Aryo ke DNA kabhi nhi mila jhoot kiyu bol rha he braman ka DNA kabhi nhi milege braman ka DNA kabhi kyu nhi milega kiyuki ye marne ke bad jalaye jate he bramano ka DNA yuropi se milaye unse hi inka DNA milega ye professor to mohra he bramano ka bramano ise kuch lalach di hogi or farfar popet ki Farah bramano bare me bolne laga gya he videshio ke deshi sabit karna chahte he magar bramano ka DNA bharat ke mulniwasio se kabhi mach nhi hoga inka DNA itna kharab he ye do muye sap he inhone mulniwasio ko gulam banaya huaa he
एक सवाल अभी भी उठ रहा हैं कि हिन्दू धर्म में जब कोई मरता हैं तो लाश जलाकर उसका अंतिम संस्कार किया जाता हैं.. लेकीन जो कंकाल मिले हैं वो कब्र में मिले हैं.. तो इसका भी जवाब दें..
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
आज भी हिन्दू धर्म में दफनाया जाता हैं साधू, संत को आज भी दफनाया जाता हैं, कम उम्र के लड़के लड़कियों को आज भी दफनाया जाता है, और ये सब हटा DNA क्या कहता है ओ देख, लेकिन तुझे दिखेगा नही क्यूंकि तुम नीले कबूतर हो जिसके अंदर जहर घोल दिया गया है
जो गंवार बोलते हैं आर्य बाहर 3 हजार साल पहले आये, तो ये बताएं वेद में 15 हजार साल पहले विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का वर्णन कैसे है ?? हड़प्पा में अग्नि पूजन (यज्ञ) कौन करता था ? हड़प्पा में पाई गई पशुपतिनाथ की मूर्ति, भू देवी की पूजा कौन करता था ? यदि आर्य विजेता थे तो भारत में आकर उन्हीने अपनी मूलँ भूमि का वर्णन क्यों नही किया ? जबकि हर विजेता कभी अपनी मूल भूमि नही भूलता जैसे ईसाई के लिए वेटिकन और मुसलमान मक्का नही भूले, जबकि वेद सहित अन्य वैदिक साहित्यों में जिस प्रकार भारतीय नदियों , पहाड़ियों के प्रति पूज्यनीय भाव मिलता है यह आक्रमणकारी का भाव संभव ही नही
बाइबल ओर कुरान सब झूटी किताबे है जिसमे दूसरे के धर्म के बारे में गलत लिखा है अल्लाह 1400 साल पहले ओर येशु 2000 साल पहले आया ये copy right किताबे है बस । सनातन धर्म सबसे पुराना है आर्यन हिंदुस्तान से बाहर गए थे धर्म का प्रचार करने ,,हर हर महादेव
Hindu ka meaning Kya hai bata.sanatan likhane se prachin dharm nahi hota.11 vi Sadi Tak kagas bhi nahi tha,tab shilalekh aue tamrapatra the,aur koi bhi shilalekh ya tamrapatra Sanskrit Mai likha hua ye grantho ke saboot nahi deta.
बौद्धों के जातक कथाओं से चोरी कर रामायण का सृजन परिवर्तित रूप में किया गया जिसमें बौद्ध का जिक्र मिलता है ।ब्रह्मा पुराण, जो सबसे पहले का पुराण है, में सिंधु घाटी की सभ्यता का जिक्र है । अन्य सभी ग्रन्थों का यही हाल है । काल्पनिक कथाओं के पात्रों को अपने विश्वास और आस्था का आधार बनाना झूठ की तरफदारी करने का एक अनूठा उदाहरण है । दूसरे धर्मों के विरूद्ध बोलने से सच्चाई छिपेगी नहीं लेकिन बोलने वाले का बौखलाहट उजागर होता है । शिक्षा के उद्देश्य से मनगढंत , तिलस्मी कथा कहानियों का सहारा तो लिया जा सकता है लेकिन इसे विश्वास और आस्था का आधार बनाएँ, यह अस्वाभाविक होने की पराकाष्ठा को दर्शाता है ।
Dhudhnath Yadav , सही कहा लेकिन वो ब्राह्मण नहीं व्रात्य थे, हम हिन्दू तो अपना इतिहास जानते है | शास्त्र कह रहा की अगर तीन दिन संध्यावंदन नहीं करता तो ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र सभी अपने स्थान से गिर जाते है | फिर प्राश्यचित कर संस्कार और उपदेश करने का विधान है |. तो ये लोग कहा से ब्राह्मण हुए ? सच तो यह है की अंग्रेज़ो ने कूटनीति के इस्तेमाल से हिन्दुओ को अपने पारम्परिक आचार्यो से दूर करके गाँधी नेहरू ,आंबेडकर , तिलक , गोखले , टैगोर , राजा राम मोहन , विवेकानंद , विनोभा भावे इत्यादि गुलामो का अनुसरण करने को मजबूर किया |. नहीं तो जब भारत की जनता त्राहि त्राहि कर रही थी तो ये कैसे विदेशो में पढ़ रहे थे और स्वर्ग सा सुख भोग रहे थे और देवताओ सी ख्याति पा भी रहे थे ? अंग्रेज़ो ने इन चमचो से मनमाना काम करवाया जैसे गाँधी से बाइबिल लिखवाई और तिलक , सांस्कृतायन आदि से आर्य आदि की झूठी कहानी |
Katappa , तुम्हारे कहने से सबकुछ सही हो जायेगा ? जाति धर्मः च कुल धर्माः च शाश्वतः गीता का पहला अध्याय भी तो नहीं आता तुमको | जिस योगदर्शन का इतना प्रचार है उसका सिद्धांत है की पूर्वजन्म के कर्मो पर आधारित जाति आयु और भोग है |. प्रारब्ध के उपरोक्त तीन फल है | सनातन सिद्धांत एक जीवन पर आधारित नहीं है , बल्कि पुनर्जन्म के सिद्धांत और "देह के नाश से जीव का नाश नहीं होता" इन्ही सिद्धांत पर आधारित है | जन्म का भी तो कोई कारण है या नहीं ? या सिर्फ ऐसे ही हवा में बाते कर रहे हो ? और genetic separation की थ्योरी जानते हो ? DNA जानते हो ? डीएनए में पूर्वजो के किये करोडो वर्षो के शुभ अशुभ कर्मो के बीज सुप्त अवस्था में होते है जिनसे जन्मजात mental pattern बनते है , ये जानते हो ? जो लोग जाति मिटाना चाहते है वो 'इस्लाम और ईसाइयत' की तरह हिन्दू को भी उन्ही की तरह एक विश्वव्यापी गिरोह बनाना चाहते है और इससे ज्यादा कुछ नहीं | मिटाना है तो प्रकृति और मनुष्य का शोषण मिटाओ , अमीर गरीब का बढ़ता हुआ भेद मिटाओ , ये व्रात्य लोग जो दुसरो की जीविका पर डाका मार रहे है वो मिटाओ , विदेशी कंपनीया विकास के नाम पर हमारे पारम्परिक उद्योगो को नष्ट करके वो हमारी चीज़ हमको ही 100 गुना दाम पर बेचेंगे | वो दिन दूर नहीं जब कुम्हारो की जीविका छीनकर मिटटी के बर्तन भी ऑर्गनिक के नाम पर लाखो रूपये में विदेशी कंपनी बेचेगी | हमारे पारम्परिक उद्योग को नष्ट करके "Handmade Shoe" 1 लाख रूपये जोड़े तक विदेशी कंपनी बेच रही है और जिनका उद्योग नष्ट हुआ वो भीख मांगने को मजबूर है | हम चाहते है की भारत की हर जाति का उचित सम्मान हो और उनको उनका जन्म से जीविका का हक़ मिले ताकि कोई बेरोज़गार न हो और विकास के नाम पर प्रकृति का अंधाधुंध शोषण रुक जाए वरना पृथ्वी प्रलय लाएगी | जाति तोड़ने के पीछे विदेशी षड्यंत्र है , ये खुद तो बर्बाद हो चुके है 2000 साल पहले , फिर भी इनके यहाँ आज तक ऊच्च जातियां है जिनको "Noble" कहते है , bloodlines कहते है , क्या कोई भी आम व्यक्ति England का राजा या रानी बन सकता है ? नहीं उसका राजपरिवार से ही होना जरुरी है | इसी तरह वरिष्ठ पोप महोदय और भी बहुत कोई , "Morganistic marriage" के बारे में सुना है ??? हम अंग्रेज़ो की कूटनीति की चपेट में नहीं आने वाले और जो मूर्खता कर रहा है वो पहले भविष्य पुराण किसी ब्रह्मनिष्ठ स्रोत्रीय व्यक्ति से पढ़ ले आँखे खुल जाएँगी |
@@ramnirmohi9027 गीता का पहला अध्याय में ऐसा कोई श्लोक नहीं जो जातिवाद को समर्थन करता हो. ये जो बनाबटी झूठा श्लोक पेश कर रहे हो उसको अपने पास रखो. सब मनुष्यों की सिर्फ एक जाति है वो है मानव जाति. कर्म फल व्यवस्था और पुनर्जन्म के अनुसार मानव जाति मिलती है.
@@kamallimba7722 phle ki itiha book me ta sabne whi pada he thoda uodet ho jao sach samne aa gya logo ne 3 saal mhenat ki he suno jara un logo trhe na kho charndyaan 2 fail ho gya durpite🤬
इसी बयान की वजह से 5 करोड़ का जुर्माना लगा था ,जो की सरकार के प्रभाव में आकर बयान दिया था , राखीगढ़ी के डीएनए रिपोर्ट में r1 a1 नहीं मिला, वसंत सिंधें ने इस बात को छुपाया, जिसकी वजह से जुर्माना लगा।
Brahman videshi R1a1 gene which is aryan gene (brahman) Gene not ❌❌found in the DNA test Ye shinde gaddar ne brahmano ke hatho apnaa imaan bech diya Jago india🇮🇳🇮🇳🇮🇳 jago Brahman videshi Go brahman Go back⏪
@Raju vats Ram ko sadbudhi nhi thi... Ravan ko Das siro wala kehte they matlab boht gyani...Ram ne sirf ek dhobi ke kehne par Sita ke upar shaq kiya aur sita ko agni pariksha deni padi. Ram agar bhagwan tha toh unhe pata nhi chal paya ke sita pavitra hai ? Mai proof ke layak kyu nhi... Tm kehte ho manu tha... Christian, Islam aur yahudi kehte hai Adam tha. Kaun jhut bol rha hai..
@@123-c2kyou seem to be disappointed by the findings. To understand shri ram you have to understand dharma. If you feel a great king should stoop to kidnapping a woman,it helps us to understand the reasons for crimes against women even to this day. Read up on why shri ram was known as maryadapuroshhottam. You will have your answer or perhaps you can listen to sadguru on the same topic
@@indranidutta1945 you believe in tales .. unbelievable ... I am talking about the findings . Do you know R1 gene was absent in the skeleton found in rakhigarhi. Read the science paper led by David Reich. Read The paper called ' cell ". Don't be fooled by your emotions. Check the facts and accept the truth.
@@bhanvarsingbhati5685 to fir aaj jatiwad kyu ise sabko milke samapt karna or ek desh ek jaati or wo jati manush jati honi chahiye batao kon taiyyar h iske liye..
Indian history written by ROMILA THAPPAR. But she didn't know SANSKRIT. Without understanding of VED how history of India can be written.its total wrong narrative made by ROMILA THAPPAR
@@PankajKumar-yb5tu भाई , धरती नही , पृथ्वी के बारे में ऐसा कहा है महावीर ने जैन धर्म मे , धरती और पृथ्वी का अंतर समझते हो ? ओर हा , कचरे में फेकने लायक ही है , वेद तो खुद कचरा है उसे कँहा फेंकोगे ?
अगर ऐसी ही सोच वाला कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बनता तो आज मुसल्लमान भी भारत के मुलनिवासी होते। क्या है -की जब संया भये कोतवाल तो डर काहे का। खुब अपनी मर्जी से इतीहास बनाओ बिगाड़ो।
आर्य का मतलब होता है श्रेष्ठ। कोई जाति बाती नहीं होता। आर्य बाहार से आए इए कोंग्रेस और वामिओ की वना बटी इतिहास था। ताकि हिन्दुओं मै दरार रहे। इए एक साजिश था।
@@sujatakamble1077 मेरा आपसे एक ही सवाल है जब 30,000 की सेना में मुगल हिंदुस्तान पर कब्जा नहीं कर पाया अखंड भारत पर कब्जा नहीं कर पाए तो 3000 क्षत्रिय ब्राह्मण और आर्य इस देश पर कैसे कब्जा कर पाए जब 30,000 मुगल इस देश के सारे मंदिरों को ना तोड़ पाए उनके ऊपर मस्जिद ना बना पाए तो 3000 ऑडियो नहीं कैसे संभव किया किस देश के 11 बिहार को तोड़कर उसके ऊपर मंदिर बनाया आपने कहा कि आर्यों ने जुनून किया तो क्या उस दिन से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट खड़ा नहीं हुआ जिस तरह से मुगलों से लड़ने के लिए कितने हिंदू खड़े हुए उस तरह से आर यू रहे हो से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट क्यों नहीं खड़ा हुआ क्योंकि यह जो आप कह रहे हैं यह फर्जी बात है
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
बाबासाहेब अम्बेडकर की थेओरी सही साबित हुई,,,,बाबासाहेब ने भी यही कहा था कि चाहे ब्राह्मण हो या शूद्र सभी मे आर्य रक्त है। आर्य-द्रविड़ जैसे झूठ को उन्होंने नकार दिया था।कम्युनिष्ठों का झूठ फिर उजागर हुआ।
अर जो लोग आर्य न विदेशी कह हैं वे लोग इतिहास पढ़ लो भारत का प्राचीन नाम आर्यावर्त था अौर यहाँ पर निवास करने वाले सभी लोग आर्य थे। उसी प्रकार से जिस प्रकार से अाज हम भारत में निवास करने वाले सभी भारतीय हैं। महाभारत अौर रामायण में भी आर्य शब्द का वर्णन।
ager arya videsh hai to inke research and dna test proof ko koi challenge q nahi kar raha. to aap ke pass kya proof hai ki arya videshi hai. aap ne sapna dekho or usko hi sach man liya to kya puri duniya aap ke sapne ko sach mane. bina proof ke aap kese keh sakte ho . or Aryan Invasion Theory. ye sirf theory hai yani soch hai aaj tak iska koi proof nahi mila hai. or abh to dna and research proof hai ki arya hi mulnivasi hai. abh kya aap scientific proof ko bhi nahi mano ge to ye aap ka mental problem hai.
Agar aryan gene mila jata tab tabh tabh ye kahte arya hi the jinhone sabhyata ka vikash kiya or pure duniya me sabhyata basai balki iske ulta hua jo visit sabhyata thi wo arya thi hi nhi fisaddi ho gaya😜🤣🤣
@Amar Shinde तू eurasian खोपड़ी है तेरा बाप दादा पर दादा का dna टेस्ट me eurasian का है तू बेकार का बात मत कर सीबीएसई our से मे एनसीईआरटी का claas 6. Th. क्लास 11 th का बुक padho dusrahistori me भी spast दिया है तू chhal कपट का 4500 varso से 10 सिर 10 हाथ 3 sir 4.hath का नकली bhagwan नकली देवी देवता के सहारे भारतके mulniwasi को गुलाम बनाकरr लूट रहा है
The finest example of half truth or twisted truth. Mr. Shindhe is supposed is talking about an period of BC 2300 to BC 2800, and all the reference about Aryans starts from BC 2000 and afterwards, say BC 1200 to BC 800. There is a clear cut gap of 300 to 800 year gap. Besides the paper Mr. Sindhe is talking about clearly mentions people coming in , in a later period, his paper mentions those people as Steppe-Pastoralist. --------- And who are the people he mentions as people of Here? He writes in his paper that they are Iranian from Zagross mountain area. The original paper is easily available in net in PDF form from the publisher CELL.
material+textual+Genetic Evidences together proving that Indigenious iranian hunter gatherers were the proto indo europeans and they came into north india long before 10k BC. and mingled with proto dravidian speaking SE hunter gatherers. now about Steppe ppl they were not Any arya there is no clue about what indo_iranian dialect they spoke. from multiple evidences it is now obvious that steppe ppl were not Aryas they were Anti Vedic nomads.
The Iranian people he mentions are those hunter gatherers who seperate from there brothers in Iran about 13 thousand years ago before the start of agriculture and then those people start agriculture themselves about 10 thousand years ago then start harrpans civilization and are still the ancestors on all south East Asian contrary to the theory that they came into India after agriculture was descovered in mesopotamia then in 1500 BC got replaced by Aryans we don't find any archeological proof an invasion of migration and population genetics reinforced this
Mene Inka pura dekha h Inka session kese kra and Kya hua. Aur Baki data b h us time k. And aarya is not caste. It is adjective in Sanskrit to describe qualities in person. Ye bahut critical subject h only ek video dekhke apne pratibhav ni de skte
@@MegaARREHMAN Why you being so happy? You come very last, There is no God but Allah, which means there is no God but God, same as there is no tomato but tomato very much like there is no potato but potato. You first go and find macca in any of 6th century world map then come here to debate.
इतिहास बदला जाएगा लेकिन डीएनए के आधार पर ही निश्चित होगा । विभिन्न समुदायों के बीच डीएनए का मेल और अन्तर, प्रमाणिकता का प्रमुख आधार बना रहेगा । यदि यह कहा जाए कि एक समुदाय बाहर से नहीं आया तो फिर उसका डीएनए क्या है, इसकी सफाई देनी होगी। पुरातात्विक साछ्य मान्यताओं और हमारे पूर्वाग्रह पर अंकुश लगाते हैं एवं स्वार्थ पूर्ण मंशा की ओर जाने से रोकते भी हैं ।
are bhai bahut teji me rehte ho ,, neeraj rai already sab ka dna ke aadhar pr bata chuke hain ye ki aryans baahari nhi hai aur unhone ye bhi bola ki research paper jald hi publish ho jayega ,
सभी आर्य विदेशी हैं, वो सभी यूरेशियन हैं। सभी स्वर्ण, क्षत्रिय और वैश्य यूरेशियन हैं। सिर्फ शूद्र ही इस देश के मूलनिवासी हैं। ये सब बामशाद के रिसर्च में साबित हो चुका है। आप इसे कितना भी गलत साबित करने की कोशिश करो लेकिन विज्ञान को कभी गलत साबित नहीं कर सकते। beyondheadlines.in/2014/04/american-scientist-proves-brahmins-are-foreigners/
भाई कल्पना से भार निकलो आज तक आर्य और द्रविड़ के बीच लड़ाई कब और कहा हुई आजतक पता नहीं चला यदि आर्य लंबे गोरे थे तो साउथ इंडिया के ब्रह्मण गोरे क्यों नहीं है
Mulnivasi ki to jalke raakh ho gai hogi saalo ko free ka chaheye sab jin Mim ke saath mil ke tum log hamara desh khaana chate ho na kabi kaamyaab nahi hoge ham pyaar se rahna bi jaante h aur tume sikha bi sakte h sabse bada dhar maanvta h jai hind jai maa bharti
जब सारे अन्य साक्ष्य यह बता रहे हैं कि आर्य भारत के नहीं हैं तो इस कंकाल के डीएनए में कहां से आज के भारत का डीएनए आ गया ? इससे पहले भी तो दो और कंकाल मिल चुके थे। उसमें तब यह नहीं मिला था। यह पूरी तरह से चाल है, बाहरियों समझ जाओ।
@Ravi Prakash अबे अबे शब्द का इस्तेमाल बाहर से आए आर्य ही कर सकते हैं। यह घमंड ही बताता है कि आर्य बाहरी हैं। इसे ऐसे समझो, जब विदेशी अंग्रेज़ भारत आए तो मुसलमानों और हिन्दुओं पर अत्याचार किया। उससे पहले विदेशी मुसलमान भारत आए थे ,तब हिन्दुओं पर अत्याचार किया। इनसे पहले आर्य आए थे तो वे यहां के लोगों पर अत्याचार किए। क्या कारण था कि ठाकुर, ब्राह्मण आदि जातियों ने दलितों पर अत्याचार किए। बताओ। क्योंकि ये बाहरी थे और जब वे यहां के लोगों पर अत्याचार करेंगे तभी वे यहां रह पाएंगे नहीं तो नहीं। जैसा मुसलमानों और अंग्रेजों ने किया। मैं सबसे प्रश्न पूछता हूं कि आर्यों द्वारा दलितों पर अत्याचार करने का कारण बताओ।
@@bravenangeli चाल कैसे हुआ ? मैं बताता हूं। एक बार पता चला कि बाबा रामदेव की औषधियों में हड्डी मिली होती है। आरोप लगाया पश्चिम बंगाल की बृंदा करात द्वारा। तब केंद्र सरकार ने तीन राज्यों में इसके सैंपल की जांच कराई। पश्चिम बंगाल को छोड़ कर बाकी अन्य दो राज्यों में बृंदा करात द्वारा लगाए गए आरोप गलत साबित हुए। क्यों ? अब कंकालों की जांच भारत में हुई, तो डीएनए जांच क्यों नहीं बदले जा सकते। डीएनए चेक करते समय कोई विदेशी थोड़ी था उस समय। केवल विदेशी पुरातत्वविद थे, हमारे पुरातत्वविदों के साथ।
@@anandkumarrai7423bgai ek baat batao brinda karat kab chief minister thi west bengal ki?? Aur ek baat upa k tym ka research hi fake h kyunki wo mulla isai ka sarkar tha...unka foot dalo raj karo niti h to obviously unko hinduo me fut dal k unko convert krna tha....aur shindhe ka paper abhi internationally challenge hoga , aur internet ka zamana h sach jaldi bahar aa jaega....aur ek baat batao Aryans k shamshan ghat kha h? Agar gore tall north indian aryan h to north india ka dalit bhi aryan hoga??
आर्य थे भारत के मुल निवासी आर्य और द्रविड़ अलग-अलग नही थे आर्य गुणवाचक शब्द है जिसका अर्थ होता है श्रेष्ठ द्रविड़ दिशा वाचक है जो दक्षिण भारत मे रहने वाले द्रविड़ जन है वो भी आर्य है
Abe ghochu aryan me sirf brahman hi nhi n jane kitni jatiya aati hai aab to ye batana bahut muskil hai ki kon pure aryan hai fir bhi sunn vadic period ke hisab se 5000 years ago aur science ke hisab se 3500 years ago haa Hitler bhi apne ko Aryan kahta tha aur Subhash babu bhi yaha tak ki Max mular bhi aur Swami Vivekananda ka 10 volume ka complete works book me B G tilak se bhi swamiji se dibate hua aur swamiji ne sidhe usi time Kah diye the ki Aryan bhartiy mool ke hi hai yaha par 2 jatiya hi thi 1 Aryan dusara Dravin tu bata tu kya hai 1 ya dusra agar dono nhi to Arabic se hoga jo Arab se aye mai to aryan manta hu lekin proof nhi kar sakta lekin Swamiji ke logic se ye dava karta hu ki Aryan Indian mool ke the. Haa China ke jatiya alag hai jo kahi n kahi bahut bad me mangol jati ke roop me samne aai. Mai to kahta hu sabhi Indian Aryan aur Dravin me se hi hai. Arya means hi hota hai sretha. Ya supreme. Adik janana hai to swami Vivekananda ko ya Bal gangadhar tilak ko agar inse bhi santust n hua to Max mular ko haa ye bhi nhi to BHU ke DNA ya Forensic department ke Scienctist Lal ji Singh ko agar sahitya se janana hai to Ram Dhari Singh dinkar ki Saskriti ke char adhyay.
सिंधु घाटी में पशुपतिनाथ का चित्र मिला है जो कि प्राचीन आर्य देवता हैं, कैसे? सिंधु घाटी के स्थालों में अग्नि पूजा और यज्ञवेदि मिली है कैसे? हड़प्पा सभ्यता के लोग भूमि देवी की पूजा भी करते थे.. जिसे हिंदू वेदों में भी देवी का स्थान प्राप्त है. कैसे?? रही बात संस्कृत की तो ये प्राचीन आर्यों की भाषा है. इसका इस्तेमाल आज केवल स्कूल के विषय या प्रचीन ग्रंथों के अध्ययन में किया जाता है. व्यवहार में यह भाषा कहीं भी इस्तेमाल नहीं होती
@@ashishmishra6925 Ye to gyat hai ki sindhu sabhyta nagariya thi, yani unka vigyan bhi unnat hoga. Jo unhone prakirti puja ki ya pashupati nath ki puja ki, ho sakta hai ki aryo ne unka copy pest kiya ho. Jo pusyamitra sung ke kaal me apne grantho me utra ho. Kyuki sanskrit ki koi utni purani bhojpatra ya lekh, silalekh nhi mila .nhi budha kaal ya maurya kaal me ramayana ki charcha hai. Phir kaise kah sakte hai aap. Agar koi carban deting ka international proof hai to bataiye.
@@lifenrose9972 ye insan report me kuch aur bol kuch aur rha hai. Isko ten instution me milkar prove kiya. Aapko udas fellow university aur uttah university ka report padna chaiye tha.Aur Supreme Court ka dna decision padna chaiye. Bjp ki Raj hai.ye log jda jhut aur fareb karte hai. Archogy ke madhiyam se ye bol rha. Jo prove nahi hota. Isliye medical scientific dna research ye pta lagaye gya.
@@umeshkumar-jo1km bhai ye maine hindu newspaper k article me pdha tha sbse phle jo abi september k 1st week me ayi thi. or researchers k according west ye yaha migration nhi hua h uss time me.. or possibility h ki hmre yaha se west ki taraf se migration hua ho. jse Romani jinhe north west India me rhte the but 5th century me migrate kr gye the. ap chaho to search kr lena. yaha tak ki tamilians b 5-6th century me south asian countries me migrate krke gye h pandya chola k time me....kyuki phle sea route k through trade krte the. Harrapa oldest civilisation h jiske kafi ruins bche hue b pr iss bat ki guarantee nhi h ki ye sbse purani h kyuki tamil me research chl rha tha wo pura nhi ho pya h to possibility h ki dravidian(tamilian/dravidian) phle aye ho or yahi migrate krke indus k pas pahuch gye ho. or apne raja bali k bre me suna hoga? pure prithvi pr uska raj tha to India k sath baki countries pr b hoga. .or phle continents itne dur nhi the jitna aj h to kya pta sanatana dharam kitni dur tak faila ho kyuki main ek article me pdha tha ki karan(mahabharata) europe b gye the. yaha tak medieval time me prithviraj chauhan b java island bali gye the. or ek sbse basic theory k sb phle africa me rhte the fir wha se migrate krke different countries me chle gye kyuki agr ap stone age in sb k bre me pdha to ye phle africa me evolve hua tha india me bad me hua tha. jo b migration hua h wo mauryan gupta empire k time hua h.
@@lifenrose9972 Aapka comments brhmancial theroy ke according hai. Aur ye Sach hai ki puri duniya me jhuti bat kol kalpnik falane me inke koi mukbla nahi. Apko 21 may 2001 times of India ka report study karna chaiye tha. Apne ek report ka varnan kar rhe hai. Aur Maine ten report ka varnan kiya. Kya aapko pta hai. Australia ya kanda ka mulnivasi kon hai.? Ydi aapki theroy me jye to American Latin aur brtisher honge lekin wha asli log mulnivasi jese aboriginal khate hai.Aur hamare yha adivasi.
@@umeshkumar-jo1km ha aboriginal wala pta h. maine apko whi btya h jo history ki standard books me h or baki jo maine research kra h. vishwas na ho to ap romani k bre me search kr skte ho. or 2001 n 2019 k technology me fark h. or history se related to research hoti rhti h koi kuch b bol deta h ... or upr se muje ksi angrez american ki bat nhi sunni h wo log apne hisab se btate h or meri friend ka history backgroud h muje kafi knowledge use mili h or wo koi brahmin nhi h or wse b aryan ek race thi koi caste nhi wrna south me b caste h. ap veda pdh lo usme caste system k bre me kuch b nhi diya h. or apko abi lge ki brahmin rajput videshi h fir to Mata Sati b videshi hui apke liye kyuki raja dakh b brahmin the Bhagwan Ram b videshi hue sbke liye kyuki wo kshatriya the.... ye to common sense wali bat h ki jb Bhagwan apne desh k h to log b apne desh k hue.
यह बिल्कुल नया शोध है इस से मुझे तो यह शक होने लगा है कि ब्रह्मण क्षत्रिय वैश्य ही यहां के मूलनिवासी हों, और शुद्र बाहर से आए हों, क्यों कि न उन के पास शिक्षा है न जमीन है न उनके शिक्षण संस्थान है न कोई इतिहास है। उन्हें बताया हनुमान पहाड़ ले कर आसमान में उड़ते थे, उनके पसीने से मछली गर्भ धारण कर मकडधज पैदा कर दिया वह सूर्य को खेल खेल में मुह में डाल गया,जब यह सब मान सकते हैं तो यह तो शोध है इसे कैसे नकारेंगे,इस में तो शोध का हवाला है अब नहीं तो सौ दौसो सालों में अपने आप मान जाएंगे वह अलग बात है कि वर्ण व्यवस्था आर्यों का ही शोध है जिसमें मनुवादानुसार कोई मुंह से कोई पैरों से पैदा हो श्रेष्ठ व शुद्र बन गये। अच्छे रहोगे गडे़ मुर्दे न उखाड़ कुछ ऐसे शोध करो जिससे सबको शिक्षा, रोजगार, रहने को अच्छे मकान कानुन के दायरे में सामाजिकता वह समानता से शान्ति पूर्ण जीवन जी सकें।
इतने सत्य प्रमाण संग्रहित हो चुके हैं कि झूठ की कोई गुंजाइश नहीं 2001 का डीएनए रिपोर्ट। राजनीति को द्वारा खुद आर्यों के वेदों में वर्णित है खुद ब्राह्मणों ने यह कबूल कर लिया है। रंगभेद एवं वर्ण व्यवस्था
Maharashtra rocks again 👍👍👍👍👍🇮🇳🇮🇳 history hi badal Dali.....mazaa aa gaya🙏🙏🙏
RAKHIGARHI, HARYANA MAIN HAI BHAI. WO TO NAHI BOL RHE "THEY ROCKED AGAIN"
Jai Maharashtra 🕉️🚩
इस विश्लेषण और रिपोर्ट से वह मूर्ख बड़े निराश हुए हैं जिनके दिमाग में भूसा भरा है।
Hnn bikul hue kyuki unhe abhi bhi vishwaas nhi ho rha hai
Tum khush raho videshi DNA wale aryon.
@@dheerajmaurya8728 yr maurya aryan nahi hau kya, wese bhi aryavrat wale jyada shaktishali aur budhhimaan the tbhi yaha par sabhyata basi
सभी यहीं के हैं तो जातिवाद केसे बना केसे लोग एक दूसरे को उच-नीच की भावना से देखने लगे
@@lakhanbhilala2852 जातिवाद का मूल कारण तो आप लोग हैं | अगर तुमने इसका विरोध किया होता तो भिलाला थोड़े ही लिखते |
The Hindu newspaper is still trying to prove leftist theory 😁😁😁😁
Jo arya ko bhar se aye bta rhe the
Wo ab sabhi mooh par kala colour potkar west indies chle jao
The hibdu ki jalan dekh k mza a ra h. How hard it is trying to prove this theory.
Bhai ek baar unse poonchho pegambar k islam ki sthapna se pehle pegambar kis dharm ka tha
@@fakefreedom7557 बहुत देर हो गई।।
Please mix politics here. Keep the discussion academic.
Left or right doesn't matter.
Prof Vasant Shinde is also saying this in the video.
Aryo ke DNA kabhi nhi mila jhoot kiyu bol rha he braman ka DNA kabhi nhi milege braman ka DNA kabhi kyu nhi milega kiyuki ye marne ke bad jalaye jate he bramano ka DNA yuropi se milaye unse hi inka DNA milega ye professor to mohra he bramano ka bramano ise kuch lalach di hogi or farfar popet ki Farah bramano bare me bolne laga gya he videshio ke deshi sabit karna chahte he magar bramano ka DNA bharat ke mulniwasio se kabhi mach nhi hoga inka DNA itna kharab he ye do muye sap he inhone mulniwasio ko gulam banaya huaa he
एक सवाल अभी भी उठ रहा हैं कि हिन्दू धर्म में जब कोई मरता हैं तो लाश जलाकर उसका अंतिम संस्कार किया जाता हैं.. लेकीन जो कंकाल मिले हैं वो कब्र में मिले हैं..
तो इसका भी जवाब दें..
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
Are Vedic culture aaya tha science k sth jala kr sudhi Karan hota h ...
TB log Pooja krte the
आज भी हिन्दू धर्म में दफनाया जाता हैं साधू, संत को आज भी दफनाया जाता हैं, कम उम्र के लड़के लड़कियों को आज भी दफनाया जाता है, और ये सब हटा DNA क्या कहता है ओ देख, लेकिन तुझे दिखेगा नही क्यूंकि तुम नीले कबूतर हो जिसके अंदर जहर घोल दिया गया है
Tumar dimak Kam hai ji
Shinde Bhai Zindabad
जब आर्यो के द्वारा सैंधव सभ्यता
का विकास किया तो सिंधु सभ्यता
लिपियों को क्यों नहीं पढ़ पाए?
Tu kahase he
Tu padh le chutiya
Bilkul sahi kaha Aapne ❤
End of Aryan Invasion/Migration/Tourism theory!
Excellent discovery by an Indian historian putting light on the origin of ancient Indian civilization.
All People live in India are Bhartiya and mullas are outsiders that's all😁😁😁😁
U r absolutely right
Sanjay you r rite
You 3.5 percent brahmins out of the indians
वो भी भारतीय हैं जिनके पूर्वज ने तलवार के डर से सलवार खोल दिये 😂😂
जो गंवार बोलते हैं आर्य बाहर 3 हजार साल पहले आये, तो ये बताएं वेद में 15 हजार साल पहले विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का वर्णन कैसे है ??
हड़प्पा में अग्नि पूजन (यज्ञ) कौन करता था ?
हड़प्पा में पाई गई पशुपतिनाथ की मूर्ति, भू देवी की पूजा कौन करता था ?
यदि आर्य विजेता थे तो भारत में आकर उन्हीने अपनी मूलँ भूमि का वर्णन क्यों नही किया ?
जबकि हर विजेता कभी अपनी मूल भूमि नही भूलता जैसे ईसाई के लिए वेटिकन और मुसलमान मक्का नही भूले,
जबकि वेद सहित अन्य वैदिक साहित्यों में जिस प्रकार भारतीय नदियों , पहाड़ियों के प्रति पूज्यनीय भाव मिलता है यह आक्रमणकारी का भाव संभव ही नही
👍👍👍👍
बिल्कुल सही है।
Very true🙏
1000 %shi
Right truths
बाइबल ओर कुरान सब झूटी किताबे है जिसमे दूसरे के धर्म के बारे में गलत लिखा है अल्लाह 1400 साल पहले ओर येशु 2000 साल पहले आया
ये copy right किताबे है बस ।
सनातन धर्म सबसे पुराना है आर्यन हिंदुस्तान से बाहर गए थे धर्म का प्रचार करने ,,हर हर महादेव
Kaku Kumar :- kuran doesn’t say Allah is 1400 years old
दूसरे सब झूठे
में सच्चा
असल में तो सब झूट है
अगर तर्क करें
ओर निष्पक्षता से देखें तो
हिन्दू मुस्लिम दोनों झूट ओर घटिया मान्यताओं पर आधारित हैं
Hindu ka meaning Kya hai bata.sanatan likhane se prachin dharm nahi hota.11 vi Sadi Tak kagas bhi nahi tha,tab shilalekh aue tamrapatra the,aur koi bhi shilalekh ya tamrapatra Sanskrit Mai likha hua ye grantho ke saboot nahi deta.
बौद्धों के जातक कथाओं से चोरी कर रामायण का सृजन परिवर्तित रूप में किया गया जिसमें बौद्ध का जिक्र मिलता है ।ब्रह्मा पुराण, जो सबसे पहले का पुराण है, में सिंधु घाटी की सभ्यता का जिक्र है । अन्य सभी ग्रन्थों का यही हाल है । काल्पनिक कथाओं के पात्रों
को अपने विश्वास और आस्था का आधार बनाना झूठ की तरफदारी करने का एक अनूठा उदाहरण है । दूसरे धर्मों के विरूद्ध बोलने से सच्चाई छिपेगी नहीं लेकिन बोलने वाले का बौखलाहट उजागर होता है । शिक्षा के उद्देश्य से मनगढंत , तिलस्मी कथा कहानियों का सहारा तो लिया जा सकता है लेकिन इसे विश्वास और आस्था का आधार बनाएँ, यह अस्वाभाविक होने की पराकाष्ठा को दर्शाता है ।
@@francistopno3736 bhai jatak katha k teen hisse hain batana Ramayana kiss se copy ki gai hai
जब अंग्रेजी शासन था तो सभी ब्राह्मण नेता अपने को यूरेसियन कहते थे और अंग्रेजो की चमचागिरी करते थे ।जैसे तिलक गोखले मुखर्जी राव इत्यादि ।
Dhudhnath Yadav , सही कहा लेकिन वो ब्राह्मण नहीं व्रात्य थे, हम हिन्दू तो अपना इतिहास जानते है |
शास्त्र कह रहा की अगर तीन दिन संध्यावंदन नहीं करता तो ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र सभी अपने स्थान से गिर जाते है | फिर प्राश्यचित कर संस्कार और उपदेश करने का विधान है |. तो ये लोग कहा से ब्राह्मण हुए ?
सच तो यह है की अंग्रेज़ो ने कूटनीति के इस्तेमाल से हिन्दुओ को अपने पारम्परिक आचार्यो से दूर करके गाँधी नेहरू ,आंबेडकर , तिलक , गोखले , टैगोर , राजा राम मोहन , विवेकानंद , विनोभा भावे इत्यादि गुलामो का अनुसरण करने को मजबूर किया |. नहीं तो जब भारत की जनता त्राहि त्राहि कर रही थी तो ये कैसे विदेशो में पढ़ रहे थे और स्वर्ग सा सुख भोग रहे थे और देवताओ सी ख्याति पा भी रहे थे ?
अंग्रेज़ो ने इन चमचो से मनमाना काम करवाया जैसे गाँधी से बाइबिल लिखवाई और तिलक , सांस्कृतायन आदि से आर्य आदि की झूठी कहानी |
दोस्त, ब्राह्मण कर्म से होता है. आज के समय में सच्चा ब्राह्मण मिलना बहुत मुश्किल है.
Katappa , तुम्हारे कहने से सबकुछ सही हो जायेगा ?
जाति धर्मः च कुल धर्माः च शाश्वतः गीता का पहला अध्याय भी तो नहीं आता तुमको |
जिस योगदर्शन का इतना प्रचार है उसका सिद्धांत है की पूर्वजन्म के कर्मो पर आधारित जाति आयु और भोग है |. प्रारब्ध के उपरोक्त तीन फल है |
सनातन सिद्धांत एक जीवन पर आधारित नहीं है , बल्कि पुनर्जन्म के सिद्धांत और "देह के नाश से जीव का नाश नहीं होता" इन्ही सिद्धांत पर आधारित है |
जन्म का भी तो कोई कारण है या नहीं ? या सिर्फ ऐसे ही हवा में बाते कर रहे हो ?
और genetic separation की थ्योरी जानते हो ? DNA जानते हो ? डीएनए में पूर्वजो के किये करोडो वर्षो के शुभ अशुभ कर्मो के बीज सुप्त अवस्था में होते है जिनसे जन्मजात mental pattern बनते है , ये जानते हो ?
जो लोग जाति मिटाना चाहते है वो 'इस्लाम और ईसाइयत' की तरह हिन्दू को भी उन्ही की तरह एक विश्वव्यापी गिरोह बनाना चाहते है और इससे ज्यादा कुछ नहीं |
मिटाना है तो प्रकृति और मनुष्य का शोषण मिटाओ , अमीर गरीब का बढ़ता हुआ भेद मिटाओ , ये व्रात्य लोग जो दुसरो की जीविका पर डाका मार रहे है वो मिटाओ , विदेशी कंपनीया विकास के नाम पर हमारे पारम्परिक उद्योगो को नष्ट करके वो हमारी चीज़ हमको ही 100 गुना दाम पर बेचेंगे |
वो दिन दूर नहीं जब कुम्हारो की जीविका छीनकर मिटटी के बर्तन भी ऑर्गनिक के नाम पर लाखो रूपये में विदेशी कंपनी बेचेगी |
हमारे पारम्परिक उद्योग को नष्ट करके "Handmade Shoe" 1 लाख रूपये जोड़े तक विदेशी कंपनी बेच रही है और जिनका उद्योग नष्ट हुआ वो भीख मांगने को मजबूर है |
हम चाहते है की भारत की हर जाति का उचित सम्मान हो और उनको उनका जन्म से जीविका का हक़ मिले ताकि कोई बेरोज़गार न हो और विकास के नाम पर प्रकृति का अंधाधुंध शोषण रुक जाए वरना पृथ्वी प्रलय लाएगी |
जाति तोड़ने के पीछे विदेशी षड्यंत्र है , ये खुद तो बर्बाद हो चुके है 2000 साल पहले , फिर भी इनके यहाँ आज तक ऊच्च जातियां है जिनको "Noble" कहते है , bloodlines कहते है , क्या कोई भी आम व्यक्ति England का राजा या रानी बन सकता है ? नहीं उसका राजपरिवार से ही होना जरुरी है | इसी तरह वरिष्ठ पोप महोदय और भी बहुत कोई , "Morganistic marriage" के बारे में सुना है ??? हम अंग्रेज़ो की कूटनीति की चपेट में नहीं आने वाले और जो मूर्खता कर रहा है वो पहले भविष्य पुराण किसी ब्रह्मनिष्ठ स्रोत्रीय व्यक्ति से पढ़ ले आँखे खुल जाएँगी |
@@ramnirmohi9027 गीता का पहला अध्याय में ऐसा कोई श्लोक नहीं जो जातिवाद को समर्थन करता हो.
ये जो बनाबटी झूठा श्लोक पेश कर रहे हो उसको अपने पास रखो.
सब मनुष्यों की सिर्फ एक जाति है वो है मानव जाति. कर्म फल व्यवस्था और पुनर्जन्म के अनुसार मानव जाति मिलती है.
@@GaffurGhisela 👍👍👍👍
आर्यों का डीएनए इससे नहीं मिलता है। द्रविड़ो से मिलता है यह साफ बताने में नहीं आ रहा है।जो मूल होगा उसी का डीएनए तो मैच करेगा।
यह एक नाकाम कोशिश है जो वसंत शिंदे कर रहे है,
वैसे भी झूठ की उम्र ज्यादा नहीं होती।
आर्य ही भारत के मूलनिवासी हैं
आर्य भारत के मूल नीवाची थे
Sach to Anna hi tha.kuch logo ki politics khatm ho jayegi.
Dna se ye saabit hua h k aryans baahri the.fake news km dekha kro
@@kamallimba7722 dimag he BHI ki Nahi
@@kamallimba7722 Tere baap Pappu chand se aaya tha..
@@kamallimba7722 👎👎👎👎
@@kamallimba7722 phle ki itiha book me ta sabne whi pada he thoda uodet ho jao sach samne aa gya logo ne 3 saal mhenat ki he suno jara un logo trhe na kho charndyaan 2 fail ho gya durpite🤬
इतिहास तो बदल कर लिखा गया था। अब उसे सही लिखा जाएगा।
सच्चे इतिहास को अब झूठ बनाने की कोशिश हो रही है। शुक्ला जी पर ऐसा हम नहीं होने देंगे
यह मूलनिवासियों की मातृभूमि है।
इसी बयान की वजह से 5 करोड़ का जुर्माना लगा था ,जो की सरकार के प्रभाव में आकर बयान दिया था , राखीगढ़ी के डीएनए रिपोर्ट में r1 a1 नहीं मिला, वसंत सिंधें ने इस बात को छुपाया, जिसकी वजह से जुर्माना लगा।
Brahman videshi R1a1 gene which is aryan gene (brahman) Gene not ❌❌found in the DNA test
Ye shinde gaddar ne brahmano ke hatho apnaa imaan bech diya
Jago india🇮🇳🇮🇳🇮🇳 jago
Brahman videshi
Go brahman Go back⏪
Tujh me bhi r1a1 dna milega chek kr or fir boriya bistar bandh kr daffa ho ja desh se 😂😂😂😂😂
I am Aryan from Rakhighari Hissar (Haryana )
Jai Jatt 🔱🇮🇳
I am living in Ludhiana but my Birthplace is Hisar.
Aryan h yaa jaat??
@@asrana6468 Jat kshatriya hote hai...or ( kshatriya, Bharaman) ka Aryan DNA paya jata hai
कुछ विघटनकारी तत्वों जो मूलनिवासी vs आर्यों के नाम पर देश को बांटने का काम कर रहें उनके लिए बहुत बड़ी वैज्ञानिक खोज ।ईश्वर उनको अक्ल दे
आर्य बहार से ही आये है ।
@Indibox Entertainment ये सभ्य भाषा इसका प्रमाण है ।
प्रोफेसर जी अपने पुराने शोध और रिपोर्ट को भी पढ़ें, जिसमें अपने कुछ और ही बताया था अचानक दो साल में बदल गया
@Raju vats kya proof hai ?
@Raju vats Ram ko sadbudhi nhi thi... Ravan ko Das siro wala kehte they matlab boht gyani...Ram ne sirf ek dhobi ke kehne par Sita ke upar shaq kiya aur sita ko agni pariksha deni padi. Ram agar bhagwan tha toh unhe pata nhi chal paya ke sita pavitra hai ?
Mai proof ke layak kyu nhi... Tm kehte ho manu tha... Christian, Islam aur yahudi kehte hai Adam tha. Kaun jhut bol rha hai..
@@123-c2kyou seem to be disappointed by the findings. To understand shri ram you have to understand dharma. If you feel a great king should stoop to kidnapping a woman,it helps us to understand the reasons for crimes against women even to this day. Read up on why shri ram was known as maryadapuroshhottam. You will have your answer or perhaps you can listen to sadguru on the same topic
Ye report me hariyane k logon ka dna bhi milaya hai kyaaa
@@indranidutta1945 you believe in tales .. unbelievable ... I am talking about the findings . Do you know R1 gene was absent in the skeleton found in rakhigarhi. Read the science paper led by David Reich. Read The paper called ' cell ". Don't be fooled by your emotions. Check the facts and accept the truth.
Thank you Dr. Shinde for revealing the truth
SC St obc n minority's are mulnivasi n brahman videshi
@@sujatakamble1077 prove it and get 20 lakh rupees challenge to you otherwise get lost.
@@sujatakamble1077 chup African, African bharat choro.
@@sujatakamble1077 scintific डेटा है क्या कोई
@@sujatakamble1077 बहोत जली होगी कुछ लोगो की अपनी पॉलिटिक्स खत्म नाकामी अब कहा छुपाओगे
We are Aryas one of the strongest bond of Hinduism
RIP AIT/AMT 🙏🏼 🕊 😌
Bhagwan AIT/AMT ki Atma ko Ashanti de..
iska MATLAB Hinduo MEI koi jaati choti badi nhi hei SAB saman hei jo khoon Brahman Rajputo MEI bahta hei whi dalito MEI bhi
true kyuki sbke sb phle tribe the
sab arya the ksmino ne phut dal diya.
सभी एक है जिस तरह एक माँ के बेटे एक जैसा काम नहि कर सकते वैसे ही पुरा देश एक बाप कि औलाद है जय हिन्दी जय भारत
@@bhanvarsingbhati5685 to fir aaj jatiwad kyu ise sabko milke samapt karna or ek desh ek jaati or wo jati manush jati honi chahiye batao kon taiyyar h iske liye..
3 % only came from out side
@Braj kishore Balendu ye kon bola tmko lodu
@Braj kishore Balendu shayad jo bhramano ko bahari bata rahe hai wo he bahar ke ho😂😂😂
Caste system in Its modern form itself is proof.
@Twinkle Twinkle Little star in mullo ko bajana hai bus
Moolniwasi word is used for Africans plz all who are moolniwasi go to Africa
Truth alone triumphs.JAI HIND
क्या राखी गढ़ी मे आर्य शब्द को दर्शाती कोई वस्तु मिली हे जो ये प्रूफ करे की आर्य शब्द राखी गढ़ी से पेदा हुआ हे।
भाई राखीगढ़ी हमारी स्भयता की शुरुआत नहीं है। अगर ये लोग हमारे पुराने शहरों को खोदे तो राखीगढ़ी से भी पुराना इतिहास निकलेगा
आर्य कोई जाती वर्ण नाही है आर्य का मतलब सब्या आदमी होता है
My village rhakhi grhi aa kr dhekh skte ho yha ke log aary the na ki dhrvid
Truth always wins.
Indian history written by ROMILA THAPPAR. But she didn't know SANSKRIT. Without understanding of VED how history of India can be written.its total wrong narrative made by ROMILA THAPPAR
पंकज कुमार , वेद कचरे के अलावा कुछ नही , वेद के हिसाब से सूरज पृथ्वी के आसपास घूमता है
@@rajnifaria5017 सुना है तुम्हारे आसमानी किताब में लिखा है कि धरती चपटी।
अब ऐसे आसमानी किताब को कचरे में फेंक देना सही है
@@PankajKumar-yb5tu भाई , धरती नही , पृथ्वी के बारे में ऐसा कहा है महावीर ने जैन धर्म मे , धरती और पृथ्वी का अंतर समझते हो ? ओर हा , कचरे में फेकने लायक ही है , वेद तो खुद कचरा है उसे कँहा फेंकोगे ?
@@rajnifaria5017 ...Have u read Vedas, if yes then provide me the reference from any ved as the qoute that u mentioned here.
@@rajnifaria5017 And dont try to fool with the 300 year old saying of Saint Swami Ramdas.
जय आर्य वार्ता
झुठा है इये इसको बीजेपी के हाथो बिका हुया है बीजेपी के नेतायो ने सारे सबूत खतम करबा दिये है
Tera baap angrez hai na
सिद्धे साहेब अबकी बात क्यों लटपट रही है सच छुप नहीं सकता हैं
I am Brahman i say Jay moolnivasi
Not only bramin Aryan Kshatriya our obc also aryan min r1a1
अगर ऐसी ही सोच वाला कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बनता तो आज मुसल्लमान भी भारत के मुलनिवासी होते।
क्या है -की जब संया भये कोतवाल तो डर काहे का।
खुब अपनी मर्जी से इतीहास बनाओ बिगाड़ो।
आर्य का मतलब होता है श्रेष्ठ। कोई जाति बाती नहीं होता। आर्य बाहार से आए इए कोंग्रेस और वामिओ की वना बटी इतिहास था। ताकि हिन्दुओं मै दरार रहे। इए एक साजिश था।
Kaun chutiya Hindu hi Bharmann apne ap ko chupane ke liye baki logo ko Hindu kahate he.
Hinduo ka mask lagake, brahman apani apani roti shek rahe hai.
@@sujatakamble1077 मेरा आपसे एक ही सवाल है जब 30,000 की सेना में मुगल हिंदुस्तान पर कब्जा नहीं कर पाया अखंड भारत पर कब्जा नहीं कर पाए तो 3000 क्षत्रिय ब्राह्मण और आर्य इस देश पर कैसे कब्जा कर पाए जब 30,000 मुगल इस देश के सारे मंदिरों को ना तोड़ पाए उनके ऊपर मस्जिद ना बना पाए तो 3000 ऑडियो नहीं कैसे संभव किया किस देश के 11 बिहार को तोड़कर उसके ऊपर मंदिर बनाया आपने कहा कि आर्यों ने जुनून किया तो क्या उस दिन से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट खड़ा नहीं हुआ जिस तरह से मुगलों से लड़ने के लिए कितने हिंदू खड़े हुए उस तरह से आर यू रहे हो से लड़ने के लिए कोई बुद्धिस्ट क्यों नहीं खड़ा हुआ क्योंकि यह जो आप कह रहे हैं यह फर्जी बात है
आर्य तो मरे हुए शरीर को जला कर पानी में धक्केल देते हैं तो फिर ये कंकाल जमीन के अंदर से कैसे आई ..... कुछ तो काला है जरूर।
ऋग्वेद में वेदिक पद्धतीसे अंतिम संस्कार के प्रकार बताये गये हैं . जिसमे दाफनाना भी आता हैं . इसे समाधी भी केहते हैं aur जो कांकाल मिले हैं उनके पास मिट्टी के बर्तन मिले हैं और कूच वस्तू भी मिली हैं . जो की वेदिक culture में होता हैं . मरणे के बाद शव को दही चावल पाणी जैसे पदार्थ रखे जाते हैं aur ऊस इंसान की पसंद की चिझे भी रखी जाती हैं. Aur जितने कंकाल मिले हैं वो लोग ऊस समय के बडे लोग होंगे . अगर सबका अंतिम संस्कार दफन कर के करते तो हमे हजारो कांकाल मिलने चाहिए थे . एस्से ये साबित होता हैं की तब के समय में दोनो प्रकार से अंतिम संस्कार होता था
Tumara DNA hi makari ka h beta
Waman Messram pagal ho chuka
आर्य निवासी सिद्ध हुआ और आर्यावर्त भी सिद्ध हुआ।
Jai Mulniwasi
😂😂😂😂
Good report, itihas ke naam se rajniti karne walo ke muh par tmacha pada hai......
बाबासाहेब अम्बेडकर की थेओरी सही साबित हुई,,,,बाबासाहेब ने भी यही कहा था कि चाहे ब्राह्मण हो या शूद्र सभी मे आर्य रक्त है। आर्य-द्रविड़ जैसे झूठ को उन्होंने नकार दिया था।कम्युनिष्ठों का झूठ फिर उजागर हुआ।
Bhim ke kis book vich likha es sab sala moot Pena galt bakwas kar raha
अर जो लोग आर्य न विदेशी कह हैं वे लोग इतिहास पढ़ लो भारत का प्राचीन नाम आर्यावर्त था अौर यहाँ पर निवास करने वाले सभी लोग आर्य थे। उसी प्रकार से जिस प्रकार से अाज हम भारत में निवास करने वाले सभी भारतीय हैं। महाभारत अौर रामायण में भी आर्य शब्द का वर्णन।
जम्बूद्वीप नाम था
Professor Sar ji Atak Atak kar mat bolo Jo bolna hai Sahi Bolo Arya videshi hai
ager arya videsh hai to inke research and dna test proof ko koi challenge q nahi kar raha.
to aap ke pass kya proof hai ki arya videshi hai.
aap ne sapna dekho or usko hi sach man liya to kya puri duniya aap ke sapne ko sach mane.
bina proof ke aap kese keh sakte ho .
or Aryan Invasion Theory. ye sirf theory hai yani soch hai aaj tak iska koi proof nahi mila hai.
or abh to dna and research proof hai ki arya hi mulnivasi hai.
abh kya aap scientific proof ko bhi nahi mano ge to ye aap ka mental problem hai.
सिंदे जी ब्राह्मणों के गुलाम हो संताली सो साल पहले जब ब्राह्मण आए ही नहीं तो ब्राह्मणों का डीएनए कैसे मिल सकता है जय भीम जय मूलनिवासी
Great sir
गलत न्युज दिखा रहा है
Tu koun kahaka shi insan Hai????
Jai shre ram
Lo ab satta mein ate hi paisa ke bal par rss /bjp ab neya itihas batayega
इस कांकाल मे आर्यन गीनोम नाही मिला यह इंसान बहुत लंबा था
इसाक अर्थ सवर्ण लोग इस देश के मूलनिवासी है
Agar aryan gene mila jata tab tabh tabh ye kahte arya hi the jinhone sabhyata ka vikash kiya or pure duniya me sabhyata basai balki iske ulta hua jo visit sabhyata thi wo arya thi hi nhi fisaddi ho gaya😜🤣🤣
आपको कैवल डीयनए की बात करना चाहिये.....जबरजस्ती तो कुछ भी कर सकते है....
Abe chanpu DNA ki to baat Kari us ne koi gine ya dna bhari nahi Mila or hadapa or Rakhi gadi ki simler h ...
Sacchayi ki jeet hoti hai ye bhagwat geeta me he likha hai...
Right
तुम्हारा mind me rss के अंदर इतिहास लिखने की है
Likhlo जिस दिन adiwasio sc obc की सरकार बनेगी उसदिन mulniwasio का नए सिरे से भरत का इतिहास लिखा जायगा
@Amar Shinde तू eurasian खोपड़ी है तेरा बाप दादा पर दादा का dna टेस्ट me eurasian का है तू बेकार का बात मत कर सीबीएसई our से मे एनसीईआरटी का claas 6. Th. क्लास 11 th का बुक padho dusrahistori me भी spast दिया है तू chhal कपट का 4500 varso से 10 सिर 10 हाथ 3 sir 4.hath का नकली bhagwan नकली देवी देवता के सहारे भारतके mulniwasi को गुलाम बनाकरr लूट रहा है
@Amar Shinde तू किया बोल रिया है ठीक से बता किया कहना chahte हो
@Amar Shinde Teri bhasha Tera culture batati hai
@Amar Shinde aadiwasi sanskriti vishwa sanskriti ki janani hai,, aur aap aadiwasiyon ko culture bataoge,,,,, jisne aag jalane se lekar kheti karne pashupalan karna etc puri manaw sabhyata ko viksit kiya aap unhe culture bataoge
@Amar Shinde aap kinko apna poorvaj mante ho,,,,, logically jawab Dena😂
शिंदे जी इतिहास को तोड़ीय मरोदिये नही आर्य बाहर से ही आये थे,
आर्य ही हमारे पूर्वज हैं, और ST, SC, OBC, एवं GENRAL ये सब हिंदू आर्य के ही वंसज हैं, जय श्रीराम🙏🙏
Bhut badiya baat Aaryan Bhart KY hi thay
Excellent work based on facts and research...
Proud of u dear Mama ji VICE chancellor of Deccan college Dr. Vasant Shinde
Great sir 🙏
Tumko jhuth bolane.me saram.nahi ati hagana.sikha raha hai.Lgata hai creating karke.pass hua.hai
sahi bola h
Aryans are outsiders
You are lorbasi
Truth is eternal. Jai Arya Indus Valley Civilization,, jai Mahabharata 🙏🙏🙏🙏
3.5% not real indian...
100% uot of India
Jat is pure Aaryan ,Sciathian Race...
lawda😂
@@kshatriyarajput4908 ha unka lawda bhi
Hahahaha... Jat is SHUDRA
@@rajanya7408 jat are Kshatriya
@@AshwaniKumar-kz7qp chal be SHUDRA , bhains chrane vaale, khet jotne waale log Kshatriya nahi hote, aur tumhare toh leader khud maante Hain k jat shudra Hain, sarkari records mein bhi yahi likha hai
Ye Tamil log jabardasti apne aap ko haryana se jor lete hai 🤣🤣🤣🤣🤣🤣or UP se
💪💪👋👋👋👋❤❤❤❤
It is globally proved that Arya came in India from West asia.they are not moolnivasi of india.
The finest example of half truth or twisted truth. Mr. Shindhe is supposed is talking about an period of BC 2300 to BC 2800, and all the reference about Aryans starts from BC 2000 and afterwards, say BC 1200 to BC 800. There is a clear cut gap of 300 to 800 year gap. Besides the paper Mr. Sindhe is talking about clearly mentions people coming in , in a later period, his paper mentions those people as Steppe-Pastoralist. --------- And who are the people he mentions as people of Here? He writes in his paper that they are Iranian from Zagross mountain area. The original paper is easily available in net in PDF form from the publisher CELL.
material+textual+Genetic Evidences together proving that Indigenious iranian hunter gatherers were the proto indo europeans and they came into north india long before 10k BC. and mingled with proto dravidian speaking SE hunter gatherers.
now about Steppe ppl they were not Any arya there is no clue about what indo_iranian dialect they spoke.
from multiple evidences it is now obvious that steppe ppl were not Aryas they were Anti Vedic nomads.
The Iranian people he mentions are those hunter gatherers who seperate from there brothers in Iran about 13 thousand years ago before the start of agriculture and then those people start agriculture themselves about 10 thousand years ago then start harrpans civilization and are still the ancestors on all south East Asian contrary to the theory that they came into India after agriculture was descovered in mesopotamia then in 1500 BC got replaced by Aryans we don't find any archeological proof an invasion of migration and population genetics reinforced this
Finally someone who read the pdf. 😅 The paper actually busts the ideology of hindutva
Mene Inka pura dekha h Inka session kese kra and Kya hua. Aur Baki data b h us time k. And aarya is not caste. It is adjective in Sanskrit to describe qualities in person. Ye bahut critical subject h only ek video dekhke apne pratibhav ni de skte
@@MegaARREHMAN Why you being so happy? You come very last, There is no God but Allah, which means there is no God but God, same as there is no tomato but tomato very much like there is no potato but potato. You first go and find macca in any of 6th century world map then come here to debate.
इतिहास बदला जाएगा लेकिन डीएनए के आधार पर ही निश्चित होगा । विभिन्न समुदायों के बीच डीएनए का मेल और अन्तर, प्रमाणिकता का प्रमुख आधार बना रहेगा । यदि यह कहा जाए कि एक समुदाय बाहर से नहीं आया तो फिर उसका डीएनए क्या है, इसकी सफाई देनी होगी। पुरातात्विक साछ्य मान्यताओं और हमारे पूर्वाग्रह पर अंकुश लगाते हैं एवं स्वार्थ पूर्ण मंशा की ओर जाने से रोकते भी हैं ।
are bhai bahut teji me rehte ho ,, neeraj rai already sab ka dna ke aadhar pr bata chuke hain ye ki aryans baahari nhi hai aur unhone ye bhi bola ki research paper jald hi publish ho jayega ,
सभी आर्य विदेशी हैं, वो सभी यूरेशियन हैं। सभी स्वर्ण, क्षत्रिय और वैश्य यूरेशियन हैं। सिर्फ शूद्र ही इस देश के मूलनिवासी हैं। ये सब बामशाद के रिसर्च में साबित हो चुका है। आप इसे कितना भी गलत साबित करने की कोशिश करो लेकिन विज्ञान को कभी गलत साबित नहीं कर सकते।
beyondheadlines.in/2014/04/american-scientist-proves-brahmins-are-foreigners/
भाई पेहले अपना डीएनए टेस्ट करा लें
@@lalpar5211 DNA टेस्ट तो सभी स्वर्ण लोगों को कराना चाहिए जो यूरेशिया छोड़ के भारत आये और खुद को श्रेष्ठ बताने लगे 😋
@KUMAR SANIL अबे ओ छक्के किसके क्या कहा वो मुझे नहीं पता, अगर गलत साबित करना है तो विज्ञान को गलत साबित करो।
@KUMAR SANILमेने अपनी पोस्ट में जो लिंक दिया है आप उसे पड़ो plz
भाई कल्पना से भार निकलो आज तक आर्य और द्रविड़ के बीच लड़ाई कब और कहा हुई आजतक पता नहीं चला यदि आर्य लंबे गोरे थे तो साउथ इंडिया के ब्रह्मण गोरे क्यों नहीं है
Mulnivasi ki to jalke raakh ho gai hogi saalo ko free ka chaheye sab jin Mim ke saath mil ke tum log hamara desh khaana chate ho na kabi kaamyaab nahi hoge ham pyaar se rahna bi jaante h aur tume sikha bi sakte h sabse bada dhar maanvta h jai hind jai maa bharti
माइकल बामशाद डीएनए रिपोर्ट के बारे में भी बोलता....
Michael bamshit sponsored urban naxalis..
They will not talk about that. Because it's the TRUTH. They are desperate now. They wan't to counter the moolnivasi movement.
एक नई कहानी आर्यों क़ो मूल निवासी घोषित करने के लिए बिधिवत गढने
का प्रयास
तो तुम्हारी मूलनिवासी कहानी भी शत प्रतिशत झूठ है..
Ram Kumar Jahil Vampanti Gunda
Prof. Sinde, sir SALUTE to you.
Har bharatavasi ko badhayi! Hamare mahaan purvajon ke gauravshaali itihas se parda uthake gandi rajneeti ki pole khuli!
हमको तो पढाया गया कि 'मोहन-दाडो तथा हडप्पा ये आर्य आने के पहले की विद्यमान संस्कृतियाँ है' ?
Yes but ye city thi aur rakhigari gaun hai aur gaun se city banti hai
City pehle mili thi,gaun ab mila hai,aur hame isse pehle ka jeevan bhi mil sakta hai kahi
गजब
Aarya & Anarya ki ferji theory gadhi .yani koi shreshth aur koi nich nhi.
Agar brahmins arya h to fir unhone varna system kyu bnaya??
@Bidu Bidu 💯
@Braj kishore Balendu sahi hai.
Aisa mat bolo koi shresth ya koi neech nahi unch neech hinduism ka base warna deh jayega
@Bidu Bidu Aarya koi jati nahi thi.. pratyek kshetra me samriddhsali logo ko Aarya kaha jata tha.. aur ye koi bahari nhi the
बहुत सुन्दर जानकारी
यह भाजपा की चाल है।
Foreign k university bhi involved h to chal kaise hua bhai
जब सारे अन्य साक्ष्य यह बता रहे हैं कि आर्य भारत के नहीं हैं तो इस कंकाल के डीएनए में कहां से आज के भारत का डीएनए आ गया ?
इससे पहले भी तो दो और कंकाल मिल चुके थे। उसमें तब यह नहीं मिला था। यह पूरी तरह से चाल है, बाहरियों समझ जाओ।
@Ravi Prakash अबे अबे शब्द का इस्तेमाल बाहर से आए आर्य ही कर सकते हैं। यह घमंड ही बताता है कि आर्य बाहरी हैं। इसे ऐसे समझो, जब विदेशी अंग्रेज़ भारत आए तो मुसलमानों और हिन्दुओं पर अत्याचार किया। उससे पहले विदेशी मुसलमान भारत आए थे ,तब हिन्दुओं पर अत्याचार किया। इनसे पहले आर्य आए थे तो वे यहां के लोगों पर अत्याचार किए। क्या कारण था कि ठाकुर, ब्राह्मण आदि जातियों ने दलितों पर अत्याचार किए। बताओ। क्योंकि ये बाहरी थे और जब वे यहां के लोगों पर अत्याचार करेंगे तभी वे यहां रह पाएंगे नहीं तो नहीं। जैसा मुसलमानों और अंग्रेजों ने किया।
मैं सबसे प्रश्न पूछता हूं कि आर्यों द्वारा दलितों पर अत्याचार करने का कारण बताओ।
@@bravenangeli चाल कैसे हुआ ? मैं बताता हूं। एक बार पता चला कि बाबा रामदेव की औषधियों में हड्डी मिली होती है। आरोप लगाया पश्चिम बंगाल की बृंदा करात द्वारा। तब केंद्र सरकार ने तीन राज्यों में इसके सैंपल की जांच कराई। पश्चिम बंगाल को छोड़ कर बाकी अन्य दो राज्यों में बृंदा करात द्वारा लगाए गए आरोप गलत साबित हुए। क्यों ?
अब कंकालों की जांच भारत में हुई, तो डीएनए जांच क्यों नहीं बदले जा सकते। डीएनए चेक करते समय कोई विदेशी थोड़ी था उस समय। केवल विदेशी पुरातत्वविद थे, हमारे पुरातत्वविदों के साथ।
@@anandkumarrai7423bgai ek baat batao brinda karat kab chief minister thi west bengal ki?? Aur ek baat upa k tym ka research hi fake h kyunki wo mulla isai ka sarkar tha...unka foot dalo raj karo niti h to obviously unko hinduo me fut dal k unko convert krna tha....aur shindhe ka paper abhi internationally challenge hoga , aur internet ka zamana h sach jaldi bahar aa jaega....aur ek baat batao Aryans k shamshan ghat kha h? Agar gore tall north indian aryan h to north india ka dalit bhi aryan hoga??
This is new politics
Shinde saheb ne maar diya thappad or tight slap communist historian ko.
SC St obc n minority's are mulnivasi n brahman videshi.
दुनिया मे जन्म मरण सत् है बाक़ी सब जूठ है
Professor Romila Thapar, Irfan Habib ki mu pe tamacha...... Hai yeh evidence.....
आर्य थे भारत के मुल निवासी आर्य और द्रविड़ अलग-अलग नही थे आर्य गुणवाचक शब्द है जिसका अर्थ होता है श्रेष्ठ द्रविड़ दिशा वाचक है जो दक्षिण भारत मे रहने वाले द्रविड़ जन है वो भी आर्य है
सिंधु घाटी सभ्यता या मे दहन पद्धत के अवशेष मिला है उसक अर्थ ब्राह्मण सवर्ण लोग मूलनिवासी है
Now they will change the theory and renamed it as...
"Aryan picnic theory"
😂🤣
braman videsi hai ab tum kuch bhi batao...
Proof kr
Proof de ki Brahman videsi hai
Abe ghochu aryan me sirf brahman hi nhi n jane kitni jatiya aati hai aab to ye batana bahut muskil hai ki kon pure aryan hai fir bhi sunn vadic period ke hisab se 5000 years ago aur science ke hisab se 3500 years ago haa Hitler bhi apne ko Aryan kahta tha aur Subhash babu bhi yaha tak ki Max mular bhi aur Swami Vivekananda ka 10 volume ka complete works book me B G tilak se bhi swamiji se dibate hua aur swamiji ne sidhe usi time Kah diye the ki Aryan bhartiy mool ke hi hai yaha par 2 jatiya hi thi 1 Aryan dusara Dravin tu bata tu kya hai 1 ya dusra agar dono nhi to Arabic se hoga jo Arab se aye mai to aryan manta hu lekin proof nhi kar sakta lekin Swamiji ke logic se ye dava karta hu ki Aryan Indian mool ke the. Haa China ke jatiya alag hai jo kahi n kahi bahut bad me mangol jati ke roop me samne aai. Mai to kahta hu sabhi Indian Aryan aur Dravin me se hi hai. Arya means hi hota hai sretha. Ya supreme. Adik janana hai to swami Vivekananda ko ya Bal gangadhar tilak ko agar inse bhi santust n hua to Max mular ko haa ye bhi nhi to BHU ke DNA ya Forensic department ke Scienctist Lal ji Singh ko agar sahitya se janana hai to Ram Dhari Singh dinkar ki Saskriti ke char adhyay.
Ye desh dalito pichhoro adivasi ka h tum chahiye Kitna bhi chhut bol hum ese mane wale nhi ye RSS ki chal hai
Aarya he moolnivasi hai
Jab sab aryan hai to sindhu ghati ki leepi alag kaise ho gyi. Use kyu nhi padha gya. Jo sanskrit sabse purana hai wo aaj bhi padhi jati hai. KAISE.
सिंधु घाटी में पशुपतिनाथ का चित्र मिला है जो कि प्राचीन आर्य देवता हैं, कैसे?
सिंधु घाटी के स्थालों में अग्नि पूजा और यज्ञवेदि मिली है कैसे?
हड़प्पा सभ्यता के लोग भूमि देवी की पूजा भी करते थे.. जिसे हिंदू वेदों में भी देवी का स्थान प्राप्त है. कैसे??
रही बात संस्कृत की तो ये प्राचीन आर्यों की भाषा है. इसका इस्तेमाल आज केवल स्कूल के विषय या प्रचीन ग्रंथों के अध्ययन में किया जाता है. व्यवहार में यह भाषा कहीं भी इस्तेमाल नहीं होती
@@ashishmishra6925
Ye to gyat hai ki sindhu sabhyta nagariya thi, yani unka vigyan bhi unnat hoga.
Jo unhone prakirti puja ki ya pashupati nath ki puja ki, ho sakta hai ki aryo ne unka copy pest kiya ho. Jo pusyamitra sung ke kaal me apne grantho me utra ho. Kyuki sanskrit ki koi utni purani bhojpatra ya lekh, silalekh nhi mila .nhi budha kaal ya maurya kaal me ramayana ki charcha hai. Phir kaise kah sakte hai aap.
Agar koi carban deting ka international proof hai to bataiye.
@@manmohankumar865 जैन और बौद्ध समकालीन हैं,जैन रामायण मौजूद है |
Ye bekoof insan ye sabit karega dalit holulu se aye the.
nhi sb Indian h bhai kyuki sb phle tribe the caste system bad me aya h
@@lifenrose9972 ye insan report me kuch aur bol kuch aur rha hai. Isko ten instution me milkar prove kiya. Aapko udas fellow university aur uttah university ka report padna chaiye tha.Aur Supreme Court ka dna decision padna chaiye. Bjp ki Raj hai.ye log jda jhut aur fareb karte hai. Archogy ke madhiyam se ye bol rha. Jo prove nahi hota. Isliye medical scientific dna research ye pta lagaye gya.
@@umeshkumar-jo1km bhai ye maine hindu newspaper k article me pdha tha sbse phle jo abi september k 1st week me ayi thi. or researchers k according west ye yaha migration nhi hua h uss time me.. or possibility h ki hmre yaha se west ki taraf se migration hua ho. jse Romani jinhe north west India me rhte the but 5th century me migrate kr gye the. ap chaho to search kr lena. yaha tak ki tamilians b 5-6th century me south asian countries me migrate krke gye h pandya chola k time me....kyuki phle sea route k through trade krte the. Harrapa oldest civilisation h jiske kafi ruins bche hue b pr iss bat ki guarantee nhi h ki ye sbse purani h kyuki tamil me research chl rha tha wo pura nhi ho pya h to possibility h ki dravidian(tamilian/dravidian) phle aye ho or yahi migrate krke indus k pas pahuch gye ho. or apne raja bali k bre me suna hoga? pure prithvi pr uska raj tha to India k sath baki countries pr b hoga. .or phle continents itne dur nhi the jitna aj h to kya pta sanatana dharam kitni dur tak faila ho kyuki main ek article me pdha tha ki karan(mahabharata) europe b gye the. yaha tak medieval time me prithviraj chauhan b java island bali gye the. or ek sbse basic theory k sb phle africa me rhte the fir wha se migrate krke different countries me chle gye kyuki agr ap stone age in sb k bre me pdha to ye phle africa me evolve hua tha india me bad me hua tha. jo b migration hua h wo mauryan gupta empire k time hua h.
@@lifenrose9972 Aapka comments brhmancial theroy ke according hai. Aur ye Sach hai ki puri duniya me jhuti bat kol kalpnik falane me inke koi mukbla nahi. Apko 21 may 2001 times of India ka report study karna chaiye tha. Apne ek report ka varnan kar rhe hai. Aur Maine ten report ka varnan kiya. Kya aapko pta hai. Australia ya kanda ka mulnivasi kon hai.? Ydi aapki theroy me jye to American Latin aur brtisher honge lekin wha asli log mulnivasi jese aboriginal khate hai.Aur hamare yha adivasi.
@@umeshkumar-jo1km ha aboriginal wala pta h. maine apko whi btya h jo history ki standard books me h or baki jo maine research kra h. vishwas na ho to ap romani k bre me search kr skte ho. or 2001 n 2019 k technology me fark h. or history se related to research hoti rhti h koi kuch b bol deta h ... or upr se muje ksi angrez american ki bat nhi sunni h wo log apne hisab se btate h or meri friend ka history backgroud h muje kafi knowledge use mili h or wo koi brahmin nhi h or wse b aryan ek race thi koi caste nhi wrna south me b caste h. ap veda pdh lo usme caste system k bre me kuch b nhi diya h. or apko abi lge ki brahmin rajput videshi h fir to Mata Sati b videshi hui apke liye kyuki raja dakh b brahmin the Bhagwan Ram b videshi hue sbke liye kyuki wo kshatriya the.... ye to common sense wali bat h ki jb Bhagwan apne desh k h to log b apne desh k hue.
यह बिल्कुल नया शोध है इस से मुझे तो यह शक होने लगा है कि ब्रह्मण क्षत्रिय वैश्य ही यहां के मूलनिवासी हों, और शुद्र बाहर से आए हों, क्यों कि न उन के पास शिक्षा है न जमीन है न उनके शिक्षण संस्थान है न कोई इतिहास है। उन्हें बताया हनुमान पहाड़ ले कर आसमान में उड़ते थे, उनके पसीने से मछली गर्भ धारण कर मकडधज पैदा कर दिया वह सूर्य को खेल खेल में मुह में डाल गया,जब यह सब मान सकते हैं तो यह तो शोध है इसे कैसे नकारेंगे,इस में तो शोध का हवाला है अब नहीं तो सौ दौसो सालों में अपने आप मान जाएंगे वह अलग बात है कि वर्ण व्यवस्था आर्यों का ही शोध है जिसमें मनुवादानुसार कोई मुंह से कोई पैरों से पैदा हो श्रेष्ठ व शुद्र बन गये। अच्छे रहोगे गडे़ मुर्दे न उखाड़ कुछ ऐसे शोध करो जिससे सबको शिक्षा, रोजगार, रहने को अच्छे मकान कानुन के दायरे में सामाजिकता वह समानता से शान्ति पूर्ण जीवन जी सकें।
इतने सत्य प्रमाण संग्रहित हो चुके हैं कि झूठ की कोई गुंजाइश नहीं 2001 का डीएनए रिपोर्ट।
राजनीति को द्वारा खुद आर्यों के वेदों में वर्णित है खुद ब्राह्मणों ने यह कबूल कर लिया है। रंगभेद एवं वर्ण व्यवस्था
कोन से वेद मे कहाँ है श्री मान जी ?
😁😁303 dis liker waman meshram ji k sale hain