गरीब आदमी अदालत तक नहीं जा सकता, वह कोर्ट-कचहरी से दूर ही रहता है। वह केवल पोलिस/थानेदार तक ही जा सकता है। और पोलिस बिना "₹पैसा?' लिए किसी से बात भी नहीं करती इसीलिए माओवादी क्रांतिकारी आंदोलन जरूरी है, क्योंकि वो लोग नि:स्वार्थ भाव से गरीबों की मदद करते हैं।
गरीबों के साथ अन्याय आज भी निरंतर जारी है, समाज में कुछ प्रभावशाली लोग आज भी गरीबों को सताते रहते हैं जिनकी सुनवाई किसी भी अदालत में नहीं होती, इसीलिए सिर्फ इसलिए माओवादी क्रांतिकारी आंदोलन जरूरी है जरूरी है जरूरी है।
नक्सली क्रांतिकारी ग़लत नहीं है-ग़लत नहीं है-ग़लत नहीं है। सताए हुए गरीब - पिड़ित लोगों का संगठन है वर्तमान माओवादी क्रांतिकारी। मेरे विचार से तो, माओवादियों का राज आना चाहिए।
Naxali ka case turant solve kr hogya 60 case se barhi ,jb wo galt rasssta chun leta h tb... Aise koi aam aadmi ka case thana leke jao toh bs dorte rehna hoga.... Log kehte v court thana se dur rho....
इस व्यक्ति के बातों से स्पष्ट होता है कि ज्यादातर हत्याएं व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण ही हुआ करता है । और ऐसे हत्याओं पर न्याय न होना ही इस नक्सलवाद और माओवाद के सफाए का कारण भी बनने वाला है । खासकर बिहार में ऐसी हत्याएं ज्यादातर हुई है ।
गरीब आदमी अदालत तक नहीं जा सकता, वह कोर्ट-कचहरी से दूर ही रहता है। वह केवल पोलिस/थानेदार तक ही जा सकता है। और पोलिस बिना "₹पैसा?' लिए किसी से बात भी नहीं करती इसीलिए माओवादी क्रांतिकारी आंदोलन जरूरी है, क्योंकि वो लोग नि:स्वार्थ भाव से गरीबों की मदद करते हैं।
आपके बहुमूल्य विचारों के लिए आपका धन्यवाद
O jamana gaya jab naxali kaam karte the logo ka help karte the
गरीबों के साथ अन्याय आज भी निरंतर जारी है, समाज में कुछ प्रभावशाली लोग आज भी गरीबों को सताते रहते हैं जिनकी सुनवाई किसी भी अदालत में नहीं होती, इसीलिए सिर्फ इसलिए माओवादी क्रांतिकारी आंदोलन जरूरी है जरूरी है जरूरी है।
नक्सली क्रांतिकारी ग़लत नहीं है-ग़लत नहीं है-ग़लत नहीं है। सताए हुए गरीब - पिड़ित लोगों का संगठन है वर्तमान माओवादी क्रांतिकारी।
मेरे विचार से तो, माओवादियों का राज आना चाहिए।
उदय के बारे में बहुत फेमस बात है हमारे क्षेत्र में बोला जाता था कि वो बिना धार वाला टंकी से गर्दन काटता है।
इस दबाव समूह का होना बहुत जरूरी है।
आपके महत्वपूर्ण टिप्पणी के लिए आपका धन्यवाद
अच्छा रिर्पोटिंग
Thank you so much for your comments
माओवादी आंदोलन एक सशक्त दबाव समूह है, "जिसकी लाठी उसकी भैंस' जैसी राजनैतिक माहौल वाले इस देश में इस तरह के संगठन का होना बहुत ही जरूरी है।
good reporting ❤
Thank you so much for your comments
हसदेव क्षेत्र (saguja)वाले क्या करें
Thank you so much for your comments
Naxalism is a Red Revolution of India but now they are forgetting there vision...
Thank you so much for your comments
Naxali ka case turant solve kr hogya 60 case se barhi ,jb wo galt rasssta chun leta h tb... Aise koi aam aadmi ka case thana leke jao toh bs dorte rehna hoga.... Log kehte v court thana se dur rho....
Thank you so much for your comments
Iska beta log kya kisma lokari karate hi ya to bataw 😅😅😅😅😅
Thank you so much for your comments
इस व्यक्ति के बातों से स्पष्ट होता है कि ज्यादातर हत्याएं व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण ही हुआ करता है । और ऐसे हत्याओं पर न्याय न होना ही इस नक्सलवाद और माओवाद के सफाए का कारण भी बनने वाला है । खासकर बिहार में ऐसी हत्याएं ज्यादातर हुई है ।
आपके बहुमूल्य विचारों के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद