प्रेमचंद तो कथा सम्राट हैं और सदा रहेंगे।वे अप्रतिम हैं, अद्वितीय हैं परन्तु इस कथा की प्रस्तुति में भाग लेने वाले कलाकारों ने कहानी के मर्म तक निमज्जित होकर जिस प्रकार यथार्थ रूप में सहज और स्वाभाविक रूप से जैसा मार्मिक एवं रोमांचकारी चित्र उपस्थित किया है,उसकी सराहना और प्रशंसा करने के लिये मेरे पास शब्द नहीं है।कहानी की नाट्य प्रस्तुति अत्यन्त प्रभावकारी है जो श्रोताओं एवं दर्शकों के मन-मस्तिष्क को झकझोर देती है।यह कहानी नहीं, जमींदारी प्रथा के शोषण और निरीह नागरिकों पर अत्याचारों का जीता-जागता दस्तावेज है।आप सभी महानुभावों को सादर नमन एवं हार्दिक शुभकामनायें।
हमारा बहुत छोटा सा घर था सिर्फ एक कमरा। मैं और मेरा भाई नीचे बैठकर खाना खाते थे और दूरदर्शन पर देखा करते थे। आज हमारा बड़ा घर है और मेरी शादी होने वाली है। पर वो दिन कभी वापिस नहीं आ सकते। जहां सुविधाएं नहीं थी पर बचपन जीने में कभी कमी नहीं आयी।
यह कहानी देखकर आँसू आ गये.... पता नही मेरी विधवा दादी अपने 2 बेटे और 3 बेटियों को कैसे पाला होगा भार झोंक कर, बुआ लोग जब भी अपने ससुराल से आती और दादी के गले लगाकर रोती मेरे पड़ोसी तक रोने लगते, मानो उनके आँसू इस कहानी के सारा दृष्य वर्णन कर रहे हो
आज 30 जून 2023 अचानक इंस्टाग्राम पर एक झलक इस कहानी की दिखी देखने की ललक से मैने खोज की और इतना सुंदर प्रस्तुत दृश्य देखने का अवसर मिला मुझे नही पता ये दूरदर्शन की कौनसी दशक का प्रसारण है लेकिन 2000 के बाद जन्मी में इसको देखकर इतना प्रभावित हु तो सोचिये जिस भी दशक के प्रसारण है कितना सौभाग्यशाली होगा जिसको ये प्रसारण जीने का और आपबीती जानने का समक्ष प्रमाण दिखाई देता था। आपके इस चैनल का आभार जिसके कारण में इसे लिखे हुए पृष्ठ से देख कर जी पाई ।🙏❤️🌻❤️
कहानी बताती है कि तत्कालीन समाज में किस तरह उच्च वर्ग (जमींदारों) द्वारा निम्न वर्ग का शोषण किया जाता था I तत्कालीन समाज का यथार्थ चित्रण अपनी कहानियों के माध्यम से करने वाले महान कहानीकार मुन्शी प्रेमचन्द जी को शत शत नमन I
यह कहानी सुनकर देखकर आंसू निकल आये😭😭😭😭😭😭 आज भी यही सब हो रहा है गरीबों को सताने में कुछ लोगों को बहुत मज़ा आता है ।जैसे लगता हैं ग़रीब इन्सान नही हैंवान है जो जानवरों से भी बत्तर सलूक किया जाता है
@@vivekpandey-er1fy pure gaon me sirf 4 log hi dikhaye Iska matlab ye nhi ki pure gaon me 4 log hi the Kuch log munshi premchand pr bhi ungali utha skte he Bap dada ka bura karam chupane ke liye
@@vivekpandey-er1fy ha e 4 -5 hi log rhte h aur pure gaon malik bna baithte the but o jamana gya Dr bhim k karan hmko rights mila. Purane time me pandit chaubey etc. ne chote biradri p bahut anyay kia.
हाँ ये सब सौ प्रतिशत सच है और यह कमीने शोषण करने वाले बाहर देश से आये हैं और आज भी किसी न किसी तरीके से यहां के मूल निवासियों का शोषण कर रहे हैं इन्हे इस देश से भगाना होगा
इन सब दयनीय स्थिति के बाद भी आज हमारे पुरखों के कर्म फल से हम लोग यहां तक पहुंचे और हमें लगता है कि यह सब मुफ्त में हो गया है धन्यवाद मुंशी प्रेमचंद्र जी
ऐसी परिस्थितियों में भगवान ने तो कुछ नहीं किया किंतु बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर जी ने ईश्वर से भी बढ़कर कार्य किया है । जय संविधान जय भीम जय हिन्द।।
Yahi main kahnay vaala tha ki ye samvidhan se pahlay ka atyachar haï aur aaj jb sab apna mn ka kaam krnay k liye free Hain to kuch logo ko samvidhan पसंद नहीं है संविधान की प्रतियां जलाते हैं जो यह सब करते हैं बो १०० साल पुराना सिस्टम च्चहताय हैं जिसमे लोग उनकी गुलामी करें।।
अबे वाह वाह कर रहा है वामन ! देख ले तेरी जाति के कितने नीच ,अत्याचारी और कुत्ते होते थे जो साले सुअर गरीबों ,मजलूमों पर कैसे जुल्म करते थे ... और इतिहास में इल्जाम ठाकुरों पर लगाया जाता है कुकर्मी ब्राह्मण होते थे 🙄😠😡😡😡
जहां तक नजर जाए वहां तक सारी जमीन ब्राह्मणों , चौधरीयो और ठाकुरों की,सारा पक्ष इन्हीं लोगों का ऐसी परंपराएं हिन्दू संस्कृति में बनायी जाती रही है, और भारत के मूलनीवसी यह नियम ढोते रहें, किंतु भारत के मूलनीवासी Sc,St,Obc यह बात समझ नहीं सके है आज तक।
मुंशी प्रेमचन्द जी महान समाज सुधारक थे तभी तो उनकी अद्भुत कलम से प्रेंरना युक्त कहानियां निकलती थी।उनकी कहानियों को कोई इंग्लिश में अनुवाद कर देता तो नोबेल पुरस्कार विजेता बन जाते।,🙏🙏
मुंशी प्रेमचंद जी को हम जमीदार युग के अंबेडकर कह सकते हैं उन्होंने अपनी लेखनी के द्वारा दबे कुचले समाज के लिए बहुत कुछ किया है इन उपन्यासों की छवि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जेहन में रही होगी और उन्होंने संविधान का निर्माण करके वंचित समाज के लिए पुण्य कार्य किया है नमन🙏 मुंशी प्रेमचंद जी को पूजनीय बाबा भीमराव अंबेडकर 🙏🙏🙏
उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की कहानियां तत्कालिक सामाजिक परिस्थितियों का ताना-बाना बुनते नजर आती है यह कहानियां आज भी उतनी ही प्रसांगिक है जीतने की तत्कालिक समय में रहे होंगे समय के साथ साथ इसके प्रभाव घटने के बजाय बढ़ती ही जा रही है इन कहानी से दूर होना दूर रहना हमारे समाज की बहुत बड़ी हनी होगी
कुकर्मी को सामने ही सजा मिलने का प्रावधान अगर ईश्वर ने बनाया होता तो आनंद ही कुछ और होता । भगवान के घर देर है अंधेर नहीं पर मेरी समझ से देर भी अंधेर का ही दूसरा रूप है।
बहुत सुंदर कहानी है काश ऐसा हर उस दुष्ट व्यक्ति के साथ हो जो उस दुष्ट जमींदार के साथ हुआ, किन्तु कहानी के अन्त मे जमींदार के पतन को चरितार्थ नही किया गया जिससे कहानी मे अधूरेपन का आभास होता है कृपा अन्तिम दृश्य निर्मित करने की कृपा करे धन्यवाद
मुंशी प्रेमचंद के चरणों में बार बार प्रणाम करता हूं उपन्यास के माध्यम से पुरानी हकीकत को उजागर किया है और हम सभी को मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास को सुनना चाहिए और गहराई से अध्ययन करना मानना है कि मुंशी प्रेमचंद ने जमीनी हकीकत अपने उपन्यास में दिखाई टीवी सीरियल बनाने वाले सभी पात्रों से मेरा अनुरोध है मुंशी प्रेमचंद के उपन्यासों को जरूर टीवी पर दिखाए
Aaj chije badal gyi.. Be rang se sab rang birnga ho gya..lekin wo waqt sabse acha tha, mujhe khushi hai maine hum log mahabhart jese program dekh kar aona Bachpn bitaya h wo bhi kisi k ghr me beth kar kynki television nhi the sabke pas...marte waqt meri yado m wo waqt hamesha rhega..aj 2024 bhi sunkun nhi deta..kash Wahi waqt fhir a jaye...❤❤
मुंसी प्रेमचंद्र daura रचित कहानी हमें यह सिख देती है,,की जबतक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की गई हुई जगह पे ना पहुच जाओ। यही आदित्य तुम हो जिंदँगी मे एक लक्ष्य रखो लगातार मेहनत करो,, और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ रहो...!! ये कहानी गरीबी से जुछ कर अपने पेट भरने के लिए,,कठिन परिश्रम करके एक औरत की मार्मिक ढंग से टिप्पणी की गयी है...!! औरत जब दुर्गा का रूप धारण करती है तो,,वे महिषासुर जैसे राक्षसों का विनाश कर के हि सांस लेती है..! अत्याचार इतना कीजिये की,,सहा जाये.. इतना ज्यादे मत कीजिये की इंसान को जिंदगी में भी घुटन महसूस हो...!!😢😢
Jo akela ho jiska koi na ho garib ho uska koi kuch nahi kar skta usko sab dabate hai ambedkar ho ya koi sab ek jaise hai siwdhan sirf amiro ki sunta hai jiske pass paisa usko turant bail grib begunha puri zindgi jail me rehte hai
@@lokiloki2504 wo sb bike hue officer hote hai jo garib or amir dekh kr Naya krte hai constitution me sbke liye same provision hai but aadmi paise ke liye aaj amiro ke liye alag or gribo ke liye aalg bna diya hai
Kiyion baba sahab ke naam se jalan ho rahi hai kiya... Unhein ne sambhidhan.. Banaya hai.. Tabi to.. Yense.. Type ke log control hai... Nahi to ye.. Aam logo par aathachar karte.....
पिडत्तों की दुखियारों की आवाज थे और आज सभी के प्रिय राष्ट्रवादी हैं "मुंशी प्रेमचन्द" जी को सत् सत् नमन वो हमारे बीच में सदा जीवंत उदाहरण रहेंगे उन्की कहानी अपने बच्चों को जरूर सुनाये इस से आपका बेटा आदर्श होगा🎉🎉🎉❤❤❤
Excellent 👌👌 Love from Lahore Pakistan. Munshi Premchand Always Shows The True And Real Picture of Rural Indo Pak Subcontinent. Keep it up and Stay Blessed
पहले छोटा घर हर रिश्ते बच्चे भाई बहन सब का प्रेम आज भी याद आता हा भूले न भूलता है आज फ्रिज कूलर ऐशी डबल बेड आगे सब सोचिये क्या पानी तब ठंडा नहीं था क्या खाना खराब हो जाता था 1 सब समझ जाओ कहाँ तक लिखे ।।।लिखे जो खत तुझे तेरी याद में हजारों रंग के नज़ारे बन गये ।
I can also relate this story, few years back a woman from some other village used to come and make our grains into evening snack called bhuuja. She collects dry leaves and almost every evening lights her bhaad and as a kid I used to be very excited to see the lighting of bhaad and the bhuja we get. I miss those days. Now, when I visit my hometown I couldn't see that lighting of bhaad. This story has reminded me my beautyful old days. I can see her face in my mind.
मुंशी प्रेमचंद की कहानियां सच्ची घटनाओं पर आधारित थी आज के समय में जब इतना उच्च जातियों का प्रताड़ना होता है तो उस समय में क्या होता होगा इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है
गरीब की हाय से लोहा भी भस्म हो जाता है। हाय में बहुत बड़ी शक्ति होती है। महल में रहनेवाले जो बेगारी कराते थे।आज उन महलों में कबूतर और चमगादड़ रहते हैं।
सोचो अब हर इंसान एक राज्य से दूसरे राज्य मे जाकर मेहनत मजदूरी या कंपनी में कार्य कर सकता है,, इतनी मुसीबत में भी ईश्वर नहीं आए,सोचो संविधान ना होता तो क्या होता आज,,बाबा साहेब डा.भीम राव आंबेडकर जी के चरणों में शीश झुकाते है एक महान संविधान के लिए
Jay Satya sanatan ki ye Satya sanatan ki Jeet hai hindutwa ki Vijay hai ye hamare gaurav shali dharm ki mahanta hai ye us mahan Hindu dharm ki sarvochhta hai jis pe log garv karte hai
Ishwer ke darwar me sbka nyay uske krmo ke hisab se h dolat ke hisab se nahi munshi premchand ji ka jo observation US jamne me tha vo aaj bhi hume apne samaj me dekhne ko milta h
प्रेमचंद तो कथा सम्राट हैं और सदा रहेंगे।वे अप्रतिम हैं, अद्वितीय हैं परन्तु इस कथा की प्रस्तुति में भाग लेने वाले कलाकारों ने कहानी के मर्म तक निमज्जित होकर जिस प्रकार यथार्थ रूप में सहज और स्वाभाविक रूप से जैसा मार्मिक एवं रोमांचकारी चित्र उपस्थित किया है,उसकी सराहना और प्रशंसा करने के लिये मेरे पास शब्द नहीं है।कहानी की नाट्य प्रस्तुति अत्यन्त प्रभावकारी है जो श्रोताओं एवं दर्शकों के मन-मस्तिष्क को झकझोर देती है।यह कहानी नहीं, जमींदारी प्रथा के शोषण और निरीह नागरिकों पर अत्याचारों का जीता-जागता दस्तावेज है।आप सभी महानुभावों को सादर नमन एवं हार्दिक शुभकामनायें।
हमारा बहुत छोटा सा घर था सिर्फ एक कमरा। मैं और मेरा भाई नीचे बैठकर खाना खाते थे और दूरदर्शन पर देखा करते थे। आज हमारा बड़ा घर है और मेरी शादी होने वाली है। पर वो दिन कभी वापिस नहीं आ सकते। जहां सुविधाएं नहीं थी पर बचपन जीने में कभी कमी नहीं आयी।
Super se upar
Kyoki humara Bachpan suvidhaon se nahin sadagi se bhara tha jeene ka apna alag hi Maja tha
Sahi kha
🔥
Sahi baat he aj sab he par na jaane wo sukun kaha gya 🥺🥺
दाने भूंजने वाली महिला की एक्टिंग वाकई पुरस्कार के योग्य है.. आज कल के अभिनेत्रियों से ऐसा अभिनय तो मुश्किल ही दीख पड़ता है..
her name is Mansi...
😢😢😢
जो न्याय बड़े-बड़े जज,वकिल नहीं कर सकते वो न्याय कहानी के माध्यम से चित्रगुप्त स्वरुप मुंशी प्रेमचंद सबके हृदय में आज भी जागृत कर रहे हैं
Munshi pr
Dr
मानव समाज में भी जंगल का ही कानून चलता है । शिकारी नहीं बने तो शिकार बनना तय है ।☝
@@roopsingh5362 CT
ruclips.net/channel/UClpxPGNcJx_DOMrJejByAvQ
यह कहानी देखकर आँसू आ गये.... पता नही मेरी विधवा दादी अपने 2 बेटे और 3 बेटियों को कैसे पाला होगा भार झोंक कर, बुआ लोग जब भी अपने ससुराल से आती और दादी के गले लगाकर रोती मेरे पड़ोसी तक रोने लगते, मानो उनके आँसू इस कहानी के सारा दृष्य वर्णन कर रहे हो
तुम ने और रूला दिया
😢
🥺🥺🥺
आपकी बातो ने rula diya mujhe
@@williamwordsworth7557 अब सब कुछ सही है भाई be happy मै अपने बुआ लोग से बहुत प्रेम करता हूँ
वो दिन बहुत दूर चले गये जब हम भी भाड पर जाकर खील भुनाई करवाते थे। पूरा बचपन ही दोहरा दिया। धन्य मुन्शी प्रेमचंद जी ।
Hn 😢😢
आज 30 जून 2023 अचानक इंस्टाग्राम पर एक झलक इस कहानी की दिखी देखने की ललक से मैने खोज की और इतना सुंदर प्रस्तुत दृश्य देखने का अवसर मिला मुझे नही पता ये दूरदर्शन की कौनसी दशक का प्रसारण है लेकिन 2000 के बाद जन्मी में इसको देखकर इतना प्रभावित हु तो सोचिये जिस भी दशक के प्रसारण है कितना सौभाग्यशाली होगा जिसको ये प्रसारण जीने का और आपबीती जानने का समक्ष प्रमाण दिखाई देता था।
आपके इस चैनल का आभार जिसके कारण में इसे लिखे हुए पृष्ठ से देख कर जी पाई ।🙏❤️🌻❤️
Hi srashti
कहानी बताती है कि तत्कालीन समाज में किस तरह उच्च वर्ग (जमींदारों) द्वारा निम्न वर्ग का शोषण किया जाता था I
तत्कालीन समाज का यथार्थ चित्रण अपनी कहानियों के माध्यम से करने वाले महान कहानीकार मुन्शी प्रेमचन्द जी को शत शत नमन I
उच्च मतलब सिर्फ जमीनदार.
उच्च वर्णीय नाही. ब्राम्हण नाही.
Garib ka hota hai chahe wo kisi bhi varg ka ho
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@@lokiloki2504 bilkul sahi kaha bhai
@@aniruddhakaryekar3539 are bevkuf kya brahman Garib nhi hote.....??
यह कहानी सुनकर देखकर आंसू निकल आये😭😭😭😭😭😭 आज भी यही सब हो रहा है गरीबों को सताने में कुछ लोगों को बहुत मज़ा आता है ।जैसे लगता हैं ग़रीब इन्सान नही हैंवान है जो जानवरों से भी बत्तर सलूक किया जाता है
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You are right
Ye to kuch bhi nahi he dr Tulsi ram jnu ke professor ki ak aatam katha he use jarur dekhna jai bheem
Kathaa ka naam murdaiya
@@SeemaSeema-rh2ce ok sister ji 🙏जय भीम 🙏
महान साहित्यकार प्रेमचंद को शत शत नमन।
मुंशी प्रेमचंद जी की कलम देवताओं को जन्म देती है।
महान साहित्यकार को शत् शत् नमन।🙏🙏🙏
stop insulting devtas like this
Dear @@saloni2244I'm not insulting anybody.
Devta kha the jab yesa atyachar hota rha 😭
@@saloni2244 ishme insult kaise hua
300 se jyada kahaniya है unki
इतना शोषण, उस समय की वास्तविकता की हकीकत को बयां करती हुई कहानी। धन्य हैं प्रेमचंद जी
Ye socho pure gaon me ek hi amir tha aur tumhare gaon me hua hai aisa sab chutiyapa hai
@@vivekpandey-er1fy pure gaon me sirf 4 log hi dikhaye
Iska matlab ye nhi ki pure gaon me 4 log hi the
Kuch log munshi premchand pr bhi ungali utha skte he
Bap dada ka bura karam chupane ke liye
@@vivekpandey-er1fy ha e 4 -5 hi log rhte h aur pure gaon malik bna baithte the but o jamana gya Dr bhim k karan hmko rights mila. Purane time me pandit chaubey etc. ne chote biradri p bahut anyay kia.
@@vivekpandey-er1fy आज भी ब्राह्मण जहाँ ज्यादा है वंहा ऐसा ही करते है l
हाँ ये सब सौ प्रतिशत सच है और यह कमीने शोषण करने वाले बाहर देश से आये हैं और आज भी किसी न किसी तरीके से यहां के मूल निवासियों का शोषण कर रहे हैं इन्हे इस देश से भगाना होगा
आपकी हर कहानी हृदय को झकझोर कर रख देती है।ह्रदय से प्रणाम करता हूं महान लेखक को जो समाज की कुरीतियों को इतने बेबाक तरीके लिख देते हैं।
काश इनमे मालाबार में हिन्दुओं के genocide के उपर भी कार्यक्रम बनाने की औकात होती
जमीदारों का नामो निशान मिट गए आज जमीदार लोगों के लिए नौकरी कर रहे हैं परमात्मा सब के समय देता है
Ye galat femi hai apke dost zamindari ab bhi hai bas unofficial hai
प्रसार भारती का आज भी कोई जोड़ नही है.old is always gold
मुंशी प्रेमचंद की कहानी नहीं समाज का आईना होता है उनकी कहानियों में आंसुओं को रोक पाना बड़ा मुश्किल हो जाता है
मेरे प्राथमिक , जूनियर और अन्य स्तर की पुस्तकों के लेखक और कवि की हम सब शिष्यों पर आशीर्वाद और कृपा हमेशा बनी रहे ।
इन सब दयनीय स्थिति के बाद भी आज हमारे पुरखों के कर्म फल से हम लोग यहां तक पहुंचे और हमें लगता है कि यह सब मुफ्त में हो गया है धन्यवाद मुंशी प्रेमचंद्र जी
ऐसी परिस्थितियों में भगवान ने तो कुछ नहीं किया
किंतु बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर जी ने ईश्वर से भी बढ़कर कार्य किया है ।
जय संविधान जय भीम जय हिन्द।।
क्या अंबेडर जी ईश्वर का सृजन नहीं थे क्या
@@abhinavsinghbhati2692 हां
ईश्वर से परे कोई भी नहीं है
@@surendraabhishek5745 mere liye ishwar sirf baba saheb hain.
Yahi main kahnay vaala tha ki ye samvidhan se pahlay ka atyachar haï aur aaj jb sab apna mn ka kaam krnay k liye free Hain to kuch logo ko samvidhan पसंद नहीं है संविधान की प्रतियां जलाते हैं जो यह सब करते हैं बो १०० साल पुराना सिस्टम च्चहताय हैं जिसमे लोग उनकी गुलामी करें।।
Ekdam sahi bole bhaiya Weldon 🤟 🤟🤟 🤟🤟 🤟 i am proud of you keep it up
प्रेमचंद की कहानियां जब भी पढ़ती हूं या देखती हूं तब उनकी कहानियां मन को छू लेती हैं।
Etna high level ka acting avi dhekne ko ni milta yar. Salute
Yes
@Memes World binood
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youtube.com/@Boltikitabein1001
आज सुबह ही इस कहानी को dd bharti पर देखा ।
बहुत अच्छा लगा ।
नूतन सूर्या जी ने जिस तरह किरदार को निभाया वो दिल को छू कर गया।
मुंशी प्रेमचंद जी की कहानियाँ समाज को सच्चाई का पथ दिखाया मानव धर्म सबसे बरा धर्म है शत शत नमन
वाह! वाह!
मुंशी प्रेमचंद जी का सामाजिक जीवन का चित्रण एक दम जीवन्त लगता है।
अबे वाह वाह कर रहा है वामन ! देख ले तेरी जाति के कितने नीच ,अत्याचारी और कुत्ते होते थे जो साले सुअर गरीबों ,मजलूमों पर कैसे जुल्म करते थे ...
और इतिहास में इल्जाम ठाकुरों पर लगाया जाता है कुकर्मी ब्राह्मण होते थे 🙄😠😡😡😡
youtube.com/@Boltikitabein1001
गांव गांव ही होता है आत्मा है भारत की
पहचान और अस्तित्व है भारत की
जहां तक नजर जाए वहां तक सारी जमीन ब्राह्मणों , चौधरीयो और ठाकुरों की,सारा पक्ष इन्हीं लोगों का ऐसी परंपराएं हिन्दू संस्कृति में बनायी जाती रही है, और भारत के मूलनीवसी यह नियम ढोते रहें, किंतु भारत के मूलनीवासी Sc,St,Obc यह बात समझ नहीं सके है आज तक।
कलम के सिपाही मुंशी जी की कहानी बहुत बेहतरीन होती थी l
अमीर गरीब उच निच बड़ा छोटा सब इनके कहानी के किरदार के अहम होते थे l
मुंशी प्रेमचंद जी की हर कहानी अंतरात्मा को झकझोर कर रख देती है । थोड़ी देर के लिए शब्द ही नहीं रह जाते कुछ बोल सकने के लिए
मुंशी प्रेमचंद जी की कहानियों में मैं अपना बचपन देखता हूं दोस्तों मित्रों
मुंशी प्रेमचन्द जी महान समाज सुधारक थे तभी तो उनकी अद्भुत कलम से प्रेंरना युक्त कहानियां निकलती थी।उनकी कहानियों को कोई इंग्लिश में अनुवाद कर देता तो नोबेल पुरस्कार विजेता बन जाते।,🙏🙏
Mahan sahityakar Munshi Premchand Ji ko sat sat Naman
मुंशी प्रेमचंद जी को हम जमीदार युग के अंबेडकर कह सकते हैं
उन्होंने अपनी लेखनी के द्वारा दबे कुचले समाज के लिए बहुत कुछ किया है
इन उपन्यासों की छवि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जेहन में रही होगी और उन्होंने संविधान का निर्माण करके वंचित समाज के लिए पुण्य कार्य किया है
नमन🙏 मुंशी प्रेमचंद जी को
पूजनीय बाबा भीमराव अंबेडकर 🙏🙏🙏
उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की कहानियां तत्कालिक सामाजिक परिस्थितियों का ताना-बाना बुनते नजर आती है यह कहानियां आज भी उतनी ही प्रसांगिक है जीतने की तत्कालिक समय में रहे होंगे समय के साथ साथ इसके प्रभाव घटने के बजाय बढ़ती ही जा रही है इन कहानी से दूर होना दूर रहना हमारे समाज की बहुत बड़ी हनी होगी
कुकर्मी को सामने ही सजा मिलने का प्रावधान अगर ईश्वर ने बनाया होता तो आनंद ही कुछ और होता ।
भगवान के घर देर है अंधेर नहीं पर मेरी समझ से देर भी अंधेर का ही दूसरा रूप है।
मैं आज से शपथ लेता हूं कि मैं इन भ्रष्टाचारी नेताओं व जमीदारी , बंधुआ मजदूरों का विरोध करता हूं।। मुंशी प्रेमचंद को शत-शत नमन
youtube.com/@Boltikitabein1001
Good 👍
बहुत सुंदर कहानी है काश ऐसा हर उस दुष्ट व्यक्ति के साथ हो जो उस दुष्ट जमींदार के साथ हुआ, किन्तु कहानी के अन्त मे जमींदार के पतन को चरितार्थ नही किया गया जिससे कहानी मे अधूरेपन का आभास होता है कृपा अन्तिम दृश्य निर्मित करने की कृपा करे धन्यवाद
shi kha apne 🤔
मानव समाज में भी जंगल का ही कानून चलता है । शिकारी नहीं बने तो शिकार बनना तय है ।☝
बहुत मार्मिक कहानी जो हमारे समाज में ऊंच नीच के भाव को दर्शाती है। परंतु ये सब पुराने समय की बात है अब लोग अपने हक के प्रति जागरूक है।
मुंशी प्रेमचंद के चरणों में बार बार प्रणाम करता हूं उपन्यास के माध्यम से पुरानी हकीकत को उजागर किया है और हम सभी को मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास को सुनना चाहिए और गहराई से अध्ययन करना मानना है कि मुंशी प्रेमचंद ने
जमीनी हकीकत अपने उपन्यास में दिखाई टीवी सीरियल बनाने वाले सभी पात्रों से मेरा अनुरोध है मुंशी प्रेमचंद के उपन्यासों को जरूर टीवी पर दिखाए
पहले ज़मीदार अब नेता हालात तो अभी भी वो है
Satya vachan
Kon buldojar baba
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नेता नहीं पूंजीवादी, नेता तो वोट से बदला जा सकता है ।
@@rajansmart121 kjj
Aaj chije badal gyi.. Be rang se sab rang birnga ho gya..lekin wo waqt sabse acha tha, mujhe khushi hai maine hum log mahabhart jese program dekh kar aona Bachpn bitaya h wo bhi kisi k ghr me beth kar kynki television nhi the sabke pas...marte waqt meri yado m wo waqt hamesha rhega..aj 2024 bhi sunkun nhi deta..kash Wahi waqt fhir a jaye...❤❤
मुंसी प्रेमचंद्र daura रचित कहानी हमें यह सिख देती है,,की जबतक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की गई हुई जगह पे ना पहुच जाओ। यही आदित्य तुम हो जिंदँगी मे एक लक्ष्य रखो लगातार मेहनत करो,, और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ रहो...!!
ये कहानी गरीबी से जुछ कर अपने पेट भरने के लिए,,कठिन परिश्रम करके एक औरत की मार्मिक ढंग से टिप्पणी की गयी है...!! औरत जब दुर्गा का रूप धारण करती है तो,,वे महिषासुर जैसे राक्षसों का विनाश कर के हि सांस लेती है..! अत्याचार इतना कीजिये की,,सहा जाये.. इतना ज्यादे मत कीजिये की इंसान को जिंदगी में भी घुटन महसूस हो...!!😢😢
Thank you baba saheb Ambedkar and thank you munsi prem Chand Ji🙏
Jo akela ho jiska koi na ho garib ho uska koi kuch nahi kar skta usko sab dabate hai ambedkar ho ya koi sab ek jaise hai siwdhan sirf amiro ki sunta hai jiske pass paisa usko turant bail grib begunha puri zindgi jail me rehte hai
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@@lokiloki2504 wo sb bike hue officer hote hai jo garib or amir dekh kr Naya krte hai constitution me sbke liye same provision hai but aadmi paise ke liye aaj amiro ke liye alag or gribo ke liye aalg bna diya hai
@@lokiloki2504ppppp
Jii
Hey Baba saheb aapne hum logon ko naya jeevan diya aap amar rahen jai bheem
@deshpal mukharji 😂😂😂
Kiyion baba sahab ke naam se jalan ho rahi hai kiya... Unhein ne sambhidhan.. Banaya hai.. Tabi to.. Yense.. Type ke log control hai... Nahi to ye.. Aam logo par aathachar karte.....
Shi m ambedkar na hote toh ham aj bhi gulam hote
अभी भी सोसन बदला नही है बस देखने और सोचने समझने का नजरिया बदल गई है
मन को कुरेदने वाली कहानी है।।।ऐसा मुंशी प्रेमचन्द की रचनाओं में ही देखा जा सकता है।।
एक रात में पूरा युग बीत गया ...क्या बात है ...best ever
आज भी गरीब आदमी कि जिंदगी ऐसी ही है
No bhaiya aaj kal sarkar 2 rupay kilo chawal dal sab de deti hai
stop whining like a loser rich ppl have their problems too
Aj ka date me garib aadmi ko baith k khane ka aadat dalwa dia hai government... Sab k sab bekaar ho chuke hain...
पिडत्तों की दुखियारों की आवाज थे और आज सभी के प्रिय राष्ट्रवादी हैं "मुंशी प्रेमचन्द" जी को सत् सत् नमन वो हमारे बीच में सदा जीवंत उदाहरण रहेंगे उन्की कहानी अपने बच्चों को जरूर सुनाये इस से आपका बेटा आदर्श होगा🎉🎉🎉❤❤❤
Excellent 👌👌
Love from Lahore Pakistan.
Munshi Premchand Always Shows The True And Real Picture of Rural Indo Pak Subcontinent.
Keep it up and Stay Blessed
Jeo BHAI,SB ki Khair ho.
No not at all musni premchand shows real picture of indian society don't say pakistan
. .
ĺ000k
Not indo-pak continent...." It's indian continent"
kaise ho bhai sab thik hai na waha
ये कहानी बताती है भारत में अंग्रेजों का आना बहुत जरूरी था। क्योंकि उन्होंने ही सामंत शाही (जमींदारी प्रथा) को खत्म कर दिया।
Angrej na aate to aaj bhi hamare Desh me detectorship hoti
दया ही धर्म का मूल है,,, 🙏
यही galatfehmi पृथ्वीराज को भी थी 🤣😂 दयावान होने और मूर्ख होने में अन्तर होता है
प्रेमचंद की सभी रचना उत्तम है
सभी मे गहरा प्रभाव है
अपने समय से बहौत आगे है
लिखने का अंदाज़ निराला है
मुंशी जी ने जो समाज की वास्तविकता को अपने शब्दों से अलंकृत किया वो तो स्वय भगवान भी नही कर पाते🙏
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इनकी कहानी कुछ ज्यादा ही boring hoti थी society इतनी भी खराब नही aur सारे गरीब भी acche हो ज़रूरी nhi अमीरों से जलते रहते हैं
@@saloni2244 गरीब को गरीब रखा किसने
@@saloni2244 brahmano ko har bat se dikkat he munshi premchand ho ya ambedkar 🤣🤣🤣🤣
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पहले छोटा घर हर रिश्ते बच्चे भाई बहन सब का प्रेम आज भी याद आता हा भूले न भूलता है आज फ्रिज कूलर ऐशी डबल बेड आगे सब सोचिये क्या पानी तब ठंडा नहीं था क्या खाना खराब हो जाता था 1 सब समझ जाओ कहाँ तक लिखे ।।।लिखे जो खत तुझे तेरी याद में हजारों रंग के नज़ारे बन गये ।
जमीदार मानव का चोला ओढ़े राक्षस होते थे।
Kisi ki aatma ko dukhane k baad ........apni baari ka intjaar jroor krna ......yhi is khani ka Saar tha
I can also relate this story, few years back a woman from some other village used to come and make our grains into evening snack called bhuuja. She collects dry leaves and almost every evening lights her bhaad and as a kid I used to be very excited to see the lighting of bhaad and the bhuja we get. I miss those days.
Now, when I visit my hometown I couldn't see that lighting of bhaad. This story has reminded me my beautyful old days. I can see her face in my mind.
Kamal kishore sir you have lovely heart, stay same brother..🤗😇
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🙂🙃
Har daur se Mel khaygi inki kahani
😢😢
कलम के बादशाह मुंशी प्रेमचन्द को शत् शत् नमन 🙏
मुंशी प्रेमचंदजी को शत् शत् नमन।🙏🙏🙏
मुंशी प्रेमचंद की कहानियां सच्ची घटनाओं पर आधारित थी
आज के समय में जब इतना उच्च जातियों का प्रताड़ना होता है तो उस समय में क्या होता होगा इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है
प्रसार भारती को बहुत बहुत धन्यवाद आजकल के समय मे ऐसी देखने सुनने मनन करने योग्य कहानी को सर्वसुलभ करने के लिए
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Manoj tiwari 's song make it perfect 😢😢 ❤❤ 18:27
Quality of true writer...naman hai premchand ji ko🙏
ऐसा कथाकार दुबारा भारत मे जनम नही लिया ❤❤❤
0:44 Background singer.. Manoj Tiwari.. Beautiful melody
hmmm...Granny winner Manoj Tiwari ....
Grammy
Thanks A Lot "prasarbharati" For Your Great Presentation 💐🙏💐
Thanks for uploading... Munshi Prem Chandra story... 😍😍😍😍
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गरीब की आत्मा रो देती है तो जड़ मूल से खो देती है
यही कारण था कि हमारे देश मे अंग्रेज ने राज किया और मुसलमान दोनों ने जमींदार से लड़ाई कि और प्रजा देखती रही
मुंशी जी को ❤ प्रणाम जब मन परेशान हो तब मुंशी प्रेमचंद साहित्य की सरण ले जय श्री राम मनीष कुमार मिश्र श्री धाम अयोध्या से
Munshi Premchandji ke lia mere pass shabd hi nahi hai . I em totally speechless . Grate great great.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सत सत नमन मुंशी प्रेमचन्द जी को आप जैसा साहित्यकार कभी नही होगा
Did any one notice the play back singer is manoj tiwari.. 😂😂
😅😅
Yes
Yes he has nice voice.
hay sabana
गरीब की हाय से लोहा भी भस्म हो जाता है।
हाय में बहुत बड़ी शक्ति होती है। महल में रहनेवाले
जो बेगारी कराते थे।आज उन महलों में कबूतर और चमगादड़ रहते हैं।
Sach me .. bht touching h.. watching in September 2022.. highlight these stories so new generations could learn something out of it
Munshi Prem Chandra... Mere favourite writer hain.. 😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘 love you so much.....
Purani h per aaj bhi satya h ei kahaniyaan
Background song is awesome 🎉🎉 Proud to be Bihari ❤
True ❤ Song of Manoj tiwari best ❤❤
हृदय विदारक कहानी वाह मुंशी जी 🙏
,ये शोषण वर्ण व्यवस्था , मनुस्मृति के तहत होता रहा है
सोचो अब हर इंसान एक राज्य से दूसरे राज्य मे जाकर मेहनत मजदूरी या कंपनी में कार्य कर सकता है,, इतनी मुसीबत में भी ईश्वर नहीं आए,सोचो संविधान ना होता तो क्या होता आज,,बाबा साहेब डा.भीम राव आंबेडकर जी के चरणों में शीश झुकाते है एक महान संविधान के लिए
Jay bhim namo buddhay
Jay baba Bhimrao Ambedkar ji ki
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हिंदी साहित्य के बड़े उदाहरण है मुंशी प्रेम
2021 jan ...... what a story ! 🙌🏻🙌🏻 🙏🏻
वो दूरदर्शन था मगर रिश्तों के करीब से दर्शन थे आज ये वक्त हैं रिश्तों के सिर्फ मोबाइल पे दर्शन होते हैं
इतिहास गवाह है।गरीब का सदा शोषण होता रहा ।होता रहेगा 😪🤔
मुंशी प्रेमचंद जी नमन हे आपको ❤️🙏🙏🙏🥺🥺
Munshiji ke natak, humesha samaj ki saachai se parichaye karate hai...pranam.
प्रेम चंद्र जी की कहानी की तुलना नहीं! कहानी का प्रस्तुति सराहनीय है!! सजीव चित्रण प्रशंसनीय है
Literally Munshi Premchand is a legend in story era
What was the time,I cannot see and tolrate such type person like Jamidar, who gives pain to innocent person.pityful.
Aaj bhi in jamidar aur iss garib jaise lakhon milenge.
Munshi premchand ki kahani hame kya kuchh nahi sikhati h .
Samjhane vala sahi hona chahiye.
I salute you premchand ji
यही लोग अब नेता बनकर गरिबो के हक का खाते हैं
Jay Satya sanatan ki ye Satya sanatan ki Jeet hai hindutwa ki Vijay hai ye hamare gaurav shali dharm ki mahanta hai ye us mahan Hindu dharm ki sarvochhta hai jis pe log garv karte hai
Premchand sir always in our heart
Kitna pyara aur real jaisi acting h es logo ki mujhe mera gaav yaad aa gya ye sab dekh kr ❤️
Ishwer ke darwar me sbka nyay uske krmo ke hisab se h dolat ke hisab se nahi munshi premchand ji ka jo observation US jamne me tha vo aaj bhi hume apne samaj me dekhne ko milta h
Heart touching story🙏💐
What you sow.... you reap the same (you will get back the same....) Karma always Returns on the right time.
आधा सच! कभी कभी मनुष्य के हाथ प्रयत्न करके भी कुछ नही रहता तो कर्म जैसा व वैसा फल मे कभी कभी सच होता है।
Mujhe bachpan yad aa rahi hai is serial ko dekh kar ke ...Bachpan ke din kafi achha tha
Munshi premchand ki kahaniyan dil ko bhajaati hain .
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