अगर आपके पास कोई विकल्प नहीं है तो आप मंदिर को किचन में रख सकते हैं लेकिन याद रहे कि मंदिर गैस चूल्हे के सामने न हो और सिंक के ऊपर न हो। किचन मंदिर के बाद दूसरी सबसे पवित्र जगह होती है। वीडियो को लाइक करें और अपने सभी दोस्तों और रिश्तेदारों को भी वीडियो शेयर करें।वीडियो को सब्सक्राइब भी कर दे । हमें अपना सपोर्ट ऐसे ही देते रहें।
Mem mera mandir ka muh paschim disha ki taraf hai or jab mai Pooja karti hu to Mera muh purab disha me rahta hai kya ye sahi hai kyu ki or koi jagah ho nahi hai jaha mai mandir banava shaku to aap bataiye kya ye bhi sahi hai
हॉल में मंदिर रखना सही नहीं है लेकिन आपके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है तो आप एक छोटा मंदिर बनाए और उसे पर्दे में रखें या फिर रूम डिवाइडर का इस्तेमाल करें।
मंदिर का मुख आप पूरब या पश्चिम दिशा में रख सकते है ये दोनो दिशा सबसे शुभ मानी जाती हैं क्योंकि ईशान कोण को सबसे शुभ माना जाता है जो की उत्तर पूर्व दिशा का कोना होता है भूलकर भी आपका या मंदिर का मुख दक्षिण दिशा में न हो। मंदिर को ईशान कोण में बनाए चाहे मुख पूर्व या पश्चिम दिशा में हो शुभ होता है
नमस्ते जी बहुत अच्छा है अगर आपके मंदिर का मुख पश्चिम दिशा में है मंदिर की सबसे अच्छी जगह उत्तर पूर्व होती है यहां आप मंदिर रख सकते हैं मंदिर का मुख आप पश्चिम में रख सकते है।
बेडरूम में मंदिर रखना शुभ नहीं होता है यदि कोई दूसरा विकल्प नहीं है तो आप बेडरूम में मंदिर रख सकते है लेकिन रूम डिवाइडर का इस्तेमाल करें और मंदिर पर पर्दा डालकर रखे।
@@vastusupport ik hi room hai abhi mere pass to usme mandir nahi hai almari me bhagwan g ki mutiya rkhi hui hai lekin unka muh south ki taraf ho rha hai isliye change karke jameen me rkh skte hai
pashchim mukhi manair hona acchi baat Hain lekin manair ishan kon me hona chahiye ईशान कोण का अर्थ होता है घर का उत्तर पूर्व का कोना मंदिर को इस कोने में रखना सबसे अच्छा होता है
वास्तु के अनुसार हॉल में मंदिर रखना सही नहीं हैं इसके अलावा आप कोई अन्य स्थान चुन सकते हैं। यदि ऐसी कोई जगह नहीं है तो आप डिवाइडर का इस्तेमाल कर सकते है।
Mera rent ka ghr h jo west me hai 1 bhk ka uske liye hall me hi eshan kon hai vha rakha hai par wo main gate ke saamne hai kya ye thik hai please bataye
Agar mandir main gate ke samne hai aur aapke pass koi option nahi hai to aapko ek Kam karna hai mandir ko parda lagkar rakhna hai bhagwan ki murti ki disha par dhyan de Baki sab accha hoga jai mata di
Ishan kon me agar ham mandir banayenge, to puja karte somay hamara muh purab ya paschim disha me kaise ho sakta hai, Puja ke waqt Hamara muh bhi to uttar purab ki kona ki taraf hoga na.
प्रिय अमित जी ईशान कोण का अर्थ है उत्तर पूर्व दिशा आपको ईशान कोण में मंदिर को स्थापित करना है जिसमे की मंदिर का मुख आपको पूर्व या पश्चिम दिशा में रखना है यदि आप इस तरह से मंदिर रखोगे तो आप मुंह पूजा करते समय पूर्व या पश्चिम में ही होगा। याद रहे आपको ईशान कोण चुनना है मंदिर का मुख उत्तर पूर्व नही रखना है
मंदिर घर की दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। पूरब उगते सूर्य और भगवान इंद्र की दिशा है इसलिए पूरब की ओर मुख करके प्रार्थना करने से सौभाग्य और वृद्धि होती है। पश्चिम की ओर मुख करके प्रार्थना करने से धन आकर्षित करने में मदद मिलती है। इसलिए मंदिर ईशान कोण में बनाए
हर हर महादेव ❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉
Har har mahadav💐💐💐💐💐💐💐💐💐🙏
हर हर महादेव
Bahut badiya jankare di aapne .🙏🏻🙏🏻🌺🌺👍👍👏👏
Thank you 🙏
Video aachi lagi ho to pls apne dosto ko share jaroor Karen channel ko subscribe video ko like aur notification all par set kren
😊@@vastusupport
Very good beautiful full material cover gyan ka video.
Thank you
Jai shree Krishna
Har har Mahadev
Jay shree krishna 🙏
Sri,visnu Devta Namha.
ॐ विष्णु देवतायः नमः
❤❤❤❤❤❤❤
Om sai ram ji
Om Sai Ram
जय श्री श्री राम
जय जय श्री राम
Good"goodv ❤
Good "night"😂😂🎉
Good night
Jai mata di
Jai mata di
@@vastusupport ❤
Jay shree ram
जय श्री राम
Jai shri krishna 🌹 👌
Jai shree Krishna
Jayshrikrishan❤❤❤
🎉😂😢😮😅😊
Shree ganeshay nam ha
श्री गणेशायः नमः
Radhe Radhe
Radhe Radhe
🙏🙏
ॐ नमः शिवाय 🙏
ॐ नमः शिवाय 🙏🙏🙏🙏
Jay mataji
Jai mata ki
Om sai ram ji 🙏♥️❤️🙏♥️
Om Sai Ram ji
Dakshines Kali Ki photo ghar may rakhna chaya
Uttar Disha mein Mandir Laga le to sahi hoga
Uttar disha me mandir laga sakte hai but mukh dakshin disha me nahi hona chahiye
Mujhe mandir bana hai toh agr main uter ki tarf mandir rakhti hu toh mera muh utr ki tarf or peeth dakshin ki trf hoga toh kya yeh sahi hai
Repet karna fir se
Mandir ka muh konsi disha me honi chahiye?
Video Puri dekho
नये घर मे मंदिर gift me diya huva Laga sakte hai kya
जी लगा सकते है लेकिन दिशा निर्देश पर विशेष ध्यान रखें
South East korner ma mandir mukay
पूर्व या पश्चिम दिशा में रख सकते हैं
Uttar Disha mukh karka puja kar sakta hai
कर सकते है पर मंदिर का मुख दक्षिण दिशा की तरफ नही होना चाहिए
मेरा घर किराए का है इसमें ईशान कोण मैं एक रूम है रूम को हम पूजा घर और शयनकक्ष दोनों बना सकते हैं क्या
देखिए पूजा घर शयन कक्ष में नही होना चाहिए
लेकिन अगर कोई दूसरा विकल्प नहीं है तो आप रूम डिवाइडर का इस्तेमाल कर सकते है।
क्या किचिन में मंदिर रख सकते हैं
अगर आपके पास कोई विकल्प नहीं है तो आप मंदिर को किचन में रख सकते हैं लेकिन याद रहे कि मंदिर गैस चूल्हे के सामने न हो और सिंक के ऊपर न हो। किचन मंदिर के बाद दूसरी सबसे पवित्र जगह होती है।
वीडियो को लाइक करें और अपने सभी दोस्तों और रिश्तेदारों को भी वीडियो शेयर करें।वीडियो को सब्सक्राइब भी कर दे । हमें अपना सपोर्ट ऐसे ही देते रहें।
Mem mera mandir ka muh paschim disha ki taraf hai or jab mai Pooja karti hu to Mera muh purab disha me rahta hai kya ye sahi hai kyu ki or koi jagah ho nahi hai jaha mai mandir banava shaku to aap bataiye kya ye bhi sahi hai
Kya main Jaan sakti hoon ki apka Ghar ka mukh kis disha me hai
Purab disha me hai
Ok
Thik hai
App mandir ko ishan kon me hi rakna
Vaise abhi bhi paschim or uttar ke bich me hai
या फिर एक हाल है हाल को हम पूजा रूम बनाए जैसा आप बोलो
हॉल में मंदिर रखना सही नहीं है लेकिन आपके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है तो आप एक छोटा मंदिर बनाए और उसे पर्दे में रखें या फिर रूम डिवाइडर का इस्तेमाल करें।
Om Sai Ram ♈🐏👏👏
Om Sai ram ♈🐏👏👏
Devi devta ka mukh dakshin disha ki taraf mukh drishti Karke sthapit kar sakte hai ya nahi...
Kuch devtao ka mukh aap rakh sakte hai wo video me bataya gya hai sabhi Devta dakshin disha me nahi rakhna hai
Mam mera face purab ki or and bhagwan ji ka face paschim ki our hota hai to kya ye sahi hai please reply dijiye please 🙏🙏🙏🙏🙏
मंदिर का मुख आप पूरब या पश्चिम दिशा में रख सकते है ये दोनो दिशा सबसे शुभ मानी जाती हैं
क्योंकि ईशान कोण को सबसे शुभ माना जाता है जो की उत्तर पूर्व दिशा का कोना होता है
भूलकर भी आपका या मंदिर का मुख दक्षिण दिशा में न हो।
मंदिर को ईशान कोण में बनाए चाहे मुख पूर्व या पश्चिम दिशा में हो शुभ होता है
@@vastusupport thank you so much mam ❤️ Jai maa bhawani 🙏🙏🙏🙏🙏
Mere ghar ke Ishan con me mai ghar ka madir lagana chahti hu lekin samne maine darwaja hai to yese me madir waha lagan uchit hoga ky plz batalyega
यदि आपका मंदिर का मुख रूम गेट के सामने है और मंदिर ईशान कोण में है तो ये सही है लेकिन आपको मंदिर पर पर्दा रखना पड़ेगा ।
@@vastusupport7yy7gfs
Namste 🙏🏻 pt ji
Agr mandir uttar disjha me. Ho. Or uska mukh dakshin disha me ho to... Please reply me.. 🙏🏻
नमस्ते जी
बहुत अच्छा है अगर आपके मंदिर का मुख पश्चिम दिशा में है
मंदिर की सबसे अच्छी जगह उत्तर पूर्व होती है यहां आप मंदिर रख सकते हैं
मंदिर का मुख आप पश्चिम में रख सकते है।
Pashchim disha me mandir rakh sakte hay kya pooja karte samay hamaraa mukh paschim aata hay or Baghwan ka purv
Bilkul rakh sakte hai
AAP ka mandir bahut shubh hai
7:57
Guru ji ghar ke chat par pooja room bna sakte hai
मेरा यह मानना है कि मंदिर छत पर ही बनाना चाहिए, उसमें कोई दोष नही बल्कि सही दिशा में सही तरिके से स्थापना कि जाए तो बहुत लाभदायी होगा।
Kya hum apne bed room me.jameen me mandir rkh skte hai
बेडरूम में मंदिर रखना शुभ नहीं होता है
यदि कोई दूसरा विकल्प नहीं है तो आप बेडरूम में मंदिर रख सकते है लेकिन रूम डिवाइडर का इस्तेमाल करें और मंदिर पर पर्दा डालकर रखे।
@@vastusupport ik hi room hai abhi mere pass to usme mandir nahi hai almari me bhagwan g ki mutiya rkhi hui hai lekin unka muh south ki taraf ho rha hai isliye change karke jameen me rkh skte hai
एक रेडीमेड मंदिर बाजार से ले लो और उसे ईशान कोण में स्थापित करो ।
कल्याण होगा आशीर्वाद है
Mandir ka darwaja pashchim Disha mai ho to
Sahi hai kya pandit ji
pashchim mukhi manair hona acchi baat Hain lekin manair ishan kon me hona chahiye
ईशान कोण का अर्थ होता है घर का उत्तर पूर्व का कोना मंदिर को इस कोने में रखना सबसे अच्छा होता है
Same mera bhi esa hai bus problem ye h ki main gate ke thik samne hai par rent ke gher me kya kre
Mera Ghar west facing h. And ishan kon b badha hua h to mandir ka mukh kis taraf karu .
Aap apne mandir ka mukh West me rakh sakte hain lekin kon ishan hona chahiye
@@vastusupport thank you so much for replying me. Bahut time se duvidha m thi.🙏
God bless you always
@@vastusupport thank you so much 🙏
Hall me mandir rakhy
वास्तु के अनुसार हॉल में मंदिर रखना सही नहीं हैं इसके अलावा आप कोई अन्य स्थान चुन सकते हैं।
यदि ऐसी कोई जगह नहीं है तो आप डिवाइडर का इस्तेमाल कर सकते है।
Mera rent ka ghr h jo west me hai 1 bhk ka uske liye hall me hi eshan kon hai vha rakha hai par wo main gate ke saamne hai kya ye thik hai please bataye
Agar mandir main gate ke samne hai aur aapke pass koi option nahi hai to aapko ek Kam karna hai mandir ko parda lagkar rakhna hai bhagwan ki murti ki disha par dhyan de
Baki sab accha hoga jai mata di
@@vastusupport pura time prda lgana hai ya sirf kuch Tim tkk
Pure time lagana hai Pooja samay hatana hai kebal
❤❤❤❤😂🎉😢
Pt ji namste isankon kon si disa hea
पूर्व दिशा और उत्तर दिशा के बीच में जो कोना होता है उसे ईशान कोण कहते है
वायव्य कोण में toilet होना और ईशान कोण में मन्दिर होना गलत तो नहीं होता plz बताएँ मुझे इन दोनों दिशाओं के पास होने से confusion है
बहुत सुंदर आपने एकदम सही दिशा चुनी है इसमें कोई कन्फ्यूजन नही है आप सही है
@@vastusupport thank you🙏
अभिनंदन🙏🙏🙏
Please support our channel
@@vastusupport ji sir
Ishan kon me agar ham mandir banayenge, to puja karte somay hamara muh purab ya paschim disha me kaise ho sakta hai,
Puja ke waqt Hamara muh bhi to uttar purab ki kona ki taraf hoga na.
प्रिय अमित जी
ईशान कोण का अर्थ है उत्तर पूर्व दिशा
आपको ईशान कोण में मंदिर को स्थापित करना है
जिसमे की मंदिर का मुख आपको पूर्व या पश्चिम दिशा में रखना है यदि आप इस तरह से मंदिर रखोगे तो आप मुंह पूजा करते समय पूर्व या पश्चिम में ही होगा।
याद रहे आपको ईशान कोण चुनना है मंदिर का मुख उत्तर पूर्व नही रखना है
हमारे मंदिर का मुख दक्षिण मुखी है और हम पूजा करते हैं तो हमारा मुख उत्तर की ओर होता है तो यह सही है क्या
मंदिर घर की दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। पूरब उगते सूर्य और भगवान इंद्र की दिशा है इसलिए पूरब की ओर मुख करके प्रार्थना करने से सौभाग्य और वृद्धि होती है। पश्चिम की ओर मुख करके प्रार्थना करने से धन आकर्षित करने में मदद मिलती है।
इसलिए मंदिर ईशान कोण में बनाए