कुमार विश्वास जी जब आप राजनीति में आये थे आपके घनिष्ठ मित्र केजरीवाल जी के साथ तो मुझे आपके उपर बहुत क्रोध आया था, लेकिन मैंने आपके काव्यपाठ और प्रवचनों को सुनना नहीं छोड़ा, क्योंकि आपकी प्रस्तुति और और उसे प्रस्तुत करने के अलौकिक तरीके के हम सदा ही श्रोता और दर्शक रहेंगे। आप जैसा कवि, साहित्यकार और कथावाचक सहस्रों वर्षों में एक बार जन्म लेता है, मेरा आपको प्रणाम है और भगवान से प्रार्थना है कि हम ऐसे ही आपको सुनते रहें। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
अंधे भक्त मत बनो पहले ख़ुद से भगवान गीता पड़कर समझो फिर तुम् सही और ग़लत का निर्णय कर पाओगे अन्यथा ऐसे ही सेंटीमेंटल बने रह जाओगे कलियुग में हर कोई व्यास आसन पर बैठ जाता है
नमन नमन करता हूं मैं श्रीकृष्ण को। और इस कथामृत का जो हमें वृतांत सुना रहे हैं इतने सुन्दर शब्दों में कुमार विश्वास जी मैं उनको भी बारम्बार प्रणाम करता हूं। जय श्रीकृष्ण
आपके ज्ञान के आगे हम बहुत छोटे है परंतु माफी के साथ कटाक्ष करते हुए आपसे एक सुधार की गुजारिश है कि अभिमन्यु द्रौपदी के पुत्र नहीं थे बल्कि सुभद्रा के पुत्र थे और सुभद्रा ही कृष्ण को या वक्तव्य कहती है कि आपको मेरे पुत्र पर भरोसा नहीं है 🙏
बिल्कुल सही कहा जन्म तो गोपाल के देस में ही लेना है लेकिन यहां उसके देस में गोपाल की कथाएं तो जनता खूब सुनती हैं लेकिन गोपाल की गायों का अपमान भी सबसे ज्यादा जिम्मेदार भी यही है कृपा करके इन्हे गोपाल की गायों का सम्मान भी करना बताए आपकी बाड़ी से प्रभावित होकर सायाद सुधार हो
च रथ ततततततततततंतततततत तंत्र तंत्रज्ञान तंतततततततंततततततंतततततततततततततंततततततंतंततंतणछंचच😮आणि आणि ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐइऐउऐउऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐछऐछ्छततछतततंछ😅😮😮😮छंछ😮😮
@@ayodhyaprasadpandey924 Vastu & Astrology: My 15-Year Journey of Disappointment | The Real Truth | Vinay Lakhotia ruclips.net/video/Fmh8NjklZNw/видео.html
Namaste You emphasize n speak quite eloquently I m from Blore non Hindi speaking but can understand the rhyme n meaning very well this commonly spoken Hindi Congrats Continue for next Hundred years ! Beautiful!!!
कुमार विश्वास जी मुझे गर्व है,कि मेने आप के युग में जन्म लिया। मैं आपके उपदेश व कथा वाचन, को बड़े ही धैर्य से सुनता हूं। आप निरंतर हमें अपने बैरागी राग से, संजोए रखें। आप की सबसे बड़ी खूबी यह है कि आप ईमानदार है।
भारत को आप जैसे लोगों की जरूरत है।जो कि सच मे सही कथा बताते हैं। यहाँ बाबाओं की जरूरत नहीं है।एक तो ये लोग अपनी बदनामी खुद करवाते हैं दूसरे भारत को भी निचले स्तर पर ले आते हैं।जय श्री राम।
कुमार विश्वास जी कथा वाचक के रूप में सही हैं पर कहीं कहीं पर भावुकता में कुछ अंतर वालीं बात भी कर देते हैं पर हमारे धर्मशास्त्रों के जानकार लोगों द्वारा सही स्मरण करवादेते हैं जिन्हें देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता है।जैसा कि कहीं और नहीं मिलता है ।धन्यवाद ।
कुमार जी मैं आपकी भाषा शैली एवं आपके ज्ञान का कायल हूं परंतु आप कह रहे हैं। कि मामा ने भांजे को यशस्वी होने का वरदान दिया। परंतु आप कह रहे थे कि वह तो मतस्पपृदेश को निकल चुके थे। और चक्रव्यूह की रचना बाद में हुई थी। तो फिर अभिमन्यु को कृष्ण कहां से मिल गए।। चूंकि वे अर्जुन के सारथी थे
भाईयों आशीर्वाद युद्ध शुरू होने से पहले लिया जाता है जब भी हम सभी किसी अच्छे काम के लिए जाते है तो माता पिता और गुरु जी का आशीर्वाद लेकर जाते हैं न की रास्ते से वापस आ कर लेते हैं
जय जय श्री राधे कृष्ण महाशय! पौराणिक विषयों में श्रेष्ठतम श्री मद् महाभारत जो कि पंचम वेद के रूप में प्रतिष्ठित है इसका प्रत्येक प्रसंग और पात्र विशिष्ट हैं। इनके हर व्यवहार वक्तव्य मनन चिन्तन आचरण भाव विचार दर्शन पर्शन गति मति वृत्ति प्रवृत्ति आदि आदि सामन्य नहीं हैं। इसलिए प्रत्येक पात्र समुचित समीक्षा का प्रयास करना ही कवि का परम कर्तव्य है।कल्पनिक कवित्व कुछ समय का मनोरंजन तो हो सकता है मगर सत्य के धरातल पर प्रतिष्ठित न होने से मानवीयता को हितकारी नहीं हो सकता है। अस्तु ध्यान दीजिए । 1-जो युधिष्ठिर धर्मपुत्र ही नहीं साक्षात धर्मराज है जिनने सम्पूर्ण जीवन में कभी असत्य भाषण नहीं किया। उनका जीते रहो का आर्शीर्वाद कभी असत्य नहीं हो सकता था। 2- जो आपने बोला कर्ण सूर्यांश है वो भी शास्त्र प्रमाणित नहीं है। क्योंकि शास्त्र निर्देश है सूर्य भक्त निवात कवच दैत्य जिसके शरीर पर एक सहस्त्र सूर्य कवच थे। साथ ही ये वरदान भी था। कि जो तेरा एक कवच काटेगा कवच कटते ही काटने वाले की मृत्यु हो जाएगी। तब देवताओं के द्वारा अजेय निवात कवच के भगवान नर नारायण दोनों ने तपस्या करते हुए 999 कवचों को जब काट दिया तो ये भयभीत हो सूर्य रथ में आ कर छुप गया। कुन्ती के सूर्यावहन पर सूर्य ने उसी को पुत्र रूप में प्रदान कर दिया। तो ये सूर्यांश कहाँ से हो गया। 3-सूर्य जो ब्रह्म विद्या के प्रथम पात्र और आदि श्रोता हैं। और प्रथम आचार्य भी वो आसुरी प्रकृति को प्राप्त कैसे हो सकते हैं। जगत प्रकाशक आदि गुरु का अंश आसुरी भाव को कैसे प्राप्त हो सकता सकता है। अप्रासंगिक है इसको शुद्धिकरण के साथ प्रस्थापित करें। और शास्त्र अवज्ञा के दोष से बचे। जय जय श्री राधे कृष्ण
Aap kise samjhane ki koshish kar rahe han Ye khud ko sanskritagya kahte han Aur wanar ki vyakhya karte hue kahte han Vishesh nar iti wanar Chaliye koi baat nahi Tulsi baba Ji pahle hi kah chuke han "Pandit soi jo gaal bajaba''
शाम होने पर सभी योद्धा अपने घर वापस चले आते थे और फिर युद्ध वही से शुरू होती जहा पर बंद हुआ था। इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने आशीर्वाद देकर भेजा अभिमन्यु को युद्ध के लिए।
कथा अच्छी कही पर आपने कहा चक्रव्यूह में घुसने से पहले मामा से आज्ञा ली(at 07:12) परंतु मामा श्री कृष्ण तो सारथी थे जो की अलवर की तरफ चले गए थे अर्जुन का रथ लेकर तो उनसे आज्ञा केसे ली व्यूह में घुसने से पहले🤔
शायद आप भुल गये अभिमन्यु के एक मामा ओर थे जो उस समय पांडव सेना के सेना पती थे आपकी जानकारी के लिए बता दु उनका नाम द्रष्टद्युम्न था ओर हां रंण भुमि मे सारथी का आशिर्वाद नहीं लिया जाता सेनापति का आषिश ओर आज्ञा ली जाती है चाहे भगवान श्रीकृष्ण उनके मामा थे पर रंण भुमी मे केवल सारथी ही थे मामा नहीं
बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण के साथ अत्यंत ज्ञानवर्धक..... 💐💐🙏🙏🙏🙏💐💐 भगवान् वासूदेव द्वारा महाभारत के बीच इतने महत्वपूर्ण समय पर अर्जुन को रणक्षेत्र से दूर ले जाने का प्रयोजन मन में सवाल खड़ा करता है कि आखिर ऐसा क्यों किया गया होगा..
इसका एक अर्थ यह भी हुआ जब बच्चा मां के गर्भ में हो उस उसे धार्मिक ग्रंथों पढ़ने,सद्विचार रखना चाहिए उसका प्रभाव गर्भ शिशु पर पड़ता है लेकिन आज हो रहा है उल्टा-पुल्टा, घृणा द्वेष छल प्रपंच लालच से भरा हुआ जीवन परिणाम सामने है।
Lekin krashna ji to waha the nhi...wo Arjun ke sath gye..the...agar kanha the to Arjun bhi hona chahiye...aur Arjun hota to Abhimanyu ko jane nhi deta khud hi jata
अब क्या करने का विचार है? शिक्षक बने, कविता की, फिर आम आदमी पार्टी में राजनीति, फिर न्यूज चैनल पर प्रवक्ता, अब धर्म के उपदेश और इसके बाद क्या करने का विचार है।
रामायण सहज सुलभ हैं. और महाभारत.. जिवन का हर एक पल कैसे होता हैं. उसपे कैसे चलना हैं बताता हैं. फिर भी वो अंतरात्मा को हमेशा झिंझोडकर कर ही रखता हैं. राम सहज तो कृष्ण पास है भी और बहोत बहोत दुर. ये कैसा हमारा माता पिता बंधु सखा मित्र हैं. जय जय श्री कृष्ण.
6:37......satkarmo ke Karan desh chunney ka awsar mile ......May God provide everyone such family, environment, people so that everyone 's voice say one thing......INDIA. May God Our leader work in this direction. Or we all work for it....for the betterment of Our Nation🇮🇳💓
आप जैसा वर्णन मैंने किसी भी कथावाचक के मुख से नही सुना,,, शब्दों पर आप जैसी पकड़, उच्चारित करने का आप जैसा सलीका,, अद्भुत है आपकी शैली और आप, हरे कृष्ण❤
उनकी वाणी को जरा ध्यान से नारायण कथा में कुमार विश्वास जी ने सभी पात्रों का नाम ऐसे लिया है जैसे वह उनके पुत्र हैं ऐसा प्रतीत हो रहा है की सभी उनके अनुज हैं
We have to see the total things n their effectiveness, not the technicalities,as to who.s who,places n other trivial things ..Kumarji should not join idiot politics,but to ba busy with making us WISE 🎉
पांडवो को रोकने वाला जयद्रथ था ,इसलीए याद रखना अपना दर्द भूल जाओ , मगर जीसके वजह से हमे दर्द,पिडा मिली है उसको मत भुलीये ,इसलीए अर्जुन ने जयद्रथ को मारा, 🙏🙏🙏🙏
कुमार विश्वास जी जब आप राजनीति में आये थे आपके घनिष्ठ मित्र केजरीवाल जी के साथ तो मुझे आपके उपर बहुत क्रोध आया था, लेकिन मैंने आपके काव्यपाठ और प्रवचनों को सुनना नहीं छोड़ा, क्योंकि आपकी प्रस्तुति और और उसे प्रस्तुत करने के अलौकिक तरीके के हम सदा ही श्रोता और दर्शक रहेंगे। आप जैसा कवि, साहित्यकार और कथावाचक सहस्रों वर्षों में एक बार जन्म लेता है, मेरा आपको प्रणाम है और भगवान से प्रार्थना है कि हम ऐसे ही आपको सुनते रहें।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bahut sundar ❤️🙏
मूर्ख मत bano
Same here
यदि आपको अगला जन्म भारत में ही लेना है तो फिर अपने अपनी बेटियों को पूरा जीवन विदेश में क्यों पढ़ाई करने भेजो
कुमार विश्वास जी की शैली में व्याख्यान और प्रवचन का समन्वय है
अंधे भक्त मत बनो
पहले ख़ुद से भगवान गीता पड़कर समझो फिर तुम् सही और ग़लत का निर्णय कर पाओगे अन्यथा ऐसे ही सेंटीमेंटल बने रह जाओगे
कलियुग में हर कोई व्यास आसन पर बैठ जाता है
श्रीकूमार विश्वास जी आपके विचारों एवं आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति भारत भूमि पर हमेशा यादगार बनीं रहगी धन्य धन्य तरी जननीं को
सौभाग्य है हमारा की भारत मे जन्म हुआ
भगवान की कथा सुनाने वाला भगवान का ही रूप होता है
भगवान आपको दीर्घायु प्रदान करें 🙏🏽🙏🏽
नमन नमन करता हूं मैं श्रीकृष्ण को। और इस कथामृत का जो हमें वृतांत सुना रहे हैं इतने सुन्दर शब्दों में कुमार विश्वास जी मैं उनको भी बारम्बार प्रणाम करता हूं। जय श्रीकृष्ण
आपके ज्ञान के आगे हम बहुत छोटे है परंतु माफी के साथ कटाक्ष करते हुए आपसे एक सुधार की गुजारिश है कि अभिमन्यु द्रौपदी के पुत्र नहीं थे बल्कि सुभद्रा के पुत्र थे और सुभद्रा ही कृष्ण को या वक्तव्य कहती है कि आपको मेरे पुत्र पर भरोसा नहीं है 🙏
Bhai ऐसा नहीं है
Bhai dhropadi Abhimanyu ko apna beta hi Manti thi wo bhi praano se bhi priy
खूप खूप छान प्रवचन अति आनंदी आनंद झाले मन.शुभेच्छा राजश्री रविकुमार विंझे
जय श्री कृष्ण 🚩 🙏
💪🔱शूरवीर योद्धाओं में अभिमन्यु का नाम सबसे ऊपर 👆 आएगा 🚩🙏
विश्वास जी आप की वाणी मै इतनी ऊर्जा है की वर्णन का अनुभव करा देते हो नतमस्तक होके आपकी चरणो मे प्रणाम 🙏
बिल्कुल सही कहा जन्म तो गोपाल के देस में ही लेना है लेकिन यहां उसके देस में गोपाल की कथाएं तो जनता खूब सुनती हैं लेकिन गोपाल की गायों का अपमान भी सबसे ज्यादा जिम्मेदार भी यही है कृपा करके इन्हे गोपाल की गायों का सम्मान भी करना बताए आपकी बाड़ी से प्रभावित होकर सायाद सुधार हो
. 8:04 .😢 8:04 🎉pp😅ñhh😅
Bilkul thik kha rahe ho
च रथ ततततततततततंतततततत तंत्र तंत्रज्ञान तंतततततततंततततततंतततततततततततततंततततततंतंततंतणछंचच😮आणि आणि ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐईऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐ ऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐऊऐइऐउऐउऐऐऐऐऐऐऐऐऐऐछऐछ्छततछतततंछ😅😮😮😮छंछ😮😮
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Vastu & Astrology: My 15-Year Journey of Disappointment | The Real Truth | Vinay Lakhotia
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@@amirbhyan8747
Vastu & Astrology: My 15-Year Journey of Disappointment | The Real Truth | Vinay Lakhotia
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Ap Kumar Vishwas ji bahut hi acha bolte hai esa lagta hai bar bar ap ko sunti rahu🙏🙏👌👌
Np
Mu je nahi pata tha ye story, aaj pata chali dil se naman he kumar ji.
डाक्टर साहब आप मन के भावों को जगाने में बहुत ही प्रवीण हैं।
Namaste You emphasize n speak quite eloquently I m from Blore non Hindi speaking but can understand the rhyme n meaning very well this commonly spoken Hindi Congrats Continue for next Hundred years ! Beautiful!!!
Jai shree krishna
आपको प्रणाम पहुचे विस्वास जी 🙏
क्या अच्छी तरह से आप कथा सुनाते हैं आप❤❤❤❤❤ जय हिन्द जय सनातन
कुमार विश्वास जी वाह भाई बहुत सुन्दर कथा आपकी कथा भी चक्रव्यूह से कम नहीं श्रोता गण कथा रूपी चक्रव्यूह मे आंनद ले रहे
दमदार आवाज डॉ कुमार विश्वास की
🎉 TV 💰111
Sahi bat hai
Aik dam sahi baat hai
कुमार विश्वास जी मुझे गर्व है,कि मेने आप के युग में जन्म लिया।
मैं आपके उपदेश व कथा वाचन, को बड़े ही धैर्य से सुनता हूं।
आप निरंतर हमें अपने बैरागी राग से, संजोए रखें।
आप की सबसे बड़ी खूबी यह है कि आप ईमानदार है।
भारत को आप जैसे लोगों की जरूरत है।जो कि सच मे सही कथा बताते हैं। यहाँ बाबाओं की जरूरत नहीं है।एक तो ये लोग अपनी बदनामी खुद करवाते हैं दूसरे भारत को भी निचले स्तर पर ले आते हैं।जय श्री राम।
क्या ये फ्री में कुछ करते है
पैसे लेके भी नहीं करते @@rjramraj.
❤
भारत को इनकी जरूरत नहीं है, इन्हें भारत की जरूरत है।
कुमार विश्वास जी कथा वाचक के रूप में सही हैं पर कहीं कहीं पर भावुकता में कुछ अंतर वालीं बात भी कर देते हैं पर हमारे धर्मशास्त्रों के जानकार लोगों द्वारा सही स्मरण करवादेते हैं जिन्हें देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता है।जैसा कि कहीं और नहीं मिलता है ।धन्यवाद ।
कुमार विश्वास जी बहुत सुंदर , भावपूर्ण , आशयघन !👏👏
कमाल है माँ सरस्वती की असीम अनुकंपा है कितना सुंदर किसी भी व्याख्यान को बतातें है ❤❤❤
बहुत ही सुंदर वृतांत हृदय को भाव विभोर करने वाला 🙏🙏 ज्ञान की गंगा सदा ऐसे ही बहते रहे🙌
Jai Ho 🙏
Sunder pravachan kumar vishwas ji
Sonu Ji bohut accha laga ye video, thank you so much
कुमार जी तुमको मिलने की बहुत प्यास है बहुत बहुत धन्यवाद
कुमार विश्वास जी आज सुबह सुबह ही यह क्लिप देखी अति सुन्दर प्रस्तुति करते हैं आप। आप का कल्याण हो ❤
कुमार जी मैं आपकी भाषा शैली एवं आपके ज्ञान का कायल हूं परंतु आप कह रहे हैं। कि मामा ने भांजे को यशस्वी होने का वरदान दिया। परंतु आप कह रहे थे कि वह तो मतस्पपृदेश को निकल चुके थे। और चक्रव्यूह की रचना बाद में हुई थी। तो फिर अभिमन्यु को कृष्ण कहां से मिल गए।। चूंकि वे अर्जुन के सारथी थे
भाईयों आशीर्वाद युद्ध शुरू होने से पहले लिया जाता है जब भी हम सभी किसी अच्छे काम के लिए जाते है तो माता पिता और गुरु जी का आशीर्वाद लेकर जाते हैं न की रास्ते से वापस आ कर लेते हैं
विश्वास जी जब अभिमन्यु चक्रव्यूह में जाने को तैयार हुआ था उस समय ना तो अर्जुन थे और ना ही कृष्ण मौजूद थे।
जय जय श्री राधे कृष्ण
महाशय! पौराणिक विषयों में श्रेष्ठतम श्री मद् महाभारत जो कि पंचम वेद के रूप में प्रतिष्ठित है इसका प्रत्येक प्रसंग और पात्र विशिष्ट हैं। इनके हर व्यवहार वक्तव्य मनन चिन्तन आचरण भाव विचार दर्शन पर्शन गति मति वृत्ति प्रवृत्ति आदि आदि सामन्य नहीं हैं। इसलिए प्रत्येक पात्र समुचित समीक्षा का प्रयास करना ही कवि का परम कर्तव्य है।कल्पनिक कवित्व कुछ समय का मनोरंजन तो हो सकता है मगर सत्य के धरातल पर प्रतिष्ठित न होने से मानवीयता को हितकारी नहीं हो सकता है। अस्तु ध्यान दीजिए ।
1-जो युधिष्ठिर धर्मपुत्र ही नहीं साक्षात धर्मराज है जिनने सम्पूर्ण जीवन में कभी असत्य भाषण नहीं किया। उनका जीते रहो का आर्शीर्वाद कभी असत्य नहीं हो सकता था।
2- जो आपने बोला कर्ण सूर्यांश है वो भी शास्त्र प्रमाणित नहीं है। क्योंकि शास्त्र निर्देश है सूर्य भक्त निवात कवच दैत्य जिसके शरीर पर एक सहस्त्र सूर्य कवच थे। साथ ही ये वरदान भी था। कि जो तेरा एक कवच काटेगा कवच कटते ही काटने वाले की मृत्यु हो जाएगी। तब देवताओं के द्वारा अजेय निवात कवच के भगवान नर नारायण दोनों ने तपस्या करते हुए 999 कवचों को जब काट दिया तो ये भयभीत हो सूर्य रथ में आ कर छुप गया। कुन्ती के सूर्यावहन पर सूर्य ने उसी को पुत्र रूप में प्रदान कर दिया। तो ये सूर्यांश कहाँ से हो गया।
3-सूर्य जो ब्रह्म विद्या के प्रथम पात्र और आदि श्रोता हैं। और प्रथम आचार्य भी वो आसुरी प्रकृति को प्राप्त कैसे हो सकते हैं। जगत प्रकाशक आदि गुरु का अंश आसुरी भाव को कैसे प्राप्त हो सकता सकता है। अप्रासंगिक है इसको शुद्धिकरण के साथ प्रस्थापित करें। और शास्त्र अवज्ञा के दोष से बचे।
जय जय श्री राधे कृष्ण
Aap kise samjhane ki koshish kar rahe han
Ye khud ko sanskritagya kahte han
Aur wanar ki vyakhya karte hue kahte han
Vishesh nar iti wanar
Chaliye koi baat nahi
Tulsi baba Ji pahle hi kah chuke han
"Pandit soi jo gaal bajaba''
मातृभूमि भारत माता की जय हो।बहुत ही सुंदर कथा ।
आपको सुनना मंत्रमुग्ध कर देता है
Wah kya baat hai Aaj Aapne sare world ka bharaman Kara diya.
कुमार जि मेरे एक बिन्ती हैकि हमारे प्रभु पशुपती नाथेके कथा कब सुनाईगे❤
आपकी वाणी में ईश्वर विराजमान है। कितना मीठा बोलते हैं आप।
जय श्री राधे कृष्णा 🚩🙏🙏
Jay Shree Ganesha Radhe Radhe
शाम होने पर सभी योद्धा अपने घर वापस चले आते थे और फिर युद्ध वही से शुरू होती जहा पर बंद हुआ था। इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने आशीर्वाद देकर भेजा अभिमन्यु को युद्ध के लिए।
Ati sundar prabachan
This is the only cause for which
Sare jha se acha e Hindustan hamara.
Aap ke katha bhaut acha laga.
कथा अच्छी कही पर आपने कहा चक्रव्यूह में घुसने से पहले मामा से आज्ञा ली(at 07:12) परंतु मामा श्री कृष्ण तो सारथी थे जो की अलवर की तरफ चले गए थे अर्जुन का रथ लेकर तो उनसे आज्ञा केसे ली व्यूह में घुसने से पहले🤔
Mama ka matlab drishtadyumna!
मूर्ख एक ही मामा था क्या और भी तो मामा है दृष्टधुम्न भी तो मामा ही है वो सेनापति था इसीलिए उसने आज्ञा दी
Apko puri jankari hai nhi sayad
Ache se suno or samjho
शायद आप भुल गये अभिमन्यु के एक मामा ओर थे जो उस समय पांडव सेना के सेना पती थे आपकी जानकारी के लिए बता दु उनका नाम द्रष्टद्युम्न था ओर हां रंण भुमि मे सारथी का आशिर्वाद नहीं लिया जाता सेनापति का आषिश ओर आज्ञा ली जाती है चाहे भगवान श्रीकृष्ण उनके मामा थे पर रंण भुमी मे केवल सारथी ही थे मामा नहीं
Very nice JAI SRI RADHEY Krishana
हरी रामकृष्ण हरी माऊली
Har Har Har Mahadev. Jai Jai Jai Shree Krishna.
बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण के साथ अत्यंत ज्ञानवर्धक.....
💐💐🙏🙏🙏🙏💐💐
भगवान् वासूदेव द्वारा महाभारत के बीच इतने महत्वपूर्ण समय पर अर्जुन को रणक्षेत्र से दूर ले जाने का प्रयोजन मन में सवाल खड़ा करता है कि आखिर ऐसा क्यों किया गया होगा..
राधे श्याम
Kumaar viswasji Ko koti koti vandan 🙏🙏👌
इसका एक अर्थ यह भी हुआ जब बच्चा मां के गर्भ में हो उस उसे धार्मिक ग्रंथों पढ़ने,सद्विचार रखना चाहिए उसका प्रभाव गर्भ शिशु पर पड़ता है लेकिन आज हो रहा है उल्टा-पुल्टा, घृणा द्वेष छल प्रपंच लालच से भरा हुआ जीवन परिणाम सामने है।
,w.3. Bangla
Mano topathar may baghwan na mano to aap samjdar hongay
वर्तमान समय में हर घर परिवार को इन सब चीजों की बहुत जरूरत है। जहां जहां धार्मिक ग्रंथो की कमी है वहां वहां व्यक्तित्व और संस्कार बहुतपीछे रह गए।
कुमार जी पूरे व्खान मे इस बात का ऊतर नही है की कृष्ण ने अभिमुनय को क्यो नही बचाया कृपया इस को पूरा अवश्य करे अगर आप comment पढते है तो❤
भाई जी चंद्रमा से commitment था 16 साल की उम्र में वापस भेजने का
आपकी कविता और अभिमन्यु के विरता को कोटि कोटि नमन करता हूं 🙏🙏 जय श्री कृष्ण जी
बहुत सुंदर। आपको सुनकर ऐसा लगता है कि हमे अपनी संस्कृति के बारे में बहुत कम जानकारी है। जय श्री कृष्णा!!
मुर्ख आदमी दुशरे को कबतक सुनते रहोगे अपने पढना सिखो
Mujhe to hai hi nhi
Bahut achcha bolte ho jo bhi kaha sach mein dil ko chhu gya dhanyavaad bharat desh jishme aap jaise log janm lete hai
हृदयस्पर्शी व्याख्यान । ❤❤
तात्पर्य यह है कि अभिमन्यु ने जब जब कृष्ण के पैर छुए..... यशस्वी होने का आशीर्वाद दिया.....
😅❤
Mama k pair chue....😮😮😮
@@puredesi9772 मां के भाई के पैर छूने में क्या गलत है?
111@@ShyamNarayanDixit-jc4yd
Lekin krashna ji to waha the nhi...wo Arjun ke sath gye..the...agar kanha the to Arjun bhi hona chahiye...aur Arjun hota to Abhimanyu ko jane nhi deta khud hi jata
Karn jaisa koi nhi ❤❤❤❤
Uska baap arjun haina😂
कुमार विश्वास जी कवि के साथ साथ प्रवचन भी करते है आज देखा
मामा श्री कृष्ण को 🙏
अतिउत्तम भाई बहुत ही बढ़िया👌👍🙏
Very nice
Pyara aadmi dr. viswash
Shandar aap jaise log hi aane chahiye
जय श्री राधा कृष्ण, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
साध लक्ष्य को उर पथ पर, नगपति सम तुम धीर धरो। निज जीवन के चक्रव्यूह में, "अभिमन्यु" जैसा वीर बनो।।
जय श्री कृष्ण 🙏
❤
Kumar ji is very good vakta and person we need this man in our politics to serve India 🇮🇳 🙏🏻
जय श्री कृष्णा ❤❤
उमा कहहू मै अनुभव अपना ,,,सत्य हरी नाम जगत सब सपना ।।
अति सुन्दर
Bah bah bahut sundar. Jai shree Krishna
जय हो कवि श्रेष्ठ
जय श्री राधे श्याम जी
अब क्या करने का विचार है?
शिक्षक बने, कविता की, फिर आम आदमी पार्टी में राजनीति, फिर न्यूज चैनल पर प्रवक्ता, अब धर्म के उपदेश और इसके बाद क्या करने का विचार है।
Multitalented
रामायण सहज सुलभ हैं.
और महाभारत.. जिवन का हर एक पल कैसे होता हैं.
उसपे कैसे चलना हैं बताता हैं.
फिर भी वो अंतरात्मा को हमेशा झिंझोडकर कर ही रखता हैं.
राम सहज तो कृष्ण पास है भी और बहोत बहोत दुर.
ये कैसा हमारा माता पिता बंधु सखा मित्र हैं.
जय जय श्री कृष्ण.
आदेश नाथ जी ❤
सुबह-सुबह की बातें हैं जो युद्ध करने जाते समय की यह बात है
जय श्रीकृष्ण
6:37......satkarmo ke Karan desh chunney ka awsar mile ......May God provide everyone such family, environment, people so that everyone 's voice say one thing......INDIA.
May God Our leader work in this direction.
Or we all work for it....for the betterment of Our Nation🇮🇳💓
आप जैसा वर्णन मैंने किसी भी कथावाचक के मुख से नही सुना,,, शब्दों पर आप जैसी पकड़, उच्चारित करने का आप जैसा सलीका,, अद्भुत है आपकी शैली और आप,
हरे कृष्ण❤
जय श्री कृष्ण
Krishna to har jagah h
Namskar Kumar biswas ji aap ka bachan sidha Dil pe lagta hai ❤
अत्यंत हृदयग्राही प्रवचन। बहुत बहुत आभार।
स्वर्ग से भी सुंदर जगह आर्यावर्त !
Jai.ho.aap.ki..❤❤❤
So different and informative, beautifully explained 😮😮 keep it up, great and awesome
उनकी वाणी को जरा ध्यान से नारायण कथा में कुमार विश्वास जी ने सभी पात्रों का नाम ऐसे लिया है जैसे वह उनके पुत्र हैं ऐसा प्रतीत हो रहा है की सभी उनके अनुज हैं
Kathavachak apne ko bhagwan ka baap smjhne lagte h
Bahut hi sunder ktha sunaie ha
Hare Krishna 🙏
Radhe Radhe 🙏
We have to see the total things n their effectiveness, not the technicalities,as to who.s who,places n other trivial things ..Kumarji should not join idiot politics,but to ba busy with making us WISE 🎉
निश्चित ही आपकी जिव्हा पर साक्षात माँ सरस्वती विराजमान रहती हैं
Aap logo ki vajah se
Very nice speaking abhimanyu entar in chakrayuh very injoying this moment
पांडवो को रोकने वाला जयद्रथ था ,इसलीए याद रखना अपना दर्द भूल जाओ , मगर जीसके वजह से हमे दर्द,पिडा मिली है उसको मत भुलीये ,इसलीए अर्जुन ने जयद्रथ को मारा, 🙏🙏🙏🙏
Jai shree Krishna
Nice
Very nice
जिसने दर्द पीड़ा दिया उसे नही भूलना चाहिए
Jai shree Krishna
Dr vishwas aap ke gle me maa sarsvti virajman h
🙏🙏bahut bahut accha 👌👌👌👌
यह सब कथाएं ठीक है कुछ समय के लिए लेकिन वास्तविक तत्व ज्ञान है उसको लाओ जीवन में
Ram ram 🙏🏻🙏🏻
बहुत ही सुन्दर कथा
Lekin Krishan to Arjun ke sath bahut dur the fir abhimanyu ko aashirwad kaise Diya
बिल्कुल सही बोले।
Jb ashirwad diye the us samay wo log apne shivir me hi the yudh bhumi me Jane hi Wale the