वैसे यह मेरे यह व्यक्तिगत आध्यात्मिक विचार हैं। मेरा यह मानना है जब मनुष्य को ईश्वर दर्शन हो जाए तो भी किसी भी प्रकार की कामना नहीं होनी चाहिए। सिर्फ गीता के कर्म सिद्धांत में विश्वास करना चाहिए और उसी पर चलते हुए अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए। मैं तो ईश्वर से मात्र यही कामना रखता हूं की हर जन्म में आप मुझे दर्शन दे और आपके अनंत स्वरूप को देखूं, कारण यह माया का रचना भी तो उस परमेश्वर का ही है फिर इस माया से मुक्त होकर मोक्ष लेकर क्या करूं। इस माया में रहते हुए भी आपके इतने करीब हूं। अतः बिना किसी कामना के अपना कर्म करता रहूं, बस यही इच्छा है।
अच्छा है ❗अगर आपको अपने जीवन से कोई शिकवा नहीं है लेकिन फिर आपको किसी से कोई शिकायत भी नहीं होनी चाहिए या ऐसा होना चाहिए और ऐसा नहीं होना चाहिए से भी आप बाहर होंगे।
माना एक नकली आम है एक असली आम है दोनों को एक ही मालिक ने बनाया है आप किसे पाना चाहते हैं ईसी प्रकार एक मालिक है एक उसकी माया आप जो समझ में आये तो अपनी योग्यता अनुसार ले सकते हैं हरि ॐ
@ashwinish79 नही भक्ती में कर्ता भगवान को बना दो कर्म करते हुए भी ओ मुक्त ही है और ज्ञान योग में मतलब मै को जानने के बाद सभी माया रूप जगत में ओ स्वयं कोही देखता है इस लिए उसके कर्म उसको बंधन कारक नही है फिरभी ओ धर्म को नही छोड़ता
वैसे यह मेरे यह व्यक्तिगत आध्यात्मिक विचार हैं। मेरा यह मानना है जब मनुष्य को ईश्वर दर्शन हो जाए तो भी किसी भी प्रकार की कामना नहीं होनी चाहिए। सिर्फ गीता के कर्म सिद्धांत में विश्वास करना चाहिए और उसी पर चलते हुए अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए। मैं तो ईश्वर से मात्र यही कामना रखता हूं की हर जन्म में आप मुझे दर्शन दे और आपके अनंत स्वरूप को देखूं, कारण यह माया का रचना भी तो उस परमेश्वर का ही है फिर इस माया से मुक्त होकर मोक्ष लेकर क्या करूं। इस माया में रहते हुए भी आपके इतने करीब हूं। अतः बिना किसी कामना के अपना कर्म करता रहूं, बस यही इच्छा है।
अच्छा है ❗अगर आपको अपने जीवन से कोई शिकवा नहीं है लेकिन फिर आपको किसी से कोई शिकायत भी नहीं होनी चाहिए या ऐसा होना चाहिए और ऐसा नहीं होना चाहिए से भी आप बाहर होंगे।
माना एक नकली आम है एक असली आम है दोनों को एक ही मालिक ने बनाया है
आप किसे पाना चाहते हैं
ईसी प्रकार एक मालिक है एक उसकी माया
आप जो समझ में आये तो अपनी योग्यता अनुसार ले सकते हैं
हरि ॐ
Wonderful. Thanks. May Maharishi bless us that we may fully realise this truth. 🙏 ✨️
🙏🙏🙏 Jai Gurudev🙏🙏🙏
जय सद्गुरू
Om Namah shivay 🙏🌹🙏🌹🙏
❤❤❤🙏🙏🙏
जब स्व जान लिया,,, तो,,, सृष्टि,,लय हो गई
❤❤❤❤❤
🙏🪔
फिर माया भी नहीं है
एक बार मै कौन हूँ जान लेने के बाद जिवन मुक्त हो गया उसे पुनर्जन्म नही
Nahi bhai uske liye aapko apne kermo se mukt hona padega
@ashwinish79 नही भक्ती में कर्ता भगवान को बना दो कर्म करते हुए भी ओ मुक्त ही है और ज्ञान योग में मतलब मै को जानने के बाद सभी माया रूप जगत में ओ स्वयं कोही देखता है इस लिए उसके कर्म उसको बंधन कारक नही है फिरभी ओ धर्म को नही छोड़ता