यश-अपयश का हानि?!
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- Опубликовано: 20 окт 2024
- "इल्लत, किल्लत,जिल्लत"👌लालाजी महाराज ने इसके माध्यम से हमें तीन मोती दिए हैं।सन्त तुलसी दास भी कहते हैं कि "यश, अपयश का हानि.....?!" मीरा बाई कहती हैं कि भक्ति में मैं तो लोकमर्यादा, कुल मर्यादा ही भूल गयी।"👌💐