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  • Опубликовано: 10 сен 2024
  • जंगलों में उगने वाले यह जंगली मशरूम की अलग-अलग प्रजातियां प्योर ऑर्गेनिक होती है और इसमें विटामिन भी अधिक मात्रा में होती है. इसके साथ-साथ कहीं नॉनवेज से ज्यादा स्वादिष्ट भी बहुत होता है. इसीलिए लोग इसे बहुत ही चाव से खरीदारी करते हैं.
    जंगलों में रहने वाले आदिवासी महिलाएं इन्हें बेचने का काम करती है. बता दें, सावन के महीने में इस जंगल में उगने वाले जंगली मशरूम की मांग बहुत बढ़ जाती है.
    लोग इसे नॉनवेज यानी मछली, चिकन और मटन के विकल्प के रूप में देखते हैं। जो लोग सावन के महीने में नॉनवेज नहीं खाते हैं वे इस जंगली मशरूम को खाते हैं.
    यह पूर्ण रूप से ऑर्गेनिक होता है क्यों कि यह मशरूम अपने आप जंगलों में नीकलता है. इसमें सारा विटामिन उपलब्ध रहता है.
    जो मरीज खून की कमी से ग्रस्त है, जिनकी आंखों में रोशनी कम है उन्हें डॉक्टर इन जंगली मशरूम को खाने की सलाह भी देते हैं. कुछ लोग इसे मेडिसिन के रूप में भी देखते हैं. (Disclaimer- हालांकि किसी बीमारी में इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें)
    मशरुम हमेशा अच्छी तरह से सफाई कर पकाना चाहिए, क्योंकि बाजार में खुले में बिकने वाले मशरुम अधिकतर जंगल, झाड़ी, खेत, नदी, नाला किनारे निकले होते हैं। बिना अच्छे से साफ किये मशरूम को खाने से डायरिया भी हो सकता है। मशरुम में प्रोटीन, आरयन, विटामिन बी, सी की प्रचुर मात्रा होती है।
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