भाई मैं आपके चैनल को धन्यवाद करना चाहूंगा कि आपने इस चैनल के माध्यम से उत्तराखंड के हस्तियों तथा इतिहास को सामने लाने का प्रयास किया । उत्तरकाशी से आपको बहुत सारा प्यार मैं चाहूंगा कि आप रवाई की संस्कृति को भी अपने चैनल पर लाये तथा वहां के कलाकारों को भी पहचान दिलाएं
Pahaadi chai k bina mar jaenge aisy stithi hai... Din bhar chule pe ketli chada k rakhne wale hum pahadi chai k khoob shaukin hain.... Ye peshkash bhut khoob rahi baramasa...
बहुत ग्यानपरक है आपकी जानकारी ईश्नर करे आप युं ही प्रचारित प्रसारित हाेते रहे उत्तराखंड की गहन विधाआें , प्रथाआेॉ काे सबके सामने इस पटल के माध्यम से लाते रहे
बहुत सुंदर संकलन पूरी छायाचित्र व इतिहास के साथ कम शब्दों में अधिक जानकारी हेतु आपके प्रयास की सराहना करता हूं। पदम रावत वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड
बहुत बहुत धन्याबाद बारामास चैनल जो हमारे उत्तराखंड के बारे में हमें इंतनी जानकारी देता है बारामास चैनल को मेरा सादर प्रणाम....🙏🙏🙏जय देवभूमि उत्तराखंड ......🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Interesting information. So what made us dump much of this in the recent times when tea is being seen as a delicacy and in demand world over. Was very amused to see the tea gardens in Kausani and the ones in Ghodakhal. But also, in derelict the estates around Chaukori run by the Ghorkas that ones produced some fine teas. Maybe going and expanding tea production be a way to boost incomes and also bring in more tourist on the lines of Munnar, Kodiakanal & Ooty....and ahh well just found and ordered Berinag Tea from amazon.... amazing :)
Your research is rather sketchy. There is no mention of Banjara Wala tea estate, Gorakhpore Tea Estate Mohkampur Tea Estate etc. Incidently I was born and brought up in Gorakhpore tea estate. This tea estate was sold to Ministry of Defence and converted to a Housing Complex for services employees. Similarily Mohkampur tea estate was also sold out and today Indian Institute of Petroleum is situated there.
चौकोड़ी के चाय बागान के मालिक स्व. दान सिंह बिष्ट जी थे (देव सिंह नहीं जैसे कि वीडियो में बताया गया है)। इन्हीं के नाम पर नैनीताल में डिग्री कॉलेज आज भी है।
Was wondering why one of the oldest tea gardens of D.Dun was not mentioned ,viz., Mohkampur Tea Estate with the old Tea Factory. I think in 270 acres. Within the Campus since 1960's is located the internationally known Indian Institute of Petroleum, a constituent laboratory of CSIR.
जो भी इस वक्त मेरा कमेन्ट पढ़ रहा/रही है हम सब एक दूसरे के लिए अनजान है पर फिर भी मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि आपकी life में कोई टेंशन चल रही हो तो वह दूर हो जाए, आप हमेशा खुश रहे।
@@a_rawat3723 Chamoli and paudi kumaon me? British Garhwal district bhi to thi Bhai jisme Chamoli paudi and rudraprayag ka kuch hissa aata tha , Or gwaldam to Chamoli k Badhangarh ka part tha jaha bahut yuddh bhi hue the
उत्तराखंड में चाय पहले से ही चलती रही थी। बचकार नाम सुना कभी आपने? टी ब्रिक लेकर व्यापार का जिक्र पढ़ा आपने? अगर नहीं तो चाय उत्पादन का श्रेय अंग्रेजों को देना उचित नहीं है। हाँ केवल ये कह सकते हैं कि चाय की खेती अंग्रेजों ने शुरू की। पर ये कहना कि परिचय अंग्रेजों ने कराया ये गलत है।
British ne chai ka asa chas ka lagaya aj pura bharat es ke chas laga diya pehle log shubh meion kewal chas yha matha hi priyog karte theye aur suwasth rehe te theye lekin chai ka upyog jatha nukshan hi hai
British era ke bad se tea India ur uttarakhand mai ayi hai ...us se pehle kya Piya krte thy log .....humare sanskriti mai sura ka ullakeh adi kal se hai humko sura ka sewan kr na chaiye ur chai jaise toxic product ko chodna chaiye
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एक पहाड़ी होने के नाते मेरा पहला प्यार है चाय ☕😍
Aur mera fauj 🚩
Ye pahad ke ghar ghar ki dasta nahi balki india ke har ghar ki khni hai.❤😊
भाई मैं आपके चैनल को धन्यवाद करना चाहूंगा कि आपने इस चैनल के माध्यम से उत्तराखंड के हस्तियों तथा इतिहास को सामने लाने का प्रयास किया । उत्तरकाशी से आपको बहुत सारा प्यार मैं चाहूंगा कि आप रवाई की संस्कृति को भी अपने चैनल पर लाये तथा वहां के कलाकारों को भी पहचान दिलाएं
Pahaadi chai k bina mar jaenge aisy stithi hai... Din bhar chule pe ketli chada k rakhne wale hum pahadi chai k khoob shaukin hain.... Ye peshkash bhut khoob rahi baramasa...
हम पहाड़ी गर्मी मे भी चाय पीते है 🤟🤟
बहुत ग्यानपरक है आपकी जानकारी ईश्नर करे आप युं ही प्रचारित प्रसारित हाेते रहे उत्तराखंड की गहन विधाआें , प्रथाआेॉ काे सबके सामने इस पटल के माध्यम से लाते रहे
Bina chai na subh na din na shyam na raat.... Kuch bhi nahi hota...💞
बहुत सुंदर संकलन पूरी छायाचित्र व इतिहास के साथ कम शब्दों में अधिक जानकारी हेतु आपके प्रयास की सराहना करता हूं। पदम रावत वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड
Thanku for saring sir for tea history🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👌👌👍👍👍👍👍👍👏👏👏👏👏
बहुत बहुत धन्याबाद बारामास चैनल जो हमारे उत्तराखंड के बारे में हमें इंतनी जानकारी देता है बारामास चैनल को मेरा सादर प्रणाम....🙏🙏🙏जय देवभूमि उत्तराखंड ......🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bhut badiya jankari ar us se bhi behtar samjhaya gya hai
Always waiting for new video
Bahut behtreen patrikaarita bhulaa👌
बहुत सुंदर जानकारी।
Bahut acchi jankari
बेहतरीन
Beautiful information about tea
खूबसूरत चाय बागान देखने हैं तो (मुन्नार) केरला आऐ
Jai Badri Vishal 🙏
Ameging knowledge
बहुत ही उत्तम जानकारी,हम लोग भी उत्तराखंड की चाय के दीवाने हैं,आप लोग भी भी जरुर इसका स्वाद चखें!!
Jankari ke liye dhanyawad
वाकई हम पहाड़ियों की स्टील के गिलास में चाय पिए बिना तृप्ति नहीं होती ।
just randomly discovered this video and its worth watching 💚
keep up the good work you are doing 👌👍👍
Bht bdiya
Amazing work done by Baramasa ... keep it up
Jaankari bahut hi acchi hai.
वाह चाय वाह!
Apki video ek aspernts ke hesab se bahut informative hai
Thanku💚
Excellent namaste
Very good information and history of tea, given by you, keep it up, God bless you.
स्क्रिप्ट भी अमन ने ही लिखी है। वाह!
U do a great job for the sprints🙏❤
Super
Excellent information👍
Maja aa gya aaj ki chai mai
हमे तो पता भी नहीं था।
धन्यवाद °®
Informative
This channel deserve million views
Awesome info bhaiya. As usual apka word pronounciation is top teir. 🎉🎉 Kudos to the team😊🌸
शानदार🙏🙏🙏 मगर पहाड़ी चाय का संबंध स्टील के नही पीतल के सोने जैसे चमकते गिलास से हुआ करता था🙏🙏🙏🙏
🙏🙏👌👌👌
Very good information
underrated channel ♥️
चहा......अहा!!!
Chai is traditional crush😍
Bahut badiya sir ❤️ aacha laga jaanke ki hum bhi ek chai utpadak hai.
Very good video. But except few it is hard to find nice tea in Uttarakhand especially Yatra root Restaurant and Tea Stalls.
❤️❤️❤️
Interesting information. So what made us dump much of this in the recent times when tea is being seen as a delicacy and in demand world over. Was very amused to see the tea gardens in Kausani and the ones in Ghodakhal. But also, in derelict the estates around Chaukori run by the Ghorkas that ones produced some fine teas. Maybe going and expanding tea production be a way to boost incomes and also bring in more tourist on the lines of Munnar, Kodiakanal & Ooty....and ahh well just found and ordered Berinag Tea from amazon.... amazing :)
Im from berinag 💗
Nice
nice
Pls make videos on the languages of Kumaon with lectures.
चाई कु गिलास भक्क भेरिक !!
👌👌👌
Chai jaan.. hai
Chai se subhar or chai se raat hai
Aap ne yea tho mention karna vul gayi ki Darjeeling ka tea world mea sabse outtam mana jati hai.
❤️
हम तो ३० साल हो गये है स्टिल के गिलास में चाय पीते हुए पहाड़ी उत्तराखंडी जो हूं😇🚩🚩🌹🌹
I Love my पहाड़ पर
पहाड़ो में मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि न होने दे
बहा की पराचीन सभ्यता को खतरा
This channel is based on Uttrakhand still they speak Hindi. Use Uttrakhand language use hindi as subtitles. Thank you
Your research is rather sketchy. There is no mention of Banjara Wala tea estate, Gorakhpore Tea Estate Mohkampur Tea Estate etc. Incidently I was born and brought up in Gorakhpore tea estate. This tea estate was sold to Ministry of Defence and converted to a Housing Complex for services employees. Similarily Mohkampur tea estate was also sold out and today Indian Institute of Petroleum is situated there.
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏🌺🌺🌺
चौकोड़ी के चाय बागान के मालिक स्व. दान सिंह बिष्ट जी थे (देव सिंह नहीं जैसे कि वीडियो में बताया गया है)। इन्हीं के नाम पर नैनीताल में डिग्री कॉलेज आज भी है।
Lohra 🤣
Sabse achi chay bagan kosani me hai 🤣🤪
Was wondering why one of the oldest tea gardens of D.Dun was not mentioned ,viz., Mohkampur Tea Estate with the old Tea Factory. I think in 270 acres. Within the Campus since 1960's is located the internationally known Indian Institute of Petroleum, a constituent laboratory of CSIR.
😍😍😍😍
Chai tho chaiye hi ek cutting
जो भी इस वक्त मेरा कमेन्ट पढ़ रहा/रही है हम सब एक दूसरे के लिए अनजान है पर फिर भी मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि आपकी life में कोई टेंशन चल रही हो तो वह दूर हो जाए, आप हमेशा खुश रहे।
Me to June ki garmi me 2 bje bhi chai pi sakta hu.
Hum pahadiyo ke khun me Pani se Jada chai hoti h 😂😂
Them - Kitni Chai pioge?
Le Pahadis - Yes.
Blood Group T+
Chai first invented in India the man named ManiRam Diwan but like any other patent we never recognised that Due Britishers
5:50 Gwaldam Chamoli me hai 🙂✌️
1960 तक चमोली जिला अस्तित्व में नहीं था पौड़ी जनपद के अंतर्गत था और गढ़वाल मंडल का गठन से पूर्व यह दोनों स्थल कुमाऊं के अंतर्गत आते थे
@@तमराज kon se dono places?
@@yogeshpandey3443 chamoli, aur Pauri 😑
@@yogeshpandey3443 Gwaldam pahle almora ke antargat aata tha chamoli me bad me aaya tha...
@@a_rawat3723 Chamoli and paudi kumaon me?
British Garhwal district bhi to thi Bhai jisme Chamoli paudi and rudraprayag ka kuch hissa aata tha ,
Or gwaldam to Chamoli k Badhangarh ka part tha jaha bahut yuddh bhi hue the
Syahi devta ❌
Syahi devi ✔️
च्या 🍵
Mera pahadi hone k naate, pehla rista PAANI se h, m chai nhi peeta 🤨🤨
Feb. 2004
उत्तराखंड में चाय पहले से ही चलती रही थी।
बचकार नाम सुना कभी आपने?
टी ब्रिक लेकर व्यापार का जिक्र पढ़ा आपने?
अगर नहीं तो चाय उत्पादन का श्रेय अंग्रेजों को देना उचित नहीं है। हाँ केवल ये कह सकते हैं कि चाय की खेती अंग्रेजों ने शुरू की।
पर ये कहना कि परिचय अंग्रेजों ने कराया ये गलत है।
Main toh ja raha hoon chai banane
☕️
भाईजी , आप से निवेदन है कि हिन्दी बोलते वक्त अथवा उत्तराखण्ड को दरसाते समय उर्दू अथवा अन्य किसी भाषा का प्रयोग ना करें🙏🏻 धन्यवाद👍
Ab kaha pahadi pahaado m to bahari logo ne kabza jama Liya h pahadi ladkiyo ko zehaad m fasa rhe h par pahad chup h 🤦🤦🤦🤦
British ne chai ka asa chas ka lagaya aj pura bharat es ke chas laga diya pehle log shubh meion kewal chas yha matha hi priyog karte theye aur suwasth rehe te theye lekin chai ka upyog jatha nukshan hi hai
लगता है आप ने अजय रावत जी की बुक पढ़ी है।😁😁😁
🤣
👍🤣🤣🤣🤣🤣
Ye chai hi to bimari ki jad hai... Chai uttarakhand ki nhi hai
चा पी दगड़ियों।
British era ke bad se tea India ur uttarakhand mai ayi hai ...us se pehle kya Piya krte thy log .....humare sanskriti mai sura ka ullakeh adi kal se hai humko sura ka sewan kr na chaiye ur chai jaise toxic product ko chodna chaiye
Chuteye apple kyu ne bola....
Awesome information 👏