बहुत बहुत धन्यवाद सर असलियत से रूबरू करवाने के लिए नहीं तो आज की मीडिया तो जाने कहा कहा से तथ्य बताती जो की बिलकुल गलत है ऐसा होता ही नही फिर भी बदनाम करती रहती
सर आप ने सही बात कही है भंगोरिया भागने का नही होता आप आदिवासी का उषव मेला हे परम परा से चल ते आरा हा उषव्व है जिस ने भी भंगोरिया में भाग ने की बात कही वो गलत है जय जोहार जय आदिवासी
भदौरिया जी आप को बहुत बहुत धन्यवाद आज जो आप ने सोचा ये आज तक हमारे आदिवासी नेताओ को क्यों नही लगा कि कुछ गलत प्रचारित किया जा रहा है पर आज की खबर के लिए धन्यवाद
महोदय को सादर प्रणाम 🙏 इन पूर्व धारणाओं की जानकारी जैसा की आपके द्वारा बताया गया की हमारे प्रिय आदिवासी समाज के प्रियजनों से प्राप्त हुई है इसी तरह इस पर्व से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी उक्त समाज के प्रियजनों से प्राप्त हुई है, ऐसी स्थिति में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता की पूर्व मान्यता के अनुसार इस भगोरिया पर्व में यूवा और युवतियां व उनके परिजन एक नए रिश्ते की शुरुवात के प्रति विशेष महत्व रखते है, जो कई मायनों में सही भी है। इस तर्क के आधार पर सच चाहे जो भी हो परंतु आपके द्वारा किया गया अमूल्य अनुसंधान व पूर्व धारणाएं सभी उचित प्रतीत होती है।
सर में भाबरा से दिनेश ajnar आपकी बात बिल्कुल सही है सर afva जा रही है कि आदिवासियों का वैलेंटाइन डे है लेकिन ऐसा कुछ नहीं जो कि गलत है asi news dena करना मैं आपकी बात से सहमत... आप जैसे पत्रकार की हमें सख्त जरूरत है धन्यवाद सर
होली से 30 दिनों पेहले डांडा खड़ा (डांडा उबला ) रहता है तो कोई भी लड़का लड़की भाग ही नही सकती है बारेला सामाज में किसी को भी डांडा खड़ा (उबला) रे तो भाग के सादी नही कर सकते इसकी अनुमति गाँव का पटेल पुजारा इस महीने भाग के सादी करने की अनुमति नही दे सकते
हमारे आदिवासी समाज के रीति रिवाजों, रूढ़ी_प्रथा परम्पराओ,त्योहारों आदि को लेकर आपकी बहुत अच्छी व सराहनीय पहल है आदरणीय भदोरिया जी । *जय सेवा जोहार जय फड़ापेन* हमारे आदिवासियों के रूढ़ी प्रथा,परंपरा और रीति रिवाजों को कुप्रथाओ का नाम देकर आदिवासी समाज को इससे दूर करने की भरसक कोशिश की जाती रही है।जिसके तहत अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समुदाय के शिक्षित एवं नौकरीपेशा लोगों द्वारा भी अपने इन आदिवासी परंपराओं को लेकर सचेत नहीं रहा गया और ऐसे बदनाम करने वाले लोगों को कभी रोका भी नहीं गया था लेकिन आज कुछ वर्षों से हमारे आदिवासी समाज के युवाओं द्वारा कर्मचारी अधिकारी वर्ग द्वारा अपनी संस्कृति अपनी पहचान परंपरा आदि को संरक्षित किया जाने लगा है व संपूर्ण आदिवासी समाज को जागरूक किया जा रहा है।।। जिससे अब उन लोगों को भी आदिवासियों के विभिन्न त्योहारों परंपराओं रीति रिवाजों रूढ़ी और प्रथा परंपरा को समझते हुए उनके संबंध में किसी भी प्रकार के अपशब्दों का उपयोग करने से बचना होगा व सही शब्दावली का प्रयोग करते हुए आदिवासी समाज के बारे में सही सही जानकारी प्राप्त कर प्रचार प्रसार करने के प्रयास करने होंगे व समाज में सामाजिक वैचारिक व प्रेमभाव का वातावरण बनाएं रखने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करना होगी ।।।।। जय जोहार जय आदिवासी जय बाबा देव
आपका ह्रदय की अनंत गहराइयों से धन्यवाद करता हूँ, आपने यह मुद्दा उठाया क्योंकि भागोरिया पर्व सिर्फ भारत में ही नहीं, पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और काफी गलत धारणा के साथ ,यह केवल आदिवासी समाज को बदनाम करने का कम किया है
भगोरिया पर्व नहीं हाट बाजार है जोहार
बहुत बहुत धन्यवाद भदोरिया जी
आपने भगोरिया पर्व की सचाई उजागर की
भदौरिया जी कहानी को हकीकत पेश करने के लिए बहुत बहुत आभार आप को
आप ने भगोरिया की बहुत ही बेहतरीन शोध समीक्षा की है। आपका सादर धन्यवाद।
बहुत बहुत धन्यवाद सर असलियत से रूबरू करवाने के लिए नहीं तो आज की मीडिया तो जाने कहा कहा से तथ्य बताती जो की बिलकुल गलत है ऐसा होता ही नही फिर भी बदनाम करती रहती
बिलकुल सही है CB Live news ko Dhar jile se बहुत बहुत धन्यवाद 👍👍
सर आप ने सही बात कही है भंगोरिया भागने का नही होता आप आदिवासी का उषव मेला हे परम परा से चल ते आरा हा उषव्व है जिस ने भी भंगोरिया में भाग ने की बात कही वो गलत है जय जोहार जय आदिवासी
बहुत बहुत धन्यावाद सर रियल न्यूज बीसी लाइव🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद भदोरिया जी हम आदिवासियों की सही जानकारी मीडिया के माध्यम से देने के लिए
भगोरिया हाट की सही जानकारी दी cb live को बहुत बहुत बधाई।
भदौरिया जी आप को बहुत बहुत धन्यवाद आज जो आप ने सोचा ये आज तक हमारे आदिवासी नेताओ को क्यों नही लगा कि कुछ गलत प्रचारित किया जा रहा है पर आज की खबर के लिए धन्यवाद
बहोत अच्छी और सही इनफॉर्मेशन भोंगोरिया हाट के बारे में दिया है सर आपने आपका बहोत बहोत धन्यवाद.....
चंद्रभान सिंह भदोरिया जी को राम राम आप जो भी बोलते निडर होकर बोलते और खुलकर बोलते बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏🙏
सही जानकारी देने के लिए सिविल लाइव को बहुत-बहुत धन्यवाद आभार
भदोरिया जी आप सच्चे पत्रकार हैं बहुत-बहुत धन्यवाद
Thanks CB sir
🙏
👌
धन्यवाद सर जी जो आपने भगोरिया पर्व का सार्थक अर्थ आपने बताया और दिखाया
बहुत बहुत धन्यवाद सर सच्चाई को विस्तार से समझाने के लिए 🙏🙏
सर जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपको इस बात को बताने और होली का हार्दिक शुभकामनाएं
यह सवाल हमारे आदिवासियों के लिए ऐसा ही उठाया आपने
सही कहानी बताने के आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर
CB Live ka Bahut bahut dhanyawad
सही जानकारी पेश करने के लिए ह्रदय से धन्यवाद।
आपका धन्यवाद भदोरिया
Bahut,achchhi,jankari,ke,liye,dhanybad
बिलकुल सही बात कही है भादोरिया सर आज भी किताबो में पढ़ने में आता है
CB live Ka bahut bahut dhanywad 🙏
👍
आदिवासी समाज और भगोरिया पर्व के बारे में सही जानकारी देने के लिए #CBlive और भदौरिया जी का बहुत बहुत धन्यवाद।🇮🇳🇮🇳🇮🇳✌✌✌
सही बात कही सर जी को thanks
निष्पक्ष पत्रकारिता। 👌
सही कहानी पेश करने के लिए CB Live का बहुत बहुत धन्यवाद ❤️😊
बहुत बहुत धन्यवाद सर
महोदय को सादर प्रणाम 🙏
इन पूर्व धारणाओं की जानकारी जैसा की आपके द्वारा बताया गया की हमारे प्रिय आदिवासी समाज के प्रियजनों से प्राप्त हुई है इसी तरह इस पर्व से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी उक्त समाज के प्रियजनों से प्राप्त हुई है, ऐसी स्थिति में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता की पूर्व मान्यता के अनुसार इस भगोरिया पर्व में यूवा और युवतियां व उनके परिजन एक नए रिश्ते की शुरुवात के प्रति विशेष महत्व रखते है, जो कई मायनों में सही भी है। इस तर्क के आधार पर सच चाहे जो भी हो परंतु आपके द्वारा किया गया अमूल्य अनुसंधान व पूर्व धारणाएं सभी उचित प्रतीत होती है।
बहुत-बहुत धन्यवाद
CB live का आभार, सत्य को बताने के लिए.
👌👌👌👌
सर में भाबरा से दिनेश ajnar आपकी बात बिल्कुल सही है सर afva जा रही है कि आदिवासियों का वैलेंटाइन डे है लेकिन ऐसा कुछ नहीं जो कि गलत है asi news dena करना मैं आपकी बात से सहमत... आप जैसे पत्रकार की हमें सख्त जरूरत है धन्यवाद सर
बिक् चुकी पत्रकार के दौर में भी कुछ पत्रकार महोदय हैं जो पत्रकारिता का धर्म निभा रहा हैं बहुत बहुत धन्यवाद भदौरिया जी👍
Bahut aachi prastuti di hai sir
बहुत बहुत धन्यवाद
होली से 30 दिनों पेहले डांडा खड़ा (डांडा उबला ) रहता है तो कोई भी लड़का लड़की भाग ही नही सकती है बारेला सामाज में किसी को भी डांडा खड़ा (उबला) रे तो भाग के सादी नही कर सकते
इसकी अनुमति गाँव का पटेल पुजारा इस महीने भाग के सादी करने की अनुमति नही दे सकते
Sirf barela hi ni he dusre bi he
सही बात है .... 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी आपने एक सच्चाई सामने लाए
सही जानकारी के लिए धन्यवाद 🙏🙏
Bahut dhanyawad
*भोगर्या हाट की वास्तविकता दिखाने के लिए CB Live के श्री भदोरिया सर का बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार जोहार।*
Top
इसके लिए थैंक यू भदोरिया जी
आपने बहुत बहुत सही राय बताई गई है साहब बहुत अच्छा लगता आपके वीडियो देख कर
👍✅
Ok
धन्यवाद सर जी सच्चाई पहुचाने के लिए
सही कहानी अपने बताया साहब एक नही बल्कि सबी समाज में प्रेम होते है आदिवासी समाज को बदनाम किया गया है बहुत बहुत धन्यवाद आपका
🙏🙏🙏
धन्यवाद sir🙏🙏
Right sir bilkul sahi kaha aap ne 🙏🙏jay shree mahakal
बिलकुल सही।
धन्यवाद हैं आपको इस कहानी पर कनू वास्कले मालवेली से हू
सही बात है भदोरिया जी
Thank you bhadoriya ji
हमारे आदिवासी समाज के रीति रिवाजों, रूढ़ी_प्रथा परम्पराओ,त्योहारों आदि को लेकर आपकी बहुत अच्छी व सराहनीय पहल है आदरणीय भदोरिया जी ।
*जय सेवा जोहार जय फड़ापेन*
हमारे आदिवासियों के रूढ़ी प्रथा,परंपरा और रीति रिवाजों को कुप्रथाओ का नाम देकर आदिवासी समाज को इससे दूर करने की भरसक कोशिश की जाती रही है।जिसके तहत अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समुदाय के शिक्षित एवं नौकरीपेशा लोगों द्वारा भी अपने इन आदिवासी परंपराओं को लेकर सचेत नहीं रहा गया और ऐसे बदनाम करने वाले लोगों को कभी रोका भी नहीं गया था लेकिन आज कुछ वर्षों से हमारे आदिवासी समाज के युवाओं द्वारा कर्मचारी अधिकारी वर्ग द्वारा अपनी संस्कृति अपनी पहचान परंपरा आदि को संरक्षित किया जाने लगा है व संपूर्ण आदिवासी समाज को जागरूक किया जा रहा है।।।
जिससे अब उन लोगों को भी आदिवासियों के विभिन्न त्योहारों परंपराओं रीति रिवाजों रूढ़ी और प्रथा परंपरा को समझते हुए उनके संबंध में किसी भी प्रकार के अपशब्दों का उपयोग करने से बचना होगा व सही शब्दावली का प्रयोग करते हुए आदिवासी समाज के बारे में सही सही जानकारी प्राप्त कर प्रचार प्रसार करने के प्रयास करने होंगे व समाज में सामाजिक वैचारिक व प्रेमभाव का वातावरण बनाएं रखने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करना होगी ।।।।।
जय जोहार जय आदिवासी जय बाबा देव
बीलकुल सही बात हे भाई
सही कहानी पेश करने के लिए CB Live ka खूब_ खूब आभार 🙏🙏🙏
sahi bat he sir aapne bolla vo
आपकी पत्रकारिता को सलाम सर आदिवासी की सही तरीके से बताने के लिए बहुत बहुत आभार सर जी
Bilkul sahi baat he sar
धन्यवाद् भदौरिया जी, आपका आपने सही जानकारी दी। क्युकी आदिवासी समाज के बारे में कुछ लोग गलत धारणा फेला रहे है बल्कि हकीकत कुछ और ही हैं।
Thankyou sir ,
Verry good bhadoriya sir अपने सच्चाई से रूबरू करवाया
🙏👍👌 Ram Ram bhadoriyaji
Thank you sir ji Hamare Samaj ke prati such bataya
सही बात बताने के लिए CB live का बहुत बहुत आभार भौदरिया जी
बिल्कुल सही बात बताई सर आपने 🙏🙏
आपकी सच्ची पत्रकारिता को नमन सर जी, हमें गलत तरीके से बताया गया था |
जोहार सटीक सही जवाब आपके चैनल द्वारा बहुत-बहुत धन्यवाद
आपका ह्रदय की अनंत गहराइयों से धन्यवाद करता हूँ, आपने यह मुद्दा उठाया क्योंकि भागोरिया पर्व सिर्फ भारत में ही नहीं, पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और काफी गलत धारणा के साथ ,यह केवल आदिवासी समाज को बदनाम करने का कम किया है
शत्प्रतिशत सही बात है
Bilkul Sai baat kahi Hai sir aapne
सर आपकी बात सही है दूसरे शहर के लोग
ऐसा ही समझते है मेले में से भगा ले जाते पर ऐसा नहीं है
एक,दम,सही
Right batt aapki sir
Bilkul sahi hai sir ji
Sahi bat hai sir🙏
सही जानकारी देने के लिए झाबुआ लाइव को दिल से शुक्रिया
Thank you sir आप के आर्थंक् प्रयास से.......शेयर करने की कृपा करे दोस्त भाई साथियों.... जौहार
सही बात कही है सर
Right 🙏🙏🙏
Bhut hi sandar bat btai ♥️ se sukriya
Sahi sachai batane ke liye dhanvad
Good Information.
Right ✔✔🙏🙏
सही बात है सर
Bilkul sahi hai
बहुत ही अच्छी बात है CB live द्वारा जोहार💐
Thank you very much sir for your support of adivasi
भगोरिया की सही कहानी समझाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद भदोरिया जी सेवा जोहार
Right...👍
सही जानकारी देने के लिए फ्रॉम राजस्थान