आप जैसा व्यक्तित्व धारण करने के लिए वर्ष लगते हैं आपके ज्ञान का संग्रह सभी व्यक्तियों के तार्किक एवं अतार्किक विचारधारा को समेट लेता है जो एक निष्पक्ष अध्यापक के सौंदर्य की अभिव्यक्ति है❤❤❤❤❤
@@TheStudyIAS युरेशियनों मनुरोगियों तुमलोग 75 वर्ष के संविधान पर चर्चा करेगा लेकिन जिसमें जाति का जड़ हैं उस हज़ारों वर्ष वाले टट्टी गन्दगी मनुस्मृति पर चर्चा क्यो नहीं करता।
बहुत बहुत धन्यवाद सर, मैं एक युवा हूं मुझे तो बहुत निराशा, दुख और छोभ...... होता है वर्तमान राजनीति के स्तर को देखकर, मै 2012 से राजनीति समझ रहा हु लेकिन देश और प्रदेश की निम्न स्तर की राजनीति से मै बहुत दुःखी होता हूं।
वाह सर.. 🙏. आप जैसे महान दार्शनिक सोच और युवाओं को सही रास्ते पर लाने वाले अध्यापक और समाज सुधारक की नितांत आवश्यकता है इस देश को... मै आपका मुरीद हुआ... 🙏🙏प्रणाम सर..
घूंघट के आड़ मत देखो समग्रता से देखा जाय तो सर ये प्रतिनिधि लोकतंत्र है यही समस्या का जड़ है, ये मुट्ठी भाई राज नेता जो ज्यादातर नेताओं की दूसरी पीढ़ियां (नेताओं के बच्चे) है ये सत्ता में बने रहने में जोर देते पार्टी विचारधारा संविधान कौन देखता है। जब आज विचार संविधान पर होना था तो ये समझना जरूरी है एक संसद औसतन कितने लोगों का प्रतिनिधित्व करता है जनसंख्या 143 करोड़ 552 लोग का प्रतिनिधित्व वो भी sc st के नगण्य लोग जो भी है कठपुतली राजनीतिक पार्टियों के मजदूर जिनकी कोई अपनी जमीन नहीं क्योंकि उनको तो अभी तक जमीनें मिली ही नहीं। जो एक बार सत्ता प जाता वो सत्ता में बना रहना चाहता है अभी पार्टी विचारधारा तुरंत बदल जाती है सत्ता में होना जरूरी है। प्रतिनिधत्व बढ़ाने की जरूरत है सांसदों की संख्या 4000 से 5000 हजार होनी चाहिए भारत जैसे बड़े देश में प्रत्यक्ष लोकतन्त्र थोड़ा मुश्किल दिखता है लेकिन प्रतिनिधत्व तो बढ़ाया जा सकता है विकेंद्रीकरण नियोजन और निर्णयन ज्यादा से ज्यादा भागीदार हो और एक व्यक्ति एक बार ही संसद बने सके इसे अपना पेशा या धंधा ना बना ले मेरे हिसाब से ये अबतक हो जाना चाहिए❤ और पंचायतों स्वायत्त हो गांवों को क्या चाहिए ये गांव तय करें योजनाएं गांवों से बने केंद्र और राज्य सरकार उनकी मदद करें। कांग्रेस ने तो संविधान बनाया लेकिन अभी जो है वो संविधान मानते ही नहीं। जब संविधान बना देश बंट रहा था चारों तरफ सांप्रदायिकता थी इसीलिए केंद्र ज्यादा मजबूत किया गया उस समय नेता सत्ता सुख के लिए नहीं राष्ट्र हित में किया जिससे वो सारे सिस्टम पर नियंत्रण कर सके लेकिन आज तो सारे सिस्टम पर नियंत्रण करके सत्ता में बने रहना है
आज जो भी लैंड थोड़ा बहुत sc/st के पास हे वह लैंड रिफॉर्म की वजह से लैंड रिफॉर्म का बड़ा योगदान हे पर ये सच हे कि वे इतने सफल नहीं हुए जिस तरह वह बंगाल और केरल में सफल हुए
Sir, greetings and lots of regards for trying to make us Thinking Creatures. There is one request from my side. Sir you have covered almost all great leaders of our country. But I urge you to kindly enlighten us on the life and achievements of Dr Rajendra Prasad and also cover his relations with his contemporaries in pre and post independence era. Please🙏🙏🙏
देश में केवल एक ही पार्टी है BSP जो हमारे संविधान के अनुसार ही चलती है और जिसका मेनोफेस्टो ही संविधान की हिसाब से चलती है Jay Bhim 🙏 Jay Samvidhan Jay BSP 📖🖊️💙🙏🐘🐘🐘🐘🐘
Sir, मैं आपके सामने एक सन्दर्भ रखना चाहता हूँ.. Cast system मजबूत हुआ... इस बात से मैं सहमत हूँ.. ये मुझे उम्मीद भी है ये धीरे-धीरे समय के साथ dilute हों जायगा... इतनी बड़ी population वाली country के लिए Representatives democracy चाहिय.. हमने regional representatives चुने शुरुआती सालो मे उसका हालात आपने खुद बताया... मिडिल Cast और पूंजीपति या जो उस रीजन मे powerful person थे.. उनके पास power आयी.. अब cast or population based politics ke कारण... Regional cum real representatives आने शुरू हो गए...... ये भी अपने गलत साधनो को के कारण वो साध्य नहीं हो सकते.... Democracy me सुधार की गुंजाईश हमेशा रहेगी... आपके "मार्गदर्शन" मे हम और बेहतर ढंग से analysis करते रहेंगे... Thank you sir..
सर आप इसमे चौथा पॉइंट भी जोड़ दीजिए आपसे निवेदन है कि कुछ भी करिए अडानी की मोनोपोली जो स्थापित करना चाहते हैं उस पर बहस ना हो और आसानी से जनता का ध्यान भटकाया जा सके...
Very Very nice information sir thanks mind-blowing speech, Very TRUE 👍🏻 you are great teacher and absolutely correct vision about our Indian constitution. Very TRUE comment about dress sense but hum logonke andar ki atmik soch ki pehchan nahi kar sakte asBJP, RSS wale soch ki. They are hidden agenst of constitution.
सर कैसे कोई संविधान निर्माता को मजाक उड़ा सकता है संसद में उस व्यक्ति को जनता ने वोट देकर चुना है उसने संविधान को साक्षी मानकर देश के गृह मंत्री होकर सुप्रीम कोर्ट को संज्ञा लेना चाहिए
Are babu 50% logo ko constitution kya hai a pta hi nhi...aur 30% ko adhuri jankari hai. Only 20% logo ko hi pta hai constitution kya hai. Phir a 30% kaha se aa gye
वर्तमान समय में यह टॉपिक बहुत महत्वपूर्ण है
आप जैसा व्यक्तित्व धारण करने के लिए वर्ष लगते हैं आपके ज्ञान का संग्रह सभी व्यक्तियों के तार्किक एवं अतार्किक विचारधारा को समेट लेता है जो एक निष्पक्ष अध्यापक के सौंदर्य की अभिव्यक्ति है❤❤❤❤❤
प्रिय अभ्यर्थी,
आपके स्नेहपूर्ण शब्दों हेतु शुक्रिया।
@@TheStudyIAS युरेशियनों मनुरोगियों तुमलोग 75 वर्ष के संविधान पर चर्चा करेगा लेकिन जिसमें जाति का जड़ हैं उस हज़ारों वर्ष वाले टट्टी गन्दगी मनुस्मृति पर चर्चा क्यो नहीं करता।
बहुत बहुत धन्यावाद सर 🎉🙏 राजनीति के बारे में बहुत ही अच्छी और सच्ची बात कही।❤
बहुत बहुत धन्यवाद सर, मैं एक युवा हूं मुझे तो बहुत निराशा, दुख और छोभ...... होता है वर्तमान राजनीति के स्तर को देखकर, मै 2012 से राजनीति समझ रहा हु लेकिन देश और प्रदेश की निम्न स्तर की राजनीति से मै बहुत दुःखी होता हूं।
दुखी ना हों.. परिवर्तन के लिए आगे बढ़े..
आपके क्लासेज देखकर अपने राजनीतिक ज्ञान को बढ़ाने का सुखद अवसर प्राप्त होता है
I'm so glad that we have still A small part of critical and real patriotic citizens in my country
गुरूजी आपसे निवेदन है कि आप जैसे निष्पक्ष इतिहासकार और चेतन व्यक्ति की ही आवश्यकता है विशेषकर, शिक्षा में
वाह सर.. 🙏. आप जैसे महान दार्शनिक सोच और युवाओं को सही रास्ते पर लाने वाले अध्यापक और समाज सुधारक की नितांत आवश्यकता है इस देश को... मै आपका मुरीद हुआ... 🙏🙏प्रणाम सर..
प्रिय अभ्यर्थी,
आपके स्नेहपूर्ण शब्दों हेतु शुक्रिया।
May you live long sir, I want to be enlightened by your intellectual integrity throughout my life
शिक्षा जगत् को आप जैसे समालोचनात्मक व्यक्तित्व वाले शिक्षक की ज़रूरत है।
सादर प्रणाम !
ऐसे मुद्दे पे वीडियो बनाने के लिए धन्यवाद सर ❤ 🎉 बहुत ही शानदार
You are great sir, you are the example of all is equal in constitution.
Bahut bahut dhanyawad sir
Thnk u so much sir ❤
You are the genuine resource of this country sir❤
इस विषय में अपना विचार रखने के लिए धन्यवाद सर
Sir aap log ko politics me jana chahiye kyoki aap log bahut kuch sahi kaf sakte hai ❤❤❤
Excellent Lectures by Manikanta sir thanks you sir
Thank you so much sir aapke lecturer bahut hi Best hai sir abhi tak jo maine pdha hu usme itne clear our bahut sare dimension ko ek sath
Bataye❤❤❤
बहुत जरूरी था सर 🙏
Thankyou so much sir❤🙏🙏aapke video ka intjaar rhta h,, very useful session ❤🙏🙏lots of love and respect sir❤
Dear Aspirant,
Thank you so much for your appreciation and Valuable feedback.
Thanks sir your lecture has opened my eyes of knowledge
चरण स्पर्श गुरु देव 🙏🙏
Thank you Gurudev❤
Today's a good important lectures discussion . ❤
🙏❤️
Vanchit Samaj tabhi tak jinda hai.....
jab tak samvidhan Jinda hai.....
Jai bhim sathiyon ❤❤❤❤❤
❤
Dr. B R Ambedkar 🗿
बहुत ही Accha video hai 🎉🎉🎉
Thank you very much sir for this critical opinion series
Connecting dots informative video Thank you Sir
Tq sir ....
Bhut hi accha or critical thinking lecture hai
thank u sirji.......aisi he videos laate rahiye❤❤
Kya baat hai sir ❤
धन्यवाद गुरु जी ❤
Thank you sir🙏🙏🙏🙏🙏
Very good explanation sir on the pont with examples sir thanks sir 👍🏻 🙏
🙏 Pranam Sir
Thank you so much sir ❤
Thanku sir 🙏
Pranam Sir 🙏
प्रणाम सर 🙏🙏🙏🙏🙏
Thnku sir
Pranam gurudev❤
thankyou sir ❤💐
Very informative video sir 🙏🙏
Nice explain sir ji 🎉🎉
Thank u so much sir
Nehru and indra is a great man ❤❤and you are great teacher sir 🎉🎉🎉🎉🎉
घूंघट के आड़ मत देखो समग्रता से देखा जाय तो सर ये प्रतिनिधि लोकतंत्र है यही समस्या का जड़ है, ये मुट्ठी भाई राज नेता जो ज्यादातर नेताओं की दूसरी पीढ़ियां (नेताओं के बच्चे) है ये सत्ता में बने रहने में जोर देते पार्टी विचारधारा संविधान कौन देखता है।
जब आज विचार संविधान पर होना था तो ये समझना जरूरी है एक संसद औसतन कितने लोगों का प्रतिनिधित्व करता है जनसंख्या 143 करोड़ 552 लोग का प्रतिनिधित्व वो भी sc st के नगण्य लोग जो भी है कठपुतली राजनीतिक पार्टियों के मजदूर जिनकी कोई अपनी जमीन नहीं क्योंकि उनको तो अभी तक जमीनें मिली ही नहीं।
जो एक बार सत्ता प जाता वो सत्ता में बना रहना चाहता है अभी पार्टी विचारधारा तुरंत बदल जाती है सत्ता में होना जरूरी है।
प्रतिनिधत्व बढ़ाने की जरूरत है सांसदों की संख्या 4000 से 5000 हजार होनी चाहिए भारत जैसे बड़े देश में प्रत्यक्ष लोकतन्त्र थोड़ा मुश्किल दिखता है लेकिन प्रतिनिधत्व तो बढ़ाया जा सकता है विकेंद्रीकरण नियोजन और निर्णयन ज्यादा से ज्यादा भागीदार हो और एक व्यक्ति एक बार ही संसद बने सके इसे अपना पेशा या धंधा ना बना ले मेरे हिसाब से ये अबतक हो जाना चाहिए❤ और पंचायतों स्वायत्त हो गांवों को क्या चाहिए ये गांव तय करें योजनाएं गांवों से बने केंद्र और राज्य सरकार उनकी मदद करें।
कांग्रेस ने तो संविधान बनाया लेकिन अभी जो है वो संविधान मानते ही नहीं। जब संविधान बना देश बंट रहा था चारों तरफ सांप्रदायिकता थी इसीलिए केंद्र ज्यादा मजबूत किया गया उस समय नेता सत्ता सुख के लिए नहीं राष्ट्र हित में किया जिससे वो सारे सिस्टम पर नियंत्रण कर सके लेकिन आज तो सारे सिस्टम पर नियंत्रण करके सत्ता में बने रहना है
Nice session Sir😊
Pranam guruji
Pranam sir
Land Reform ke baad bhi SC or ST ko kuch nahi mila agar land reform theek se hota to ye nowat hi nahi aati
आज जो भी लैंड थोड़ा बहुत sc/st के पास हे वह लैंड रिफॉर्म की वजह से लैंड रिफॉर्म का बड़ा योगदान हे पर ये सच हे कि वे इतने सफल नहीं हुए जिस तरह वह बंगाल और केरल में सफल हुए
Sir, greetings and lots of regards for trying to make us Thinking Creatures. There is one request from my side. Sir you have covered almost all great leaders of our country. But I urge you to kindly enlighten us on the life and achievements of Dr Rajendra Prasad and also cover his relations with his contemporaries in pre and post independence era. Please🙏🙏🙏
Dear Aspirant,
Thank you so much for your Suggestions, our team convey your message to Manikant Sir. For More info, Kindly contact us- 7002070025
देश में केवल एक ही पार्टी है BSP जो हमारे संविधान के अनुसार ही चलती है और जिसका मेनोफेस्टो ही संविधान की हिसाब से चलती है Jay Bhim 🙏 Jay Samvidhan Jay BSP 📖🖊️💙🙏🐘🐘🐘🐘🐘
Thanks sir
Kya krte ho ap bhai
😌🥰🙏🙏sir youtube pr video dete rahiye 🙏🙏
Sir, मैं आपके सामने एक सन्दर्भ रखना चाहता हूँ..
Cast system मजबूत हुआ... इस बात से मैं सहमत हूँ.. ये मुझे उम्मीद भी है ये धीरे-धीरे समय के साथ dilute हों जायगा...
इतनी बड़ी population वाली country के लिए
Representatives democracy चाहिय.. हमने regional representatives चुने शुरुआती सालो मे उसका हालात आपने खुद बताया... मिडिल Cast और पूंजीपति या जो उस रीजन मे powerful person थे.. उनके पास power आयी.. अब cast or population based politics ke कारण... Regional cum real representatives आने शुरू हो गए...... ये भी अपने गलत साधनो को के कारण वो साध्य नहीं हो सकते.... Democracy me सुधार की गुंजाईश हमेशा रहेगी...
आपके "मार्गदर्शन" मे हम और बेहतर ढंग से analysis करते रहेंगे... Thank you sir..
Nice
Namaste sir
I written all this speech in my notebook it will really really very TRUE LYE helpful in exam thanks sir 🙏
सर आप इसमे चौथा पॉइंट भी जोड़ दीजिए आपसे निवेदन है कि कुछ भी करिए अडानी की मोनोपोली जो स्थापित करना चाहते हैं उस पर बहस ना हो और आसानी से जनता का ध्यान भटकाया जा सके...
Very Very nice information sir thanks mind-blowing speech, Very TRUE 👍🏻 you are great teacher and absolutely correct vision about our Indian constitution. Very TRUE comment about dress sense but hum logonke andar ki atmik soch ki pehchan nahi kar sakte asBJP, RSS wale soch ki. They are hidden agenst of constitution.
सर कैसे कोई संविधान निर्माता को मजाक उड़ा सकता है संसद में उस व्यक्ति को जनता ने वोट देकर चुना है उसने संविधान को साक्षी मानकर देश के गृह मंत्री होकर सुप्रीम कोर्ट को संज्ञा लेना चाहिए
Neharu ji ne jo first samvidhan sansidhan kiya .vah us samay ke mang tha .isliye neharu ji ne samvidhan sanshodhan ka sahi kiya.
🙏💐
धन्यवाद सर 🙏
जब शैक्षिक इतिहास लिखा जाएगा तो आप उसकी एक अमिट कड़ी होंगे सर..❤
बहुत खुशनसीबी है हमारी... अल्लाह आपकी उम्र दराज करे🙏
Kon kaha se dekhe rahe hai please apna apna location typing kre.
Impartial explaination
Hello sir
Indian politics for needs for cast aboloction
Har Har Mahadev....🚩🙏🚩
Only Manuvadi ideology want
आरएसएस और बीजेपी ने कभी संविधान को नही माना है
Sir desh ke 30% se jyada logon ka samvidhan me bharosa nhi rha 😢
Are babu 50% logo ko constitution kya hai a pta hi nhi...aur 30% ko adhuri jankari hai.
Only 20% logo ko hi pta hai constitution kya hai.
Phir a 30% kaha se aa gye
Pranam guruji