Tum Rang biranga youtuber ho.... Jaise hi bisleri me kide ka link dala mai samjh gya tha Tera level...😂😂😂😂😂😂😂😂Don't recommend channel kar raha hu Tera...baQi sab v karen!
Aapas Mein Apni Apni Buddhi ko shreshth Kahana yah murkhon ka kam hai Gyan Hai per Gyan ka Abhiman Ho Jaaye to vah chhalak Jata Hai FIR bevkuf mein aur Sant Mein Koi Antar Nahin rahata Hai
@@user-uk4ky4uq6k शो वैष्णो 7 सनातन धर्म की पद्धति है जिसमें आचार्य व्यवस्था का गठन होता है शंकराचार्य जी का कलियुग में हुए हैं। शैव,वैष्णव और शाक्त के अनुयाई देश में थे, पहले से ही रामानंदाचार्य,माधवाचार्य और अन्य पदों का महत्व था इस प्रकार से आज के जमाने पर यह समझना चाहिए कि यह पूर्व काल से ही समानांतर व्यवस्था थी जो बाद में शंकराचार्य के रूप में प्रतिस्थापित हुई तो किसी रामानंदाचार्य की की गरिमा शंकराचार्य से काम नहीं होती किंतु यह धार्मिक विषय है इसमें अधिक विवाद नहीं करना चाहिए दोनों सम्माननीय एवं पूजनीय है हम दोनों का सम्मानकरते हैं।
Yah log Aadi Shankaracharya thori hi hain. Unke followers hain. Unke jitne gyani nehi hain. Unke naam Aadi Shankaracharya ki wajeh ae hi chalta hain. Rambhadracharya ji ne aapa naam khud banai hain. Bachpan se aandhe hone ke babajud !
Dekho bhai vidwan sabhi sankarachaya hain sabhi vandan yogya hain lekin bat achche samay mein sthapna Ki thi usme bura nahi manna chahiye are ramji to sabke hain Kya ferk pada bhagwan tent me she mandir mein aa gaye khushi Manao .jai shri ram.
@@igigamerz977 Bhai bahut logo na Gar wapasi kerli what's App university ka proud hindu Dharm sa baher nikal ker bhagwan ka Geeta grantho wale sanatan Dharm mein Aap na Sanatan main wapasi kerli jah abi social media ka baba TV debate wale baba guru khatha kerna wale ko follow ker rahe ho
@@igigamerz977 शंकराचार्य ही हिन्दु धर्म का सर्वोच्च पद होता है उससे बडा़ कोई पद नही है ज्ञान ही नही लोगों को शंकराचार्य पद की महिमा होती है स्वयं भगवान शंकर ने आदि शंकराचार्य ने हिन्दु धर्म की महिना के लिये ये चार शंकराचार्य बनाये तव से अब तक यह पद चल रहा गुरु परंपरा से ये बनते है राजनीति या मीडिया पर डिपेंड नही है यह अपने आप में गरिमामयी पद है
@@igigamerz977murkh aaj jo hindu dharm jeevit h iski shuruat shankaracharya ji ne hi ki thi warna na Aaj granth hote na shastra na meemansa... Kripya bolne se phle jan to lo hm kya bol rhe h... Ek vyakti ki manyata alg alg ho skti h pr wo galat nhi.. Samman Krna seekho....
सही कहा भाई। यह सिर्फ नेत्रों से ही नहीं, मन की आँखों से भी अंधा है। इसके विचार, वाणी सच्चे संत, महात्माओं तथा महापुरुषों से मेल नहीं खाते। यह ढोंगी है।
हनुमान जी शिव जी के अवतार नही थे न सुवन का अर्थ स्वयं होता है अगर शंकर स्वयं होता है, तब तो जय गणेश गिरजा सुमन का अर्थ गिरजा पूत्र होगा या गिरजा अवतार होगा,रामभद्राचार्य पाखंडी जूठे अहंकारी बीजेपी बाबा हे,, हनुमान जी रुद्र अवतार थे शिव अवतार नही
राम मंदिर के पक्ष में श्री राम भद्राचार्य जी की गवाही और साक्ष्य ने अहम भूमिका निभाई , राजनीति से प्रेरित सनातन के ही खिलाफ कार्य कर रहा है यह पप्पू का चमचा ,
Mujhe esa prateet hone lga h inme ahnkar ghar kr gya .... Dusri trf agr hm ye mane ye kuch visesh mat ya anya bate batana chah rhe h to sashtraarth hona chahiye...isme galat nhi h
@@jamunasingh6483 Meine Puri, Badrinath, Dwarka aur Sringeri matho ke 4 Shankaracharya ke baare mein keh raha tha. Wei 4 jan Aadi Shankaracharya jitna gyani purush nehi hain. Un ka naam sirf isliye hain ki woh log Shankaracharya chune jeyei, yani apni post ke wajah se. Us pe bhi rajneeti hoti hain. Rambhadracharya ji aapna naam khud kamaye hain, 2 saal ke umra se aandhe hone ke babajood jaidataar sunke siksha prapt ki hain. Kinta medha hoga !
कोई भी धर्माचार्य किसी भी पार्टी का यदि पक्ष लेता है तो वह धर्माचार्य नहीं कहलाता वह राजनीति या राजनेता बन जाता है हमारे वर्तमान में चारों शंकराचार्य एकदम सही है क्योंकि शंकराचार्य चुना जाता है योग्यता के अनुसार यहां वोटिंग प्रणाली नहीं है इसलिए धर्म बचा हुआ है
Puri Shankaracharya Swami Nishlanand ji is so knowledgeable... He is an expert in Vedic maths..he is an expert in coding language....so knowledgeable in Sanskrit and vedic
Shankaracharya ne kiya hi kya. Na to ram mandir pe kuch bola na to palghar ke jab sadhu mare gaye tab kuch bola. Asal mai ye Shankaracharya hi chup baithe rehte hain. Na to court mai ram mandir ki gawahi dene aaye
Ghanta Gyan hai rambhadracharya ko aur jo log udd rahe hai ki inhone court me gawahi de k ram janam bhoomi ko saabit Kia lekin supreme court ka decision padh lo court ne inke bayan ko koi maanyata nahi di thi shankaracharya ji k bayan ko hi court ne maana tha aur ye dhongi dhatura chala hai shankaracharya ji ko shastratrth ki chunauti Dene.
इस रामानंदाचार्य को ये बताओ कि रामानंदाचार्य भगवान राम को मानने वाली परंपरा है, शंकराचार्य को ये सोच रहा है शंकर को मानने वाली परंपरा जो कि गलत है, शंकर को मानने वाली परंपरा शैव होती है, शंकराचार्य हर पंथ के सन्यासियो से ऊपर होते हैं। इस विद्वान को शंकराचार्य का अर्थ तक नहीं पता। शंकराचार्य इसलिए कहते हैं क्योंकि आचार्य शंकर ने ये शुरू किया था
Adbhut, yahi mai samjhana chahta hu sbko Bhai hame apne shankaracharya k viruddh ho rhe shadyantra ko todna hoga har jagah uchit jawab dekar aur unki baate(specially Puri Shankaracharya Bhagwan) ki baato ko failaakr Jay Jagadguru Shankaracharya Bhagwan 🙏🏼 Rambhadracharya ji ke gyaan ko bhi pranaam🙏🏼
इतने बड़े संत सूरदास जी कभी अपने आप को बड़ा नही समझे और कहते है " कर्महीन जन्म को अंधों मोते कोन निकारो " लेकिन आजकल अपने आप को संत बोलने वाले अपने आप को सर्वज्ञाता समझते है
Afsos.... रामायण के इतने सारे श्लोकों को पढ़ने के बाद भी आप अहम से ग्रसित हैं... विश्वास नहीं होता... जब तक अहम है तब तक ईश्वर की प्राप्ति सम्भव नहीं 🙏🙏🕉️🕉️.. ऐसे शब्द आपको नहीं बोलने चाहिए रामभादराचार्य जी.. आप प्रशंसा के भूखे हैं...
@Abhijeet_Vishwakarma सही कहा है भाई . रामभद्राचार्य जी ने सिर्फ ज्ञान चर्चा के लिए आमंत्रित किया है . यह तो अनुचित नही . शंकराचार्य के बातो मे मुझे घमंड नजर आता है .
स्वयं नारायण जिनको नमस्कार करते हैं उन्हें संत कहते है किसी भी संत को गलत नहीं बोलना चाहिए उनके अपने अपने विचार हैं कोई अपने धर्म के लिए सब कुछ न्यौछावर कर देता है कोई अपने पद के लिए सब कुछ ....!
Ram Bhadracharya ji is revered and part of sympathy due to his blindness but seems quite proudy and tries to abuse other learned Dharmacharyas. Cramming is and understanding are two different things. His interpretations are just to prove his own supremacy over the original authors like Tulsidas.
Jagath guru ram bhadracharya ji 's massive contribution in ram jaanm bhoomi case deserve plaudits. He along with others gave proof of existence of ram temple before babri masjid. While some guru 's were invited but to provide proof and contribute towards the movement but they didn't. He is not supremacist but speak actual facts but to understand it you should have knowledge.
@@arunashok6779 yes you are completely right because he himself said those things and I too know that.. But that doesn't mean you become arrogant, and claim yourself as knower of everything
@@arunashok6779 He wants to make correction in Hanumaan Chalisa. He dared to find errors in Hanumaan Chalisa, which were not errors as analysed by pujya Sankaracharya ji.
ऐसा न करे, रामभद्राचार्य जी, उनकी respect करते हैं, लेकिन जब बात शंकराचार्य जी पर आयेगी तो, मैं शंकराचार्य जी के साथ हूँ। जो शास्त्रार्थ करना चाहते हैं उनको इतना ज्ञान तो होना चाहिए कि आधे मन्दिर में क्या सही है और क्या गलत।
Are murkh pran pratista shastriya he murti prathitha dono me ho gradeswar dravid ji shastrartha ke liye sabhi ko chunoti di ki sidh karo pran pratista ashastriya he
Agar aap itne bade dharm sangh ke leader ho to apka chetra Muslim bahulya kyun ho gya kyun 3pradeshon main Hindu aalpsankhyak ho gye kyun chote chote neta Hindu dharm ko ulta sidha bolte hai kyun apne unke upar case nhi kiya
रामभद्राचार्य जी ने जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का योगदान नहीं देखा है । ये सिर्फ राजनेता हैं और कुछ नहीं। इन्होंने शुक्ल यजुर्वेद के दो मंत्रो का उच्चारण इन्होंने कितना शुद्ध किया था आप देख सकते हैं।
चारों पीठ व कांची कामकोटि के अनंत विभूषित महाभाग शंकराचार्य सनातन धर्म के धर्मध्वजरक्षक परमधर्माधीश सर्वोच्च गुरू हैं तथा परमपूज्यनीय हैं, कोई सनातन धर्मी उनकी आलोचना करने के लिये न योग्य , सक्षम हैऔर नहीं अधिकृत 🙏🙏
कोन मानता है, तेरे शंकराचार्य को ?भारत मे बहुत सारे संप्रदाय है, सभी अपने अपने गुरु को सर्वोच्च मानते है, भारत मे जितने भी प्रमुख वैष्णव संप्रदाय जैसे रामानंदी संप्रदाय, रामानुजाचार्य का श्री संप्रदाय, निम्बार्क संप्रदाय, वल्लभाचार्य का पुष्टी मार्ग, गौडीय वैष्णव संप्रदाय इन मे से एक भी संप्रदाय तेरे मिथ्या वादी चार पिठो शंकराचार्य को नही मानता, Shankaracharya hinduon ke Pramukh dharmguru hai Aisa Ek Jhutha prachar Tum Logon ne ke Kiya Hai Vastav Mein hinduon ka koi bhi Pramukh dharmguru Nahin Hai, na hi Hona chahie Kyunki hinduon ka Pramukh Dharm Guru yah concept hi galat hai hindu dharm Koi Isai Dharm Nahin Hai Jo yah Koi Pramukh pop bhi Hota Hai hindu dharm Meinपोप system Nahin Hai hinduon Mein Har EK sampraday Ek alag religion ya sect Ki Tarah hai, jabardasti Shankaracharya ko Sare hinduon Ka Guru banane ka Prayas na Karen. Shankaracharya Keval jativadi manuvadi brahmanone ke Guru hai, apne samprday mein vah sarvoch hai lekin unke samprday ke bahar Unki Koi aukat Nahin Hai
@@exbhimta3473 कौंन मानता है तेरी बाहियात बातों को ---आदि श़ंकराचार्य सबसे पहले आये व बौद्ध धर्म से सनातन को बचाया ये मैं नहीं सब सनातनधर्मी कहते हैं और इतिहास भी है----बाद में वैष्णवाचार्य आये व एक श्री विष्णु की पूजा के लिए कहा जब कि जो पंचदेव उपासक है जिन्हें स्मार्त कहते हैं वो 80%सनातनी हैं वैष्णव 20%हैं----कुल 10आचार्य हुए हैं जिनमें एक शंकराचार्य व 9 वैष्णवाचार्य, वैष्णवाचार्य जन में कई अलग उपास्य हैं जब कि शंकराचार्य सभी पांच देव सूर्य,गणेश, शिव, शक्ति व श्री विष्णु (श्रीराम व श्रीकृष्ण)-----,,, शंकराचार्य महाभाग ने सनातन की सभी पूजा पद्धति व उपास्य को एक जगह संगठित व समन्वित किया है,चार धाम,12ज्योतिर्लिंग व 52शक्तिपीठ सब शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित हैं ,----तेरे विचार तुझे मुबारक ----
@@nksharma4514 😂😂😂😂sare shaiv, Vaishnav aur shakt sampraday ke jitne bhi sub sampradaya hai unke pramukha guru se ek letter ya sammati patra leke anna ki mithyavadi,jativadi,mayavadi shankaracharya hamare guru hai to mein ye baat man lunga ki shankaracharya nischalanand hinduvo ka guru hai, tum pagal nischalanand ke chelo no use hindu vonka guru mana hai, hindu vo ne nahi, pahle to hindu dharm mein dharmguru (christanity mein pope jaisa) nahi hota. Abhinavgupt jaise shaiv acharya ne adi shakaracharya ka khandan kiya tha to vo ajakal ke nakali shankara acharyaonko kya manenge, shaivism bhi tumhare charo petho ke mithyavadi(jagat jab mithya hai to mithyavadi huye ne🤣) yonko nahi manata
@@exbhimta3473भगवान शिव शंकर और भगवान राम कृष्ण मे भेद नहीं किया जा सकता है राम हि शिव शिव हि राम कृष्ण हैं जब तक शिव शंकर और राम कृष्ण दोनों की कृपा प्राप्त नही होती हैं जब तक मौक्ष कि प्राप्त नहीं होता है सनातन धर्म में चारों शंकराचार्य स्वामी जी हि सर्वश्रेष्ठ होते है राम भक्त बनाने पर भगवान शिव शंकर कि कृपाया से हि भगवान राम अपनाते हैं भगवान शिव भगवान राम मे भेद माहापाप हैं अनुचित व्यवहार ना करें आपस मे विचार शुध्द रखें भगवान के प्रति समर्पित भाव जरूरी है 🇮🇳🇮🇳जय हिंद जय भारत🇮🇳🇮🇳 🚩🚩हर हर माहादेव जय श्री राम🙏🙏
@@nksharma4514 agar shankaracharya sach main mahan hai to 3pradeshon main Hindu aalpsankhyak kyun ho gye iska jawab de Dena ye log kyun Bharat ko Hindu rashtra bana rahe hai
इन्होंने दंड उठाया है इसलिये प्रणाम। लेकिन जो ये कर रहे है उसपे यही कहूंगा कि सूर्य अपनी रौशनी से बता देते है कि मैं कौन हूँ (शंकराचार्य को संकेत किया) कहना नही पड़ता की मैं सूर्य हूँ। अगर कहना पड़ रहा तब रह है क्या गया । मैंने दोनों महाभाग की जीवन शैली देख रहा, कोई प्राइवेट प्लेन से उड़ रहा कोई ट्रैन से हे चलता है उसमें भी कभी कभी इस अवस्था में upper seat मिल जाती है। साल में 280 दिन केवल भ्रमण जब कोई आमंत्रण पे इंटरव्यू में व्यस्त था तो कोई कड़ाके की ठण्ड पर्वस्नान कर रहा। कुल मिलाके धर्म मार्गी को राजा का श्रेय जैसी तुछ चीज आखिर आडंबर के अलावा कुछ नहीं दे सकती।। संत कितना गहरा है इस बात का पता अन्य संतो के प्रति आदर से चलता है। अपने को कहना पढ़ रहा है। एक बात और शास्त्र वचन है, संत को विमान में बैठ के समुद्र लांघ विदेश नहीं जाना है। सदेह पैदल जा सकता है। शंकराचार्य कोई भी विदेश नहीं जाते और अगर जाते है तो न ही वो शंकराचार्य रहे ना ही जगतगुरु ये बात इनको भली भांति पता होगी मई जानता हूँ। बाकी जनता अपना समझे।
माँ राजराजेश्वरी इन्हें सद्बुद्धि दें इन्हें ये नहीं बोध की ये उनश्री शंकराचार्य जी महाराज के लिये कह रहे हैं जिन्होंने भारत भृमण किया धर्म का प्रचार प्रसार कियाऔर चार धामो की नीव रखी शंकराचार्य तो मूल हैं धर्म के उनकी परम्परा की निंदा कर रहे हैं...भारत के सभी सम्प्रदाय शंकराचार्यपरम्परा से ही आयी हैं और जिन पूज्यों की ये निंदा कर रहें है उनका गठन कठिन तपस्या के बाद होता हैं अतः कोई इन्हें समझावें की अपना विनाश म खोजें।🙏
आज कल साधु के भेस में कालनेमी ही घूम रह है । रामभद्राचार्य जी का कोई एक वीडियो संस्कृत में नही है और ये शंकराचार्यों को चुनौती दे रहे है पहले खुद तो बोल लीजिए । श्रींगेरी पीठाधीश्वर पूज्य भारती तीर्थ जी महाराज के ढेरे प्रवचन संस्कृत में यूट्यूब में डाले है जिसको देखना हो देख ले। रामभद्राचार्य जी से निवेदन है की जीवन के इस पड़ाव में झूठ और फरेब करके खुद को भद्द मत पिटवाइए।
महाराज जी को नमस्कार.......! धृष्टता के लिए क्षमा चाहता हूं.आप सभी धर्मगुरुओं के अंतर्द्वंद्व के करण सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था कम हो रही है.आपको अपना वक्तव्य बहुत ही सोच समझ कर देना चाहिए महाराज जी.
पूज्यनीय निश्चलानंद स्वास्वती जी का विचार उत्तम है और इस समय के हिसाब बहुत ही सही है बांकी शास्त्रच चार्य से उत्कृष्ट् निकलने वाले दो शंकराचार्य मेरे जानकरी से नहीं है इसीलिए उन्होंने प्रधानमंती को भी खरी खोटी सुनाई थी कि प्रधान मंत्री के विरोधी खुश हो जाय क्योंकि सभी देशवासियों को मालूम है कि यदि प्रधान मन्त्री जी यदि प्रयास न करते तो आज भी राम मन्दिर संभव न हो पाता और ये शंकराचार्य रहे आते अपने आप को ईश्वर मानते हुए
मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु उसकी अज्ञानता या मूर्खता नहीं है वरन् स्वयं को इस भूलोक का सर्वज्ञानी होने का भ्रम है,,, आपकी वाणी से अहंकार प्रतिबिंबित हो रहा है, कहि यही अहंकार रूपी सर्प आपके धमनियों में विश्व प्रवाह न कर दें सावधान,
हिन्दू धर्म के रक्षक ही भक्षक बन गए हैं. दुसरों को ज्ञान देनेवाला खुद अज्ञानी हैं. दोषी सभी हैं जगतगुरु भी और शंकराचार्य भी. यदि अहंकार भगवान का भोजन हैं तो भगवान भोग क्यों नहीं लगाता?
@Abhijeet_VishwakarmaRambhadra charya 5 mi bhi nhi tike sakta Guru ji k samne. Ram mandir ka case vahi lade the 24 saboot rakhe the coart k samne tab ram mandir ka faisla hua warna hindu samaj k vakeel ne jo bhi saboot diye sab farji nikle the. Isliye jinhone itna kuchh kiya use bhoolo nhi dubara Shakracharya ji k bare me bolna mat tum Modi bhakt ho ya koi bhi party se ho pr dubara bolna mat
परम सम्माननीय पूज्यनीय शंकराचार्य अभिमुक्तेशर जी के चरणों में सादर प्रणाम।आदरणीय रामभद्राचार्य महाराज मेरे पूज्य गुरुदेव के बारे में उटपटांग ना बोले। इसी में आपकी इज्ज़त हैं 🎉
जो अपने चेलों को एक युवा साधु निग्रहचार्य जी के तर्कों का जवाब नहीं देने और शास्त्रार्थ की चुनौती स्वीकार करने के बजाय उनको वैश्या का पुत्र कहने पर भी उनको बढ़ावा दे, ऐसे धर्माचार्य हिंदुओं का हित नहीं कर सकते।
ये दुराग्रह ग्रस्त, विकलांग, हीन भावना से ग्रस्त तथा सांप्रदायिक विद्वेष एवं घृणा से भरा हुआ व्यक्ति रामभद्राचार्य बहुत क्षुद्र व्यक्ति है। ये पूज्य शंकराचार्य की चरणरज भी नहीं है।
पुरी शंकराचार्य के ज्ञान के समक्ष 10,000 रामभद्राचार्य जी आके शास्त्रार्थ करें तो भी नही टिक पाएंगे।। वो साक्षात तपोमूर्ति है उनका पूरा जीवन ही तप है,, धर्मसम्राट करपात्री जी महाराज साक्षात शिव थे तो जिनके गुरु शिव स्वरूप हो उनकी तुलना नेताओं की चमचागिरी वाले लोगो से हो सकती है क्या
शंकराचार्य जी ने आपको कभी भाला बुरा नहीं कहा और न आपके ग्यान को कमतर कहा.....फिर आप उनसे तुलना क्यों करते हैं....बड़ों बड़ाई न करे बड़ों न बोले बोल........आप महान ज्ञानी हो सजते है किन्तु बाप बाप और बेटा बेटा ही रहेगा.......जय श्री राम
सनातन हिन्दू धर्म की जय सभी हिन्दुओं और धर्म गुरुओं से प्रार्थना है कि आपस में विवादित बयान न देते हुए, आपस में मिलजुलकर सुमति बनाने की महान कृपा करेंगे
हमारे देश मे ४ पीठाधीश्वर शंकराचार्य हैं । वे महान हैं। सनातन धर्म को आगे बढ़ाने वाले हैं उनमें रती भर भी कमी नहीं कह सकते हैं।कमी निकालने वाले पाखंड हैं।
रामभद्र जी को भद्र और आचार्य कहने में शर्म आती हैं । जिन्हें खुदको सत्य, न्याय, विनय और सदाचार मालूम नहीं है -- जो स्वयं आचार रहित हैं वें कैसे आचार्य बन सकते हैं ??
शंकराचार्य की पद का उत्तराधिकारी वही होतें है चारों वेद शास्ञो, पुराणों, एवं अन्य ग्रंथों के ज्ञाता और आदिशंकराचार्य के आचरणों के अनुशरण करते हैं ऐसे व्यक्ति ही शंकराचार्य पीठाधीश्वर बन सकते हैं, उत्तराधिकारी के लिए परीक्षा के मानदंड होने चाहिए,
इस विषय पर मैंने एक 7:30 मिनट का वीडियो अपने चैनल के माध्यम से अपलोड किया है... संत समाज विश्व के आराध्य हुआ करते हैं.. कुछ भी बोलने से पहले सोचना जरूरी.. राधे राधे
जगद्गुरु शंकराचार्यने मीता हुआ है हिंदू धर्म दोबारा जागृत कर कर हिंदू धर्म की रक्षा की है और जगद्गुरु शंकराचार्य हिंदू धर्म गुरु में सर्वश्रेष्ठ मानेजाते हैं और उनके सभी हिंदू ऋणी है दूसरेसाथियों को यह चार मठों के शंकराचार्य की निंदा कर कर अपमान नहीं करना चाहिए शंकराचार्य शंकराचार्य होते हैं हो दूसरे साथियों से सदैवऊपर है
मेरा चारो शंकराचार्य से प्रश्न है जैसे गोस्वामी तुलसीदास श्री रामचरित मानस महाकाव्य ग्रन्थ भारत देश को दिया इन चारो ने भारत देश को क्या दिया जो घर-घर पढा जाये ।
शंकराचार्यो ने सत्य सनातन धर्म को बचाने में अहम् भूमिका निभाई है आप शंकराचार्यो को चैलेंज नहीं कर सकते। जरा होश में आऔ जय श्री राम।। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
परमपूज्य आदरणीय स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज कृपया इतना बड़ा झूठ बोलने से पहले एक बार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की प्रति मंगवाकर उसका अध्ययन कर लें तो पता चल जाएगा कि शंकराचार्यों का राम मंदिर आंदोलन में क्या योगदान है और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हिंदुओं के पक्ष में किस धर्मगुरु द्वारा दिए प्रमाणों से आया
शंकराचार्य हो या रामानंदाचार्य। दोनो हिंदू ही है। दोनो आपस में वाद ना करे, इससे दोनो का ज्ञान का अहंकार बढ़ जायेगा। मैं ही ज्ञानी हु, मेरे सामने कोई बोल नही सकता ये अहंकार है आपका।
किसी संत महात्मा की वाणी ऐसी होती है क्या ? हमारे सनातन हिन्दू परंपरा में चारों पीठ के शंकराचार्यों का स्थान सर्वोच्च माना गया है,उनके संबंध में अनावश्यक अहंकार युक्त टिप्पणी कहां तक उचित है ?
शंकराचार्य जी भगवान का आदर करते हुए एक बात बोलता हूं कि दोनों ही महान संत हैं। और जो लोग इनके व्यक्तव्य में कटाक्ष कर रहे हैं। श्री रामभद्राचार्य जी के पैर के धूल के कण के बराबर भी नहीं हैं।
Shastro ka gyan Ravan se adhik kisi ko nhi tha, Manushya leela me hone ke karan Shree Ram bhi Ravan ke saman gyani nhi the, Hanuman se bhi adhik dharm Shastr or vedon ka gyan Ravan ko tha iska arth yah thode hai ki Ravan ki koi kuch bol hi nhi sakta tha Rambhadracharya ne bahut gyan Arjit kiya hai or humse adhik gyan rakhte hai parantu Ravan ko bhanti hi samast gyan hone ke baad bhi apne swayam ke ahankar par Vijay prapt nhi kar paa rahe. Ek farzi Jagadguru pad ko Shankaracharya ke pad ke saman batana or harek dharmacharya ko murk bol dena inke abhiman ka suchak hai, gyan kitna bhi ho yadi manushya ahankari hai to uska gyan sunya hai
संस्कृत के मंत्र कंठस्थ है 😂 जितने है नहीं उतनी बार तो बोल चूके है मंच से तो क्या हुआ कंटस्थ है तो जाकिर नाइक को भी कंठस्थ है,तो sankaracharya बन जायेगा क्या अनंत विभूषित स्वामी करपात्री जी के शिष्य है sankaracharya जी इतने ने से भी समझ ना आएं तो आपके लिए दिनकर जी की एक पंक्ति समर्पित है "जब नाश मनुज पे छाता है"
आप समझते है की सनातन ऐसे बचेगा। सनातन को धंधा बना दिया।चारो पूजनीय शंकराचार्य के बारे में ऐसे बात करने से सनातन का भला नहीं होने वाला। शंकराचार्य सही बोल रहे है।
संस्कृत भाषा हैऔर सिर्फ़ कर्मकांड तक की। भाषा का अध्यात्म से कोई संबंध नहीं है। संस्कृत पढ़ने से कोई आत्म ज्ञानी नहीं हो सकता है। हां पंडित जरूर।, बुद्ध, महावीर,गोरख कबीर,नानक ,मीरा, रेदास कोई भी संस्कृत नहीं जानता था। भारत की दुनियां में पहचान इन्ही से है। जय सिया राम।
जो अपने आप को ज्ञानी कहलाता है वह खुद ज्ञान नहीं होता है उसमें गुरुजी आप तो गुरु लायक ही नहीं हो हर एक बात में अग्नि उपलब्ध है आप धृतराष्ट्र हो जो कि अपना बेटा के लिए जिया और आप मोदी के लिए बोल रहे हो
बिग ब्रेकिंग : #बिसलरी के पानी में #कीड़े पाये गये।।
ruclips.net/video/TLe7vSHdixw/видео.html
सभी धर्म गुरु को एक मंच मे आने के लिए विवश करदूगा शक्ति पुत्र महराज का कथन आज सत्य होते नजर आ रहा है जय माता की जय गुरुवर की
Tum Rang biranga youtuber ho....
Jaise hi bisleri me kide ka link dala mai samjh gya tha Tera level...😂😂😂😂😂😂😂😂Don't recommend channel kar raha hu Tera...baQi sab v karen!
Kripya sampark kare Galta gaddi ke mamle me..
Bina soche samajhe kisi bhi sant ke bare me kuchh kahana galat hai
स्वामी निश्चलानंद जी महाराज की जय हो जगतगुरु भगवान शंकराचार्य की जय हो
सस्ती लोकप्रियता हासिल कर लेने से कोई संत नहीं हो जाता है शंकराचार्य जी सनातन धर्म की गरीमा और स्वाभिमान है वह कथा वाचक नहीं है
Han ,
Ye nadhrchary hai or andhrchary hi rahega
रामम्रद्राचार्य जी आप एक आदरणीय संत है, आपको शंकराचार्य जी के बारे में ऐसा नहीं बोलना चाहिए, सनातन धर्म आहत होता है
Apne Ko sarvshreshth manta hai ki Ham Saryu parin Hain
Aapas Mein Apni Apni Buddhi ko shreshth Kahana yah murkhon ka kam hai Gyan Hai per Gyan ka Abhiman Ho Jaaye to vah chhalak Jata Hai FIR bevkuf mein aur Sant Mein Koi Antar Nahin rahata Hai
You should know rambhadracharya is blind and cannot read your comments.
Satta ke charan-chushak hai ye swaghoshit jagadguru abhadrachary 😢😢
शंकराचार्य नहीं है,केवल 4ही शंकराचार्य हैं और पांचवें कांची कामकोटि पीठ पर विराजमान है 🕉️🚩🌹🇮🇳
एक सन्त को शंकराचार्य को मूर्ख नहीं कहना चाहिये। इससे उनकी मर्यादा नही होगी।
@@user-uk4ky4uq6k शो वैष्णो 7 सनातन धर्म की पद्धति है जिसमें आचार्य व्यवस्था का गठन होता है शंकराचार्य जी का कलियुग में हुए हैं। शैव,वैष्णव और शाक्त के अनुयाई देश में थे, पहले से ही रामानंदाचार्य,माधवाचार्य और अन्य पदों का महत्व था इस प्रकार से आज के जमाने पर यह समझना चाहिए कि यह पूर्व काल से ही समानांतर व्यवस्था थी जो बाद में शंकराचार्य के रूप में प्रतिस्थापित हुई तो किसी रामानंदाचार्य की की गरिमा शंकराचार्य से काम नहीं होती किंतु यह धार्मिक विषय है इसमें अधिक विवाद नहीं करना चाहिए दोनों सम्माननीय एवं पूजनीय है हम दोनों का सम्मानकरते हैं।
Yah log Aadi Shankaracharya thori hi hain. Unke followers hain. Unke jitne gyani nehi hain. Unke naam Aadi Shankaracharya ki wajeh ae hi chalta hain. Rambhadracharya ji ne aapa naam khud banai hain. Bachpan se aandhe hone ke babajud !
अब आप खुद का ही अपमान करने लगे है महाराज जी, अभी इस धरती पर पुरी शंकराचार्य जी से ज्ञानी कोई नही है
Galat
Dekho bhai vidwan sabhi sankarachaya hain sabhi vandan yogya hain lekin bat achche samay mein sthapna Ki thi usme bura nahi manna chahiye are ramji to sabke hain Kya ferk pada bhagwan tent me she mandir mein aa gaye khushi Manao .jai shri ram.
Ekdum sahi..ye log kuch nhi samaj payenge Bjp ke dharmguru hain bs
Right
Murkh Tiwari ji isko aap nirdharit karenge kya. Ye charo shangkaracharya angrejo aur khangresi parampara se he.
ये विद्यालय या कॉलेज की प्रतिस्पर्धा नहीं है कि आए और श्लोक पाठ और मंत्र प्रतियोगिता करवाया जाए।।शंकराचार्य जी से ऊपर कोई नहीं।। हर हर महादेव 🙏🏻
कौन सा शंकराचार्य
और कैसे वो ऊपर है
बस तुमको लगा और बोल दिया😂😂
@@igigamerz977 Bhai bahut logo na Gar wapasi kerli what's App university ka proud hindu Dharm sa baher nikal ker bhagwan ka Geeta grantho wale sanatan Dharm mein Aap na Sanatan main wapasi kerli jah abi social media ka baba TV debate wale baba guru khatha kerna wale ko follow ker rahe ho
@@igigamerz977 शंकराचार्य ही हिन्दु धर्म का सर्वोच्च पद होता है उससे बडा़ कोई पद नही है ज्ञान ही नही लोगों को शंकराचार्य पद की महिमा होती है स्वयं भगवान शंकर ने आदि शंकराचार्य ने हिन्दु धर्म की महिना के लिये ये चार शंकराचार्य बनाये तव से अब तक यह पद चल रहा गुरु परंपरा से ये बनते है राजनीति या मीडिया पर डिपेंड नही है यह अपने आप में गरिमामयी पद है
@@igigamerz977नीच लोगों के लिए सब बाते समझना बस का नही है।
@@igigamerz977murkh aaj jo hindu dharm jeevit h iski shuruat shankaracharya ji ne hi ki thi warna na Aaj granth hote na shastra na meemansa...
Kripya bolne se phle jan to lo hm kya bol rhe h...
Ek vyakti ki manyata alg alg ho skti h pr wo galat nhi..
Samman Krna seekho....
शंकराचार्य जी ने क्या किया है इसके बारे में कोर्ट का फोटो कापी मगाओ फिर देख लेना वैसे उनका अपमान करना आपको नतीजा मिल चुका होगा हर हर महादेव
सही बात है ❤
सही कहा है
सही कहा भाई। यह सिर्फ नेत्रों से ही नहीं, मन की आँखों से भी अंधा है। इसके विचार, वाणी सच्चे संत, महात्माओं तथा महापुरुषों से मेल नहीं खाते। यह ढोंगी है।
हर हर महादेव
हनुमान जी शिव जी के अवतार नही थे न सुवन का अर्थ स्वयं होता है अगर शंकर स्वयं होता है, तब तो जय गणेश गिरजा सुमन का अर्थ गिरजा पूत्र होगा या गिरजा अवतार होगा,रामभद्राचार्य पाखंडी जूठे अहंकारी बीजेपी बाबा हे,, हनुमान जी रुद्र अवतार थे शिव अवतार नही
फर्क साफ है रामभद्राचार्य जी आप मोदी जी को दोस्त बताते हो, मोदी जी शंकराचार्य जी के चरण स्पर्श करते हैँ अब आप सोचो आप क्या हो
मोदी के लटक
It means nothing. Sankaracharya is a post . Modiji respected the post only , not the person.
शंकराचार्य महाराज जी के उपर कोई नहीं। हमारे धर्मगुरु हमारे शंकराचार्य 🙏🙏
ये सब चोर है
Sab sala chor or dhongi hai koi baba nahi hai.sala jab hinduon ka katleam hota hai dharmantaran hota tab ye sala sab kaha mar jata hai.
It cell ke log shnkrachaya ko gali hi de sakte hai masterstroke wadi hai
@@jitu654Tera bap chor hoga
राम मंदिर के पक्ष में श्री राम भद्राचार्य जी की गवाही और साक्ष्य ने अहम भूमिका निभाई ,
राजनीति से प्रेरित सनातन के ही खिलाफ कार्य कर रहा है यह पप्पू का चमचा ,
जिसमे अहंकार होता है वो कबी भी सन्यासी साधु नहीं हो सकता है घमंड तो रावण का ही नहीं टिका था तो हम मनुष्य क्या है 🚩🙏
Bilkul satya vachan bhaiya
Mujhe esa prateet hone lga h inme ahnkar ghar kr gya ....
Dusri trf agr hm ye mane ye kuch visesh mat ya anya bate batana chah rhe h to sashtraarth hona chahiye...isme galat nhi h
जिस इंसान को ज्ञान का घमंड हो उस ज्ञान का कोई महत्व नहीं है
सही कहा मित्र
१००%सत्य कथन
Gyan h to gmand to rahenga h
@@suneelpatel2954इसी को अज्ञान कहते हैं
@@suneelpatel2954jisko gyaan mill jata hai phir oh khuchh nhi jaanta hai
सनातन धर्म में शंकराचार्य जी को सबसे बड़ा संत मानता हूं🙏🙏
ये रामभद्राचार्य जी का बड़बोलापन है
राम मंदिर के पक्ष में श्री राम भद्राचार्य जी की गवाही और साक्ष्य ने अहम भूमिका निभाई ,
शंकराचार्य राजनीति से प्रेरित सनातन के ही खिलाफ कार्य कर रहे है
Hansi aati hai apki baate sunkar..umar kitni hai??@@jaishriram234
आज के चार Sankaracharya में से कोई भी आदि Sankracharya जितने ज्ञानी नही हैं। ओ लोग आदि Sankracharya के नाम पे ही चल रहे हैं !
वो शंकराचार्य नही है
@@jamunasingh6483 Meine Puri, Badrinath, Dwarka aur Sringeri matho ke 4 Shankaracharya ke baare mein keh raha tha. Wei 4 jan Aadi Shankaracharya jitna gyani purush nehi hain. Un ka naam sirf isliye hain ki woh log Shankaracharya chune jeyei, yani apni post ke wajah se. Us pe bhi rajneeti hoti hain. Rambhadracharya ji aapna naam khud kamaye hain, 2 saal ke umra se aandhe hone ke babajood jaidataar sunke siksha prapt ki hain. Kinta medha hoga !
पुरी पीठाधीश्वर पूज्य निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज को दण्डवत् प्रणाम
इतना अहंकार ठीक नही है स्वामी जी हमारे धर्म में सर्वोच्च पद है शंकराचार्य जी का,
शंकराचार्य जी स्तंभ है हमारे धर्म के🙏🏻
पुरी के स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के सामने एक मिनट भी टिक पाना रामभद्राचार्य के लिए संभव नहीं है
Aap logo se request hai, aisa koi bhi comment na kare, jisse Hindu dharam aahat hota hai.
Nishalananda ji is author of 200+book
Have knowledge of constitutions and computer science
जय भगवान शंकराचार्य जी 🌼🌺🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Sahi kaha
कोई भी धर्माचार्य किसी भी पार्टी का यदि पक्ष लेता है तो वह धर्माचार्य नहीं कहलाता वह राजनीति या राजनेता बन जाता है हमारे वर्तमान में चारों शंकराचार्य एकदम सही है क्योंकि शंकराचार्य चुना जाता है योग्यता के अनुसार यहां वोटिंग प्रणाली नहीं है इसलिए धर्म बचा हुआ है
कैसे महोदय जरा समझाएं
ऐसे संत(रामभद्राचार्य जैसे) हों तो हिंदुओ के पतन को कौन रोक सकता है...... जब इनसे खुद का अहंकार ही नहीं संभाला जा रहा, ये समाज को क्या दिशा देंगे
एक दम सत्य कथन......
Puri Shankaracharya Swami Nishlanand ji is so knowledgeable... He is an expert in Vedic maths..he is an expert in coding language....so knowledgeable in Sanskrit and vedic
अपने मुँह मिया मिठू न बने महराज. शंकराचार्य पीठ सनातन हैँ.
भाई, यह सिर्फ नेत्रों से ही नहीं, मन की आँखों से भी अंधा है। इसके विचार, वाणी सच्चे संत, महात्माओं तथा महापुरुषों से मेल नहीं खाते। यह ढोंगी है।
यह महान संत रामभद्राचार्य
@@devroy1235tdstune deke h sache sant sala har koi Gyan deta h 😂😂
Sant to choti choti bat me sharap de diya karte te phle
मैं नहीं जानता ये चारों शंकराचार्य जी कितना विद्वान हैं लेकिन एक बात तो सत्य है कि रामभदराचार्य जी बहुत विद्वान हैं।
रामभद्राचार्य जी महाराज तो नेताओं की भाषा बोलते हैं वह संत नहीं एक नेता है
Shankaracharya ne kiya hi kya. Na to ram mandir pe kuch bola na to palghar ke jab sadhu mare gaye tab kuch bola. Asal mai ye Shankaracharya hi chup baithe rehte hain. Na to court mai ram mandir ki gawahi dene aaye
R@@Jaishreram120जानकारी ना हो बोला मत करो HC aur SC में कौन केश लड़ा
रामभद्राचार्य महाराज जितना शास्त्रों का ज्ञान अन्य किसी सन्तों में नहीं है
Ghanta Gyan hai rambhadracharya ko aur jo log udd rahe hai ki inhone court me gawahi de k ram janam bhoomi ko saabit Kia lekin supreme court ka decision padh lo court ne inke bayan ko koi maanyata nahi di thi shankaracharya ji k bayan ko hi court ne maana tha aur ye dhongi dhatura chala hai shankaracharya ji ko shastratrth ki chunauti Dene.
@@Jaishreram120लंड चुसने वाले भक्त पहले पढले किस ने राम मंदिर मे सुप्रीम कोर्ट मे केस लढी हे
इस रामानंदाचार्य को ये बताओ कि रामानंदाचार्य भगवान राम को मानने वाली परंपरा है,
शंकराचार्य को ये सोच रहा है शंकर को मानने वाली परंपरा जो कि गलत है,
शंकर को मानने वाली परंपरा शैव होती है, शंकराचार्य हर पंथ के सन्यासियो से ऊपर होते हैं।
इस विद्वान को शंकराचार्य का अर्थ तक नहीं पता। शंकराचार्य इसलिए कहते हैं क्योंकि आचार्य शंकर ने ये शुरू किया था
Adbhut, yahi mai samjhana chahta hu sbko
Bhai hame apne shankaracharya k viruddh ho rhe shadyantra ko todna hoga har jagah uchit jawab dekar aur unki baate(specially Puri Shankaracharya Bhagwan) ki baato ko failaakr
Jay Jagadguru Shankaracharya Bhagwan 🙏🏼
Rambhadracharya ji ke gyaan ko bhi pranaam🙏🏼
आप नेत्रहीन क्यों हुये क्या पूर्व कृत कर्म रहा उस पर भी कुछ शास्त्रार्थ करेंगे? स्वामी निश्चलानंद सरस्वती पूजनीय वंदनीय स्पष्टवादी हैं ।🙏🌷🌷🙏
पूर्व कृत कर्म तो सभी के होंगे प्रत्येक जन्म में धीरे धीरे उनका फल भोगा जाता है।
इतने बड़े संत सूरदास जी कभी अपने आप को बड़ा नही समझे और कहते है " कर्महीन जन्म को अंधों मोते कोन निकारो " लेकिन आजकल अपने आप को संत बोलने वाले अपने आप को सर्वज्ञाता समझते है
Afsos.... रामायण के इतने सारे श्लोकों को पढ़ने के बाद भी आप अहम से ग्रसित हैं... विश्वास नहीं होता... जब तक अहम है तब तक ईश्वर की प्राप्ति सम्भव नहीं 🙏🙏🕉️🕉️.. ऐसे शब्द आपको नहीं बोलने चाहिए रामभादराचार्य जी.. आप प्रशंसा के भूखे हैं...
हा यार पता नही नही इतना ज्ञान होने के बाद भी इसका अहंकार नहीं गया।
आजा हिजडे तेरी ही कमी थी
@Abhijeet_Vishwakarma सही कहा है भाई . रामभद्राचार्य जी ने सिर्फ ज्ञान चर्चा के लिए आमंत्रित किया है . यह तो अनुचित नही . शंकराचार्य के बातो मे मुझे घमंड नजर आता है .
रामभद्राचार्य जी,आपको ऐसा नहीं कहना चाहिए। शंकराचार्य जी बहुत सम्माननीय है।
रामभद्राचार्य वैष्णव और शैव की लड़ाई करवा देंगे 🥺🥺😡
Bahut sahi kaha hai
हमेसा से लडाई रही है
शंकराचार्य स्मार्त होते हैं।
Shankaracharyo ka koi sampraday nahi hota ve sabhi hinduo ke hote hai @@amitkumar72355
Shaiv kon?... Shankracharya smarth hain
स्वयं नारायण जिनको नमस्कार करते हैं उन्हें संत कहते है
किसी भी संत को गलत नहीं बोलना चाहिए
उनके अपने अपने विचार हैं कोई अपने धर्म के लिए सब कुछ न्यौछावर कर देता है
कोई
अपने पद के लिए सब कुछ ....!
Ram Bhadracharya ji is revered and part of sympathy due to his blindness but seems quite proudy and tries to abuse other learned Dharmacharyas. Cramming is and understanding are two different things. His interpretations are just to prove his own supremacy over the original authors like Tulsidas.
I am glad to see that people like you do exist in this world who can analyze things correctly
Jagath guru ram bhadracharya ji 's massive contribution in ram jaanm bhoomi case deserve plaudits. He along with others gave proof of existence of ram temple before babri masjid. While some guru 's were invited but to provide proof and contribute towards the movement but they didn't. He is not supremacist but speak actual facts but to understand it you should have knowledge.
@@arunashok6779 yes you are completely right because he himself said those things and I too know that..
But that doesn't mean you become arrogant, and claim yourself as knower of everything
@@arunashok6779 He wants to make correction in Hanumaan Chalisa. He dared to find errors in Hanumaan Chalisa, which were not errors as analysed by pujya Sankaracharya ji.
Eyelashes devil😂😂😂😂
पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु श्री निश्चलानंद सरस्वती महाराज इस समय अद्वितीय हैं। श्रीचरणों में शत शत नमन 🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩
ऐसा न करे, रामभद्राचार्य जी, उनकी respect करते हैं, लेकिन जब बात शंकराचार्य जी पर आयेगी तो, मैं शंकराचार्य जी के साथ हूँ।
जो शास्त्रार्थ करना चाहते हैं उनको इतना ज्ञान तो होना चाहिए कि आधे मन्दिर में क्या सही है और क्या गलत।
Are murkh pran pratista shastriya he murti prathitha dono me ho gradeswar dravid ji shastrartha ke liye sabhi ko chunoti di ki sidh karo pran pratista ashastriya he
@@dasdasohamkaise pran pratishta kiya jata hai tujhe pata hai kya pandit ji?
एक साधु के अंदर कभी घमंड नहीं होता है। गलत बात गुरु जी, आप निसंदेह एक चमत्कारी महात्मा है, परंतु इस तरह के व्यक्तव्य एक ज्ञानी से उम्मीद नही थी।
शंकराचार्य को चुनौती देने वाले आप कौन हैं। उमेश शर्मा महामंत्री धर्म संघ खेकड़ा बागपत उ प्र तैयार है,आपसे शास्त्र करने को
Agar aap itne bade dharm sangh ke leader ho to apka chetra Muslim bahulya kyun ho gya kyun 3pradeshon main Hindu aalpsankhyak ho gye kyun chote chote neta Hindu dharm ko ulta sidha bolte hai kyun apne unke upar case nhi kiya
रामभद्राचार्य जी ने जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का योगदान नहीं देखा है । ये सिर्फ राजनेता हैं और कुछ नहीं। इन्होंने शुक्ल यजुर्वेद के दो मंत्रो का उच्चारण इन्होंने कितना शुद्ध किया था आप देख सकते हैं।
Bharat me chodo puri duniya me sabse jada gyan kisi ko hai to wo hai only legend pujya shri shri 1008 Shankaracharya bhagwan ❤❤
चारों पीठ व कांची कामकोटि के अनंत विभूषित महाभाग शंकराचार्य सनातन धर्म के धर्मध्वजरक्षक परमधर्माधीश सर्वोच्च गुरू हैं तथा परमपूज्यनीय हैं, कोई सनातन धर्मी उनकी आलोचना करने के लिये न योग्य , सक्षम हैऔर नहीं अधिकृत 🙏🙏
कोन मानता है, तेरे शंकराचार्य को ?भारत मे बहुत सारे संप्रदाय है, सभी अपने अपने गुरु को सर्वोच्च मानते है, भारत मे जितने भी प्रमुख वैष्णव संप्रदाय जैसे रामानंदी संप्रदाय, रामानुजाचार्य का श्री संप्रदाय, निम्बार्क संप्रदाय, वल्लभाचार्य का पुष्टी मार्ग, गौडीय वैष्णव संप्रदाय इन मे से एक भी संप्रदाय तेरे मिथ्या वादी चार पिठो शंकराचार्य को नही मानता, Shankaracharya hinduon ke Pramukh dharmguru hai Aisa Ek Jhutha prachar Tum Logon ne ke Kiya Hai Vastav Mein hinduon ka koi bhi Pramukh dharmguru Nahin Hai, na hi Hona chahie Kyunki hinduon ka Pramukh Dharm Guru yah concept hi galat hai hindu dharm Koi Isai Dharm Nahin Hai Jo yah Koi Pramukh pop bhi Hota Hai hindu dharm Meinपोप system Nahin Hai hinduon Mein Har EK sampraday Ek alag religion ya sect Ki Tarah hai, jabardasti Shankaracharya ko Sare hinduon Ka Guru banane ka Prayas na Karen. Shankaracharya Keval jativadi manuvadi brahmanone ke Guru hai, apne samprday mein vah sarvoch hai lekin unke samprday ke bahar Unki Koi aukat Nahin Hai
@@exbhimta3473 कौंन मानता है तेरी बाहियात बातों को ---आदि श़ंकराचार्य सबसे पहले आये व बौद्ध धर्म से सनातन को बचाया ये मैं नहीं सब सनातनधर्मी कहते हैं और इतिहास भी है----बाद में वैष्णवाचार्य आये व एक श्री विष्णु की पूजा के लिए कहा जब कि जो पंचदेव उपासक है जिन्हें स्मार्त कहते हैं वो 80%सनातनी हैं वैष्णव 20%हैं----कुल 10आचार्य हुए हैं जिनमें एक शंकराचार्य व 9 वैष्णवाचार्य, वैष्णवाचार्य जन में कई अलग उपास्य हैं जब कि शंकराचार्य सभी पांच देव सूर्य,गणेश, शिव, शक्ति व श्री विष्णु (श्रीराम व श्रीकृष्ण)-----,,, शंकराचार्य महाभाग ने सनातन की सभी पूजा पद्धति व उपास्य को एक जगह संगठित व समन्वित किया है,चार धाम,12ज्योतिर्लिंग व 52शक्तिपीठ सब शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित हैं ,----तेरे विचार तुझे मुबारक ----
@@nksharma4514 😂😂😂😂sare shaiv, Vaishnav aur shakt sampraday ke jitne bhi sub sampradaya hai unke pramukha guru se ek letter ya sammati patra leke anna ki mithyavadi,jativadi,mayavadi shankaracharya hamare guru hai to mein ye baat man lunga ki shankaracharya nischalanand hinduvo ka guru hai, tum pagal nischalanand ke chelo no use hindu vonka guru mana hai, hindu vo ne nahi, pahle to hindu dharm mein dharmguru (christanity mein pope jaisa) nahi hota. Abhinavgupt jaise shaiv acharya ne adi shakaracharya ka khandan kiya tha to vo ajakal ke nakali shankara acharyaonko kya manenge, shaivism bhi tumhare charo petho ke mithyavadi(jagat jab mithya hai to mithyavadi huye ne🤣) yonko nahi manata
@@exbhimta3473भगवान शिव शंकर और भगवान राम कृष्ण मे भेद नहीं किया जा सकता है
राम हि शिव शिव हि राम कृष्ण हैं
जब तक शिव शंकर और राम कृष्ण दोनों की कृपा प्राप्त नही होती हैं
जब तक मौक्ष कि प्राप्त नहीं होता है
सनातन धर्म में चारों शंकराचार्य स्वामी जी हि सर्वश्रेष्ठ होते है
राम भक्त बनाने पर भगवान शिव शंकर कि कृपाया से हि भगवान राम अपनाते हैं
भगवान शिव भगवान राम मे भेद माहापाप हैं
अनुचित व्यवहार ना करें आपस मे विचार शुध्द रखें भगवान के प्रति समर्पित भाव जरूरी है
🇮🇳🇮🇳जय हिंद जय भारत🇮🇳🇮🇳
🚩🚩हर हर माहादेव जय श्री राम🙏🙏
@@nksharma4514 agar shankaracharya sach main mahan hai to 3pradeshon main Hindu aalpsankhyak kyun ho gye iska jawab de Dena ye log kyun Bharat ko Hindu rashtra bana rahe hai
रामभद्राचार्य नहीं मोदी भगताचार्य
Modi ji k friend h
Modi ke papa bol de bhadwe 😅😂
रटने वाले कभी ज्ञानी नही बन सकते।।।
और ज्ञानी को रटने की जरूरत ही नही।।
इन्होंने दंड उठाया है इसलिये प्रणाम। लेकिन जो ये कर रहे है उसपे यही कहूंगा कि सूर्य अपनी रौशनी से बता देते है कि मैं कौन हूँ (शंकराचार्य को संकेत किया) कहना नही पड़ता की मैं सूर्य हूँ। अगर कहना पड़ रहा तब रह है क्या गया । मैंने दोनों महाभाग की जीवन शैली देख रहा, कोई प्राइवेट प्लेन से उड़ रहा कोई ट्रैन से हे चलता है उसमें भी कभी कभी इस अवस्था में upper seat मिल जाती है। साल में 280 दिन केवल भ्रमण जब कोई आमंत्रण पे इंटरव्यू में व्यस्त था तो कोई कड़ाके की ठण्ड पर्वस्नान कर रहा। कुल मिलाके धर्म मार्गी को राजा का श्रेय जैसी तुछ चीज आखिर आडंबर के अलावा कुछ नहीं दे सकती।। संत कितना गहरा है इस बात का पता अन्य संतो के प्रति आदर से चलता है। अपने को कहना पढ़ रहा है। एक बात और शास्त्र वचन है, संत को विमान में बैठ के समुद्र लांघ विदेश नहीं जाना है। सदेह पैदल जा सकता है। शंकराचार्य कोई भी विदेश नहीं जाते और अगर जाते है तो न ही वो शंकराचार्य रहे ना ही जगतगुरु ये बात इनको भली भांति पता होगी मई जानता हूँ। बाकी जनता अपना समझे।
Rambhadracharya to Dand dharn karne me bhi shstrasamat nhi hai viklang ya body defect hone vala vkyakti snyas nhi le sakta sanysopnishad me likha hai
Adhay 2 shlok 5 @@khairmodearyan7228
रामभद्राचार्य जी को यह तक नही पता कि प्रभु श्रीराम और माता सीता का विवाह किस उम्र में हुआ।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के कारण ही हम राम मंदिर केस जीतने में सफल रहे🙏🏻 प्रमाण उपलब्ध है
घण्टा उस पाखंडी का इस देश के किसी भी प्रोग्रेस में कोई रोल नहीं है।।
माँ राजराजेश्वरी इन्हें सद्बुद्धि दें इन्हें ये नहीं बोध की ये उनश्री शंकराचार्य जी महाराज के लिये कह रहे हैं जिन्होंने भारत भृमण किया धर्म का प्रचार प्रसार कियाऔर चार धामो की नीव रखी शंकराचार्य तो मूल हैं धर्म के उनकी परम्परा की निंदा कर रहे हैं...भारत के सभी सम्प्रदाय शंकराचार्यपरम्परा से ही आयी हैं और जिन पूज्यों की ये निंदा कर रहें है उनका गठन कठिन तपस्या के बाद होता हैं अतः कोई इन्हें समझावें की अपना विनाश म खोजें।🙏
आज कल साधु के भेस में कालनेमी ही घूम रह है । रामभद्राचार्य जी का कोई एक वीडियो संस्कृत में नही है और ये शंकराचार्यों को चुनौती दे रहे है पहले खुद तो बोल लीजिए । श्रींगेरी पीठाधीश्वर पूज्य भारती तीर्थ जी महाराज के ढेरे प्रवचन संस्कृत में यूट्यूब में डाले है जिसको देखना हो देख ले।
रामभद्राचार्य जी से निवेदन है की जीवन के इस पड़ाव में झूठ और फरेब करके खुद को भद्द मत पिटवाइए।
श्रृंगेरी पीठाधीश्वर स्वामी पुरी पीठाचार्य की तरह वितंडवादी नहीं है।
@@realSamarthT मित्र यहां प्रश्न क्या था?
इंडिया अगर इन लोगो में ना फसता और विज्ञान में विश्वास करता तो ना कोई मुगल और अंग्रेज की गुलामी करनी पडती ना देश इतना पीछे होता..
यह सिर्फ नेत्रों से ही नहीं, मन की आँखों से भी अंधा है। इसके विचार, वाणी सच्चे संत, महात्माओं तथा महापुरुषों से मेल नहीं खाते। यह ढोंगी है।
Tu dhogi hai or ye bata ki tere shaktacharya ne ram mandir ke liye kya kiya
शंकराचार्य को कोई राजनीतिक दिव्यांग ही चुनौती दे सकता है जिससे ना कोई बहस करेगा ना कोई चुनौती देगा इस लिये वो व्यक्ति अंधों में काना राजा बना रहेगा
जिसमे घमंड होता वो कभी भी संत नही हों सकता वो ढोंगी होता है
कायर कथैं प्रतापु..........
आदरणीय का यह बयान उचित नहीं है।धर्म को धारण कीजिए।हिंदुओं के विरोध मे सहयोग न करें। जयश्रीराम।
महाराज जी को नमस्कार.......! धृष्टता के लिए क्षमा चाहता हूं.आप सभी धर्मगुरुओं के अंतर्द्वंद्व के करण सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था कम हो रही है.आपको अपना वक्तव्य बहुत ही सोच समझ कर देना चाहिए महाराज जी.
पूज्यनीय निश्चलानंद स्वास्वती जी का विचार उत्तम है और इस समय के हिसाब बहुत ही सही है बांकी शास्त्रच चार्य से उत्कृष्ट् निकलने वाले दो शंकराचार्य मेरे जानकरी से नहीं है इसीलिए उन्होंने प्रधानमंती को भी खरी खोटी सुनाई थी कि प्रधान मंत्री के विरोधी खुश हो जाय क्योंकि सभी देशवासियों को मालूम है कि यदि प्रधान मन्त्री जी यदि प्रयास न करते तो आज भी राम मन्दिर संभव न हो पाता और ये शंकराचार्य रहे आते अपने आप को ईश्वर मानते हुए
मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु उसकी अज्ञानता या मूर्खता नहीं है वरन् स्वयं को इस भूलोक का सर्वज्ञानी होने का भ्रम है,,, आपकी वाणी से अहंकार प्रतिबिंबित हो रहा है, कहि यही अहंकार रूपी सर्प आपके धमनियों में विश्व प्रवाह न कर दें सावधान,
शंकराचार्य को भी राजनीति में नहीं आना चाहिए उनको भी अपने मर्यादा नहीं लघनी चाहिए वह ऐसा कृत करते हैं तभी रामभद्राचार्य जी बोलने को भी विवश होते हैं
अध जल गगरी छलकत जाय। अविवेकी ,उचक्का उचकते जाय।।
हिन्दू धर्म के रक्षक ही भक्षक बन गए हैं. दुसरों को ज्ञान देनेवाला खुद अज्ञानी हैं. दोषी सभी हैं जगतगुरु भी और शंकराचार्य भी. यदि अहंकार भगवान का भोजन हैं तो भगवान भोग क्यों नहीं लगाता?
रामभद्राचार्य नही मोदीभद्राचार्य छद्म त्रिपुण्डधारी का मित्र/चेला मोदीभद्राचार्य जैसा गुरू वैसा चेला ।
@Abhijeet_Vishwakarmatumhe Pata hi nhi h unke bare me kya hote h shakracharya varna aise n bolte
@Abhijeet_VishwakarmaRambhadra charya 5 mi bhi nhi tike sakta Guru ji k samne. Ram mandir ka case vahi lade the 24 saboot rakhe the coart k samne tab ram mandir ka faisla hua warna hindu samaj k vakeel ne jo bhi saboot diye sab farji nikle the. Isliye jinhone itna kuchh kiya use bhoolo nhi dubara Shakracharya ji k bare me bolna mat tum Modi bhakt ho ya koi bhi party se ho pr dubara bolna mat
असली संत वही जिसे ज्ञान बखान करने की आदत न हो बस ईश्वर से जुड़े रहना आज कल तो ये सब अलग ही comptetion खेल रहे आपस में 🙏🏻🙏🏻🔱🔱 हर हर महादेव
परम सम्माननीय पूज्यनीय शंकराचार्य अभिमुक्तेशर जी के चरणों में सादर प्रणाम।आदरणीय रामभद्राचार्य महाराज मेरे पूज्य गुरुदेव के बारे में उटपटांग ना बोले। इसी में आपकी इज्ज़त हैं 🎉
जो अपने चेलों को एक युवा साधु निग्रहचार्य जी के तर्कों का जवाब नहीं देने और शास्त्रार्थ की चुनौती स्वीकार करने के बजाय उनको वैश्या का पुत्र कहने पर भी उनको बढ़ावा दे, ऐसे धर्माचार्य हिंदुओं का हित नहीं कर सकते।
आप तो स्वामी भगवान के अवतार हैं स्वामी रामभद्राचार्य जी, परंतु शंकराचार्य जी की बात बिल्कुल सत्य है। आप न्यायालय का रिकॉर्ड देख सकते हैं।
ये दुराग्रह ग्रस्त, विकलांग, हीन भावना से ग्रस्त तथा सांप्रदायिक विद्वेष एवं घृणा से भरा हुआ व्यक्ति रामभद्राचार्य बहुत क्षुद्र व्यक्ति है। ये पूज्य शंकराचार्य की चरणरज भी नहीं है।
जी भाई,
यह सिर्फ नेत्रों से ही नहीं, मन की आँखों से भी अंधा है। इसके विचार, वाणी सच्चे संत, महात्माओं तथा महापुरुषों से मेल नहीं खाते। यह ढोंगी है।
Kripa krke apne sir k pap ka bojh na badhaye
Sahi kaha apne bhai pata nhi ye kaise Hinduyon ke dharm guru hai jo ki 3 pradesho main Hindu aalpsankhyak ho gye ye log chup chap hai
Bilkul satya kaha ,
पुरी शंकराचार्य के ज्ञान के समक्ष 10,000 रामभद्राचार्य जी आके शास्त्रार्थ करें तो भी नही टिक पाएंगे।। वो साक्षात तपोमूर्ति है उनका पूरा जीवन ही तप है,, धर्मसम्राट करपात्री जी महाराज साक्षात शिव थे तो जिनके गुरु शिव स्वरूप हो उनकी तुलना नेताओं की चमचागिरी वाले लोगो से हो सकती है क्या
शंकराचार्य जी ने आपको कभी भाला बुरा नहीं कहा और न आपके ग्यान को कमतर कहा.....फिर आप उनसे तुलना क्यों करते हैं....बड़ों बड़ाई न करे बड़ों न बोले बोल........आप महान ज्ञानी हो सजते है किन्तु बाप बाप और बेटा बेटा ही रहेगा.......जय श्री राम
Jai shiv shamnhuji. Ishwari shakti is oneness. Jai hind.
जो सन्त श्री राम मंदिर नहीं गया वो शंकाराचार्य नहीं है
सनातन हिन्दू धर्म की जय
सभी हिन्दुओं और धर्म गुरुओं से प्रार्थना है कि आपस में विवादित बयान न देते हुए,
आपस में मिलजुलकर सुमति बनाने की महान कृपा करेंगे
हमारे देश मे ४ पीठाधीश्वर शंकराचार्य हैं । वे महान हैं। सनातन धर्म को आगे बढ़ाने वाले हैं उनमें रती भर भी कमी नहीं कह सकते हैं।कमी निकालने वाले पाखंड हैं।
When u have full knowledge you will remain silent.. half knowledge people bark a lot.. wants to take entire credit of ram mandir
रामभद्र जी को भद्र और आचार्य कहने में शर्म आती हैं । जिन्हें खुदको सत्य, न्याय, विनय और सदाचार मालूम नहीं है -- जो स्वयं आचार रहित हैं वें कैसे आचार्य बन सकते हैं ??
पोथी पुराण पढ़ने के पश्चात भी यदि हमारे भीतर घमंड है तो हमे अपने ज्ञान पर दोबारा मंथन करना चाहिए ।
जो अपनी ज्ञान का घमंड करता है..ओ सही मे अज्ञानी होता है....हिंदू धर्म मे सबसे उपर धर्माचार्य है तो ओ शंकराचार्य ही है...
शंकराचार्य की पद का उत्तराधिकारी वही होतें है चारों वेद शास्ञो, पुराणों, एवं अन्य ग्रंथों के ज्ञाता और आदिशंकराचार्य के आचरणों के अनुशरण करते हैं ऐसे व्यक्ति ही शंकराचार्य पीठाधीश्वर बन सकते हैं, उत्तराधिकारी के लिए परीक्षा के मानदंड होने चाहिए,
पूज्य निश्लानंद जी महाराज जी को सादर नमन
रामभद्राचार्य महराज पूज्य गुरुदेव तो खुले आम एक पार्टी का पक्ष लेते है
इस विषय पर मैंने एक 7:30 मिनट का वीडियो अपने चैनल के माध्यम से अपलोड किया है... संत समाज विश्व के आराध्य हुआ करते हैं.. कुछ भी बोलने से पहले सोचना जरूरी.. राधे राधे
जगद्गुरु शंकराचार्यने मीता हुआ है हिंदू धर्म दोबारा जागृत कर कर हिंदू धर्म की रक्षा की है और जगद्गुरु शंकराचार्य हिंदू धर्म गुरु में सर्वश्रेष्ठ मानेजाते हैं और उनके सभी हिंदू ऋणी है दूसरेसाथियों को यह चार मठों के शंकराचार्य की निंदा कर कर अपमान नहीं करना चाहिए शंकराचार्य शंकराचार्य होते हैं हो दूसरे साथियों से सदैवऊपर है
Aap jaise log gyan ka kuch alag hi mtlb nikalte hai...Vasatav me jiske pas Gyan hoga..usko to ghamand chhu bi nahi sakta.....
मेरा चारो शंकराचार्य से प्रश्न है जैसे गोस्वामी तुलसीदास श्री रामचरित मानस महाकाव्य ग्रन्थ भारत देश को दिया इन चारो ने भारत देश को क्या दिया जो घर-घर पढा जाये ।
रट्टू तोता ज्ञानी नही होता पर ज्ञानी होने का ढोंग जरूर करता है।
कायर कथैं प्रतापु......
शंकराचार्यो ने सत्य सनातन धर्म को बचाने में अहम् भूमिका निभाई है आप शंकराचार्यो को चैलेंज नहीं कर सकते। जरा होश में आऔ जय श्री राम।। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
परमपूज्य आदरणीय स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
कृपया इतना बड़ा झूठ बोलने से पहले एक बार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की प्रति मंगवाकर उसका अध्ययन कर लें
तो पता चल जाएगा कि शंकराचार्यों का राम मंदिर आंदोलन में क्या योगदान है और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हिंदुओं के पक्ष में किस धर्मगुरु द्वारा दिए प्रमाणों से आया
गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि नमन हम पर भी कृपा बना दो गुरुदेव🙏🌺🙏
Shankracharya bhagvan ki jay ho
शंकराचार्य हो या रामानंदाचार्य। दोनो हिंदू ही है। दोनो आपस में वाद ना करे, इससे दोनो का ज्ञान का अहंकार बढ़ जायेगा। मैं ही ज्ञानी हु, मेरे सामने कोई बोल नही सकता ये अहंकार है आपका।
हमारी इसी फूट के कारण मुगलो ने 500 और अंग्रेजो ने 200 साल राज किया
किसी संत महात्मा की वाणी ऐसी होती है क्या ? हमारे सनातन हिन्दू परंपरा में चारों पीठ के शंकराचार्यों का स्थान सर्वोच्च माना गया है,उनके संबंध में अनावश्यक अहंकार युक्त टिप्पणी कहां तक उचित है ?
शंकराचार्य जी भगवान का आदर करते हुए एक बात बोलता हूं कि दोनों ही महान संत हैं। और जो लोग इनके व्यक्तव्य में कटाक्ष कर रहे हैं। श्री रामभद्राचार्य जी के पैर के धूल के कण के बराबर भी नहीं हैं।
Shastro ka gyan Ravan se adhik kisi ko nhi tha, Manushya leela me hone ke karan Shree Ram bhi Ravan ke saman gyani nhi the, Hanuman se bhi adhik dharm Shastr or vedon ka gyan Ravan ko tha iska arth yah thode hai ki Ravan ki koi kuch bol hi nhi sakta tha Rambhadracharya ne bahut gyan Arjit kiya hai or humse adhik gyan rakhte hai parantu Ravan ko bhanti hi samast gyan hone ke baad bhi apne swayam ke ahankar par Vijay prapt nhi kar paa rahe. Ek farzi Jagadguru pad ko Shankaracharya ke pad ke saman batana or harek dharmacharya ko murk bol dena inke abhiman ka suchak hai, gyan kitna bhi ho yadi manushya ahankari hai to uska gyan sunya hai
जय शंकराचार्य ❤
अंहकार युक्त बड़बोलापन से क्या सिद्ध होता है ?आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चारों पीठ के शंकराचार्य हमारे सनातन धर्म के सर्वोपरि संरक्षक हैं ।
विनासकाले विपरीत बुध्दि....
विपरीत बुद्धि नही सीधी बुद्धि 😂😂🤣🤣🤣🤣
@@SagarGupta-bt4xo ठिक है चलें देख लेतें है । थाेडा इन्तजार करें ।
शास्त्रार्थ तो करना ही चाहिए ये शंकराचार्यो को....थोड़ा समझ तो आना चाहिए ये भारत के चार स्तंभ बोले जाते हैं....लेकिन उनका परीक्षण भी करना जरूरी है
राम मंदिर के लिये रामभद्राचार्य जी महाराज के योगदान को सनातन धर्म में कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है ...
संस्कृत के मंत्र कंठस्थ है 😂 जितने है नहीं उतनी बार तो बोल चूके है मंच से
तो क्या हुआ कंटस्थ है तो
जाकिर नाइक को भी कंठस्थ है,तो sankaracharya बन जायेगा क्या
अनंत विभूषित स्वामी करपात्री जी के शिष्य है sankaracharya जी
इतने ने से भी समझ ना आएं तो आपके लिए दिनकर जी की एक पंक्ति समर्पित है
"जब नाश मनुज पे छाता है"
अब ये जितने भी शंकराचार्य है ये सारे पोंगाचार्या से कम नही😅
रामभद्राचार्य में इतना अहंकार🤔🤔
ये स्वयंभु जगद्गुरु मुर्ख व अहंकारी हैं, परम आदरणीय शंकराचार्य जी महाराज की इनसे तुलना करना ही व्यर्थ हैं, ये व्यवसायी हैं।
आप समझते है की सनातन ऐसे बचेगा। सनातन को धंधा बना दिया।चारो पूजनीय शंकराचार्य के बारे में ऐसे बात करने से सनातन का भला नहीं होने वाला।
शंकराचार्य सही बोल रहे है।
कोई भी व्यक्ति अंधा होने के कारण बड़ा संत नहीं बन जाता सर्वोच्च धर्मगुरु को मूर्ख बताने वाले कैसे विद्वान हो सकते हैं उनकी वाणी ही शुद्ध नहीं
आजकल नकली बाबो का इतना बोलबाला है की असली बाबा खतरे में हैं
संस्कृत भाषा हैऔर सिर्फ़ कर्मकांड तक की। भाषा का अध्यात्म से कोई संबंध नहीं है। संस्कृत पढ़ने से कोई आत्म ज्ञानी नहीं हो सकता है। हां पंडित जरूर।, बुद्ध, महावीर,गोरख कबीर,नानक ,मीरा, रेदास कोई भी संस्कृत नहीं जानता था। भारत की दुनियां में पहचान इन्ही से है। जय सिया राम।
जो अपने आप को ज्ञानी कहलाता है वह खुद ज्ञान नहीं होता है उसमें गुरुजी आप तो गुरु लायक ही नहीं हो हर एक बात में अग्नि उपलब्ध है आप धृतराष्ट्र हो जो कि अपना बेटा के लिए जिया और आप मोदी के लिए बोल रहे हो