विजय कुमार सोनी *नाना-दादा* देवास मध्यप्रदेश *मेकेनिकल ईन्जीनीयर* सहज सरल यूट्यूब सीधा सम्पर्क 9827210731 9479400731 *कृषिकार्य से अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते है* कुछ *छोटे2* विषयो पर विचार करना है वह भी *पुर्ण रूप से व्यक्तिगत* है सभी की *स्थिति एक समान नही* 1 शिक्षा 2 *आयु* 3 भुमी की कोटी 4 *जल की उपलब्धता* 5 धन लगाने की क्षमता 6 *नगर से स्थिति* 7 पारिवारिक सहयोग 8 *जलवायु* 9 सहयोगीयो की संख्या 10 *सकारात्मकता* 11 *इच्छाशक्ति* 12 पुर्व उपलब्ध साधन *मटेरियल* 13 विस्तार माध्यम 14 *शारीरिक कार्य क्षमता* एवं उपयोग 15 मानसिक *कार्य क्षमता* एवं उपयोग 16 आर्थिक क्षमता एवं उपयोग 17 *पारिवारिक* कार्य क्षमता एवं उपयोग 18 *आध्यात्मिक* कार्य क्षमता एवं उपयोग 19 *क्षेत्रीय* उत्पादन 20 आप का *कार्यानुभव* 21 समर्पण *सकारात्मकता के साथ कार्य* करने का निर्णय ले 10% जलाशय 25% फलोधान 15% मार्ग *(प्रकृतिक बाड के साथ)* 50% कृषिकार्य 18-36 माह मै *लाभ 8-10 गुणा* फलदायक पेड़ो का संरक्षण *(लगाने का कार्य)* करे किसी भी खाली क्षैत्र मै *कच्चे घड़े को ही आकार दिया जाता है* आज नाना-दादा *पके घड़े* को भी उपयोगी बना रहे *मात्र समय ही देना है कार्यस्थल पर* 180 दिन 12-18 घण्टे प्रति दिन *(कठिन परिश्रम)* प्रातःकाल एवं संध्याकाल कार्य का *लिखित विवरण अत्यंत आवश्यक* *परिणाम १००%* एक सही *संकल्प "विजय"* प्राप्त करा सकता है 201907221600
Hats off to Manoj Bhargav ji n his team hans for bringing composed revolution....the age old fogotten way of making khaad....we need more n more of such simple but revolutionary ideas to improvise agriculture and benefit the farmers of India.
the hans foundation aur mohan bragav ji bahut achha deshhit aur kiasano ko kam kharchae vali upjau khaad ki jankari dene ke liye ek kisaan ke aur se aabhar dhanyvaad
Very good thing. Yeh khad bohut khas hai our jindagi hai hum sabhi ke liye kyonke jo jeher urea, DAP, chemicals dal kar jameen ko kissan kharab kar chuka hai or bimarion ke karan khatam ho rahi dunia ko is tareeke se hi bachaia ja sakta hai. *
विडियो बहुत काम का है . विडियो में बहुमूल्य जानकारी है . इस विडियो के लिए श्री मनोज भार्गव जी का तहेदिल से धन्यवाद . भार्गव जी आपके तीनों प्रोजेक्ट बहुत ही बढ़िया है . आपका प्रयास काबिले तारीफ़ है. आपका हंस पावर पैक और साइकिल कैसे प्राप्त कर सकते है?
this kind of compost was made in every house in india in my childhood, in a huge pit at the end of garden, beyond which bamboo bush was there as fence. Farmer used to bring bullock cart from village and collect it once in six months.
*घर में एक देसी गाय पालिये और 30 एकड़ तक की खेती में पाएं बंपर पैदावार* अगर अाप खेती करने के शौकीन हैं तो आपके लिए बहुत काम की खबर है। और खेती नहीं भी करते हैं तो भी आपकी सेहत से जुड़ी जानकारी आपके लिए लाभकारी प्रमाणित होगी। विशेषज्ञों के अनुसार एक देसी गाय आपकी 30 एकड़ तक खेती के लिए रामबाण साबित हो सकती है। इसके लिए गाय के गोमूत्र व गोबर का प्रयोग करें और खाद व दवा के खर्चों से आप बचे रहें। फसलों की गुणवत्ता बढ़ेगी और भूमि की उपजाऊ शक्ति में भी बढ़ोत्तरी होगा। गाय के गोबर व गोमूत्र के मिश्रण से बने जीवामृत को सप्ताह में तैयार कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार एक गाय दिनभर में 10 किलो गोबर व 10 लीटर गोमूत्र देती है। इससे एक एकड़ के लिए जीवामृत बनाया जा सकता है। इसके लिए 10 किलो गाय का गोबर, 10 किलो गोमूत्र, 200 लीटर पानी, 2 किलो बेसन व 2 किलो गुड़ की आवश्यकता होती है। इन सभी का एक ड्रम आदि में मिश्रण बना लें। इस मिश्रण में जिस खेत में इसका इस्तेमाल करना है उस खेत की 200-250 ग्राम मिट्टी डाल दें। मिश्रण को सप्ताहभर के लिए ढक कर रख दें। इस अवधि में यह तैयार हो जाएगा। तैयार होने के बाद मिश्रण (जीवामृत) को खेत में डाल दें। किसान अपनी सुविधा अनुसार किसी भी तरीके(पद्धति) से इसे खेत में डाल सकता है। ताकि इसका लाभ खेती में मिल सके। विशेषज्ञों के अनुसार इसके प्रयोग से फसलों की गुणवत्ता में बहुत कुछ(काफी) सुधार आएगा। साथ ही भूमि(मिट्टी) की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी। इसके प्रयोग से खेत में पड़ी बिना उपयोग की खाद भी सक्रिय(एक्टिव) हो जाएगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार जीवामृत खेत में डालने के बाद इसका प्रभाव 30 माह तक अधिक रहता है। इसके बाद फिर से किसान जीवामृत बनाकर खेत में डाल सकते हैं। ताकि पुनः से इसका असर रहे। इसमें किसान ध्यान रखें की गोबर व मूत्र गाय का ही हो। हो सके तो साहीवाल व देशी गाय के गोबर व गोमूत्र का उपयोग करें। देशी व साहीवाल गाय का गोबर व गोमूत्र अधिक उपयुक्त होता है। भैंस आदि पशुओं के गोबर या मूत्र का प्रयोग न करें। किसान के लिए गाय बहुत ही कारगर सिद्ध होगी। जहां किसान व उसका परिवार गाय का दूध पीकर अपना स्वास्थ्य बेहतर करेंगे। वहीं गाय के गोबर व गोमूत्र से खेत का स्वास्थ्य भी उत्तम होगा। सप्ताहभर में होगा तैयार जीवामृत बनाने के लिए बनाए गए मिश्रण को सप्ताहभर तक किसी ड्रम आदि में अच्छे से ढक कर रखें, ताकि हवा को रोका जा सके। सप्ताह भर में मिश्रण तैयार हो जाएगा। इसके बाद इसे देखकर भी पता लगा सकते हैं कि यह तैयार है या नहीं। यदि सप्ताहभर बाद इसमें से महक आने लगे या झाग हो जाएं तो समझ लें कि यह तैयार है। यदि ऐसा नहीं होता तो इसे एक या दो दिन और ढक कर रख दें। सिंचाई के समय भी डाल सकते हैं जीवामृत किसान अपनी सुविधानुसार खेत में जीवामृत डाल सकते हैं। इसे सीधे स्प्रे के द्वारा डाल सकते हैं। साथ ही सींचाई करते समय यदि नहरी पानी से सिचाई कर रहे हैं तो पानी नाके पर ड्रम को रख दें और एक-एक बूंद नीचे गिरने दें। वहीं फव्वारे से सिंचाई की जा रही है तो इसका छिड़काव ही उचित रहेगा। सभी रोगों की एक दवा कृषि विशेषज्ञों के अनुसार जीवामृत सभी रोगों के लिए एक की दवाई है। इसके छिड़काव से फसल में कोई भी बीमारी व कीट नहीं लगेगा। साथ ही अन्य कोई खाद डालने की जरूरत भी नहीं है। साथ ही किसान इससे बीच उपचार भी कर सकते हैं। गाय के प्रति भी लोगों को बढ़ेगा रुझान यदि किसान इस विधि को अपनाते हैं तो उनका गाय के प्रति रुझान बढ़ेगा। गायों को भी सहारा मिल सकेगा, वहीं गाय पालने से आपको आत्मिक शांति के साथ इसका दूध पीने से निरोगी दिव्य काया मिलेगी। *स्वास्थ्य के लिए अच्छी होगी फसल* जीवामृत के प्रयोग से तैयार फसल स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी होगी। जैविक खेती से फसलों की गुणवत्ता अतिउत्तम होगी। इससे किसान कम खर्च में बेहतर गुणवत्ता की फसल प्राप्त कर सकते हैं। 30 एकड़ के लिए उपयुक्त होगी एक गाय गाय के एक दिन के गोबर व गोमूत्र से एक एकड़ के लिए जीवामृत बनाया जा सकता है। यह जीवामृत खेत में 30 दिनों तक सक्रिय रहेगा।(अनुभव के अनुसार करे )इसी प्रकार लगातार 30 दिन तक 30 एकड़ के लिए जीवामृत बनाया जा सकता है। इसके बाद यही विधि दोबारा दोहराई जा सकती है। विशेषज्ञ बोले- जीवामृत किसानों के लिए वरदान कृषि विज्ञान केंद्र वरिष्ठ संयोजक प्रो. वेदप्रकाश लुहाच ने कहा कि जीवामृत किसानों के लिए वरदान है। इसे किसानों को प्रयोग करना चाहिए। इससे फसलों की गुणवत्ता बढ़ेगी और खर्च भी घटेगा। साथ ही भूमि की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ाएगा। जीवामृत किसान व भूमि(मिट्टी) दोनों के लिए अमृत सिद्ध होगा।
बहुत ही सराहनीय प्रयास, पर आज भी गाँव के खेतों मे सिंचाई करने के लिए बिजली बहुत ही कम मिलती है बिजली मिलती भी है तो सिर्फ रात में .इस तरफ आपके क्या प्रयास है
nami kam hone par khadh par kya asar hota he? me kam matra (1.5x1.5feet) me khadh banata hu..jo kam nami me jaldi banjati he or 65'C tak garm hoti he..jyada nami se der lagti he..
ek khadda main dalo aur button mushroom spores ya koi aur khaney layak mushroom spores daal do ya yeasts cell and kitchen wastage ko milakar dalo yeasts cell and mushroom spores ko milakar dekho aur experiment karkey hum kuch dino main hee har taraha ki wastage sey gobar gas plant bana saktey hain
मुझे इस तरह की खाद बानने की विधि सीखकर और अपने घर की खेत में खुद को आगे बढ़ाने का अच्छा मौका मिला है धन्यवाद
Nand kishor Dhruw hlo
Nand kishor Dhruw kya tum ne is khad ka istmal kiya hai j kiya hai to kaise hai j khad ka result kaisa hai
इस्तेमाल किया आपने? कैसा परिणाम मिला?
विजय कुमार सोनी *नाना-दादा* देवास मध्यप्रदेश
*मेकेनिकल ईन्जीनीयर* सहज सरल यूट्यूब
सीधा सम्पर्क 9827210731 9479400731
*कृषिकार्य से अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते है*
कुछ *छोटे2* विषयो पर विचार करना है
वह भी *पुर्ण रूप से व्यक्तिगत* है सभी की *स्थिति एक समान नही*
1 शिक्षा
2 *आयु*
3 भुमी की कोटी
4 *जल की उपलब्धता*
5 धन लगाने की क्षमता
6 *नगर से स्थिति*
7 पारिवारिक सहयोग
8 *जलवायु*
9 सहयोगीयो की संख्या
10 *सकारात्मकता*
11 *इच्छाशक्ति*
12 पुर्व उपलब्ध साधन *मटेरियल*
13 विस्तार माध्यम
14 *शारीरिक कार्य क्षमता* एवं उपयोग
15 मानसिक *कार्य क्षमता* एवं उपयोग
16 आर्थिक क्षमता एवं उपयोग
17 *पारिवारिक* कार्य क्षमता एवं उपयोग
18 *आध्यात्मिक* कार्य क्षमता एवं उपयोग
19 *क्षेत्रीय* उत्पादन
20 आप का *कार्यानुभव*
21 समर्पण
*सकारात्मकता के साथ कार्य* करने का निर्णय ले
10% जलाशय 25% फलोधान
15% मार्ग *(प्रकृतिक बाड के साथ)*
50% कृषिकार्य
18-36 माह मै *लाभ 8-10 गुणा*
फलदायक पेड़ो का संरक्षण *(लगाने का कार्य)* करे किसी भी खाली क्षैत्र मै
*कच्चे घड़े को ही आकार दिया जाता है*
आज नाना-दादा *पके घड़े* को भी उपयोगी बना रहे
*मात्र समय ही देना है कार्यस्थल पर* 180 दिन
12-18 घण्टे प्रति दिन *(कठिन परिश्रम)*
प्रातःकाल एवं संध्याकाल कार्य का *लिखित विवरण अत्यंत आवश्यक*
*परिणाम १००%*
एक सही *संकल्प "विजय"* प्राप्त करा सकता है
201907221600
@@vijaysoni656 kya concept h apka
बहुत बधिया ज्ञान हे, मेहनती किसान जरूर करेंगे।
अमृत मिट्टी और अमृत पाणी या जीवामृत भी बहोत बधिया काम करती हे।
ঘণক
@@nilimamrinaldutta989 mp
बहुत अच्छी जानकारी दी आपने, शुक्रिया ।
बहुत ही उपयोगी बिधि है मै इसे व्यवहार करूंगा।
it is really a good and usefull video for rural and poor formers. i like this video very much thank you.
It's not just a video it's a way to change our farmers life totally. Thanx the hans foundation
Hats off to Manoj Bhargav ji n his team hans for bringing composed revolution....the age old fogotten way of making khaad....we need more n more of such simple but revolutionary ideas to improvise agriculture and benefit the farmers of India.
Perfect explanation and easy to do , does not require large investment, thanks for sharing
pure DESI technique! Love it!
वॉइस क़्वालिटी भी कंटेंट की तरह जबरदस्त है
किसानों के हित के लिए एक हाथ बनाई जाती है बहुत-बहुत धन्यवाद आपको जानकारी देने के लिए
Bahot acche sir ji.
Thank you sir bahut achha samjhate hai
Thanks Bhai and sister es mehant and jankari ke liye badhayi ho
Bahut hi best
Thanx
बहुत बढ़िया तरीका खाद बनाने का।
the hans foundation aur mohan bragav ji bahut achha deshhit aur kiasano ko kam kharchae vali upjau khaad ki jankari dene ke liye ek kisaan ke aur se aabhar dhanyvaad
Extremely informative. Bahuth achche.
बहुत अच्छा काम कर रहे हैं ।
Bahot bahot badhiya he apka ye idea
Best video esi knowledge u tube me khabhi nahi milee
Pure professional explanation. Very educative. Thank you 😊
Very nice simple and effective video thanks
Bohat ohoob bhai acha btaya he
बहुत अच्छा उपाय
Very good guidence for farmer
Sir you laid down the standard format for presentation of such presentations.
Wow.. Mr Bhargav is making the world a better place to live.. lots of good wishes to him and his family
salute of manoj bhargav
Quite educative n inspiring video to revive our deteriorating soil and crop production system..
A powerful message to uplift our farmers..
Very good thing. Yeh khad bohut khas hai our jindagi hai hum sabhi ke liye kyonke jo jeher urea, DAP, chemicals dal kar jameen ko kissan kharab kar chuka hai or bimarion ke karan khatam ho rahi dunia ko is tareeke se hi bachaia ja sakta hai. *
Very nice..
yogitaa nehar very nice to likh diya madam bna ke dekho pta to fir lgega
Yah bidhi bahut hi achcha hai. eska prayog mai bhi karunga.
I'm from Pakistan, you gave good idea. well done bro.
Waseem Baai Magar yeh bhot hard method hy
Fabulous , great method sir thnkiew for sharing 🙏🌞🌱
Ggg-----v g by C300 ggg ka
bahot Acha Mai try kruga 😊
बहुत बहुत धन्यवाद
Nice information thanks
Best practical demonstrate furtilizer
विडियो बहुत काम का है . विडियो में बहुमूल्य जानकारी है . इस विडियो के लिए श्री मनोज भार्गव जी का तहेदिल से धन्यवाद . भार्गव जी आपके तीनों प्रोजेक्ट बहुत ही बढ़िया है . आपका प्रयास काबिले तारीफ़ है. आपका हंस पावर पैक और साइकिल कैसे प्राप्त कर सकते है?
हंस पावरपैक के बारे में अधिक जानकारी के लिए और खरीदने के लिए buyhanselectric.in पर जाएं।
Billions in Change India
very creative, Thanks.
Valuable information
tarika bhadiya sir
Nice video
Good idea
Thanks
Can we use the mixing process outside on the ground in same ratio and use gaumutra in place of water for better results
this kind of compost was made in every house in india in my childhood, in a huge pit at the end of garden, beyond which bamboo bush was there as fence. Farmer used to bring bullock cart from village and collect it once in six months.
great idea sir
I love shivansh khad
Appreciative work. ....Thank you. ...god bless you
धन्यवाद आदरणीय भार्गव जी
Can we prepare this SHIVANSH in the Gowdown..??
क्या हम सुखी घास की जगह धान (चावल ) के छिलके का प्रयोग कर सकते है
i like you aproch than poovar man thanks you sir.
उपयोगी
Ati Sundar
Sara's 6 sar
सर में आपसे बहुत प्रेरित हुआ हूं में ये विधि जरूर करुगा
सर सुखी घास के लिए गेहूं का भूसा उपयोग कर सकते है
Amazing
Nice
बहुत बढ़िया 👍
ruclips.net/p/PLoNq3Ouj8uQEQnD7Y-j-SV7BKxZIMHsIl
Very very very nice sir
थैंक्स👍👍👌👌👌
*घर में एक देसी गाय पालिये और 30 एकड़ तक की खेती में पाएं बंपर पैदावार*
अगर अाप खेती करने के शौकीन हैं तो आपके लिए बहुत काम की खबर है। और खेती नहीं भी करते हैं तो भी आपकी सेहत से जुड़ी जानकारी आपके लिए लाभकारी प्रमाणित होगी। विशेषज्ञों के अनुसार एक देसी गाय आपकी 30 एकड़ तक खेती के लिए रामबाण साबित हो सकती है। इसके लिए गाय के गोमूत्र व गोबर का प्रयोग करें और खाद व दवा के खर्चों से आप बचे रहें। फसलों की गुणवत्ता बढ़ेगी और भूमि की उपजाऊ शक्ति में भी बढ़ोत्तरी होगा। गाय के गोबर व गोमूत्र के मिश्रण से बने जीवामृत को सप्ताह में तैयार कर सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार एक गाय दिनभर में 10 किलो गोबर व 10 लीटर गोमूत्र देती है। इससे एक एकड़ के लिए जीवामृत बनाया जा सकता है। इसके लिए 10 किलो गाय का गोबर, 10 किलो गोमूत्र, 200 लीटर पानी, 2 किलो बेसन व 2 किलो गुड़ की आवश्यकता होती है। इन सभी का एक ड्रम आदि में मिश्रण बना लें। इस मिश्रण में जिस खेत में इसका इस्तेमाल करना है उस खेत की 200-250 ग्राम मिट्टी डाल दें। मिश्रण को सप्ताहभर के लिए ढक कर रख दें। इस अवधि में यह तैयार हो जाएगा। तैयार होने के बाद मिश्रण (जीवामृत) को खेत में डाल दें। किसान अपनी सुविधा अनुसार किसी भी तरीके(पद्धति) से इसे खेत में डाल सकता है। ताकि इसका लाभ खेती में मिल सके। विशेषज्ञों के अनुसार इसके प्रयोग से फसलों की गुणवत्ता में बहुत कुछ(काफी) सुधार आएगा। साथ ही भूमि(मिट्टी) की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी। इसके प्रयोग से खेत में पड़ी बिना उपयोग की खाद भी सक्रिय(एक्टिव) हो जाएगी।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार जीवामृत खेत में डालने के बाद इसका प्रभाव 30 माह तक अधिक रहता है। इसके बाद फिर से किसान जीवामृत बनाकर खेत में डाल सकते हैं। ताकि पुनः से इसका असर रहे। इसमें किसान ध्यान रखें की गोबर व मूत्र गाय का ही हो। हो सके तो साहीवाल व देशी गाय के गोबर व गोमूत्र का उपयोग करें। देशी व साहीवाल गाय का गोबर व गोमूत्र अधिक उपयुक्त होता है। भैंस आदि पशुओं के गोबर या मूत्र का प्रयोग न करें। किसान के लिए गाय बहुत ही कारगर सिद्ध होगी। जहां किसान व उसका परिवार गाय का दूध पीकर अपना स्वास्थ्य बेहतर करेंगे। वहीं गाय के गोबर व गोमूत्र से खेत का स्वास्थ्य भी उत्तम होगा।
सप्ताहभर में होगा तैयार
जीवामृत बनाने के लिए बनाए गए मिश्रण को सप्ताहभर तक किसी ड्रम आदि में अच्छे से ढक कर रखें, ताकि हवा को रोका जा सके। सप्ताह भर में मिश्रण तैयार हो जाएगा। इसके बाद इसे देखकर भी पता लगा सकते हैं कि यह तैयार है या नहीं। यदि सप्ताहभर बाद इसमें से महक आने लगे या झाग हो जाएं तो समझ लें कि यह तैयार है। यदि ऐसा नहीं होता तो इसे एक या दो दिन और ढक कर रख दें।
सिंचाई के समय भी डाल सकते हैं जीवामृत
किसान अपनी सुविधानुसार खेत में जीवामृत डाल सकते हैं। इसे सीधे स्प्रे के द्वारा डाल सकते हैं। साथ ही सींचाई करते समय यदि नहरी पानी से सिचाई कर रहे हैं तो पानी नाके पर ड्रम को रख दें और एक-एक बूंद नीचे गिरने दें। वहीं फव्वारे से सिंचाई की जा रही है तो इसका छिड़काव ही उचित रहेगा।
सभी रोगों की एक दवा
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार जीवामृत सभी रोगों के लिए एक की दवाई है। इसके छिड़काव से फसल में कोई भी बीमारी व कीट नहीं लगेगा। साथ ही अन्य कोई खाद डालने की जरूरत भी नहीं है। साथ ही किसान इससे बीच उपचार भी कर सकते हैं।
गाय के प्रति भी लोगों को बढ़ेगा रुझान
यदि किसान इस विधि को अपनाते हैं तो उनका गाय के प्रति रुझान बढ़ेगा। गायों को भी सहारा मिल सकेगा, वहीं गाय पालने से आपको आत्मिक शांति के साथ इसका दूध पीने से निरोगी दिव्य काया मिलेगी।
*स्वास्थ्य के लिए अच्छी होगी फसल*
जीवामृत के प्रयोग से तैयार फसल स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी होगी। जैविक खेती से फसलों की गुणवत्ता अतिउत्तम होगी। इससे किसान कम खर्च में बेहतर गुणवत्ता की फसल प्राप्त कर सकते हैं।
30 एकड़ के लिए उपयुक्त होगी एक गाय
गाय के एक दिन के गोबर व गोमूत्र से एक एकड़ के लिए जीवामृत बनाया जा सकता है। यह जीवामृत खेत में 30 दिनों तक सक्रिय रहेगा।(अनुभव के अनुसार करे )इसी प्रकार लगातार 30 दिन तक 30 एकड़ के लिए जीवामृत बनाया जा सकता है। इसके बाद यही विधि दोबारा दोहराई जा सकती है।
विशेषज्ञ बोले- जीवामृत किसानों के लिए वरदान
कृषि विज्ञान केंद्र वरिष्ठ संयोजक प्रो. वेदप्रकाश लुहाच ने कहा कि जीवामृत किसानों के लिए वरदान है। इसे किसानों को प्रयोग करना चाहिए। इससे फसलों की गुणवत्ता बढ़ेगी और खर्च भी घटेगा। साथ ही भूमि की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ाएगा। जीवामृत किसान व भूमि(मिट्टी) दोनों के लिए अमृत सिद्ध होगा।
जय श्री राम 🙏🇮🇳🚩👍
This have a potential to change India, food issue of the world.
Thanks hans foundation mai aap ke foundation se kaphi prabhawit hu or apne kshetra me v karna chahta hu
Thanku,The hnas FOUNDATION and billions in change India.
We 22 we wwe wet
Sie khad ko palt te samay khad ki lear thoda uper nichi ho jaye to koi fark to nhi padega na
Please explain other southern Basha ji
Thanks u so much
ruclips.net/p/PLoNq3Ouj8uQEQnD7Y-j-SV7BKxZIMHsIl
Nice job
आभार सर।
भगवान को भी नमन ।
Sir,
Is khaad ko kisi v tara use kar sakte hain ?? Ese dhan k fasal main kese use kar sakte hain ??
Can you cover with plastic may that help it
सर इसके अंदर पानी की जगह वेस्ट डी कंपोजर यूज कर सकते हैं क्या प्लीज सर रिप्लाई जरूर करें मैंने ऑर्गेनिक गेहूं उगा रखी है मुझे इस खाद की बहुत जरूरत है
Sir compost me soyabin ka bhusa dal sakate hai kya
Can we use it in pots
Sir me ess khat ka use mugfali or genhu ( ghanv) me karsakte hi..???
Kisi v fasal me karsakte ho Bhai
Everywhere is good to use flowers fruits vegetables plants
Super 😊
achhi pahal hai
Neem or uklipts k alava kisi bhi hari Patti ka use kr sakte h
Kya isme decomposer ka istemal kar sakte h
बहुत ही सराहनीय प्रयास, पर आज भी गाँव के खेतों मे सिंचाई करने के लिए बिजली बहुत ही कम मिलती है बिजली मिलती भी है तो सिर्फ रात में .इस तरफ आपके क्या प्रयास है
salute of u
Javik khaad bnane m kya choker (aate se bcha hua) ka bhi use kr skte h??
Bhargav ji thanks
Tripl se sirf 4 din dakana he ya adhik din
Nise
Is training can be given to us who is going to start farming?
kya sirF first ke 4din tk hee Dakh ke rkhaNA h?
please reply .
Sir ji kya ye process mitti me ghada khod kar kar sakte hai
प्लास्टिक के ड्रम में बना सकते हैं क्या
NYC video
Thanks for video
Can jivaamrit be used with shivans
nami kam hone par khadh par kya asar hota he?
me kam matra (1.5x1.5feet) me khadh banata hu..jo kam nami me jaldi banjati he or 65'C tak garm hoti he..jyada nami se der lagti he..
ek khadda main dalo aur button mushroom spores ya koi aur khaney layak mushroom spores daal do ya yeasts cell and kitchen wastage ko milakar dalo
yeasts cell and mushroom spores ko milakar dekho aur experiment karkey hum kuch dino main hee har taraha ki wastage sey gobar gas plant bana saktey hain
sir can we make it in small quantity...plz ans me
Fertilizer
Instructions (English): billionsinchange.in/wp-content/uploads/2017/09/ShivanshFertilizerBook-EN-web.pdf
Fertilizer
Instructions (Hindi): billionsinchange.in/wp-content/uploads/2017/09/ShivanshKhaad-InstructionalBooklet-HI-web.pdf
Very nice
Dhanyawad
I want to be part of project.dis is wow.....
billionsinchange.in/en/join/
paltane ke bat paper udana ke nahi jii. ke khula rakna han?
पलटने के बाद ढकना है.
beautiful good job.........
ईसे घरपर तैयार कर सकते है क्या
What is it's result during monsoon n winters?