Tarpan - 3 तर्पण - ३ | Kalidas O' Kalidas | Baba Nagarjun I Dr Kumar Vishwas
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- Опубликовано: 31 янв 2025
- कवि अपने पात्र गढ़ता है या पात्र अपने कवि गढ़ता है? भारत के सांस्कृतिक कवि कालिदास से कबीर-वंशी बाबा नागार्जुन के कुछ असहज प्रश्न.
When a poet dares to question his ancestor about later's creation and the real emotion behind the creation, he could only be Baba Nagarjun. Presenting the feel in the words of Baba.
Kaalidas! sach-sach batlana
Indumati ke mrityushok se
ajj roya ya tum roye thhe?
Kaalisas! sach-sach batlana
shivji ki teesri aankh se
nikli hui maha-jwala me
ghrit-mishrit sukhi smidhi-sam
kamdev jab bhasam ho gya
rati ka krandn sun aansu se
tumne hi to drig dhoye thhe
kaalidas! sach-sach batlana
rati royi ya tum roye the?
varshaa ritu ki sanigdh bhumika
prathum divas aashadh maas ka
dekh gagan me shyam ghan-ghata
vidhur yaksh ka mann jab uchta
khadhe-khadhe tab haath jodhkar
chitrkoot se subhag shikhar par
us bechare ne bheja tha
jinke hi dwara sandesha
un pushkraavart megho ka
saathi bankar udhne wale
kaalidas! sach-sach batlana
par peedha se poor-poor ho
thak-thak kar o chur-chur ho
amal-dhaval giri ke shikhro par
priyawar! tum kab tab soye thhe?
roya yaksh ki tum roye the!
kaalidas! sach-sach batlana!
Lyrics : Baba Nagarjun
Vocals and Composition : Dr Kumar Vishwas
Music Arrangement : Band Poetica
All Rights : KV Studio
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एक कालिदास जिसने परवेदना में स्वयं क्रंदन किया और अपने आंसुओ को शब्दो में बहा दिया । एक बाबा नागर्जुन जिन्होंने कालिदास के छिपे आंसू पहचाने ।और एक कुमार विश्वास जिन्हीने स्वरों के माध्यम से हम सब के आंसुओं को आमंत्रित किया । धन्य है भाषा धन्य है भाव और धन्य है आप जैसे कवि ।
आप हिंदी साहित्य के सागर से मोती चुन कर लाते हैं। और उस पर आपकी आवाज़😍😍😍 आधुनिक पीढ़ी को हिंदी साहित्य से जोड़ने का अद्भुत प्रयास है ये!😍😊😊😊☺☺
Mansi Mishra ..sachi baat hai.Baba Nagarjun ko sadar Naman.
संस्कृत का बहुत सालों से अध्ययन कर रहा हूँ, कालिदास की कृतीयाँ निकट से पढी हैं इसलिए हर पंक्ति बिल्कुल हृदय तक पहुँच गयी । रघुवंश , कुमारसम्भव, मेघदूत - आज आपने कालिदास एक नये ढंग से समझा दिया । अनेक शुभकामनाएँ ।
अंग्रेजी के इस दीखावटी बाजार मे हिन्दी को पुनः जागृत करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद गुरू जी ।
पहले हम सिर्फ हिंदी कविता का भाव समझते थे एक कवि की भावनात्मक सोच को समझते थे लेकिन इसमें रस आप दाल रहे हो ,आपको कोटि कोटि नमस्कार।
एक महान रचना । और आपने ने इसको जन मानस को पहुचने को जो कार्य किया है वो अतुलनीय है ।
श्रीमान मैने भी हिन्दी के इन महान आत्माओ के लिए छोटा सा प्रयास किया है । आप का आशिर्वाद चाहिये ।
महाकवि एपिसोड में 2 लाइनें आपने सुनाई थीं। तभी से मुरीद हो चुका हूं इस कविता का और बाबा का भी।
sir जी आप बहुत मान बढ़ा रहे हैं इस देश का और हिंदी का भी।
आषाढ़स्य प्रथमदिवसे मेघमाष्लिष्टसानुं , भारतभूमि में ऐसे कवियों को देख कर गर्वानुभूति होती है।
अदभुत ....बचपन से बाबा को पढ़ा था।उनकी कविताएं गेय भी हो सकती है।कल्पना नहीं की थी।पर आज आपकी आवाज में सुनकर विस्मित हो गई हूं।
शब्दहीन हूं।
अद्भुत .......तर्पण सीरीज़ के लिए आपका बहुत बहुत आभार सर।
आज के निराशावादी समय मे आपकी धुन और कविताएं ही हैं जो चेतना को जागृत करती हैं,आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर।
सर रश्मिरथी भी आपकी धुन में सुनने की बहुत इच्छा है।
वाह मेरे भाई।
हिंदुस्तान के महाकवि को नमन।
🇮🇳जय हिंद।🇮🇳
बहुत सुंदर कविता।
यह कविता सुनने के बाद कालिदास की रचना मेघदूतम पढ़ने के लिए प्रेरित हुआ।
अद्भुत रचना।
धन्यवाद विश्वास जी
नागार्जुन को हम सबके बीच ज़िंदा रखने का श्रेय आपको जाता है । आभार KV 🙏
मेघदूतम मे कालिदास जी जैसा वर्णन संस्कृत मे किया, वही नागार्जुन बाबा ने हिंदी भाषा मे किया और विश्वास sir आपने वही वर्णन अपनी आवाज और संगीत के माध्यम से किया। जो भाव मुझे मेघदूतम पढ़कर आये थे वही भाव आज इन पंक्तियों को सुनकर अनुभव कर रही हूँ।❤️ hats of sir आपने मुझे इस काव्य की अनुभूति कराई।
हिन्दी कविता को वाकई में आप रोज़ नए आयाम देते हैं कपिल जी के शो में भी आपकी बदौलत TV पे भी हिन्दी कविता को सम्मान मिला आपका बहुत बहुत अभिनन्दन करता हूँ मैं भी एक कवी हूँ सर
ज़िंदाबाद......हिंदी को बाकई नया शिखर दे रहे है।
जय हो विजय हो
अद्वितीय,अद्भुत प्रस्तुति "कालिदास सच सच बतलाना" बाबा नागार्जुन की ये रचना हम तक पहुचाने के लिए वह भी इतनी मधुर आवाज में...💕
भैया मेरे भी कालिदास favourite महाकवि हैं.... मैं इन्हीं की कविताऐं पढकर सीखती हूँ..।
जय हिन्द भैया।।
sir.... apne is chote se bche ko hindi ki or bhej diya... 4 sal phle 9th m phli bar apko kota m suna ta... or science ka 7 chod hindi m chla gya... apko sun k sukun milta h... ao jesa pranjal vyakti or koi nhi... lakh lakh Pranam sr ji
आहहह!! ऐसा लग रहा है जैसे जादु है!! लग रहा जैसे शुध्द हिंदी के गीत में आपने रैप मिला दिया है... मन प्रसन्न हो गया 😊
कोई भी कवि जब तक दूसरे के भावो को अपने में धारण नहीं कर लेता तब तक वह किसी दूसरे की व्यथा और पीड़ा का काव्य न लिख सकता न गा सकता है। awsum work
आभार
KumarVishwas thnx to u sir. . Apne jariye hume ye sab sunne ko mil rha hai...
😊👍
Manisha Mittal ye sach hai
bahut acche Dr sahabbb ....adddbhutt addbbhut ..bar bar sunne ka MN krta hai aisi kavitay
उत्तम .......विश्वाशजी
बहुत ही सुंदर रचना है बाबा नागार्जुन जी की और गुरु जी आपने तो इसे और भी मोहक बना दिया है।
ADITYA JAYRAJ good
Neha bahut accha Sunate Hain aap
संगीत-लहरी अपनेआप में ही अद्भुत अनुभूति प्रदान करती है, लेकिन,अगर इसमे डाँ.कुमार विश्वास सुरीली आवाज और आध्यत्म-अमृत का समावेश हो जाय ,तो,स्रोता स्वर्गा
नुभूति प्राप्त कर लेते है । "जय भोलेनाथ " ।
आप के इस कार्य से युवा वर्ग में भी हिन्दी की ओर जबरदस्त आकर्षण बढ़ रहा है क्योकि कुछ लोग कवितायें सुनना तो चाहते थे लेकिन कविताएं खोजना और उन्हें समझना बढ़ा मुश्किल था
लेकिन आप ने दोनो ही आसान कर दिया।
ईश्वर आप को लंबी आयु दे।
धान्यवाद।
बहुत खूब डॉ. साहब ।
मां सरस्वती आपके कंठ में विराजमान है ।
कुमार भईया मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए कितनी अद्भुत रचना है, और उसे आपके स्वर में सुनने को मिला ये हमारे सौभाग्य की बात है।
इसी तरह आपका प्रेम और स्नेह हम सभी पर बना रहे।
आपके अगले विडियो की प्रतीक्षा है।☺
Prashant Ki Poems chal rende
बाबा नागार्जुन जी को प्रणाम!
आपके प्रयासों से हम यह विभूति कविताओं को पढ़ सुन पा रहे है
Speechless .... great sir..
हम कुमार के युग मे पैदा हुये।
धन्य हुआ मेरा जीवन
right
1:53 best line,is pr sir goosebumps aa gaye thee hmen....
जहाँ न पहुचे रवि वहाँ पहुचे कवि ......
अद्भुत अविश्वसनीय अकल्पनीय महान है आप......
I like this tarpan series. Great voice. Thanks to Kumar Vishwas sir hindi poetry ko itna lokpriye karne ke liye.itna sunder Gaya aapne. I m speechless. No words to express great
बाबा नागर्जुन ने हमे कालिदास जी की याद दिलाई आपने हम सभी को बाबा नागर्जुन की याद दिला रहे है बहुत ही सुंदर कविता ईश्वर आपको शक्ति से भर दे
इन खोई हुई कविताओ को मधुर आवाज देकर आप ने इनको नया जीवन देकर जन मानस तक पहुचाकर बहुत ही नेक काम किया है , कोटि-कोटि धन्यवाद
मै ये सोच रहा हू जब नागार्जुन जी ने यह लिखा होगा तो शब्दो को किस प्रकार चुना होगा, कैसी कल्पना की होगी इस रसमयी कविता को लिखने मे । कवियो और लेखको को नमन है ,🙏🙏🙏😊
परम श्रद्धेय बाबा नागार्जुन की इस कालजयी रचना को आपने बहुत डूब कर गाया है। हार्दिक बधाई विश्वास जी
बहुत ही सुन्दर है जिसकी किसी से तुलना नही की जा सकती आपको बहुत बहुत बधाई .👌👌👌🙏
यक्ष रोया या तुम रोये थे। this line is sensational. the second best i have heard after kitne ekaki hai pyar kar tumhe.
बाबा नागार्जुन मेरे प्रिय कवि है और उनकी कविताओ का आपके द्वारा कहा जाना बहुत अच्छा लगता है
सबसे पहले तो ऐसी रचनात्मक प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद,
जब कवि किसी पात्र की आत्मा में प्रवेश कर उसके दर्द, उसकी अनुभूति को स्वयं जीता है तभी उसका काव्य जीवंत हो पाता है, यही बताने की कोशिश की है बाबा नागार्जुन ने इस रचना के माध्यम से...
पूर्वज कवियों को आपका ये अनूठा तर्पण नई पीढी पर एक उपकार है.. शुभकामनाएं
कालिदासधवलयशः विराजते भवद्वाण्याम्।त्रयाणामपि कालिदासप्रबन्धानां सकृदेवास्वादितः रसः कवितयानया माध्यमेन।
असाधारण काव्य को अपने अंदाज से हमारे बीच मे लाने के लिए धन्यवाद इन कालजयी रचनाओं का अहसास युवा पीढ़ी तक सिर्फ एक ही कवि ला सकता है ...डॉ. कुमार विश्वास
हिंदी क्रांति सदा आपकी अभारी रहेगी
साहित्य है समाज का दर्पण, कुमार बने साहित्यकारों के दर्पण अद्भुत है और प्रशंसनीय है यह तर्पण शिक्षा मिली है शब्द पितरों से कायम रहे अटल विश्वास आभार आभार आभार
आपकी रचनाएँ दिन प्रति दिन बहुत अच्छी , मन को छू जाने वाली होती जा रही है
इतनी सुंदर शैली से मन्त्रमुग्ध हो गये हम!
फिजिसिस्ट हूं पर मातृभाषा हिन्दी का सम्मान करता हूँ।आपके कौशल से राष्ट्र आप पर गर्व करता है।😊😊😊😍😍😍😍
कम शब्दों में ये ही कहना चाहूंगा मैं,,कि हिन्दी कविताओं को पुनर्जन्म देने वाले ,,कवि आप ही है,,👍👍
तर्पण रचनायों में सर्वश्रेष्ठ रचना
और उससे भी शानदार आवाज
मन प्रफुल्लित हो गया 🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌
आप जिस भाव से कविता पड़ते है मैं उसका कायल हू सर ..इक मात्र कवि है आप जिसकी सारी कविताएं मै सुनता हु.
I am a class 12th student sir and I am from a small village called Dharani in Ghazipur ,Uttar Pradesh......Sir I am your big fan specially of your poem "Koi Deewana kehta hai"......Sir aj apke wajah se hi hm jaise students ko in mahaan wyaktitwo ko sunne ka mauka mil rha hai and I am thankfull to you sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ऐसे वीडियोस से निश्चित रूप से हिंदी की लोकप्रियता बढ़ेगी
कुमार जी वैसे भी लोकप्रिय हैं ही
आज के दौर में ये सब बहुत कम ही मिलता है सुनने को,
बहुत-बहुत धन्यवाद आपको।
आप जैसा प्रतिभाशाली कवि का हमारे समाज में होना हिन्दी के लिए भी गर्व की बात है।
जयतु संस्कृतं जयतु भारतम। महाकवि के चरणों में नमन।
सच पूंछो तो आप आधुनिक युग में हिंदी काव्य के प्रति युवाओं की रुचि लाने का एक ऐसा अमर काम कर करते आ रहे हो कि जब तक हिंदुस्तान में हिंदी बोली जायेगी तब तक युगों-युगों तक आपको याद किया जायेगा आप सच में कालजयी हो चुके हो आपकी हिंदी के लिये की गई सेवा हमेशा प्रासंगिक रहेगी ।।
आपकी जय हो 🙏🙌🙏
सच बताऊ पहले में आप का आलोचक हुआ करता था परंतु आप की तर्पण सीरीज देख कर आप मेरे चहेते कवि बन गए हो
आप बहुत अच्छा काम कर रहै हो
विश्वास भैया हम हिंदी के जवान ख़ून आपके इस ऐहसान के आभारी हैं
तुमने आवाज देकर अपनी,ये गीत अमर कर दिये,लय और ताल मिलाकर तुमने, मधुवन में बसंत भर दिए। हृदय गति में स्थिर पड़ा था जो, तुमने उसे नये आग़ाज़ दे दिये।।
हिंदी कविताओं को ध्वनि देकर जीवंत रूप देकर सच में बहुत बड़ा कार्य किया हैं, विस्वास सर..
Apki wajah se log ab gano se jyada kavita sunte h...Roj apki kavita sunti hu..Hindi sahitya ko aur padhna ka man krne lga
आपके भागिरथी प्रयास ने हिन्दी भाषा को मुखर किया है और हमें भी लिखने के लिये प्रेरित किया है आज एक कवि और लेखक के रुप में मैंने जो बहुत छोटी पहचान बनायी है। उसके पीछे आपकी वर्षों की मेहनत है ।
मैं आपको दिल से धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।
सर आप महान है जो हिन्दी और इन महान कवियों को आज के नई पीढ़ी तक पहुंचा रहे हैं |इस पहल के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद मेरे प्रिय बड़े भैया जी
आपको ईश्वर....अविरल रक्खे...!
हिन्द हिन्दी का हिमालय जो ढक रहा है मिली जुली हिन्दी उर्दू भाषा से..
प्रत्यक्ष प्रस्तुत करना है...
प्रणाम हिन्दी के पुरोधा को...
....... (विश्वाश जी )
कुमार विश्वास जी हिंदी को संसार मे जन जन तक पहुचाने के प्रयास की कोटि कोटि प्रशंसा करता हूँ। जय हिंद जय हिंदी।
Tarpan shrinkhala k liye aapka Bhut Bhut Dhanyavad shriman . Ek to ye adbhut kavitaye aur upper se aapki madhur vani sone par suhaga ho gaya hai shriman ViShWaS Ji
प्रिय कुमार सर मुझे हिंदी और उर्दू दोनों की कविताये बहुत पसंद है आपकी इस कोशिश के लिए आपको सलाम हे और एक निवेदन है सर की कुछ पुराने उर्दू शायर जिन्हें हम नहीं सुन पाये हे आपके माध्यम से सुन्ना चाहते है सर तो आप मेहरबानी करके उन्हें भी अपनी आवाज दीजिये ।
समग्र अस्तित्व में ऊर्जा का अद्भुद संचार हो रहा है आत्मशक्ति अपने पराकाष्ठा पर पहुंचकर आनंदमय हो गयी
लाजवाब, जबरदस्त, ज़िन्दाबाद।
मैंने भी रघुवंशम तथा मेघदूतम पढ़ी हैं, शायद इन शब्दों को इससे अच्छे से नहीं समोया जा सकता।
आपको बार बार चरण स्पर्श डॉक्टर विश्वास कुमार जी।
कभी आदरणीय दिनकर जी की रश्मिरथी में देवराज और कर्ण का वर्णन भी सुनाइये।
सर आपके इस प्रयास कारण हम इन महान कवियों के भावों को अनुभव कर पाते हैं
शत शत नमन हिन्दी साहित्य के इन महान कवियों को
Maa Hindi ki seva krne k liye aapka bahut bahut dhanywad... Maa Hindi ka Aashirwaad aap par hmesa bna rhe..
Wowww!subhe itni khubsurat hogi sochha na tha .!'kalidas oo kalidas '!
आभार
KumarVishwas your highness !
जबाब नहीं आपका कुमार Sir आपको पास से देखो या दूर से आप अदबुद्त हो
कितना अच्छा, अति सुन्दर और अद्भुत। बचपन से ही लोरी के रूप में देश के हर बच्चे के कान में अगर आप के शब्द गूंजे तो देश की सांस्कृतिक जड़ें और मजबूत हो जाएंगी।
🙏🌹🌹🌹🙏
बाबा कि ख़ूबसूरत कविता आप अपनी आवाज़ दे कर और ही ख़ूबसूरत बनाया.... आभार आपका
मै बस एक सपाट बात बोल रहा हूँ आपको सुनना बहुत हि अच्छा लगता है। हिन्दी के लिये यह युग विश्वास युग कहलायेगा।
शानदार,अद्भुत कृति और कुमार विश्वास की स्वरलहरी अप्रतिम।
Vishwas bhaiya ji, duniya ko ye samajha do.... Sab Ka apna Dard Hai, sabki apni pir, nhi bhajoge Naam ko, nhi sahay raghuveer....... Pranaam bhaiya ji
baba nagarjun ko Maine kai baar padha hoo lekin aap ki baat hi kuch aur hai...
thanks sir
aap ka prayas ko salam hai
thanks
simply greatest... gaane wala bhi , kavita likhne wala bhi, aur jisper likhi hai wo bhi.. 3 mahantam hastiyo ka sanyojan
Apke shabd or apki awaj samundra ki lahar ki tarah hamare hardya ko bhitar tak jhakjor rakh deti hai ye awaj nhi oshadhi hai shri maan ji 🙏🙏🙏
अद्भुत
अतुलनीय
वन्दनीय
बाबा नागार्जुन की कविता हम तक पहुंची
वरना नई पीढ़ी तो नाम तलक न जान पाती
kumar sir aapne jitni shaaleenta se mr. bachchan k bachpane ko uttar diya hai.. aapke mureed ho gye hum sab. aap apni tarpan series ko please continue rakhiyega.
Is song n mughe hindi k geeto k prati or chaheta bna Dia......... thanks dr Kumar Vishwas sir....
रोया यक्ष या तुम रोये थे?
कालिदास! सच-सच बतलाना !Lovely voice....itni mithaas voice m...mann krta h sunte rho...all the besr for ur future..
महाकवि कालिदास ,बाबा नागार्जुन और आप तीनों ही अद्वितीय ।जय हो
वाह साहब वाह आप का कोई जवाब नहीं आप लाजवाब हो खुदा आपको सलामत रखे आपके द्वारा बहुत ही अच्छी अच्छी रचनाएं उतरे जो पूरे विश्व के काम आए
जय हो कुमार सर !
आपके साहित्य प्रेम व आवाज मे वो जादू है जो मंत्र मुग्ध कर देता है ! यशस्वी भव !
apki awaaz aur apka Hindi ka ek ek shabd bolne kaa tarika...hatss off Sir ❤
श्रधेय कुमार सर आपकी कविता सुनने के बाद हिंदी कविता प्रति विशेष आकर्षण उत्पन्न हुआ है....आभार।
मन करता है बार बार इस कविता को सुनती राहु गुरु जी आपके चरणो में मेरा प्रणाम
Most outstanding poem I have discovered lately thanks to Kumar Vishwaaji
O my God.... ! waiting in a tin shade for rain to get over somewhere in road, you made this moment awesome sir...
this poem had made me strangely cry often. mesmerising.. because of clist hindi I learned it writing 5-6 times on paper. and for the first time heard about this poem by you only in Amar Ujala's conference where you were in panel with Vinod Agnihotri.
thanx a lot sir..! love you
मैं मां हिन्दी के आंगन का नौसिखिया बालक अपने गुरु कुमार विश्वास को प्रणाम करता हूं
हिंदी को पुनः जाग्रित करने के लिए धन्यवाद 🙏🙏🙏
मेरे मन को बिभोर कर देती है आपकी तर्पण के सारे गीत
Kalidasa is the greatest and sweetest poet of all times
Ye nyaa roop apka bahut pasnd ayaa....vastav me Aapne dharmputra ki tarah tarpan diya mahakavi kalidas ko
Mene aap ko live suna h.....fir...bi aaj es video.....ko dek kah sakata hu ki English language me vo bat nhi.....jo aap ki es sureli hindi me......hindi.....ka level bata diya aapne ... thanks .. bhai ji...
shandaar Jabrdst zindabad....बेहद लाजवाब कुमार सर जी।कालीदास ओ कालिदास....
मेंने आज पहली बार सुनी है...और फिर सुनता ही गया.....धन्यवाद आपका बहुत बहुत
बहुत सुंदर कविता बाबा नागार्जुन रचित। धन्यवाद कुमार विश्वास।।
Aapne apne sath sath kitne purane kaviyo aur unki rachna ko amar kar diya
अब में कविता लिखने जा रहा हू 😊,धन्यवाद kv
आपने ने तो साहित्य को पढ़ने के लिए एक नई रचनात्मक विधि का निर्माण किया है धन्य हो आप
दिवाना बना दिया आपने तो