“उत्तराखंड मेरी मातृभूमि”-गिरीश तिवारी “गिर्दा” का कालजयी मधुर गीत बच्चो की मधुर आवाज़ में

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  • Опубликовано: 15 ноя 2024

Комментарии • 11

  • @KajalMahar-b8m
    @KajalMahar-b8m 8 месяцев назад +1

    👌👌👌👌❤

  • @aayshamalik2045
    @aayshamalik2045 Год назад +2

    स्कूल से जुड़ी बहुत सारी यादें.... जिनमें से एक ये भी ❤ कभी इस जगह हम हुआ करते थे😍..... Rpic nostalgia

  • @jitendrajoshi3485
    @jitendrajoshi3485 Год назад +2

    दिल लगाने में वक्त लगता है,डूब जाने में वक्त लगता है।
    वक्त जाने में कुछ नहीं लगता,वक्त आने में वक्त लगता है।
    - ' गिर्दा '
    इतनी वेदनापूर्ण पंक्तियों को लिखने वाले कुमाऊंनी कविताओं के दैदीप्यमान नक्षत्र श्रीमान गिरीश चन्द्र तिवारी उर्फ 'गिर्दा' द्वारा रचित 'उत्तराखंड मेरी मातृभूमि' गीत पर बच्चों द्वारा सुन्दर प्रस्तुतीकरण ❤️

  • @departmentofzoology2175
    @departmentofzoology2175 Год назад +2

    बहुत ही सुन्दर, प्रस्तुति,,,,,💐💐💐💐💐💐💐🙏,,,

  • @shantimiss2468
    @shantimiss2468 Год назад +2

    हरेला की बहुत बहुत शुभकामनाएं 🎉❤

  • @RekhaJoshi-dv2nl
    @RekhaJoshi-dv2nl Год назад +2

    बहुत सुन्दर

  • @priyasamant53
    @priyasamant53 Год назад +2

    👍👍👌👌

  • @neerajjoshi1457
    @neerajjoshi1457 Год назад +1

    आपको उत्तराखंड के प्राचीन इतिहास के विषय में काफी जानकारी है
    आपको उत्तराखंड क्षेत्र के मंदिरो के विषय में जानकारी है
    आप उत्तराखंड के इतिहास विषय पर पुस्तक लिख सकते है