मासा घटे न तिल बढे, विधना लिखे जो लेख। साचा सतगुरु मेट कर, ऊपर मार दे मेख।। भक्त की किस्मत में लिखे पापकर्मों के लेख को काटकर नया विधान केवल सच्चे गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा ही लिखा जा सकता है। वही कबीर परमात्मा की सतभक्ति प्रदान करते हैं।
अध्याय 11 श्लोक 47 में पवित्र गीता जी को बोलने वाले प्रभु काल ने कहा है कि ‘हे अर्जुन! यह मेरा वास्तविक काल रूप है, जिसे तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा था।‘ सिद्ध हुआ कि कौरवों की सभा में विराट रूप श्री कृष्ण जी ने दिखाया था तथा कुरूक्षेत्र में युद्ध के मैदान में विराट रूप काल ने दिखाया था। नहीं तो यह नहीं कहता कि यह विराट रूप तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा है। क्योंकि श्री कृष्ण जी अपना विराट रूप कौरवों की सभा में पहले ही दिखा चुके थे जो अनेकों ने देखा था। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
पवित्र कुरान शरीफ में अल्लाह कबीर, सूरत फुरकानी 25, आयत 52-59 संदर्भ क़ुरान शरीफ़ ,मुतर्ज़म बरहाशियः(सानुवाद सटिप्पण), शास्त्रीय अरबी पद्धति द्वारा नागरी लिपि में, अनुवादक- नंद कुमार अवस्थी (शेरवानी संस्करण)-में स्पष्ट उल्लिखित है कि अल्लाह का नाम कबीर है, जिसका अर्थ 'महान परमात्मा' है। ।
Ap itne video dalte ho roj Ap mere question ka ans ku nhi dete ho bataye muje ku nhi guruji ne suni muje Mera ans chiye ap kbhi question ka ans nhi de sakte ho to Ap Fir roj ke videos bhi mt Dalo muje ans do ku nhi suni
गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’ अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन्! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान पवित्र वेदों के मंत्रों द्वारा उच्चारण कर रहे हैं तथा अपने जीवन की रक्षा के लिए मंगल कामना कर रहे हैं। कुछ आपके दाढ़ों में लटक रहे हैं, कुछ आपके मुख में समा रहे हैं। हे सहस्रबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं रख पा रहा हूँ। श्री कृष्ण जी तो अर्जुन के साले थे। श्री कृष्ण की बहन सुभद्रा का विवाह अर्जुन से हुआ था। क्या व्यक्ति अपने साले को भी नहीं जानता? इससे सिद्ध है कि गीता का ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा, काल ब्रह्म ने बोला था। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
परम पिता परमेश्वर कबीर साहेब जी सर्व सृष्टि के रचनहार है
बंदी छोड़ सद्गुरु रामपाल जी भगवान की जय हो 🙏🙏🙏🙏
पूर्ण परमात्मा कबीर साहब जी चारो युगो मे आते है तथा अपनी पुण्य आत्मावो को तत्वज्ञान से अवगत कराते है
amazing spiritual knowledge
मासा घटे न तिल बढे, विधना लिखे जो लेख।
साचा सतगुरु मेट कर, ऊपर मार दे मेख।।
भक्त की किस्मत में लिखे पापकर्मों के लेख को काटकर नया विधान केवल सच्चे गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा ही लिखा जा सकता है। वही कबीर परमात्मा की सतभक्ति प्रदान करते हैं।
अनंत कोटि ब्रह्मांड के मालिक सतगुरु रामपाल जी महाराज के चरणों में दास की कोटि कोटि दंडवत प्रणाम सत साहिब जी
गरीब अलल पंख अनुराग है, सुन मंडल रहे थीर।
दास गरीब उधारिया , सतगुरु मिले कबीर।।
सच्चा ज्ञान
सतगुरुदेव की जय
मात पिता मिल जावेगे लख चौरासी माही।
सतगुरु सेवा बन्दगी ये फेर मिलन की नाही।।
मांडी बाजी खेले जुवा,
रोटी ही पर कैरों पांडो मूवा।
रोटी पूजा आत्म देव,
रोटी ही परमात्म सेव।।
बंदी छोड़ सत् गुरु रामपाल जी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि दण्डवत प्रणाम।
Very nice satsang Kabir is supreme God
Purn Sant Jagatguru Tavtdarshi Sant Rampal Ji Bhagavan Ji Ke Param Pavan Charno Me Dass Ka Koti Koti Dandvat Pranam He 🙏🙏
Fantastic knowledge 🙏
Sadhak in Bhagvad Gita
Real spiritual knowledge
Param Pavan Satya Gyan He 🙏 Satgurudev Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏
Only one Tatvdarahi Saint Saint Rampal Ji Maharaj is in whole world.
बहुत बड़ा रहस्य है✅
बोलो सदगुरुदेव जी की जय
True Satsang Knowledge
Bandi Chhod Parameshwer Kabir Saheb Ji Ki Jay Ho 🙏🌹
जय हो बंदी छोड़ की
Very nice satsang clip 👌
अध्याय 11 श्लोक 47 में पवित्र गीता जी को बोलने वाले प्रभु काल ने कहा है कि ‘हे अर्जुन! यह मेरा वास्तविक काल रूप है, जिसे तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा था।‘
सिद्ध हुआ कि कौरवों की सभा में विराट रूप श्री कृष्ण जी ने दिखाया था तथा कुरूक्षेत्र में युद्ध के मैदान में विराट रूप काल ने दिखाया था। नहीं तो यह नहीं कहता कि यह विराट रूप तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा है। क्योंकि श्री कृष्ण जी अपना विराट रूप कौरवों की सभा में पहले ही दिखा चुके थे जो अनेकों ने देखा था।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sat Saheb Ji 🙏
Anmul satsang
Perfect true'
जय हो
Nice 🙂 satsang
Very nice
पवित्र कुरान शरीफ में अल्लाह कबीर, सूरत फुरकानी 25, आयत 52-59
संदर्भ
क़ुरान शरीफ़ ,मुतर्ज़म बरहाशियः(सानुवाद सटिप्पण), शास्त्रीय अरबी पद्धति द्वारा नागरी लिपि में, अनुवादक- नंद कुमार अवस्थी (शेरवानी संस्करण)-में स्पष्ट उल्लिखित है कि अल्लाह का नाम कबीर है, जिसका अर्थ 'महान परमात्मा' है।
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Ap ko mere question ka ans dena hoga.............
Inki geeta m Kabir ji bhagwaan h pta nhi kon se geeta h inki
Yagya ki jankari bed Mein Kahi gai hai
Om tat sat tino ek hi bhgvan ka name hona tha fir apne to ye 3 part me bant diya brahm. ,parbraham or prm akshar brahm ka btaya h ek name ko apne
Ap itne video dalte ho roj Ap mere question ka ans ku nhi dete ho bataye muje ku nhi guruji ne suni muje Mera ans chiye ap kbhi question ka ans nhi de sakte ho to Ap Fir roj ke videos bhi mt Dalo muje ans do ku nhi suni
गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’
अध्याय 11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन्! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान पवित्र वेदों के मंत्रों द्वारा उच्चारण कर रहे हैं तथा अपने जीवन की रक्षा के लिए मंगल कामना कर रहे हैं। कुछ आपके दाढ़ों में लटक रहे हैं, कुछ आपके मुख में समा रहे हैं। हे सहस्रबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं रख पा रहा हूँ।
श्री कृष्ण जी तो अर्जुन के साले थे। श्री कृष्ण की बहन सुभद्रा का विवाह अर्जुन से हुआ था। क्या व्यक्ति अपने साले को भी नहीं जानता? इससे सिद्ध है कि गीता का ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा, काल ब्रह्म ने बोला था।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sb jhuth h , Geeta ji ke Gyan ka mngadhant arth h ye
Great saint rampal ji maharaj
अनमोल सत्संग
Great spiritual leader
True Gyan
True knowledge ✔️✔️
True knowledge 🙏
सत्य ज्ञान है
Sat saheb ji
sat saheb ji
Sat saheb bhagat ji 🌺🥀🌹💐❤️
Sat saheb ji