महान साहित्य कार मुंशी प्रेम चंद की लिखी कहानी सुनकर आंखों से अविरल अश्रुधार रुकनेका नाम हीं नहीं ले रही, इस मार्मिक, भावनात्मक कहानी को सुनकर मुशीं प्रेमचंद कौ शत् शत् नमन् 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
इस कहानी को सुन कर हृदय फटने को हो गया । आँखों से अश्रु धारा की गंगा जमुना वह निकलीं । प्रेमचन्द कितना महान कहानीकार है, मैं हृदय से उनका सत्कार करता हूं। और आप का भी जिन्होंने इस कहानी को यू ट्यूब पर सुसज्जित किया ।
I am just 17 yrs old and I have heard read a lot of stories of Shri munshi premchand and everytime he just made me and all of us like our whole soul just waving in his stories and that's the virtue of a true writer I am too blessed that writers like them are born in our country ❤❤🥰🥹🫀🫀
मे जाति से संविधान के तहत ब्राह्मण हू ओर थूकता हू उस, समाज पर जिन्होंने भेदभाव छुआछूत को जनम दिया!! ओर माफी मांगता हू अपने सभी हरिजन भाई बहनो से ओर वचन देता हू हम कभी जातिवाद नही करूगा
यह कहानी जातिवाद पर नही है, ये तो औरत होना 😮कितनी बड़ी सजा है उस पर है, स्त्री का जन्म लेना ऐसा मालूम पड़ता है जैसे पिछले जन्म में ढेर सारे पाप किए होंगे, तभी भगवन स्त्री के रूप में पापों के पश्चाताप के लिए भेजे होंगे 😢😢😢
Bhai Harijan nahi Dalit bolo kyoki ham to us varn vyavastha ka bhi hissa nahi the 😥...to fir hame Hinduism se jod ke harijan kyo bana rhe ho ab?...jab pehle hi hindu nahi Gina gaya to ab kyo hindu banane me lage huye ho?....ab ham sirf insaan bankar rehne me khush hai,naa koi jaati na koi dharm bas 🙏
प्रेमचंद कि कहानी बहुत ही मार्मिक है❤ मुझे सबसे ज्यादा इनकी कहानिया पड़ना पसन्द जब मैं 5th क्लास मे थी तो 1st कहानी पढ़ी ,पंचपरमेश्वर फिर 6class me ईदगाह जो मेरे दिल को छु गयी मैंने और बहुत इनकी कहानिया पढ़ी है 😊..... आपको धन्यवाद 🙏🙏
आधुनिक युग में भारत का एक गांव भी जाति मुक्त गांव नहीं है यह एक कुर्ती है हम कब इंसान बनेंगे तभी हम भारतीय कहलाएंगे विश्व गुरु की बात करते हैं हम कब सुधरेंगे
कहानी बहुत अच्छी लगी,शूद्रा और मगरूर मिलन तो महान प्रेमचंद ने करा दिया।जल समाधि दिलाकर।इसमे उनको दोष तो नही दिया जा सकता परंतु मेरे विचार से यदि सुखद मिलन करा कर कहानी का अंत करते तो और अच्छा होता।जो उन जैसे कहानीकार के लिए मुश्किल नही था। परंतु उन्होने अपनी अधिकांश कहानियो मे इसी तरह का अंत किया है।लेकिन फिर भी मै उन्हे दोषी नही ठहरा सकता। नमनहै।
Komal madam dwara likha gaya Nobel can I hold your hand ka nava episode bahut badhiya laga aur binda madam ke awaaz bhi bahut achcha surili aur padhne ka dhang bahut badhiya to ISI tarah se😊
मुन्सी प्रेमचन्द की कहानी भारतीय संविधान मानवतावाद प्राकृतिक वाद पर्यावरण संरक्षण सूचनात्मक सत्यशोधक सामाजिक विकास सांस्कृतिक आदान-प्रदान राजनीतिक आर्थिक सामाजिक शैक्षिक न्यायिक गणितीय सिद्धांत पर आधारित हैं ।
What a Sad and Heart Tuching "Shudra "by Resprscted , Munsh Prem Chand , Social , Emotional the Story of " Poor Family ".I Salute to the Writer , Munshi Prem Chand with great Wishes .thanks
आज की जनरेशन को इस ओर मोड़ना बस इसलिए ही कठिन हो जाता है की सबकुछ आदर्श होने पर भी अंत बड़े नकारात्मक होते है। हैं; तो कहानियां ही उन्हें स्कारत्मक अंत देना कही अधिक सही है क्योंकि हर व्यक्ति अपना ह्रदय बहुत मजबूत एकदम नहीं कर सकता। अतः अंत स्कारातमक होने चाहिए। परम आदरणीय प्रेमचंद जी के लिए मेरी कोई हैसियत नहीं जो कुछ कह सकूं किंतु चाहती हूं की सारा जनमानस खास आज की पीढ़ी अच्छा साहित्य वह भी भारतीय पहले पढ़े। क्योंकि हमारे भारतीय समाज की सीख यही प्राप्त की जा सकती है न कि विदेशी साहित्य से।
रिश्तो को यह याद नहीं रहता की आप कितना कमाते हो लेकिन उसे यह याद रहता है कि आप उसे समय और केयर कितना देते हो उसके साथ रहे🎉 एक पत्नी की सबसे बड़ी जीत तब होती है जब सारी दुनिया उसके खिलाफ हो और उसका पति कहे तुम घबराना नहीं मैं तुम्हारे साथ हूं💞❣️🌹💞💞💞💞❣️❣️❣️
मुंसी प्रेम चन्द्र की शूद्रा"”आज के समाज के लिए अप्रासंगिक है। यह कहानी समाज में द्वेष पैदा करने वाले नेताओं के लिए संजीवनी काकाम करने के लिए अति उत्तम है। 🙏धर्मेन्द्र कुमार पाठक "केन्द्र", पाली, भदोही।
Mere prernadayak mujhe inki kahani bahut ham jab pahli class se aathvin class Tak aur barahvin Tak inhi ki kahaniyan sunkar humne stri baat aur Anya kahaniyan ko Suna hai inki kahaniyan jarur aur RO Tak pahunchne chahie ki kaise hamari samaj ki. Mansikta hai
कहानियां वास्तविकता की परछाईं ही तो होती हैं। बड़ा दुख होता है ये देख कर की सदियो से चलती आ रहीं ये कुरीतियां हर युग में एक नए रूप में दिखाई पड़ती हैं। ं
यह कहानी सत्य है उन दिनो दो पैर वाले पशू होते थे और वै राक्षश ही होते थे। हमारे भारत मेँशनातन धर्मही ऐसा धर्म हैँ जिसमेँ आत्मा होती और आत्म शक्ति होती है। और दोपैर वाले जानवर होते हैं और वे अपना जानवर बुद्धि दूसरोँ को भी देते हैँ।।।। इसीलिए ये अपनी बुद्धि थोपते हैँ लेकिन इन पशुओंका उद्धार केवल सनातन मँत्रो मेँ है चार पैर वाले पशू होँ या दो पैर वाले पशू होँ उद्धारक शक्ति सनातन मेँ ही है नमो भगवते वासु देवाय नमः।।।।।।
❤ The Kahani Samrat has even written on the struggles of Indian immigrants in Mauritius by linking it to India. What a beautiful short story. So lively..I read this story decades ago.
आज अगर श्री मुंशी प्रेमचंद जी होते तो मैं उनसे एक बात जरूर पूछता की अंत में आप की कहानी इतना दुख क्यों देती है किसी भी कहानी का कोई सुखमय अंत क्यों नही करते
अत्यंत मार्मिक और अच्छी प्रेम कथा है,कहानी है पर इसमें शुद्रा का जिक्र कहां है शुद्रो की दशा का वर्णन तो इसमें है ही नहीं,अगर एक और गरीब गौरा है तो सफर में मिली एक और ब्रह्माणी है,,, शुद्रा केवल शीर्षक है?
ज्ञान वो होता हैं जो जीवन मरण के बीच का पर्दा उठाते हैं आपका शक करना आपके लिए नुकसान दायक है तो शक करना आपके लिए फायदे भी है और सबसे बड़ा फायदा है कि शक यकीन में बदल भी जाएं तो कोई गलत कदम ना उठाया जाए। लोग यहां किसी के विश्वाश में आकर बहुत कुछ खो देते है तो वही कही लोग शक में होकर बहुत कुछ खो देते है अपनी राह आसान यही है कि शक करें और शक यकीन में बदल जाएं तो कोई गलत कदम ना उठाए सिर्फ सतर्क हो जाएं।
यह कहानी आदर्शों का उच्च मानक स्थापित करने वाली हैं। मुंशी प्रेमचंद जी की कलम से ऐसी सैकड़ों मोती स्वरूप कहानी निकली हैं।
महान साहित्य कार मुंशी प्रेम चंद की लिखी कहानी सुनकर आंखों से अविरल अश्रुधार रुकनेका नाम हीं नहीं ले रही, इस मार्मिक, भावनात्मक कहानी को सुनकर मुशीं प्रेमचंद कौ शत् शत् नमन् 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤😊🎉😮
इस कहानी को सुन कर हृदय फटने को हो गया । आँखों से अश्रु धारा की गंगा जमुना वह निकलीं । प्रेमचन्द कितना महान कहानीकार है, मैं हृदय से उनका सत्कार करता हूं। और आप का भी जिन्होंने इस कहानी को यू ट्यूब पर सुसज्जित किया ।
जो दो आदमी में से एक ने गौरा का हाथ पड़ता तो मगरू उसपर चिल कर बोला कासिम यानी वो जल्लाद मुल्ला थे।
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😮😮@@bikramatiwari
मुन्नी जी समाजिक बुराइयों देश की समस्याओं स्वतन्त्रता के लिए अतभुत योगदान दिया ऐसे साहित्यकार को नमन
मुन्नी प्रेमचन्द
Ye Mrich desh kaha hoga?
@@pras10_acoustician85GT😂😂
@@bktrivedi1729😂
एक मार्मिक कथा😢स्त्रीत्व का एक सामाजिक और आर्थिक विकास किये बिना ये कहानी आज भी जीवित है🎉।
ruclips.net/video/6GdrURvnPMA/видео.htmlsi=vzIRajMr_R-PuhkY
I am just 17 yrs old and I have heard read a lot of stories of Shri munshi premchand and everytime he just made me and all of us like our whole soul just waving in his stories and that's the virtue of a true writer
I am too blessed that writers like them are born in our country ❤❤🥰🥹🫀🫀
❤❤
कहानी सम्राट प्रेमचंद जी की उस दौर की परिकल्पना का सजीव चित्रण सा है। सैकड़ों गौरा आज भी उसी पथ पर है।
😢महान साहित्यकार मुन्शी प्रेमचन्द जी को कोटि कोटि सम्मान आप की कहानिया मार्मिक हृदयस्परसी और समाज का आइना हैं
2:12 2:13
Ye Mrich desh kaha hoga?
मे जाति से संविधान के तहत ब्राह्मण हू ओर थूकता हू उस, समाज पर जिन्होंने भेदभाव छुआछूत को जनम दिया!! ओर माफी मांगता हू अपने सभी हरिजन भाई बहनो से ओर वचन देता हू हम कभी जातिवाद नही करूगा
यह कहानी जातिवाद पर नही है, ये तो औरत होना 😮कितनी बड़ी सजा है उस पर है, स्त्री का जन्म लेना ऐसा मालूम पड़ता है जैसे पिछले जन्म में ढेर सारे पाप किए होंगे, तभी भगवन स्त्री के रूप में पापों के पश्चाताप के लिए भेजे होंगे 😢😢😢
चल झूठे....भीमटे!
👍👍👍
Bhai Harijan nahi Dalit bolo kyoki ham to us varn vyavastha ka bhi hissa nahi the 😥...to fir hame Hinduism se jod ke harijan kyo bana rhe ho ab?...jab pehle hi hindu nahi Gina gaya to ab kyo hindu banane me lage huye ho?....ab ham sirf insaan bankar rehne me khush hai,naa koi jaati na koi dharm bas 🙏
@@truthtalker9375 Abe ! Wo bhi Bheemta hi hai bus surname churya hai..... Dono mil ke bhai bhai khel
भारत के गांव में गरीबो की स्थिति कुछ ऐसी ही है 2024😢
Y6rrey etching you 8vtrt😮🎉🎉😮🎉
प्रेमचंद कि कहानी बहुत ही मार्मिक है❤ मुझे सबसे ज्यादा इनकी कहानिया पड़ना पसन्द जब मैं 5th क्लास मे थी तो 1st कहानी पढ़ी ,पंचपरमेश्वर फिर 6class me ईदगाह जो मेरे दिल को छु गयी मैंने और बहुत इनकी कहानिया पढ़ी है 😊.....
आपको धन्यवाद 🙏🙏
❤
Mene bhi
ये कहानी आज के युग में रोज सुनना बहुत जरूरी है। प्रेम राह के अनभिज्ञों के लिए।🎉🎉
अत्यंत मार्मिक रचना, प्रेमचंद जी का साहित्य हिंदी का अनमोल खजाना है🙏
😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
आधुनिक युग में भारत का एक गांव भी जाति मुक्त गांव नहीं है यह एक कुर्ती है हम कब इंसान बनेंगे तभी हम भारतीय कहलाएंगे विश्व गुरु की बात करते हैं हम कब सुधरेंगे
प्रेम चंद जी लिखी निर्मला मेरे जीवन में बहुत ही गहरा असर कर गई ।
धन्यवाद प्रेमचंद जी ।🎉😢
Ye Mrich desh kaha hoga?
😞😞
प्रणाम मुन्शीजीको और उन सभी को जो
समझते हैं कि उनका साहित्य इस जमानेमें भी आम आदमी तक पहुंचना जरूरी है |
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कहानी बहुत अच्छी लगी,शूद्रा और मगरूर मिलन तो महान प्रेमचंद ने करा दिया।जल समाधि दिलाकर।इसमे उनको दोष तो नही दिया जा सकता परंतु मेरे विचार से यदि सुखद मिलन करा कर कहानी का अंत करते तो और अच्छा होता।जो उन जैसे कहानीकार के लिए मुश्किल नही था। परंतु उन्होने अपनी अधिकांश कहानियो मे इसी तरह का अंत किया है।लेकिन फिर भी मै उन्हे दोषी नही ठहरा सकता। नमनहै।
Wo vastavik ghatna ko kahani ka rup de dete the
मुंशी जी अपने समय के सामाजिक ताने बाने को हृदयता से समझते थे।
मुंशी प्रेमचंद जैसा साहित्यकार कोई पैदा ही नहीं हुआ। ग्रामीण संस्कृति का सीधा-साधा चित्रण सुनते और देखते नहीं बनता।
मुंशी प्रेमचंद्र की कहानियाँ अपने आँचल में कोई न कोई आदर्श शिशु को जीवन का अमृत पान कराती होती हैं।
'Poosh ki raat' 10th m padhi thi, bahut hi aatmiyata mahsoos hua, Munsi ji ko sat sat naman 🙏
महान कथाकार,कहानीकार,उपन्यासकार,नाटककार को सादर प्रमाण!शूद्रा कहानी की शुरुआत बहुत बेहतरीन थी लेकिन अंत दिल को द्रवित करने वाला था।😢😢
Komal madam dwara likha gaya Nobel can I hold your hand ka nava episode bahut badhiya laga aur binda madam ke awaaz bhi bahut achcha surili aur padhne ka dhang bahut badhiya to ISI tarah se😊
Thanks
😊
@@d.ntomar5163f
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
@@easylearningtre-junior😂😂😂😂😂😂😂❤
मुन्सी प्रेमचन्द की कहानी भारतीय संविधान मानवतावाद प्राकृतिक वाद पर्यावरण संरक्षण सूचनात्मक सत्यशोधक सामाजिक विकास सांस्कृतिक आदान-प्रदान राजनीतिक आर्थिक सामाजिक शैक्षिक न्यायिक गणितीय सिद्धांत पर आधारित हैं ।
😅😊😅😮
🙏👍💐
Ye Mrich desh kaha hoga?
Aaj samaj gya admi kitne jaldi jhanse me ajata h"मुन्शी" जी की शूद्र नाम की न कोई कहानी है न कोई उपन्यास है
बहुत ही दिल को झकझोर देने वाली करुणा भरी मार्मिक कहानी है
What a Sad and Heart Tuching "Shudra "by Resprscted , Munsh Prem Chand , Social , Emotional the Story of " Poor Family ".I Salute to the Writer , Munshi Prem Chand with great Wishes .thanks
Where is this mrich desh?
मुंशी प्रेमचंद जी साहित्य जगत में ध्रुव तारा बन कर रहेंगे हमेशा
संत संत नमन
Wow........bahut marmik.....Gaura charitra patra.....bold.....ajar amar kahani
Ye Mrich desh kaha hoga?
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जय मुंशी प्रेमचंद। आप महान लेखक हो।
Ye mrich desh kaha hoga?
❤
मुंसी प्रेम चंद जी वास्तव मे साहित्य,व समाज दोनो के दर्पण थे।उन्हे सत सत नमन।
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सुधर जाना चाहिए सब मिलजुलकर रहना चाहिए।
अब तो शूद्र इत्यादि भाव समाप्त होने चाहिए ।😢😢
बहुत मार्मिक कहानी, मुंशी प्रेमचंद ने लिखी थी। प्रेम चंद आज भी जिवितहै,।
ruclips.net/video/6GdrURvnPMA/видео.htmlsi=vzIRajMr_R-PuhkY
विश्व के महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद इनकी लेखनी को क्या कहे उनको प्रणाम ।
मुंशी प्रेम चंद जी की शत शत नमन्
ruclips.net/video/6GdrURvnPMA/видео.htmlsi=vzIRajMr_R-PuhkY
आज की जनरेशन को इस ओर मोड़ना बस इसलिए ही कठिन हो जाता है की सबकुछ आदर्श होने पर भी अंत बड़े नकारात्मक होते है।
हैं; तो कहानियां ही उन्हें स्कारत्मक अंत देना कही अधिक सही है क्योंकि हर व्यक्ति अपना ह्रदय बहुत मजबूत एकदम नहीं कर सकता।
अतः अंत स्कारातमक होने चाहिए।
परम आदरणीय प्रेमचंद जी के लिए मेरी कोई हैसियत नहीं जो कुछ कह सकूं किंतु चाहती हूं की सारा जनमानस खास आज की पीढ़ी अच्छा साहित्य वह भी भारतीय पहले पढ़े।
क्योंकि हमारे भारतीय समाज की सीख यही प्राप्त की जा सकती है न कि विदेशी साहित्य से।
thnks for watching.
🙏
मुंशी प्रेमचंद साहित्य जगत में ध्रुव तारा बन कर रहेंगे हमेशा
दिल को छू लेने वाली मार्मिक कहानी प्रेमचंद जी की कहानी दिल की गहराइयों तक पहुंच जाती हैं
मुंशी प्रेमचंद को शत् शत् नमन बहुत सहज और सुन्दर तरीके से कहानी को प्रस्तुत किया गया है।
मुंशी जी निः शब्द कर देते हैं उनके कहानी।।।।
प्रेमचंद ko sat sat नमन करते हैं
एक संवेदनशील सरल परदुखकातरता
ह्रदय धनपत राय, जी को मेरा सेल्यूट
Munshi Premchand ne apne jivan mein is samaj ke upar bahut si kahaniyan likhi aisi pahle ki duniya thi
Munshi Premchand ji jab tak yah Prithvi hai aap aur aap ki kahaniyan Amar hai Jay Hind Jay Bharat
Ye Mrich desh kaha hoga?
रिश्तो को यह याद नहीं रहता की आप कितना कमाते हो लेकिन उसे यह याद रहता है कि आप उसे समय और केयर कितना देते हो
उसके साथ रहे🎉
एक पत्नी की सबसे बड़ी जीत तब होती है जब सारी दुनिया उसके खिलाफ हो और उसका पति कहे तुम घबराना नहीं मैं तुम्हारे साथ हूं💞❣️🌹💞💞💞💞❣️❣️❣️
Yarr... Last ke 37 minute ke baad...mere aankhe bhar 😢 aai... ye sunkar...Gajab kahani hai ye❤❤💚💚
Pus ki raat inki kahani Padhi pahli baar ,inki kahani me ek Alag hi udarta dekhne ko milti hai
मुंशी प्रेमचंद की कहानी में अलग ही भाव है मैं जब भी इनके कहानी सुनता हूं तो भावुक हो जाता हूं
VARY BEST. MUNSHI PREMCHANDJI KO SHAT SHAT NAMASKAR HEI.
This is really heart touching story...a very very grand salute to Munshi Premchand... Today you are alive.❤❤
Mujhe bhi Munshi Premchand ka saahity padhna bahut achha lagta tha aur aaj bhi pasand karti hu
बहुत सुन्दर रोचक प्रस्तुति कहानि म्मर्मिक
ह्रदयस्पर्शी
Maine ue kahani ..sunte saath...dekh bhi liya....pratyek shabd , wakya dimaag mein ek chavi bnata gya ..kahani dimag mein bnti gai ....sunkar mann ro utha aur dekh kr lga ki sarthak ho gya...🥺🥺🥺🥺
कितने तुच्छ , लालची और नीच मानसिकता वाले वो लोग रहे होंगे जिसने इंसानों में ऊंच नीच का सिस्टम बनाई। थू है ऐसे लोगों पर
ऊंच - नीच, अस्पृश्यता , अमीर - गरीबी सब अंग्रेजो की ही देन है
@@Pkurmi410 नही भाई अपने लोगों की ही देन है।
जो भी मच्छली बड़ी होगी शक्ति शाली होगी कमजोर मच्छली को निगलना चाहेगी चाहे जिस जाति की हों अच्छे विचार और मानवता ही ऐसा करने से रोक सकते हैं
बहुत अच्छी कहानी।
मेरा सब से प्यारे कहानीकार प्रेमचंद ।
बडी मार्मिक कहानी है ।सुनाने क सराहनीय प्रयास है। वक्ता प्रभावशाली है
मुंसी प्रेम चन्द्र की शूद्रा"”आज के समाज के लिए अप्रासंगिक है। यह कहानी समाज में द्वेष पैदा करने वाले नेताओं के लिए संजीवनी काकाम करने के लिए अति उत्तम है। 🙏धर्मेन्द्र कुमार पाठक "केन्द्र", पाली, भदोही।
मुंशी प्रेमचंद को सत सत नमन 😢
अत्यंत मार्मिक कहानी है मुंशी प्रेमचंद जैसे अब कहाँ
Munshi Premchand ji ka sahitya aur unki kahaniyan Aaj bhi prasangik hai
हृदय विदारक कहानी मुन्शी जी उच्चकोटि के साहित्यकार को शत् शत् नमन्
Mere prernadayak mujhe inki kahani bahut ham jab pahli class se aathvin class Tak aur barahvin Tak inhi ki kahaniyan sunkar humne stri baat aur Anya kahaniyan ko Suna hai inki kahaniyan jarur aur RO Tak pahunchne chahie ki kaise hamari samaj ki. Mansikta hai
मुझे सीता मय्या जी की कहानी याद आ गयी। उनके साथ भी तो ऐसा ही कुछ हुआ था।
कहानियां वास्तविकता की परछाईं ही तो होती हैं। बड़ा दुख होता है ये देख कर की सदियो से चलती आ रहीं ये कुरीतियां हर युग में एक नए रूप में दिखाई पड़ती हैं। ं
यह कहानी सत्य है उन दिनो दो पैर वाले पशू होते थे और वै राक्षश ही होते थे। हमारे भारत मेँशनातन धर्मही ऐसा धर्म हैँ जिसमेँ आत्मा होती और आत्म शक्ति होती है। और दोपैर वाले जानवर होते हैं और वे अपना जानवर बुद्धि दूसरोँ को भी देते हैँ।।।। इसीलिए ये अपनी बुद्धि थोपते हैँ लेकिन इन पशुओंका उद्धार केवल सनातन मँत्रो मेँ है चार पैर वाले पशू होँ या दो पैर वाले पशू होँ उद्धारक शक्ति सनातन मेँ ही है नमो भगवते वासु देवाय नमः।।।।।।
सनातन धर्म मैं जाती ब्यवस्था थी ही नही.वर्ण ब्यवस्था था ओर वो कर्मों के आधार पर होतीं थी जिसे सनातन का ज्ञान hai वो समझ सकता है
❤❤❤❤Munshi Premchandji Amar hain aur Sarvada Amar rahengay.Koti Koti pranam !Om Shanti !❤❤❤❤❤
Is kahani mai bhut tarha ke msg hain jo hume samajhna chahiye
मुंशी प्रेम चंद एक महान व्यक्ति थे❤
Marmite dil ka chhu lenewala.Premchand ji ko sat 2 namaste.
थन्यवाद प्रेमचंद जी ❤
I m from nepal prem chand ki kahani budhi kaki padh kar mera hridaye bahut rota hai hame pahale bujurgo ko samman karna chahiye
दिल को छू लेने वाली कहानी है
❤ The Kahani Samrat has even written on the struggles of Indian immigrants in Mauritius by linking it to India. What a beautiful short story. So lively..I read this story decades ago.
आज अगर श्री मुंशी प्रेमचंद जी होते तो मैं उनसे एक बात जरूर पूछता
की अंत में आप की कहानी इतना दुख क्यों देती है
किसी भी कहानी का कोई सुखमय अंत क्यों नही करते
Poosh ki raat 10th me padhi thi, bahut hi aatmiyata mahsoos hua, munshi ji ko sat sat naman ❤❤❤
so sad story मुंशी प्रेमचंद जी को नमन हैं 🎉
ऐसे महान कहानीकार को शत शत नमन
एक पवित्रतम प्रेम का इतना दुखद अंत मन द्रवित हो गया
Great story by great writer 🔥
Such a great writing and emotional
Pta nahi kese likha hai ise sun rahe to lga jese isko dekh rahe
अत्यंत मार्मिक और अच्छी प्रेम कथा है,कहानी है पर इसमें शुद्रा का जिक्र कहां है शुद्रो की दशा का वर्णन तो इसमें है ही नहीं,अगर एक और गरीब गौरा है तो सफर में मिली एक और ब्रह्माणी है,,, शुद्रा केवल शीर्षक है?
Sudhra jaati hai
Q@@harvirsingh6747
❤❤❤औ
ruclips.net/video/HWgqfkaUZok/видео.htmlsi=fmPISAcQNfgc6Xq6
करूण कहानी।मुन्शी प्रेमचंद महान कथाकार।
Bahut khoob 😊😊
Dhanya ho premchand.Zameen per chalte -chalte patron k marm Tak pahunchna...koi Ishwareeya satta sabka haal bayan kar rahi hai.😊
Khani bahut hi rochak h munshi prem Chand ji ko shat shat bar prnam 🙏🙏
Munshi premchand ki kahani to hamesha achhi hoti hai 👍🙏
Bye god bahut sachche likhte the munsi premchand jee 🙏🙏👁️
The great munsi premchand who brought reality of our Indian society.
I have read many of Munshi ji’s books! Very good writer, who wrote on social problems and problems of the weak and women.
कलम के सिपाही को सत सत नमन
Nice voice ❤
Itani marmik our hardya saparsi kahani hay re daiv magaru our gora par jara bhi tars na aaya ! Thanks bande matram !
इस कहानी के आगे मैं निःशब्द् हो गई हू❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏
Bahut Sundar kahani❤❤❤❤🎉🎉🎉❤❤❤🎉🎉🎉🎉❤❤❤🎉🎉
Kalam ke jadugar ke sat sat naman 😢
मुंशी प्रेमचंद अपने योग के महान प्रवर्तक थे
पूरा कहानी दिल मे उतर गयी और बहुत रोया...
ज्ञान वो होता हैं जो जीवन मरण के बीच का पर्दा उठाते हैं आपका शक करना आपके लिए नुकसान दायक है तो शक करना आपके लिए फायदे भी है
और सबसे बड़ा फायदा है कि शक यकीन में बदल भी जाएं तो कोई गलत कदम ना उठाया जाए। लोग यहां किसी के विश्वाश में आकर बहुत कुछ खो देते है तो वही कही लोग शक में होकर बहुत कुछ खो देते है
अपनी राह आसान यही है कि शक करें और शक यकीन में बदल जाएं तो कोई गलत कदम ना उठाए सिर्फ सतर्क हो जाएं।
Ek bahut karunamay kahani jisme avishvas havi ho gaya tyag aur visvas per .
Bahut hi sundar sunayi kahaani...thank u...aapke channel ko bhi mera thank u..