इन तीनों का सम्बन्ध भूत, वर्तमान और भविष्य कल से कैसे है? क्रियमाण कर्म का सम्बन्ध वर्तमान से है। संचित कर्म का सम्बन्ध भूत से है (क्योंकि वर्तमान कर्म और पूर्वजन्मों के कर्म का संग्रह है। वर्तमान कर्म कुछ छण में ही भूत हो जाता है) प्रारब्ध (भाग्य) कर्म का सम्बन्ध वर्तमान और भविष्य से है, क्योंकि वर्तमान में ही हमें कर्म का फल मिलता है और भविष्य में कुछ कर्म का फल निर्धारित है (जैसे मृत्यु आदि)
yeh bataiye ki yeh muslim aur alag alag log Quran ko padhne ke liye kyo kehte hain kehte hain pavitra kitaab hain par isme di gayi cheezo ko implement kiya toh vinaash ke alawa aur kuch nahi hoga pata nahi kya hain iss kitaab me Shaanti jaisa kripya bataye
Vedic Aim ji Ek vyakti toh keh raha tha ki Quran Ke comparison me Bhagwad Gita ek aam novel hain ghanta kuch pata nahi hain na kabhi Bhagwad Gita padhi hain aur pata nahi kya kya kehte rahte hai
Vedic Aim Ji yeh bataiye ki agar hamse hinsa me kisiki hatya nahi karna chahte paruntu kisi kaaran se uski hatya ho jaati hain aatmaraksha ke kaaran toh kya hane moksh prapt hoga ya nahi kripya bataye
गर्व है मुजे आप जैसे youtuber पे जो इतने कम subscribers होने पर भी लगातार धार्मिक वीडियो हम सबको देते है। लेकिन गर्व के साथ मुजे अफसोस भी है कि इस कलियुग की वजह से बोहोत कम लोग ही आपकी वीडियो देखते है। ये सब लोग जो आपकी वीडियो देखते है वह सब पुण्यात्मा है इसमे कोई संदेह नही है। खेर आप जो भी कर रहे है उस के लिये धन्यवाद।👏👏👏
हमारे कर्मों का असर सिर्फ हम तक सीमित नहीं है | उसी प्रकार से, दूसरों के किये गए कर्म भी हम पे हावी हो सकते हैं | किसी पुनर जन्म की स्मृति है ही नहीं, तो समझदारी इसी में है कि हम मान ले कि इस देह का जीवन मोक्ष प्राप्ति का आखरी मौका है |
गुरुजी की कमलबास चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम करते हैं आपका ज्ञान बहुत महान अगर आपकी बात सत्य ना होती तू एक बच्चा झोपड़ी में पैदा होता है और एक बच्चा महलों में पैदा इसी का नाम है अपना-अपना प्रारब्ध और यह कर्मों से बनता है अच्छा या बुरा
भाइयों फिक्र मत करो। रामायण मे कहा है कि "सन्मुख होई जीव मोहि जबहीं।जन्म कोटि अघ नासहीं तबहीं। "यानी भगवान श्रीराम चंद्रजी कहते है कि "श्रद्धा के साथ सारे छल कपट छोड़कर जब जीव मेरे सम्मुख होता है, यानि मुझे भजता है उसके करोडो जन्मो के पापो से उत्पन्न हुआ दुख दुर्भाग्य व अग्यान का अंधकार नष्ट हो जाता है।।।।जय श्रीराम ।।।😊😊
It means actually there are two types of Karma Good and Bad. Prarabdh is not a karma, it should be Phal (result) and Sanchita is a collection of past karma (It may be good or bad). I think in Prarabdh Karma, Instead of Karma word Phal word should be there.
कौंसे कर्म का फल कब काहा कैसे मिलेगा ये हमारे हातमे नःही है इसलिये हर एक कर्म भगवान को अर्पण करणा चाहिये ईसे दिव्य कर्म कहते है इसाका कोई फल नही मिलाता हरी बोल राधे राधे ........
To iske anuroop se hamare karmo ka chakkar nirantar chalta rahta hai...aur Example me aapne bataya ki Bhagwan hume prerit karte hai karmo ka bhogne k liye to us samay kie gaye karm kya karmfal vihin hote? Aur kya kabhi hamare karm kabhi sunya(0) bhi ho sakte hai?
Karam yog bhkti yog gyan yog dwara aap apne karmo ka dancha jo jnmo se bna hua use gira skte h... Chahe ache ho ya bure... Jb aap kriya ko nirantar krte h to atma ki sudhi hone lgti h... Agr ap is kriya ko pura na kr ske is jnm me to agle jnm fir mita h is trah is kriya ko nirantar krte ap moksh pa lete h... Or ap karmo ke bndhn Or uske fal se mukt ho jate h
man par sabhi ka control hai... chanchal hone ka bahana banate hai log... kisi ne aaj tak pakhana nahi khaya... nale ka pani nahi piya... chahye kitna bhi bhukh pyash laga ho... yah darshata hai ki man par sabhi ka control hai... aalasy tagy de,,, man apne aap control hone lagega..
आपने अच्छा और सही बतया , परंतु आशा है की सूनने वालोको वह कर्म कैसे जला दिये जा सकते है यह नही बतया, क्या आप स्वार्थी है ? आपने जो भी कहा वह एक मराठी पुस्तक " नांमचीतामणी " मे सविस्तर बतया गया है, जीसके लेखक श्री रामचंद्र कृष्ण कामत है, ऊस पुस्तक मे कर्म को कैसे ज ला या जा सकता है यह भी सविस्तर बतया गया है, आप पढ लिजीए और व्हिडीओ बनाइये हमे सून ना है, आप जी वो के कल्या ण का काम कर राहे है, काफी सराहनिय है, महद भाग्य है आपका जो आप नारायन की याद दिला राहे है, मराठी संत तुकाराम जी ने क हा है " दाता तोचि जाणा , जो नारायणा स्मरवि " मतलब जो भगवान का स्मरण karvaye वोही सबसे बडा दाता है, भगवान आपको शक्ती दे, जय श्रीराम
kay ye jan lena sambhav ki jeev is brahmand me kaha se aur kyon aya hai, agar kram hi baar baar janam lene ka karan hai to ist janam kis karan se hua??????
@@Vivek123430 भगवान की प्राप्ति उनकी अहैतुकी कृपा से होती है।वास्तव में श्रीकृष्ण भगवान ने गीता में कहा है कि हे अर्जुन,तू जो कुछ भी करता है,केवल मुझे ही अर्पण कर।बस,हमें भी यही करना चाहिए;तभी मुक्ति संभव है।फिर भी उसका अंतिम निर्णय ईश्वर ही करते हैं।अत: मुक्ति चाहिए तो हमें भगवान से विनति करनी होगी। 🙏💚🙏
@@VedicAim Lekin aese kaha Gaya he ki Brahman ki prapti par sanchit aur kriyamaan karm nasht ho jaate he ....praarabdh nahi.....iss sarir ko to unka wahan karna hi padta he.....Lekin hame sukh dukh ki Anubhuti nahi Hoti.........kyuki hamare liye sabb saman he .....astu... Mene isliye puchha kyuki vedo me jyadatar sukt itchha prapti k liye diye hue he....jese dhanprapti ,satrunasan etc. To kya inke prayog se sukh dukh ko badala ja Sakta he???agar yeh Badal Gaye to kya prarabdh bhi Badal jayega??? Dhanyavad ...astu
इन तीनों का सम्बन्ध भूत, वर्तमान और भविष्य कल से कैसे है?
क्रियमाण कर्म का सम्बन्ध वर्तमान से है।
संचित कर्म का सम्बन्ध भूत से है (क्योंकि वर्तमान कर्म और पूर्वजन्मों के कर्म का संग्रह है। वर्तमान कर्म कुछ छण में ही भूत हो जाता है)
प्रारब्ध (भाग्य) कर्म का सम्बन्ध वर्तमान और भविष्य से है, क्योंकि वर्तमान में ही हमें कर्म का फल मिलता है और भविष्य में कुछ कर्म का फल निर्धारित है (जैसे मृत्यु आदि)
Sir ji - श्रद्धा क्या है?
Aap bahut acche hain aapne mere pichle sawal ka jawab diya iske liye dhanyawad ek aur sawaal hain aapse
yeh bataiye ki yeh muslim aur alag alag log Quran ko padhne ke liye kyo kehte hain kehte hain pavitra kitaab hain par isme di gayi cheezo ko implement kiya toh vinaash ke alawa aur kuch nahi hoga pata nahi kya hain iss kitaab me Shaanti jaisa kripya bataye
Vedic Aim ji Ek vyakti toh keh raha tha ki Quran Ke comparison me Bhagwad Gita ek aam novel hain ghanta kuch pata nahi hain na kabhi Bhagwad Gita padhi hain aur pata nahi kya kya kehte rahte hai
Vedic Aim Ji yeh bataiye ki agar hamse hinsa me kisiki hatya nahi karna chahte paruntu kisi kaaran se uski hatya ho jaati hain aatmaraksha ke kaaran toh kya hane moksh prapt hoga ya nahi kripya bataye
कितने आसान तरीके से अापने कर्म को समझाया है very nice video sir
बहुत ही अच्छी, सरल और यंत्रवत (सिस्टेमेटिक ) व्याख्या की है मजा आ गया
राधे राधे भईया! मुझे आपकी वीडियो से समझ में आया! बहुत बहुत धन्यवाद! 🙏🙏
गर्व है मुजे आप जैसे youtuber पे जो इतने कम subscribers होने पर भी लगातार धार्मिक वीडियो हम सबको देते है। लेकिन गर्व के साथ मुजे अफसोस भी है कि इस कलियुग की वजह से बोहोत कम लोग ही आपकी वीडियो देखते है। ये सब लोग जो आपकी वीडियो देखते है वह सब पुण्यात्मा है इसमे कोई संदेह नही है। खेर आप जो भी कर रहे है उस के लिये धन्यवाद।👏👏👏
अछे लोग 10 ही काफी बेकार 90 लोगो से😊
Very nice speech sir Jay krisna 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹
Jai Shree Radhe Krishna🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
जय श्री कृष्ण दंडवत प्रणाम जी
कर्म के पास न कागज है न किताब है, फिर भी सारे जगत का हिसाब है।
Om namo bhagavate Vasudevya. Jay Jagannath. Jay Shree Krishna
RADHERADHEJAISHRESHYAM Acchi Chaviyaan Prabhu Ki Arthpoorn Bhaav
Dhnywaad Bhai
Excellent vdo👍
Excellent information! Thanks for providing such information!!💐
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे ❤️
बेहद के बेहद की परम परम परम महाशांति है महाशांति है महाशांति है
जय हो श्री राधे कृष्णा
अति सुन्दर,,,,,,,🙏🙏🙏
बहुत अच्छा लगा। एक misprint है शायद, "नियंत्रण" ।
अति सुंदर सर जी
जानकारी देने के लिये आभार👍👍👍👌
Thankuuu very so much🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️
Hare krishna🙏❤
Excellent job sir! Really appreciate your work 🙏Jay shree Krishna 🙏
Wah kya baat h...Hare Krishna
Very nice explanation. Even a layman can understand what the karmas are. Thank you so much..
Glad you liked it
Namo Narayan...
Har Har mahadev...
BAHUT ACHHA
bilkul right
logically fit beth ta hai
dhanyawad is shandar video k liye
जय श्रीहरि परब्रह्म:❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️
Very nice sir!!
Bahut acha bhaiya thx you🌷
Thanks ☺️ well explained
हरे कृष्ण❤❤🚩🚩🙏🙏❤
सुंदर चैनल 👍👌🙏🚩
Ati uttam bandhu
हमारे कर्मों का असर सिर्फ हम तक सीमित नहीं है | उसी प्रकार से, दूसरों के किये गए कर्म भी हम पे हावी हो सकते हैं |
किसी पुनर जन्म की स्मृति है ही नहीं, तो समझदारी इसी में है कि हम मान ले कि इस देह का जीवन मोक्ष प्राप्ति का आखरी मौका है |
Brownian Motion
Good 👍 work ❤️🙏
VERY NICE KNOWLEDGE
Jai shri krishna
Har Har Mahadev 🙏
Very well explained ❤️
Jay shree krishna.Jay Sri ram.thanks a lot
Very nice.
सही भी है श्रष्टि को प्रभु की चेतना और मनुष्य के कर्म से अपने आप चलती है
Aur koi dp nahi Mila aapko?
Nice video. The most difficult question is that why bad things happen to good people and why good things happen to bad people? Namaste.
Past lives bad karma ka fal bhugatna padhta hai iss life mein achhe logoko. Vice versa.
Very good❤
Har har Mahadev 😄
जय श्रीकृष्ण परब्रह्म
Thanks a lot sir
सियावर रामचन्द्र जी की जय
श्री कृष्ण राधे गोपाल जी की जय
Siyavar Ramchandra G ki jai
Radha Govind G ki jai
Thank u sir👌👍🌻🌺🙏
Jay Shri Krishna🙏
Thank you Bhaiya
MJHE PLS BTYEIN KI SANCHIT KARM M S ANSH JO NIKALA GYA JISSE PRARABDH BNA VO KAISE DECIDE KIA ??
गुरुजी की कमलबास चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम करते हैं आपका ज्ञान बहुत महान अगर आपकी बात सत्य ना होती तू एक बच्चा झोपड़ी में पैदा होता है और एक बच्चा महलों में पैदा इसी का नाम है अपना-अपना प्रारब्ध और यह कर्मों से बनता है अच्छा या बुरा
thank you so much sir.....!!
भाइयों फिक्र मत करो। रामायण मे कहा है कि "सन्मुख होई जीव मोहि जबहीं।जन्म कोटि अघ नासहीं तबहीं। "यानी भगवान श्रीराम चंद्रजी कहते है कि "श्रद्धा के साथ सारे छल कपट छोड़कर जब जीव मेरे सम्मुख होता है, यानि मुझे भजता है उसके करोडो जन्मो के पापो से उत्पन्न हुआ दुख दुर्भाग्य व अग्यान का अंधकार नष्ट हो जाता है।।।।जय श्रीराम ।।।😊😊
Radheshyam🙏❤
Nice ji
Ascha Video hai..
Agle video me Niyati k bare me bhi batao.
Dhanyawad.
Super video
Easy explain
Nice informative videos, thanks.. can u please let me know which Guru or publication religious books u read? I want to study myself..
Read GitaPress Book and if you want to read philosophy of Vedas then read JKP Prem Ras Siddhant.
shrimadbhagavad gita as it is
simple language
yaha se start kariye
Please tell me first' karm or prarabdha 🙏🙏🙏
Good bat apne bole h
Praabadh bhogna hi pdtaa h to Pooja path mantra jap karne se kyaa fydaaa huaa
Jap path sab bekar h Kya
Jigyaasaa shant kre pls
Nice
Jb paap karm se prarabdh banta he to narak me konse karm bhogtne padte hen..? Or pashuo ki yoni me konse paap karm bhogne padte he..?
excellent
Jai Sri Krishna
Thanks
Bhai Jeev Aatma Aur Aatma Mein Antar ka Bhi Ek Video Bana Dein
🙏🙏🙏
How to burn all past karma
Sir, kya sab ki mrityu pahle hi nirdharit hoti hai? Agar hoti hai to kya iska nivaran hai? Plz sir reply 🙏
ha.. lekin atmhatya karna manush ke hat me hai.. atmhatya karne ki vajh se aatma bhatkti hai...
अभी कोई new video क्यों नही आ रही
Kal aa rhi hai
@@VedicAim thanks
Fir praravda aur kriyaman karma me kya antar hai ?
It means actually there are two types of Karma Good and Bad. Prarabdh is not a karma, it should be Phal (result) and Sanchita is a collection of past karma (It may be good or bad). I think in Prarabdh Karma, Instead of Karma word Phal word should be there.
Iam an avatar of sri krishna
I will answer u
Yes @Tridib
radhe radhe
🙏❤🙏
Om
कौंसे कर्म का फल कब काहा कैसे मिलेगा ये हमारे हातमे नःही है इसलिये हर एक कर्म भगवान को अर्पण करणा चाहिये ईसे दिव्य कर्म कहते है इसाका कोई फल नही मिलाता हरी बोल राधे राधे ........
It's true
Agar ham karam kar k Vagwan ko arpit Karte hae to Vagwan hame uska fhal denge...wo to ve ase v denge na..please reply..
Karam kar k Vagwan ko kue arpan karne k lia kaha gaya hae
❤
How to escape from Praarabdha Karma?
apne kiye huye bure krmo ka prayshchit kaise kre is janam me pls tell
To iske anuroop se hamare karmo ka chakkar nirantar chalta rahta hai...aur Example me aapne bataya ki Bhagwan hume prerit karte hai karmo ka bhogne k liye to us samay kie gaye karm kya karmfal vihin hote? Aur kya kabhi hamare karm kabhi sunya(0) bhi ho sakte hai?
Karam yog bhkti yog gyan yog dwara aap apne karmo ka dancha jo jnmo se bna hua use gira skte h... Chahe ache ho ya bure... Jb aap kriya ko nirantar krte h to atma ki sudhi hone lgti h... Agr ap is kriya ko pura na kr ske is jnm me to agle jnm fir mita h is trah is kriya ko nirantar krte ap moksh pa lete h... Or ap karmo ke bndhn Or uske fal se mukt ho jate h
क्या ये कर्म गीता के अनुसार बताये गये है
Jai shree राm
🕉️🚩🙏
Sir man to bahut chanchal hai uspar koi jor nahi hai arthat man to kuch b soch sakta hai to uska fal b banta hai kya ??
man par sabhi ka control hai... chanchal hone ka bahana banate hai log...
kisi ne aaj tak pakhana nahi khaya... nale ka pani nahi piya... chahye kitna bhi bhukh pyash laga ho...
yah darshata hai ki man par sabhi ka control hai...
aalasy tagy de,,, man apne aap control hone lagega..
मन तो आराम करने को भी बोलता फिर काम न करे तो खाना कैसे मिलेगा😅
Yes sir you are right thank you sir
Prarbdh kitne prkar ke hote hai
आपने अच्छा और सही बतया , परंतु आशा है की सूनने वालोको वह कर्म कैसे जला दिये जा सकते है यह नही बतया, क्या आप स्वार्थी है ? आपने जो भी कहा वह एक मराठी पुस्तक " नांमचीतामणी "
मे सविस्तर बतया गया है, जीसके लेखक श्री रामचंद्र कृष्ण कामत है, ऊस पुस्तक मे कर्म को कैसे ज ला या जा सकता है यह भी सविस्तर बतया गया है, आप पढ लिजीए और व्हिडीओ बनाइये हमे सून ना है, आप जी वो के कल्या ण का काम कर राहे है, काफी सराहनिय है, महद भाग्य है आपका जो आप नारायन की याद दिला राहे है, मराठी संत तुकाराम जी ने क हा है " दाता तोचि जाणा , जो नारायणा स्मरवि " मतलब जो भगवान का स्मरण karvaye वोही सबसे बडा दाता है, भगवान आपको शक्ती दे,
जय श्रीराम
kay ye jan lena sambhav ki jeev is brahmand me kaha se aur kyon aya hai, agar kram hi baar baar janam lene ka karan hai to ist janam kis karan se hua??????
bhagwat prapti k liye
wahi end hai
warna to ye endless cycle chalti hi rahegi
sthit pragya k bare me janiye
shrimadbhagavad gita as it is padh kar
@@Vivek123430 भगवान की प्राप्ति उनकी अहैतुकी कृपा से होती है।वास्तव में श्रीकृष्ण भगवान ने गीता में कहा है कि हे अर्जुन,तू जो कुछ भी करता है,केवल मुझे ही अर्पण कर।बस,हमें भी यही करना चाहिए;तभी मुक्ति संभव है।फिर भी उसका अंतिम निर्णय ईश्वर ही करते हैं।अत: मुक्ति चाहिए तो हमें भगवान से विनति करनी होगी।
🙏💚🙏
@@परमतेज ati uttam vichar hai apke 👌
@@Vivek123430 🙏💚🙏
Kya prarabdh Badal Sakta he,,kriyamaan karm dwara iss janm me????????
Astu...
नहीं, उन्हें भोगना होगा... हाँ! अगर भगवान् की प्राप्ति हो जाती है तब प्रारब्ध का अंत हो जायेगा
@@VedicAim Lekin aese kaha Gaya he ki Brahman ki prapti par sanchit aur kriyamaan karm nasht ho jaate he ....praarabdh nahi.....iss sarir ko to unka wahan karna hi padta he.....Lekin hame sukh dukh ki Anubhuti nahi Hoti.........kyuki hamare liye sabb saman he .....astu...
Mene isliye puchha kyuki vedo me jyadatar sukt itchha prapti k liye diye hue he....jese dhanprapti ,satrunasan etc. To kya inke prayog se sukh dukh ko badala ja Sakta he???agar yeh Badal Gaye to kya prarabdh bhi Badal jayega???
Dhanyavad ...astu
Can you make a video on reincarnation..with scienfical proof with other religions opinion on it.like christan and muslim religion..
please visit
iisis website for practical proofs
other religions don't want to accept this truth
so no use asking their opinion
Modern era me "Sansharik Vastuye" Kya hai.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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