बहुत बहुत धन्यवाद की आपने आजीविक संप्रदाय/दर्शन पर विडियो बनाया। आपने आजीविक संप्रदाय के संबंध में बौद्ध जैन धर्म ग्रंथों में विकृत प्रसंगों की सुन्दर विवेचना किया है। परन्तु उनके समाप्त होने की घोषणा शायद सही नहीं है। उतर भारत में आजीविक लोगों के प्रधान केन्द्र गया और पूर्वी तथा दक्षिण भारत में क्रमशः पूर्वी बंगाल और द भारत था। आजीविक पंथ का नाम भले ही मिट गया है,परन्तु उनकी दर्शन लोगों के जीवन में समायी हुई है।आज भी आम हिन्दू धर्म के अनुयाई में भी अगर किसी को अचानक कुछ होता है तो , उसे सांत्वना देने के लिए आजीविक दर्शन का इस्तेमाल कर कहा जाता है-"उसके भाग्य में यही लिखा था" या " नियती में यही होना था।" उसे यह नहीं कहा जाता है कि ,"उसके कर्म ही वैसे थे इसलिए उसे ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा"। ब्रजेश कुमार दाॅंगी, पटना।
जो भी धाराएँ पनपी वो सब दर्शन कहलाती हें क्यों की ये विषय(अनुशासन) ही दर्शन शास्त्र के अन्तर्गत आता है जैन और बुद्ध भी दर्शन की विभिन्न शाखाएँ हें,जैसे कि खगोल, भागवत् ,समाजशास्त्र आदि -आदि ये सभी अलग अनुशासन (विषय-subject) हें।
सब ने वैदिक धर्म का ही विरोध किया था। पर वैदिक धर्म बुद्ध, महावीर, चारवाक, या आजीवन के पहले वैदिक धर्म था इसका कोई अर्किलोजीकल साक्ष्य क्यो नही देता है🙏
सभी तीर्थंकर , अरिहंत , केवल ज्ञान के कारण सर्वज्ञ थे, याने समय ( अनंत भूत और अनंत भविष्य के ज्ञाता), के परे थे । ऐसे में , अल्पज्ञानियों के धर्म (याने वैदिक आदि ) ,से , सर्वज्ञ के धर्म (याने श्रमण धर्म ) की उत्पत्ति कैसे हो सकती है ???? याने जिन्हें श्रमण धर्म कठिन लगा या जो इसके आचार संहिता का पालन नही कर सकें , उन्होंने अपनी अनुकूल धर्मों का सृजन किया । याने वैदिक आदि सभी धर्म बाद के ही है , श्रमण धर्म के बाद के ।
कोन मूर्ख कहता है वेदिक धर्म का कोई पुरातत्व सबूत नही है मूर्ख सिंधु घाटी सभ्यता में भी यज्ञ वेदी मिली है वही भारत मे अलग अलग समय पर सनातन धर्म के सबूत मिलते रहेहै
Shiva koi hindu devta nahi he vah mahayna Buddhism ka avlokiteshwar hi he ..... avlokiteshwar 108 nam se bulaya jata he jisme shiv ke sare nam aate he....or nilkanth darani Sutra avlokiteshwar ko samarpit he ......Aaj ka hindu dharm sab devta purane dharmo se chori kiye hue he...kyuki bramhano ka koi devta nahi tha vo Agni ki upasak the...unhone India me aake vaha ke logo....hindu devta Indra or bramha buddha ko pujte hue dikate he
सम्राट अशोक के नवरत्न ( 9 गोपनीय विद्वानों ) के बारे में प्राचीन शास्त्रो में क्या कहा गया है इस पर प्रकाश डाले । जिससे प्रेरित होकर मध्यकाल में अकबर ने नवरत्न बनाये थे ।
आजीवक , श्रमण परम्परा , सांख्य दर्शन ने किसी का भी विरोध नहीं किया बल्की , आज का हिंदू धर्म , ब्राह्मण धर्म ही आजीवक , श्रमण परम्परा , सांख्य दर्शन के विरोध मे ही खड़ा हुआ है .
नियतिवादी दृष्टिकोण भी काफी वैज्ञानिक है। क्योंकि हर चीज़ कर्म से निर्धारित नहीं हो सकती है। हालांकि हर चीज़ नियति के वश में भी नहीं, क्योंकि कर्म वहां हस्तक्षेप कर देते हैं। वर्तमान सनातन धर्म, संभवतः इन सभी संप्रदायों/ विचारधाराओं का संकलन ही है। आजीवक संप्रदाय पर प्रकाश डालने के लिए आभार। कृपया संभव हो तो आचार्य अजित केसकंबली एवं उनके संप्रदाय पर प्रकाश डालें ?
@@kuldipkumar2207 Chalo chodo vedo ko compile kisne Kia tha , I mean ekatrit kisne Kia tha saari information ko aur ek book meh likha tha ... Kon the voh ??
जो भी धाराएँ पनपी वो सब दर्शन कहलाती हें क्यों की ये विषय(अनुशासन) ही दर्शन शास्त्र के अन्तर्गत आता है जैन और बुद्ध भी दर्शन की विभिन्न शाखाएँ हें,जैसे कि खगोल, भागवत् ,समाजशास्त्र आदि -आदि ये सभी अलग अनुशासन (विषय-subject) हें।
लेकिन बुद्ध के समकालीन सबूत कुछ नहीं मिलता जो भी सबूत मिलते है ओ अशोक के काल से मिलते हैं। फिर बौद्ध धर्म ग्रंथों को देखो तो तुम लोग उससे भी भागने लगते हो फिर कहते हो की बौद्ध ग्रंथों में ब्रमहीन की वाड़ी मिला दी है है।
Konsa vedik, gapp maar maar duniya morkh bna dee Brahmino ka dharam 700 AD mey bna Nah Ram hua Nah krishan Shiv avlokiteshwar budh hai Vishnu bodhisattva Koi histry nahi brahmino ki Uressia, Persia bani israel se nikle videshi hai
Bilkul sahi kaha shiv koi hindu devta nhi he...bohot si Maharashtra ki gufayo me stup ko todkar shivling banaye he ...or 108 avlokiteshwar nam me shiv ke sare naam he...or nilkanth darani Sutra avlokiteshwar ko samarpit he ....nilkanth =avlokiteshwar ko hi bolte he . ....mahayan bhuddhism ki pramukh devta he
वैदिक तब कोई विद्वान सिद्ध नहीं कर सके । हवन के पाखंड को अगर रख कह रहे हों तो बात अलग हो सकती है । या हो तो वैदिक काल की लिपि अगर संस्कृत है तो क्या तब यह भाषा किसी और लिपि में थी । अगर थी तो क्यों बदलाव आया
बुद्ध ने त्रिपिटक में अनेक बार वेदों के बारे में बताया है। बुद्ध ने जिस ईश्वर की अवधारणा को नकारा था वह वेदों में प्रतिपादित ईश्वर ही है। बुद्ध से पहले वेद थे तभी तो बुद्ध ने वेदों पर व्याख्यान दिए। त्रिपिटक पढ़ोगे तो पता चल जायेगा ।
Vaidic dharm kabhi tha hi nhi bharat me ye alag roop me tha wo bhi iran se lagte ilako me jorastrian dharm ke roop me jab islam aane pr jorastrian dharm ko maan ne wale wahan se bhag kr bharat aaye to yahan boddh dharm me vilin hokar baman bn gye jo boddho ke shaman baman ka ek bhag tha fir brahmano ne dhire dhire boddh dharm pr kabza kr anyo ko shiksha se vanchit kr kewal dhani varg yani raje rajwado or baniyo ko padhana shuru kiya 🙏🏾🙏🏾🙏🏾
@amandeep.singh.311 jab bharat me koi Buddhist bache ho nhi to tipitak kisne likhe jo sanskrit janta tha sanskrit kiske kabze me thi videshi brahmano ke videshi brahman kya likhega jo usko suit karega 😆😆🤣🤣🤣 waise duniya ke kisi bhi Buddhist desh me tipitak me ved ki koi ninda nhi likhi h na ved ka hi jikr h trivjya ko brahman Trived translate karta h jabki ved shabd h hi nhi 😆😆🤣🤣🤣 tipitak se pehle na koi ved ka saboot milta h na na vaidik kaal ka fir ye jhuth kisne failaya h videshi brahmano ki aulado ne 😆😆🤣🤣🤣🤣
Vedic dharm tha kaha😅😅😅ye sirf khayali pulao hi😅😅bhai you need to more education history 😅😅😅 Sabse pahle saman parampara thi...phir Ajivika parampara aayi ..wahi se Buddhism aaya Jainism aaya....ye chala phir uske muslim kaal me Brahminisam bana aur Buddhisam aur Jainism ki sabhyata mitaya gaya conspiracy kar ke....phir yahi Brahminisam British kaal me Hindu kahne lage apne apko......phir 2014 k baad Sanatan kahne lage😅😅😅😅😅😅
Isliye buddha murtiyan jo persian murtikala se influence thi usse dekhkar buddha k jatadhari sar ko 108 ghonghe ki bali kahkar prachar karte ho buddha ko badnaam karne hetu.... Ye videshi parjivi bramano ko buddha darshan se kyun hai pareshani kya bata sakte ho????? Caliphate senapati mohammad bin kasim k saath milkar sindh ki buddhist rajvansho ko khatam karke braman bharat me ghuse. Chitpawan Bramano ko vidwano ne Bene Israeli kaha hai aur "Baney Yisrael Children of Israel" hai. BAL GANGADHAR TILAK bhi ek chitpawan braman hai jo Rashtriya Swayamsevak Sangh ko banane ki mastermind hai. Tilak ne kaha tha "naari agar padhai likhne se samaj ki barbadi hai naari bacche paida karne k liye hai ghar sambhalne k liye hai aur shudra varna jo teli mali tamboli etc.. padh likhkar kya sansad me hal chalayenge...."
Buddha jab anye sampradaye pr tippani kr rhe he tum muje 1 example bta do jha buddha ne vedo pr tippani ki ho to buddha se phle vidik yug kyu jabardasti gussa rhe ho
Sahi itihas Jano usake bad video banao. Bhramit mat karo. Bharat me dharm nahi tha. Yaha sampraday tha. Jisame baman saman, aur aajivak ke log rahate the. Ved jenavestha ka Sanskrit translation hai. Sanskrit bhasha hi dasvi satabadi ki bhasha hai. Is Karan Sanskrit me Jo bhi granth hai vh bhut hi Navin hai.
सर बहुत बहुत धन्यवाद आपका जो इतनी अच्छी क्लास विस्तार से समझने के लिए🎉😊
बहुत बहुत धन्यवाद की आपने आजीविक संप्रदाय/दर्शन पर विडियो बनाया। आपने आजीविक संप्रदाय के संबंध में बौद्ध जैन धर्म ग्रंथों में विकृत प्रसंगों की सुन्दर विवेचना किया है। परन्तु उनके समाप्त होने की घोषणा शायद सही नहीं है। उतर भारत में आजीविक लोगों के प्रधान केन्द्र गया और पूर्वी तथा दक्षिण भारत में क्रमशः पूर्वी बंगाल और द भारत था। आजीविक पंथ का नाम भले ही मिट गया है,परन्तु उनकी दर्शन लोगों के जीवन में समायी हुई है।आज भी आम हिन्दू धर्म के अनुयाई में भी अगर किसी को अचानक कुछ होता है तो , उसे सांत्वना देने के लिए आजीविक दर्शन का इस्तेमाल कर कहा जाता है-"उसके भाग्य में यही लिखा था" या " नियती में यही होना था।"
उसे यह नहीं कहा जाता है कि ,"उसके कर्म ही वैसे थे इसलिए उसे ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा"।
ब्रजेश कुमार दाॅंगी, पटना।
जो भी धाराएँ पनपी वो सब दर्शन कहलाती हें क्यों की ये विषय(अनुशासन) ही दर्शन शास्त्र के अन्तर्गत आता है जैन और बुद्ध भी दर्शन की विभिन्न शाखाएँ हें,जैसे कि खगोल, भागवत् ,समाजशास्त्र आदि -आदि ये सभी अलग अनुशासन (विषय-subject) हें।
कमैंट्स में सारे bhimte या नव बौद्ध भरे पड़े हैं सनातन ओर वेद के खिलाफ इतनी नफरत से भरे यह इनका sikhwan है तो थू है इन पर।
Who are you? Ramta, shivta, bhamta? I am sure you are not Hindu or an Indian.
❤ बहुत बढीया जय भैया भारत की स्टोरी बहुत बढीया कदम इस चैनल को और भी बढाये बहुत बहुत शुभेच्छा और इंटरेस्टिंग और नए खोज के व्हिडिओ लाये
सब ने वैदिक धर्म का ही विरोध किया था। पर वैदिक धर्म बुद्ध, महावीर, चारवाक, या आजीवन के पहले वैदिक धर्म था इसका कोई अर्किलोजीकल साक्ष्य क्यो नही देता है🙏
Khud ko puratan sabit krne ki koshish aur kuchh nahi❤
कोई साक्ष्य हो तब तो दे कोई।
सभी तीर्थंकर , अरिहंत , केवल ज्ञान के कारण सर्वज्ञ थे, याने समय ( अनंत भूत और अनंत भविष्य के ज्ञाता), के परे थे ।
ऐसे में , अल्पज्ञानियों के धर्म (याने वैदिक आदि ) ,से , सर्वज्ञ के धर्म (याने श्रमण धर्म ) की उत्पत्ति कैसे हो सकती है ????
याने जिन्हें श्रमण धर्म कठिन लगा या जो इसके आचार संहिता का पालन नही कर सकें , उन्होंने अपनी अनुकूल धर्मों का सृजन किया ।
याने वैदिक आदि सभी धर्म बाद के ही है , श्रमण धर्म के बाद के ।
कोन मूर्ख कहता है वेदिक धर्म का कोई पुरातत्व सबूत नही है मूर्ख सिंधु घाटी सभ्यता में भी यज्ञ वेदी मिली है वही भारत मे अलग अलग समय पर सनातन धर्म के सबूत मिलते रहेहै
लेकिन बुद्ध के भी समकालीन सबूत नहीं मिलते है जितने भी सबूत मिलते है सब अशोक के काल से मिलते है।
So Buddha was not so humble as we know him. He always criticized and mocked who were his competitors. Only sanatan adapted him as Avatar
Sanatan word itself was given by Buddha in some different context
Avatar concept is only Foolish Concept.
Shiva koi hindu devta nahi he vah mahayna Buddhism ka avlokiteshwar hi he ..... avlokiteshwar 108 nam se bulaya jata he jisme shiv ke sare nam aate he....or nilkanth darani Sutra avlokiteshwar ko samarpit he ......Aaj ka hindu dharm sab devta purane dharmo se chori kiye hue he...kyuki bramhano ka koi devta nahi tha vo Agni ki upasak the...unhone India me aake vaha ke logo....hindu devta Indra or bramha buddha ko pujte hue dikate he
@amandeep.singh.311 there is no evidence of it
@@prakashnegi3344so why Buddhist don't call themselves Sanatana
No wonder ye religion extinct ho gaya. Bahut depressing ideology thi.
बहुत अच्छे थे आजीविक। सनातन हुन। पर मुझे पसंद हैं। वाह। धन्यवाद भ्राता😊👌💐
Aajiviko dharma samaj ke liye bohut hanikarak tha, agar sab kuch niyati ke upar hi hain socha jai, to manushya mein kaam karne ki pravriti chala jaiga
सम्राट अशोक के नवरत्न ( 9 गोपनीय विद्वानों ) के बारे में प्राचीन शास्त्रो में क्या कहा गया है इस पर प्रकाश डाले । जिससे प्रेरित होकर मध्यकाल में अकबर ने नवरत्न बनाये थे ।
Hello
@@adityarathore330 नमस्ते
बहुत सुंदर 🙏
Many bots and fake accounts are present in the comment section,... By the way I am following u from vaad... You are doing great... 👍👍👍
आजिवको का वर्णन बुद्ध और महावीर के इतिहास में मिलता है आजिवको का अपना कोई दर्शन उपलब्ध नहीं हैं।
Excellent explanation ❤
14:03 Jay Vardhan Sir ka Sarcastic commnent!
प्रश्न: क्या चार्वाक आजीवक थे? क्योंकि उनका दर्शन आजीवक के विचारों से कुछ समानता देखने को मिलती है।
आजीवक , श्रमण परम्परा , सांख्य दर्शन ने किसी का भी विरोध नहीं किया बल्की , आज का हिंदू धर्म , ब्राह्मण धर्म ही आजीवक , श्रमण परम्परा , सांख्य दर्शन के विरोध मे ही खड़ा हुआ है .
अाप ने ध्यान से video सुना नहीं उस वक़्त ये तीनों परम्पराएँ एक दूसरे के कोम्पटिशन मे थे ओर बौध किस तरहा अाजीवको का मज़ाक़
करते थे
अनुपम जी दोबारा सुनो
@@vikasgaur7243
तुमको भी मेरा real name मेरी खुद की video से ही पता चला होगा,, मैंने सही कहा की नहीं ?
नियतिवादी दृष्टिकोण भी काफी वैज्ञानिक है। क्योंकि हर चीज़ कर्म से निर्धारित नहीं हो सकती है। हालांकि हर चीज़ नियति के वश में भी नहीं, क्योंकि कर्म वहां हस्तक्षेप कर देते हैं। वर्तमान सनातन धर्म, संभवतः इन सभी संप्रदायों/ विचारधाराओं का संकलन ही है।
आजीवक संप्रदाय पर प्रकाश डालने के लिए आभार।
कृपया संभव हो तो आचार्य अजित केसकंबली एवं उनके संप्रदाय पर प्रकाश डालें ?
your hindi is too good
क्रूर नियति ने...... 😊😊
Thanks a lot
बुद्ध महावीर से पहले वैदिक धर्म जैसी कोई वस्तु नहीं थी।
Sir Rig Veda ka naam suna hai ??
@@thestormbreaker6221 मेरे पास 5 edition हैं। आपको कौन सा चाहिए ❓
@@kuldipkumar2207 Acha naam batiye gaa jara
@@kuldipkumar2207 Rig Veda ki kisi bhi ek mandal ya sukta ka naam ??
@@kuldipkumar2207 Chalo chodo vedo ko compile kisne Kia tha , I mean ekatrit kisne Kia tha saari information ko aur ek book meh likha tha ... Kon the voh ??
Sir aap video upload karane me late karate hai..
You need to prove Vaidic period was existed in Budha period..
Not at all. You are mislead😅
Rigveda was compiled before Buddha, around 7-8 century BC, it is well known fact across the world
@@jyotivyas9286 No Mam, please see and study archeological Scriptures evidence
@@pramodtelgote7796 so we belive the neo buddhist youtubers who spew venom on specific community in name of rationaly and tell false history.
जो भी धाराएँ पनपी वो सब दर्शन कहलाती हें क्यों की ये विषय(अनुशासन) ही दर्शन शास्त्र के अन्तर्गत आता है जैन और बुद्ध भी दर्शन की विभिन्न शाखाएँ हें,जैसे कि खगोल, भागवत् ,समाजशास्त्र आदि -आदि ये सभी अलग अनुशासन (विषय-subject) हें।
वैदिक धर्म था ही नही जब तब किस वैदिक धर्म का विरोध करता था
Vaidik kaal ka ko Archeology Avidence kyun nahi milta hai Bharat m.
Sindu k baad Maurya kaal ka hi milta hai.
लेकिन बुद्ध के समकालीन सबूत कुछ नहीं मिलता जो भी सबूत मिलते है ओ अशोक के काल से मिलते हैं। फिर बौद्ध धर्म ग्रंथों को देखो तो तुम लोग उससे भी भागने लगते हो फिर कहते हो की बौद्ध ग्रंथों में ब्रमहीन की वाड़ी मिला दी है है।
धम्म लिपि के बारे मे बताया जाय, और""" साइंस जर्नी "" चैनल सच्चाई बात बताया जाय
Kalchuri ke bare me bhi kuch bano
Konsa vedik, gapp maar maar duniya morkh bna dee
Brahmino ka dharam 700 AD mey bna
Nah Ram hua Nah krishan
Shiv avlokiteshwar budh hai
Vishnu bodhisattva
Koi histry nahi brahmino ki
Uressia, Persia bani israel se nikle videshi hai
Aisa hai prinsep bhai apna dristikon apni Gariya mein daal lo .
@@kumarvikash6122😂😂😂
Are Bro Uski Gariya me to Buddha rahte honge😂😂😂
Bilkul sahi kaha shiv koi hindu devta nhi he...bohot si Maharashtra ki gufayo me stup ko todkar shivling banaye he ...or 108 avlokiteshwar nam me shiv ke sare naam he...or nilkanth darani Sutra avlokiteshwar ko samarpit he ....nilkanth =avlokiteshwar ko hi bolte he . ....mahayan bhuddhism ki pramukh devta he
@@mangalbodele9775 apni kalpna me jaio kisi ne nahi roka aapko
साक्ष सबूत पुरातात्विक सबूत से जो खरा उतरे वही बताया जाय, किताब मे लिखी बात किसी के कहने पर तर्क करो यदि सत्य लगे तो ही मानो
वैदिक तब कोई विद्वान सिद्ध नहीं कर सके । हवन के पाखंड को अगर रख कह रहे हों तो बात अलग हो सकती है । या हो तो वैदिक काल की लिपि अगर संस्कृत है तो क्या तब यह भाषा किसी और लिपि में थी । अगर थी तो क्यों बदलाव आया
बुद्ध के समय कोई वैदिक धर्म नहीं था,
वेद 1000 ईस्वी बाद लिखे गये।
सही बात है।
Aur tum kal paida hue ho
बुद्ध ने त्रिपिटक में अनेक बार वेदों के बारे में बताया है। बुद्ध ने जिस ईश्वर की अवधारणा को नकारा था वह वेदों में प्रतिपादित ईश्वर ही है। बुद्ध से पहले वेद थे तभी तो बुद्ध ने वेदों पर व्याख्यान दिए। त्रिपिटक पढ़ोगे तो पता चल जायेगा ।
Bharat me sabse prachin dharm Baudh dharm hai
क्या शक हूण कुषाण आज के राजपूत जाट गुर्जर है ?
Han
Hun aaj ke rajput hai
Lekin unhone bodh dharm kyu apnaya tha
@@mangalbodele9775वो तो आज कल कही कही मुसलमान भी है
आपकी history की जानकारी बहुत कमजोर है
Sir , apne Acharya Chanakya ke baare mein kuchh nahi batayaa, unke bina aap India ke history ke baare mein kaise samjha sakte hain 🤔🤔
Ap gupta empire ki video mein Maharana Pratap Dhundte ho?
Vedic dharm se vimukh hokar 😂😂😂😂😂 what a joke !!!!!
Vedic dhram ka koi pramaan hai ap k pass us samay ka sb logo ka pramaan milta hai par vedic dhram ka nahi mila hai....
सर अर्थशास्त्र के लेखक चाणक्य है या नही इस बहस पर भी वीडियो बनाएगा। क्या केवल अनुमान के आधार पर ही अर्थशास्त्र के लेखक चाणक्य बताए जाते है ।
Imaginary character hai
Kaunsa vedic dharm ?
किस किताब में लिखा है कि वैदिक धर्म का विरोध किया? वैदिक धर्म था भी? 🤣
Vedic dharm ka archaeological evidence batao? Aur timeline?
Without these you are misleading.
Scriptures are not evidence. If scripture is to be believed, then all imaginary gods are real. But it isn't.
Vaidic dharm kabhi tha hi nhi bharat me ye alag roop me tha wo bhi iran se lagte ilako me jorastrian dharm ke roop me jab islam aane pr jorastrian dharm ko maan ne wale wahan se bhag kr bharat aaye to yahan boddh dharm me vilin hokar baman bn gye jo boddho ke shaman baman ka ek bhag tha fir brahmano ne dhire dhire boddh dharm pr kabza kr anyo ko shiksha se vanchit kr kewal dhani varg yani raje rajwado or baniyo ko padhana shuru kiya 🙏🏾🙏🏾🙏🏾
@amandeep.singh.311 jab bharat me koi Buddhist bache ho nhi to tipitak kisne likhe jo sanskrit janta tha sanskrit kiske kabze me thi videshi brahmano ke videshi brahman kya likhega jo usko suit karega 😆😆🤣🤣🤣 waise duniya ke kisi bhi Buddhist desh me tipitak me ved ki koi ninda nhi likhi h na ved ka hi jikr h trivjya ko brahman Trived translate karta h jabki ved shabd h hi nhi 😆😆🤣🤣🤣 tipitak se pehle na koi ved ka saboot milta h na na vaidik kaal ka fir ye jhuth kisne failaya h videshi brahmano ki aulado ne 😆😆🤣🤣🤣🤣
पागल आदमी।
RSS KA MITHIAS MATT PDAO KBE B KOI B VEDIK YUG NHI HUA .
Vedic dharm tha kaha😅😅😅ye sirf khayali pulao hi😅😅bhai you need to more education history 😅😅😅
Sabse pahle saman parampara thi...phir Ajivika parampara aayi ..wahi se Buddhism aaya Jainism aaya....ye chala phir uske muslim kaal me Brahminisam bana aur Buddhisam aur Jainism ki sabhyata mitaya gaya conspiracy kar ke....phir yahi Brahminisam British kaal me Hindu kahne lage apne apko......phir 2014 k baad Sanatan kahne lage😅😅😅😅😅😅
इतिहास के साथ हास्य भी 😂
Isliye buddha murtiyan jo persian murtikala se influence thi usse dekhkar buddha k jatadhari sar ko 108 ghonghe ki bali kahkar prachar karte ho buddha ko badnaam karne hetu....
Ye videshi parjivi bramano ko buddha darshan se kyun hai pareshani kya bata sakte ho?????
Caliphate senapati mohammad bin kasim k saath milkar sindh ki buddhist rajvansho ko khatam karke braman bharat me ghuse.
Chitpawan Bramano ko vidwano ne Bene Israeli kaha hai aur "Baney Yisrael Children of Israel" hai.
BAL GANGADHAR TILAK bhi ek chitpawan braman hai jo Rashtriya Swayamsevak Sangh ko banane ki mastermind hai.
Tilak ne kaha tha "naari agar padhai likhne se samaj ki barbadi hai naari bacche paida karne k liye hai ghar sambhalne k liye hai aur shudra varna jo teli mali tamboli etc.. padh likhkar kya sansad me hal chalayenge...."
0:10 Me video chor raha hu
Kyu ki isi se pata lag gya ki aap ko history ka knowledge nahi he sir
bhai history padha karo Neo Buddhist ki video mat dekha kar
Bro apne claim ke saath evidence bhi dikhaya karo
Kya bakvas bolata he re,
Vaidik dharm se boudh dham aur jain dham nikala he.... Pura jhuth
Buddha jab anye sampradaye pr tippani kr rhe he tum muje 1 example bta do jha buddha ne vedo pr tippani ki ho to buddha se phle vidik yug kyu jabardasti gussa rhe ho
12:37 Lmao
Buddha period is not Vedic period
Phle achha history pdo bhai
aapki shuruat hi galat hai,,,
Bhai archiology evedance do faltu gepod lila mat beko.
Tumhe pta hai ki pahle vedic dharm tha😂😂😂proof h kya
sab kuch niyati hai
to ham kya kar rehe ho
haum kuon kar rehe hai
sab kuch apneaap ho jayega
yah sab nastik darshan hai
Juth met felao budh hi thy baki sab baad mai.
Chamdi ka mukh h....kuch bhi bol sakte ho.....thos sabut ho to do😂
😂😂 tera comment tere par hi lagu hoti hai
Sahi itihas Jano usake bad video banao. Bhramit mat karo. Bharat me dharm nahi tha. Yaha sampraday tha. Jisame baman saman, aur aajivak ke log rahate the. Ved jenavestha ka Sanskrit translation hai. Sanskrit bhasha hi dasvi satabadi ki bhasha hai. Is Karan Sanskrit me Jo bhi granth hai vh bhut hi Navin hai.
आपको नमन अबुल फजल के चचा, कल्हण पंडित के मामा, रोमिला थापर के गुरुदेव 🙏
खतरनाक इतिहास का मजेदार हास्य😂😂😂😂
😊😊😂😂fake
Is prakar niyati nirdhar kiya hai har karm ke fal hota hai 😂😊