Sailendar Singh तीनो परंपरा कु प्रथा मे आती है।ये तीनो परंपरा मे दो परंपरा तो बंद ही हो गयी है।सिफॅ "शेव"पंथ के साधु ही "दफनाने" का काम करते है वो भी अब कम हो गया है।इसलिए समझो जलाने का काम 99,99 हिंदुओ मे होता है। दफनाने से जमीन बंजर हो जाती है। भारत मे सदा से धन-संपदा थी इसलिए अंतिम संस्कार करते है इसमे लकड़ियों और वस्तुओ के पैसे लगते है।और इसके उल्टा अरब के भिखारी थे "खड्डे खोदकर"लाशो को डाल देते थे।
जी नही सनातन के अन्यर्गत बहुत सारे सम्प्रदाय में दफनाने की ही परम्परा है जैसे शैव सम्प्रदाय , साथ ही वहुत सारी सन्यासी परम्परा में भी शव को जलाया नही दफनाया जाता है
shivam tripathi जी नही।शेव परम्पराओ मे भी अब दफनाने का चलन खत्म हो गया है।हम वैदिक काल की बात कर रहे है।उस समय केवल दहन ही होता था।दफनाने की प्रथा कु प्रथा मे ही आती है।
shivam tripathi वैदिक काल मे ऐसी परम्परा नही थी।साधु परम्परा और गेरुए वस्त्र धारण करने का कायॅ ,मुगलों के आक्रमण बाद चालु हुआ।वैदिक काल मे रिशी,मुनी,ब्रहमरिशी, आदि हुआ करते थे। और अगर अब है तो वो भी बहोत ही कम है। दफनाने का कायॅ सबसे पहले भारत मे "नाथ" सम्प्रदाय ने आरंभ किया था उसके बाद शेव संप्रदाय ने किया।मगर धमॅ संसद मे "पुवॅ शकंयॅचाय ने विरोध किया और कहा ये परम्परा धमॅ विरूध है।उसके बाद एकदम कम हो गया है।
Anonymous Everywhere Chal be Aryan our Hindu hona hi kon chahta hain. Jo khud bhikhari hain. Nich hain. Yha ke Dalit, Adiwasi, OBC, Converted people's ka itihaas tum kya jaano. Jis waqt tumhare log agni ki khoj kar rahe the na beta us waqt yha bade bade kile-Rajmahal, infrastructure, School, Hospital, the, yaha, rasayan shastr padhaya jata tha. Us waqt yha ka GDP rate bhi duniya ki Asamaniyo ko chu rha.
@@Viral_Memes. dekh kaisa chid gya tuze videshi bolane per. Beta Tu Arya isiliye Tu Hindu hain, nich hain, bewkuf bhi hain. Duniya janti hain Arya bhagode Hindu hain jo bahar se apne matra bhumi ko chod kar bhagkar aaye the. Dar dar bhik mangte mangte bhatak rhe the .pta nhi kaise is dharti per panah mil gyi tum bhikari yonko. 😆😆😆🤣🤣🤣
सच्चाई तो यह है कि अमेरिका और आस्ट्रेलिया में भी वहाँ के मूल निवासी आज अल्पसंख्यक हैं। अच्छी बात ये है कि भारत में आज भी द्रविड़ों की संख्या बहुत अधिक है!
😀 Duniya Wale Nahi Manege - Agar Aryans Deshi hi the to , Pure Duniya ki History Firse Likhan hogi ✌ जय सनातन धर्म । जय मेरी भारतभूमी । जय आर्यव्रत 🇮🇳✌
आपने बहुत अच्छी खबर और रिपोर्ट प्रस्तुत की है आप प्रसंशा के पात्र हो और जो ये कह रहे है कि आर्य भारत से आये ये मूर्ख है , इनको अभी बहुत कुछ पढ़ने की जरूर है ये तो मुँह उठाकर कुछ भी कह देते है । सच तो वास्तव में आज ही जाहिर हुआ है और इस खबर से भारत विश्व गुरु था ये बात सत्य साबित हो जाएगी ।
@love reality तेरे जैसे गंदे लोगो के चलते ही देश खतरे में आजाता हैं। तुम साले 2 रुपये के लिए ईसाई की चड्डी पहन लेते हो। और फिर अपनी तुलना साले सीधे इटली के रोम के वासियो से करने लगते हो।
@@virtualmaza513 bhai bheemte khud African mulnivasi hai in bhosdiwalo ka dna test karwao wahi ka niklega in bhosdiwalo ko south Africa bhejo wahi jebeem karte phirege
वह डी एन ए भारत के मूल निवासियों का है, फिर ये कैसे कहा जा रहा है कि आर्य यहाँ के मूल निवासी है ? जो लोग अपने-आप को आर्य कहते है, तो वे बाहरी हैं । यह बात नेहरू ने भी स्वीकार किया है ।
आर्यावर्त इस देश का नाम इसलिए था क्योंकि प्राचीन काल में यह भारतदेश आर्य अर्थात् श्रेष्ठ मनुष्य और श्रेष्ठ संपदा से आवर्त=पूर्ण था। संसार में मनुष्य की उत्पत्ति तिब्बत में हुई थी और धीरे-धीरे भारत देश में फेलते गये और यहां का वातावरण आदि सर्वोत्तम होने से श्रेष्ठ पुरुषों का यहां निवास हुआ और जितने देश देशांतर है उनमें शिक्षा यहीं से गई थी। अभी भी धीरे-धीरे इस प्रकार अनुसंधान करते जाएंगे तो इस सत्य तक अवश्य पहुंच जाएंगे।
I am a bhraman and i respect dr Bhim Rao Ambedkar he wrote in his book who are shudras in which he wrote Aryans were not invaders and i want to apologise to my dalit brothers who were oppressed by my fore fathers
Bhai sanatan dharm m Varna vyawastha tha pr das pratha hamari chalan nahi thi ..us samay log ko apna ek kaam hua karta tha charmakar jute banate the kumhar mitti k karya karte the murti kala ka karya bhi bahut sundar aur advance hota tha ...sabse maje ki baat koi kisike karya m badha utpann nahi karta tha .....ye jo dashon k sath durvyavahar karte the wo Mughal aur angrez the ....aur unhe dekhkar jamindaro n ruwab dikhana suru kiya ....hamare grantho m likha hai agar koi neechi jati ka hamare yahan kam karte hai to unke sath Prem bhaw se vyavhar hona chahiye khana tumhe Kam bhi pad jaye pr uska pet bhara hona chahiye ...valmiki aur ved vyas niche jati k the pr wo Rishi the aur bhagwan hain ....hamara mool dharm humko kabhi bhed bhaw nahi sikhaya humne to sada galat itihas padha hai ......
@@muhammadawaisakbar1812 Hindu dharm m casteism tha hi n to declare kaun karega ...varn k hisab se alag karta hai....mochi shudra Varna hai unka dharm hai jute chappal aur silai kadhai .ka kaam karna ...that's it is jada kuch n hai ....aur agar wahi shudra tap karke Rishi ban jayega to wo pujne yogya hai aur wo chahe to koi granth bhi likh sakte hai
@@kavitakherera2076अच्छा तू अपनी बाप दादाओं की 7 पीढ़ियों का नाम ही बता दे नहीं बता पाएगा क्योंकि तुम जैसे इतिहासकार फेसबुक और यूट्यूब से त्यार हो रहे है
Aaryan theory 3500 saal purana kha jata hai Or dead body 4500 saal purana hai Ye to whi baat ho gya ki 2020 me huaa murder ko 2010 ke news paper me dhundha jaaye
@@SandeepVerma-bf1ry raam is god bro for him every one is same he only performed dharma .raam is one who eate sibris ber he is one who perfored last rituals of a bird
@@sachinmishra3376 Ram never ate shabei's ber .This story comes from a ramayan written by a lower caste person.earliwr their were many Ramayana written by everyone .In one such unauthentic ramayan a lower caste made this story of shabei's and ram to popularize gods wisdom.Which was violently opposed and unaccepted by upper caste persons .Moreover ram killed shmbuk shudra .Ram used to eat meat.ram killed Bali.ram suspicidied sita mata .Ramayan is just a pagan story.
आर्यन ब्राम्हण यूरेशियन देश से आये है? ये क्या सबूत देता है तू अभी के सभी upper caste के लोग यूरेशियन ब्राम्हण है ओर उनका DNA TEST का result क्यू नही बताता बे
Are ye report galat hai, Bramhno ki chal se farji report banayi hai ,is report mein kahi bhi nahi kaha ki bramhano ka DNA yahudiyon se nahi milta ye report Michael Bamshad jo ko Harvard's university ne 250 logo ki team ne 2001 mein proof kiya hai ki live abhi ke bramhano ke blood sample ke test se DNA 99.99% european se milta hai , jab ki baki kisi vho mulniwasiyon jaise SC,ST,OBC aur Muslims ke genes euripean se nahi milta hai.
आर्य थे भारत के मुल निवासी आर्य और द्रविड़ अलग-अलग नही है आर्य गुणवाचक है जिसका अर्थ होता है श्रेष्ठ द्रविड़ दिशा वाचक है जो दक्षिण भारत मे रहने वाले लोग है वो भी आर्य है
Main SC matlab Dalit iska matlab hai Ham bhi Aryan hai 😁😁😁 Ham non Aryan Nahin Hai 😉👍 ..... Sindhu sabhyata Aryavart David sab Hamare hai ham bhartiyon ka... 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💪😉
@@muhammadawaisakbar1812 hhme kuch krne ki jaroorat nhi hai,jesi dimag mein garmi zada hai usse hi problem hai.Voh Army theek kr leti hai time aane prr. 👍👍😊
aaj ke kuch haranjaade dalit neta ye jhooth faila rahe the ki Aryan bahar se aaye the... es jhooth ke sahare apni gandi rajneety chala rahe the... ab in sab ka muh band ho jayega...ab bamcef aur perkash ambedkar jaise logo ko akal aa jani chahiye..waise ummed kam hai kyonki ye sab zaheel insaan hain...hindus es desh ke mulniwasi hain... jai hind.. vande matram.
आर्य ही भारत के मूल निवासी है ,,, और सबसे पुरानी वैदिक सभ्यता है,,,, उसके बाद अनेकों सभ्यता हुऐ,,,, जैसे आज मैकाले शिक्षा पद्धति,,, अंग्रेजी सभ्यता चल रही है
*आर्य दस्यु(द्रविड़)या मूलनिवासी परिकल्पना आई कहाँ से ?* उत्तर:- अन्ग्रेज ऑफिसर जैसे मर्टिमर व्हीलर(आर्य आक्रमण सिद्धांत),मैक डोनाल्ड,गृपिथ (भारत के गुलामी के काल मे ।) *क्या भारत के प्राचीन प्रमाणित ग्रंथो के आधार पर परिकल्पना वैध माना जा सकता है ??* उत्तर :-बिल्कुल नही प्रयास जरुर किया गया की ऋग्वेद जैसे ग्रंथो से सिध्द करने का जो की पूर्णत: पुर्वग्रह से अंग्रेज अफसरो द्वारा स्वरचित है। उदाहरण:- अंग्रेजो द्वारा स्वरचित वेदीक इंडेक्स वैदिक इंडेक्स के लेखको ने यह भी सिद्ध करने का प्रयास किया हैं की वेद में आर्य और दस्युओ के युद्ध का वर्णन हैं.वेद में दासों के साथ युद्ध करने का वर्णन तो मिलता हैं पर वह मानवीय नहीं प्राकृतिक युद्ध हैं.जैसे इन्द्र और वृत्र का युद्ध. इन्द्र बिजली का नाम हैं जबकि वृत्र मेघ का नाम हैं. इन दोनों का परस्पर संघर्ष प्राकृतिक युद्ध के जैसा हैं. यास्काचार्य ने भी निरुक्त २/१६ में इन्द्र-वृत्र युद्ध को प्राकृतिक माना हैं.इसलिए वेद में जिन भी स्थलों पर आर्य-दस्यु युद्ध की कल्पना की गयी हैं उन स्थलों को प्रकृति में होने वाली क्रियाओ को उपमा अलंकार से दर्शित किया गया हैं.उनके वास्तविक अर्थ को न समझ कर अज्ञानता से अथवा जान कर वेदों को बदनाम करने के लिए एवं आर्य द्रविड़ के विभाजन की निति को पोषित करने के लिए युद्ध की परिकल्पना की गयी हैं *आर्य और दस्यु(द्रविण) नश्ल को दर्शाता है या गुण को??* उत्तर :- पुर्णत: गुण को अन्ग्रेजो द्वारा नाक आंख रन्ग को आधार बनाया गया अर्थात नश्ल को जो पूर्णत बेइमानी है आर्य शब्द का अर्थ होता हैं “श्रेष्ठ” अथवा बलवान, ईश्वर का पुत्र, ईश्वर के ऐश्वर्य का स्वामी, उत्तम गुणयुक्त, सद्गुण परिपूर्ण आदि. दास शब्द का अर्थ अनार्य, अज्ञानी, अकर्मा, मानवीय व्यवहार शुन्य, भृत्य, बल रहित शत्रु के लिए हुआ हैं न की किसी विशेष जाति के लोगों के लिए. वर्ण का विशेषण ऋग्वेद (ऋक ३/३४/९) *क्या आर्य बाहर से आये थे ?* उत्तर -नहीँ । जैसा की सिद्ध किया गया आर्य गुणवाचक शब्द है । आर्य के बाहर से आने के सिद्धांत का अम्बेडकर जी ने विरोध किया था इसी तरह उनेस्को के 4000 साल पुराने ऋग्वेद के साथ ही किसी भी प्राचीन भारतीय ग्रंथो मे इसका वर्णन नही । *इस सिद्धांत का क्या परिणाम हुआ ?* उत्तर :- अंग्रेजो द्वारा इसे नश्ल बताने के कारण इस सिद्धांत के आड़ मे आजादी के बाद दक्षिण भारत के पेरियार रामास्वामी जैसे नेताओ ने अपने राजनीती चमकाने के लिये प्रयोग किया ,पेरियार और उसके जैसे विचारधारा का परिणाम रहा कि -दक्षिण भारत को अलग देश द्रविणीस्तान बनाने का प्रयाश किया गया । -उत्तर भारतीयो को आर्य दक्षिण भारतीयो को द्रविण बताकर दक्षिण से भगाया और मारा गया । -दक्षिण मे हिन्दी का पुरजोर विरोध किया गया किसके कारण दक्षिण मे तमिल तेलगू के बाद अन्ग्रेजी मे आसानी से काम कर सक्ते है हिन्दी मे नही *इस सिद्धांत का विरोध किया गया या नही ??* उत्तर- हाँ,अन्ग्रेजो के सिद्धांत के आधार पर राजनीती चमकाने वाले पेरियार और उसके आर्य द्रविण या दश्यु नश्लवादी सिधान्त और अलग देश जैसे मांग का स्वयं बाबा साहब अम्बेडकर ने पुरजोर विरोध किया था । *दोस्तो इसी दश्यु या द्रविण शब्द को आजकल दलित भी बताया जा रहा जिस सिद्धात का स्वयं अम्बेडकर ने विरोध किया था ।* *इस सिद्धात का उद्देश्य ही भारत को अशांत अस्थिर करने के उद्देश्य से पाकिस्तान चीन जैसे खुफिया विभाग काम करने की आशंका है जो अन्ग्रेजो का भारत मे फुट डालने के नियत से बनाया गया था ।*
Yadav ko Aryan log Shudra ( Mulnibashi ) banaya, tum kaisa Hindu aryans hai ? At first read ancient history of India after that find out who is your parents ?
Krishna YADAV यादव जी पहले आप अपने पिताजी से यह क्या-क्या गीत है या माता जी से पूछ लीजिए बुजुर्गों जो आपके यहां कि आप लोग किसकी संतान है आर्यों की संतान लिखने से आपको पता है कि आप किन की संतान हैं आप भारत देश के मूल निवासी हैं आर्य यानी कि मनुवादी यूरेशिया से आए हैं इसलिए इनको आर्य कहा जाता है आपने इतना गलत कमेंट लिखा कि आप क्या ब्राह्मण ठाकुर बनिया की औलाद है मैं भी आपका भाई हूं कोई गैर नहीं इसीलिए आपको समझाया है जय भारत
Saare north indian arya hi h, uss kankal ka jo dna h wo south waalo se match hota h. Pura north india aryavarth tha. Pali lang khud arya ka hi tha. Aree saare north indian arya ki santan h . Asli moolnivashi south k adivashi h. Arya koi akramani ni h, ye sab kahani h bss
आर्य विदेशी नहीं है कैसे वर्ण व्यवस्था की किसकी देन है एक वर्ग सुपिरियर और दूसरा वर्ग अधर्मी और नीच सूद कैसे कल्चर एक जैसा क्यूं नहीं है मिश्रा जी इतिहास बदलना तो कोई आपसे सीखे चलो कोई बात नहीं है मिश्रा जी जाति लेबल हटा दिया जाए तो चलिए हमारा आपका DNA एक जैसा है अब तो हम सबको सादी व्याह एक समाज बनकर कर लेनी चाहिए
Ehi Satya hain...aur eyh aaj pramaan ho gya Aryans= BHARATH=INDIA=VED And THERE BEEN A FALSE INVASION THEORY..F*** you those inferiority complex historians..
मै आज बेहद खुश हु.सच तो बाहर आना ही था. सच तो यह हे की सतयुग ओर त्रेता युग मे देवी देवताओं का राज होता है. देवी देवता माना सम्पूर्ण पवित्र. त्रेता के अंत मे एक विनाश हुआ जिससेे स्थल भाग जो एक खंड था वह पांच खंड हो गया. जिसमें देवताये बिखर गये. देवताओं का पवित्रता भी चला गया. फिर वे अपने को आर्य कहने लगे. आर्य मतलब सुधरे हुए. हरप्पा सभ्यता त्रेता की अंत का सभ्यता है. देवी देवता हम मनुष्य जाती का पुर्वज है. यह स्पष्टीकरण स्वयं परमात्मा पिता ने आकर दिया.
किसी निर्णय तक पहुंचने के लिए भारतीय समाज की सामाजिक संरचना का अध्ययन करना होगा । उत्तर भारत के लोगों के Family Names i.e. name of Clans ( which are considered for marriage) mostly resemble with the Family Names of the people of Yuropein countries and family names of people of southern States with the African Countries people. so Indian Society seems to be the admixture of the people of Africa and Yurope Continents. For Instance: " Lutherman - Yuropian Family Name " and "Luthra- Indian Family Name. 2. Family name Hara found in India( हाड़ा ), It is found in Japan and Britain also.
व्याख्या करने का अधिकार कुछ किताबें पढ़ने वाले को नहीं है रिसर्च करने वाले ही सही व्याख्या कर सकते हैं ।सूर्य एक है ऊर्जा उसी से मिलती है । इसका मतलब सभी जीव, पेड़ पौधों का मूल श्रोत एक ही है।
4500 साल पहले आर्य भारत में आए ही नहीं थे वह आर्य ब्राह्मण तो लगभग 3700 से 4000 के बीच आने के सबूत मिलते है इसलिए 18 पन्नो की रिपोर्ट कही नहीं लिखा है की ब्राह्मण भारत का मूलनिवासी है
@@jitendarsinghrajput5799 आर्य शब्द का मूल बौद्ध साहित्य आया है इसलिए ब्राह्मणों ने अपने आप को आर्य कहा और बाद में स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की , विदेशी ब्राह्मणों ने भारत का मूल शब्द अपने समाज को लगाकर विदेशी पण छुपाने का प्रयास किया मगर विज्ञान ने डी एन ए आधार पर उन्हें विदेशी सिद्ध किया
मिश्राजी देश का अच्छा चॅनल चलाते हो मै आपको याद दिलाना चाहता हु के पंडित जवाहरलाल नेहरू इमोने एक किताब लिखी थी व किताब का नाम है डिस्कवर ऑफ इंडिया हो नये किताब आपने पुत्री इंद्रा गांधी को तिथि वो खुद मानते थे कि होनोर खुद लिखा है हम इस देश के नही है हम इस देश की सेवा करने के लिए आये है आप गुगल पे हो किताब देख लीजिये
PUSHPESH PANT SCIENCE AUR IS SCIENTIST PAR UNGLI UTHA RAHEIN !! KEH RAHEIN HAIN KI SCIENCE KABHI BHI FINAL NAHIN HOTA HAI ,TO KYA AAPKI HISTORY FINAL HOTI HAI ??
jis aurat ka dna analysis kiya hai wo to aryan migration k pehle hi nipat chuki thi to kaha se aryan ka dna match hoga ... 2018 me inki findings alag thi aur ab inka resarch paper me kuch aur hi kah rahe hai ...isme bhi sarkar ka interference hai..5-10 saal me to ye b history bnwa denge ki britishers se rss ne azadi dilwayi
एक वामपंथी दल्ला ऐसे जला। जल के देखो वह भुट्टा सा बना। हम सारे भारतीय उसके पास गए , धक्का मार्के उससे कहे निकल जाओ निकल जाओ निकल जाaaaaaaओ। 😁😂🤣😃😅 बचपन की poem आज काम आयी। ALL credit goes to "एक मोटा हाँथी झूम के चला।"
चल मान लेते है यह जुट बोल रहा है । तो बाबा साहेब भी झूठ बोलरहे है क्या बाबा साहब इन आर्यो को यही का मूलनिवासी बताया है । क्या वह भी गलत बोल रहे है अब तू ज्यादा पड़ा लिखा है या बाबा साहेब
It's true that many civilizations existed long long before but had come to non-existence by a great deluge (what we say on Sanskrit "pralay poyodhi jale").
Pant seems to be so offended which is absolutely uncalled for and he must respect the archeologist who are ofcourse much accurate then historians. This pant guy is romila gang and company but nothing
Fearfact😁 - For ur kind information everybody came from Africa😙.After independence india All r mulnivasi Hindu,Muslim,Sikhs, Christian, Buddhist etc..thanks to br Ambedkar.🙏🙏 Remember that.
Iran means the home of Aryans. B. G. Tilak also said that Aryans are not original inhabitant of India. He was Brahmin himself. and I admire him for speaking the truth. Just as white South Africans are not original inhabitants of South Africa, the Aryan also are not original inhabitant of India.
Bro for your information Bala Gangadhara Tilak is a Chitpavan Brahmins means they are not a original Brahmins historically they merged in Brahmins community,they are originated from Egypt & are bresnen Israeli means Jews.
Sirf gurjar nhi , bro ,. Shudra and dalits and adivasi bhi Brahman, and rajput ko chod kar , inhone bahar se akraman kiya , Future m dheere dheere sab samne aayega , ye report naklu h
आर्य भारत के ही मूलनिवासी थे जो वेद के अनुसार आचरण करता है उसे आर्य कहा जाता है
Ved m ye likha h ki Dalit Muslim se nafrat kro, chua chut kro, unko Aage nhi btne do, unke adhikar cheen lo...???
@@malkhansinghkulhare Ved padlo pahhe, aisa kuch nahi likha hai. Logo dwara batai gai bate bina check kiye manoge to bewkoof banaye jaoge.
@@tajakhabar9121 true
@@malkhansinghkulhare ekam bahudha vadnti. Samsast sanskar ek parivar hai
@@malkhansinghkulhare 🤣🤣🤣 kon hai log kaha se aate hai konsa gaanja fuk the wo
I am aryan from rakhigari hissar haryana 🔱🕉️
My name is aryan
भगवान का धन्यवाद जो आर्य और द्रविड़ियन का झगड़ा खत्म हुआ।
भाई अब भी कुछ हरामखोर इसे नहीं मानगें और यह ज्यादातर आरक्षण की बैसाखी पकड़े पढ़े लिखे - अनपढ़ है
@@comeslearn3301 bhai choodo Inko Babasaheb Babasaheb Karate Hai Khud babasaheb ne Kaha Tha Ki Arya Bahar se Nahi aye
इस खोज को हमारे किताबों तक ले जाएं। नए सिरे से इतिहास लिखें।
Hadppa nahi vedik sabhyta boliye
Yes bro jai hindu sanatan dharam
@@Bhawanisingh-ou2rv pre vaidik. Sanskrit is not an ancient language.
आर्य विदेशी हैं .##
@@teachforkidsbyvikky5509 😂
हिंदु और वैदिक सनातन धमॅ मे सदा "शव दहन" किया जाता रहा है।इसलिए हमारा शव मिलना मुश्किल है।परंतु आपदाओं मे मरे लोगो के शवों से हम सिध्द कर सकते कि भारत सदा से आयॅ भुमी रही है।
Hindu dharm me 4 tarah ka antim Sanskar hota tha. Pahla aag me jalakar. Dusra dafnakar. Tisara jal me bahakar. Chautha sav sharir ko aise chhora jata tha.
Sailendar Singh तीनो परंपरा कु प्रथा मे आती है।ये तीनो परंपरा मे दो परंपरा तो बंद ही हो गयी है।सिफॅ "शेव"पंथ के साधु ही "दफनाने" का काम करते है वो भी अब कम हो गया है।इसलिए समझो जलाने का काम 99,99 हिंदुओ मे होता है।
दफनाने से जमीन बंजर हो जाती है।
भारत मे सदा से धन-संपदा थी इसलिए अंतिम संस्कार करते है इसमे लकड़ियों और वस्तुओ के पैसे लगते है।और इसके उल्टा अरब के भिखारी थे "खड्डे खोदकर"लाशो को डाल देते थे।
जी नही सनातन के अन्यर्गत बहुत सारे सम्प्रदाय में दफनाने की ही परम्परा है जैसे शैव सम्प्रदाय ,
साथ ही वहुत सारी सन्यासी परम्परा में भी शव को जलाया नही दफनाया जाता है
shivam tripathi जी नही।शेव परम्पराओ मे भी अब दफनाने का चलन खत्म हो गया है।हम वैदिक काल की बात कर रहे है।उस समय केवल दहन ही होता था।दफनाने की प्रथा कु प्रथा मे ही आती है।
shivam tripathi वैदिक काल मे ऐसी परम्परा नही थी।साधु परम्परा और गेरुए वस्त्र धारण करने का कायॅ ,मुगलों के आक्रमण बाद चालु हुआ।वैदिक काल मे रिशी,मुनी,ब्रहमरिशी, आदि हुआ करते थे।
और अगर अब है तो वो भी बहोत ही कम है।
दफनाने का कायॅ सबसे पहले भारत मे "नाथ" सम्प्रदाय ने आरंभ किया था उसके बाद शेव संप्रदाय ने किया।मगर धमॅ संसद मे "पुवॅ शकंयॅचाय ने विरोध किया और कहा ये परम्परा धमॅ विरूध है।उसके बाद एकदम कम हो गया है।
Kai logo ka political career barbaad ho Gaya 😆😆😆
all those anti brahmin dalit channels will get closed now.
जय भीम वालो का 🤣🤣🤣
ye braman toh apna shav jala dete hai toh exact kaisa pata chalega ki ye braman india k hai..
ye braman bhot shatir hai..kal ka sach Samne Na Aaye isiliye shav jala dete..par gondwana ta aur gondwan hi rhenaga
@@rtcreation2323 executive up know MN
Pushpesh Pant ko bahut dard ho raha h,
Breaking India forces finding themeselves helpless in light of new discovery.
@@nabaruns mai bhi hairan tha.. Uss insan ko sun ke.. Ye usi dali ko katne ki koshish kar rahe hai jis par wo khud baithe hai..
Uske chehre pe saaf.. Ghruna dikh rahi hai
@@rajurajpure6599 aaj kolkata mei maar par rahi hay, kal pure desh mei pitenge saale leftist
झूठ आज ना काल सामने आनेही वाला है भाई ये सारे secular liberando communist सनातन विरोधी नंगे होनेही वाले है
यह आर्यावर्त है और प्रत्येक हिन्दू आर्य है
कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम दलित हैं या आदिवासी
हम सब हिन्दू आर्य हैं
Right truths
Anonymous Everywhere
Chal be Aryan our Hindu hona hi kon chahta hain. Jo khud bhikhari hain. Nich hain.
Yha ke Dalit, Adiwasi, OBC, Converted people's ka itihaas tum kya jaano.
Jis waqt tumhare log agni ki khoj kar rahe the na beta us waqt yha bade bade kile-Rajmahal, infrastructure, School, Hospital, the, yaha, rasayan shastr padhaya jata tha.
Us waqt yha ka GDP rate bhi duniya ki Asamaniyo ko chu rha.
@@Viral_Memes. dekh kaisa chid gya tuze videshi bolane per.
Beta Tu Arya isiliye Tu Hindu hain, nich hain, bewkuf bhi hain.
Duniya janti hain Arya bhagode Hindu hain jo bahar se apne matra bhumi ko chod kar bhagkar aaye the. Dar dar bhik mangte mangte bhatak rhe the .pta nhi kaise is dharti per panah mil gyi tum bhikari yonko. 😆😆😆🤣🤣🤣
@@Viral_Memes. nhi be nich bhikhari Arya hindu saale. Mere bujurg Pahle se hi apne hi culture ki ibaadat karte hain. samza nich 😆😆😆
@@Viral_Memes. konsa nich dharm hain be tera. Our konsi dharm pavitra kitaabe hain. woh sab saali kam sutra ki motivational books hain . 😆😆😆🤣🤣
सच्चाई तो यह है कि अमेरिका और आस्ट्रेलिया में भी वहाँ के मूल निवासी आज अल्पसंख्यक हैं। अच्छी बात ये है कि भारत में आज भी द्रविड़ों की संख्या बहुत अधिक है!
😀 Duniya Wale Nahi Manege - Agar Aryans Deshi hi the to , Pure Duniya ki History Firse Likhan hogi
✌ जय सनातन धर्म । जय मेरी भारतभूमी । जय आर्यव्रत 🇮🇳✌
आपने बहुत अच्छी खबर और रिपोर्ट प्रस्तुत की है आप प्रसंशा के पात्र हो और जो ये कह रहे है कि आर्य भारत से आये ये मूर्ख है , इनको अभी बहुत कुछ पढ़ने की जरूर है ये तो मुँह उठाकर कुछ भी कह देते है । सच तो वास्तव में आज ही जाहिर हुआ है और इस खबर से भारत विश्व गुरु था ये बात सत्य साबित हो जाएगी ।
Tab russia se lekr india ek he tha, 12000 saal pahela
@love reality vaamdalal bheemta yahan BHI joota 👞 khaane aa Gaya.
@love reality तेरे जैसे गंदे लोगो के चलते ही देश खतरे में आजाता हैं। तुम साले 2 रुपये के लिए ईसाई की चड्डी पहन लेते हो। और फिर अपनी तुलना साले सीधे इटली के रोम के वासियो से करने लगते हो।
@love reality और सुन आर्य भारत के मूलनिवासी थे और हैं। हड़प्पा आर्यो की संस्कृति हैं।
@love reality mirchi lag gayi. Ok theek hai joota 👞 Nahin Kolhapuri chappal to khaale. 😁😂😂🤣
@@virtualmaza513 bhai bheemte khud African mulnivasi hai in bhosdiwalo ka dna test karwao wahi ka niklega in bhosdiwalo ko south Africa bhejo wahi jebeem karte phirege
वह डी एन ए भारत के मूल निवासियों का है, फिर ये कैसे कहा जा रहा है कि आर्य यहाँ के मूल निवासी है ? जो लोग अपने-आप को आर्य कहते है, तो वे बाहरी हैं । यह बात नेहरू ने भी स्वीकार किया है ।
Reports are fake
नेहरू historian थे क्या
दलाल है करने दो दलाली, आगामी सरकार आयेगी तब सच सब सामने आ जायेगा 🤣🤣🤣🤣🤣🤣
Dr Ambedkar ki thyory pad neheru to ak no Ka Nala tha
ब्राह्मण हैं भारत के मूलनिवासी।
रिपोर्ट केवल यही कह रही है कि 5000 साल पहले भारत में आर्यन नहीं थे ... रिपोर्ट यह नहीं कह रही है कि आर्यन भारत के मूल निवासी थे....
आर्यावर्त इस देश का नाम इसलिए था क्योंकि प्राचीन काल में यह भारतदेश आर्य अर्थात् श्रेष्ठ मनुष्य और श्रेष्ठ संपदा से आवर्त=पूर्ण था। संसार में मनुष्य की उत्पत्ति तिब्बत में हुई थी और धीरे-धीरे भारत देश में फेलते गये और यहां का वातावरण आदि सर्वोत्तम होने से श्रेष्ठ पुरुषों का यहां निवास हुआ और जितने देश देशांतर है उनमें शिक्षा यहीं से गई थी। अभी भी धीरे-धीरे इस प्रकार अनुसंधान करते जाएंगे तो इस सत्य तक अवश्य पहुंच जाएंगे।
Break india forces feeling bad
ARYAN MEANS INTELLIGENT IN SANSKRIT.
NICE VIDEO
But south Indians Dravidian is no 1 education in India
Sanskrit se pahle Pali prakrit ka praman milta hai.
कल कोई पत्रकार कहेंगा
कि दुनिया के सब लोग के बाप आदिवासी ही हैं
वैसे निकले तो सभी अफ्रीका से ही हैं
वैज्ञानिकों के हिसाब से
Sab logo ka baap adivasi hai,, sahi pahchana beta
Han bilkul pahle sbke purvaj aadivasi the. Human evolution ke sath civilisation bno
I am a bhraman and i respect dr Bhim Rao Ambedkar he wrote in his book who are shudras in which he wrote Aryans were not invaders and i want to apologise to my dalit brothers who were oppressed by my fore fathers
No bro ek do log bure the iska matlab ye nhi ki sari community buri hai
Kuchh log hote hi bure hai jo har jgh milenge
Bhai sanatan dharm m Varna vyawastha tha pr das pratha hamari chalan nahi thi ..us samay log ko apna ek kaam hua karta tha charmakar jute banate the kumhar mitti k karya karte the murti kala ka karya bhi bahut sundar aur advance hota tha ...sabse maje ki baat koi kisike karya m badha utpann nahi karta tha .....ye jo dashon k sath durvyavahar karte the wo Mughal aur angrez the ....aur unhe dekhkar jamindaro n ruwab dikhana suru kiya ....hamare grantho m likha hai agar koi neechi jati ka hamare yahan kam karte hai to unke sath Prem bhaw se vyavhar hona chahiye khana tumhe Kam bhi pad jaye pr uska pet bhara hona chahiye ...valmiki aur ved vyas niche jati k the pr wo Rishi the aur bhagwan hain ....hamara mool dharm humko kabhi bhed bhaw nahi sikhaya humne to sada galat itihas padha hai ......
@@muhammadawaisakbar1812 Hindu dharm m casteism tha hi n to declare kaun karega ...varn k hisab se alag karta hai....mochi shudra Varna hai unka dharm hai jute chappal aur silai kadhai .ka kaam karna ...that's it is jada kuch n hai ....aur agar wahi shudra tap karke Rishi ban jayega to wo pujne yogya hai aur wo chahe to koi granth bhi likh sakte hai
@@premshankarsatpathi5790oi jodhamurkha balmiki byas brahmin tha hi ,,tera magaj me gu bhora hei
Reporter...beek. chuka hai..Aary. Videshi. hai...
Science always say aryaan coming in india from out side
Bhagwan budh v arya hi the. Asli mulnivashi south k adivashi h. North india waale saare arya hi h
Ab toh science ne bhi bta diya ki yeh sab jhooth hai
@@170_vermaamriteshsunilkuma9 koi arya dravit nii hai, sb same hai. Hme utna past janne me koi interest bhi nii
@@saurabhsaxena1992 kyo janega tu arya jo h mulnivasi nhi h na tu 😤😂
@@abhijaypandey9405 jhoot nhi h bro , reports badal di h pehele ye kuch aur bol rehe the
Aryan ka kankal kahase ayea, aryan log marne k bad jalya jata hee,.
Goswami sampradaay k logo ko dafnaaya jata hain...
आर्यवर्त नाम था ,प्राचीन मे भारत का ।
Yes
प्राचीन काल में जम्बूद्वीप नाम था
@@kavitakherera2076अच्छा तू अपनी बाप दादाओं की 7 पीढ़ियों का नाम ही बता दे
नहीं बता पाएगा
क्योंकि तुम जैसे इतिहासकार फेसबुक और यूट्यूब से त्यार हो रहे है
@@Krashnablogstum बता दो अपनी साथ पेढ़ी के नाम । तुम राजपूत हो । ब्रहमण की नाजायज ओलाद ।
हम तो यहां के मूलनिवासी हैं ।और रहेंगे।
100% विदेशी
उदाहरण के लिए रामायण पढ़ सकते हो जब पुत्रेष्ठी यज्ञ के लिए सैनिकों को भेजते समय राजा दशरथ बोलते है कि किसी जीव मात्र की भी हिंसा नहीं होनी चाहिए
मोदी राज के पहले आर्यन बाहर से आए थे,मोदी राज आने के साथ ही आर्यन मूलनिवासी हो गए। जबरजस्ती आर्यन को मूलनिवासी साबित करने की कोशिश 😀😀😀😀
Kay bat Kai brother you are right 💪💪👍👍tir sahi nishane lagha
Aabhe kutto tumhe hajam thodi hoga
सही बात 👍
गर्व से कहो हम आर्य हैं।
मोहनजोदड़ो में बुद्ध स्तूप एक ऐसा सत्य है जिसे बदलना किसी के वश में नही
Right
Aaryan theory 3500 saal purana kha jata hai
Or dead body 4500 saal purana hai
Ye to whi baat ho gya ki 2020 me huaa murder ko 2010 ke news paper me dhundha jaaye
,😤😂
Par 4500 sal purane dead body arya dna hai matlab vo Aadi kal se bharat
Me rah rahe hai
आर्यन इस देश के लोग हैं तो काले लोग आदिवासी कौन हैं ?
Pushpesh pant historian kam politician zyada lag rahe the...
HEMANT KUMAR iski funding ka pata lagaya jaye budhha paise kha ke baitha hai
ye suaro ka dalal hai .... bharat ko todna iska kaam hai....
पुष्पेश पंत खाने पीने की बातें करते हैं, ये तो कोई शेफ़ होंगे,epic tv पर राजा रसोई में कई जानकारियां देते हैं।
रूप कुण्ड के कंकाल आज भी रहस्य है।
8000 साल पुराना गाव ,वेदों शास्त्रों का भी मंथन कर निष्कर्ष निकाला जाय।
Jai shree ram Jai mulnivasi
😂😂
Ram killed sambuk shudra,how can he be for mulnivasi.explain
@@SandeepVerma-bf1ry raam is god bro for him every one is same he only performed dharma .raam is one who eate sibris ber he is one who perfored last rituals of a bird
@KUMAR SANIL Dr br Ambedkar was wrong here.
@@sachinmishra3376 Ram never ate shabei's ber .This story comes from a ramayan written by a lower caste person.earliwr their were many Ramayana written by everyone .In one such unauthentic ramayan a lower caste made this story of shabei's and ram to popularize gods wisdom.Which was violently opposed and unaccepted by upper caste persons .Moreover ram killed shmbuk shudra .Ram used to eat meat.ram killed Bali.ram suspicidied sita mata .Ramayan is just a pagan story.
@@SandeepVerma-bf1ry चुप रे बेवकूफ
आर्यन ब्राम्हण यूरेशियन देश से आये है? ये क्या सबूत देता है तू अभी के सभी upper caste के लोग यूरेशियन ब्राम्हण है ओर उनका DNA TEST का result क्यू नही बताता बे
Is he a really a historian? I doubt it now.. must be of JNU
Politics dal diya.. national pride mei to almost he lost his cool
Are ye report galat hai, Bramhno ki chal se farji report banayi hai ,is report mein kahi bhi nahi kaha ki bramhano ka DNA yahudiyon se nahi milta ye report Michael Bamshad jo ko Harvard's university ne 250 logo ki team ne 2001 mein proof kiya hai ki live abhi ke bramhano ke blood sample ke test se DNA 99.99% european se milta hai , jab ki baki kisi vho mulniwasiyon jaise SC,ST,OBC aur Muslims ke genes euripean se nahi milta hai.
@@kirtinagdeve6367 r u fool
@@Iloveyoureem Yes She Is Bro😂😂.
@Rahul YadavBhai Maine Isse Kya Lena😂😂
Reality Bohat Alag Hai.
Ye Bas Fiction Hai😂😂😂
आर्य थे भारत के मुल निवासी आर्य और द्रविड़ अलग-अलग नही है आर्य गुणवाचक है जिसका अर्थ होता है श्रेष्ठ द्रविड़ दिशा वाचक है जो दक्षिण भारत मे रहने वाले लोग है वो भी आर्य है
जो आज ये कह है वो हम पहले से जानते है
Main SC matlab Dalit iska matlab hai Ham bhi Aryan hai 😁😁😁 Ham non Aryan Nahin Hai 😉👍
..... Sindhu sabhyata Aryavart David sab Hamare hai ham bhartiyon ka... 🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💪😉
Ji bilkul bhai ji.
अब आरक्षण खत्म समझो☺️☺️☺️
@@muhammadawaisakbar1812 hhme kuch krne ki jaroorat nhi hai,jesi dimag mein garmi zada hai usse hi problem hai.Voh Army theek kr leti hai time aane prr. 👍👍😊
TRUTH ALONE TRIUMPHS.JAI HIND 🇮🇳
आर्य सनातन वैदिक हिन्दु धर्म की जय जय जय.
Jai Bharat Jai Savidhan Jai Dhamma No Human Idol Worship Guided by Tathagat Buddha Light of Universe 🌹🇮🇳
ईस रिपोर्ट मे आर्यो के लिये कुछ नही कहा,झुठ मत बोलो
Aryan yaha ke hai iska to saboot mil gaya leking arya bahar se aye the iska to koi saboot nahi mila hai
Tumhare purwaj kaha se aaye h
@@narendramishra6787 jahn sa tera aye tha gadhe
@@aloksahu5660 hahahaha sahi hai
Pushpesh pant ab tum log apna boriya bistar bandh lo
Matlab
These brake india forces needs to thrown out
aaj ke kuch haranjaade dalit neta ye jhooth faila rahe the ki Aryan bahar se aaye the... es jhooth ke sahare apni gandi rajneety chala rahe the... ab in sab ka muh band ho jayega...ab bamcef aur perkash ambedkar jaise logo ko akal aa jani chahiye..waise ummed kam hai kyonki ye sab zaheel insaan hain...hindus es desh ke mulniwasi hain... jai hind.. vande matram.
@@AshokVerma-us8qz bhar se to muslim aye the angrej aye the or hum sanatani h hindu nhi
Ashok Verma - Arey boka reports ye aayi ki Aryan ka DNA kankaal se nhi mil raha hai..
Galt bol rhe h jo mele h wo proto australoid ke h na ki aryan ke
@@Sonu-wf8rf and leftists also comes from china and russia
आर्य ही भारत के मूल निवासी है ,,, और सबसे पुरानी वैदिक सभ्यता है,,,, उसके बाद अनेकों सभ्यता हुऐ,,,, जैसे आज मैकाले शिक्षा पद्धति,,, अंग्रेजी सभ्यता चल रही है
*आर्य दस्यु(द्रविड़)या मूलनिवासी परिकल्पना आई कहाँ से ?*
उत्तर:- अन्ग्रेज ऑफिसर जैसे मर्टिमर व्हीलर(आर्य आक्रमण सिद्धांत),मैक डोनाल्ड,गृपिथ (भारत के गुलामी के काल मे ।)
*क्या भारत के प्राचीन प्रमाणित ग्रंथो के आधार पर परिकल्पना वैध माना जा सकता है ??*
उत्तर :-बिल्कुल नही
प्रयास जरुर किया गया की ऋग्वेद जैसे ग्रंथो से सिध्द करने का जो की पूर्णत: पुर्वग्रह से अंग्रेज अफसरो द्वारा स्वरचित है। उदाहरण:-
अंग्रेजो द्वारा स्वरचित वेदीक इंडेक्स
वैदिक इंडेक्स के लेखको ने यह भी सिद्ध करने का प्रयास किया हैं की वेद में आर्य और दस्युओ के युद्ध का वर्णन हैं.वेद में दासों के साथ युद्ध करने का वर्णन तो मिलता हैं पर वह मानवीय नहीं प्राकृतिक युद्ध हैं.जैसे इन्द्र और वृत्र का युद्ध. इन्द्र बिजली का नाम हैं जबकि वृत्र मेघ का नाम हैं. इन दोनों का परस्पर संघर्ष प्राकृतिक युद्ध के जैसा हैं. यास्काचार्य ने भी निरुक्त २/१६ में इन्द्र-वृत्र युद्ध को प्राकृतिक माना हैं.इसलिए वेद में जिन भी स्थलों पर आर्य-दस्यु युद्ध की कल्पना की गयी हैं उन स्थलों को प्रकृति में होने वाली क्रियाओ को उपमा अलंकार से दर्शित किया गया हैं.उनके वास्तविक अर्थ को न समझ कर अज्ञानता से अथवा जान कर वेदों को बदनाम करने के लिए एवं आर्य द्रविड़ के विभाजन की निति को पोषित करने के लिए युद्ध की परिकल्पना की गयी हैं
*आर्य और दस्यु(द्रविण) नश्ल को दर्शाता है या गुण को??*
उत्तर :- पुर्णत: गुण को
अन्ग्रेजो द्वारा नाक आंख रन्ग को आधार बनाया गया अर्थात नश्ल को जो पूर्णत बेइमानी है
आर्य शब्द का अर्थ होता हैं “श्रेष्ठ” अथवा बलवान, ईश्वर का पुत्र, ईश्वर के ऐश्वर्य का स्वामी, उत्तम गुणयुक्त, सद्गुण परिपूर्ण आदि.
दास शब्द का अर्थ अनार्य, अज्ञानी, अकर्मा, मानवीय व्यवहार शुन्य, भृत्य, बल रहित शत्रु के लिए हुआ हैं न की किसी विशेष जाति के लोगों के लिए.
वर्ण का विशेषण ऋग्वेद (ऋक ३/३४/९)
*क्या आर्य बाहर से आये थे ?*
उत्तर -नहीँ ।
जैसा की सिद्ध किया गया आर्य गुणवाचक शब्द है ।
आर्य के बाहर से आने के सिद्धांत का अम्बेडकर जी ने विरोध किया था इसी तरह उनेस्को के 4000 साल पुराने ऋग्वेद के साथ ही किसी भी प्राचीन भारतीय ग्रंथो मे इसका वर्णन नही ।
*इस सिद्धांत का क्या परिणाम हुआ ?*
उत्तर :- अंग्रेजो द्वारा इसे नश्ल बताने के कारण इस सिद्धांत के आड़ मे आजादी के बाद दक्षिण भारत के पेरियार रामास्वामी जैसे नेताओ ने अपने राजनीती चमकाने के लिये प्रयोग किया ,पेरियार और उसके जैसे विचारधारा का परिणाम रहा कि
-दक्षिण भारत को अलग देश द्रविणीस्तान बनाने का प्रयाश किया गया ।
-उत्तर भारतीयो को आर्य दक्षिण भारतीयो को द्रविण बताकर दक्षिण से भगाया और मारा गया ।
-दक्षिण मे हिन्दी का पुरजोर विरोध किया गया किसके कारण दक्षिण मे तमिल तेलगू के बाद अन्ग्रेजी मे आसानी से काम कर सक्ते है हिन्दी मे नही
*इस सिद्धांत का विरोध किया गया या नही ??*
उत्तर- हाँ,अन्ग्रेजो के सिद्धांत के आधार पर राजनीती चमकाने वाले पेरियार और उसके आर्य द्रविण या दश्यु नश्लवादी सिधान्त और अलग देश जैसे मांग का स्वयं बाबा साहब अम्बेडकर ने पुरजोर विरोध किया था ।
*दोस्तो इसी दश्यु या द्रविण शब्द को आजकल दलित भी बताया जा रहा जिस सिद्धात का स्वयं अम्बेडकर ने विरोध किया था ।*
*इस सिद्धात का उद्देश्य ही भारत को अशांत अस्थिर करने के उद्देश्य से पाकिस्तान चीन जैसे खुफिया विभाग काम करने की आशंका है जो अन्ग्रेजो का भारत मे फुट डालने के नियत से बनाया गया था ।*
Aary videsi the ye Lokmanya Tilak,Javarlal Neharu, savarkar, Govalkar Guruji(RSS) innone Apane grantho me Likhakar duniyako sambodht kiya
NCERT Anti National education
Aarya was indian and now is Indiana
वैज्ञानिकों की बात प्राचीन भारतीय साहित्य से पूर्णतया मेल खाती है
हम हिंदू अर्यो की सन्तान है
Yadav ko Aryan log Shudra ( Mulnibashi ) banaya, tum kaisa Hindu aryans hai ? At first read ancient history of India after that find out who is your parents ?
Krishna YADAV यादव जी पहले आप अपने पिताजी से यह क्या-क्या गीत है या माता जी से पूछ लीजिए बुजुर्गों जो आपके यहां कि आप लोग किसकी संतान है आर्यों की संतान लिखने से आपको पता है कि आप किन की संतान हैं आप भारत देश के मूल निवासी हैं आर्य यानी कि मनुवादी यूरेशिया से आए हैं इसलिए इनको आर्य कहा जाता है आपने इतना गलत कमेंट लिखा कि आप क्या ब्राह्मण ठाकुर बनिया की औलाद है मैं भी आपका भाई हूं कोई गैर नहीं इसीलिए आपको समझाया है जय भारत
@@dineshchandra7197 baamcefon की ज़रुरत नहीं है हमें।
Saare north indian arya hi h, uss kankal ka jo dna h wo south waalo se match hota h. Pura north india aryavarth tha. Pali lang khud arya ka hi tha. Aree saare north indian arya ki santan h . Asli moolnivashi south k adivashi h. Arya koi akramani ni h, ye sab kahani h bss
आर्य विदेशी नहीं है कैसे वर्ण व्यवस्था की किसकी देन है एक वर्ग सुपिरियर और दूसरा वर्ग अधर्मी और नीच सूद कैसे कल्चर एक जैसा क्यूं नहीं है मिश्रा जी इतिहास बदलना तो कोई आपसे सीखे चलो कोई बात नहीं है मिश्रा जी जाति लेबल हटा दिया जाए तो चलिए हमारा आपका DNA एक जैसा है अब तो हम सबको सादी व्याह एक समाज बनकर कर लेनी चाहिए
Good job, Anchor impartial
Purani history book ko jala dijiye naya itihaas ham sab mil ke fir se likhenge
Ha bai hum likenge
Ehi Satya hain...aur eyh aaj pramaan ho gya Aryans= BHARATH=INDIA=VED
And THERE BEEN A FALSE INVASION THEORY..F*** you those inferiority complex historians..
@@NeerajKumar-is2oh sale nallo kal future m log tum par thukenge , researchers aayenge aage dekhna
@@Biswapradipdas no
यही news lallantop पर dekha to bilkul alag tha.
Aaj badal diya h political pressure Puri history badlne ka priyas h
मै आज बेहद खुश हु.सच तो बाहर आना ही था. सच तो यह हे की सतयुग ओर त्रेता युग मे देवी देवताओं का राज होता है. देवी देवता माना सम्पूर्ण पवित्र. त्रेता के अंत मे एक विनाश हुआ जिससेे स्थल भाग जो एक खंड था वह पांच खंड हो गया. जिसमें देवताये बिखर गये. देवताओं का पवित्रता भी चला गया. फिर वे अपने को आर्य कहने लगे. आर्य मतलब सुधरे हुए. हरप्पा सभ्यता त्रेता की अंत का सभ्यता है. देवी देवता हम मनुष्य जाती का पुर्वज है. यह स्पष्टीकरण स्वयं परमात्मा पिता ने आकर दिया.
किसी निर्णय तक पहुंचने के लिए भारतीय समाज की सामाजिक संरचना का अध्ययन करना होगा । उत्तर भारत के लोगों के Family Names i.e. name of Clans ( which are considered for marriage) mostly resemble with the Family Names of the people of Yuropein countries and family names of people of southern States with the African Countries people. so Indian Society seems to be the admixture of the people of Africa and Yurope Continents. For Instance: " Lutherman - Yuropian Family Name " and "Luthra- Indian Family Name. 2. Family name Hara found in India( हाड़ा ), It is found in Japan and Britain also.
भाई साहब 4500 वर्ष पूर्व का मत दिखाओ कम से कम 7000 साल पहले की खोज दिखाओ
DNA is 4500 old and 'Aryan' migration was not older than 3500 years. Where R1a1 came from?
bro sanuali site chk kr lo 4000 old hai
कंकाल मे प्राचीन आर्य DNA नहीं मिला -मिडिया
आर्य भारतीय थे -मिडिया 😂😂🤣🤣
Arya means people with high quality. As and as the group of good quality people were formed they qualified themselves as Arya
WhatsApp university student. Arya means people of mountain ( most likely Himalaya)
@@dailytopvideos1190 you r the one not we Aryan has proved wrong
Now cry
Arya mean good quality people then remains 130 croer indian people are bad as per your statement
What nonsense your telling
व्याख्या करने का अधिकार कुछ किताबें पढ़ने वाले को नहीं है रिसर्च करने वाले ही सही व्याख्या कर सकते हैं ।सूर्य एक है ऊर्जा उसी से मिलती है । इसका मतलब सभी जीव, पेड़ पौधों का मूल श्रोत एक ही है।
Read Sarasvati Civilization by GD Bakshi.. U will get clear about all this
Sir ji Rakhigdi me mile dna kya aajke bhramhose milta hai,?
The HISTORY text book for Schools and Colleges should be modified with immediate effect.
Court Marshl kr rhe kya bhai 🤣
पुष्पेंदर जी वामपंथी प्रतीत होता है देश की संस्कृति गौरव इतिहास को नकारना प्रमाणों को झुठलाना इनकी वामपंथी विचारधारा से दुसित मानसिकता है ।
आदरणीय पुष्पेंद्र जी बहुत सही बात कह रहे हैं मैं आपकी बातों का समर्थन करता हूं जय संविधान
इतिहास राजनीति से प्रेरित होता है, आज भी द्रविड़यन और आरियनस में हर स्तर पर भिन्नता देखने में मिलती है।
अब मूलनिवासी क्या कहंगे
अरे भाई नकली मूलनिवासियोंकी नौटंकी खत्म..
इस देश का प्राचीन नाम आर्यवर्ट था
मतलब आर्यो की भूमि
आर्य का मतलब श्रेष्ठ और कुलीन होता है
Remove cast system
Bro ye fake reports bata rhe h , pehele inhone kuch aur bataya , .
I've proof
आर्य विदेशी थे,
वैज्ञानिकों ने डीएनए टेस्ट करके बताया कि आर्य विदेशी से आए थे,
वह उत्तरी एशिया और मध्य एशिया से आए थे
रिपोर्ट या अभी कर रही है जो भारत के मूल निवासी थे उनमें R1 a1 जो आर्यन जिन है नहीं पाया गया
Right
Ohm Narayan Namo Namah Ohm Namo Bhagawate Vashudevai Namah😘😘😘 🙏🙏🙏😘😘😘☺☺☺🙏🙏🙏😙😙😙😍😍😍🥰🥰🥰❤❤❤💕💕💕👑👑👑💘💘💘🙏🙏🙏
4500 साल पहले आर्य भारत में आए ही नहीं थे वह आर्य ब्राह्मण तो लगभग 3700 से 4000 के बीच आने के सबूत मिलते है इसलिए 18 पन्नो की रिपोर्ट कही नहीं लिखा है की ब्राह्मण भारत का मूलनिवासी है
Lekin 4500 sal purane kankal me Arya dna mila hai
Yani arya bharat wasi the kahi aur se nahi aye the
यह आर्य के बाहर के आने का मुद्दा अंग्रेजों के राज मैं उठा अंग्रेजी की एक पॉलिसी थी डिवाइड एंड रूल
@@jitendarsinghrajput5799 आर्य शब्द का मूल बौद्ध साहित्य आया है इसलिए ब्राह्मणों ने अपने आप को आर्य कहा और बाद में स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की , विदेशी ब्राह्मणों ने भारत का मूल शब्द अपने समाज को लगाकर विदेशी पण छुपाने का प्रयास किया मगर विज्ञान ने डी एन ए आधार पर उन्हें विदेशी सिद्ध किया
@@shamraoborkar5693 🤣🤣🤣 थोड़ा सोचा समझा करो बे कुछ भी बक रहे हो कोई प्रमाण है
मिश्राजी देश का अच्छा चॅनल चलाते हो मै आपको याद दिलाना चाहता हु के पंडित जवाहरलाल नेहरू इमोने एक किताब लिखी थी व किताब का नाम है डिस्कवर ऑफ इंडिया हो नये किताब आपने पुत्री इंद्रा गांधी को तिथि वो खुद मानते थे कि होनोर खुद लिखा है हम इस देश के नही है हम इस देश की सेवा करने के लिए आये है आप गुगल पे हो किताब देख लीजिये
PUSHPESH PANT SCIENCE AUR IS SCIENTIST PAR UNGLI UTHA RAHEIN !! KEH RAHEIN HAIN KI SCIENCE KABHI BHI FINAL NAHIN HOTA HAI ,TO KYA AAPKI HISTORY FINAL HOTI HAI ??
आर्य समाज के लोग ही श्रेष्ठ हैं
Ghanta
" आर्य "(ब्राह्मण ) विदेशी नही है तो ,
ब्राह्मण भारत को अपनी " मातृभूमि " क्यो कहते ?
यही बात अंबेडकर ने भी कहा है
यक्ष प्रश्न यह है कि आर्य और द्रविड़ पड़ोसी थे तो झ्नकी भाषाओं में जमीन आसमान का अन्तर क्यों था?
Kyuki Aryn Eureshian 🐖 h
jis aurat ka dna analysis kiya hai wo to aryan migration k pehle hi nipat chuki thi to kaha se aryan ka dna match hoga ...
2018 me inki findings alag thi aur ab inka resarch paper me kuch aur hi kah rahe hai ...isme bhi sarkar ka interference hai..5-10 saal me to ye b history bnwa denge ki britishers se rss ne azadi dilwayi
एक वामपंथी दल्ला ऐसे जला।
जल के देखो वह भुट्टा सा बना।
हम सारे भारतीय उसके पास गए ,
धक्का मार्के उससे कहे निकल जाओ निकल जाओ निकल जाaaaaaaओ। 😁😂🤣😃😅 बचपन की poem आज काम आयी। ALL credit goes to "एक मोटा हाँथी झूम के चला।"
2018 ki report bhi bata do
Aurat to India ke the
Arya India male tu Ake India ke aurat shadi karte
Male ka DNA kejeyai tab patachalega
आर्य क्षत्रिय थे... जबकि बामण तिब्बत क्षेत्र से आये थे... भारत के मूल निवासी केवल आदीवासी थे
Bilkul soch badlegi ITHASKAR SAHAB
मिश्र जी इनकी DNA भारत और आस - पास के देश से मेल खाती है,मगर कोन सी वर्ण से मेल खाती है,शुद्र से ,वैश्य से ,क्षत्रिय से या ब्राह्मण से
Varn keval karyo se bany hai .jaise hato ki finger hato se Judi hai lekin akar me alag hai.karya aksath karte hai.
दुसरा चैनल और दिखा रहा है। और तू कुछ और दिखा रहा है। तेरे कहने से बदल नहि सकता। आर्य बाहर से आए है तु खुद कह रहा है।
चल मान लेते है यह जुट बोल रहा है । तो बाबा साहेब भी झूठ बोलरहे है क्या
बाबा साहब इन आर्यो को यही का मूलनिवासी बताया है ।
क्या वह भी गलत बोल रहे है अब तू ज्यादा पड़ा लिखा है या बाबा साहेब
Wah re pandat,kisko bewkoof bna rahe ho SC,ST OBC ko ,Bahujan jag gaya hai.
It's true that many civilizations existed long long before but had come to non-existence by a great deluge (what we say on Sanskrit "pralay poyodhi jale").
In Sanskrit
@@chaithanyaashram575 t
ऐन केन परकारेण आर्यो को भारत का मूलवासी साबित करने का प्रयास
Abe sale sekdo scientist ki team sidhh kar chuki aryan bahar se aye the jinke andar jatipratha hai
Jatipratha harrappa mai v thaa. To iska matlab arya nehi harrappa banaya.
Agar Aryans Bahar see aaye the to..unke books ramayan or mahabhart me Bharat ke jagah ka zikarr Kyu hai????
फ़ूशफ़ूश पन्ट के पास क्या सबूत हैं व.... आर्यन बाहर से आए थे????????????
Proud of hindu
Pant seems to be so offended which is absolutely uncalled for and he must respect the archeologist who are ofcourse much accurate then historians. This pant guy is romila gang and company but nothing
Fact- all hindus are moolnivashi
Fearfact😁 - For ur kind information everybody came from Africa😙.After independence india All r mulnivasi Hindu,Muslim,Sikhs, Christian, Buddhist etc..thanks to br Ambedkar.🙏🙏 Remember that.
वर्ण व्यवस्था आज कि abcd की तरह था उनके कर्मों के आधार पर
Iran means the home of Aryans.
B. G. Tilak also said that Aryans are not original inhabitant of India. He was Brahmin himself. and I admire him for speaking the truth.
Just as white South Africans are not original inhabitants of South Africa, the Aryan also are not original inhabitant of India.
Bro for your information Bala Gangadhara Tilak is a Chitpavan Brahmins means they are not a original Brahmins historically they merged in Brahmins community,they are originated from Egypt & are bresnen Israeli means Jews.
गुर्जर ही आर्य थे। इतिहास के अनुसार
Sirf gurjar nhi , bro ,. Shudra and dalits and adivasi bhi
Brahman, and rajput ko chod kar , inhone bahar se akraman kiya ,
Future m dheere dheere sab samne aayega , ye report naklu h
@@muhammadawaisakbar1812 huns were Aryans
Aryan... Dar gaye reality... Our fir naya chal.... Mulnibasi ko dabane ka naya chal...
आर्य भारत के बाहर से आए थे यह झूठा प्रचार अँग्रेज़ सरकार ने ही किया था।