अगर देश के हर मुसलमानों का विचार अकबर भाई जैसे हो जाये तो जीते जी ही ये देश हिन्दुओ के लिए स्वर्ग और मुसलमानों के लिए जन्नत हो जाये सभी कवियों और आपकी कविताओं को मेरा प्रणाम
आज जब मैंने ये एपिसोड देखा तो लगा ये दुनिया का बेहतरीन प्रोग्राम है कभी कोई कवि सम्मेलन, मुशायरा जो लोगों के दिल को छू गया है इससे बढ़कर नहीं हो सकता। शैलेष लोढ़ा जी बहुत शुक्रिया।
मैं जितनी बार सुनता हूं उतनी बार रोता हूं।सच में मन की आंखों को खोल दिया इन कवियों ने।बहुत बहुत धन्यवाद शैलेश सर आपको । कोटि कोटि प्रणाम इन कवियों को।धन्य है हमारा देश जो इनको अपने घर जन्म दिया।धन्य हैं वो माएं जो अपने गर्भ से इनको पृथ्वी माता पर लाई। बहुत सुंदर।
भारत, 5000 प्राचीन देश , नेता , व्यापारी , टीवी मिडिया , श्रोता आदि --- दृष्टिविहीन से नाम कमाना चाहते हैं , उनकी अपार काबिलियत के बाद ... चांद, मंगल ग्रह और सूदूर ब्रह्माण्ड में जाने को आतुर ... किन्तु परन्तु ... तालियां खूब बज रही क्या .... क्या .... हम इस काबिल नहीं है ,या होना नहीं चाहते ... नेत्रहीनों को दृष्टि मिले ... तुरंत और आसानी से क्षमा 👋 🌍🇮🇳🙏🤔👉😡🥱 पवार
शैलेश जी आपका बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद ऐसे कवियों को प्रोत्साहित करने के लिए कवि अकबर ताज की वो लाइन, मेरी बेटी मुझे हररोज विडियो काल करती है, दिल के अंतर्मन को छू गई
बहुत खूब, आदरणीय श्री शैलेश लोढा जी,कवि सम्मलेन में तो आपको सुनता था,मगर यह रूप ,आज ,यकायक देखा,आपको बहुत-बहुत धन्यवाद व आभार भी। रमेश कुमार द्विवेदी,चंचल, सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश।
भारत, 5000 प्राचीन देश , नेता , व्यापारी , टीवी मिडिया , श्रोता आदि --- दृष्टिविहीन से नाम कमाना चाहते हैं , उनकी अपार काबिलियत के बाद ... चांद, मंगल ग्रह और सूदूर ब्रह्माण्ड में जाने को आतुर ... किन्तु परन्तु ... तालियां खूब बज रही क्या .... क्या .... हम इस काबिल नहीं है ,या होना नहीं चाहते ... नेत्रहीनों को दृष्टि मिले ... तुरंत और आसानी से क्षमा 👋 🌍🇮🇳🙏🤔👉😡🥱 पवार
Wah bhai wah sheleshji aaj hi dekha ye program bahut hi sunder h n sunder vichar h ji behan dilkash h aankhobwalo ko tobdekhate hi h but ye to bin.aNkho walo ke man aatma ko dekha.......
मैं कहीं व्यस्त हो रहा था कि अचानक ये वीडियो यूही देखने लगा, और बस फिर पहली शायरी सुनते ही काम को एक साइड में किया और एक घण्टे का ये पूरा एपिसोड देखने को मजबूर हो गया❤❤❤ सच में आनन्द आ गया वाह भई वाह👏👏👌
अंत॔मन के दद॔ को शबदों में पिरोकार ---सुनाने वाले इन कवियों नें ---दिल में कसक ,मन में टीस ,और आंखों में आंसू भर दिया । दावे के साथ कह सकता हूं कि ,ऐसा श्रोताओं /दश॔कों का लगाव और इजजत आज तक देखने -सुनने को नहीं मिला है।
वाह -वाह कया बात है । मैंनें बहुतों को देखा व सुना है ,लेकिन कोई भी इतनी गहराई तक नहीं पहुंचा कि ---वह आंखों को छलका दे । इनलोगों का गायन शैली ,शबद -संयोजन सबके सब सीधे दिल को छू गया और मन ने कहा कि ,काश कुछ देर और सुन पाते । इनको प्रभु ने विशेष प्रतिभा दिया है । इनको दुनियां के सामने लाने के लिए ,चैनल व शैलेश जी को बहुत बधाई ।
शैलेश भाई आपने कविता और शाइरी की जो त्रिवेणी प्रवाहित की है , उसकी प्रशंसा के लिए मुझे शाब्दिक दुर्भिक्ष का सामना करना पड़ रहा है । शब्द निर्झर बह गया है । अश्रु सागर रह गया है । धन्य हैं ये तीनों काव्य विभूतियां जिनके एकसाथ होने से काव्य कुम्भ सज गया है । इन तीनों के काव्य पाठ पर सजल आंखें ही प्रतिक्रिया दे रही हैं ।
आदरणीय शैलेश सर, इन कवियों को सुनकर मन प्रफुल्लित हो गया। आंखो से अंशु यूं ही नहीं निकलते कुछ तो दर्द था इन कवियों की आवाज में। आपको और इन कवियों को कोटि कोटि नमन।
शैलेश सर आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🎉 आपने ऐसे प्रतिभाशाली प्रज्ञा चक्षु कवियों को अपने मंच से दुनियाभर को अतिसुंदर रचनाएं सुनाने के लिए प्रस्तुत किया । ये नेत्रहीन या अंधे नहीं है बल्कि ये तो प्रज्ञा चक्षु हैं।
ऐसा कवि सम्मेलन नही देखा। सच मे आंखें नम हो गयीं। शैलेश जी को बधाई शुभकामनाएं कि वो इतने बेहतरीन कवि-शायरों को देश के सामने लाये। 'वाह भाई वाह' की पूरी टीम को प्यार बधाई शुभकामनाएं 💐 नागेश खरे बाँदा (उत्तर प्रदेश)
ऐसे नेत्रहीन महान विभूति की कविताओं को सुना और अपने जीवन में ऐसी कविताएं नही सुनी जितनी तारीफ कि जाए वह कम है। सादर नमन ईश्वर सब को कुछ न कुछ हुनर जरूर देता है
बहुत ही सुंदर संयोजन लोढ़ा सर को बहुत बहुत शुभकामनाये। दोनों कवि और 1 कवयित्री ने पूरा शमां बांध दिया।तीनो अद्भुत प्रतिभा के धनी हैं।हमेशा स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें।❤
ऐसा प्रोग्राम आज तक ना ही सुना और ना ही देखा है।तीनो कवियों ने आज एक कट्टर अनुशासित फौजी आदमी को एकेले को बंद कमरे में एक घंटे के लिए रूलाए रखा। बहुत बहुत धन्यवाद और आभार भाई शैलेश जी लोढा।
अति सुन्दर कोई नेत्रहीन दृष्टिहीन व्यक्ति ऐसी अद्भुत कविता लिख ही नहीं सकता मैं तो इन्हें नेत्रहीन नहीं मानता इनके पास एक अद्भुत दृष्टि है जो इस लौकिक जगत से भिन्न है ❤❤
शैलेश जी आप महान है आपने जिस तरह से इन नेत्रहीन भाइयों की प्रतिभा को पहचाना है और उन्हें मंच पर आने का अवसर दिया है आप बधाई के पात्र हैं । इन तीनों को साथ-साथ आपको भी कोटि-कोटि नमन।
कवि संगम राम वन गमन काव्ययात्रा में अयोध्या के कार्यक्रम में जतिन को मंच तक ले जाने में हमने सुख का अनुभव किया।आदरणीया पूनम जी ने परिचय देते हुए सहयोग करने को कहा।आज वह भाई वाह में देख कर मन गदगद है।जय जय हो
मेरे पास शब्द नहीं है 👌🏻इतने अच्छे कवियों के कविता पर, ये कविता नहीं हृदय है इन महान कवियों के 🙏🙏👍🏻👍🏻💐💐💐💐❤️❤️❤️❤️ मेरी दृष्टि में इससे बढ़कर कोई कविता नहीं इससे बढ़कर कवि नहीं, इससे अधिक प्रेरणादायक सूत्र नहीं
Dekhiye "Waah Bhai Waah - Full Episodes" Here - ruclips.net/video/flFcYgHMXiw/видео.html
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@@rajeshanchornirmali502🌅
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Sailash sir pls mere papa ko bulana kyunki vo bhi anchoring karthe hai
अकबर ताज खंडवा तुम्हें सलाम करता है वाह! वाह! क्या बात है🎉
अगर देश के हर मुसलमानों का विचार अकबर भाई जैसे हो जाये तो जीते जी ही ये देश हिन्दुओ के लिए स्वर्ग और मुसलमानों के लिए जन्नत हो जाये सभी कवियों और आपकी कविताओं को मेरा प्रणाम
Ye vichar to sbhi ke h magr netao ko ache nhi lagte kyo ki en ko to Hindu Muslim karne se hi vot melte h
Sab Muslim bhaee aise hi hote hai bhaee bas aap ka najariya alag hai
ACHHA ADAMI ACHHA HI HOTA HAI KOII HINDU MUSLIM NAHI HOTA
LOVE YOU BROTHER
.k 10:58
Right sir
खाक एक जैसे होते है फर्जी की बात मत करो भाई
सच में आंसू रुके ही नही 😢 कुछ पंक्तियां रोंगटे खड़े कर दिए थे 🙏 अदभुत कलाकार है . नमन 🙏🙏
Trueeee bhai...anshu nikl gaye...n goosebumps...1st time aise feel hua
सैलेश जी आपने इन नेत्रहीनों को मंच पर लाकर हम बंद आंख वालों के नेत्र ही खोल कर रख दिए, वाह भाई वाह!!👌👌🙏🙏
👏👏👏👌👌👌👍👍👍🙏🙏🙏❤️❤️❤️
Sir aap ne bahut achha likha hai
@@AnishkiranashopHindi vetty jp A.
Sailesh sir very very thanks
⁶⁷
पहली बार इतनी खूबसूरत गजलों का सिलसिला सुना हैं। मन तृप्त हो गया है इन नेत्रहीन कवियों को सुन कर। इनके चरणों में मेरा नमन है।
Issuer ka diya vardan hai ye net netrahin vibhutiya inhey jugar karane ka sraya aap ko Jatahai aap ko koti koti dhanyabad
13:00 13:01 🎉🎉 13:06
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@anuragpandey9535 yggghyy😅y?yy?yyu
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सच ही कहा इस से बेहतर एपिसोड कुछ हो नहीं सकता.....
कमाल के कवि है ,बहुत प्यारी अभिव्यक्ति तीनो कवियों की सादर प्रणाम
गजब गजब गजब। आंख भले न हो लेकिन ऐसी गजल शायरी की रोशनी अच्छे अच्छों के पास नहीं।। बेहतरीन शायर भी पानी मांग लेंगे।
दिल की आवाज से उठी कलम और बने शब्दो का बगीचा बन गए और बन गए निराश लोगों के लिए आईने ।।
आज जब मैंने ये एपिसोड देखा तो लगा ये दुनिया का बेहतरीन प्रोग्राम है कभी कोई कवि सम्मेलन, मुशायरा जो लोगों के दिल को छू गया है इससे बढ़कर नहीं हो सकता। शैलेष लोढ़ा जी बहुत शुक्रिया।
मैं जितनी बार सुनता हूं उतनी बार रोता हूं।सच में मन की आंखों को खोल दिया इन कवियों ने।बहुत बहुत धन्यवाद शैलेश सर आपको । कोटि कोटि प्रणाम इन कवियों को।धन्य है हमारा देश जो इनको अपने घर जन्म दिया।धन्य हैं वो माएं जो अपने गर्भ से इनको पृथ्वी माता पर लाई। बहुत सुंदर।
वाह भई वाह की माला में ये एपिसोड कोहिनूर है
इसि-लिये आप और आपकी टीम दुनिया में मशहूर है ❤🎉🎉🎉🎉🙏
आज पूरे विश्व का न. 1 कवि सम्मेलन सुना।
Sir आपको दिल से जय हिन्द🙏👍❤️🌹
भारत, 5000 प्राचीन देश ,
नेता , व्यापारी , टीवी मिडिया , श्रोता आदि ---
दृष्टिविहीन से नाम कमाना चाहते हैं , उनकी अपार काबिलियत के बाद ...
चांद, मंगल ग्रह और सूदूर ब्रह्माण्ड में जाने को आतुर ...
किन्तु परन्तु ...
तालियां खूब बज रही
क्या .... क्या ....
हम इस काबिल नहीं है ,या होना नहीं चाहते ...
नेत्रहीनों को दृष्टि मिले ... तुरंत और आसानी से
क्षमा 👋
🌍🇮🇳🙏🤔👉😡🥱
पवार
Sach me sahi kaha
Nice program ❤❤😂😂
आदरणीय शैलेश जी जय जिनेन्द्र🙏 अदभुत अविस्मरणीय योगदान रहा इस कवि सम्मेलन का
मै भाग्यशाली हूँ जो इतनी बढ़िया कविता सुनने को मिला।
आज का एपिसोड बहुत खूबसूरत था मेरे आँसू नही रुक रहे थे अल्लाह आपको सदा खुश रखे
शैलेश जी आपका बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद ऐसे कवियों को प्रोत्साहित करने के लिए
कवि अकबर ताज की वो लाइन, मेरी बेटी मुझे हररोज विडियो काल करती है, दिल के अंतर्मन को छू गई
शैलेष जी, आपके इस प्रोग्राम के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
और हमारे तीनों कवियों को दिल से धन्यवाद और शुभकामनाएँ. भगवान इन्हें इसी तरह खुश रखें.
😊
😊
/
बहुत खूब, आदरणीय श्री शैलेश लोढा जी,कवि सम्मलेन में तो आपको सुनता था,मगर यह रूप ,आज ,यकायक देखा,आपको बहुत-बहुत धन्यवाद व आभार भी।
रमेश कुमार द्विवेदी,चंचल, सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश।
इतना खूबसूरत सही में दिल को छूने वाला प्रोग्राम है।
आंख होकर भी हम चल नहीं पाए।
मुझे गर्व है राम पर जो बंद आंखें राह दिखाए ।
नि:शब्द हूँ मैं!
मैं खुद अपने आंसुओं को रोक नहीं सकी।
आदरणीय शैलेश सर को बहुत-बहुत बधाई!
आपको मेरा दण्डवत चरण स्पर्श आदरणीय सैलेश भाईसाहब मैं कृतज्ञ हो गया ये कविता सुनकर मेरी बेटी मुझे रोज़ वीडियो काल करती है
कमाल का मंच तैयार किया है
शैलेश लोढ़ा जी ने
सैल्यूट दिल से
वाह बहुत सुंदर प्रस्तुति...शैलेश सर जी आपके प्रयास को नमन ...भारत के कोने कोने से प्रतिभाओं को ढूंढ कर उन्हे पहचान दिलाने के लिए...💐💐💐🙏🏻🥲
😊 se XD XD XD no no uh Becca😂
Wah bhai wah
भारत, 5000 प्राचीन देश ,
नेता , व्यापारी , टीवी मिडिया , श्रोता आदि ---
दृष्टिविहीन से नाम कमाना चाहते हैं , उनकी अपार काबिलियत के बाद ...
चांद, मंगल ग्रह और सूदूर ब्रह्माण्ड में जाने को आतुर ...
किन्तु परन्तु ...
तालियां खूब बज रही
क्या .... क्या ....
हम इस काबिल नहीं है ,या होना नहीं चाहते ...
नेत्रहीनों को दृष्टि मिले ... तुरंत और आसानी से
क्षमा 👋
🌍🇮🇳🙏🤔👉😡🥱
पवार
इस एपिसोड के लिए आदरणीय शैलेष भैया, टीम वाह भाई वाह एवं शेमारू टीवी का बेहद आभार 🙏❣️🙏
Wah bhai wah sheleshji aaj hi dekha ye program bahut hi sunder h n sunder vichar h ji behan dilkash h aankhobwalo ko tobdekhate hi h but ye to bin.aNkho walo ke man aatma ko dekha.......
मैं कहीं व्यस्त हो रहा था कि अचानक ये वीडियो यूही देखने लगा,
और बस फिर पहली शायरी सुनते ही काम को एक साइड में किया और एक घण्टे का ये पूरा एपिसोड देखने को मजबूर हो गया❤❤❤
सच में आनन्द आ गया वाह भई वाह👏👏👌
Just like me
इन्हे सुनकर आंखो में आंसू नहीं रोक सका सर आपने ये कमाल कर दिया इन्हे मंच देकर इनकी भी दुआए ले ली आपने
0 🙏0 👍
बहुत ही शानदार आंख में आंसू आ गए
सुपर से भी ऊपर कहूं तो भी कम होगा,शैलेश जी बहुत बहुत साधुवाद आपको, नमन आपकी प्रेरणा श्रोत कलाकृति को
Kya baat hai sir apne to rula hi diya love you sir 😢❤❤
जब अकबर साहब ने पढ़ना शुरू किया तो आंसू रुक नही पाए।
तीनों लोग महान है बहुत अच्छा सुनाया सबने अल्लाह पाक सबको सलामत रखें❤️
अंत॔मन के दद॔ को शबदों में पिरोकार ---सुनाने वाले इन कवियों नें ---दिल में कसक ,मन में टीस ,और आंखों में आंसू भर दिया । दावे के साथ कह सकता हूं कि ,ऐसा श्रोताओं /दश॔कों का लगाव और इजजत आज तक देखने -सुनने को नहीं मिला है।
आरिफा जी को कई बार सामने बैठ कर सुनने का मौका मिला। पुनः सुनवाते के लिए शैलेश जी को धन्यवाद।
Mujhe bhi me to ghar me raha hu unke ❤❤❤
रुला देने वालो को भी बार बार देखने को दिल करता है । आदरणीय शैलेष सर जी को शुभकामनाएं ।
Wah bhai wah
Jeewan ka behtreen episode
Thank God
वाह -वाह कया बात है । मैंनें बहुतों को देखा व सुना है ,लेकिन कोई भी इतनी गहराई तक नहीं पहुंचा कि ---वह आंखों को छलका दे । इनलोगों का गायन शैली ,शबद -संयोजन सबके सब सीधे दिल को छू गया और मन ने कहा कि ,काश कुछ देर और सुन पाते । इनको प्रभु ने विशेष प्रतिभा दिया है । इनको दुनियां के सामने लाने के लिए ,चैनल व शैलेश जी को बहुत बधाई ।
शैलेश भाई बहुत दिनों से मैं चुप था पर आज मैं लगातार रोता ही रहा, क्या खूब भाई बहनों को सुनवाया है आपने, बहुत बहुत धन्यवाद
आंख वाले कवियों से ज्यादा अच्छा इन कवियों के नगमों ने दिल जीत लिया।वाह वाह। शैलेश जी को कोटिशः साधुवाद।
वह भाई वह नेत्रहीन कवि ने जो पंक्तियां पेश की है लाजवाब है
बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं वाह भाई वाह के शो को जो ऐसी प्रतिभा को लेकर आता है
नमन ऐसे कवियों के चरणों में ❤❤
शैलेश जी का आभार 🙏🙏
शैलेश भाई आपने कविता और शाइरी की जो त्रिवेणी प्रवाहित की है , उसकी प्रशंसा के लिए मुझे शाब्दिक दुर्भिक्ष का सामना करना पड़ रहा है । शब्द निर्झर बह गया है । अश्रु सागर रह गया है । धन्य हैं ये तीनों काव्य विभूतियां जिनके एकसाथ होने से काव्य कुम्भ सज गया है । इन तीनों के काव्य पाठ पर सजल आंखें ही प्रतिक्रिया दे रही हैं ।
बहुत सुंदर कवि सम्मेलन❤आंखें भर आयी❤😘
आज का एपिसोड वाकई में बहुत खास है सारे कवियों को शुभकामनाएं साथ ही शैलेष जी आपको भी सादर साधुवाद ।।
इतना इमोशनल काव्य हमने आज जिंदगी में पहली बार सुना
मैंने कई एपीसोड देखा हूं कई प्रोग्राम के लेकिन इतना सुकून आज तक नहीं मिला बहुत बहुत धन्यवाद शैलेश जी
कोई शब्द नही ऐसी विभूतियों के लिए... लाख कोशिशों के बावजूद आँसू नही रुके...🎉🎉
हे भगवान ए खुदा तू है और ऐसे इंसानों में ह यह विश्वास आज और पक्का हो गया
कवि सम्मेलन हो तो ऐसा,,,,,, बहुत ही उत्कृष्ट कार्यक्रम शैलेश जी,,,,,ये कार्यक्रम सदा चलता रहे,,,
आदरणीय शैलेश सर, इन कवियों को सुनकर मन प्रफुल्लित हो गया। आंखो से अंशु यूं ही नहीं निकलते कुछ तो दर्द था इन कवियों की आवाज में। आपको और इन कवियों को कोटि कोटि नमन।
बहुत बेहतरीन ❤
शब्द नही है आपकी तारीफ के लिए 🙏
सारी लाइन बेहतरीन है 😊
वाह भई वाह बहुत अधिक पसंद आया कार्यक्रम
लाख कोशिश करने के बाद भी आंसू रोक नही पाया आपका बहुत बहुत धन्यवाद शैलेश सर
आज मुझे थोड़ा टेंशन था.. दुबारा ये गीत सून कर थोड़ा साहस मिला...
एक प्राथना करूंगा ऐसे एपिसोड और लाए 🙏🙏🙏
सच में लाजवाब है । अद्भुत है ।आपने मंच देकर अद्वितीय कार्य किया है ।कोटि कोटि धन्यवाद
बहुत ही शानदार और , कबीले तारीफ है इनकी कविताएं , ,,,, इन सबके चरणों में मेरा नमन!!!!👍🏻👍🏻🙏🙏
जीवन का सबसे मशहूर कविता पहली बार सुना है इन कलाकारों को कोटि कोटि धन्यवाद🙏💕
Respect for these legend ❤❤❤
शायद ही कोई होगा जो इनकी भावनाओं को सुनके अपने आशू रोक पाए। धन्य है ये लोग
Ni shabd hun Shailesh ji en logon ko manch dekar aapne sbka dil jeet liya.
शैलेश सर आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🎉 आपने ऐसे प्रतिभाशाली प्रज्ञा चक्षु कवियों को अपने मंच से दुनियाभर को अतिसुंदर रचनाएं सुनाने के लिए प्रस्तुत किया । ये नेत्रहीन या अंधे नहीं है बल्कि ये तो प्रज्ञा चक्षु हैं।
ऐसा कवि सम्मेलन नही देखा। सच मे आंखें नम हो गयीं। शैलेश जी को बधाई शुभकामनाएं कि वो इतने बेहतरीन कवि-शायरों को देश के सामने लाये।
'वाह भाई वाह' की पूरी टीम को प्यार बधाई शुभकामनाएं 💐
नागेश खरे
बाँदा (उत्तर प्रदेश)
दृष्टि नहीं तो क्या,दृष्टिकोण बहुत लाजवाब है,वाकई में अद्भुत प्रोग्राम,यह प्रोग्राम अनमोल धरोहर है... 👌🙏
ऐसे नेत्रहीन महान विभूति की कविताओं को सुना और अपने जीवन में ऐसी कविताएं नही सुनी जितनी तारीफ कि जाए वह कम है।
सादर नमन ईश्वर सब को कुछ न कुछ हुनर जरूर देता है
सर इन लोगों ने आज बहुत रूला दिया अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पायी क्या बेटी के प्यार को आपने लोगों तक पहुंचाया है 😊😊😊❤❤❤❤❤❤❤❤
ये कवि सम्मेलन कितना सुंदर हुआ है आप इस बात से ही अंदाजा लगा सकते है की मै इसे कई बार देख चुका हु फिर भी मेरा मन नही भरता 🙏🙏
वाह भाई वाह 👌👌
अकबर ताज की शानदार कविता.... बधाई... बधाई.... बधाई
वाह भाई का कार्यक्रम बहुत बढ़िया शैलेश जी तीनों को कवियों ने बहुत बढ़िया प्रस्तुति दी आंख नम हो गई
क्या बात है सर आंखे नम हो गईं,,,
आप जैसा इंशान कोई नहीं है 👌👌👌🙏🙏🙏
बहुत ही सुंदर संयोजन लोढ़ा सर को बहुत बहुत शुभकामनाये। दोनों कवि और 1 कवयित्री ने पूरा शमां बांध दिया।तीनो अद्भुत प्रतिभा के धनी हैं।हमेशा स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें।❤
आवश्यकता ही नही मुझे नेत्र की
मै अपने राम की उंगली पकड के चलता हूं ❤️
शैलेश जी आपका दिल से बहुत बहुत धन्यवाद आप महान है जो ऐसे ऐसे कवियों को लाते है आपके लिए मेरे पास शब्द नही है
🎉wah wah keya baat hay❤ye aap ke unche sonch ka sama bandha hY aur aap ne jatin ka haque dila dia❤lov you lodha ji Ishwar aap ko ishka azre phL dega
ये वाला एपिसोड कसम से कई बार सुना और हर बार नया लगता है।
वाह भई वाह👏
बहुत बहुत बधाई जतिन बेटा।बधाइयां।शुभकामनाएं
ऐसा प्रोग्राम आज तक ना ही सुना और ना ही देखा है।तीनो कवियों ने आज एक कट्टर अनुशासित फौजी आदमी को एकेले को बंद कमरे में एक घंटे के लिए रूलाए रखा। बहुत बहुत धन्यवाद और आभार भाई शैलेश जी लोढा।
शैलेश जी यें आप का सबसे बहेतरीन एपिसोड मेसे एक एपिसोड है आप ने दुनिया का सबसे बेहतरीन कविसम्मलेन सुनाया है 👌👌👌👌👌👌👌
अद्भुत, आंखों से बरबस ही आंसू निकल ही पड़े। इन कवियों को नमन।
अति सुन्दर
कोई नेत्रहीन दृष्टिहीन व्यक्ति ऐसी अद्भुत कविता लिख ही नहीं सकता
मैं तो इन्हें नेत्रहीन नहीं मानता इनके पास एक अद्भुत दृष्टि है जो इस लौकिक जगत से भिन्न है
❤❤
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
मुक्तक सुनकर मन तृप्त हो।गया सर जी
अब तक का सबसे अच्छा कवि सम्मेलन
नेत्रहीन कवियों को मेरा प्रणाम
शैलेश जी आप महान है आपने जिस तरह से इन नेत्रहीन भाइयों की प्रतिभा को पहचाना है और उन्हें मंच पर आने का अवसर दिया है आप बधाई के पात्र हैं । इन तीनों को साथ-साथ आपको भी कोटि-कोटि नमन।
❤❤❤❤😊❤❤
शैलेश सर का बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
एक एक शब्द में कितनी सत्यता है मेरे भाई दिल से आप तीनों को सैल्यूट करता हूं
मंडल जी के भाव मुक्तक सुनकर विश्वास है कि भारत में कविता का भविष्य उज्जवल है ।
❤❤
Jaime bhavnaye nhi vo insan nhi.aur Jisme bhavnaye h vo apne aansu rok nhi paya hoga. Thanks.wah Bhai wah.
कवि संगम राम वन गमन काव्ययात्रा में अयोध्या के कार्यक्रम में जतिन को मंच तक ले जाने में हमने सुख का अनुभव किया।आदरणीया पूनम जी ने परिचय देते हुए सहयोग करने को कहा।आज वह भाई वाह में देख कर मन गदगद है।जय जय हो
शैलेश जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
इन महान कवियों को बुलाने के लिए। हमें सुनने का अवसर दिया है, भावुक कर दिया सभी ने,😢😢
Akbar miya ne❤ जीत लिया
ऐसा कार्यक्रम न भूतो न भविष्यामि।❤❤❤❤❤❤
हृदय से सलाम करता हूं कविताओं को
बेहतरीन और भावुक प्रस्तुति...
तीनों महान विभूतियों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है
🎉❤ दृष्टिहीन कवि की कविताएं सुनकर आंखों में आसूं आ गये। आप बहुत आगे जाओगे।
मन से अनन्त बधाइयां
आप ने महान कला का सम्मान दिया।
ओर खुली ओर आँखों वालो को हकीकत का आईना दिखाया।
साधुवाद👍
अति भाभुक ❤
जीवन में कवि सम्मेलन बहुत देखें है सुने हैं पर इस पूरे एपिसोड में मेरी आंखो से आंसू नहीं रुके है।नमन मेरा तीनों कवियों को।
Ham khud.Netr.honekebaujud.bhi.Netrahin.Hai.unheto.Rahane.undarki.Aakh.di.hai
मेरे पास शब्द नहीं है 👌🏻इतने अच्छे कवियों के कविता पर, ये कविता नहीं हृदय है इन महान कवियों के 🙏🙏👍🏻👍🏻💐💐💐💐❤️❤️❤️❤️
मेरी दृष्टि में इससे बढ़कर कोई कविता नहीं इससे बढ़कर कवि नहीं, इससे अधिक प्रेरणादायक सूत्र नहीं
अजीब एपिसोड है .अद्भूत
शैलेश् जी आपके इस प्रयास को ह्र्दय से धन्यवाद जो इन अनुठे कलाकारो को सुनने का मोका मिला
अकबर ताज आपके लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं ❤
मेरे पास शब्द नही हैं कुछ बोलने का shandar लाजबाब ये ही मेरा भारत है