Rashmirathi | Sarg 03 | Part 02 | Ramdhari Singh Dinkar | Manoj Muntashir | Hindi Poetry

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  • Опубликовано: 24 ноя 2024

Комментарии • 1,5 тыс.

  • @upasnaupadhyay8572
    @upasnaupadhyay8572 4 года назад +1352

    अद्भुत पठन शैली !
    दिनकर होते तो इन्हें गले लगा लेते।☺️👏❤️🔥

    • @ANKIT-nu1wi
      @ANKIT-nu1wi 4 года назад +38

      निःसन्देह, ऐसा ही होता।

    • @girishparashar5919
      @girishparashar5919 4 года назад +21

      Jii...Bilkul...

    • @Rajeeb-ju2jq
      @Rajeeb-ju2jq 4 года назад +16

      Bilkul nahi,
      Manoj ne ek vedio me hindi ka apmaan Kiya tha,aur urdoo ki taareef ki thi.....
      Isliye isne Apne Naam me muntshir lagaya.
      Aj is nirlazz Ko dekho ab hindi ki hi Kavita pad Raha h...

    • @Rajeeb-ju2jq
      @Rajeeb-ju2jq 4 года назад +7

      @@girishparashar5919 isse accha paathan ham kr sakte h

    • @girishparashar5919
      @girishparashar5919 4 года назад +9

      @@Rajeeb-ju2jq kisne mna kya h...Karke dikhaiye...

  • @devendrasirohi3753
    @devendrasirohi3753 3 года назад +174

    धन्य है वह माता जिसने दिनकर जैसे कवि को जन्म दिया !!

  • @Virendersharma1990
    @Virendersharma1990 10 месяцев назад +17

    जीवन का मूल समझता हूं
    धन को मैं धूल समझता हूं।
    ये पंक्तियां मेरे जीवन से बहुत मेल खाती हैं, दानवीर कर्ण को शत् शत् नमन है 👏👏👏👏👏

  • @Mishra_01
    @Mishra_01 3 года назад +235

    मुझको न कुछ पाना है..
    ऋण मात्र बस चुकाना है...
    ये पंक्तियां कर्ण की दानवीरता को साक्षात दर्शाती हैं...👑👑👑

    • @gauravverma2760
      @gauravverma2760 3 года назад +3

      💯💯💯💯

    • @ankit488
      @ankit488 2 года назад

      ruclips.net/video/9SwkbL0YlBU/видео.html
      Check out my recitation of my favourite poem
      Rashmirathi

  • @YuvrajSinghJii
    @YuvrajSinghJii 2 года назад +170

    “प्रासादों के कनकाभ शिखर,
    होते कबूतरों के ही घर,
    महलों में गरुड़ ना होता है,
    कंचन पर कभी न सोता है.
    रहता वह कहीं पहाड़ों में,
    शैलों की फटी दरारों में.
    - दिनकर जी

  • @nikhiljoshi9582
    @nikhiljoshi9582 Год назад +32

    मैं हुआ धनुर्धर जब नामी,
    सब लोग हुए हित के कामी
    अद्भुत!

  • @DeepakKumar-jz6vu
    @DeepakKumar-jz6vu 2 года назад +225

    जीवन का मूल समझता हूं,
    धन को मैं धूल समझता हू,
    This is epic,💪💪🔥

  • @WisdomV1999
    @WisdomV1999 4 года назад +335

    अद्भुत शैली।
    , नीलेश मिश्रा , कुमार विश्वास, मनोज मुंताशिर आप जैसे लोगो के चलते ही हिंदी आज भी जीवित है।

  • @kumakum.....
    @kumakum..... 2 года назад +86

    मुझे पता है कि मैं हार जाऊंगा फिर भी भगवान से लड़ने का हौसला रखता हूं
    ~महारथी कर्ण

  • @manyamishra4167
    @manyamishra4167 2 года назад +45

    लेकिन नौका तट छोड़ चली
    कुछ पता नहीं किस ओर चली
    ये बीच नदी की धारा है
    सूझता न कूल किनारा है
    ले लील भले यह धर मुझे
    अब लौटना नहीं स्वीकार मुझे !! 🔥🔥🙏💝

  • @mohdfaisalkhan6399
    @mohdfaisalkhan6399 4 года назад +435

    जीवन का मुल्य समझता हूं ।
    धन को मै धूल समझता हूं ।।
    I impress very much with Karna
    👌👌👌👌

    • @Raj_Deep.
      @Raj_Deep. 4 года назад +12

      Me too brother 😭😭😭

    • @gangadharrai7115
      @gangadharrai7115 3 года назад +7

      Kavita bahot hi veer ras se bhari hai parantu ek adharmi ka itana mahimamanndan kya ye hamare adarsh ke layak hai. Apne hi mitra pap me lipt hone se nahi rok saka bhala vah kaisa sachcha mitra? Bhalaa itna bhi kya irshya arjun ke sirf use harane k liye jhooth bolkar parshuram se sirf astron ki shiksha li aur use usike ke shraap ne maara.

    • @mohdfaisalkhan6399
      @mohdfaisalkhan6399 3 года назад +5

      @@gangadharrai7115 bat yahan dharmi vs adharmi ki nhi ho rhi baat atoot friendship ki ho rhi jo tamaan tamptation aur lalach aur mout ke dar se bhi piche nhi hata
      Nishandeh Arjun Dharm Marg per the
      Esme koi shak nhi 🙏🏻🙏🙏🏻🙏🏻🙏🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

    • @gangadharrai7115
      @gangadharrai7115 3 года назад +5

      @@mohdfaisalkhan6399 jab gandharvo ne suyodhan ko karn ke saath haraya tab to karn bhi ranbhoomi me suyodhan bandi hone se nahi bacha paya. Tab arjun ne hi yudhistir ki agya par suyodhan ko bachaya. Aur jab drupad ne suyodhan ko uske bhaiyo sahit bandi banaya tab pandavo ne hi drupad ko harakar unhe bachaya . Shree ram ne kaha hai achhe gun agar dushman me to usse bhi sikhe.

    • @samrathmali8062
      @samrathmali8062 3 года назад

      🙏🏻👌

  • @sana_sagar
    @sana_sagar 4 года назад +78

    Dinkar ji ne jitne pyar se likha ..
    Aapne utne hi pyar se pada..
    This is awesome 👍👍

    • @krishankumar-rq9vn
      @krishankumar-rq9vn 2 года назад

      *"प्रसन्न" वो हैं जो अपना*
      *मूल्यांकन स्वयं करते रहते हैं,*
      *और "परेशान" वो हैं जो दूसरों*
      *का मूल्यांकन करते रहते हैं...*
      *🙏🌹शुभ प्रभात🌹🙏*

  • @krishnabirla16
    @krishnabirla16 2 года назад +40

    महाकवि राष्ट्रकवि दिनकर जी को मेरा शत शत नमन। जब भी रश्मीरथि सुनता हूँ, आँखो से आँसू बह आते है।

  • @poetrybysandeep171
    @poetrybysandeep171 4 года назад +94

    19 मिनट के लिए खो गया था मै।
    लेकिन इस 19 मिनट के पीछे आपकी मेहनत को कैसे सराहूं में । also special thanks to Team MME❤

  • @utkarshsingh52
    @utkarshsingh52 3 года назад +71

    क्या ये इतनी बड़ी कविता का पाठन बिना देखे कर रहे हैं ! अगर हां.. तो बाकी सब छोड़ दें यही बहुत अद्भुत, अविश्वसनीय है !!
    🙏🙏🙏

    • @expelect4u
      @expelect4u 3 года назад

      🙏🙏

    • @geetapandey9946
      @geetapandey9946 2 месяца назад

      देख भी रहे हैं। दिनकर एक राष्ट्रीय कवि थे। रश्मि रथी उनका एक महाकाव्य था।

  • @prabhashchandrajhapc9287
    @prabhashchandrajhapc9287 4 года назад +143

    कविता के सूर्य ( रश्मिरथी ) को मेरा प्रणाम🙏

  • @foujibhai5857
    @foujibhai5857 4 года назад +17

    मुझे शिकायत हे हिंदुस्तान के सिपाहियो से,
    ये वादे निभाना नही जानते ।
    जब सवाल देश का आ जाये,
    तो ये खून के रिश्ते भी नही पहचानते।
    I love it

  • @kumkumgupta7016
    @kumkumgupta7016 4 года назад +144

    जो मनोज को सुन ले वो किसी और को सुन ही नही सकता,ग़ज़ब💐मन भरता नही,काश समय रुक जाए,

    • @47vaibhav
      @47vaibhav 4 года назад +7

      भाई मैं भी मनोज जी का बहुत बड़ा फैन हूँ मगर एक बार आप से निवेदन है कि आप यही रश्मिरथी कवि संदीप दिवेदी द्वारा सुनिये।
      दावा है आप एडिक्ट न हो जाये तो कहियेगा।

    • @er.deepaksharmabilantri2215
      @er.deepaksharmabilantri2215 4 года назад +2

      @@47vaibhav बिल्कुल सही... संदीप जी का कोई तोड़ नहीं

    • @anuragmanikpuri3458
      @anuragmanikpuri3458 3 года назад

      Sandeep Dwivedi ji ki bhi suni pr koi felling nhi aai aisa lg rha tha jaise kitab ko dekh kr pdh rhe ho or manoj ji ka sunta hu to lgta h ki jo wo bol rhe h sb meri aankhon ke samne ho rha ho aisi felling aati h pr sandeep ji ki video me nhi aati

    • @anuragmanikpuri3458
      @anuragmanikpuri3458 3 года назад

      Manoj's voice has magical healing power which is not there in sandeep's voice

    • @neeleshpratap450
      @neeleshpratap450 3 года назад

      @@er.deepaksharmabilantri2215 bilkl sandeep ji k jvab nhi

  • @divineflame8828
    @divineflame8828 2 года назад +3

    अद्वितीय श्रीमान, आपकी वर्णन करने की शैली तो लाजवाब है | किन्तु क्षमा, ये तृतीय सर्ग का भाग पाँच है, दो नहीं |🙇🏻‍♂️🙏🏼

  • @utsavbhardwaj588
    @utsavbhardwaj588 4 года назад +55

    इतनी उत्तम प्रस्तुति पे आभार प्रकट करने के लिये शब्द नहीं हैं, मेरे पास
    #आप धन्य हैं!🙏 #आप की जय हो!🙏

  • @ramkaushik1445
    @ramkaushik1445 3 месяца назад +2

    सुरपुर से भी मुख मोडुगां।
    केशव !! मैं उसे ना छोड़ुगां !!
    वाह !! मित्रता का साकार उदाहरण ❤❤
    पंडित दिनकर जी 🙏🙏🙏🙏

  • @monitajain745
    @monitajain745 4 года назад +45

    अद्भुत...बहुत ग़ज़ब...एक क्षण को भी ना ध्यान हटा ना नज़रें आपसे हटी...👌👌👌
    बहुत शुक्रिया🙏🏻🙏🏻 आपको....यदि आपसे ना जुड़ी होती तो....इतना सुन्दर लेखन और वर्णन कभी समझ ही नहीं पाती....ना कर्ण की अन्तरआत्मा हमें झकझोर पाती....वाक़ई ,☀️"दिनकर"☀️जैसे कवि ना तो कोई थे ना कोई होंगे....!!
    God bless you.. Manoj Ji♥️♥️

    • @krishankumar-rq9vn
      @krishankumar-rq9vn 2 года назад +1

      *"प्रसन्न" वो हैं जो अपना*
      *मूल्यांकन स्वयं करते रहते हैं,*
      *और "परेशान" वो हैं जो दूसरों*
      *का मूल्यांकन करते रहते हैं...*
      *🙏🌹🌹🙏*

  • @kirtimishra9615
    @kirtimishra9615 4 года назад +51

    One of my favourite. My father used to read Rashmi Rathi ..when he passed away I first time started to read ..and truly it is like a medicine for me .. Dinkar ko sat sat Naman...🙏🙏

  • @vedprakash0918
    @vedprakash0918 4 года назад +62

    बहुत अच्छे तरीके से आप इस काव्य को सुना रहें हैं। कृपया इस सफ़र को ज़रूर पूरा करें, और इसके बाद कामायनी को भी इसी तरह से सुनाए, आपको कोटि कोटि धन्यवाद। 🙏🙏💐💐💐

  • @surendramaurya4585
    @surendramaurya4585 4 года назад +99

    न केवल रायबरेली अमेठी की...
    बल्कि भारत की शान
    भैया जी को प्रणाम 🙏🏻

  • @amitvairagya2508
    @amitvairagya2508 4 года назад +28

    केशव उसे ना छोड़ूंगा
    Best line 👌❤🌹

  • @पंडितरामप्रसादबिस्मिल

    मनोज मुन्तशिर जी अपने हृदय को आनन्दित कर दिया। आपकी पाठन शैली अद्भुत है। हिन्दी भाषा आप जैसे विद्वानों के कारण ही सदैव खिला खिला लगता है।

  • @साहित्यसरिता-श9झ

    रामधारी सिंह दिनकर जी की अमर कीर्ति रश्मिरथी हिंदी साहित्य की अद्भुत रचना है।
    मनोज जी ने अपने ओजपूर्ण अभिव्यक्ति से इस की गरिमा को बनाने का काम

  • @tejakasona7346
    @tejakasona7346 3 года назад +80

    Listening it 58th time since published, its my favourite sarg
    अति उत्तम 🙏

  • @shivanshsharma8251
    @shivanshsharma8251 3 года назад +5

    प्रणाम उस महान कवि रामधारी सिंह दिनकर जी को जिन्होंने अपनी कृति के माध्यम से मन में सचित्र वर्णन करदिया।मनोज जी ने बहुत अच्छा पढ़ा।

  • @RamYadav-ox9ld
    @RamYadav-ox9ld 4 года назад +16

    50 baar se jayda hm sune honge...lagbhag ab daily sunta hu. Maja ata h

  • @Vacha2009
    @Vacha2009 Год назад +4

    I am in love with Rashmirathi so much so that I now know the first canto and the third canto by heart. And every now and then I just start reciting. What a creation! Just listen to this line कंचन के युग शैल शिखर सम सुगठित सुवर सुवर्ण- गलबाहीं दे चले परस्पर दुर्योधन और कर्ण! ❤

  • @scienceclub4977
    @scienceclub4977 3 года назад +17

    ❤️ दिल चाहता है बस सुनता रहूं.
    अद्भुत वाचन की शैली है

  • @jamindia..advocateschanel7842
    @jamindia..advocateschanel7842 11 месяцев назад +1

    अमर हो गये आप शुक्ला जी ,धन्य हो आप प्रणाम

  • @naveendevcomedycreator8496
    @naveendevcomedycreator8496 3 года назад +5

    अद्भुद पठन शैली,
    कहाँ से ऐसी मिशाल मिली ।
    ज़रूर आप 'दिनकर' बन कर आये हैं,
    वज़ह यही है कि आप हम सबको झकझोर दिये हैं।।
    मनोज सर के प्यार में एक छोटा सा अंदाज़
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤

  • @AnuragKumar-ri3qf
    @AnuragKumar-ri3qf 5 месяцев назад +3

    "जीवन का मुल्य समझता हूं, धन को मैं धूल समझता हूं", ये वाक्या सिर्फ दिनकर जी की कलम से लिखा जा सकता

  • @NiranjanKumar-vc3fc
    @NiranjanKumar-vc3fc 4 года назад +14

    दिनकरजी की लेखनी से निःसृत कर्ण का विराट स्वरूप आपकी वाणी से प्रकट होकर
    सार्थक हो गया । दिनकरजी भी यह सुनकर अपनी पूर्णता का अनुभव करते होंगे ।सादर नमन ।

  • @AbhishekSharma-us7br
    @AbhishekSharma-us7br Месяц назад +1

    आपके इस rashmirathi सुनाने की शैली पर गुरुवर सर्वस्व न्यौछावर का दिल karta है।
    आपको दिल से चरण-स्पर्श

  • @simplifiedchemistry3459
    @simplifiedchemistry3459 2 года назад +23

    कथा कर्ण की तुम (मनोज जी आप) हो सुनाते,
    समर (युद्ध) दृश्य दिखता है,
    अर्जुन चाहें वीर बड़ा हो,
    कर्ण श्रेष्ठ दिखता है
    🕉️🕉️🕉️

  • @harshmudgil3612
    @harshmudgil3612 3 года назад +499

    सर रश्मिरथी मेरे जीवन में आ चुकी हैं, मैं रोज ही इसको जरूर सुनता हूं जिससे रक्त का संचार तेज हो जाता है और कर्ण की तरह बनने को जी चाहता है ।।

    • @madhavpratapsingh8274
      @madhavpratapsingh8274 3 года назад +22

      रश्मिरथी के कर्ण की तरह या महाभारत के कर्ण की तरह
      दोनों का चरित्र अलग हैं

    • @gangadharrai7115
      @gangadharrai7115 3 года назад +10

      Tum Mithya Mein Jee rahe ho ! karn mahaan tha? kavi ramdhari singh dinkar ne bhi mahabharat nahi padha hoga bhala abhimanyu ko adharm se maarne wale ka kabhi dhanjay savyasachi arjun se kya tulna. Pandavo sahit kunti ko marne ka prayas karne ke sath khada raha adharmi. Suyodhan ke pap me samanantar sahbhagi tha. Papi ko tab dharm ki yaad tab ayi jab us par swayam biti.

    • @mannsharma1558
      @mannsharma1558 3 года назад +10

      @@gangadharrai7115 abe chal nikal karm ke adharma ginata aur jo uspe adharma hue wo nhi yanata chal nikal yahan se jinke khud ke kaam ache nhi hote wo dusre ko gyaan nhi dete beta

    • @Looksmaxxingkachoda
      @Looksmaxxingkachoda 3 года назад +1

      @@mannsharma1558 Hizre hai bhai ye 😀❤️

    • @Ankitsingh-uv1eb
      @Ankitsingh-uv1eb 2 года назад

      @gndhari rai ..to mhabhart padh ke aaa phle

  • @dharmdhuri6519
    @dharmdhuri6519 4 года назад +346

    10 वीं बार सुन रहा हूँ।।
    क्योकी मुझमे भी एक कर्ण है

  • @dilippujari9655
    @dilippujari9655 3 года назад +2

    मनोज भाई,आप अनमोल है देश ke लिये धर्म ke लिये.अपना खयाल करो har pal savdhani barto. रात दुष्मन की है हमे harna nahi है.जय हिंद. हर हर महादेव.

  • @priyankagahalautpriyakumaa1987
    @priyankagahalautpriyakumaa1987 4 года назад +9

    लकीर के फ़क़ीर हम बने रहते है..
    बात के पीछे की बात कब सुनते है..
    महाभारत से बड़ी है कर्ण के अंतर्मन की ये महाभारत..
    माननीय दिनकर जी को मेरा कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏
    मनोज जी आभार आपको 🙏🙏😊

  • @deepaksinghsisodiya5690
    @deepaksinghsisodiya5690 4 года назад +14

    Dinkar is great great great poet.......he is gem of India from Bihar........love u sir ...Manoj is also great

  • @ashutoshtripathi1871
    @ashutoshtripathi1871 4 года назад +54

    Karn ke character se love ho gyaa...
    Aap ko sunne ke baad
    He is greatest warrior

    • @behindthemirror435
      @behindthemirror435 4 года назад +1

      ruclips.net/video/71x3K9f5e7w/видео.html

    • @gangadharrai7115
      @gangadharrai7115 3 года назад +1

      Jab purn roop se kisi ko nahi janate ke tab tak judge mat karo sirf kasht hi nahi jabki karn ne kitno ko kasht dene ka payas kiya ye bhi jano

  • @AnkitSingh-xn7zu
    @AnkitSingh-xn7zu 2 года назад +4

    मित्रता बड़ा अनमोल रतन, कब उसे तौल सकता है धन।

  • @Unpredictive_one
    @Unpredictive_one 4 года назад +9

    वाह वाह!!!! बहुत सुंदर लय में कविता कही सर।।। सादर नमन, राष्ट्र कवि दिनकर जी की अमर रचना को आपने चार चाँद लगा दिया 🙏🙏❤😍😍❤❤

  • @anuragmishra5387
    @anuragmishra5387 Год назад +3

    सर ये रचना मेरे जीवन में चल रही है।।आपकी महानता को शत शत नमन करते आपको

  • @Coachbhaveshrohira
    @Coachbhaveshrohira 3 года назад +5

    दिनकर जी के शब्द आत्मा हैं , आपकी आवाज़ शारीर , ह्रदय में भरते उत्साह, आँखों में भरते नीर।

  • @shreyasinghdeep4947
    @shreyasinghdeep4947 3 года назад +7

    मै 18 साल की छात्रा हु।
    मुझे अपने हिन्दी साहित्य में बहुत रुचि है धन्य है दिनकर जी जिन्होंने यह लिखा और धन्य है मनोज सर जिनके अमृत रूपी मुख से रश्मिरथी का यह भाग सुना🙏👍

    • @VipinyYT
      @VipinyYT Год назад

      दो राज अगर तो आधा दो,पर इसमें यदि बाधा हो,,,,,,,,,तो दे दो केवल 5 ग्राम ,,,,,,,,,रखो अपनी धरती तमाम ,, भगवान की वाणी,,, दिनकर जी,,,

  • @AbhishekGupta-iq3wb
    @AbhishekGupta-iq3wb 3 года назад +16

    बिल्कुल अटल जी की आवाज़ लगती हैं, सर।

  • @shrutishukla3152
    @shrutishukla3152 Год назад +7

    Dinkar was a batchmate and hostelmate of my father, Mr A P Misra, the first DGP of Bihar. Dinkarji was created Rashtra Kavi of independent India by Nehru. But you cannot create poetry under orders. The same sentiments that went against Nehru now went against Nehru
    So he returned to Patna. he dropped in to see my father. They met laughing hugging loving. I touched his feet and got his autograph and felt blessings

  • @preetigupta797
    @preetigupta797 4 года назад +25

    What a presentation, Sir! No wonder duality exists in every concept. Opposites complete the circle. Life goes on bringing together and dissolving cells all the times. Thanks!

  • @meeranow
    @meeranow 4 года назад +12

    Kya baat, my complete perception of Gita and Karan has changed... ❤️❤️❤️👌👌👌🌹🌹🌹♥️♥️♥️

    • @rajut7496
      @rajut7496 3 года назад +2

      It means you never knew Gita and karna.... No one escapes the law of karma....

  • @jyotsnasuthar1051
    @jyotsnasuthar1051 4 года назад +52

    After seeing you reciting it, it made me feel even karan was not wrong somewhere ❤️. Thank you so much

    • @nirantarnarayan
      @nirantarnarayan 4 года назад +3

      Karna not karan !!

    • @sk29214
      @sk29214 4 года назад +2

      Karna was the best !!!! करण जैसे सिद्धांतो वाला मित्र, योद्धा कोई हो ही नहीं सकता !!!🙏🙏🙏

    • @vibhashukla2796
      @vibhashukla2796 4 года назад +1

      Karan was wrong. Read original Mahabharata

    • @shankardayal4662
      @shankardayal4662 4 года назад +1

      @@vibhashukla2796 no one was wrong at all

    • @shankardayal4662
      @shankardayal4662 4 года назад +1

      No one was wrong

  • @bikashpattnaik8883
    @bikashpattnaik8883 10 месяцев назад +21

    लेकिन, नौका तट छोड़ चली, कुछ पता नहीं, किस ओर चली। यह बीच नदी की धारा है, सूझता न कूल-किनारा है। ले लील भले यह धार मुझे, लौटना नहीं स्वीकार मुझे।

  • @ayushbaheti3372
    @ayushbaheti3372 4 года назад +19

    Time and again this excerpt has made me realise the true meaning of friendship. Thank you for reciting it with such poise.

  • @atyushkmrsingh1645
    @atyushkmrsingh1645 4 года назад +5

    Very beautiful...
    Rashtrakavi Dinkar is from begusarai... I am also from begusarai... Feeling proud....

  • @aishwaryakapse..
    @aishwaryakapse.. 4 года назад +33

    Couldn't resist commenting on this masterpiece! It's been 8 yrs I read Mrutynjay n fell in love with karna and I still am. Never found such profound words that described karna' pain so well!

    • @Victorhugo-wf1pn
      @Victorhugo-wf1pn Год назад

      Mrutyunjay v ek kavita hai kya?

    • @notsofunnygani
      @notsofunnygani Год назад

      ​@@Victorhugo-wf1pnit's a novel .

    • @notsofunnygani
      @notsofunnygani Год назад

      I was always in awe of karna since childhood when I used to listen stories about him , sadly I never read mrityunjay yet but I've heard lot about that legendary but soon I'll start reading it.

  • @r.psinghaccountant2361
    @r.psinghaccountant2361 2 года назад +2

    महाभारत सीरियल देखने का अवसर मिला। वह श्रव्य-दृश्य तरीके से बहुत ही सुन्दर दृष्टि गोचर हुआ लेकिन मनोज जी के मनमोहक प्रस्तुतिकरण ने तो उससे भी अधिक सजीव और जीवन्त कर दिया। वाह वाह वाह

  • @kncmuzik
    @kncmuzik 2 года назад +3

    I randomly listen to this and get filled up with a new energy....karn ke maitri adarsh, dinkar ke shabd or muntashir ji ki awaaz ne ise kuch or hi roop de diya he ...hays off 🙏

  • @D_T____________1416
    @D_T____________1416 3 года назад +4

    Goosebumps Sir! I come to this recitation again and again whenever I feel low. Dinkar sahab was a powerhouse of vocabulary and eloquence.

  • @devtripathi4439
    @devtripathi4439 4 года назад +5

    Ohhh.... Maza aa gya sir, ab toh aadat ban chuka h aap ko sunana.. Jb Rasmirathi school days mein ek chapter tha tb padhana accha lagta tha, ab aap ko sun k lagta k, kitni precious apna literature h.. Love u sir ❤❤❤

  • @Ankitfromayodhyaji
    @Ankitfromayodhyaji 3 года назад +4

    Bahut Gajab... Manoj Shukla ji... 🙌🙌🙌🙌 Aap Amethi Uttar Pradesh Ki Shaan Hai.. 🙏🙏🙏

  • @the_vishalparihar
    @the_vishalparihar 4 года назад +9

    Your voice is just breathtaking! I've never seen anyone recite with this level of energy...
    Thank you

  • @ektatripathi7360
    @ektatripathi7360 3 года назад +1

    रश्मिरथी को सुनके हृदय को एक अजीब सी शांति मिल रही...महाभारत का एक एक दृश्य सामने आ रहा कविता के साथ... वाह 👌

  • @BollywoodSouthJunction
    @BollywoodSouthJunction 4 года назад +256

    मित्रता की मिसाल "कर्ण"

    • @aradhyaaradhya79
      @aradhyaaradhya79 3 года назад +7

      Mitrata ka matlab sath dena nahi hota .... Agar sath chodne se mitra ka bhalai he toh chod dena chahiye....chahe khud ko maan mile yah badnaam mile sabse jaruri mitra ke bhalai hi mahtwa mein rehta he

    • @BollywoodSouthJunction
      @BollywoodSouthJunction 3 года назад +5

      @Aradhya.. आपकी बात सर्वथा सही है परन्तु यदि कोई मित्र आपमे बुरे वक़्त में साथ दे तो दूसरे मित्र का यह सर्वोपरि धर्म होता है कि वह भी उस मित्र का सभी परिस्थितियों में साथ दे चाहे उसे अपने भाई से ही क्यों न लड़ना पड़े....

    • @aradhyaaradhya79
      @aradhyaaradhya79 3 года назад +5

      Satya he ki mitra k sath hamesa nivana chahiye.....parantu mitra agar galat he toh uske galti ko chupane k bajah usko
      Sachhai ki darpan dikhane chahiye...yahan pe karna agar duryodhan
      Ka sath nahi deta toh duryodhan k liye achha hota agar usko kunti k paas jane ka maan nhi tha toh nirapekhs reh sakta tha...wese karna k sari charitra mujhe bahat achha lagta he ..

    • @arjitsharma4337
      @arjitsharma4337 3 года назад +1

      @@aradhyaaradhya79 tumhe kya lagta hai duryodhan atma hatya nhi karleta duryodhan ka marna Taye tha ya aise ya waise 👍🙂

    • @ASTfactsb4
      @ASTfactsb4 3 года назад

      Esiliye mara gya na

  • @suyashgupta9984
    @suyashgupta9984 2 года назад +1

    सर, यह अमृत निःसंदेह आत्मा को छूता हुआ सीधे मन को प्रफ़ुल्लित कर रहा है।

  • @pranayrai5330
    @pranayrai5330 4 года назад +5

    धन्यवाद श्रीमान! हम पिछले बुधवार से प्रतीक्षा कर रहे थे।
    बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏

  • @BhupendraSingh-ug5yq
    @BhupendraSingh-ug5yq 3 года назад

    लेखन और पठन दोनों अतिसुंदर...इतनी सुंदर तरीके से कविता पाठ करने के लिए श्री मान आपका बहुत बहुत धन्यवाद...दिनकर का लेखन अमर है और आपका पाठन

  • @ankitsharma5855
    @ankitsharma5855 3 года назад +4

    मां का स्नेह पाया न कभी
    सत्य सामने आया न कभी
    अद्भूत पंक्तिया

  • @HardikSharma-oe8qo
    @HardikSharma-oe8qo 4 месяца назад

    आपकी वाणी से अमृत झलकता है आज ऐसा लग गया की वो प्राचीन भारत के समय के दर्शन हो गए 🙏

  • @srishtitiwari4144
    @srishtitiwari4144 4 года назад +18

    ऐसा नहीं कि अब तुमसे मोहब्बत नहीं है,
    बस ये समझ लो कि अब कुछ चाहत नहीं है।
    ऐसा नहीं कि अब तुम्हारी जरूरत नहीं है,
    बस ये समझ लो कि हमें इजाजत नहीं है।
    अश्क भी तुम्हारे हैं आंखो में, और इश्क भी तुम्हारा ही है दिल में,
    पर ये सब कह दूं तुम्हे मुनासिफ नहीं है।
    नाराजगी कुछ जायज़ सी है मेरी,
    पर मिल के कुछ कहूं इतनी भी शिकायत नहीं है।
    ऐसा नहीं कि अब तुमसे मोहब्बत नहीं है,
    बस ये समझ लो कि अब कुछ चाहत नहीं है।
    फ़िक्र भी रखता हूं तुम्हारी,
    जिक्र भी करता हूं तुम्हारा,
    पर कह दूं किसी से हिमाकत नहीं है।
    इश्क़ तो ताज़ा है दिल में आज भी, जज्बात भी वही हैं,
    पर लहजे में उतनी शराफत नहीं है ।
    ऐसा नहीं कि अब तुमसे मोहब्बत नहीं है,
    बस ये समझ लो कि अब कुछ चाहत नहीं है।
    बेजार से पन्नों पे जब भी लिखने बैठता हूं कुछ, कहानी बस तेरी मेरी ही है,
    पर कलम खुद ब खुद रुक जाती है, कहती है, अब मुझमें और दवात नहीं है।
    ऐसा नहीं कि अब तुमसे मोहब्बत नहीं है,
    बस ये समझ लो कि अब कुछ चाहत नहीं है।
    📝 सृष्टि तिवाडी

    • @abhishukla4003
      @abhishukla4003 4 года назад +1

      Bahut sundar prastuti.......

    • @abhishukla4003
      @abhishukla4003 4 года назад +1

      🙏🙏🙏🙏🙏

    • @krishankumar-rq9vn
      @krishankumar-rq9vn 2 года назад +1

      *"प्रसन्न" वो हैं जो अपना*
      *मूल्यांकन स्वयं करते रहते हैं,*
      *और "परेशान" वो हैं जो दूसरों*
      *का मूल्यांकन करते रहते हैं...*
      *🙏🌹शुभ प्रभात🌹🙏*

    • @zindgi_kuch
      @zindgi_kuch 2 года назад

      Jai ho bhut sundar

    • @kushalkumar2353
      @kushalkumar2353 2 года назад

      bohot sundar. kya ye kavita aapki khud ki rachna he?

  • @bikashrajkushwaha4049
    @bikashrajkushwaha4049 3 года назад +2

    आप धन्य है मनोज सर, आप की वाणी ने मेरे दिल को झकझोर के रख दिया
    आप महान हों सर
    दिल की गेहराइयो से आपको प्रणाम 🙏🙏🙏

  • @mishra1520
    @mishra1520 Год назад +5

    जय श्री रामधारी सिंह दिनकर ❤ जय श्री परशुराम ❤️🙏

  • @ramjigupta5416
    @ramjigupta5416 3 года назад +1

    अद्भुत, अविश्वसनीय मनोज सर ! जितनी ही बेहतरीन कविता उतनी ही बेहतरीन आवाज। पता ही चला कब कविता पूर्ण हो गयी। दिल और मन थम गये बस कविता को सुनता रहूं। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @RajneetiBharatKi
    @RajneetiBharatKi 3 года назад +9

    मनोज मुंतशिर आज वो नाम है जो रश्मिरथी के ज़रिए "हिंदी" का सारथी बन कर श्री कृष्ण की तरह हिंदी को रथ पे लेके चढ़ चुके है इस "इंगलिश" के महाभारत में, धन्य है आप मनोज भैया❤️❣️❤️❣️

  • @Pawanesh_Yadav15
    @Pawanesh_Yadav15 3 года назад +1

    अद्‌भुद लेखन हैं “ दिनकर" साहब का👍
    किन्तु मुंतासिर साहब आपने अपने कण्ठ का स्वर देकर इसे और श्रवण आकर्षक कर दिये🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @madhulikasaxena5341
    @madhulikasaxena5341 3 года назад +6

    Wonderful, I read all Hindi poets when I was in class 6 as my mother used to speak about them. And I read out of my interest only. Thanks for bringing again

  • @nikhiljaiswal9745
    @nikhiljaiswal9745 Год назад +1

    आपके ऋण है , आपकी आवाज से आंखो में आसू आ गए । दिनकर जी को धन्यवाद और आपको भी

  • @amansony8649
    @amansony8649 3 года назад +3

    आपने अपनी आवाज़ से इस कविता को जीवित कर दिया ❤️

  • @indearjeetnarr4386
    @indearjeetnarr4386 3 года назад +1

    आप की शैली इतनी अद्भुत है, कि मैं बाभविभोर हो जाता हूँ।धन्यवाद🙏🙏

  • @Aditya__pandey_
    @Aditya__pandey_ 4 года назад +11

    Your Voice has a magical healing power..!! Love u lott sir ❤️❤️

  • @ramanandsharma4573
    @ramanandsharma4573 3 года назад +2

    अद्भुत, अविरल पठन शैली । आपको प्रणाम
    आपको ढेर सारी शुभकामनाएं।

  • @preetrana2145
    @preetrana2145 3 года назад +5

    14:00 lines are very amazing❣🙌🏻

  • @b.l.choudhary1681
    @b.l.choudhary1681 3 года назад +1

    अदभुत रचना। अदभुत प्रस्तुतिकरण। मित्रत्ता की बेमिसाल घटना। रास्ट्र कवि रामधारीसिंह को नमन।
    शानदार प्रस्तुति के लिए आपका आभार। ऐसा लगा जेसे आप मे महारथी महा दानी महा मानव कर्ण ही उतर आया हे ⚘

  • @nirajshah3238
    @nirajshah3238 3 года назад +3

    I have listened every part more than 50 times... Indeed it is a great poem but you have added life to it!

  • @deepakpareek6449
    @deepakpareek6449 3 месяца назад

    अद्भुत अमर कृति दिनकर साहब की और उसी शैली में प्रस्तुतीकरण । धन्य

  • @sanjaykandpal9849
    @sanjaykandpal9849 3 года назад +4

    Manoj ur oration is simply outstanding
    Junoon aur passion hai aapke oration mein
    Karn the great warrior is role model for friendship aur Ramdari singh dinkar ji are legend of their respective era

  • @advikasanchihar4442
    @advikasanchihar4442 3 года назад

    जग से ना कुछ लेते हैं
    दान ह्रदय का देते हैं ..
    अद्भुत रचना एवं अद्वितीय काव्य पठन।
    Thanks for reviving hindi kavita and bringing such gems in your unique style..
    Our poets were incredible..

  • @raghavjha8996
    @raghavjha8996 4 года назад +8

    Amazing reading ability. You are absolutely clear bit by bit. Please complete the series as soon as possible. Always waiting for the next episode.
    Thank you so much for this series.

  • @rameshkumarsachdev4641
    @rameshkumarsachdev4641 3 года назад

    रामधारी सिंह दिनकर की ये कविता इतनी सुंदर हाेगी यह सोचा न था । मनोज जी ने इस कविता में अपनी आवाज से नए प्राण डाले हैं।

  • @binasingh912
    @binasingh912 4 года назад +6

    Wah kya flow hai Hindi dharapravah love you 🌷💕

  • @law99channel
    @law99channel 4 месяца назад

    *रश्मि रथी ऐसी रचना है जिसमे वीररस और कारुण्य एक साथ भावों के सागर में ज्वार लाते हैं*

  • @saurabhdagar9596
    @saurabhdagar9596 3 года назад +11

    अपनी निर्बलता कायरता को देख के एक सवाल मन मे आता है -
    वो महावीर यदि आज होता, क्या अब भी ईतना महान होता ?

    • @pradeepchaudhary1172
      @pradeepchaudhary1172 3 года назад

      3wev5.s
      🥞😉🥞😉

    • @nucleusnext394
      @nucleusnext394 3 года назад

      पराक्रमी पुरुष सदैव एक जैसी साथ मे रहते है वे बदलते नही आर के अवसथी सूरत गुजरात

  • @dharmilbhatt2998
    @dharmilbhatt2998 4 года назад +1

    रश्मिरथी इस तरह सुनाने के लिए धन्यवाद मनोज भाई

  • @manjitkaushal2217
    @manjitkaushal2217 2 года назад +3

    जीवन को मूल्य समझता हूं , धन को मै धूल समझता हूं।❤️🙏🙏

  • @prashantdhaundiyal2209
    @prashantdhaundiyal2209 Год назад

    जीवन में पहली बार धन्य हुआ जो आपके कंठ से इस ग्रंथ को सुना है। कोटि कोटि धन्यवाद।

  • @anilkumarsingh8484
    @anilkumarsingh8484 2 года назад +3

    Shivering while listen this, you said correctly. Masterpiece 🙏🙏🙏

  • @Ninja_Doc
    @Ninja_Doc Год назад +1

    Most powerful words I have ever heard in my life. Goosebumps 🔥