जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है. जबकि जैनो ने अपनी उदारता और विवाद होने के डर से आधे से ज्यादा जैन संस्कृति को ताक पर रख दिया
"आपकी सराहना के लिए धन्यवाद। सुधा सागर जी के बहादुर उत्तराधिकारी भूमिका का सम्मान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जैन धर्म में जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है और सुधा सागर जी ने इस काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे समाज के लिए महत्वपूर्ण संदेश लेकर आए हैं। जैन संस्कृति को संरक्षित रखने और समाज को समृद्ध बनाने के लिए उनके योगदान की सराहना की जानी चाहिए। 🙏"
- कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟 - उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫 - उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚 - पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏 - आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️ - नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜 - आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️ - जिनधर्म और महावीर स्वामी के मार्ग को जयवंत रखने के लिए श्रमणों द्वारा ऐसे विध्वंसक मिथ्या मतों का खण्डन होना ही चाहिए 🌼 - ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️ - ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴 - कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️ - अभी भी देर नहीं हुई, सम्यक्त्व का मार्ग पकड़ो। 🌈
तीर्थंकरो जैसी साक्षात प्रतिमूर्ति भगवान स्वरूप आचार्य श्री तो आगम विरूद्ध बोलने वालो की मखमली पिटाई करते थे। पूज्य सुधा सागर जी महामुनिराज तो सम्यकत्व का सीधा विस्फोट कर देते है🙏🙏 अहो भाग्य मेरे मुझे सच्चे देव शास्त्र और गुरु का समागम मिला 🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️
सच्चे देव शास्त्र और गुरु कैसे होते हैं ये आज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने अपने सभी मुनियों साधुओं और अपने सभी भक्तों को सच्चे मार्ग पर चलकर बतला दिया है आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का ये पूरा संघ पंचमकाल के अन्त तक चलता रहेगा आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज और उनके संघ के सभी मुनियों को नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु कोटिशः नमोस्तु अनंतानंत बार नमोस्तु
"आपकी टिप्पणी ने मुझे अविश्वसनीय प्रेरणा प्रदान की है। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज और उनके संघ की विचारधारा न केवल धार्मिकता के क्षेत्र में बल्कि जीवन के हर पहलू में सत्य, प्रेम और समर्पण की प्रेरणा देती है। इस आध्यात्मिक यात्रा में आपकी संगठनशीलता और समर्थन का अमूल्य योगदान है। आपकी मार्गदर्शन हमें हमेशा सच्चाई और नेतृत्व की ओर अग्रसर करते रहेंगे। इस महत्वपूर्ण संदेश को साझा करने के लिए आपका ह्रदय से आभार। आपके इस विशेष संदेश के लिए मैं हृदय से आभारी हूं। नमस्ते। 🙏"
आज सच्चे गुरु की पहचान करने में श्रावकों को कठिनाई हो रही है 🙏 आगम की बात बहुत-बहुत पीछे छूट गई है 🙏 सच्चाई बताने वाले बिरले है। समाज को जागरूक होना होगा। जयन् जयतु शासनम् 🌹
आपकी टिप्पणी को समझा गया है। सच्चे गुरु की पहचान करना समय-समय पर कठिन हो सकता है, परंतु यह साधन और श्रद्धांजलि के साथ संभव है। आगम की समझ और सच्चाई का प्रचार महत्वपूर्ण है, और इसमें आपका सहयोग भी महत्वपूर्ण है। आगम की शिक्षाओं को अपनाकर, समाज को सच्चाई की ओर मार्गदर्शन करना हम सभी का कर्तव्य है। 🙏🏽🌟
सुधा सागर महाराज जी को मेरा कोटि कोटि नमोस्तु नमोस्तु 🙏🏿🙏🏿 बहुत सही जानकारी दी है भगवान स्वरूप निर्यापक आचार्य श्री सुधा सागर महाराज जी हमेशा आगम सम्मत बात कहते हैं और चर्या करते हैं इसलिए कुछ गलत लोगों को बुरा लगे और वो वेशर्म होकर दिगम्बर मुनि के बारे में पागलों की तरह गलत लिखते हैं फिर भी भगवान स्वरूप सुधा सागर महाराज जी डरते नहीं है किसी की परवाह नहीं करते हैं आगम सम्मत ही बात कहते हैं वो बात दूसरी है सच्चाई कड़वी होती है धन्य हैं ऐसे भाव लिंगी दिगम्बर मुनि को मेरा कोटि कोटि नमोस्तु नमोस्तु महाराज
धन्य हैं मेरे आचार्य भगवन् श्री विद्यासागर महा मुनिराज जी, जिन्होंने अनेक अनमोल हीरे देकर हमारा मिथ्यापन दूर कर दिया है। महाराज श्री जी हर समय कहते हैं कि अपने बुरे कर्मों को छोड़ दो, आपका जीवन सांसारिक एवं आध्यात्मिक रुप से अच्छा बन जायेगा। मिथ्या दृष्टि अपनी दुकान चलायें, हमें माल खरीदना नहीं है। सच्चे देव शास्त्र गुरु की पहचान करना है, कोई ठग नहीं पायेगा। जैसे बुन्देलखण्ड के लोगों को। सभी को जयजिनेन्द्र
"धन्यवाद आपके प्रेरणादायक शब्दों के लिए! मैं भगवान श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के उपदेशों को स्वीकार करता हूँ। हमें सच्चे गुरु की पहचान करने का संकल्प हमेशा बना रहना चाहिए। जयजिनेन्द्र!" 🙏🏻
कही का मिथ्यापन दूर किया है सुधा सागर जी जो करे वह सत्य हे उनके यहां सभी मूर्तियो पर एक साथ मूर्तियो पर आधी रात में अभिषेक हो जाता हे दूसरे के यहां हो जायेगा तो मिथ्या दृष्टि हो जाता हे गजब हे
असलियत यह है कि श्रावको मे इतना ज्ञान नही है की मिथ्यात्त्व से दूर रहें। अपने कर्म तो भुगतना ही है पारसनाथ आदिनाथ महावीर भगवान ने सभी ने अपने कर्मो को भुगता है। हा भगवान की भक्ति मैं इतनी शक्ति है की कर्मों कि निर्जरा होती है और कर्म उदय के समय मंदता आती है पर भुगतना तो है। ये में नही जिनवाणी कहती है। तो हम में इतनी समझ हो की मिथ्या बातो से दूर रहे।
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। श्रावकों का ज्ञान बढ़ाना और मिथ्यात्व से दूर रहना हम सभी की जिम्मेदारी है। कर्मों का नतीजा भुगतना ही हमारी प्रारब्ध है, लेकिन भगवान की भक्ति से हम कर्मों की निर्जरा करते हैं। यह समझ में आया है कि जिनवाणी हमें मिथ्या बातों से दूर रहने की सीख देती है। आपकी विचारधारा का सम्मान करते हुए, हमें इसे साझा करने के लिए आभारी हैं. 🙏🌟
Mere pranamsagar tumko lakho pranam namostu Aachrshree Ek sadhu hoker dusare sadhu ki ninda karna vahi mithyadrishti hote he Pravachan me hum sunte he ki sadhu ninda nahi karni chahiye to ye kya he?
सत्य कहा गया है। मुनि महाराज को आगम सम्मत बोलना चाहिए, उन्हें गलत बोलकर आगम का अवर्णवाद नहीं करना चाहिए। ऐसे मुनियों को समाज में स्थान नहीं मिलना चाहिए। जिनशासन सदा जयवंत रहे। 🙏🏽
आज वर्तमान मे किसी को भी सम्यक् दशॅन नही दिखता आत्मा अनुभूति किसी को भी नही दिखाई देती हैं। पर दवयोन से प्रति जो तो संसार अबोध ताको फल गति चार मे भ्रमण कहो सुरत शोध ।
हर व्यक्ति णमोकार का जाप भक्तामरका पाठ करें ताकि विद्यासागर जी स्वस्थहो जाए ऐसा कहने वालासम्यक दृष्टि पति पत्नी के झगड़ा हो और वह भक्तामर का पाठकरें तो झगड़ाबंद हो जाए ऐसा कहने वालामिथ्या दृष्टि यहकहां का न्याय मैं ताजमहल देखने जाऊं तो सम्यक दृष्टि दूसरा ताजमहलदेखने जाए तो मिथ्या दृष्टि यह कहांका न्याय है
आप शायद समझ नहीं रहे हैं, आप एक बार पूरा वीडियो ध्यान से देखिए। दरअसल, मिथ्या दृष्टि मुनिराज कह रहे हैं कि आप भक्तांबर का इस नंबर का काव्य पढ़ें और एक चांदी ही गिलास में जल लें, उसमें अपनी एक उंगली डुबाए, फिर वह जल 48 दिन तक अपने पति को पिलाएं। सुधा सागर महाराज जी इस बात का मना कर रहे हैं। वह भक्तांबर पढ़ने के लिए मना नहीं कर रहे हैं, वह टोना टोटका करने के लिए मना कर रहा है। इसलिए, आपने पूरी वीडियो देखी हो तो आप समझ गए होंगे कि कुल मिलाकर कहना यह चाहते हैं कि भक्तांबर के नाम पर दुकान मत चलाओ। आप एक बार पूरी वीडियो फिर से देखिए, शायद आप समझ पाएं। और कोई भी डाउट हो तो आप निस्फिकर होकर, कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। 😊👍
Qki namokar mantra or bhaktamber path se karna wo bhavna ka roop ki acharyshri ji swashth ho unhe kuch khane peene nhi bol rhe per pani pilana dudh pilana ye totka hai ..jain dharm me tona totka nhi hai bhavna pradhan dharm hai. 14:22
Yahan koi ninda nahin kar raha hai bus Bata rahe hain ki सत्य kya hai 🙏🏻 आप एक बात बताइए जो दिगंबर मुनि हो के मिथ्यात्व को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही कर रहे हैं , वह कह रहे हैं कि सरस्वती जी को मानो लक्ष्मी जी को मानो खुलेआम मिथ्या को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही है आपके हिसाब से ? YES or NO❓
जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है 🫡 और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है.😔 - कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟 - उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫 - उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚 - पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏 - आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️ - नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜 - आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️ - जिनधर्म और महावीर स्वामी के मार्ग को जयवंत रखने के लिए श्रमणों द्वारा ऐसे विध्वंसक मिथ्या मतों का खण्डन होना ही चाहिए 🌼 - ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️ - ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴 - कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️ - अभी भी देर नहीं हुई, सम्यक्त्व का मार्ग पकड़ो। 🌈
जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है 🫡 और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है.😔 - कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟 - उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫 - उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚 - पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏 - आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️ - नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜 - आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️ - जिनधर्म और महावीर स्वामी के मार्ग को जयवंत रखने के लिए श्रमणों द्वारा ऐसे विध्वंसक मिथ्या मतों का खण्डन होना ही चाहिए 🌼 - ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️ - ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴 - कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️ - अभी भी देर नहीं हुई, सम्यक्त्व का मार्ग पकड़ो। 🌈
जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है 🫡 और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है.😔 - कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟 - उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫 - उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚 - पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏 - आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️ - नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜 - आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️ - जिनधर्म और महावीर स्वामी के मार्ग को जयवंत रखने के लिए श्रमणों द्वारा ऐसे विध्वंसक मिथ्या मतों का खण्डन होना ही चाहिए 🌼 - ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️ - ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴 - कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️ - अभी भी देर नहीं हुई, सम्यक्त्व का मार्ग पकड़ो। 🌈
Mai 13 panthi hu per ek prashan uth ta hai ki jab tirthankar garbh me aatey hain toh unki maata ko 16 dreams aatey hain aur unme se ek Lakshmi bhi hai. Toh vo Lskshmi ki kaisi chhavi unke swapna me aayi hogi?
संसार ठगने के लिए वैराग्य को धारण किया जग को रिझाने के लिए उपदेश धर्मको दिया झगड़ा मचाने के लिए मम जिभ पर विद्या बसि निर्लज जो हो कितनी उड़ाओ है प्रभु अपनी हंसी
Yahan koi ninda nahin kar raha hai bus Bata rahe hain ki सत्य kya hai 🙏🏻 आप एक बात बताइए जो दिगंबर मुनि हो के मिथ्यात्व को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही कर रहे हैं , वह कह रहे हैं कि सरस्वती जी को मानो लक्ष्मी जी को मानो खुलेआम मिथ्या को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही है आपके हिसाब से ? YES or NO❓
अभी बताइए की माता को जो 16 सपने आते हैं उसमें एक महालक्ष्मी देवी क्यों है मतलब क्या माता मिथ्यात्व के सपने देखती है? गणिनी ज्ञानमती माताजी आचार्य कुंथु सागरमहाराज जी जो इतने सालों से दीक्षित है वो सभी गलत है?
@@JainKathaPathshala swapna mein Lakshmi ji ka aana aur laksmi ji ko Poojna dono alag baat hai..aap apne veetragi bhagwan ko chhod k anya devi devtao ko poojo wo mithyatva ko badhane jaisa hai.
Kisi ke chakkar mai matpado apanne tirthanker bhagwan ko naman karo jyada shastra padoge to sab golmal hi hai 12 anuvrato ka jitna Palan ho sake utana karo kisi mandir mai dan Denise accha hai jarurat mand sadharmik ki madam karo tabhi jain samaj ka Kalyan hoga karodo ke mandir ban rahe hai aur kitnr sare jain abhibhi garib hai bhagwan ki akha mai bhi asu ate honge maine Karuna ka dharm bataya aur yeha mere hi bhakt dukhi hai
"यह वीडियो सिर्फ दिगंबर जैन समाज के लिए है। दूसरे समाज वाले कृपया इस वीडियो को ना देखें।" भाग 1 ➪ नकली साधु से सावधान ruclips.net/video/EEZTA-MSiQk/видео.htmlsi=UNiIPhxVJxo1E2Lw भाग 2 ➪ टोना टोटका वाले साधु ruclips.net/video/f2blDMBBv5o/видео.htmlsi=VzvpabMCIhZ_9cr2 भाग 3 ➪ सारे साधु एक समान नहीं होते ruclips.net/video/nOC4YBqA93w/видео.htmlsi=NBGOQ7uT79yfRNaU भाग 4 ➪ कंजाइष्टो से सावधान ruclips.net/video/fCHINW9cnoE/видео.htmlsi=TA7uPuqrPt30a5Xj भाग 5 ➪ मतभेद करो मनभेद नहीं ruclips.net/video/_gtLutgomIQ/видео.htmlsi=kzjvURycZbcCLbmP
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। मुनि लोगों को मिथ्यात्व को बढ़ावा देना गलत है। जिनशारणम तीर्थ में भाई-चारे के दौरान वैदिक मंत्र पढ़ना नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, इसलिए इस विषय पर विचार करना आवश्यक है। 🙏
पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी द्वारा आगम सम्मत कथन सर्वथा उचित है लेकिन एक दूसरे मुनि पर टीका टिप्पणी समाज के लिए उचित नही।ये अवश्य है कि समाज को मिथ्यातत्व का पोषण करने वाले मुनियों से दूरी बनाते हुए उनको आगे बढ़ने से रोकना चाहिए
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। हम समझते हैं कि समाज को मिथ्यात्व के प्रति सतर्क रहना चाहिए। हम इस मुद्दे पर सचेत रहेंगे और इसे समझाने के लिए अपने वीडियों में समय देंगे। आपके साथ इस महत्वपूर्ण चर्चा में शामिल होने के लिए धन्यवाद। 🙏
आभारी है आपकी टिप्पणी के लिए। हमें समझाने का आपका सन्देश मिला। यह अच्छा होगा कि हम सभी अगम पंथी बनें और सही मार्ग पर चलें। 13 से 20 तक के कंजैस्ट नहीं बनना हमारी धार्मिकता के लिए ठीक होगा। 🙏🌟
जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है
धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है
और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है.
जबकि जैनो ने अपनी उदारता और विवाद होने के डर से आधे से ज्यादा जैन संस्कृति को ताक पर रख दिया
"आपकी सराहना के लिए धन्यवाद। सुधा सागर जी के बहादुर उत्तराधिकारी भूमिका का सम्मान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जैन धर्म में जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है और सुधा सागर जी ने इस काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे समाज के लिए महत्वपूर्ण संदेश लेकर आए हैं। जैन संस्कृति को संरक्षित रखने और समाज को समृद्ध बनाने के लिए उनके योगदान की सराहना की जानी चाहिए। 🙏"
- कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟
- उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫
- उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚
- पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏
- आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️
- नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜
- आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️
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- ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️
- ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴
- कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️
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तीर्थंकरो जैसी साक्षात प्रतिमूर्ति भगवान स्वरूप आचार्य श्री तो आगम विरूद्ध बोलने वालो की मखमली पिटाई करते थे। पूज्य सुधा सागर जी महामुनिराज तो सम्यकत्व का सीधा विस्फोट कर देते है🙏🙏
अहो भाग्य मेरे मुझे सच्चे देव शास्त्र और गुरु का समागम मिला 🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️
सच्चे देव शास्त्र और गुरु कैसे होते हैं ये आज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने अपने सभी मुनियों साधुओं और अपने सभी भक्तों को सच्चे मार्ग पर चलकर बतला दिया है आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का ये पूरा संघ पंचमकाल के अन्त तक चलता रहेगा आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज और उनके संघ के सभी मुनियों को नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु कोटिशः नमोस्तु अनंतानंत बार नमोस्तु
"आपकी टिप्पणी ने मुझे अविश्वसनीय प्रेरणा प्रदान की है। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज और उनके संघ की विचारधारा न केवल धार्मिकता के क्षेत्र में बल्कि जीवन के हर पहलू में सत्य, प्रेम और समर्पण की प्रेरणा देती है। इस आध्यात्मिक यात्रा में आपकी संगठनशीलता और समर्थन का अमूल्य योगदान है। आपकी मार्गदर्शन हमें हमेशा सच्चाई और नेतृत्व की ओर अग्रसर करते रहेंगे। इस महत्वपूर्ण संदेश को साझा करने के लिए आपका ह्रदय से आभार। आपके इस विशेष संदेश के लिए मैं हृदय से आभारी हूं। नमस्ते। 🙏"
आज सच्चे गुरु की पहचान करने में श्रावकों को कठिनाई हो रही है 🙏 आगम की बात बहुत-बहुत पीछे छूट गई है 🙏 सच्चाई बताने वाले बिरले है। समाज को जागरूक होना होगा। जयन् जयतु शासनम् 🌹
आपकी टिप्पणी को समझा गया है। सच्चे गुरु की पहचान करना समय-समय पर कठिन हो सकता है, परंतु यह साधन और श्रद्धांजलि के साथ संभव है। आगम की समझ और सच्चाई का प्रचार महत्वपूर्ण है, और इसमें आपका सहयोग भी महत्वपूर्ण है। आगम की शिक्षाओं को अपनाकर, समाज को सच्चाई की ओर मार्गदर्शन करना हम सभी का कर्तव्य है। 🙏🏽🌟
सही बात है ....महाराज जी के चरणों में कोटी प्रणाम,
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नमोस्तु आचार्य श्री विद्यासागर गुरुदेव भगवन नमोस्तु 🙏🙏🙏
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मुनि पुंगव सुधा सागर जी महाराज एवं मुनि श्री प्रणम्य सागर महाराज की जय हो।
टोना टोटका जैन धर्म का हिस्सा कभी नहीं था
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सुधा सागर महाराज जी को मेरा कोटि कोटि नमोस्तु नमोस्तु 🙏🏿🙏🏿 बहुत सही जानकारी दी है भगवान स्वरूप निर्यापक आचार्य श्री सुधा सागर महाराज जी हमेशा आगम सम्मत बात कहते हैं और चर्या करते हैं इसलिए कुछ गलत लोगों को बुरा लगे और वो वेशर्म होकर दिगम्बर मुनि के बारे में पागलों की तरह गलत लिखते हैं फिर भी भगवान स्वरूप सुधा सागर महाराज जी डरते नहीं है किसी की परवाह नहीं करते हैं आगम सम्मत ही बात कहते हैं वो बात दूसरी है सच्चाई कड़वी होती है धन्य हैं ऐसे भाव लिंगी दिगम्बर मुनि को मेरा कोटि कोटि नमोस्तु नमोस्तु महाराज
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Sudha Sagar ji Maharaj ko kotish naman 🙏
Hamare jain dharam ko mithyatva se door rakhne ke liye aapke efforts ko bahut bahut sadhuvaad 🙏🙏🙏
Namostu bhagwan ji aacharya Shri vidyasagar Ji Maharaj ji
धन्य हैं मेरे आचार्य भगवन् श्री विद्यासागर महा मुनिराज जी, जिन्होंने अनेक अनमोल हीरे देकर हमारा मिथ्यापन दूर कर दिया है। महाराज श्री जी हर समय कहते हैं कि अपने बुरे कर्मों को छोड़ दो, आपका जीवन सांसारिक एवं आध्यात्मिक रुप से अच्छा बन जायेगा। मिथ्या दृष्टि अपनी दुकान चलायें, हमें माल खरीदना नहीं है। सच्चे देव शास्त्र गुरु की पहचान करना है, कोई ठग नहीं पायेगा। जैसे बुन्देलखण्ड के लोगों को। सभी को जयजिनेन्द्र
"धन्यवाद आपके प्रेरणादायक शब्दों के लिए! मैं भगवान श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के उपदेशों को स्वीकार करता हूँ। हमें सच्चे गुरु की पहचान करने का संकल्प हमेशा बना रहना चाहिए। जयजिनेन्द्र!" 🙏🏻
कही का मिथ्यापन दूर किया है सुधा सागर जी जो करे वह सत्य हे उनके यहां सभी मूर्तियो पर एक साथ मूर्तियो पर आधी रात में अभिषेक हो जाता हे दूसरे के यहां हो जायेगा तो मिथ्या दृष्टि हो जाता हे गजब हे
नमोस्तु श्री सुधासागर महाराज जी को मेरा कोटि कोटि नमोस्तु नमोस्तु
बहुत धन्यवाद 🙏👏
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प्रमाण सागर जी महाराज की जय
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जय हो सुधाबाबा की जय
नमोस्तु गुरुदेव विद्या सागरजी महाराज सुधा सागर जी महाराज जी अशोक कुमार भगवंतराव बंड जैन सुस पुणे हॅपी थॉट सभीको को शुभेच्छा 🎉🎉🎉
गुरू जी के चरणों में नमोस्तू 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
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असलियत यह है कि श्रावको मे इतना ज्ञान नही है की मिथ्यात्त्व से दूर रहें। अपने कर्म तो भुगतना ही है पारसनाथ आदिनाथ महावीर भगवान ने सभी ने अपने कर्मो को भुगता है। हा भगवान की भक्ति मैं इतनी शक्ति है की कर्मों कि निर्जरा होती है और कर्म उदय के समय मंदता आती है पर भुगतना तो है। ये में नही जिनवाणी कहती है। तो हम में इतनी समझ हो की मिथ्या बातो से दूर रहे।
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। श्रावकों का ज्ञान बढ़ाना और मिथ्यात्व से दूर रहना हम सभी की जिम्मेदारी है। कर्मों का नतीजा भुगतना ही हमारी प्रारब्ध है, लेकिन भगवान की भक्ति से हम कर्मों की निर्जरा करते हैं। यह समझ में आया है कि जिनवाणी हमें मिथ्या बातों से दूर रहने की सीख देती है। आपकी विचारधारा का सम्मान करते हुए, हमें इसे साझा करने के लिए आभारी हैं. 🙏🌟
Namostoo Namostoo Namostoo guruvar 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🥳
Namostu bhagwan ji sudhasagaar ji maharaj ji
Namostu guru dev Namostu 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Namostu maharaj Shree ji ❤❤❤
🙏🏻🙏🏻
देखो देखो कौन आया जिन शासन का शेर आया
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Great work 🙏🙏
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Mere pranamsagar tumko lakho pranam namostu Aachrshree
Ek sadhu hoker dusare sadhu ki ninda karna vahi mithyadrishti hote he
Pravachan me hum sunte he ki sadhu ninda nahi karni chahiye to ye kya he?
सुधा सागर महाराज जी, या कोई मुनि किसी मुनि की निंदा नहीं कर रहे, वे तो Agam का स्वरुप बता रहे हैं 🙏🏻
Nmosthu gurudev
🙏🏻🙏🏻
मुनी महाराज नें आगम सम्मत बोलना चाहिए.गलत बोलकर आगम का अवर्णवाद मत करो.ऐसे मुनींको समाज में स्थान नहीं होना चाहिए.
जिनशासन सदा जयवंत रहे.
सत्य कहा गया है। मुनि महाराज को आगम सम्मत बोलना चाहिए, उन्हें गलत बोलकर आगम का अवर्णवाद नहीं करना चाहिए। ऐसे मुनियों को समाज में स्थान नहीं मिलना चाहिए। जिनशासन सदा जयवंत रहे। 🙏🏽
Aise mithya drishti Sadhu ji ka jain sravkako bahishkar karna chahiye
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Mere aaradhya guruwar..nmostu😊
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आज वर्तमान मे किसी को भी सम्यक् दशॅन नही दिखता आत्मा अनुभूति किसी को भी नही दिखाई देती हैं। पर दवयोन से प्रति जो तो संसार अबोध ताको फल गति चार मे भ्रमण कहो सुरत शोध ।
हर व्यक्ति णमोकार का जाप भक्तामरका पाठ करें ताकि विद्यासागर जी स्वस्थहो जाए ऐसा कहने वालासम्यक दृष्टि पति पत्नी के झगड़ा हो और वह भक्तामर का पाठकरें तो झगड़ाबंद हो जाए ऐसा कहने वालामिथ्या दृष्टि यहकहां का न्याय मैं ताजमहल देखने जाऊं तो सम्यक दृष्टि दूसरा ताजमहलदेखने जाए तो मिथ्या दृष्टि यह कहांका न्याय है
आप शायद समझ नहीं रहे हैं, आप एक बार पूरा वीडियो ध्यान से देखिए। दरअसल, मिथ्या दृष्टि मुनिराज कह रहे हैं कि आप भक्तांबर का इस नंबर का काव्य पढ़ें और एक चांदी ही गिलास में जल लें, उसमें अपनी एक उंगली डुबाए, फिर वह जल 48 दिन तक अपने पति को पिलाएं। सुधा सागर महाराज जी इस बात का मना कर रहे हैं। वह भक्तांबर पढ़ने के लिए मना नहीं कर रहे हैं, वह टोना टोटका करने के लिए मना कर रहा है। इसलिए, आपने पूरी वीडियो देखी हो तो आप समझ गए होंगे कि कुल मिलाकर कहना यह चाहते हैं कि भक्तांबर के नाम पर दुकान मत चलाओ। आप एक बार पूरी वीडियो फिर से देखिए, शायद आप समझ पाएं। और कोई भी डाउट हो तो आप निस्फिकर होकर, कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। 😊👍
Qki namokar mantra or bhaktamber path se karna wo bhavna ka roop ki acharyshri ji swashth ho unhe kuch khane peene nhi bol rhe per pani
pilana dudh pilana ye totka hai ..jain dharm me tona totka nhi hai bhavna pradhan dharm hai. 14:22
Baat sahi hai par apne he muni ki ninda nahi karni chaiye bas
baaki mai toh vidyasagarji maharaj ka he follower hu
Yahan koi ninda nahin kar raha hai bus Bata rahe hain ki सत्य kya hai 🙏🏻
आप एक बात बताइए जो दिगंबर मुनि हो के मिथ्यात्व को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही कर रहे हैं , वह कह रहे हैं कि सरस्वती जी को मानो लक्ष्मी जी को मानो खुलेआम मिथ्या को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही है आपके हिसाब से ? YES or NO❓
हो क्या रहा है पता नही ।।। जय हो आदिनाथ
जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है 🫡
और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है.😔
- कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟
- उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫
- उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚
- पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏
- आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️
- नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜
- आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️
- जिनधर्म और महावीर स्वामी के मार्ग को जयवंत रखने के लिए श्रमणों द्वारा ऐसे विध्वंसक मिथ्या मतों का खण्डन होना ही चाहिए 🌼
- ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️
- ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴
- कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️
- अभी भी देर नहीं हुई, सम्यक्त्व का मार्ग पकड़ो। 🌈
Muni ka Muni ke prati comment baji karna glat hai 😢
जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है 🫡
और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है.😔
- कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟
- उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫
- उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚
- पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏
- आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️
- नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜
- आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️
- जिनधर्म और महावीर स्वामी के मार्ग को जयवंत रखने के लिए श्रमणों द्वारा ऐसे विध्वंसक मिथ्या मतों का खण्डन होना ही चाहिए 🌼
- ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️
- ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴
- कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️
- अभी भी देर नहीं हुई, सम्यक्त्व का मार्ग पकड़ो। 🌈
यह जैन समाज का दुर्भाग्य है
जैन मुनि ही जैन धर्म का अवर्णवाद कर रहे है धन्य है सुधा सागर जी जो गलत को गलत बोलने की ताकत रखते है 🫡
और लोग कहते है सुधा सागर विवाद उत्पन्न करते है.😔
- कई लोग कह रहे हैं, मुनियों को ऐसा नहीं कहना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए आत्मचिंतन बस करना चाहिए 🌟
- उन जड़ अज्ञानियों को मैं ये बता दूं, कि पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज के पूर्व स्वयं भगवान महावीर स्वामी ने समवसरण में बैठकर 363 मतों का खण्डन किया था 💫
- उनके बाद कई आचार्यों ने अपने ग्रंथों में स्वेतंबार मार्ग का खण्डन किया 📚
- पूज्य आचार्य भगवन कुंद कुंद स्वामी ने कई मतों और देवी देवताओं मान्यताओं का खण्डन किया 🙏
- आचार्य अकलंक देव ने तात्कालिक बुद्ध मार्ग का खण्डन किया 🕉️
- नयवाद लिखा, राजवर्तिका जैसे ग्रंथ लिखे, कहने का आशय यह है, की पूर्व में भी श्रमणों ने उस समय पर व्याप्त कुरीतियों का खूब खंडन किया है, जो पूर्ण रूप से प्रमाणित है 📜
- आज समाज में बहुत सी जो कुरीतियां फैली है उनका खंडन होना अनिवार्य है ✂️
- जिनधर्म और महावीर स्वामी के मार्ग को जयवंत रखने के लिए श्रमणों द्वारा ऐसे विध्वंसक मिथ्या मतों का खण्डन होना ही चाहिए 🌼
- ये भी सम्यकदर्शन के प्रभावना अंगों में से एक है 👁️
- ये कुरीतियां दिगंबरत्वा पे लगा हुआ दाग है 🔴
- कितना प्रगाढ़ पाप कर्म का उदय रहा होगा आप लोगों का जो युग के इतने महान आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के युग में जन्म लेने के बाद भी मिथ्यात्व मैं फसे हुए हो। 🤦♂️
- अभी भी देर नहीं हुई, सम्यक्त्व का मार्ग पकड़ो। 🌈
इन्होंने भक्ताम्बर को दुकान बना दिया है
भक्ताम्बर को दुकान में बदलना उचित नहीं है। 🙏
Jn jn ki awaz bna dia h, namostu pranam sagarji
सावधान हो जाओ सबकी अपनी अपनी दुकान चल रही है
"धन्यवाद आपकी चेतावनी के लिए। हम सभी को अपने निर्णयों को समझकर और सावधानी से बदलाव लाने की जरूरत है। आपका संदेश महत्वपूर्ण है। 🙏"
Mai 13 panthi hu per ek prashan uth ta hai ki jab tirthankar garbh me aatey hain toh unki maata ko 16 dreams aatey hain aur unme se ek Lakshmi bhi hai. Toh vo Lskshmi ki kaisi chhavi unke swapna me aayi hogi?
🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻
Digamber muni hokar mithyatva faila rahe hai... inhe kon se maharaj ji ne deeksha di hai?
संसार ठगने के लिए वैराग्य को धारण किया जग को रिझाने के लिए उपदेश धर्मको दिया झगड़ा मचाने के लिए मम जिभ पर विद्या बसि निर्लज जो हो कितनी उड़ाओ है प्रभु अपनी हंसी
बस सारे ऐसा ही कर रहे हैं
Aap yeh video dekhiye sayad aap samaj jaaye ➡️ ruclips.net/video/4XeMzFe26A4/видео.htmlsi=68A7UJOQqyevRkl9
किसी मुनि की कोई निंदा करे वोह सबसे बड़ा मिथ्यत्व है
Yahan koi ninda nahin kar raha hai bus Bata rahe hain ki सत्य kya hai 🙏🏻
आप एक बात बताइए जो दिगंबर मुनि हो के मिथ्यात्व को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही कर रहे हैं , वह कह रहे हैं कि सरस्वती जी को मानो लक्ष्मी जी को मानो खुलेआम मिथ्या को बढ़ावा दे रहे हैं क्या वह सही है आपके हिसाब से ? YES or NO❓
ये निंदा नहीं.जैन धर्म मिथ्यात्व को बधावा नहीं देता.
अभी बताइए की माता को जो 16 सपने आते हैं उसमें एक महालक्ष्मी देवी क्यों है मतलब क्या माता मिथ्यात्व के सपने देखती है? गणिनी ज्ञानमती माताजी आचार्य कुंथु सागरमहाराज जी जो इतने सालों से दीक्षित है वो सभी गलत है?
@@JainKathaPathshala swapna mein Lakshmi ji ka aana aur laksmi ji ko Poojna dono alag baat hai..aap apne veetragi bhagwan ko chhod k anya devi devtao ko poojo wo mithyatva ko badhane jaisa hai.
Kisi ke chakkar mai matpado apanne tirthanker bhagwan ko naman karo jyada shastra padoge to sab golmal hi hai 12 anuvrato ka jitna Palan ho sake utana karo kisi mandir mai dan Denise accha hai jarurat mand sadharmik ki madam karo tabhi jain samaj ka Kalyan hoga karodo ke mandir ban rahe hai aur kitnr sare jain abhibhi garib hai bhagwan ki akha mai bhi asu ate honge maine Karuna ka dharm bataya aur yeha mere hi bhakt dukhi hai
Lagta hai chandragupt Maurya ke 16 sapne sach ho rahe hain h
"यह वीडियो सिर्फ दिगंबर जैन समाज के लिए है। दूसरे समाज वाले कृपया इस वीडियो को ना देखें।"
भाग 1 ➪ नकली साधु से सावधान ruclips.net/video/EEZTA-MSiQk/видео.htmlsi=UNiIPhxVJxo1E2Lw
भाग 2 ➪ टोना टोटका वाले साधु ruclips.net/video/f2blDMBBv5o/видео.htmlsi=VzvpabMCIhZ_9cr2
भाग 3 ➪ सारे साधु एक समान नहीं होते ruclips.net/video/nOC4YBqA93w/видео.htmlsi=NBGOQ7uT79yfRNaU
भाग 4 ➪ कंजाइष्टो से सावधान ruclips.net/video/fCHINW9cnoE/видео.htmlsi=TA7uPuqrPt30a5Xj
भाग 5 ➪ मतभेद करो मनभेद नहीं ruclips.net/video/_gtLutgomIQ/видео.htmlsi=kzjvURycZbcCLbmP
Ese muni log mithyatv ko badava de rahe h abhi Jinsharanm tirth me bhai chare me vedic mantra padwa diye
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। मुनि लोगों को मिथ्यात्व को बढ़ावा देना गलत है। जिनशारणम तीर्थ में भाई-चारे के दौरान वैदिक मंत्र पढ़ना नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, इसलिए इस विषय पर विचार करना आवश्यक है। 🙏
Jain sadhuon ke liye aisa karna uchit nahi hai.
कोरोना के समय मे तो ज्यादातर साधुओ ने इसे ही टोटके बताये थे तो वो सब भी मिथ्या दृष्टि हुए।
Hmm samyak darshan durlabh hi hai, isiliye jo आगम मे लिखा है, usko maano
पूज्य मुनि श्री सुधा सागर जी द्वारा आगम सम्मत कथन सर्वथा उचित है लेकिन एक दूसरे मुनि पर टीका टिप्पणी समाज के लिए उचित नही।ये अवश्य है कि समाज को मिथ्यातत्व का पोषण करने वाले मुनियों से दूरी बनाते हुए उनको आगे बढ़ने से रोकना चाहिए
आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। हम समझते हैं कि समाज को मिथ्यात्व के प्रति सतर्क रहना चाहिए। हम इस मुद्दे पर सचेत रहेंगे और इसे समझाने के लिए अपने वीडियों में समय देंगे। आपके साथ इस महत्वपूर्ण चर्चा में शामिल होने के लिए धन्यवाद। 🙏
🏳️🌈🪔☑️
Pakhand to sabhi faila rahe hai
Can u explain?
पाखण्ड कोइ नही फैलाता। कुछ मिथ्यादृष्टि श्रावक और उनमे स्वाध्याय की कमीसे समाज मे कुछ मिथ्यात्वि- द्रव्यलिंगी भ्रमित करते है।
Agam panthi bano......13-20 ya kanjaiest na bano😊
आभारी है आपकी टिप्पणी के लिए। हमें समझाने का आपका सन्देश मिला। यह अच्छा होगा कि हम सभी अगम पंथी बनें और सही मार्ग पर चलें। 13 से 20 तक के कंजैस्ट नहीं बनना हमारी धार्मिकता के लिए ठीक होगा। 🙏🌟
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