Arun Kr Gupta | बौद्ध भंते (भिक्षु) को क्यों कहा ठग? | गौतम बुद्ध को भगवान कहना बंद करो? | Bodh Gaya

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  • Опубликовано: 11 дек 2024

Комментарии • 46

  • @pankajkumarpritam1596
    @pankajkumarpritam1596 Месяц назад +5

    अरूण कुमार जी ने बिल्कुल सही कहा।
    मै आपकी बात से बिल्कुल सहमत हूं।
    आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सर।

  • @ashokkumarmaurya1997
    @ashokkumarmaurya1997 Месяц назад +10

    बात बिल्कुल सही कहां है गुप्ता जी ने। बौद्ध भिक्षु भी आज बुद्ध की कथा कहने लगे हैं और विदाई लेते हैं। शिक्षा रोजगार महिलाओं के दुर्दशा के क्षेत्र में बौद्ध भिक्षु का कोई योगदान दिखाई नहीं दे रहा है।

    • @VeerBahadur-w4m
      @VeerBahadur-w4m Месяц назад

      बौद्ध धर्म संस्कृति विहीन धर्म है धन्यवाद श्रद्धेय श्री अरुण कुमार जी 👆❤️🙏🇮🇳

  • @ramvilasprajapati258
    @ramvilasprajapati258 Месяц назад +5

    सही कर रहे हैं माननीय❤🙏

  • @VIKASHKUMAR-er4zi
    @VIKASHKUMAR-er4zi Месяц назад +7

    अरुण सर, आप बहुत सुंदर विचार के व्यक्ति हैं। आपका तर्क बहुत अच्छा होता है।❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @mamchandgautam8042
    @mamchandgautam8042 24 дня назад +2

    Sir, you are right. Most of the Bodh bhikkhu are following brahminical ways of living.

  • @vidyabhushan8747
    @vidyabhushan8747 Месяц назад +7

    Bilkul sahi baat ❤

  • @mdpappu7834
    @mdpappu7834 16 дней назад

    I'm Muslim and I support Arjak Sangh.
    Great lines by Arun gupta.

  • @anaryakanji549
    @anaryakanji549 Месяц назад +2

    नमो बुद्धाय 🙏🙏

  • @opkhanna6521
    @opkhanna6521 Месяц назад +2

    हमे भी सभी जातियों के लिए सिर्फ एक ही सरनेम लगाना चाहिए एक होने के लिए जैसे हम सभी बहुजन या जो लोग बौद्ध बन गए है वे शाक्य सरनेम या सिंह लगाए की लोगो में एकता हो क्योंकि ये बुध के नाम है क्योंकि अभी भी लोग जातियों में फसे है और फसे रहेंगे।

  • @meekhonsingpho539
    @meekhonsingpho539 Месяц назад +2

    Yes sabka chose aisa hi ho

  • @OMPARKASH-wf1dr
    @OMPARKASH-wf1dr Месяц назад +1

    Bilkul sahi kaha aapne 👍👍👍

  • @SS-ct4hv
    @SS-ct4hv Месяц назад +6

    NAMO BUDDA JAI BHIM🙏🙏

  • @bisramsihmandavi358
    @bisramsihmandavi358 Месяц назад +2

    बिल्कुल सही बात है सर जी।
    जय भीम नमो बुद्धाय। ❤❤

  • @sunilkumar-gl9wl
    @sunilkumar-gl9wl 4 дня назад

    सही बात है

  • @Monumechanic3686
    @Monumechanic3686 Месяц назад +4

    Jai bhim namo buddhay❤❤❤❤❤ bhai ji❤❤❤❤

  • @journeyshortsbysuman7774
    @journeyshortsbysuman7774 24 дня назад

    Right

  • @VijayKhobragade-x1b
    @VijayKhobragade-x1b Месяц назад +3

    काम , मोह , माया ,मत्सर लोभ , तृष्णा, व्यभिचार इत्यादी गोष्टींवर त्याग प्राप्त करून विजय मिळविणारा असा तोच भगवान .
    आणी बुध्द म्हणजेच Gyani

  • @RajeshwarSingh-v9t
    @RajeshwarSingh-v9t Месяц назад +1

    Great sir

  • @AshuNegi-cu7dh
    @AshuNegi-cu7dh Месяц назад

    Shi kha

  • @RamPrasiddhpaswan
    @RamPrasiddhpaswan Месяц назад +1

    Arun Kumar Gupta Ji ki baat se sahmat Hain bahut bichhu gaon mein nahin jaate

  • @sundeutsch
    @sundeutsch Месяц назад +9

    बिलकुल सहमत। जब भगवान की गुंजाइश जिंदा रहेगी तो आगे भी भगवान और उनके अवतार पैदा होते रहेंगे।
    सिद्धार्थ गौतम खुद नास्तिक थे। मगर उनके भक्तों ने उन्हें भगवान बना डाला, उन्हें तथागत कह डाला और उनकी मृत्यु को महापरिनिर्वाण बना डाला।
    हर मनुष्य जैववैज्ञानीक रूप से सेम है और उसकी आयु भी बराबर है, अगर कोई दुर्घटना नहीं होती है तो।
    सिद्धार्थ गौतम ने पाखंड और अंधविश्वास का खंडन किया। मगर हमें ध्यान रखना है कि समय के साथ क्या उचित है। विज्ञान और तकनीक के विकास के साथ मानव जीवन में अनेक स्तर पर अनेक बदलाव होते हैं। और वे अनिवार्य हो जाते हैं।

    • @shambhugangwar7900
      @shambhugangwar7900 Месяц назад

      पूरा समझे बिना बोलना नहीं चाहिए। भगवान किसे कहते हैं पहले यह समझे। ध्यान की ऊर्जा से भगवत्ता को जो उपलब्ध होता है उसे भगवान कहते हैं। एक enlightened आदमी को अहो भाव से भगवान कह देना गलत क्यों है?

    • @anaryakanji549
      @anaryakanji549 Месяц назад

      ​@@shambhugangwar7900 भगवान थ्योरी आपके वहां है । हमारे यहां नहीं 🙏🙏

  • @RameshKumar-v6w2w
    @RameshKumar-v6w2w Месяц назад +4

    जय भीम नमो बुद्धाय

  • @ChandhanKumar-v2q
    @ChandhanKumar-v2q Месяц назад +3

    Jay bhim Jay sambidhan

  • @DhanjeeKumarSingh-g4l
    @DhanjeeKumarSingh-g4l Месяц назад +3

    Namo Buddhay

  • @JAY_BHEEM-s5t
    @JAY_BHEEM-s5t Месяц назад +4

    😮😮😮

  • @amitkr1005
    @amitkr1005 Месяц назад +1

    Sahi kaha aapne. Jay Bheem 💙 namoh buddhaya 💙

  • @krishnapalsingh1078
    @krishnapalsingh1078 Месяц назад +1

    नमो बुद्धा जय भीम

  • @dhhakankholhallabol
    @dhhakankholhallabol Месяц назад +1

    PALI main Bhagwaan ka kya matlab hai

  • @bggxhjk
    @bggxhjk Месяц назад +3

    Aaj ke time me Bouddha bhikshu ki jarurat nahin hai, aj ke time scientist, techer ki jarurat hai

  • @Sunil-xr9ww
    @Sunil-xr9ww Месяц назад +1

    Bilkul sahi kah aape ne, bagwan ek dam nahi hai. Murti ek pateek hoti hai.
    Srif karm hai, aur kuchh nahi,
    Karm achha ya galat kuchh bhi karoge , uska kuchh na kuchh output jarur parat hoga.

  • @SonuKumar-ic4ks
    @SonuKumar-ic4ks Месяц назад +3

    Bilkul sahi ek hokar aate kyu nahi

  • @SukhSharma-uc3jl
    @SukhSharma-uc3jl Месяц назад +1

    Right Budh bhagwan ka virodh karte the

  • @VijayKhobragade-x1b
    @VijayKhobragade-x1b Месяц назад +1

    भगवान हा शब्द एक आदर्श आहे .
    मनुष्य जीवनात जे काहि कर्म करतो, त्या कर्माची मूल्यमापन येणे प्रमाणे ..
    विकृती से सैतान पैदा होता है , प्रकृती से ईन्सान पैदा होता है , और संस्कृती सेट भगवान पैदा होता है .
    इतका मूल्यमापन जीवन मे किया जाता है .
    तथाकथित ऊपर मे कुछ नही .
    अर्जक संघ जिंदाबाद. वामनराव मेश्राम साहब जिंदाबाद बामसेफ जिंदाबाद बामसेफ जिंदाबाद