भरत कैकेई संवाद | रचनाकार : सतीश सृजन | भरत-आशुतोष राना | कैकेई-वैष्नवी शर्मा

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  • Опубликовано: 7 янв 2025

Комментарии • 1,5 тыс.

  • @shaluagrawal2941
    @shaluagrawal2941 2 дня назад +173

    शिक्षा जरूरी है मगर संस्कार भी होने चाहिए।
    घर घर में राम और भरत से किरदार होने चाहिए।

  • @rupalishukla3269
    @rupalishukla3269 39 минут назад +1

    वाह... वाह.... मेरे पास शब्द नहीं, कि रोम-रोम को रोमांचित कर देने वाली पंक्तियों, श्री सतीश जी की कलम की प्रशंसा में कविता लिखने की... शब्द नहीं कि प्रशंसा कर सकूँ इन काव्य पंक्तियों के एक एक शब्द की जो मन को नवों रसों से भर देने वाले हैं... नहीं शब्द की आदरणीय आशुतोष जी और वैष्णवी की काव्यपाठ शैली, भाव भंगिमा और ओजस्वी अभिनय की तारीफ कर सकूँ... यही लिखूंगी.. वाह वाह वाह... ❤

  • @Govtjobaims97
    @Govtjobaims97 2 дня назад +260

    सुनते सुनते द्रवित ह्रदय से,
    कई बार मुझे रोना आया।
    ऐसी रचना करके तुमने,
    धन्य किया मेरा काया।।
    कौन कौन सुनते हुए रोए है।😢😢😢😢

  • @meghnachandra6214
    @meghnachandra6214 3 часа назад +4

    Aashutosh Rana ji aapko bahut bahut pranaam. Aap logo ko Hindu dharam ki jaankariya dete hai, jo logo ko sanskaari banne ko prerit karti hai. Jai Shree Ram ji ki

  • @sunilkumarsingh2022
    @sunilkumarsingh2022 2 дня назад +109

    इस महान रचना के लिए सतीश सृजन जी को कोटि-कोटि धन्यवाद और आशुतोष जी तथा वैष्णवी जी आप दोनों की प्रस्तुति नें मुझे भाव-विभोर कर दिया है। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वो मुझे कभी आपसे मिलने और काव्य पाठ सुनने अवसर प्रदान करें!

  • @Mrsaurabhkr
    @Mrsaurabhkr День назад +45

    जितनी अच्छी लिखावट थी उतनी ही अच्छी आप दोनों की प्रस्तुति ❤🎉

  • @sachinshukla8171
    @sachinshukla8171 2 дня назад +99

    कोई भी शब्द सार्थक नहीं इस प्रस्तुति की प्रशंसा हेतु गुरुदेव। अद्भुत अतुलनीय अद्वितीय

  • @dearzindagi80
    @dearzindagi80 14 часов назад +2

    मन , हृदय और आत्मा की गहराईयों तक समा गया आपका संवाद❤️❤️❤️❤️❤️❤️

  • @PammiKumari-vf9tr
    @PammiKumari-vf9tr 2 дня назад +339

    मैं अभी बारहवीं में हु पर आपको देख देख मुझे कविताओं से इतना प्रेम होगया है कि अपने पाठ्यक्रम का वन शॉट देखना भारी लगता है लेकिन मैंने इस संवाद को पूरा देखा पूरे उल्लाह के साथ 😊 आपका बहुत बहुत धन्यवाद श्रीमान 🙏🙏

    • @DarkhorseUS
      @DarkhorseUS 2 дня назад +15

      भाई वो वीडियो बना कर कमाई कर रहे हैं। आप अपनी बारहवीं का पाठ्यक्रम ना छोड़े

    • @PammiKumari-vf9tr
      @PammiKumari-vf9tr 2 дня назад +3

      @@DarkhorseUS जी श्रीमान 😊

    • @sahityaprem4887
      @sahityaprem4887 2 дня назад +11

      बेटा सीमाओं में रहकर हिंदी कविताओं से जुड़े रहोगे तो शायद व्यक्तित्व निखर जाये और चरित्र बच जाएगा ढलती उम्र तक 🙏❤️

    • @PammiKumari-vf9tr
      @PammiKumari-vf9tr 2 дня назад

      @@sahityaprem4887 🙏

    • @Laxxybharti
      @Laxxybharti 2 дня назад

      Same

  • @nivakekavi7613
    @nivakekavi7613 День назад +27

    आप एक फौजी की बेटी हैं पूरे देश को आप पर बहुत गर्व है। मैं भी एक फौजी हूं। भगवान से आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं ❤❤

  • @bh92able
    @bh92able 2 дня назад +63

    इधर राम हैं या राम उधर, मत पूछो मुझसे किधर किधर । क्या आंखों में हैं या सांसों में, या छिपे राम हैं भावों में। मैं मंथरा कहूं या कहूं कैकेई, लेकिन होनी के दो रूप नहीं। जहां राम नहीं वहां भरत नहीं, जीवित शरीर में प्राण नहीं। ...आपका बहुत धन्यवाद❤❤

  • @RahulSaini8256
    @RahulSaini8256 22 часа назад +1

    अदभुत, अकल्पनीय, अविरल , अद्वितीय
    अति अति अति सुन्दर, अति अति अति उत्तम
    अद्भुत प्रदर्शन

  • @Hydra_veer
    @Hydra_veer 2 дня назад +93

    🫡Austosh Rana = Multi talented person (RUclipsr+Actor+Writer+Motivational Speaker+Singer)

  • @Alok-ls7ny
    @Alok-ls7ny 16 часов назад +1

    अद्भुत अति सुंदर भरत कैकयी जीवंत सवांद, अनायस ही आंखों से आँसू छलक रहे है।
    धन्यवाद साधुवाद आशुतोषजी 🙏

  • @sarojkuanr81
    @sarojkuanr81 2 дня назад +47

    मेरे पास शब्द नहीं है धन्यवाद करने को। मेरी इच्छा है कि इसे आगे जारी करिये। जब भारत ने चित्रकुट जा रहे थे रास्ते में उनके मन में क्या भाव था, प्रभु राम जी के साथ क्या बात हुई ओर जब वो लौटे तो केसे बेदाना लिए लौटे।

  • @Swamysatyapal
    @Swamysatyapal День назад +2

    राम, भरत संवाद ,क्वचित अन्यतो पि के साथ
    न भूतो न भविष्यति। ।❤

  • @Yadunandan_95
    @Yadunandan_95 2 дня назад +40

    आशुतोष जी का तो अभिनय उच्चतम स्तर का है ,परन्तु वैष्णवी जी का अभिनय देखकर से एक ही शब्द निकलता है.... अद्भुत अद्भूत अद्भुत ❤

    • @shobhamathur3448
      @shobhamathur3448 2 часа назад

      निस्सन्देह! आशुतोष जी को उनकी फिल्मों में और उसके भी पहले स्वाभिमान में देखा सुना है और उसी प्रभाव स्वरूप इस संवाद के श्रवण का लोभ था- यहाँ आकर दोगुना आह्लाद। वैष्णवी जी के स्वर ने कैकेयी के चरित को जीवन्त कर दिया।

  • @dkyadav83
    @dkyadav83 13 часов назад +8

    मने सुना, कई बार सुना,
    सुनकर मन हर्षाया,
    देख के अनमोल वचन
    मन का कवि बोल गया,
    लिखूं मैं भी दो वचन
    मन की भावना व्यक्त करूँ
    आनंदित हूँ, मैं हर्ष में हूँ
    लिखते हुए ये छंद।
    jai hind

  • @RaoSuryansh-z6z
    @RaoSuryansh-z6z 2 дня назад +17

    यह प्रसंग बिना आशु बहाये कोई नहीं देखा सकता। 🙏

  • @rjtripathi1996
    @rjtripathi1996 14 часов назад +1

    वाह रोंगटे खड़े हो गए कमाल,अद्भुत ,उत्कृष्ट❤🎉

  • @narsingcharan
    @narsingcharan 2 дня назад +22

    निशब्द हूं आपकी प्रस्तुति के आगे
    नमन है सतीश सृजन जी को अद्भुत रचना के लिए 😊🙏🙏🙏🙏

  • @amoljumble245
    @amoljumble245 3 часа назад +2

    गुरूजी आप ओर कुमार जी के कारण आज के हमारी पिढी को ये सारा घ्यान फ्री मे मिलता है.
    जय हो भारत की

  • @GURUBABA17
    @GURUBABA17 2 дня назад +21

    अत्यंत अनूठी एवं अद्वितीय प्रस्तुति 👏
    संभवतः इस संकल्पना पर प्रथम प्रयास 🤗
    आदरणीय दादाश्री सादर चरणस्पर्श प्रणाम 🙏

  • @abhinavanand2683
    @abhinavanand2683 16 часов назад +3

    कोई शब्द नहीं जो आपकी तारीफ में लिख सकूं,,,,,, मां सरस्वती की कृपा आप पर यूं ही बनी रहे और आप हमें इसी तरह ऋणी बनाते रहें,🙏🙏

  • @sunilkumartyagi1794
    @sunilkumartyagi1794 День назад +4

    आशुतोष जी और वैष्णवी जी द्वारा की गई भरत-केकई संवाद की प्रस्तुति ने भावुक कर दिया। आंसुओं के बीच ऐसा लगा कि चि॰ भरत और माता केकई त्रेता युग से अभी कलयुग में जीवन्त हो गए हैं।
    प्रस्तुति के लिए और सनातन की मर्यादा समझाने के ढेरों धन्यवाद 🙏🙏

  • @AdityaKumarSingh-we2sr
    @AdityaKumarSingh-we2sr 12 часов назад +2

    अदभुत प्रसंग, अदभुत स्वर। आप दोनों ने मन प्रसन्न कर दिया। काश रामायण कथा के प्रत्येक प्रसंग और संवाद इसी प्रकार आप लोगों से सुनने को मिलता। ❤❤ धन्यवाद

  • @ShashiSanatani108
    @ShashiSanatani108 2 дня назад +6

    आदरणीय राणा काका आपके अति सुन्दर पुस्तक “रामराज्य” प्रतिदिन पढ़ता हूँ। ईतने विशेष पुस्तक के लिए सादर प्रणाम्🕉️🌸🙏

  • @pushpajoshi3550
    @pushpajoshi3550 15 часов назад +1

    आशुतोष जी आप ने कैकेई और भरत के चरित्र का जो संवाद सुनाया उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद भारत का चरित्र बहुत महान है राम के भाई जो है

  • @meekulinformative1470
    @meekulinformative1470 День назад +53

    फिल्मों में भले ही आपने विलेन का रोल किया हो परन्तु वास्तविकता में आप सच्चे सनातनी हो जो आने वाली पीढ़ी को अच्छे संस्कार दे रहे हो।
    आप महान हो आशुतोष जी 🙏🚩

  • @dineshatri2417
    @dineshatri2417 День назад +1

    अप्रतिम! अद्वितीय! आशुतोष और वैष्नवी ने भरत कैकेई संवाद को इस तरह गाया कि त्रेतायुग का वह प्रकरण पुनः सम्मुख आ खड़ा हुआ। 🌟🌟🌟🌟🌟

  • @ganeshramyadav4275
    @ganeshramyadav4275 2 дня назад +41

    जय श्री राम आपके इस कविता को सुनकर आंखे नम हो गईं, इसके प्रशंसा के लिए कोई शब्द नहीं हैं

  • @virendrapratapbharti5115
    @virendrapratapbharti5115 12 часов назад +1

    वाह! जितना खुब शब्दों में पिरोया गया है उतना ही जीवन्त रूप से राणा जी ने और वैष्णवी जी ने प्रस्तुत भी किया है, ऐसे लग रहा था जैसे हुबहू दृश्य आंखों के सामने प्रत्यक्ष रूप से चल रहा था...

  • @rahulraj_yt
    @rahulraj_yt 2 дня назад +7

    अद्भुत प्रस्तुति। शत शत नमन 🙏🏾

  • @priya.vpoems4961
    @priya.vpoems4961 17 часов назад +2

    रचना और प्रस्तुति दोनों अति उत्तम
    आशुतोष जी और वैष्णवी जी ने जो भावनात्मक वातावरण उत्पन्न किया वो अकथनीय
    और अतुलनीय हैं।
    बहुत सौभाग्यशाली हैं हमलोग जो आपकी प्रस्तुति को सुन रहे हैं। कोटि-कोटि धन्यवाद !

  • @anishknayyar
    @anishknayyar 2 дня назад +6

    अति सुंदर प्रकरण, उतनी ही सुंदरता से प्रस्तुत किया है आपने, सुनकर ऐसा मौसूस होता है जैसे स्वयं उस काल में पहुँच कर देख रहा हूँ। रोम रोम खड़े हो गए। धन्यवाद !

  • @uditapanwar7374
    @uditapanwar7374 15 часов назад +2

    आप दोनों ने ही बहुत ही शानदार तरीके से अपन अपना संवाद पाठ किया है.....
    आदरणीय सतीश सृजन जी की रचना को इतने बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया है, राणा साब और वैष्णवी जी ने ♥️♥️♥️♥️👌👌👌👌 दोनों कवि और कवियत्री का बहुत धन्यवाद, अपने श्रोताओं के लिए इतनी अच्छी रचना करने के लिए 😊

  • @babusaheb-RudraThakur
    @babusaheb-RudraThakur 2 дня назад +21

    पावन अवधभूमि से आप दोनों को प्रणाम।
    उम्दा लेखन और प्रस्तुति गजब है। ❤️

  • @Shivam.xharma
    @Shivam.xharma 14 часов назад +2

    मैं स्तब्ध हो गया यह सुनकर क्या आपने बोला है मैं धन्यवाद करता हूं भगवान यह आपकी कला है।
    ❤❤❤

  • @RajeshThakur-lt5bp
    @RajeshThakur-lt5bp 12 часов назад +3

    सबसे पहले सतीश सृजन की इस रचना को बारम्बार प्रणाम। आशुतोष राणा जी तो बहुमुखी कलाकार है उनका क्या कहना लेकिन वैष्णवी शर्मा ने जो किरदार अभिनीत किया है, उसे सर आंखों पर। बहुत सुंदर अप्रतिम अभिनय, कलाकृति और रचना।

  • @shubhamchaudhary1176
    @shubhamchaudhary1176 4 часа назад +1

    मां हिंदी और भारतीय संस्कृति की इस सेवा केलिए, मैं इस कवि का ऋणी सदा रहूंगा और आप ने अपना उर लगाकर इस कविता को पल्लवित किया इसके लिए राणा जी आपका जितना आभार मानूं कम है।❤

  • @BhagatJiBatiyane
    @BhagatJiBatiyane 2 дня назад +8

    “भरत और कैकेयी के संवाद का यह दृश्य हृदय को छू लेने वाला है। भरत की निःस्वार्थता और धर्मनिष्ठा हमें आदर्श पुत्र और राजा का स्वरूप दिखाती है, इस प्रसंग ने मातृ-पुत्र के संबंधों की जटिलता और मानव मन के द्वंद्व को बखूबी प्रस्तुत किया है। पूरी प्रस्तुति इतनी प्रभावशाली थी कि आंखें नम हो गईं। इस तरह के उत्कृष्ट और भावनात्मक प्रसंगों को जीवंत बनाने के लिए हार्दिक धन्यवाद।

  • @AJAYSINGH-ht4ex
    @AJAYSINGH-ht4ex 5 часов назад

    बहुत ही प्रभावशाली सुंदर विलक्षण अभिव्यक्ति
    आशुतोष साहब को तो कुछ कहना सूरज को दिया दिखाने जैसा है
    बाकी वैष्णवी ने भी कमाल कर दिया है
    और रचनाकार को भी शत शत नमन

  • @AdityaKumar-bm3fl
    @AdityaKumar-bm3fl 2 дня назад +7

    ❤ आप दोनों की प्रस्तुति सर्वोतम है। 🙏🙏
    वैष्णवी जी प्रशंसा की अधिकारी है, जिन्होंने आपके समक्ष इतनी अच्छी और सहज प्रस्तुति दी है। आपका सानिध्य शायद इतना सहज बना दिया है उनको। और इस प्रस्तुति ने इस लेखनी को जीवंत बना दिया है।

  • @yashmishra4864
    @yashmishra4864 День назад +1

    आशुतोष जी स्वयं गुरुदेव की कृपा दृष्टि से आपने हम सबको ये संवाद सुनाया आपका बहुत बहुत साधुवाद🙏

  • @amarjeetkumar473
    @amarjeetkumar473 2 дня назад +8

    अदभुत प्रस्तुति आप दोनों की! ऐसा लगा मानो मेरे आंखों के सामने भरत और कैकई खड़े हो! 👏👏

  • @RaghvendraSingh-b2r
    @RaghvendraSingh-b2r 2 дня назад +2

    बाह वाह आंखें भर आई प्राण उतार दिये आप दोनों ने इस प्रसंग में वाह
    जय श्री राम

  • @POOJASHARMA-ms3rn
    @POOJASHARMA-ms3rn День назад +11

    आशुतोष सर....आपकी आवाज़ बहुत अच्छी है और जिस तरह से आप कविता सुनाते हैं...वो तो श्रेष्ठता से भरा हुआ है.... बहुत बहुत धन्यवाद सर हम नई पीढ़ी को आध्यात्मिक दुनिया से जोड़ने के लिए...लाख-लाख बार धन्यवाद .....

  • @sanjayvats849
    @sanjayvats849 13 часов назад +1

    अति सुंदर। व्याख्या करना अत्यंत कठिन है। वैष्णवी जी का जवाब नहीं। भाई साब तो हमेशा की तरह सम्पूर्ण है।

  • @manishdhartiwari6466
    @manishdhartiwari6466 2 дня назад +8

    भरत राम .... गर्व है भारतीय होने पर जहा पर इतना भ्रातृत्व जीवित रहा

  • @nanditasharma7666
    @nanditasharma7666 День назад +2

    बरसों से चली आ रहे और अनेको बार सुने हुए इस प्रसंग को जैसे पहली बार सुना या देखा?
    समझ में ही नहीं आया की आंख खोल कर वीडियो देखा जाए या आंख बंद कर ट्रांस जैसी अवस्था में प्रसंग घटित होता अनुभव किया जाए।जब लिखित शब्दों को इतनी मजबूत प्रस्तुति मिलती है तब अनुभूति व्यक्त करने के लिए हम जैसे भावकों को तो शब्द ही नहीं मिलते।
    आशुतोष जी की कला के कायल तो हमेशा से थे पर वैष्णवी जी आपकी प्रस्तुति भी अत्यंत मनोहारी एवं प्रणाम की अधिकारी है।🙏🙏🙏

  • @shrutimishra4246
    @shrutimishra4246 День назад +3

    बहुत बहुत सुंदर.. बहुत ही वास्तविक लग रहा जैसे सब आंखों के सामने हो रहा .. सुनते हुवे काफी बार हृदय द्रवित हुआ बहुत ही सुंदर पंक्तियां.. और बहुत शानदार मंचन 🙏🥹❤️

  • @mksaini8296
    @mksaini8296 19 часов назад +1

    अदभुत विलक्षण रचना की अतिसुंदर प्रस्तुति।महान प्रसंग का उससे भी महान रूप में प्रस्तुतिकरण।आपका साधुवाद।कोटि कोटि धन्यवाद।
    जय श्री राम जय श्री राम।

  • @vikashkumaryadav1243
    @vikashkumaryadav1243 2 дня назад +7

    वैष्णवी की भावभंगिमा और राणा जी के आवाज़ सतीश दा के लेखनी,इस तिकड़ी ने शब्दों का ऐसा से ऐसा सरोबार किया है अद्भुत❤ जैसे किसी सुखी जमीं पे बरसा हो सावन की पहली बारिश, मनमोहक

  • @ashwineesharma9258
    @ashwineesharma9258 День назад +2

    कई दिनों का इंतज़ार आज समाप्त हुआ।
    आख़िर आज ये प्रस्तुति सुनने को मिली।
    जितनी गहराई और सुंदरता से ये कविता लिखी गई है उतनी ही गहराई और सुंदरता से इस कविता को श्रीमान आशुतोष राणा और बहन वैष्णवी शर्मा जी के द्वारा प्रस्तुत भी किया गया है। इस प्रस्तुति में शोक भी है, प्रेम भी है, विनम्रता भी है, सम्मान भी है।
    दिल को छू लेने वाली यह प्रस्तुति है। सुनकर दिल आनंदित हो गया। ❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @anubhavchauhan9329
    @anubhavchauhan9329 2 дня назад +7

    मुझे आपकी लेखन शैली बहुत पसंद है क्योंकि आप हमेशा सही समय के लिए सही शब्द जानते हैं ।
    मुझे लगता है कि आपने कहानी को बहुत अच्छी तरह से गति दी है। ❤

  • @kumarmanu1312
    @kumarmanu1312 23 часа назад +2

    रोम रोम सुनकर इस कविता को रो पड़ा क्या सुंदर प्रस्तुति दी आप दोनों ने आपको कोटि कोटि प्रणाम आशुतोष भैया और वैष्णवी जी 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹

  • @shortyprince069
    @shortyprince069 День назад +6

    कविता के बीच में ही कमेंट करने से अपने आपको रोक नहीं पाया सर। अंततः आंसु भी आ ही गए।आपकी शैली ही ऐसी है कि रोएं खड़े हो जाते हैं सुनते सुनते। वैष्णवी दीदी ने भी अच्छी प्रस्तुति दी।बहुत बहुत धन्यवाद सर 🙏🙏

  • @UmeshPandey-fp6zg
    @UmeshPandey-fp6zg 15 часов назад +1

    अद्भुत प्रस्तुत रही राणा जी आपकी इस कविता को सृजनात्मक सुंदरता देनेके लिए के लिए आपको और वैष्णवी जी को बहुत बहुत धन्यवाद
    अद्भुत अद्वितीय अविस्मरणीय

  • @thegamechanger9124
    @thegamechanger9124 2 дня назад +13

    I cannot stop my tears.
    Every word has so much emotions, descriptions 👏
    Masterpiece ❤

  • @subhashverma1298
    @subhashverma1298 День назад +1

    अद्भुत!! प्रस्तुति 🙏🏻
    जय हो भरत जी महाराज, आप का प्रभु श्रीराम ध्यान करते हैं.

  • @ShashiSanatani108
    @ShashiSanatani108 2 дня назад +24

    माता कैकेयी आपको सादर प्रणाम्
    आप ना होती तो कौन देता हमको रामराज्य का राम🕉️🙏

    • @gulshansharma1779
      @gulshansharma1779 2 дня назад +2

      And now we have to get the remaining work done
      By making the society liquor and non vegetarian free.
      Spreading love not hatredness.
      Spreading love among brothers..
      Doing good deeds.
      Not following one who is using name of My Lord for vote bank politics
      My Ram is not agenda for vote.

    • @ShashiSanatani108
      @ShashiSanatani108 19 часов назад +1

      @@gulshansharma1779
      मैं नेपाली हूँ भाई। जय श्री राम🕉️🙏

  • @SachDew
    @SachDew 18 часов назад +1

    कितना अच्छा लेखक ने लिखा है
    और कितना अच्छा दोनों लोग गाए हैं
    मैं सुनते-सुनते जैसे लगता मैं सामने ही देख रहा हूं मन द्रवित हो गया
    बहुत-बहुत धन्यवाद
    🙏🙏🙏🙏

  • @Maa-j7r
    @Maa-j7r 2 дня назад +6

    इस संवाद को सुन कर ऐसा लगा जैसा कि भरत कैकेई संवाद आंखों के सामने हो रहा हो 😢😢और वो Moment को हमने जिया जो उस समय भरत भैया के हृदय पे हो रहा था 😢😢❤आप दोनों की आवाज में ये संवाद सुन कर मन प्रफुल्लित हो उठा
    धन्यवाद 😊
    Jay shree SITARAM 🌹✨
    जय श्री भरत भैया 🙏🙏🫡
    🙏✨🥹राम , लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न 😊🎉

  • @RajuKumar-ok4gy
    @RajuKumar-ok4gy 23 часа назад +1

    आराध्य प्रभु श्रीराम जी के जीवन का वर्णन सुनने के साथ ही भरत जैसे प्रिय भाई का वर्णन देखते सुनते हृदयों में जो संवेदनाएं व्यक्त होने लगती है मानो अपनी परिवार में भाईयों के साथ भी वैसा ही व्यवहारों का अनुसरण होता रहें और मिलता रहें,, जय श्री राम 🌹

  • @tulsiramchoubisa5209
    @tulsiramchoubisa5209 2 дня назад +12

    क्या कविता सूनाई है सर मेरी आंखे असुओ से भीग गई।वैष्णवी बहन् की भी क्या प्रस्तुति है। दोनो को बहुत बहुत प्रणाम।

  • @lokeshkhare5421
    @lokeshkhare5421 День назад +1

    काव्य पंक्तियों की सुन्दरता आपके और वैष्णवी जी के स्वर से जीवन्त हो गये हैं। अद्भुत लेखनी और अद्भुत स्वर के लिए धन्यवाद आदरणीय। जय बुन्देलखण्ड।

  • @rajatshankhwar7058
    @rajatshankhwar7058 2 дня назад +9

    सतीश सृजन जी की सारी कविताएं मुझे बहुत पसंद है साथ ही वैष्णवी दीदी जिस तरह प्रस्तुत करती है उसका क्या ही कहना। मैं निशब्द हूं हमेशा की तरह इस बार भी।

  • @lohrapk
    @lohrapk 21 час назад +1

    अविस्मरणीय संवाद का श्रवण वास्तविक रूप में करुणामय बोध करवाता है। आलेख और वाचन दोनों ही मंत्रमुग्ध करते है। वस्तुत: मैंने ऐसे माता-पुत्र के संवाद को प्रथम बार ही सुना है। राजकुमार भरत का भातृ प्रेम और त्याग की भावना अद्वितीय है, जिसका रचनाकार ने अतिसुन्दर चित्रण किया है। आशुतोष राणाजी की प्रस्तुति आलेख में चार चांद लगाती है.!

  • @RPSingh-zs2qp
    @RPSingh-zs2qp День назад +12

    आंसू भर गए आंखों में धन्य हैं मेरे आराध्य का भाई भरत

  • @ridhi5958
    @ridhi5958 12 часов назад +2

    मेरे पास शब्द नहीं आपका धन्यवाद करने को भगवान आप पर अपनी कृपा बनाये रखे l

  • @mridulverma1755
    @mridulverma1755 День назад +4

    अद्वितीय ❤
    हमारी संस्कृति हमारा साहित्य चरम पर है 🏵️

  • @KaushalDwivedi-g9r
    @KaushalDwivedi-g9r День назад +1

    कोई सुन्दर से भी अति सुन्दर शब्द ढूँढ लूँ इस कथा के प्रशंसा में अपनी पोटली में ऐसी शक्ति अभी मुझे मिली नहीं..... श्री हरि 💝 🙏🏻 #ayodhya #ramayan #jaishreeram

  • @AmritulClasses
    @AmritulClasses 2 дня назад +22

    आप निश्चय रूप से अद्भुत वक्ता हैं लेकिन बहन की प्रस्तुति अत्यंत अद्भुत है। बहुत ही खूब बहन।।🎉🎉

  • @narendraswami371
    @narendraswami371 22 часа назад +1

    निशब्द हु..... आशुतोष जी और वैष्णवी जी को सादर प्रणाम

  • @abhishargeetashukla4030
    @abhishargeetashukla4030 2 дня назад +17

    दो बार पूरा सुना आशुतोष सर आप तो हमेशा ही अपनी शैली से देश भर के लोगों पर प्रभाव डालते हैं परंतु इस बार आपके साथ कैकयी का पात्र का वाचन रही वैष्णवी ने भी बहुत प्रभावित किया । सतीश जी कविताएं आप दोनों के माध्यम से हम तक पहुँची उनका, आपका और आपकी पूरी टीम का हृदय से आभार ❤️

  • @aadityakumarmishra9976
    @aadityakumarmishra9976 День назад +3

    भक्ति रस प्रेम ओय और रस से भरपूर आप दोनों का वचन भी बहुत सुंदर मनमोहक हैआभार😊

  • @Rainbowvibess
    @Rainbowvibess 2 дня назад +7

    अद्भुत, अविश्वसनीय
    ,रचनाकार को और प्रस्तुतीकर्ताओं को बहुत बहुत बधाई

  • @AnandSharma-yu2es
    @AnandSharma-yu2es Час назад

    ऐसा अब जीवन है कहां जो भाई के लिए इतना सोच,
    सुनकर इतनी प्रीत कथा है कितनी बार आंसू पोंछे,
    मुझे गर्व है हिंदू होने पर जहां समर्पण पूरा है,
    है राम लौट के आजाओ सब तुम बिन यहां अधूरा है😢😢

  • @ritapandey2548
    @ritapandey2548 2 дня назад +6

    अद्भुत प्रस्तुति ऐसा सुंदर प्रस्तुति देख ऐसा लगा कैकेई और भरत संवाद का पूर्ण नाट्य मंचन देख रही हूं 🙏
    बहुत बहुत शुभकामनाएं एवं बधाई बधाई आप दोनों को 💐💐👏👏🙏🙏

  • @truetourist26
    @truetourist26 17 часов назад

    असाधारण परन्तु सहज प्रस्तुति

  • @adiii_pramanik
    @adiii_pramanik 2 дня назад +7

    Waah kya baat hai! Ashutosh Rana sir aur Vaishnavi Ji screen share karte hue! ❤🎉

  • @MithileshKumar-mv9vw
    @MithileshKumar-mv9vw 2 часа назад

    सदा के भांति एकबार पुण: आदरणीय आशुतोष राणा जी के द्वारा बेजोड़ अतुलनीय एवं अनूठा संवाद का प्रस्तुतीकरण, आशुतोष जीआप धन्य है, ईश्वर आपको सदा सुखी एवं स्वस्थ रखें

  • @pp5926
    @pp5926 День назад +18

    जितनी सुंदर रचना, उतनी ही सुंदर प्रस्तुति! धन्यवाद आप दोनों को!🙏🙏

  • @reenayadav954
    @reenayadav954 12 часов назад

    अति सुन्दर जय सियाराम भरत जी को कोटि कोटि प्रणाम 🙏

  • @Gulshankumar-ey5cy
    @Gulshankumar-ey5cy День назад +4

    कैकयी के तर्क कितनी मजबूती से सतीश सृजन जी ने रचा है। एक माँ के तौर पर कैकयी का बहुत मजबूती भरा तर्क पहली बार जाना और मन में जम गया। आशुतोष जी ने भारत की और वैष्णवी जी आपकी शैली कैकयी को जीवंतर कर दिया।❤❤

  • @rakeshsinghbagga-4443
    @rakeshsinghbagga-4443 День назад +7

    बारंबार प्रणाम.... माता सरस्वती आपको दीर्घायु करें व कला के क्षेत्र में अनंत काल तक आपका नाम दर्ज करें 🙏🙏

  • @Hindi_pathshala96
    @Hindi_pathshala96 2 дня назад +12

    सतीश सृजन सर और उनकी सपुत्री वैष्णवी बहन की कौशल अद्भुत है..❤ आशुतोष राणा सर तो हैं ही अद्भुतम..❤

  • @rohitpathania1980
    @rohitpathania1980 День назад +14

    अद्भुत अद्भुत
    राणा जी को बहुत-बहुत साधुवाद एक ऐसा ही संवाद भरत जी और राम जी के मिलन का हो जाए।
    कोटि-कोटि साधुवाद 🙏 जय जय सियाराम

  • @swaramnitu8122
    @swaramnitu8122 2 дня назад +7

    Nishabd kar diya hamen hamesha ki tarah.....Satish Srujan,Ashutoshji aur Vaishnavi ko koti-koti naman 🙏👍👏👏👏👏👏👌

  • @kaushiktiwari2624
    @kaushiktiwari2624 День назад +3

    अत्यंत सुंदर रचना व शानदार प्रस्तुतिकरण❤🙏🙏
    धन्यवाद धन्यवाद इस अमृत रूपी पाठ के लिए।

  • @dilipmishra9412
    @dilipmishra9412 2 дня назад +12

    आपके साहित्यिक कौशल को नमन है सर🙏🙏

  • @deepakshukla595
    @deepakshukla595 День назад

    वैष्णवी शर्मा 🙏🙏🙏 एवं राणा जी को बहुत बहुत धन्यवाद् इतना बेहतरीन काव्य पाठ की समय का पता ही नहीं चला कि कब बीत गया और इतने समय में कई क्षणों से गुजरना पड़ा 🤞👌👌👌👌👌♥️♥️♥️♥️💚💚

  • @noone6-7
    @noone6-7 2 дня назад +6

    क्या संवाद लिखा है वाह..🙏अतिविशिष्ट!!!🔥🔥
    जितनी सुन्दर रचना (सतीश सृजन जी की कलम से 🙏) उतना ही अप्रतिम आप दोनों(आशुतोष दादा एवं वैष्णवी जी )का अभिनयपूर्ण संवाद🔥🔥♥️🙏🔥
    जय श्री राम🙏🙏

  • @msvipps
    @msvipps 22 часа назад

    अभिभूत हुआ मन सुन संवाद,
    हृदय हुआ पवित्र गंगा समान,
    इस सारे भाषण में एक बस
    मेरे राम का ही तो है गुणगान ।मेरे राम।मेरे राम।

  • @sachinkhare1708
    @sachinkhare1708 2 дня назад +8

    रात के 1 बजे, आंख में आंसु, शरीर पर रोंगटे और मै निःशब्द 🫡
    आपने इस अप्रतिम रचना को फिर एक बार अमर कर दिया ❤️🙏

  • @ashwanisahuashwanisahu4012
    @ashwanisahuashwanisahu4012 День назад +11

    माननीय श्री आशुतोष राणा जी आपकी वाणी हमें मंत्र मुक्त कर गया🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @alokgupta4200
    @alokgupta4200 2 дня назад +20

    Ashutosh, and Vaishnavi are wonderful. warm regards to Sh. Satish Ji.

  • @BinodSingh-yh3zx
    @BinodSingh-yh3zx 12 часов назад +1

    आंसू आ गए इतनी रात को अकेले सनके हृदय झंझोर दिया❤❤❤

  • @gauravkumaragnihotri6472
    @gauravkumaragnihotri6472 День назад +3

    आप दोनों पर भगवान का आशीर्वाद रहे । मन प्रसन्न हो गया। जय श्री राम।
    आप दोनों ने ही बहुत सुंदर प्रस्तुत किया।

  • @satyajeetkaushik8740
    @satyajeetkaushik8740 День назад

    वाह, अद्भुत 🙏 मैं एक क्षण के लिए भी इस संवाद को नहीं रोक पाया। यू ट्यूब के दर्शक चलचित्र से ज्यादा निचे लिखी टिप्पणियों को पढ़ने के लिए आतुर रहते हैं। परंतु यहां ऐसा न हुआ। जो वर्तांत में रामानंद सागर जी की रामायण देखकर भी न देख पाया वो आपको सुनते हुए मेरे मन मस्तिष्क में चला जा रहा था। मंथरा की चाल, कैकई का स्वार्थ भरा दंभ, भरत की विवश दशा और आक्रोश। आपको साधुवाद 🙏