हमरे जुगानी काका || भाग 3 - हम फ़िराक़ के देखले बानी ||Ep. 50 || BATKAHI || GORAKHPURIYA BHOJPURIA

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Комментарии • 7

  • @viveksrivastava7903
    @viveksrivastava7903 3 месяца назад +1

    बहुत धन्यवाद बा यह जानकारी मिलल

  • @ritamishra6381
    @ritamishra6381 3 месяца назад +1

    🙏🙏🙏🙏बहुत सुन्दर जानकारी

  • @dineshkumarpandey4149
    @dineshkumarpandey4149 3 месяца назад +1

    बहुत सुन्दर जानकारी मिलल

  • @chandradeo6031
    @chandradeo6031 3 месяца назад +1

    बड़ा ही सुखद लगता है कि आदरणीय जुगानी काका उम्र को मात देते हुए अपनी स्मृतियों संजोए हुए इतिहास को अपने आगे की कई पीढ़ियों तक भोजपुरी भाषी लोगो के बीच सुनाते रहेंगे,हमारी शुभकामना है।

  • @drakpandey7024
    @drakpandey7024 3 месяца назад +1

    बड़ा नीक बतकही सुने के मिलल।

  • @anjanitiwary1319
    @anjanitiwary1319 3 месяца назад

    बहुत ही सुन्दर जानकारी मिली फ़िराख़ गोरखपुरी जी के विषय में काका जी द्वारा।। इसे फिर दुबारा सुनूंगा। बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ।

  • @हृदयानंदमिश्र
    @हृदयानंदमिश्र 3 месяца назад +1

    जुगानी भाई से बोल देम की hridyanand mishra चोखा जी प्रणाम बोलत बानी बहुत समय हमने के एक साथ देश हमार आकाशवाणी पर कार्यक्रम करलें बानी जा🙏