Prashant modi correct place scenery l सीनरी “ लगाने की सही दिशा l

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  • Опубликовано: 11 окт 2024
  • वास्तु ज्ञान क्लब में आप सभी विवश का और यूजर्स का स्वागत है , मैं पी चंद्रवंशी आपको नमस्कार करता हूं स्वीकार कीजिए l
    आज के इस एपीसोड में हम एक महत्वपूर्ण विषय सीनरी लगाने के विषय में आपका ज्ञान अर्जन करना जा रहे हैं l वास्तु विशेषज्ञ श्री प्रशांत मोदी जी आपको इस बारे में जानकारी देंगे l सीनरी लगाने के कुछ विशेष कारण है , जो हमारे वस्तु में यानी हमारे भवन में प्रभाव डालते हैं l हमारे भवन के प्रत्येक कमरे , बेडरूम , मास्टर बेडरूम ,पूजा घर , ड्राइंग रूम ,डाइनिंग रूम , हाल , l ऐसे सभी जगह पर प्रभाव डालते हैं l अतः सीनरी लगाने से भी वास्तु के इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं l आपने देखा होगा कि जब हम घर -प्रवेश करते हैं तो स्वास्तिक चिन्ह का या गणपति जी का चिन्ह बनाते हैं ,ओम का चिन्ह बनाते हैं , घर में शुभ लाभ लिखते हैं l लक्ष्मी माता की पूजन के समय लक्ष्मी के पैरों को हम अपने मुख्य द्वार से अपने पूजा घर तक ले जाते हैं , चिन्हित करते हैं अतः यह जो चिन्ह है जिन्हें हम सीनरी कह सकते हैं या चित्र कह सकते हैं l जिन्हें हम वास्तु सज्जा के लिए लगाते हैं l भवन में काफी सुधार देखने को मिला है l कुछ सीनरी या चित्रों को रूम से हटाने पर भी कुछ पॉजिटिव प्रभाव देखने को मिला है l अतः सीनरी लगाने के लिए विचार करना चाहिए उसके पश्चात ही हमें सीनरी लगाना चाहिए lअक्सर यह देखने में आता है की बड़े-बड़े भवनों में मुख्य द्वार से अंदर आते ही भवन स्वामी एवं स्वामिनी यानी मालकिन का युगल चित्र 7 फुट के करीब बड़ा सामने ही लगाया जाता है कुछ बंगलो में हमने मिरर या आईना लगा हुआ भी देखा है जिसके वस्तु परिणाम आए हैं lअतः सीनरी लगाने या मिरर लगाने के सिद्धांत को समझ लेना आवश्यक है l
    यह एपिसोड आपकी कुछ मदद अवश्य करेगा l हम आगे भी इस पर कुछ अच्छे एपिसोड आप तक पहुंचाएंगे l इंतजार कीजिएगा l धन्यवाद - पी चंद्रवंशी

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