लाल किले की दर्द भरी दास्तां-5, मुमताज महल की औलादें लाल किले के लिए एक दूसरे का कत्ल करने को झपटीं

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  • Опубликовано: 5 окт 2018
  • मुमताज महल की औलादें लाल किले के लिए एक दूसरे का कत्ल करने को झपटीं
    जब शाहजहां ने मुमताज महल के सबसे बड़े बेटे दारा शिकोह को अपना वारिस और हिन्दुस्तान का अगला बादशाह घोषित किया तो मुमताज महल की बाकी औलादें लाल किला पाने के लिए एक दूसरे पर झपटीं। यह एक हैरानी की ही बात थी कि शाहजहां की अन्य आठ बेगमों की औलादों को न तो लाल किले से कोई मतलब था और न लाल किले के लिए होने वाली खूनी जंग से। हालांकि इस खूनी जंग ने देखते ही देखते राष्ट्रव्यापी स्वरूप ले लिया था जिसमें कई लाख लोगों ने अपने प्राण गंवाए। राजपूत सेनाओं को इस खून खराबे में बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। हमारी इस वीडियो में लाल किले की स्वामिनी मुमताज महल की दर्दभरी दास्तां का बयान किया गया है।

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