Gulzar saheb aap bahot hi khubsurat likhate ho.apki kavita padatehai to dil bate karane lagta hai.kavita sunder aur usko unchaio par bithana. Long live Gulzar Sir. You are our nations pride.
ऐ हवा, कहाँ तू रहती है ? जरा नाम पता, बतला अपना, क्या, तेरा भी, कोई अपना, घर हैं, या तू भी, भटकती रहती हैं, मेरी तरह, सड़को पे यू ही. कोई काम वाम, तू करती है, या, तू भी, आवारा हैं, मेरी तरह . ऐ हवा, कहाँ तू रहती है ?
मेरा तकिया भी, बोलता है, वो, मेरे सपनो को, तोलता हैं. मैं, सोता हूँ, जब, गहरी नींद, वो, नींद मे, मिशरी, घोलता हैं आवाज़, नही, होने देता, वो, मेरे, सिरहाने के नीचे . चुपचाप, चलता रहता है, वो मेरे सपनो के पीछे . वो मुझमे, खुद को, टटोलता है. मेरा, तकिया भी, बोलता है. वो, सपनो को, मेरे, तोलता है.
मैं रोज, कविता लिखता था. फूलों की, नाजुक डाली पर, उगते सूरज की लाली पे, कोई सुंदर, चेहरा भी, अक्सर, मेरी कलम से, कुछ, लिखवा लेता था, पर, जब देखा , सड़क पे, तेज रफ्तार से, दौड़ती, गाड़ियों को, और देखा , कुछ ऐकसीडेंट से, अपंगता की , गिनती को, जो लापरवाही की, प्यास थी, और सड़क के, अनचाहे, गडडो की ,भूख . अब लिखता हूँ , मैं, कुछ नई कविता . किसी, घायल बाप पे, माँ पे, भाई पे, बहन पे,, जो पड़ा है, किसी, सड़क को पकड़े, और देखने वाला, कोई नही, कोई नही, कोई नही, सिवाय, लाचारी और, बेबस, भरे हालात के. आओ, सोचे मिलकर, इसपे, सारे, एक, एहसास से.
साँसों की, टहनी, सूख गई . अब दर्द, कोई, उगता ही नहीं, आँखें भी, समुंदर, लील गई, अब, अश्क कोई, गिरता ही नहीं . खूब बीन के, देखा, शहरों को, खूब, छान ली, खाक, हर दर की, ना, उसकी गली, ना, उसका पता, ऐ, मेरे खुदा, मिलता ही नहीं.. ऐ, मेरे खुदा, मिलता ही नहीं .
जिंदगी, तेरी शायरी, मुझको समझ,आई नही. तेरी कोई, भी ग़ज़ल, दिल को, मेरे, भाई नही. मैं किसी भी, मौड़ पर, जब फिसल, के गिरा. कोई भी, अंगुली तेरी, मेरी तरफ, आई नही. जिंदगी, तेरी शायरी, मुझको समझ, आई नहीं . तेरी कोई, भी ग़ज़ल, दिल को, मेरे भाई नही.
सरहद की, अगर ज़ुबान होती, तो वो भी, अपने, मन की कहती. मुझकों भी, अपने साथ रखो. क्यों मुझको, अकेला छोड़ दिया ? मुझको भी, अपने साथ रखो, मेरा भी कुछ नाम ऱखो, सलमा शकीला ही ऱख दो अगर पाकिस्तान मे ऱखना हैं . मीरा गीता भी, अच्छा है, गर हिंदुस्तान मे रखना हो. या ऐसा नाम ऱख दो तुम, जो दोनो की ही पसंद का हो . पर ना छोड़ो अकेला मुझे, अपनो की लाशे गिनने को, अपनों के ज़ख़्म चाटने को. अपनो की, चीखे सुनने को. मेरे, दोनों हाथों को, ना, ज़ख्मी करो . कोई तो, हाथ, बख्श दो, मेरा. कभी तो, रहम, मुझपे भी, करो़ं. सरहद की, अगर, ज़ुबान होती.
मैं, हिंदी की कविता को, हिंदी में ही, पढता हूँ , हिंदी में ही, कहता हूँ , और, हिंदी में ही, सुनता हूँ .. क्योंकि , हिंदी, भारत की पहचान है, भारत की जान हैं, भारत की, शान हैं. मगर, आजकल के बच्चे पैंतीस़़ छत्तीस नही समझते हैं, बल्कि, थरटीफाइव और थरटीसिक्स समझते हैं, कुछ बड़े भी है, जो हिंदी नही समझते है, हिंदी नही बोलते हैं, मगर हिंदी बोलने वालों की, मेहनत से कमाये पैसों से बहुत प्यार करते हैं.
सूरज को नही, चिंता यारों, वो धूप औड़ के, चलता है. कितनी भी, पड़ जाये गर्मी, फर्क, उसपे, नही कुछ पड़ता है आसमान का राजा है वो, हमेशा, अकड़ के चलता है लेकिन, बारिश की बुंदों से . वो, पूरी तरह से, डरता हैं.
Dosti kaha itni gehri thi is dard se☹️.. Kambakt jab bhi Aata tha.. RULA kar Chala jata tha😣. Ab itni gehri Dosti ho gyi is dard se 🤔jab bhi Aata h kuch sikha kar chala jata hai
प्यार किया बदनाम हो गए ,
चर्चे हमारे सरे आम हो गए ,
ज़ालिम ने दिल उस वक्त तोडा ,
जब हम उसके गुलाम हो गए।।
Very nice
Gulam ho gay
आओ, मिल कर, इस धरती को.
स्वर्ग से भी, सुंदर बनाये.
अपने, हिस्से की, रोटी से,
किसी, और की, भूख, मिटाये.
Nice
@@sumankharwar1595Ji
Thanks .
Best thought
@@NiteshSharma-us5dnji
thanks .
@Kshitij Singh ji
Thanks🌹🌹🌹thanks🌹🌹🌹
जिसे कोई, सुलझा ना पाया, वो अनसुलझा,
हिसाब है तू ।
ऐ जिंदगी, कभी बंद बोतल, तो कभी,
बंद किताब है तू ।
ये जो, फूलो का गुलदस्ता ,
आप, मेरे लिये, लाये हो.
ये, इस बात का सबूत हैं,
कि आप, किसी का, बागिचा,
नोच के आये हो .
Waaaahhh kya bat h
@@yaarokiyaari7895
Thanks
👌
@@nehasuryawanshi6853
Thanks.
NICE SIR
करोना काल,
बदली, फिज़ा क्या, मेरे शहर की,
हर कोई, छोड़ कर, चल दिया.
देखा ना, मुड़ के, एक झलक,
इंसान, कितना बदल गया.
Saans lena bhi kaisi adat hai....Khoobsurat se khoobsurat line❤❤
Mujhe bhoot bdiya lgti he esi gjle 💝💝
Gulzar saheb aap bahot hi khubsurat likhate ho.apki kavita padatehai to dil bate karane lagta hai.kavita sunder aur usko unchaio par bithana.
Long live Gulzar Sir. You are our nations pride.
है खुदा, अब इसे, बेशर्मी कहु, या,
तेरी दी हुई ताकत, जो, इतनी,
मुश्किलों में भी, जिंदा हूॅ मैं
मेरे, तकिये के, सिरहाने पर,
एक, बूढ़ी, बस्ती बसती हैं.
रहती हैं, वहाँ , कुछ यादे ,
बिन छप्पर के, बिन बिस्तर के.
😍😍😍
@@ranahitkarshsingh9784जी.
धन्यवाद .
Bahut khub bhai
@@shobhasinghthakur3548ji.
Thanks
🙏 राधेराधे 🙏
Ye sirf unlogo ko hi smjh aati hogi jo sirf sunte nii feel krte h
Divya Pandey yeah you're right
Yes your right. ...
....👍👍👍
@@pujashrivastav5736 do you like shayri?
Of course
Ha bhai mai kaan se nhi dil se sunta hu
हर दौर गुजर रहा है और हम अपना गुमान है जैसे हम सदा के लिए है।।
तुझको, देखे, जमाना हुआ .
दर्दे दिल भी, पुराना हुआ.
ना, तू बेवफा, ना, मैं बेवफा.
फिर, क्यों, फुरकत का,
आना हुआ
तुझको, देखे, जमाना हुआ.
uday verma Ji
thanks
Nyc bhai
Shivam1751
thanks
🤗😇🤔
Ashwani Gupta
thanks
जय हो.
🌹🍁गुलजा़र सर🌹🍁
नमन .
जब उम्र का सूरज, ढलता है ,
तो साँसे बूढ़ी हो जाती हैं .
कहती नही, किसी से कुछ ,
एक दिन, खुद ही, मर जाती हैं.
Wah...
Bas aansu aa gay
ए दोस्त,मत फेको, पानी में पथर,
उसे भी कोई पीता हैं, मत बैठो
उदास,तुम्हे भी देख कर कोई,
जीता हैं।।
ये दिन भी, अकड़ के चलता है ,
जैसे हो, उस्ताद कोई .
कभी, आवाज़ देने से,
सुनता नही कोई.
कभी, पलके हिलाने से,
ज़माना, काँप जाता है.
ऐ हवा, कहाँ तू रहती है ?
जरा नाम पता, बतला अपना,
क्या, तेरा भी, कोई अपना, घर हैं,
या तू भी, भटकती रहती हैं,
मेरी तरह, सड़को पे यू ही.
कोई काम वाम, तू करती है,
या, तू भी, आवारा हैं, मेरी तरह .
ऐ हवा, कहाँ तू रहती है ?
मेरा तकिया भी, बोलता है,
वो, मेरे सपनो को, तोलता हैं.
मैं, सोता हूँ, जब, गहरी नींद,
वो, नींद मे, मिशरी, घोलता हैं
आवाज़, नही, होने देता,
वो, मेरे, सिरहाने के नीचे .
चुपचाप, चलता रहता है,
वो मेरे सपनो के पीछे .
वो मुझमे, खुद को, टटोलता है.
मेरा, तकिया भी, बोलता है.
वो, सपनो को, मेरे, तोलता है.
nice vijay ji.... very nice
nitin sha
thanks.
That's wonderful create,,,,
@@shrivastav_suraj1 ji
Thanks.
Bhai ji shandar adhbhut h ye poem
May God bless our great Gulzaar Sahab!!!!!
Love u
जब वक्त ने, आँखें फैरी तो,
अपनो ने भी, मुहँ मोड़ लिया .
जिस राह से हम ,ग़ुजरने लगे.
उस राह को भी, अपनो ने, छौड़ दिया.
Nice wrds
@@kavitameena2454 ji
Thanks🌹🌹🌹thanks🌹🌹🌹
Very very sorry for late.
Mind blowing gulzar.ohhh
Dil ko sukun mila
After listening this song
इंतज़ार नही होता अब,
एक, सुबह दिखला दे.
ऐ मेरे खुदा , तू हम पर,
कोई, साया करवा दे .
Happy birthday Gulzar Sahab❤
Hii
कई बार, खंगाला, साँसो को,
कहीं, तेरा पता, मिल जाये.
पैरो के, निशा, मिले ना मिले,
तेरी, खुशबू ही, मिल जाये.
Wow
❤️
Nice
👍👍👍👍👍
@@roshansontakke4142ji
Thanks.
दिल के हर कोने में बसाया है आपको,
अपनी यादों में हर पल सजाया है आपको,
यकीं न हो तो मेरी अॉखों में देख लीजिये,
अपने अश्कों में भी छुपाया है आपको।
Dil se..
गुड लिखखे हैं,
Carry on.
Hai rooh ko samzna bhi jaruri....
Mehezz hatho ko thaam lena Saath nahi hota....
,👌
@@sunilsinghbohra5531 thanx
Amazing n deep
Teri masum sawalon se paresan hun mai.. Jine ke liye socha hi nahi............. Nice line...
मैं रोज, कविता लिखता था. फूलों की, नाजुक डाली पर, उगते सूरज की लाली पे, कोई सुंदर, चेहरा भी, अक्सर, मेरी कलम से, कुछ, लिखवा लेता था,
पर, जब देखा , सड़क पे,
तेज रफ्तार से, दौड़ती, गाड़ियों को,
और देखा , कुछ ऐकसीडेंट से, अपंगता की , गिनती को, जो लापरवाही की, प्यास थी, और सड़क के, अनचाहे, गडडो की ,भूख .
अब लिखता हूँ , मैं, कुछ नई कविता .
किसी, घायल बाप पे, माँ पे, भाई पे,
बहन पे,, जो पड़ा है, किसी, सड़क को पकड़े, और देखने वाला,
कोई नही, कोई नही, कोई नही,
सिवाय, लाचारी और, बेबस, भरे हालात के.
आओ, सोचे मिलकर, इसपे, सारे, एक, एहसास से.
,👍
@@sunilsinghbohra5531ji
Thanks
App bahut sunder likhte hai
@@SUMANKUMAR-kb1km
Thanks🌹🌹🌹thanks🌹🌹🌹
Very very sorry, for late.
Just a moment in time
उस आसमान की, खिड़की से,
एक चाँद, झाँकता रहता है.
कहता नही, किसी से, कुछ.
बस, हवा, फाँकता रहता है
उस आसमान की, खिड़की से... ..
साँसों मे फूल, खिले ना खिले,
होटों के फूल, खिला के ऱखना.
दुनिया हैं, यारों पत्थर की,
शीशा ऐ दिल, बचा के ऱखना.
Guljar sir dillo ki gehrai ko chu jati hai aapki shayeri comment salaam hai aapko
Dil bagban ho gya..my fvt song
H B.
ur favourite song is nice.
Gulzar g u r great...u r my inspiration...lotssssss of love
जब से पढ़ा, चेहरों को,
किताबे, हाथों से, छूट गई.
साँसों की, टहनी, सूख गई .
अब दर्द, कोई, उगता ही नहीं,
आँखें भी, समुंदर, लील गई,
अब, अश्क कोई, गिरता ही नहीं .
खूब बीन के, देखा, शहरों को,
खूब, छान ली, खाक, हर दर की,
ना, उसकी गली, ना, उसका पता,
ऐ, मेरे खुदा, मिलता ही नहीं..
ऐ, मेरे खुदा, मिलता ही नहीं .
बेहतरीन नजम
जिंदगी, तेरी शायरी,
मुझको समझ,आई नही.
तेरी कोई, भी ग़ज़ल,
दिल को, मेरे, भाई नही.
मैं किसी भी, मौड़ पर,
जब फिसल, के गिरा.
कोई भी, अंगुली तेरी,
मेरी तरफ, आई नही.
जिंदगी, तेरी शायरी,
मुझको समझ, आई नहीं .
तेरी कोई, भी ग़ज़ल,
दिल को, मेरे भाई नही.
किसी का, फलसफा क्या है, दोस्ती का, हम जान नही सकते.
यहाँ मतलब निकलते ही, बदल जाते हैं मायने, दोस्ती के.
कभी, वकत ने ,
मुझको गिरा दिया
कभी, मैं ही खुद ना ,
संभल सका .
ऐ ज़िंदगी, तेरा ,फलसफा,
मैं, कभी भी,
ना समझ सका .
Beautiful...
@@drreenaChaudhary94ji
Thanks
@@vijay.kumar.khungwal4118 ☺️
Dont u have insta page?
@@drreenaChaudhary94Ji.
No. I don't have any insta page.
Ok
ना, अपने वक्त की परवाह,
ना, उसके वक्त का, ख्याल हैं.
जिसको तुमने अपना माना वही तो दर्द दे जाता है गैर की क्या मजाल जो दिल में बस जाए दिल में बसना तो आसान है क्या दिल से कभी निकल पाओगे
No one to talk to or understanding,What’s life. (Just one second in time)soo short once one understand
Super video hearttiching song's album saregama mohake madhur hearttiching full HD hits and superior
My favorite song.. Really dil ko choo lne vali najm hai
सरहद की, अगर ज़ुबान होती,
तो वो भी, अपने, मन की कहती.
मुझकों भी, अपने साथ रखो.
क्यों मुझको, अकेला छोड़ दिया ?
मुझको भी, अपने साथ रखो, मेरा भी कुछ नाम ऱखो, सलमा शकीला ही ऱख दो अगर पाकिस्तान मे ऱखना हैं .
मीरा गीता भी, अच्छा है, गर हिंदुस्तान मे रखना हो.
या ऐसा नाम ऱख दो तुम, जो दोनो की ही पसंद का हो .
पर ना छोड़ो अकेला मुझे, अपनो की लाशे गिनने को, अपनों के ज़ख़्म चाटने को.
अपनो की, चीखे सुनने को.
मेरे, दोनों हाथों को, ना, ज़ख्मी करो .
कोई तो, हाथ, बख्श दो, मेरा.
कभी तो, रहम, मुझपे भी, करो़ं.
सरहद की, अगर, ज़ुबान होती.
Atii sunder
@@kavitameena2454 ji
Thanks🌹🌹🌹thanks🌹🌹🌹
Very very sorry for late.
अपना दुनिया में, कोई नहीं,
सब गैर की, मानिंद मिलते हैं.
One of my favourite song
I listen this song toooooo much time but feel fresh every time ❤❤
Lots of love gulzaar sir
मैं, हिंदी की कविता को, हिंदी में ही, पढता हूँ , हिंदी में ही, कहता हूँ , और, हिंदी में ही, सुनता हूँ ..
क्योंकि , हिंदी, भारत की पहचान है,
भारत की जान हैं, भारत की, शान हैं. मगर, आजकल के बच्चे पैंतीस़़ छत्तीस नही समझते हैं, बल्कि, थरटीफाइव और थरटीसिक्स समझते हैं,
कुछ बड़े भी है, जो हिंदी नही समझते है, हिंदी नही बोलते हैं,
मगर हिंदी बोलने वालों की, मेहनत से कमाये पैसों से बहुत प्यार करते हैं.
I love this song
Din 1 br nhi suno to din nhi bhrta mere
My favorite song really zindagi hamse naraz hai zindagi 😢😢
सूरज को नही, चिंता यारों,
वो धूप औड़ के, चलता है.
कितनी भी, पड़ जाये गर्मी,
फर्क, उसपे, नही कुछ पड़ता है
आसमान का राजा है वो,
हमेशा, अकड़ के चलता है
लेकिन, बारिश की बुंदों से .
वो, पूरी तरह से, डरता हैं.
Heart touching. Feeling ❤️
Hh।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।hu unn jh hn hmm hhhuhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhuhhhhuhhhhhhhhhhhhhhuuhhhhhuhhhuuuuuuuuuhhhhuhhhhhhhhuhhuhhhhhhuhhhhhuuuuhuuuuuuuuuuhuuuuuuuuuuuuuuhuuuuuuhuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuhuuuuuuuuuuuuuuuuuuuhuuuuuuujuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuhuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuuhuuuuuuuuuuuuuuuuuuuhuuuhuuuuuuuuuuuuhhuuhuhuhuuuuuuuuhuuhhuuuhuuuhuuhuuuuuhhuuuuuuhuuuhhhhhhhhhhhhhuhhhhhhhhhhuuhhhhhhhhhhh
J
Jj
Nnjnnnnnnnnnnnjjjnnnnnnnnnnnnnhjjjjj
Yeh gane ne muze rula diya
😢😢😢😢😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😳😳😳😳😳😳😳😳😳😳😳😳😳😳😔😔😖😖😔😖😓😓😓😓😭😭😭😭😭😭😭😭
Very Nice my Favourite Song,& Singer......
Dosti kaha itni gehri thi is dard se☹️.. Kambakt jab bhi Aata tha.. RULA kar Chala jata tha😣. Ab itni gehri Dosti ho gyi is dard se 🤔jab bhi Aata h kuch sikha kar chala jata hai
☺ Beautiful
👌
😢
Gulzar sahab gr8.
My Nd my Papa's fav song 😚
Geo legendary gulzar sahib you are genius love from Pakistan
कुछ नाराज़गियाँ भी,
ज़रूरी हैं, पास, आने के लिये.
Very very very nice 👌👍💐
We all love Gulzar sahab, is one of the diamonds of India of which is not used to make a ring, is used for making necklaces.
song is based on real life"tujhse naraz nahi zindgi".Superb .
Sir apki kitni tarif kru lafz gumnam ho jte hain
A zillion times if I listen to this song I will not get bored it has so many beautiful memories to delve upon 😭
Kash pyar ka bi 1 jonoon hota vo bi apne pyar ko pay bina chain se n rehta
Sari umer guzar gayi ,yahi sochte sochte ki ab aage kya......
.....
......
Man ko etni sukun wali song h show very nice song
Supra song 👌💐👌
Ab to muskurana bhi dar lgta hein darta hun
Kahin asun na nikl aajaiyein hste hste
जब भी, उठाता हूँ , मैं, किसी
लफज़ को, वो लफज़ बड़ा भारी हो जाता है.
जीने के लिए सोचा ही नही
रिश्ते संभालने होंगे ।
हमने दोस्त को, मज़हब,
और दोस्ती को, इबादत समझा.
हमारी इन ही बातों से,
लोगों ने, हमे पागल समझा.
क्या बात है गुलज़ार साहब
That maturity in the voice👌
दीवानगी का, आलम, ना,
पूछ, जानेजाना,
मैने तो, बेखुदी मे, तुझको,
खुदा हैं जाना
A beautiful poet
My favorite song and gulzar sab ap ko hamesha yaad kiya jaiga
तुझसे नाराज नही ज़िन्दगी हैरान हूं मैं
گلزار صاھب کی کیا بات ھے واہ . from Pakistan
Azeem Qureshi Yeh Legend Hain Hamay Bharat Ke Kuch He Acchy Shayar Bachey Hain
Azeem Qureshi
.
Azeem Qureshi ok
Wow so peace full song soul full wow amazing sunne kya feel huwa h mujhe sayd hi bta skta hu amazing puri zindagi likhta rahu to bhi kam h amazing
Jab umr ka soorj dhalta hai to sanse boodhi ho jati hai..Kahti nhi kisi se kuchh khud hi mar jati hain...
पानी पर, लफज़, फिसलते हैं,
मैं, चिटठी, तुमको लिखु, कैसे.
Marrr dala
Kya Likha h
Waaaahhh
@@yaarokiyaari7895
Thanks
Pani ka mtlb aansu hai kya @vijay.kumar.khungwal
@@pp-entertainment8440 ji ye asu hi h
@@ankurmandal2989जी
. धन्यवाद
Love this song. My fai👍👌👌👌👌👌👍👌👌👌👌👌👌👌👌👌💐
Ohhh my god 1 time ye song suna mai 👌👌👌👌👌
Supb song old is gold
wow love u sir nobody can write like gulzar
सूरज के उपले को देखो,
सारा दिन जलता रहता है.
जब बुझता हैं, ये उपला तो,
कोई, लालटेन 🌙, टाँग, जाता हैं.
Gulzaar Sahab great 👌
Very heart touching song👏
ज़िंदगी की दुआ मत दे ए जालिम, जितनी गुजरी न गवार गुजरी...
Really..hairaan hoon main..😊
जब पतंग हवा मे,
उड़ती हैं,
तो, वक्त, बच्चा हो जाता है.
Very good sir Ji 🙏🌹
@@Udaykumar-ny2uoJi
Thanks .
इंतज़ार, उगाता रहता हूँ,
शायद, कोई, चिट्ठी, आ जाये.
तेरे, पैरो की, मिट्टी से,
शायद,कोई, खुशबू, आ जाये.
एक, अनलिखी कहानी है, दिल में,
जो, बैकार पढ़े, छटपटाती हैं .
बोलो तो, बात, नहीं सुनती .
ना बोलो तो, बुदबुदाती हैं.
ना बोलो तो, बुदबुदाती हैं.
बेकार पड़े, छटपटाती हैं
आँखो में, समुंदर, डूबता हैं,
आओ, मैं, तुमको, तैरा दू .
Nice song
Old is gold😊😊