कर्ण कृष्ण का संवाद जितना बढ़िया दिनकर जी ने अपनी रश्मिरथी में उद्धृत किया है उतना किसी और ने नहीं किया है लेकिन दिनकर जी की रचना को अमरता दिया कुमार विश्वास जी ने और उन्होंने कर्ण कृष्ण संवाद पर जो रस भर दिया वह अपने आप में अतुलनीय है अति प्रशसंन्नीय है प्रणाम है कुमार विश्वास जी को
इसमें कोई संदेह नहीं है कि कविवर विश्वाश जी बहुत ही उत्कृष्ट वक्ता है,जब भी बोलते है लोग सब कुछ छोड़ कर उन्हे सुनते है लेकिन यही तो हम हिंदुओं की नियति है, कि हम किसी अन्य से सुनते है और उसमें आसक्ति रखने लगते है,जबकि यह सभी कथा वाचक हमारे उसी साहित्य को हमे अपने शब्दों में सुना रहे है,और हम स्वयं पढ़ने की अपेक्षा सुनने पर ही केंद्रित है।
Ye wahi kumar wishvash h... Jo kabhi ...aam admi party ke liye bolte the... Congress ke liye bolte the....ab sarkar ka mahoul dekha aur paisa dekha to aisa bolne lge..... Mujhe vani me koi sandeh nahi..... Lekin agar aao sach me kavi ko to paiso ko liye na badlo.... Yar hindu dharm ko kya bna diya h... Paiso se kahi bhi mod do bhagwaan ke naam pe.... Pura sanatan khatm kar diya kahi jati me bant kar kahi dharm oe bant kar.... Hey bharat maa.... Sabko kshama karna.... Lekin mera desh ab mat batane dena.... ❤❤❤
आप ऐसे वक्ता हैं, जो आज के युग में मॉडर्न तरीके से कथा करके नवयुवाओं में जीने का जोश भर देते हैं। यही जनकल्याण का मार्ग है। धन्य है वह माँ जिसने आप जैसे वक्ता को भारत में जन्म दिया। आपको मेरी ओर से शत्-शत् 🙏🙏🙏।
विश्वास जी निश्चित ही एक विद्वान व्यक्ति हैं। हमे इस बात को समझना होगा कि रश्मिरथी एक विद्वान कवि की रचना है इतिहास नहीं है। विद्वान कवि ने अपनी कल्पना शक्ति से अपने विचारों को शब्दो मे प्रगट किया है। महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत ही एक प्रमाणिक ऐतिहासिक रचना है।
अतिउत्तम विश्वाश साहब, आपकी बातों में धर्म और सत्य की जो झलक है व्व साक्षात कृष्ण जी के है,,,, अंगराज कर्ण निश्चित ही महान है ,,, कर्ण महाराज के लिए लाइक करे
Yah sab sunkar bahut Khushi Hui per Afsos bhi Diya tale Andhera Hi Raha Dinkar ji ki is Rachna se Sari Duniya Mein Ujala ho raha hai aur Vahi Bihar ke log corruption Chori Hatya jaise kaam mein lipt hai. Crime apni Puri Charam Seema per hai 11-11 bridge lagataar Gir Jaate Hain. Aur prashasan ke Koi jawab De hi Nahin
आपका कथा वाचन निःसंदेह अद्भुत अतुलनीय अद्वित्य है जो भटके हुए प्राणियों को जीवन की सही राह दिखाने में मदद करता है। क्या यह संभव है कि आप अपनी कथाओं के माध्यम से, हमारे देश की जेलों में बंद जितने भी अपराधी हैं, उनका मार्गदर्शन करके, उनका हृदय परिवर्तन कर सकें ताकि एक अपराध विहीन, सुंदर, उज्जवल समाज की स्थापना का प्रयास किया जा सके।
ऐसी सच्ची कहानी जिसको हर कोई सुनना पसंद करेगा। कहानी अति मर्मस्पर्सी और उससे भी प्रभावशाली कहानीकार कवि श्रीमणि प्रोफेसर कुमार विश्वास जी। अहा! मजा आ जाता है जब आप किसी बात को आज से कॉरलेट करते हैं।
राष्ट्रकवि की सबसे अनुपम खंड काव्य रश्मिरथी महान काव्य है और ऐसी कविता ही रामधारी सिंह दिनकर जी को राष्ट्रकवि का मुकुट के योग्य स्थापित किया!"जय जय श्री राम
सिर्फ दुनिया के सामने जीतने वाला ही विजेता नहीं होता,किन रिश्तों के सामने कब और कहां पर हारना है, यह जानने,वाला भी विजेता होता है। देकर ह्रदय हृदय पाने की आशा व्यर्थ लगाना क्या प्यार किसी से क्या करना लेकिन कहकर उसे बताना क्या "?
बहुत ही दुख की बात हैं की हिंदू लोग अपने ही महान ग्रंथ महाभारत को नहीं समझते । कर्ण को इतना ज़्यादा glorify किया हैं इन so-called कथा वाचक लोगो ने । इंस्टाग्राम फ़ेसबुक जैसे माध्यमों तथा tv serials ने कर्ण जैसे चरित्रों को महान बना दिया हैं । लोग कर्ण से sympathy रखते हैं क्योंकि सबको कही ना कही ये लगता हैं कि उनके साथ भी समाज ने ग़लत किया हैं । उनकी सारी कमियों तथा ग़लत कर्मों का जनक ये समाज एंड भेदभाव हैं । इस वजह से सबको कर्ण महान लगता हैं किंतु बोरी की महाभारत अनुवाद में आप देखोगे कि कर्ण एक गिरा हुआ एंड अहंकारी व्यक्ति था । उसको द्रोण ने भी शिक्षा दी थी किंतु tv serials ने पूरे हिंदू समाज को मूर्ख बना दिया हैं ये बात छिपा के । वो सूत पुत्र था जो कि उस समाज में lower रैंक में नहीं होता था । कर्ण के पिता ख़ुद महाराज के सारथी थे । हालाँकि कर्ण के साथ नियति ने बुरा भी किया जैसे कि सगी माँ से दूर हो गया था लेकिन उसको इसके बदले माँ बाप दोनों का प्यार मिला राधा तथा संजय के रूप में । एक और चीज कमल की हैं । TV serials में दिखाते हैं कि कर्ण के बार से अर्जुन का रथ २ कदम पीछे गया था और कृष्ण ने कहा कि उनके होते हुए भी २ कदम पीछे गया । भाई, ये झूट हैं ऐसा तो हुआ ही नहीं था 😂😂 बुरा वक़्त तो स्वयं अर्जुन ने भी देखा था। बाप का प्यार नहीं देखा । माँ में राजसभा में कभी कदम नहीं रखा । आभूषण एवं सुख का त्याग करके रही । जंगल में भटके बचपन में। जवानी में भी पंचग्रह में जला के मार डालने का प्रयास किया गया । उसके बाद वापस जंगल में रहे । फिर राज्य का बटवारा होने के बाद उसको ख़ाली जंगल मिला । उस जंगल को महल बनाया । फिर वो महल भी जुआ में हार गया । वनवास पे गया । बच्चो से दूर रहा । नपुंसक बन के जिया कुछ वक़्त । इतने में तो उसकी आधि से ज़्यादा उम्र ही गुजर गई । कर्ण दानी था वीर भी था । लेकिन महाभारत स्पष्ट रूप से लिखता हैं कि कर्ण एक इस्यालु व्यक्ति था । द्रौपदी को वैश्या तक बोला । अपने सूर्या कवच के बाद की विराट युद्ध में हार गया अर्जुन से । युद्ध के १४ वे दिन अश्वत्थामा ने कर्ण को बचाया अर्जुन से । हा कर्ण वीर था लेकिन उसको ओवर ग्लोरिफ़ाई मत कीजिए । वीरता के साथ चरित्र बहुत आवश्यक होता हैं । यही एक सभ्य योद्धा की पहचान हैं। पूरे युद्ध में एक अवसर ऐसा था जब कर्ण अर्जुन पे भारी पड़ा था । इसके अलावा कर्ण को कई बार भागना पड़ा था अर्जुन से । अरे घटोत्कच को अश्वत्थामा तक ने हरा के भगाया था लेकिन कर्ण उसको बिना दिव्यास्त्र के नहीं हरा पाया । कर्ण को तब मारा गया जब वो रथ के नीचे था । सब विद्या भूल गया था। ये इसलिए हुआ था क्योंकि उसको श्राप था । की रथ साथ नहीं देगा और विद्या भूल जाएगा। तो ऐसे में अर्जुन क्या उसको ये कहता कि भाई जा वापस विद्या याद करके आ । 😂😂 अर्जुन फिर भी हिस्किचया था कर्ण को मारने में लेकिन कर्ण नहीं हिस्किचाया था अभिमन्यु को मारने में । ये कमाल की बात हैं की हिंदू समाज अपने ही पात्रों को भूल गया हैं । रावण के भक्त भी काफ़ी देखने मिल जाएँगे अपने समाज में । कर्ण के तो हैं ही । कल को दुर्योधन भी हीरो बन जाएगा । कंस एक योद्धा बना दिया जाएगा । यही तो हैं हमारे समाज के पतन का कारण । क्योंकि हम ये भूल जाते हैं कि एक वीर का चरित्र भी इतना ही आवश्यक हैं जितनी उसकी वीरता। योद्धा तो रावण भी उत्तम था लेकिन क्या आप रावण जैसी संतान पाना चाहोगे या राम जैसी? कर्ण जैसा व्यक्ति बनना चाहोगे जो वीर हैं दानी हैं लेकिन एक औरत को ववैश्या बोलता हो तथा एक बच्चे को चारो तरफ़ से घेर के मार देता हो फिर अपने मौत के समय धरम का ज्ञान देता हो? या फिर आप अर्जुन जैसा समर्पण चाहोगे जो धर्म के पालन के लिए १२ साल वनवास भी देखे और उर्वशी जैसी स्त्री को भी माँ बोल के संबोधित करे भले ही उसके बदले उसको नपुंसकता का श्राप मिले ? ( जिनको कमेंट पसंद ना आए हो कृपया BORI का अनुवाद पढ़ कीजिए महाभारत का, वो ही एक accepted version हैं इस महान ग्रंथ का। तथा बनावटी tv serials को अपने बच्चो से दूर रखे। यदि दिखाना ही हैं तो BR Chopra ji की महाभारत दिखाए हालाँकि वो भी पूरी तरह सही नहीं हैं उसमे भी ग़लत dikhaya हैं काफ़ी कुछ लेकिन वही एक आदरणीय serial हैं हाल फ़िलहाल तक ) For example:- BR Chopra Mahabharat में ये दर्शाया गया कि अर्जुन ने दुर्योधन को जंगल में bachaya था बिना उन वनवासी भीलो को मारे जबकि BORI version में अर्जुन ने उस समय उन लोगो कि एक आर्मी को मार डाला था दुर्योधन को बचाने के लिए खुली युधिष्ठिर का आदेश था उसको बचाना ) तो दूध का धुला अर्जुन भी नहीं था । हर चरित्र कुछ कमियों वाला था । इस बात को हमारी पीढ़ी को समझना बहुत ज़रूरी हैं
जय श्री राधे कृष्णा जय श्री राधे अति सुन्दर प्रस्तुति जय श्री कथा वाचक कुमार विश्वास जी आप ने सनातन धर्म की अलख जगाई वस चिंता है अपने धर्म की बच्चियों की ❤❤💐💐🙏🙏🙏🙏🙏💐💐♥️♥️
भारतीय इतिहास में ज्ञानचक्षु खोलने वाले लोगो में अग्रणी और स्वर्णाक्षरों में अंकित करने योग्य अगर कोई नाम हे तो वो कवि महोदय कुमार और सुधांशु जी ही हे।।। सादर प्रणाम
जय श्रीराम कुमार विश्वासजी आपको बहुत ही पसंद करता हूँ सनातन धर्म सुरक्षित रहेगा ए काम आप करते रहो.आप सदा सर्वदा श्री राम की कथा के माध्यम से समाज को जागृती करो.🚩🚩👏👏
यह हे मेरे भगवान कृष्ण का असली रूप। जिससे हमारे तन मन में वीरता और सत्य के लिए मरने की प्रेरणा मिलती है। काश सभी कथा वाचक भी ऐसे ही हमारे योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के इस रूप को दिखाये तो हमारे सनातन धर्म के वीर सपूत आज धर्म के लिए धर्मयुद के लिए तैयार हो जाये। जय श्री राम जय श्री कृष्णा
यही बेचारा वह व्यक्ति है कुमार विश्वास जो ना तो नेता रहा ना अभिनेता रहा😊😊😊 और अपने आप को बहुत बड़ा ज्ञानवान समझता है परंतु इसका संबंध ज्ञान से दूर दूर तक नहीं है क्योंकि सबसे पहले श्री कृष्ण ने नहीं , माता कुंती ने खुद बताया था कर्ण को की कर्ण उनका पुत्र है
यह विरोधाभास तो इनकी स्वयं के प्रवचन में है। पहले कहते हैं कि श्री कृष्ण ने कर्ण को उसका मनोबल तोड़ने के लिए यह रहस्य पहली बार बताया कि तुम कुंती के पुत्र हो और तुम्हारे पांच भाई तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं। उसके बाद विश्वास बताते हैं कि कुंती ने कर्ण के पास जाकर उसे यही बात बताकर पांडवों को न मारने की भीख मांगी थी।
इसी प्रसंग में वर्णन है कि पहले माता कुंती ने कर्ण को अपना पुत्र होने की बात कही....... लेकिन कृष्ण कर्ण संवाद से तो यही प्रतीत होता हैं की सबसे पहले श्रीकृष्ण ने ही कर्ण को कुंती पुत्र होने की जानकारी दी....... माता कुंती कर्ण को लेने गई थी लेकिन दानवीर कर्ण ने माता कुंती से अर्जुन के अलावा अन्य किसी भी पाण्डव का वध न करने का वचन दिया
बहुत महान हैं कृष्णा जिन्होंने दोनों परिवारों को लड़ा कर मरवा डाला, वह चाहते तो यही युद्ध रुक सकताथा, क्योंकि अपनी कृपा दृष्टि लोगों के मन से बुराई निकाल कर उन्हें सच्चे मार्ग पर ले जाते कृष्ण समदर्शी भगवान नहीं बल्कि एक कूटनीतिक राज नेता कहनाचाहिए, इस कथा से कोई मानव कल्याण नहीं होसकता विश्व का कल्याण नहीं हो सकता।
कर्ण कृष्ण का संवाद जितना बढ़िया दिनकर जी ने अपनी रश्मिरथी में उद्धृत किया है उतना किसी और ने नहीं किया है लेकिन दिनकर जी की रचना को अमरता दिया कुमार विश्वास जी ने और उन्होंने कर्ण कृष्ण संवाद पर जो रस भर दिया वह अपने आप में अतुलनीय है अति प्रशसंन्नीय है प्रणाम है कुमार विश्वास जी को
अभी आपने मनोज मुंताशीर को नहीं सुना
@@Option_Guru777 सुना है और वह भी गम्भीर वक्ता एवं विलक्षण प्रतिभा के धनी व कवि हैं।मेरे प्रेरणा स्रोत हैं।
हमे भी सपोर्ट कीजिए
@@PeeyushmayTripathiहमे भी सपोर्ट कीजिए
@@PeeyushmayTripathi वह एक नम्बर का नालायक है ।।।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि कविवर विश्वाश जी बहुत ही उत्कृष्ट वक्ता है,जब भी बोलते है लोग सब कुछ छोड़ कर उन्हे सुनते है लेकिन यही तो हम हिंदुओं की नियति है, कि हम किसी अन्य से सुनते है और उसमें आसक्ति रखने लगते है,जबकि यह सभी कथा वाचक हमारे उसी साहित्य को हमे अपने शब्दों में सुना रहे है,और हम स्वयं पढ़ने की अपेक्षा सुनने पर ही केंद्रित है।
❤
सुन to la lakin ya sunana ka lackho lete hai
@@niteshkhetan2743 lakho yani paisa.
Saaf saaf bolo bhai
Ye wahi kumar wishvash h... Jo kabhi ...aam admi party ke liye bolte the... Congress ke liye bolte the....ab sarkar ka mahoul dekha aur paisa dekha to aisa bolne lge..... Mujhe vani me koi sandeh nahi..... Lekin agar aao sach me kavi ko to paiso ko liye na badlo.... Yar hindu dharm ko kya bna diya h... Paiso se kahi bhi mod do bhagwaan ke naam pe.... Pura sanatan khatm kar diya kahi jati me bant kar kahi dharm oe bant kar.... Hey bharat maa.... Sabko kshama karna.... Lekin mera desh ab mat batane dena.... ❤❤❤
#vba senior # VBA senior
आप ऐसे वक्ता हैं, जो आज के युग में मॉडर्न तरीके से कथा करके नवयुवाओं में जीने का जोश भर देते हैं। यही जनकल्याण का मार्ग है। धन्य है वह माँ जिसने आप जैसे वक्ता को भारत में जन्म दिया। आपको मेरी ओर से शत्-शत् 🙏🙏🙏।
गंभीर अध्ययन के बाद ही ऐसा विद्वत्तापूर्ण प्रवचन हो सकता है. सुंदर.
#vba senior # VBA senior
विश्वास जी निश्चित ही एक विद्वान व्यक्ति हैं। हमे इस बात को समझना होगा कि रश्मिरथी एक विद्वान कवि की रचना है इतिहास नहीं है। विद्वान कवि ने अपनी कल्पना शक्ति से अपने विचारों को शब्दो मे प्रगट किया है। महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत ही एक प्रमाणिक ऐतिहासिक रचना है।
#vba senior # VBA senior
Bilkul sahi
Kehna kya chaahte ho ? 7139 ji
आपका कहना उचित है किंतु दिनकर जी को भी तो भगवद्गीता ने ही प्रेरित किया।
अतिउत्तम विश्वाश साहब, आपकी बातों में धर्म और सत्य की जो झलक है व्व साक्षात कृष्ण जी के है,,,, अंगराज कर्ण निश्चित ही महान है ,,, कर्ण महाराज के लिए लाइक करे
#vba senior # VBA senior
दिनकर जी ने यह रचना (रश्मि रथी) बिहार के पूर्णिया काॅलेज पूर्णिया मे लिखे थे, आज भी हमारे कालेज मे वो कमरा सजीव उदाहरण है।
🙏🙏🙏
Yah sab sunkar bahut Khushi Hui per Afsos bhi Diya tale Andhera Hi Raha Dinkar ji ki is Rachna se Sari Duniya Mein Ujala ho raha hai aur Vahi Bihar ke log corruption Chori Hatya jaise kaam mein lipt hai. Crime apni Puri Charam Seema per hai
11-11 bridge lagataar Gir Jaate Hain. Aur prashasan ke Koi jawab De hi Nahin
58@@Dev-cl7vh
@@Dev-cl7vhBengal ke bhi.. R.G. Kar Medical College waala case yaad hai?
AA@@Dev-cl7vhKAAw🎉😅
Kb tak purvajo ki kiye karm ka gaan gaoge, ab Naya kuchh kr v lijiye
ऐसे महान वक्ता डाक्टर कुमार विश्वास को सादर प्रणाम
गाथा वही है कथा वही है लेकिन आपके मुख से निकले शब्द किसी भी कहानी को जीवंत कर देते हैं🙏❤️
महान विभूति का आशीर्वाद उसी पात्र में आता है जिसने परम पुरूषार्थ किया इस महान आत्मा को नमन
आप जैसा वक्ताहोना बहुत गर्व की बात है
जिस दिन अपने पढ़े कुछ पृष्ठों पर गर्व अनुभव होने लगता है माँ सरस्वती किसी महान कवि की रचना सुना देती हैं 🙏
जय श्री राधे राधे राधे कृष्णा कृष्णा कृष्णा विशवास जी बहुत ही नेक प्रवचन देते हैं
आपका कथा वाचन निःसंदेह अद्भुत अतुलनीय अद्वित्य है जो भटके हुए प्राणियों को जीवन की सही राह दिखाने में मदद करता है। क्या यह संभव है कि आप अपनी कथाओं के माध्यम से, हमारे देश की जेलों में बंद जितने भी अपराधी हैं, उनका मार्गदर्शन करके, उनका हृदय परिवर्तन कर सकें ताकि एक अपराध विहीन, सुंदर, उज्जवल समाज की स्थापना का प्रयास किया जा सके।
एकदम सही कहा अपने मै भी इस बात से सहमत हूं
Jay Jagannath 🙏💕
पूर्णतः सहमत
Sir par ye karna muskio hai
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😢😢hghhhhhhhgggjjhjgggggjggjggjgjgggjhggbbbbgffnnfnfnnnnnnnnnnnnnnnbnnnnfnnnnnnfnbnnfbbbbbbbfgñbfngbfhhgggbfbffggfbggbgggghhhghhhhhhhhhhhhhhfbfbbbjjjjjjjjjgjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjhghghhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhn@@AparajeetaRampuria-sq9qg
कुमार विश्वास जी से अद्भुत प्रसंग प्रणाम है आपको
ऐसी सच्ची कहानी जिसको हर कोई सुनना पसंद करेगा।
कहानी अति मर्मस्पर्सी और उससे भी प्रभावशाली कहानीकार कवि श्रीमणि प्रोफेसर कुमार विश्वास जी। अहा! मजा आ जाता है जब आप किसी बात को आज से कॉरलेट करते हैं।
जब तुझसे न सुलझे तेरे उलझे हुए धंधे
भगवान के इन्साफ पे सब छोड़ दे बन्दे
खुद ही तेरी मुश्किल को वो आसान करेगा
जो तू नहीं कर पाया वो भगवान करेगा 🙏🙏🙏
❤❤
उनकी लिखी हुई रश्मिरथि ही सर्वोत्तम है❤
बहुत सुन्दर प्रस्तुति जय श्री कृष्ण
श्री कुमार विश्वास जी की भाषा शैली अति सुंदर है
क्या शानदार प्रदर्शन है
राष्ट्रकवि की सबसे अनुपम खंड काव्य रश्मिरथी महान काव्य है और ऐसी कविता ही रामधारी सिंह दिनकर जी को राष्ट्रकवि का मुकुट के योग्य स्थापित किया!"जय जय श्री राम
महान साहित्य कार लिखा जी कवीश्वर विश्वास की अभिव्यक्ती वाह बहुत सुन्दर वाणी❤❤
#vba senior # VBA senior
Very nice presentation by Shri Kumar Vishvasji
हिंदी को किसी ने फिर से जीवंत किया है तो वो है कुमार विश्वास जी...
लिखना तो नहीं चाह रहा था परंतु विवश हो गया। अद्भुत विश्वाश जी आपको प्रणाम 🙏
#vba senior # VBA senior
❤ आपकी कथा वाचन अद्भुत है.आप जब बोलते है तो शरीर रोमांचीत हो जाता है... कुमार विश्वासजी को प्रणाम ...
गाथा वही है कथा वही है लेकिन आपके मुख से निकले शब्द किसी भी कहानी को जीवंत कर देते हैं❤❤❤
बेहद लालित्यपूर्ण प्रस्तुति।राष्ट्रकवि दिनकर को सादर नमन
Kumar Vishwabash sir ki baat gyani hi samajhta hai. Murkh to kebal comment karta hai. Thanks a lot kumar sir.
U a also a murkh
Bhai bol kya rha hai.....khud hee comments kar rha hai aur likh bhi rha hai ki Murakh toh kebal comments karta hai
Aapne bhi comment Kiya hai 😢😢
Sahi kaha murkh sirf comment karte hai , jaise ap log, comment karne aa gaye
@@vijayagarwal3905 aur tum yahan muzra karne aaya hai 🤣🤣🤣
तकनीक और विज्ञान के इस चकाचौंध में कुमार साहब ने संस्कृति और परंपरा का अदभुत औषधि पेस करते है,,,
कुमार विश्वास जी को कोटि कोटि नमन। भगवान शिव जी आपको दीर्घायु प्रदान करें।
इतनी अच्छी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद और आभार 🙏🙏🙏
कर्ण का समर्पण दुर्योधन को था
और अर्जुन का श्री कृष्ण को...बस ये ही फर्क था जीत और हार का😊
How well explained, I always like your simplicity poet Dr Kumar Vishwas
सिर्फ दुनिया के सामने जीतने वाला ही विजेता नहीं होता,किन रिश्तों के सामने कब और कहां पर हारना है, यह जानने,वाला भी विजेता होता है। देकर ह्रदय हृदय पाने की आशा व्यर्थ लगाना क्या प्यार किसी से क्या करना लेकिन कहकर उसे बताना क्या "?
M
M
M
M
M
, Superb Dr K Vishwash jee very touching and inspiring
बहुत ही दुख की बात हैं की हिंदू लोग अपने ही महान ग्रंथ महाभारत को नहीं समझते । कर्ण को इतना ज़्यादा glorify किया हैं इन so-called कथा वाचक लोगो ने । इंस्टाग्राम फ़ेसबुक जैसे माध्यमों तथा tv serials ने कर्ण जैसे चरित्रों को महान बना दिया हैं । लोग कर्ण से sympathy रखते हैं क्योंकि सबको कही ना कही ये लगता हैं कि उनके साथ भी समाज ने ग़लत किया हैं । उनकी सारी कमियों तथा ग़लत कर्मों का जनक ये समाज एंड भेदभाव हैं । इस वजह से सबको कर्ण महान लगता हैं
किंतु बोरी की महाभारत अनुवाद में आप देखोगे कि कर्ण एक गिरा हुआ एंड अहंकारी व्यक्ति था । उसको द्रोण ने भी शिक्षा दी थी किंतु tv serials ने पूरे हिंदू समाज को मूर्ख बना दिया हैं ये बात छिपा के । वो सूत पुत्र था जो कि उस समाज में lower रैंक में नहीं होता था । कर्ण के पिता ख़ुद महाराज के सारथी थे । हालाँकि कर्ण के साथ नियति ने बुरा भी किया जैसे कि सगी माँ से दूर हो गया था लेकिन उसको इसके बदले माँ बाप दोनों का प्यार मिला राधा तथा संजय के रूप में ।
एक और चीज कमल की हैं । TV serials में दिखाते हैं कि कर्ण के बार से अर्जुन का रथ २ कदम पीछे गया था और कृष्ण ने कहा कि उनके होते हुए भी २ कदम पीछे गया । भाई, ये झूट हैं ऐसा तो हुआ ही नहीं था 😂😂
बुरा वक़्त तो स्वयं अर्जुन ने भी देखा था। बाप का प्यार नहीं देखा । माँ में राजसभा में कभी कदम नहीं रखा । आभूषण एवं सुख का त्याग करके रही । जंगल में भटके बचपन में। जवानी में भी पंचग्रह में जला के मार डालने का प्रयास किया गया । उसके बाद वापस जंगल में रहे । फिर राज्य का बटवारा होने के बाद उसको ख़ाली जंगल मिला । उस जंगल को महल बनाया । फिर वो महल भी जुआ में हार गया । वनवास पे गया । बच्चो से दूर रहा । नपुंसक बन के जिया कुछ वक़्त । इतने में तो उसकी आधि से ज़्यादा उम्र ही गुजर गई ।
कर्ण दानी था वीर भी था । लेकिन महाभारत स्पष्ट रूप से लिखता हैं कि कर्ण एक इस्यालु व्यक्ति था । द्रौपदी को वैश्या तक बोला । अपने सूर्या कवच के बाद की विराट युद्ध में हार गया अर्जुन से । युद्ध के १४ वे दिन अश्वत्थामा ने कर्ण को बचाया अर्जुन से ।
हा कर्ण वीर था लेकिन उसको ओवर ग्लोरिफ़ाई मत कीजिए । वीरता के साथ चरित्र बहुत आवश्यक होता हैं । यही एक सभ्य योद्धा की पहचान हैं। पूरे युद्ध में एक अवसर ऐसा था जब कर्ण अर्जुन पे भारी पड़ा था । इसके अलावा कर्ण को कई बार भागना पड़ा था अर्जुन से । अरे घटोत्कच को अश्वत्थामा तक ने हरा के भगाया था लेकिन कर्ण उसको बिना दिव्यास्त्र के नहीं हरा पाया ।
कर्ण को तब मारा गया जब वो रथ के नीचे था । सब विद्या भूल गया था। ये इसलिए हुआ था क्योंकि उसको श्राप था । की रथ साथ नहीं देगा और विद्या भूल जाएगा। तो ऐसे में अर्जुन क्या उसको ये कहता कि भाई जा वापस विद्या याद करके आ । 😂😂
अर्जुन फिर भी हिस्किचया था कर्ण को मारने में लेकिन कर्ण नहीं हिस्किचाया था अभिमन्यु को मारने में ।
ये कमाल की बात हैं की हिंदू समाज अपने ही पात्रों को भूल गया हैं । रावण के भक्त भी काफ़ी देखने मिल जाएँगे अपने समाज में । कर्ण के तो हैं ही । कल को दुर्योधन भी हीरो बन जाएगा । कंस एक योद्धा बना दिया जाएगा ।
यही तो हैं हमारे समाज के पतन का कारण । क्योंकि हम ये भूल जाते हैं कि एक वीर का चरित्र भी इतना ही आवश्यक हैं जितनी उसकी वीरता। योद्धा तो रावण भी उत्तम था लेकिन क्या आप रावण जैसी संतान पाना चाहोगे या राम जैसी? कर्ण जैसा व्यक्ति बनना चाहोगे जो वीर हैं दानी हैं लेकिन एक औरत को ववैश्या बोलता हो तथा एक बच्चे को चारो तरफ़ से घेर के मार देता हो फिर अपने मौत के समय धरम का ज्ञान देता हो? या फिर आप अर्जुन जैसा समर्पण चाहोगे जो धर्म के पालन के लिए १२ साल वनवास भी देखे और उर्वशी जैसी स्त्री को भी माँ बोल के संबोधित करे भले ही उसके बदले उसको नपुंसकता का श्राप मिले ?
( जिनको कमेंट पसंद ना आए हो कृपया BORI का अनुवाद पढ़ कीजिए महाभारत का, वो ही एक accepted version हैं इस महान ग्रंथ का। तथा बनावटी tv serials को अपने बच्चो से दूर रखे। यदि दिखाना ही हैं तो BR Chopra ji की महाभारत दिखाए हालाँकि वो भी पूरी तरह सही नहीं हैं उसमे भी ग़लत dikhaya हैं काफ़ी कुछ लेकिन वही एक आदरणीय serial हैं हाल फ़िलहाल तक )
For example:- BR Chopra Mahabharat में ये दर्शाया गया कि अर्जुन ने दुर्योधन को जंगल में bachaya था बिना उन वनवासी भीलो को मारे जबकि BORI version में अर्जुन ने उस समय उन लोगो कि एक आर्मी को मार डाला था दुर्योधन को बचाने के लिए खुली युधिष्ठिर का आदेश था उसको बचाना ) तो दूध का धुला अर्जुन भी नहीं था । हर चरित्र कुछ कमियों वाला था । इस बात को हमारी पीढ़ी को समझना बहुत ज़रूरी हैं
बहुत सत्य व्याख्या की आपने ,धन्यबाद
इस दुनिया को नया प्रकाश देने का कार्य सर कुमार विश्वास की जी के द्वारा किया जा रहा है इसलिए मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं
कुमार विस्वास जी बहुत अच्छे वक्ता हैं।
जय श्री राम
ये सही बात है
Apni taraf se pura prayatna kiye the us samay wo ....
🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤
Bahut hi badia mahabharat ka Parsang Jai Shree Krishan
Wo bhi kya the .......
Wah
Mere prabhu.....
🙏🙏🙏🙏unki to mahima hi nirali aur adbhut hai
राष्ट्र कवि दिनकर जी को सादर प्रणाम
Jai shree Krishna ji ki jai
जय श्री राधे कृष्णा जय श्री राधे अति सुन्दर प्रस्तुति जय श्री कथा वाचक कुमार विश्वास जी आप ने सनातन धर्म की अलख जगाई वस चिंता है अपने धर्म की बच्चियों की ❤❤💐💐🙏🙏🙏🙏🙏💐💐♥️♥️
Rashmirathi by Dinkar Ji is an excellent piece of art. It makes you cry even.❤
बहुत ही सुंदर से कथा कह te hai aap sir
राष्ट्रीयकवी रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा लिखित, रश्मिरथी 🙏❤️
जय हो कुमार विश्वास जी की
🙏🏾🙏🏾
दिनकर जी को मेरा कोटि कोटिनमन
।। जय जय श्री राधेकृष्णा ।।
भारतीय इतिहास में ज्ञानचक्षु खोलने वाले लोगो में अग्रणी और स्वर्णाक्षरों में अंकित करने योग्य अगर कोई नाम हे तो वो कवि महोदय कुमार और सुधांशु जी ही हे।।। सादर प्रणाम
#vba senior # VBA senior
Waah bahot khoob
Jai Shri Krishna Govind hare Murari Hey Naath Narayana vasudevay namaha 🙏🙏🌹🌹🤲🤲🕉️
Greatest personality of India. Great poet and Great explanation about the great character of Mahabart.
जय श्री राधे श्याम जी
कुमार विश्वास जी को सुनने से ज्यादा जरूरी काम मेरे जीवन दूसरा काम । नहीं ।। मैं वहीं पर मंत्र मुग्ध हो जाता हूं ।
अतुलनीय प्रस्तुति 🪔🚩🙏🌹
बहुत सुंदर प्रस्तुती, मनोरंजन, मनभावन और सीख भी है।🎉शत शत नमन
Hare Krishna hare Krishna
Krishna Krishna hare hare
Hare rama hare rama
Ram Ram hare hare
Excellent, Kumar Vishwas.
वाह क्या वर्णन किया है स्वामी जी ने 🙏🙏🙏
Aap sarvada Mahan vakta hai Kumar ji. Naman hai apko bhi
Krishna ki Vyakhaa, Waak ...Gyan Geeta ka...Ati sundarr
जय श्रीराम कुमार विश्वासजी आपको बहुत ही पसंद करता हूँ सनातन धर्म सुरक्षित रहेगा ए काम आप करते रहो.आप सदा सर्वदा श्री राम की कथा के माध्यम से समाज को जागृती करो.🚩🚩👏👏
O,kl¹lppk
दिनकर जी को सादर प्रणाम
🎉🎉🎉❤❤❤ Radha Rani Carana yugalevo namaha
😊😊😊😊कखं
66😊😊1¹111111¹ u65@@RamLautSingh-bf9fo
He danveer karan apko main barambar pranam
आपकी बातें सुनके भावुक हूं
Ramdhari singh dinkar ka adbhut rachana . Sat sat Naman
Bhagwan ki Mahima aparmpaar hai 😊❤❤😊
❤❤❤ जय श्री राधाकृष्ण ❤❤❤
सर आपका वक्तव्य बहुत ही शानदार है
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति
जय श्री राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे 🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत बढ़िया प्रस्तुति ❤
जय जय श्री सीता राम
यह हे मेरे भगवान कृष्ण का असली रूप। जिससे हमारे तन मन में वीरता और सत्य के लिए मरने की प्रेरणा मिलती है।
काश सभी कथा वाचक भी ऐसे ही हमारे योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के इस रूप को दिखाये तो हमारे सनातन धर्म के वीर सपूत आज धर्म के लिए धर्मयुद के लिए तैयार हो जाये। जय श्री राम जय श्री कृष्णा
Dr ramesh singh, good beta, best ,adeo. Vill,po, pokhar bhinda. Viya, Riga, dist, Sitamarhi, bihar.
स्वाध्याय का अभाव वक्ता पर मुग्ध होते है
श्रेय तो दिनकर के चिंतन व लेखनी का
जय श्री राधे कृष्ण
बहुत सुन्दर प्रस्तुती
Very very beautiful sir jai sri krishna.
अति उत्तम
यही बेचारा वह व्यक्ति है कुमार विश्वास जो ना तो नेता रहा ना अभिनेता रहा😊😊😊
और अपने आप को बहुत बड़ा ज्ञानवान समझता है परंतु इसका संबंध ज्ञान से दूर दूर तक नहीं है क्योंकि सबसे पहले श्री कृष्ण ने नहीं , माता कुंती ने खुद बताया था कर्ण को की कर्ण उनका पुत्र है
Correct
यह विरोधाभास तो इनकी स्वयं के प्रवचन में है। पहले कहते हैं कि श्री कृष्ण ने कर्ण को उसका मनोबल तोड़ने के लिए यह रहस्य पहली बार बताया कि तुम कुंती के पुत्र हो और तुम्हारे पांच भाई तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं।
उसके बाद विश्वास बताते हैं कि कुंती ने कर्ण के पास जाकर उसे यही बात बताकर पांडवों को न मारने की भीख मांगी थी।
Ye galat baat bol rahe ho...pehle hastinapur sr jate samay karn ko bhagwan krishna ne use bataya....phir uskr baad mata kunti ne
इसी प्रसंग में वर्णन है कि पहले माता कुंती ने कर्ण को अपना पुत्र होने की बात कही....... लेकिन कृष्ण कर्ण संवाद से तो यही प्रतीत होता हैं की सबसे पहले श्रीकृष्ण ने ही कर्ण को कुंती पुत्र होने की जानकारी दी....... माता कुंती कर्ण को लेने गई थी लेकिन दानवीर कर्ण ने माता कुंती से अर्जुन के अलावा अन्य किसी भी पाण्डव का वध न करने का वचन दिया
Very good very beautiful by Biswas ji.
जब तुझसे ना सुलझे तेरे उलझे हुवे धंधे।
भगवान के इंसाफ पर सब छोड़ दे बंदे।।
खुद ही तेरे मुश्किल को वो आसान करेगा।
जो तू नही कर पाया वो भगवान करेगा।।🙏
सच है
रवींद्रनाथ मिश्रा पहिले जरा अभ्यास करो बाद में कुछ बोलो विश्वास कुमार सही बोल रहे है
😂😂🎉इ🎉🎉नमस्कार सर तन से जुदा हो जायेगा अथवा 🎉🎉कह के 🎉🎉🎉पास है 🎉तो 🎉🎉🎉🎉के के 🎉🎉🎉🎉🎉पास 🎉🎉🎉🎉🎉के लिए आपको
आदरणीय आप सही कह रहे है कुमार ने गीता नही पढी है
इदं शरीरं कौन्तेय क्षेत्रं इत्यऽभिधीयते
ये सांसरिक बात समझा कर कृष्ण पर शंका पेदा कर है है।
Qqqŵdr. KUMAR vishwas@@omsuvidha
Robi mishra jee ka mail kidhar he? Srimad Bhagavat Geeta ya Sri madh bhagabat puran
How beautifully he portrays the entire conversation
वास्तविक हिंदी भाषा मे कथा इसे कहते है
जो कथा को भी जीवित कर देती है
आपको सादर प्रणाम !
🙏🙏🙏
ये विडियो साहित्य के छात्रों के लिए उपयोगी है व्याख्या आसान हो गी आपका आभार विश्वास जी🙏
Jay Siya Ram 🙏🚩🚩🚩
आप को सादर प्रणाम
बहुत महान हैं कृष्णा जिन्होंने दोनों परिवारों को लड़ा कर मरवा डाला, वह चाहते तो यही युद्ध रुक सकताथा, क्योंकि अपनी कृपा दृष्टि लोगों के मन से बुराई निकाल कर उन्हें सच्चे मार्ग पर ले जाते कृष्ण समदर्शी भगवान नहीं बल्कि एक कूटनीतिक राज नेता कहनाचाहिए, इस कथा से कोई मानव कल्याण नहीं होसकता विश्व का कल्याण नहीं हो सकता।
आपका ज्ञान ओछा है आपको ऐसा नहीं कहना चाहिए
क्रिया को छोड़ जो चिंतन में फंसेगा,,,,,,उलटकर काल तुझको ही डसेगा,,,,,,
कन्हैया तो परम परमात्माहै पर दिनकर जी भी इतने महान कवि है कि करण को अलग ही लेवल पर पहुंचाया है
❤❤❤ अच्छे कवि किंतु भगवान कृष्ण से अपनी बराबरी शोभा नहीं देता ।।
Krishna is krishna no vishwas can match krishna
सब हारे कृष्ण के आगे, हरे कृष्ण🙏🙏
वैष्णव मां की तीर से बाण गंगा का उदय हुआ था हनुमान जी की प्यास बुझाने के लिए
राधे जय श्री कृष्ण राधे कृष्णा राधे
राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी की रश्मिरथी महान काव्य है।जय श्रीराम 🙏🙏
Mujhy kumar vishwash par garv h